02-Sep-2024
4:31:52 pm
एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप: अमानतुल्लाह बोले, पार्टी और विधायकों को तोड़ने की साजिश रची जा रही है
नयी दिल्ली. आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह ख़ान ने सोमवार को कहा कि उन्हें और उनकी पार्टी को तोड़ने के लिए जाँच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा, लेकिन हम जेल से डरने वाले नहीं है।
विधायक के दावे के बावजूद जाँच एजेंसी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की तरफ़ से फ़िलहाल कोई वक्तव्य या जानकारी नहीं दी गई है।
ओखला के विधायक अमानतुल्लाह ने फ़ेसबुक पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि ईडी तलाशी के नाम पर उन्हें गिरफ़्तार करने आई है। उन्होंने कहा कि उनकी सास कैंसर से पीड़ित है और वह मेरे घर पर हैं। चार दिन पहले ही उनका ऑपरेशन हुआ है। इस बात की जानकारी जाँच एजेंसी को भी दी थी और उनके हर नोटिस का जवाब दिया था। तलाशी का मक़सद सिर्फ़ हमें गिरफ़्तार करना है।
उन्होंने कहा कि वह हमारे कामों को रोकना चाहते हैं। पिछले दो साल से मुझे परेशान कर फर्जी मुक़दमे लगा रहे हैं। आये दिन कोई न कोई उलझन खड़ी रहे है। सिर्फ़ मुझे ही नहीं पूरी पार्टी को परेशान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, श्री सत्येंद्र जैन जेल में है। अब हमें गिरफ़्तार करना चाहती है। इनका मक़सद हमें और हमारी पार्टी को तोड़ना है।
आप विधायक ने कहा है कि हमारे क्षेत्र ओखला में विकास के जो भी काम अधूरे रह गए हैं, उनको पूरा किया जायेगा। हम लोग जेल जाने से डरने वाले नहीं हैं। हमें अदालत पर भरोसा है इन्साफ़ ज़रूर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि एक ऐसा मुक़दमा जो 2016 से चला आ रहा है, जिसमें केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कहा कि इसमें कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है, लेकिन फिर भी परेशान किया जा रहा है।
आप नेता ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे उन्हें शर्मिंदा या मायूस होना पड़े।
पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा “ईडी की निर्दयता देखिये, श्री अमानतुल्लाह ख़ान पहले ईडी की जाँच में शामिल हुए, उनसे आगे के लिए समय माँगा, उनकी सास को कैंसर है, उनका ऑपरेशन हुआ है। घर में सुबह सुबह धावा बोलने पहुँच गये।”
उन्होंने कहा, “श्री अमानतुल्लाह ख़ान के ख़िलाफ़ कोई सबूत नहीं है, लेकिन श्री मोदी की तानाशाही और ईडी की गुंडागर्दी दोनों जारी है।”
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा “ईडी का बस यही काम रह गया है। भाजपा के ख़िलाफ़ उठने वाली हर आवाज़ को दबा दो।तोड़ दो। जो टूटे नहीं, दबे नहीं उसे गिरफ़्तार करके जेल में डाल दो।”
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