रायगढ़। जिले की चक्रधरनगर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल द्वारा फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जारी सख्त निर्देशों के तहत एक सनसनीखेज हत्या मामले में वांछित आरोपी बसंत चौहान को पुलिस ने तमिलनाडु से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी फरारी के दौरान अपनी पहचान छिपाकर वहां मजदूरी कर रहा था और पुलिस को चकमा देने के लिए मोबाइल फोन भी बंद कर रखा था। गौरतलब है कि 12 मार्च की सुबह जामगांव रेलवे ट्रैक पर एक युवक की लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी। शुरूआती जांच में हादसा प्रतीत हो रही घटना का पुलिस ने मात्र 12 घंटे में खुलासा कर यह स्पष्ट कर दिया कि यह एक सुनियोजित हत्या थी, जिसे मृतक के साथी ट्रक चालक सुरेश सिंह और बसंत चौहान ने मिलकर अंजाम दिया था। मृतक जितेंद्र सिंह पर सुरेश को शक था कि उसके अपनी पत्नी के साथ अवैध संबंध हैं। इसी रंजिश में दोनों ने योजना बनाकर 11 मार्च की रात उसे बहाने से जामगांव रेलवे ट्रैक के पास बुलाया, जहां शराब पिलाने के बाद दोनों ने मिलकर पहले मारपीट की और फिर नुकीले हथियार से उसके सिर और गले पर वार कर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी
हत्या के बाद सुरेश ने पुलिस को गुमराह करने के लिए खुद ही जाकर लाश मिलने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। लेकिन गहराई से की गई जांच में जब साइबर सेल और फॉरेंसिक टीम ने सुराग जोड़े तो मामला साजिश का निकला। सख्ती से पूछताछ में सुरेश ने हत्या की बात कबूल ली और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बाद से दूसरा आरोपी बसंत चौहान फरार चल रहा था। थाना प्रभारी अमित शुक्ला द्वारा निरंतर आरोपी की पतासाजी कराई जा रही थी। तकनीकी विश्लेषण के जरिए एक अनजान नंबर की गतिविधि का सुराग मिला, जिसके आधार पर एएसआई नंद कुमार सारथी के नेतृत्व में पुलिस टीम को तमिलनाडु भेजा गया। वहां जाल बिछाकर बसंत को एक होटल में बुलाया गया और दबोच लिया गया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म स्वीकार किया। पुलिस टीम ने आज आरोपी को पुनः घटनास्थल ले जाकर घटनास्थल का रिक्रिएशन कराया और ई-साक्ष्य के तहत आरोपी के इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य सुरक्षित किए गए। आरोपों के मेमोरेंडम पर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी और मोबाइल फोन भी पुलिस ने बरामद किया । थाना प्रभारी अमित शुक्ला के नेतृत्व में इस सफल कार्रवाई में एएसआई नंद कुमार सारथी, आरक्षक शैलेन्द्र पैंकरा और साइबर सेल के विक्रम सिंह की अहम भूमिका रही। लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी की गिरफ्तारी को रायगढ़ पुलिस की बड़ी उपलब्धि है।
रायगढ़। एसपी दिव्यांग पटेल द्वारा फरार वारंटियों की धरपकड़ के लिए चलाये जा रहे विशेष अभियान में चक्रधरनगर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। वर्ष 2005 के हत्या मामले में दोषी करार दिए जा चुके और पिछले 20 वर्षों से फरार चल रहे आरोपी संतोष कहार को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वारंटी संतोष कहार को पुलिस ने उसकी पुश्तैनी जमीन पर लौटने की सूचना के आधार पर सक्ती जिले के चिस्दा गांव से दबोचा।
मामला वर्ष 2005 का है जब ग्राम चिटकाकानी में जमीन विवाद को लेकर संतोष कहार ने सुरेश अग्रवाल की हत्या कर दी थी। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां विचारण उपरांत न्यायालय ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। लेकिन वर्ष 2006 में पत्नी के इलाज के बहाने पैरोल पर छूटने के बाद वह फरार हो गया। तब से लेकर अब तक आरोपी लगातार राज्य बदलता रहा और अपने परिवार तक से संपर्क तोड़ लिया था ताकि पुलिस उसे ट्रेस न कर सके। अदालत ने उसकी गिरफ्तारी के लिए स्थायी वारंट जारी किया था।
इस माह पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल द्वारा चलाए जा रहे वारंट तामिली विशेष अभियान के तहत थाना चक्रधरनगर प्रभारी निरीक्षक अमित शुक्ला के निर्देशन में टीम गठित की गई। सहायक उप निरीक्षक आशिक रात्रे के नेतृत्व में पुलिस दल ने गुप्त सूचना के आधार पर छानबीन तेज की और आरोपी की चिस्दा गांव में मौजूदगी की पुष्टि होते ही दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। इस कार्रवाई में निरीक्षक अमित शुक्ला के नेतृत्व में सहायक उप निरीक्षक आशिक रात्रे, आरक्षक चंद्र कुमार बंजारे, शांति मिरी और मिनकेतन पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। 20 वर्षों बाद हत्या के दोषी की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी उपलब्धि है।
रायगढ़। जूटमिल पुलिस ने ट्रैक्टर चोरी की घटना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए महज 24 घंटे में घटना का पर्दाफाश कर दिया है। जूटमिल थाना प्रभारी निरीक्षक प्रशांत राव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने दो चोरों को गिरफ्तार कर चोरी गया ट्रैक्टर और वारदात में प्रयुक्त पल्सर बाइक को बरामद किया है। ट्रेक्टर चोरी की घटना को लेकर कोड़ातराई निवासी अजय चौधरी (28 वर्ष) ने 15 मई को थाना जूटमिल में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी महिन्द्रा ट्रैक्टर (CG-13 AN 9400)मय ट्राली , जो उसने 14 मई की रात अपने घर के सामने खड़ी की थी, अज्ञात चोरों द्वारा चोरी कर ली गई है। आवेदन पर पुलिस ने तत्काल अपराध क्रमांक 172/2025 धारा 303(2) BNS के तहत मामला दर्ज किया। थाना प्रभारी प्रशांत राव ने अपनी टीम के साथ CCTV फुटेज खंगाले और मुखबिरों को सक्रिय किया। एक महत्वपूर्ण सुराग मिलने पर संदेही यशवंत पटैल निवासी चपले को पूछताछ किया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी ने अपने साथी रवि उर्फ भविष्य पटैल के साथ मिलकर ट्रैक्टर चोरी की योजना बनाई थी। आरोपी यशवंत ने बताया कि कुछ दिन पहले वह रायगढ़ कोड़ातराई बारात में आया था, तब इसने रामनगर मोहल्ला कोड़ातराई में रोड़ पर खड़ी ट्रेक्टर को चोरी के लिए अपने साथी रवि उर्फ भविष्य कुमार पटैल को बताया । इनका प्लान था कि चोरी ट्रेक्टर को चोरी कर ईट, गिट्टी सप्लाई के काम पर लगाकर कमाई करेंगे फिर दोनों घटना दिनांक को यशवंत की पल्सर बाइक में आये और ट्रेक्टर को चोरी कर चलाते हुए लेकर फरार हो गये । आरोपियों के मेमोरेंडम पर उनके घर के बाड़ी से चोरी ट्रेक्टर महिन्द्रा ट्रेक्टर सीजी-13 ए एन 9400 मय ट्राली कीमती 9 लाख रूपये को बरामद किया गया एवं घटना में प्रयुक्त किया गया बिना नंबरी काला कलर पल्सर किमती 1 लाख रूपये को भी जप्त किया, इस प्रकार जूटमिल पुलिस ने सटीक कार्यवाही करते हुए चोरी मशरूका से अधिक जुमला 10 लाख रूपये की बरामदगी आरोपियों के कब्जे से जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया है। जूटमिल पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी 1. यशवंत पटैल पिता स्व. चंद्रिका पटैल उम्र 20 वर्ष 2. रवि उर्फ भविष्य कुमार पटैल पिता डोरीलाल पटैल उम्र 19 वर्ष दोनों निवासी चपले नीचे बस्ती थाना खरसिया जिला रायगढ़ छ०ग० को आज गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर रिमांड पर भेजा गया है।
रायगढ़। ज़िले की लैलूंगा पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने गांजा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उड़ीसा से प्रतिबंधित मादक पदार्थ गांजा लाकर क्षेत्र में बेचने वाले दो बड़े गिरोहों का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने दोनों गैंग से जुड़े एक-एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से कुल 61 किलो गांजा, तीन कार, 7 मोबाइल फोन (जिसमें एक आईफोन), एक हाथ घड़ी और 1.80 लाख रुपये नकद सहित कुल 46 लाख 36 हजार रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। दोनों आरोपियों को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। Also Read - जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का था राज, वहाँ आज शान से लहरा रहा तिरंगा जानकारी के अनुसार, रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल को सीमावर्ती ओडिशा के बौध जिले से गांजा तस्करी की सूचना मिली थी। इस पर उन्होंने लैलूंगा पुलिस और साइबर सेल को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। डीएसपी साइबर सेल अनिल विश्वकर्मा और एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी के निर्देशन में संयुक्त टीम ने संदिग्धों की निगरानी शुरू की। 13 मई को दोपहर में ओडिशा से गांजा लेकर तस्कर आने की सूचना पर पुलिस ने पाकरगांव के जंगल मार्ग में रेड की। इस दौरान दो कारों में सवार चार तस्करों में से एक आरोपी पुरेन्द्र यादव को मौके से गिरफ्तार किया गया, तीन तस्कर फरार हैं । Also Read - सांय- सांय न्याय, राजबती की जमीन उन्हें फिर मिली पुरेन्द्र यादव गिरोह गिरफ्तार पुरेन्द्र यादव ने पूछताछ में बताया कि वह अपने गिरोह के तीन साथियों—रितेश यादव, युगल यादव और यदुमणि यादव के साथ मिलकर उड़ीसा से गांजा लेकर बेचने के लिए लाया था।
के तहत कार्यवाही की गई है । आरोपी से मिली जानकारी पर एक अन्य गिरोह से जुड़े आरोपी दिनेश यादव को भी लैलूंगा पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो पूर्व में भी गांजा तस्करी के मामलों में लिप्त रहा है। दिनेश यादव गिरोह दिनेश यादव ने पुलिस को बताया कि उसने 1 मार्च को अपने साथियों केशव यादव और नत्थू यादव के साथ मिलकर उड़ीसा से 60 किलो गांजा लाया था। इसमें से उसने खुद 17 किलो गांजा रखा और बाकी गांजा गिरधारी यादव और नत्थू यादव को बेचने के लिए दिया था। लैलूंगा पुलिस ने 8 मार्च को केशव और नत्थू को 22 किलो गांजा के साथ गिरफ्तार कर थाना ले लूंगा कि अपराध क्रमांक 58 /2025 धारा 20B, 29 एनडीपीएस एक्ट में पहले ही जेल भेज दिया था, जबकि गिरधारी और दिनेश यादव तब से फरार थे।
गिरफ्तार दिनेश यादव से पुलिस ने 1.80 लाख रुपये नकद, OD-15-R-4047 नंबर की वेन्यू कार, छह मोबाइल (एक आईफोन सहित), एक हाथ घड़ी जब्त की है। तस्करी में प्रयुक्त कारों पर आरोपी फर्जी नंबर प्लेट लगाते थे ताकि उनकी पहचान न हो सके। फरार तस्करों की तलाश जारी है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। इस कार्रवाई में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के कुशल निर्देशन के साथ उप पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा, एसडीओपी सिद्धांत तिवारी, थाना प्रभारी उपनिरीक्षक इगेश्वर यादव, उपनिरीक्षक चंद्र कुमार सिंगार, आरक्षक संतराम केवर्ट, जागेश्वर मरावी, चमार साय, सुरेश मिंज, साइबर सेल के प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, बृजलाल गुर्जर, आरक्षक प्रशांत पंडा, पुष्पेंद्र जाटवर, प्रताप बेहरा, रविंद्र गुप्ता की अहम भूमिका रही।
आरोपी (1) पुरेन्द्र यादव पिता पिताम्बर यादव उम्र 18 वर्ष सा0हरदीझरिया थाना बागबहार जिला जशपुर (छत्तीसगढ़) Cr.No. 128/2025 Us 20B,29 NDPS Act
(2) दिनेश यादव पिता त्रिलोचन यादव उम्र 20 साल निवासी सिहारधार थाना लैलूंगा जिला रायगढ़ (छत्तीसगढ़) Cr.No. 58/2025 Us 20B,29 NDPS Act
रायगढ़। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन में सड़क सुरक्षा अभियान के तहत आज ट्रैफिक डीएसपी उत्तम प्रताप सिंह ने अपने कार्यालय में शहर के प्रमुख दुपहिया वाहन विक्रेताओं की बैठक आयोजित की। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और हेलमेट की अनिवार्यत: को लेकर वरिष्ठ कार्यालयों से प्राप्त निर्देशों की जानकारी दी गई। डीएसपी श्री सिंह ने विक्रेताओं को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे हर ग्राहक को दुपहिया वाहन की बिक्री के समय गुणवत्तायुक्त हेलमेट अनिवार्य रूप से प्रदान करें। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर वरिष्ठ कार्यालयों की मंशा है कि सभी वाहन चालक हेलमेट का शत-प्रतिशत उपयोग करें और इसकी शुरुआत वाहन की खरीद प्रक्रिया से ही सुनिश्चित की जाए। बैठक में मौजूद टू व्हीलर शोरूम संचालकों और उनके प्रतिनिधियों ने डीएसपी द्वारा दिए गए निर्देशों का पूर्णतः पालन करने की बात कही।
रायगढ़। राज्य सहकारी बैंक अपेक्स बैंक बरमकेला में 10 करोड़ रुपए के गबन का मामला सामने आया है। 18 सदस्यीय जांच टीम की जांच में मामला प्रमाणित मिलने पर शाखा प्रबंधक सहित आधा दर्जन लोगों पर अपराध दर्ज करवाया गया है। मामला बरमकेला थाना क्षेत्र का है। अपेक्स बैंक के द्वारा हर साल धान खरीदी केंद्रों को लोन के लिए एक राशि प्रदान की जाती है। जिससे समिति प्रबंधक और ऑपरेटर किसानों को लोन बांटने का काम करते है। यह लोन नगद के अलावा खाद और बीज के रूप में बांटी जाती है।
फसल बिक्री के बाद यह रकम समितियों द्वारा बैंक को लौटानी भी होती है। पर समितियों को लोन दिए गए इसी रकम की वापसी में रायगढ़ और सारंगढ़ जिले में धान के सामने आई। अपेक्स बैंक की मनमानी और उनके ऊपर कार्यवाही नहीं होने से यह धांधली बढ़ती गई। धांधली के खिलाफ छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक मर्यादित मुख्यालय नवा रायपुर के आदेश के अनुसार शाखा बरमकेला में हुए गबन के संबंध में जांच दल गठित किया गया। रायगढ़ जिले के सात और सारंगढ़ जिले के 9 ब्लाकों में इसकी जांच हुई। अप्रैल 2024 से नवंबर 2024 के मध्य बैंक लेनदेन के संबंध में जांच की गई। जांच में पाया गया कि 1 अप्रैल 2024 से 6 नवंबर 2024 तक समिति बड़े नवापारा,बरमकेला, बोंदा, दुलोपाली, लेंद्रा, लोधियां, लुकापारा, साल्हेओना, सरिया, तौसिर, देवगांव, गोबरसिंघा, कालाखुटा, कंठीपाला,करनपाली,कुम्हारी, एवं पचधारा, केसीसी बिग, केसीसी स्मॉल खातों के नामे कर कुल 887 किसानों के डीएमआर कैश, काईड़ खातों को निरंक किया गया। जिसके चलते बैंक को 9 करोड़ 91 लाख बीस हजार 877 रुपए का नुकसान हुआ।
गठित जांच टीम में रायगढ़ में आरके आयाम, पुसौर में जीपी गुप्ता, खरसिया में रश्मि लाल, घरघोड़ा में राजश्री उपाध्याय, धर्मजयगढ़ में आरके मेहर, तमनार में एसके कंवर, लैलूंगा में सुशीन सूर्यवंशी, बरमकेला में केआर देवांगन, सारंगढ़ में आरपी कुर्रे शामिल थे। इन अधिकारियों को जांच में सहायता के लिए एक-एक सहायक भी प्रदान किया गया था। अभी सिर्फ बरमकेला में जांच पूरी हुई है और धांधली पाए जाने पर एफआईआर हुई है। अन्य ब्लॉकों की भी जांच पूरी होने के बाद कार्यवाही हो सकती है। शाखा प्रबंधक अरविंद शुक्ला (56) पिता स्वर्गीय एसके शुक्ला निवासी राधा स्वामी नगर रायपुर के द्वारा बरमकेला अपेक्स बैंक के तत्कालीन प्रबंधक समेत 6 के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
बैंक मुख्यालय द्वारा कराए गए प्रारम्भिक जांच रिपोर्ट 7.11.2024 के आधार पर गबन में संलिप्त शाखा प्रबंधकडी.आर.बाघमारे, लेखा अधिकारी मीनाक्षी मांझी तथा लिपिक आशीष पटेल को अपेक्स बैंक मुख्यालय द्वारा 8.11.2024 को निलंबित किया गया था। साथ ही विभागीय जांच बिठाया गया। उक्त बैंक कर्मियों द्वारा अपने निजि बैंक आईडी/पासवर्ड का दुरुपयोग करते हुए समिति तथा बैंक के राशि का सुनियोजित तरीके से अन्य 5 आउटसोर्सिंग स्टाफ के साथ मिलकर धोखाघड़ी किया गया। इसके अलावा प्रारम्भिक जांच में संलिप्त शाखा
बरमकेला में आउटसोर्सिंग 5 कर्मी- कम्यूटर आपरेटर लिकेश कुमार बैरागी, कम्प्यूटर आपरेटर रमाकांत श्रीवास, डंडा गार्ड अरुण चंद्राकर, डंडा गार्ड खीरदास महंत तथा डंडा गार्ड बालकृष्ण कर्ष को सेवा से बर्खास्त किया गया। पुलिस थाने में प्रकरण दर्ज किया गया। उपरोक्त संलिप्त 8 बैंक कर्मियों द्वारा बैंक की राशि स्वयं, परिजनों तथा अन्य के खातो में ट्रांसफर कर तथा फर्जी वाउचर व बिना वाउचर से कुल 9.91 करोड़ का गबन किया गया। बैंक मुख्यालय द्वारा बरमकेला में हुए गबन प्रकरण की विस्तृत जांच हेतु जांच दल का गठन किया गया। जांच दल द्वारा 1 अप्रेल 2024 से नवंबर 2024 के मध्य किये गए संदिग्ध ट्रांजेक्शन की जांच उपरांत प्रस्तुत जांच रिपोर्ट 24.03.2025 में गबन की राशि लगभग 9.91 करोड़ संभावित पाई गई। उक्त प्रकरण की पुलिस जांच के लिए थाना बरमकेला में 4.05.2025 को एफआईआर दर्ज किया गया है। बरमकेला शाखा में संलिप्त बैंक कर्मियों द्वारा गबन की गई राशि की वसूली के लिए बैंक प्रबंधन की ओर से सछम न्यायालय में धारा 64 के अंतर्गत वाद दायर कर सख्त कार्यवाही की जा रही है।
रायगढ़। एसपी दिव्यांग पटेल के दिशा निर्देशन एवं एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी के मार्गदर्शन पर लैलूंगा थाना क्षेत्र में मवेशियों की तस्करी को लेकर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 44 नग कृषिधन मवेशियों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया। उप निरीक्षक इगेश्वर यादव, प्रभारी थाना लैलूंगा के नेतृत्व में यह कार्रवाई शनिवार 4 मई को की गई, जब पुलिस को सूचना मिली कि कुछ व्यक्ति जंगल के रास्ते मवेशियों को क्रूरतापूर्वक हांकते-पीटते ओडिशा के बूचड़खाने की ओर पैदल ले जा रहे हैं। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने मडियाकछार मार्ग के समीप जंगल में घेराबंदी की, जहां दो युवक बड़ी संख्या में मवेशियों को बेरहमी से हांकते हुए मिले। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम दिनेश राम सिदार (42 वर्ष) और ओमप्रकाश सिदार (20 वर्ष), निवासी सिंगीबहार, थाना तपकरा, जिला जशपुर (छत्तीसगढ़) बताए। दोनों आरोपियों ने मवेशियों को भूखे-प्यासे व मारते-पीटते ओडिशा के बूचड़खाने ले जाने की बात कबूल की, लेकिन मवेशियों की खरीद-बिक्री संबंधी कोई वैध दस्तावेज पुलिस को नहीं दिखा सके। 44 नग मवेशियों की अनुमानित कीमत लगभग 4.40 लाख रुपये है। तस्करों के अमानवीय कृत्य को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 116/2025 के तहत छत्तीसगढ़ कृषिक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धाराओं 6, 10, 11, 12 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया। इस कार्रवाई में उप निरीक्षक इगेश्वर यादव के साथ सहायक उप निरीक्षक हेमंत कश्यप और आरक्षक संतराम केंवट की अहम भूमिका रही।
रायगढ़। ग्राम सलखिया स्थित ईंट भट्ठा में 42 वर्षीय महिला की संदिग्ध मौत के मामले में लैलूंगा पुलिस ने हत्या का अपराध दर्ज कर मृतका के पति बिसाहू माझी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि आरोपी ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर शव को ईंट बनाने के गड्ढे में फेंका था। घटना की जानकारी होते हुए भी ईंट भट्ठा मालिक के बेटे उमेश बंजारा ने पुलिस को गुमराह कर साक्ष्य छिपाने का प्रयास किया, जिस पर उसे भी आरोपी बनाते हुए कार्रवाई की गई है। जानकारी के अनुसार 29 अप्रैल को थाना लैलूंगा में ग्राम सलखिया के ठिर्रीमुड़ा ईंट भट्ठा में महिला की संदिग्ध मौत की सूचना मिली थी, जिस पर उप निरीक्षक इगेश्वर यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। मृतका की पहचान शारदा माझी (42), निवासी ग्राम घियारमुड़ा, के रूप में हुई। प्रारंभिक जानकारी में बताया गया कि मृतका अपने पति बिसाहू माझी के साथ डेढ़ माह से ईंट भट्ठा में काम कर रही थी और वहीं रुकती थी। पति ने गांव वालों को दावा किया कि पत्नी गड्ढे में गिरकर मारी गई, लेकिन शव व घटनास्थल के निरीक्षण पर मामला संदिग्ध प्रतीत हुआ। एसपी श्री दिव्यांग पटेल के निर्देश पर सघन जांच शुरू हुई। पूछताछ में पता चला कि पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होते थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी गला दबाकर मारने की पुष्टि हुई, जिसके आधार पर पति बिसाहू माझी से सघन पूछताछ की गई, जिसमें उसने जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी ने बताया कि पैसे को लेकर हुए विवाद में उसने पत्नी को पहले पीटा और फिर गला दबाकर हत्या कर दी, बाद में शव को ईंट के गड्ढे में डाल दिया। जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी ने घटना की जानकारी भट्ठा मालिक शकर बंजारा के बेटे उमेश बंजारा (27 साल) को दी थी, जिसने पुलिस को सूचना न देकर साक्ष्य छिपाने की कोशिश की। इस पर उमेश बंजारा के विरुद्ध धारा 239 बीएनएस के तहत अपराध जोड़ा गया है। मामले में थाना लैलूंगा में अपराध क्रमांक 113/2025, धारा 103(1), 238, 239 बीएनएस के तहत दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है। इस कार्रवाई में उप निरीक्षक इगेश्वर यादव, सहायक उप निरीक्षक राजेश दर्शन, एएसआई चंदन नेताम एवं हमराह स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
रायपुर। रेलवे प्रशासन द्वारा गाड़ी संख्या 18249/18250 रायपुर-कोरबा-रायपुर हसदेव एक्सप्रेस में 01 सेकंड सीटिंग कोच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यह सुविधा गाड़ी संख्या 18249 रायपुर-कोरबा में 7 मई से तथा गाड़ी संख्या 18250 कोरबा-रायपुर हसदेव एक्सप्रेस में 8 मई से उपलब्ध रहेगी। इस अतिरिक्त सेकंड सीटिंग कोच के जुडने से इस गाड़ी में 5 सेकंड सीटिंग कोच की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। इससे ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को कंफर्म सीट में यात्रा करने की सुविधा मिलेगी।
रायगढ़। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा-निर्देशन में जिले भर में बाहरी राज्यों से आकर बिना सूचना दिये रह रहे व्यक्तियों की सघन जांच अभियान जारी है। इसी क्रम में आज भी विभिन्न थाना क्षेत्रों में अभियान चलाया गया, जिसमें बिना थाने में सूचना दिए रह रहे कुल 41 व्यक्तियों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। थाना कोतरारोड क्षेत्र में निरीक्षक त्रिनाथ त्रिपाठी के नेतृत्व में पावर ग्रिड कोतरा क्षेत्र में कार्यरत बाहरी मजदूरों की जांच की गई। जांच के दौरान प्राइवेट ठेकेदार के अधीन कार्यरत 31 व्यक्ति, जो पश्चिम बंगाल के निवासी हैं, बिना थाने में सूचना दिए पाए गए। सभी पर धारा 128 बीएनएसएस के तहत कार्रवाई की गई और कड़ी समझाइश दी गई। इसी तरह चक्रधरनगर थाना क्षेत्र में निरीक्षक अमित शुक्ला के नेतृत्व में ग्राम लामीदरहा, रेगड़ा और पहाड़ मंदिर में अभियान चलाया गया, जहां उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के रहने वाले 6 व्यक्ति बिना सूचना दिए फेरी का कार्य करते पाए गए। उन पर भी धारा 128 बीएनएसएस के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। उधर, थाना पुसौर प्रभारी निरीक्षक रामकिंकर यादव ने अपनी टीम के साथ ग्राम ठेंगापाली में जांच की, जहां पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले के दो व्यक्ति बिना सूचना दिए कबाड़ का काम करते पाए गए। दोनों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई। तमनार पुलिस ने ग्राम बिजना में जांच के दौरान दो ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित किया जो बिना सूचना के रह रहे थे, उन पर भी धारा 128 बीएनएसएस के तहत कार्रवाई की गई। इसी अभियान के तहत थाना पूंजीपथरा क्षेत्र अंतर्गत प्लांट एरिया में कार्यरत दीगर प्रांत के कर्मचारियों की जांच निरीक्षक राकेश मिश्रा व उनके स्टाफ द्वारा की गई। धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पीपरमार और मस्जिदपारा में भी जांच की गई, जहां हाल ही में आए बाहरी व्यक्तियों ने थाना में सूचना दर्ज कराई थी। थाना प्रभारी निरीक्षक कमला पुसाम ने भी बाहरी व्यक्तियों को अवैधानिक गतिविधियों से दूर रहने की सख्त समझाइश देते हुए चेतावनी दी कि यदि कोई शिकायत पाई गई तो उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मनेंद्रगढ़। छत्तीसगढ़ अपने ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। यहां एक ऐसा स्थान भी है जो करोड़ों साल पहले के पृथ्वी के इतिहास को दर्शाता है। यह स्थान है गोंडवाना मरीन फॉसिल पार्क, जो मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में स्थित है। आज स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल ने इस अनूठे फॉसिल पार्क में जुरासिक रॉक गार्डन का उद्घाटन किया। यह पार्क छत्तीसगढ़ का पहला जुरासिक रॉक गार्डन है और एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा समुद्री जीवाश्म पार्क है। गोंडवाना मरीन फॉसिल पार्क जिस स्थान पर है वहां करीब 29 करोड़ वर्ष पुराने समुद्री जीवाश्म मिले हैं। भारत में ऐसे जीवाश्म केवल चार अन्य स्थानों – सुबांसुरी (अरुणाचल प्रदेश), राजहरा (झारखंड), दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) और खेमगांव (सिक्किम) में पाए जाते हैं। गोंडवाना फॉसिल पार्क इन सभी में सबसे बड़ा और पुराना है। हसदेव नदी के किनारे लगभग 1 किमी के क्षेत्र में जीवों के जीवाश्म फैले हुए हैं। इसे राष्ट्रीय भूवैज्ञानिक स्मारक का दर्जा भी प्राप्त है। इस स्थान की खोज 1954 में भूवैज्ञानिक एसके घोष ने कोयला खनन के दौरान की थी।
रायगढ़ जिले के धर्मजयगढ़ वन मंडल की घटना
रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के धर्मजयगढ़ वन मंडल में जंगली हाथी के हमले से एक ग्रामीण की मौत गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। जानकारी के अनुसार, धर्मजयगढ़ वन मंडल के अंतर्गत आने वाले आमगांव के जंगल में विचरण कर रहे जंगली हाथी ने भगत राम राठिया(40) निवासी बैशी को कुचल दिया। गांव के ग्रामीणों ने बताया कि बीती रात युवक का जंगली हाथी से सामना हो गया और यह घटना घटित हो गई। गुरुवार सुबह हाथी के हमले से युवक की मौत की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर मृतक की युवक की शिनाख्त में जुटते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
रायगढ़। किरोड़ीमल शासकीय जिला अस्पताल में आज सुबह लैब के बैटरी स्टोर रूम में रखे करीबन एक दर्जन इनवर्टर बैकअप बैटरी गर्मी की वजह से फट गए. घटना से पूरा लैब परिसर धुएं से भर गया. इस हादसे की वजह से पूरे अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल नजर आया. सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया. गनीमत रही कि इससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई. घटना को लेकर सिविल सर्जन डॉ. दिनेश पटेल ने बताया कि लैब में स्थित स्टोर कक्ष में आग लगी थी, जहां कुछ क्षति हुई है. घटना के बाद सभी वार्ड में सैंपलिंग की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है, जिससे मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े. फायर ब्रिगेड और इलेक्ट्रिकल एंड मैंटनेंस विभाग की टीम ने स्थिति पर काबू पाते हुए व्यवस्था को बहाल करना शुरू कर दिया. इस घटना से अस्पताल प्रशासन को एक बड़ा सीखने का अवसर मिला है, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बेहतर उपाय किए जा सकें. अस्पताल प्रशासन और सिविल सर्जन ने सभी कर्मचारियों की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों पर विचार किया जाएगा.
रायगढ़। जिले के घरघोड़ा ब्लाॅक में देर रात वन विभाग की टीम ने फिल्मी स्टाइल में लकड़ी तस्करों को धरदबोचा. टीम ने सूचना के आधार पर बाइपास रोड में एक 18 चक्का ट्रक को रोककर जांच की तो उसके अंदर सौगान, बीजा सहित अन्य कीमती प्रजाति की लकडियां मिली, जिसे जब्त कर वन विभाग की टीम ने जब्त की. ट्रक चालक सहित उसके साथी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. वहीं मौके से एक ट्रक चालक लकड़ी सहित फरार होने में कामयाब हो गया. वन विभाग की वरिष्ठ अधिकारी स्टाईलो मंडावी के अनुसार जब्त लकड़ी की कीमत लाखों में है. ट्रक को भी जब्त किया गया है, जिसकी कीमत 20 लाख से अधिक है। इस संबंध में वनमंडलाधिकारी स्टाईलो मंडावी ने बताया कि रायगढ़ वनमंडल के घरघोड़ा परिक्षेत्र में बीती रात 10 बजे मुखबिर की सूचना के बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी घरघोडा एवं उडनदस्ता दल रायगढ़ ने वाहन क्रमांक सीजी 07 सीयू 9278 में लोड किए गए वनोपज एवं मौके पर प्राप्त वनोपज जब्त को किया, जो प्रथम दृष्टया लगभग 40 से 50 घन मीटर प्रतीत होता है. जब्त वनोपज की नाप जोख की कार्रवाई की जा रही. वाहन को जब्त करते हुए आगे की कार्रवाई की जा रही है. बता दें कि घरघोडा वन मंडल सहित आसपास के इलाकों में पेड़ों की कटाई करके उन्हें ठिकाने लगाने की जानकारी मिलती रही है. इस तस्करी में यूपी के रहने वाले लोगों की संलिप्तता बताई जा रही है, जो किसी उद्योग में काम करने के बाद सीधे पेड़ों की कटाई करके तस्करी करके बेचे जाने का बड़ा धंधा चलाया जा रहा था. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
रायगढ़। पुष्पा फिल्म की तर्ज पर रात के अंधेरे में अवैध लकड़ी की तस्करी होने जा रही थी। 18 वाहन लोड हो चुका था, लेकिन तभी मामले की भनक वन अमला को लग गई। ऐसे में वन अमला ने मौके पर जांच किया, तो 18 चक्का में लोड सराई लकड़ी गोला के अलावा काफी संख्या में बिखरे अवैध लकड़ी मिले। जिसे वन अमला ने जब्त कर बड़ी कार्रवाई की है। मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात तकरीबन 10 बजे घरघोड़ा वन अमला को मुखबिर से सूचना मिली कि भेंड्रा रोड पर जहां कई ट्रके खड़ी होती है। उसी स्थान पर 18 चक्का ट्रक में अवैध लकड़ी लोड है। जिसके बाद वनकर्मियों ने मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को दी और वन अमला ने मौके पर दबिश दी। जहां जांच में पाया कि ट्रक में सराई का गोला लोड है और उसके आसपास काफी संख्या में सराई व खैर का गोला बिखेरा पड़ा है। इसके बाद वन अमला ने ट्रक को जब्त कर लिया और ड्रायवर को पकड़ा गया।
रायगढ़। जिले में मादक पदार्थों के विरुद्ध चल रही सख्त मुहिम के तहत चक्रधरनगर पुलिस ने 5 अप्रैल, शनिवार को भेलवाटिकरा क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक व्यक्ति को 65 लीटर महुआ शराब के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई में आरोपी के घर से शराब बनाने की सामग्री और अवैध रूप से रखी शराब जब्त की गई, जिसकी बाजार में कीमत करीब 6,500 रुपये है। थाना प्रभारी निरीक्षक अमित शुक्ला को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम भेलवाटिकरा निवासी चित्रसेन चौहान अपने घर में कच्ची महुआ शराब बनाकर बिक्री के लिए रखे हुए है। सूचना की तस्दीक के लिए प्रधान आरक्षक श्यामदेव साहू के नेतृत्व में टीम गठित कर मौके पर दबिश दी गई। छापेमारी के दौरान आरोपी चित्रसेन चौहान घर पर मिला और पूछताछ में पहले टालमटोल करता रहा। लेकिन कड़ाई से पूछने पर उसने स्वीकार किया कि वह घर के एक कमरे में आग जलाकर सिल्वर के बर्तनों में शराब बनाकर रखना स्वीकार किया। दबिश में एक बड़े नीले प्लास्टिक जरीकेन में 50 लीटर और तीन अन्य जरीकेनों में 5-5 लीटर महुआ शराब मिली, जिसे टीम ने मौके पर जब्त कर लिया। 38 वर्षीय आरोपी चित्रसेन चौहान, पिता धजाराम चौहान, निवासी ग्राम भेलवाटिकरा के खिलाफ थाना चक्रधरनगर में छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2), 59(क) के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। इस कार्रवाई में प्रधान आरक्षक श्यामदेव साहू के साथ आरक्षक चन्द्रकुमार बंजारे, शांति मिरी, सुशील मिंज, मिनकेतन पटेल एवं महिला आरक्षक अनिता बेक की सक्रिय भूमिका रही। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जिले में अवैध शराब के खिलाफ अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा।
रायगढ़। आज पुलिस कार्यालय में एससी/एसटी प्रकरणों की विवेचना से संबंधित एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य गंभीर प्रकरणों की विवेचना में त्रुटियों को पहचानना और विवेचकों को न्यायालय में प्रभावी प्रस्तुति हेतु सक्षम बनाना जिससे आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सकें। कार्यशाला में उप पुलिस अधीक्षक (यातायात) उत्तम प्रताप सिंह, निरीक्षक राकेश मिश्रा (थाना प्रभारी पूंजीपथरा), और निरीक्षक रामकिंकर यादव (थाना प्रभारी पुसौर) ने वक्ता के रूप में भाग लिया गया। उन्होंने एससी/एसटी से जुड़े महत्वपूर्ण न्यायालयीन निर्णयों के माध्यम से विवेचना में आमतौर पर होने वाली त्रुटियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। विशेष लोक अभियोजक (एससी/एसटी केस) राजीव बेरीवाल और दीपक शर्मा ने गंभीर प्रकरणों में गवाहों के कथन, साक्ष्य संकलन की बारीकियों और विवेचना में सावधानी बरतने की महत्ता पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए केस स्टडी के माध्यम से विवेचना त्रुटियों पर उदाहरण प्रस्तुत किए। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल तथा अन्य राजपत्रित अधिकारियों ने सभी उपस्थित विवेचकों को दिशा-निर्देश दिए और उनकी भूमिका को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु मार्गदर्शन किया। कार्यशाला के अंत में विशेष लोक अभियोजकों को पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस कार्यशाला में सभी पुलिस राजपत्रित अधिकारी, शहर के थाना प्रभारियों ने प्रत्यक्ष रूप से भाग लिया, जबकि अन्य थाना क्षेत्रों के विवेचक वर्चुअल माध्यम से कार्यशाला से जुड़े। गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के मार्गदर्शन में प्रत्येक शनिवार को विभिन्न विषयों पर कार्यशाला आयोजित की जा रही है, जिससे पुलिस विवेचना की गुणवत्ता में सुधार हो और न्यायालय में आरोपियों को सख्त सजा दिलाई जा सके।
रायगढ़। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के निर्देशन में जिलेभर में अवैध शराब के खिलाफ लगातार अभियान जारी है। इसी क्रम में चक्रधरनगर पुलिस ने शुक्रवार को ग्राम छुहीपाली (जामगांव) में एक व्यक्ति के घर के पीछे बाड़ी में छिपाकर रखी गई अवैध महुआ शराब को जब्त करते हुए आरोपी के विरुद्ध आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। थाना प्रभारी निरीक्षक अमित शुक्ला को मुखबिर से सूचना मिली थी कि छुहीपाली निवासी मुंशीर राम टण्डन अपने घर के पीछे बाड़ी में बिक्री के उद्देश्य से महुआ शराब रखे हुए है। सूचना की तस्दीक हेतु थाना स्टाफ को रवाना किया गया। पुलिस टीम ने मौके पर दबिश देकर संदेही के कब्जे से दो-दो लीटर की चार बोतलों में कुल 08 लीटर महुआ शराब बरामद की, जिसकी बाजार कीमत लगभग 1,600 रुपये है। आरोपी के खिलाफ थाना चक्रधरनगर में अपराध क्रमांक दर्ज कर धारा 34(2), 59(क) आबकारी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध कर वैधानिक कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई में प्रधान आरक्षक रवि साय, आरक्षक चंद्र कुमार बंजारे और शांति कुमार मिरी की सक्रिय भूमिका रही। पुलिस द्वारा की जा रही लगातार कार्रवाइयों से ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब कारोबार पर प्रभावी अंकुश लगाया जा रहा है।
रायगढ़। शिक्षक के चेकबुक में फर्जी हस्ताक्षर कर 2 लाख रूपए पार कर दिया गया। अज्ञात युवक ने शिक्षक के बैग से चेकबुक को चुराया और घटना को अंजाम दिया है। जिसका बैंक में लगे CCTV फूटेज को पुलिस खंगाल रही है। मामला धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र का है। मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम बाझीआमा का रहने वाला उदयराम श्रीवास 50 साल प्राथमिक शाला सजवारी में प्रधान पाठक के पद पर पदस्थ है। उदयराम का बैंक खाता धरमजयगढ़ भारतीय स्टेट बैंक में है। जिसका चेकबुक वह अपने बैग में रखा होता है। जहां 25 मार्च की दोपहर में करीब ढेड़ बजे उसके मोबाईल पर चेक के माध्यम से 2 लाख रूपए के आहरण करने मैसेज आया। जिसे देखकर उदयराम चौक गया और तत्काल अपने चेकबुक की जांच करने लगा। ऐसे में उसने देखा कि चेकबुक के लास्ट का चेक का पन्ना नहीं था। ऐसे में उसे शंका हुआ कि किसी अज्ञात युवक ने उसके चेकबुक के अंतिम चेक में फर्जी हस्ताक्षर कर 2 लाख रूपए का आहरण किया है। जिसके बाद उसने अपने स्तर पर पतासाजी की, लेकिन कुछ पता नहीं चलने पर उसने कल धरमजयगढ़ थाना में पहुंचकर मामले की शिकायत की। जहां पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
रायगढ़। संजय मार्केट में हुई एक संवेदनशील घटना ने पुलिस की सतर्कता और आम नागरिक की ईमानदारी का अद्भुत उदाहरण पेश किया। ग्राम पतरापाली (पूर्व) कोतरलिया निवासी 85 वर्षीय रिटायर्ड रेलवेकर्मी मिलन दास की पेंशन की ₹50,000 की रकम गुम हो गई थी, जिसे एक ईमानदार सब्जी विक्रेता ने लौटा दिया। पुलिस की सक्रियता और दुकानदार की नैतिकता ने यह सुनिश्चित किया कि पीड़ित को उसका पैसा सुरक्षित वापस मिले। गुरुवार दोपहर लगभग 12 बजे मिलन दास थाना कोतवाली रायगढ़ पहुंचे और बताया कि उन्होंने सुबह केवड़ाबाड़ी बैंक से अपनी पेंशन की राशि निकाली थी, जिसे संजय मार्केट में सब्जी खरीदते समय कहीं भूल गए। थाना प्रभारी सुखनंदन पटेल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया और पेट्रोलिंग टीम को मिलन दास के साथ खोजबीन में लगाया। पेट्रोलिंग टीम के आरक्षक जगन्नाथ साहू और गोविंद पटेल ने पीड़ित से उनकी दिनभर की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी ली और संभावित स्थानों पर तलाशी शुरू की। जांच के दौरान एक सब्जी दुकान में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ मिला, जिसकी फुटेज से यह स्पष्ट हुआ कि मिलन दास थैला लेकर आगे बढ़े थे। पुलिस ने बाजार के अन्य दुकानदारों से भी अपील की कि अगर किसी को कोई संदिग्ध सामान मिला हो, तो तुरंत सूचना दें। इसी दौरान, सब्जी विक्रेता अभिषेक कुमार साहू, 30 साल (निवासी बरकपुर, जिला सारण, बिहार) ने पुलिस को बताया कि एक बुजुर्ग ग्राहक उनके यहां सब्जी खरीदते समय थैला भूल गए थे। जब उन्होंने थैले को खोला तो उसमें नकदी देखकर वे बुजुर्ग के लौटने का इंतजार कर रहे थे। पुलिस की मौजूदगी में उन्होंने पूरा पैसा मिलन दास को लौटा दिया। इस ईमानदारी और पुलिस की तत्परता को देखकर अन्य सब्जी विक्रेताओं ने भी अभिषेक कुमार की प्रशंसा की। मिलन दास ने आभार प्रकट करते हुए खुशी जाहिर की और पुलिसकर्मियों को इनाम देना चाहा, लेकिन उन्होंने इसे अपना कर्तव्य बताते हुए विनम्रता से अस्वीकार कर दिया और अपनी ड्यूटी पर लौट गए। यह घटना पुलिस की मुस्तैदी और नागरिकों की ईमानदारी का बेहतरीन उदाहरण है। कोतवाली पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि सतर्कता और ईमानदारी से किसी भी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।
रायगढ़। जूटमिल पुलिस शिकायत जांच के लिए छातामुड़ा पहुंची थी, जहां एक युवक ने शराब के नशे में गवाहों के साथ गाली-गलौज और मारपीट करने की कोशिश की। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए युवक को हिरासत में लेकर थाने लाये और घटना थाना प्रभारी के संज्ञान में लाए। थाना प्रभारी जूटमिल निरीक्षक प्रशांत राव ने स्पष्ट किया कि इस तरह की किसी भी अव्यवस्था या हिंसात्मक व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और युवक पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही का निर्देश दिए जिसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जानकारी के मुताबिक, वार्ड क्रमांक 41, छातामुड़ा निवासी राधेश्याम सारथी के खिलाफ एक शिकायत पत्र पुलिस कार्यालय को प्राप्त हुआ था, जिसे जांच के लिए जूटमिल थाना भेजा गया। थाना प्रभारी ने प्रधान आरक्षक वीरेंद्र भगत को मामले की जांच सौंपी । बुधवार को उप निरीक्षक गिरधारी साव के नेतृत्व में प्रधान आरक्षक वीरेंद्र भगत और पुलिस टीम शिकायत की जांच के लिए छातामुड़ा पहुंची। पुलिस जब गवाहों से पूछताछ कर रही थी, तभी राधेश्याम सारथी नशे की हालत में वहां पहुंचा और गवाहों को धमकाने लगा। उसने बसंत सारथी और उसकी पत्नी को गाली-गलौज कर मारपीट करने की कोशिश की। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए राधेश्याम सारथी (27), पिता मुनीराम सारथी, निवासी छातामुड़ा को हिरासत में लिया और जूटमिल थाना लाया गया। आरोपी के खिलाफ धारा 170/126, 135(3) BNSS के तहत मामला दर्ज कर उसे एसडीएम न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से गवाहों और स्थानीय लोगों में संतोष देखा गया।
रायपुर। सरस्वती नगर में 3 सटोरिया गिरफ्तार हुआ है, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट की टीम को सूचना प्राप्त हुई कि थाना सरस्वती नगर क्षेत्रांतर्गत कुकुरबेडा आलेख महिमा मंदिर परिसर पास स्थित एक मकान में कुछ व्यक्ति आई.पी.एल. किक्रेट मैच के दौरान ऑन लाईन सट्टा संचालित कर रहे है। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना सरस्वती नगर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा उक्त स्थान स्थित मकान में जाकर रेड कार्यवाही किया गया। रेड कार्यवाही के दौरान कमरे में 03 व्यक्ति उपस्थित थे। पूूछताछ में व्यक्तियों ने अपना नाम राजेश सेन उर्फ राजेश कुमार, शिवचरण सेन उर्फ लालू एवं ओंकार सेन उर्फ ओम होना बताया। टीम के सदस्यों द्वारा कमरे को चेक करने पर पाया गया कि सटोरियों द्वारा अलग - अलग कंपनियों के 16 नग एंड्रायड एवं की-पेड मोबाईल फोन का सेट-अप तैयार कर ऑन-लाईन सट्टा संचालित किया जा रहा था एवं साथ ही सटोरियों द्वारा कागज में सट्टे के पैसों का हिसाब-किताब भी लिख जा रहा था। जिस पर आरोपी राजेश सेन उर्फ राजेश कुमार, शिवचरण सेन उर्फ लालू एवं ओंकार सेन उर्फ ओम को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से सट्टा संचालन में प्रयुक्त 16 नग मोबाईल फोन जुमला कीमती लगभग 60,000/- रूपये, 02 नग पेन तथा सट्टा के पैसों का हिसाब- किताब जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध थाना सरस्वती नगर में अपराध क्रमांक 57/25 धारा 4(क) जुआ एक्ट एवं छ0ग0 जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 6, 7 का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही किया गया। गिरफ्तार आरोपी 01. राजेश सेन उर्फ राजेश कुमार पिता श्रवण कुमार सेन उम्र 39 साल निवासी कुकुरबेडा आलेख महिमा मंदिर परिसर के पास थाना सरस्वती नगर रायपुर। 02. शिवचरण सेन उर्फ लालू पिता बोधन राम सेन उम्र 28 साल निवासी शिवानंद नगर तालाब के पास थाना खमतराई जिला रायपुर। 03. ओंकार सेन उर्फ ओम पिता सनत राम उर्फ संतराम सेन उम्र 28 वर्ष निवासी कचना हाउसिंग बोर्ड कालोनी ब्लाक नं-16 म.नं-378 थाना खम्हारडीह जिला रायपुर।
रायगढ़। पुसौर थाना क्षेत्र में ठगी का अनोखा मामला सामने आया है, जहां दसवीं की ओपन परीक्षा में एक युवक ने फिल्म 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' की तर्ज पर अपने साले को अपनी जगह परीक्षा देने भेज दिया। मगर उसकी यह चालाकी ज्यादा देर तक छिपी नहीं रह सकी और स्कूल प्रशासन की सतर्कता से परीक्षा कक्ष में ही फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हो गया। पुसौर पुलिस ने आरोपी जीजा-साला को धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा घटना शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झलमला की है, जहां 1 अप्रैल 2025 को सुबह 9 बजे से 12 बजे तक कक्षा 10वीं की विज्ञान विषय की परीक्षा आयोजित थी। परीक्षा कक्ष क्रमांक 01 में पर्यवेक्षक जब उपस्थिति पत्रक की जांच कर रहे थे, तभी उन्हें एक परीक्षार्थी पर शक हुआ। जब प्रवेश पत्र में लगी फोटो और परीक्षा दे रहे युवक के चेहरे का मिलान किया गया, तो स्पष्ट हो गया कि दोनों अलग-अलग लोग हैं। परीक्षा केंद्र के प्राचार्य कामता नाथ तिवारी ने तत्काल थाना पुसौर को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने खुद को अमन सारथी (18), पिता पंचराम सारथी, निवासी सराईपाली, थाना कोतरारोड, जिला रायगढ़ बताया। जब जांच आगे बढ़ी, तो पता चला कि अमन असल परीक्षार्थी नहीं है, बल्कि वह अपने जीजा यादराम सारथी (27) की जगह परीक्षा देने आया था। असली परीक्षार्थी यादराम सारथी फरार मिला, तो पुलिस ने तत्काल उसकी तलाश शुरू की और धरमजयगढ़ में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में यादराम ने स्वीकार किया कि वह परीक्षा में पास होने के लिए अपने साले अमन को प्रलोभन देकर अपनी जगह बैठाया था। कानूनी शिकंजा और सबूतों की जब्ती पुलिस ने प्राचार्य की शिकायत पर थाना पुसौर में अमन सारथी और यादराम सारथी के खिलाफ अपराध क्रमांक 82/2025, धारा- 318 (4), 319 (2), 61 (2), 3 (5) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज किया। इसके अलावा, जांच में छत्तीसगढ़ मान्यता प्राप्त परीक्षा अधिनियम 1937 की धारा 04 भी जोड़ी गई, जो परीक्षा में धोखाधड़ी और प्रतिरूपण से जुड़ी गड़बड़ियों पर लागू होती है। पुलिस ने इस मामले में शिक्षा अधिकारी का आदेश पत्र, परीक्षा का टाइम टेबल, परीक्षार्थी उपस्थिति पत्र, आरोपी की उत्तर पुस्तिका और मोबाइल से ली गई तस्वीरें जब्त कर ली हैं। इस फर्जीवाड़े को बेनकाब करने और आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल, एडिशनल एसपी आकाश मरकाम और सीएसपी आकाश शुक्ला के निर्देशन में कार्रवाई की गई। आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी में सहायक उप निरीक्षक उमाशंकर विश्वाल, प्रधान आरक्षक योगेश उपाध्याय, आरक्षक कीर्तन यादव और खिरोद भोय की अहम भूमिका रही। न्यायिक रिमांड पर भेजे गए आरोपी पुलिस ने पर्याप्त साक्ष्य जुटाने के बाद दोनों आरोपियों यादराम सारथी (27) और अमन सारथी (18) को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। परीक्षा में पास होने के लिए किया गया यह 'मुन्ना भाई स्टाइल' फर्जीवाड़ा जीजा-साले के लिए महंगा साबित हुआ। प्रशासन व पुलिस ने स्पष्ट किया कि भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
रायगढ़। घरघोड़ा पुलिस ने अमानत में खयानत के गंभीर मामले में सक्ती जिले के निवासी शकील अहमद को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। आरोपी पर आरोप है कि उसने कंस्ट्रक्शन कंपनी मेसर्स आर्या के अधीन जल जीवन मिशन योजना के तहत जल-नल कनेक्शन के काम में ठेकेदारी ली थी, लेकिन काम अधूरा छोड़कर करीब 25 लाख रुपये की सामग्री का कोई हिसाब-किताब नहीं किया। घटना को लेकर 28 मार्च को मेसर्स आर्या कंस्ट्रक्शन कंपनी रायगढ़ के एकाउंटेंट मिथलेश कुमार पटेल ने थाना घरघोड़ा में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के अनुसार, कंपनी ने तमनार और घरघोड़ा ब्लॉक में जल जीवन मिशन योजना के तहत जल-नल आपूर्ति का कार्यादेश लिया था। शकील अहमद को जुलाई 2023 में पेटी कॉन्ट्रैक्टर के रूप में ठेका दिया गया। कंपनी ने उसे जुलाई-अगस्त, सितंबर-अक्टूबर में नकद और नवंबर में चेक के माध्यम से कुल 22.50 लाख रुपये का भुगतान किया। इसके अलावा, कार्य के लिए कोटरीमाल स्टोर में 330 टन सीमेंट, 30.93 टन स्टील, 52,000 मीटर पाइप, 17,000 मीटर कंपोजिट पाइप सहित अन्य निर्माण सामग्री उपलब्ध कराई गई।
रायगढ़। प्रदेश में माननीय प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इस अवसर पर विभिन्न विभागों समेत पुलिस महकमा अलर्ट मोड पर है। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल ने मार्ग व्यवस्था को लेकर विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। वरिष्ठ अधिकारी और थाना प्रभारी इन निर्देशों के पालन में विभिन्न चेक पॉइंट्स पर ड्यूटी पर तैनात हैं। इसी कड़ी में आज रायगढ़-पूंजीपथरा मार्ग पर हाईवे पेट्रोलिंग कर रहे सहायक उप निरीक्षक राजेंद्र पटेल और हमराह स्टाफ ट्रैफिक जवानों का एक सराहनीय कार्य सामने आया। वाहन चेकिंग के दौरान जवानों ने अपने पास रखी पानी की बोतलें और पाउच जरूरतमंद वाहन चालकों को वितरित किए। भीषण गर्मी में इस मानवीय पहल ने वाहन चालकों को राहत पहुंचाई।
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