सुकमा। सरकार की नई आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति और इलवद पंचायत योजना के तहत इस गांव के विकास के लिए एक करोड़ रुपए दिए जाएंगे। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले का बड़ेसट्टी गांव नक्सलवाद से मुक्त होने वाला पहला गांव बन गया है। सरकार की नई आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति और इलवद पंचायत योजना के तहत इस गांव के विकास के लिए एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे। नक्सलमुक्त होने पर गृहमंत्री अमित शाह ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया एप एक्स पर लिखा- ‘छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में विभिन्न आॅपरेशन्स में कोबरा कमांडो और छत्तीसगढ़ पुलिस ने 22 कुख्यात नक्सलियों को आधुनिक हथियारों और विस्फोटक सामग्रियों के साथ गिरफ्तार किया है। साथ ही, सुकमा की बडेसेट्टी पंचायत में 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिससे यह पंचायत पूरी तरह नक्सलमुक्त हो गई है। छिपे हुए नक्सलियों से मेरी अपील है कि मोदी सरकार की आत्मसमर्पण नीति को अपनाकर यथाशीघ्र हथियार डालें और मुख्यधारा में शामिल हों। 31 मार्च 2026 से पहले हम देश को नक्सलवाद के दंश से मुक्त करने के लिए संकल्पित हैं।’
2021 में स्थापित हुआ था कैंप:
्रगौरतलब है कि सुकमा जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर बड़ेसेट्टी में शुक्रवार को 11 नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद गांव नक्सलमुक्त हो गया। बड़ेसट्टी के सरपंच कलमू जोगा (33) ने बताया कि पुलिस की मदद से स्थानीय पंचायत ने हमारे इलाके में प्रतिबंधित संगठन से जुड़े लोगों को हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। नक्सलवाद के लिए बदनाम रहे बड़ेसट्टी ने 2021 में शांति की ओर पहला कदम तब उठाया, जब वहां छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) का कैंप स्थापित किया गया।
बड़ेसट्टी में तैनात सीएएफ की पहली बटालियन के कंपनी कमांडर जमुना कुमार रजक ने बताया कि कैंप स्थापित होने के बाद इलाके में एक सड़क का निर्माण हुआ और विकास होने लगा। जल्द ही नक्सली गतिविधियां कम होने लगीं। पंचायत के आठ बस्तियों में से छह में बिजली की आपूर्ति है।
सुकमा। जिले में नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है. सुकमा जिले के चिंतलनार थाना क्षेत्र से पुलिस ने एक इनामी समेत तीन सक्रिय नक्सजिले में नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. सुकमा जिले के चिंतलनार थाना क्षेत्र से पुलिस ने एक इनामी समेत तीन सक्रिलियों को गिरफ्तार किया है। सुकमा। जिले में नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है. सुकमा जिले के चिंतलनार थाना क्षेत्र से पुलिस ने एक इनामी समेत तीन सक्रिय नक्सजिले में नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है. सुकमा जिले के चिंतलनार थाना क्षेत्र से पुलिस ने एक इनामी समेत तीन सक्रिलियों को गिरफ्तार किया है।
सुकमा। सुकमा पुलिस को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बस्तर दौरे से पहले बड़ी सफलता मिली है. 20 लाख के ईनामी चार नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. सुकमा पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण के समक्ष तीन पुरुष और एक महिला नक्सलियों ने शुक्रवार को आत्मसमर्पण किया. पुरुष नक्सलियों पर जहां 8-8 लाख रुपए तो वहीं एक पुरुष और एक महिला नक्सली पर 2-2 लाख रुपए का छत्तीसगढ़ शासन ने इनाम रखा हुआ था. आत्मसमर्पण करने पर इन नक्सलियों को शासन के नई पुनर्वास नीति के तहत 25 हजार की बजाए 50 हजार रुपए प्रदान किया गया है.
सुकमा। सुकमा और दंतेवाड़ा के सरहदी इलाके में शनिवार को सुरक्षाबलों ने शनिवार को एक मुठभेड़ में 17 नक्सलियोंं को मार गिराया। मुठभेड़ में चार जवान भी घायल हो गए। इनमें से तीन जवान डीआरजी और एक सीआरपीएफ के हैं। मुठभेड़ स्थल पर भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं। मारे गए नक्सलियों में से 7 की पहचान कर ली गई है। इसमें दरभा डिवीजन के सचिव कुहाड़ामी जगदीश उर्फ बुधरा है। इसके अलावा रोशन उर्फ भीमा, माड़वीदेवे, दशरी कोवासी, सलवम जोगी, हुंगी निलावाया और खेड़मे कोरमागोदी थाना कुकानार हैं। बस्तर पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि केरलापाल थाना क्षेत्र के जंगल में सुबह करीब आठ बजे उस समय गोलीबारी हुई जब सुरक्षाकर्मियों का एक संयुक्त दल नक्सल विरोधी अभियान पर निकला था। सुंदरराज ने बताया कि केरलापाल क्षेत्र में माओवादियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर शुक्रवार रात शुरू किए गए अभियान में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान शामिल थे। उन्होंने बताया, ‘अब तक मुठभेड़ स्थल से 17 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं । अभियान अब भी जारी है।’ अधिकारी ने बताया कि कार्रवाई के दौरान डीआरजी के दो जवान मामूली रूप से घायल हुए हैं, उनकी हालत सामान्य बताई जा रही है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से एके-47 राइफल, सेल्फ लोडिंग राइफल (एसएलआर), इंसास राइफल, .303 राइफल, रॉकेट लांचर और बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) सहित भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद किया गया है।
सुकमा। जिले में सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र गोमगुड़ा के जंगलों में नक्सलियों के ठिकाने पर दबिश देकर पुलिस ने उनके प्रिंटिंग प्रेस से जुड़ा सामान बरामद किया है। जानकारी के अनुसार, जिला पुलिस बल, कोबरा 203 बटालियन और सीआरपीएफ 241 बटालियन की संयुक्त टीम को जलेरगुड़ा जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके आधार पर टीम सर्च ऑपरेशन के लिए रवाना हुई। ऑपरेशन के दौरान जवानों ने नक्सलियों के प्रिंटर, इन्वर्टर मशीन और अन्य सामग्री बरामद की। नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए ठिकाने के आसपास कई जगह स्पाइक ट्रैप बिछाए थे। हालांकि, सुरक्षाबलों की सतर्कता के चलते किसी प्रकार की हानि नहीं हुई। सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई से नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है। इलाके में अभी भी सर्चिंग अभियान जारी है, ताकि किसी और ठिकाने का पता लगाया जा सके।
सुकमा। जिले में ACB (एंटी करप्शन ब्यूरो) और EOW (आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा) की टीमों ने एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार और आर्थिक अनियमितताओं से जुड़े मामलों को लेकर की गई है। छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और संदिग्ध लेन-देन से जुड़ी जानकारियां सामने आई हैं। DFO (डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर) के कार्यालय और निवास पर जांच जारी हैं। कारोबारियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई हैं। कोन्टा और छिंदगढ़ में कई जगहों पर पूछताछ की जा रही है। जानकारी के अनुसार दक्षिण बस्तर के अन्य जिलों में भी ACB और EOW की कार्रवाई की खबरें सामने आ रही हैं। जानकारी के मुताबिक छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में नकदी, संपत्ति से जुड़े दस्तावेज, बैंक अकाउंट डिटेल्स और डिजिटल डेटा जब्त किया गया है। इसके अलावा कई संदिग्ध लेन-देन की जानकारी भी अधिकारियों के हाथ लगी है। ACB और EOW की टीमें अब इन दस्तावेजों की जांच कर रही हैं और पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो संबंधित व्यक्तियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सुकमा। पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में एक महिला सहित 5 नक्सलियों ने पुलिस अफसरों के सामने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित 2 पुरूष पर 2-2 लाख कुल 4 लाख रूपये का ईनाम घोषित है। जिला सुकमा क्षेत्रान्तर्गत नक्सली संगठन में सक्रिय 1 महिला सहित 5 नक्सलियों क्रमश: 01. माड़वी नंदा (पेद्दाबोडक़ेल आरपीसी सीएनएम अध्यक्ष ईनामी 2 लाख) करंगढ़ सरपंचपारा करकनगुड़ा थाना चिंतलनार जिला सुकमा, मडक़म माड़ा (पेद्दाबोडक़ेल आरपीसी डीएकेएमएस अध्यक्ष ईनामी 2 लाख) करकनगुड़ा सरपंचपारा थाना चिंतालनार जिला सुकमा, महिला कवासी पाले (ग्राम करकनगुड़ा केएमएस अध्यक्ष) करकनगुड़ा थाना चिंतलनार जिला सुकमा, मडक़म दषरू (पेद्दाबोडक़ेल आरपीसी सीएनएम उपाध्यक्ष) भीमापुरम थाना चिंतलनार जिला सुकमा, मडक़म नंदा (ग्राम करकनगुड़ा मिलिसिया सदस्य) करकनगुड़ सरपंचपारा थाना चिंतलनार जिला सुकमा के द्वारा नक्सल संगठन को छोडक़र समाज की मुख्यधारा मे जुडऩे के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला सुकमा में सुखविन्द्र सिंह सहायक कमाण्डेन्ट 223 वाहिनी सीआरपीएफ, सहिल छिकारा, सहायक कमाण्डेन्ट 203 कोबरा वाहिनी एवं निरीक्षक रोशन सिंह राजपूत, प्रभारी नक्सल सेल जिला सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया। नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने 223 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा के कार्मिकों की विशेष भूमिका रही। उपरोक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के प्रोत्साहन राशि व अन्य सुविधाएं दी जाएगी।
सुकमा। छ्त्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 32 लाख रुपए के 7 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें एक दंपती भी शामिल है। 3 माओवादियों पर 8-8 लाख रुपए का इनाम है। ये तीनों नक्सलियों की बटालियन नंबर 1 के सदस्य हैं। नक्सली हिड़मा और देवा के साथ काम कर चुके हैं। जबकि अन्य 4 नक्सली 2-2 लाख रुपए के इनामी हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। दरअसल, आत्मसमर्पित नक्सलियों में रव्वा मूके उर्फ भीमे और हेमला हिड़मा एक ही टीम में काम करते थे। दोनों को एक-दूसरे से प्यार हुआ। फिर दोनों ने बड़े लीडरों से अनुमति ली और शादी कर ली। लेकिन नक्सली लीडर्स ने इन्हें बच्चे की इजाजत नहीं दी। ये दोनों अपना घर बसाना चाहते थे। इसलिए सरेंडर करने का मन बनाया। नक्सल संगठन में रहते ये दोनों इंसास जैसे हथियार चलाते थे। मीनपा, टेकलगुडेम में जवानों पर हमला कर करीब 38 जवानों की हत्या में शामिल थे। इन दोनों पर छ्त्तीसगढ़ पुलिस ने 8-8 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। दोनों ने अब हथियार डाल दिए हैं। इसके अलावा इन्हीं की टीम के एक और नक्सली बारसे सोना ने भी सरेंडर किया है। बारसे पर भी 8 लाख रुपए का इनाम घोषित है। ये दक्षिण सब जोनल बस्तर ब्यूरो मोपोस टीम इंचार्ज, बटालियन नंबर 1 का राजनीति इंचार्ज और एसजेडसीएम सन्नू दादा का गार्ड था। कई बड़ी घटनाओं में भी शामिल रहा है। वहीं, उईका लालू, माड़वी कोसी, मड़कम हुंगा, मुचाकी बुधरा ने भी सरेंडर किया है। इन चारों पर 2-2 लाख रुपए कुल 8 लाख रुपए का इनाम घोषित है। सुकमा SP किरण चव्हाण ने कहा कि, सभी नक्सली बड़े कैडर्स के साथ काम कर चुके हैं। इनमें एक सरेंडर नक्सली माड़वी हिड़मा का गार्ड रह चुका है। ऐसे में पूछताछ में इनसे कई खुलासे हो सकते हैं।
सुकमा। त्रि-स्तरीय पंचायत आम निर्वाचन 2025 हेतु द्वितीय प्रशिक्षण जनपद पंचायत कोंटा के अंतर्गत स्वामी आत्मानंद स्कूल कोंटा में 07 फरवरी शुक्रवार को आयोजित की गई थी। प्रशिक्षण में अनुपस्थित पाए जाने पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी कोंटा पी श्रीनिवास राव, वन क्षेत्रपाल जगरगुण्डा नारायण सिंह सलाम, अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग कोंटा प्रकाश कुमार प्रधान को रिटर्निंग ऑफिसर के द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। 3 दिवस के अंदर समाधानकारक जवाब नहीं मिलने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने लेख किया गया है। उक्त अधिकारियों की डयूटी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सेक्टर अधिकारी के रूप में लगाई गई है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ध्रुव के द्वारा निर्वाचन कार्य में ड्यूटी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्वाचन कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करने की हिदायत दी गई है।
सुकमा. बस्तर की तस्वीर अब बदलने लगी है. सीआरपीएफ 150वीं बटालियन ने नक्सलियों के टॉप कमांडर हिडमा के गांव में सीआरपीएफ गुरुकुल की शुरुआत की है, जहां आदिवासी बच्चे अपना भविष्य गढ़ रहे हैं. वहीं सरकार ने मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य रखा है, जिसे पूरा करने सुरक्षा बलों के जवान लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे. सालभर पहले सीआरपीएफ की 150वीं बटालियन ने सुकमा के अति नक्सल प्रभावित पूवर्ती और टेकलगुडियम में बच्चों को शिक्षित करने के उद्देश्य से गुरुकुल शुरू किया था. यहां 50 से ज्यादा बच्चे पहुंच रहे हैं. सीआरपीएफ की पहल से अब नक्सल प्रभावित गांव पूवर्ती व टेकलगुडियम के बच्चों को शिक्षा दी जा रही है. इस गांव में सुरक्षा बलों का कैंप भी खोला गया है, जिसका नक्सलियों ने विरोध किया था. गुरुकुल में टाइलेट, बाथरूम एवं हैंडपंप जिला प्रशासन से स्थापित किए जाने की संभावना है. साथ ही भविष्य में इसे बारहवीं कक्षा तक ले जाने का भी प्रयास किया जाना है. 150वीं वाहिनी CRPF के एसएस हाॅकीप द्वितीय कमान अधिकारी, विकास कुमार राय द्वितीय कमान अधिकारी, अमरेश्ज्ञ कुमार घोष उप कमांडेंट, भैरव प्रसाद उप कमाडेंट, अजय त्यागी सहायक कमांडेंट, मुकेश कुमार सिंह सहायक कमांडेंट, चंद्रप्रकाश तिवारी सहायक कमांडेंट, रवि चंदर सहायक कमांडेंट,राकेश कुमार शर्मा सहायक कमांडेंट की देखरेख में अति-संवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सीआरपीएफ गुरुकुल का संचालन किया जा रहा है.
सुकमा। सुकमा जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। इसी विरासत का अनमोल रत्न है ‘दुड़मा वाटरफॉल,’ जो अब न केवल स्थानीय लोगों के बीच बल्कि राज्यभर के पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बन गया है। प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर यह जलप्रपात जिला मुख्यालय सुकमा से लगभग 28 किलोमीटर दूर छिंदगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत चिपुरपाल में स्थित है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए किए जा रहे प्रयासों का यह एक बेहतरीन उदाहरण है। सरकार और जिला प्रशासन की पहल से दुड़मा वाटरफॉल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। यहाँ तक पहुँचने के लिए पक्की सड़क, मिनी गार्डन, दुकानों, पेयजल, शौचालय और बैठने की व्यवस्था जैसी सुविधाएं पर्यटकों के लिए उपलब्ध कराई गई हैं। दुड़मा वाटरफॉल की प्राकृतिक सुंदरता सोशल मीडिया पर भी वायरल है। वीडियो मेकर्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स ने इस स्थल की मनमोहक तस्वीरों और वीडियो को साझा कर इसे और भी लोकप्रिय बना दिया है। दुड़मा में पिकनिक मनाने पहुंचे मडियम सोड़ी ने कहा, मैंने इस जगह की खूबसूरती के बारे में सुना था, लेकिन यहाँ आकर इसकी प्राकृतिक छटा को देखकर मन प्रसन्न हो गया। यह जगह परिवार के साथ समय बिताने के लिए शानदार है। वहीं, दंतेवाड़ा जिले से आए मनसा बघेल ने बताया, मुझे दुड़मा की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से मिली। मैंने अपने दोस्तों को यहाँ चलने के लिए कहा और हम सभी ने यहाँ आकर खूब आनंद लिया। दुड़मा वाटरफॉल के चारों ओर का हरा-भरा जंगल और ठंडी हवाएं इसे और भी खास बनाती हैं। यहाँ की शांतिपूर्ण और सुरम्य वातावरण पर्यटकों को एक अद्भुत अनुभव प्रदान करता है। यह जलप्रपात हर उम्र के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है, चाहे वह प्रकृति प्रेमी हों या एडवेंचर के शौकीन। दुड़मा वाटरफॉल को बेहतर बनाने के लिए जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यहाँ आने वाले पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मूलभूत ढांचे को और मजबूत किया गया है। इसके अलावा, पर्यटन विभाग भविष्य में और अधिक सुविधाओं को जोड़ने की योजना बना रहा है। छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक संपदा में दुड़मा वाटरफॉल ने एक नई पहचान बनाई है। यह स्थल न केवल राज्य के पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि स्थानीय लोगों के रोजगार और आजीविका का भी साधन बन रहा है। पर्यटकों के उत्साह और सरकार की पहल से यह स्पष्ट है कि दुड़मा वाटरफॉल छत्तीसगढ़ के पर्यटन मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थल बन चुका है।
रायपुर, सुकमा जिले के सभी विकासखण्डों में विशेषकर पहुँचविहीन जनजातीय गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने के लिए विशेष हेल्थ कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। इन कैम्पों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के आखिरी व्यक्ति तक स्वास्थ्य योजनाओं और सेवाओं को पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है। ये हेल्थ कैम्प कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन में लगाए जा रहे हैं।
सुकमा। जिले के पूवर्ती गांव में स्थित नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी सदस्य माड़वी हिड़मा और बटालियन नंबर-1 के कमांडर देवा बारसे का घर टूट गया है। सूत्रों का कहना है कि, जब से यहां कैंप खुला है, तो हिड़मा अपनी मां को लेकर चला गया है। घर खंडहर बन गया है। पड़ोसी गांव वाले आए और उन्होंने तोड़ दिया। यहां से कुछ ही दूरी पर सुरक्षाबलों का कैंप है। अब सवाल है कि ये घर किसने तोड़ा है ? क्या ये घर ग्रामीणों ने तोड़ा है? घर को तुड़वाने में क्या पुलिस की भूमिका है? क्या ये घर वाकई नक्सलियों ने ही तोड़ा है? फिलहाल इन पूरे सवालों के जवाब पर अभी संशय बना हुआ है। इसी साल पूवर्ती गांव में सुरक्षाबलों का कैंप खुला है। जिस दिन कैंप खुला उस दिन हिड़मा की मां अपने घर में ही थी। SP किरण चव्हाण ने हिड़मा की मां से मुलाकात की थी। जैसे-जैसे दिन गुजरता गया और फोर्स ने इस गांव में अपनी पैठ बनानी शुरू कर दी तो हिड़मा की मां भी गांव से कहीं चली गई।
सुकमा। जिले में 22 नवंबर की सुबह जवानों ने 10 माओवादियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। इस सफलता के बाद जवान जब कोंटा पहुंचे तो जमकर थिरके। 'आदिवासी जंगल का रखवाला रे' गाने पर जवानों के डांस का वीडियो भी सामने आया है। जिसमें हाथों में AK-47, SLR जैसे हथियार पकड़कर जवान डांस करते दिख रहे हैं। दरअसल, जवानों ने कोंटा और किस्टाराम एरिया कमेटी के 10 माओवादियों को उनके ठिकाने में घुसकर मारा है। मौके से AK-47, SLR और इंसास जैसे हथियार बरामद किए हैं। अच्छी बात रही कि दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में जवानों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। नक्सलियों के ठिकाने में घुसकर मिली इस कामयाबी का अब जश्न मनाया जा रहा है। वहीं 15 से 19 नवंबर तक कांकेर में भी जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ 4 दिनों का ऑपरेशन लॉन्च किया था। जिसमें 5 माओवादियों को मार गिराया गया था। जब जवान लौटे तो शेरों के शेर यारों गाने में जमकर डांस किया था। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था।
सुकमा। रविवार सुबह सुकमा जिले के साप्ताहिक बाजार में ड्यूटी कर रहे दो जवानों पर नक्सलियों ने हमला किया। हमले से दोनों जवान घायल हो गए। घायल जवानों को तुरंत एयरलिफ्ट किया गया। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों जवानों के हथियार इंसास राइफल को नक्सलियों ने लूट भाग गए। साप्ताहिक बाजार में हुए नक्सली हमले की एसपी किरण चौहान ने पुष्टि की। नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण हर साप्ताहिक बाजार में जवानों को ड्यूटी के लिए साप्ताहिक बाजार में लगाया जाता है। मौका पाकर नक्सलियों ने धारदार हथियार से साप्ताहिक बाजार में ड्यूटी कर रहे जवानों पर हमला किया। जवानों को घायल होने के बाद नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए ले जाया गया। एक जवान की हालत गंभीर है। यह घटना सुबह 9 की बताई जा रही है। घायल जवानों के नाम करतम देव, सोढ़ी कन्ना है। इस घटना के बाद नक्सली की तलाश के लिए क्षेत्र में सर्चिंग ऑपरेशन जारी है।
आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल भारत की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा, जहां भारतीय निशानेबाज अखिल श्योराण ने बुधवार, 16 अक्टूबर को पदक जीता। अखिल ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में कांस्य पदक जीता। इस प्रकार, यह पदक अखिल के लिए निराशाओं से भरे साल में राहत लेकर आया है।
एमसीबी। सर्वसाधारण आज जनता को कार्यालय नगर पालिक निगम चिरमिरी जिला-मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर छत्तीसगढ़ क्षेत्रांर्तगत नवीन शासकीय उचित मूल्य दुकानों के संचालन हेतु कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व चिरमिरी के आदेश द्वारा दिनांक 27 अगस्त 2024 को सूचना प्रकाशित किया गया था उक्त प्रकाशिता सूचना को अपरिहार्य कारणों से निरस्त किया जाता है एवं नवीन वार्ड वार सूची अनुसार शासकीय उचित मूल्य दुकानों के आबंटन हेतु पुनः संशोधित विज्ञप्ति जारी किया जाता है। जो इस प्रकार हैं जिसमें वार्ड का नाम तथा वार्डों में कार्ड की संख्या दी हुई है। अब्दुल हमीद वार्ड क्र.02, 548, गंगाधर तिलक वार्ड क्र. 06, 508, महात्मा गांधी वार्ड क्र. 09, 461, संत रामकृष्ण वार्ड क्र. 15, 442, संत कबीरदास वार्ड क्र. 18, 254, डॉ. अम्बेडकर वार्ड क्र. 22, 222, विवेकानंद वार्ड क्र. 24, 285, संत कालिदास वार्ड क्र. 27, 420, महाराणा प्रताप वार्ड क्र. 29, 560, शास्त्री वार्ड क्र. 31, 379, अहिल्या बाई वार्ड क्र. 34, 484, राजीव गांधी वार्ड क्र. 36, 200, सरोजिनी नायडू वार्ड क्र. 38, 266, भगत सिंह वार्ड क्र. 40, 479 तथा मौलाना आजाद वार्ड क्र. 04 458 वार्ड शामिल है।
अंबिकापुर। एकीकृत बाल विकास परियोजना अम्बिकापुर (शहरी) के परियोजना अधिकारी ने बताया कि बाल विकास परियोजना के अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों में आंगनबाड़ी सहायिका के 03 रिक्त पदों पर खुली भर्ती के माध्यम से नियुक्ति हेतु आवेदन पत्र 30 अक्टूबर 2024 तक आमंत्रित किये गये हैं। जिसकी सूची एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय एवं आयुक्त नगर पालिका निगम अम्बिकापुर के नोटिस बोर्ड में चस्पा कर दी गई है। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी सहायिका के रिक्त पदों की भर्ती संत मदर टेरेसा वार्ड क्रमांक 04 मुक्तिपारा आंगनबाड़ी केंन्द्र, गौरी पारा वार्ड क्रमांक 28 बंगालीपारा-02 में एवं अग्रसेन वार्ड क्रमांक 37 बण्ड बहरा में होगी। उन्होंने बताया कि उक्त पदों पर केवल महिला ही आवेदन कर सकती हैं। वे अपना आवेदन पत्र बाल विकास परियोजना कार्यालय अम्बिकापुर (शहरी) में कार्य दिवस पर कार्यालयीन समय पर जमा अथवा पंजीकृत डाक द्वारा निर्धारित अवधि तक भेज सकते हैं। नियुक्ति की विस्तृत शर्तें एवं अहर्ताओं के सम्बन्ध में परियोजना कार्यालय, नगर पालिका निगम अम्बिकापुर कार्यालय के सूचना पटल पर देखी जा सकती हैं।
सुकमा। गुरुवार सुबह जिला सुकमा के थाना चिंतागुफा क्षेत्रान्तर्गत चिंतावागू नदी किनारे सुरक्षा बलों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ स्थल पर अस्थाई कैम्प को ध्वस्त कर भारी मात्रा में नक्सल डम्प सामान एवं विस्फोटक सामान को बरामद किया गया। सभी जवान सुरक्षित हैं। बुधवार को सुरक्षा बलों की संयुक्त पार्टी ग्राम बोटेलंका, एरनपल्ली व आस-पास क्षेत्र की ओर नक्सल विरोधी अभियान हेतु रवाना हुई थी। अभियान के दौरान नक्सलियों के पीएलजीएल बटालियन एवं किस्टाराम एरिया कमेटी के सदस्यों से चिंतावागू नदी के किनारे सुबह से रूक-रूक कर मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ स्थल से अस्थाई कैम्प को ध्वस्त कर भारी मात्रा में नक्सलियों के डम्प सामाग्रियों एवं विस्फोटक सामान को बरामद किया गया। मुठभेड़ में जिला बल, डीआरजी, बस्तर फाईटर , 206 कोबरा वाहिनी, 208 कोबरा वाहिनी, 204 कोबरा वाहिनी एवं 203 कोबरा वाहिनी की संयुक्त टीम शामिल रही। इलाके में सर्चिंग जारी है एवं सभी जवान सुरक्षित हैं।
सुकमा। माओवाद को खत्म करने के लिए जवान लगातार जंगलों में घूम रहे हैं और लगातार सफलता भी मिल रही है। वहीं माओवादी लगातार मिल रहे नुकसान से बौखलाए हुए हैं और हमेशा ये रणनीति बनाने के की फिराक में रहते हैं कि जवानों को कैसे नुकसान पहुंचाया जाए। कुछ जगहों पर नक्सली ये कोशिश कर रहे हैं कि जवानों के साथ मुठभेड़ हो सके या जवानों को नुकसान पहुंच सके। लेकिन इसके बाद भी वो सफल नहीं हो पा रहे हैं। इसी बीच एक बार फिर नक्सली और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में कई नक्सलियों को गोली लगने की खबर है। जानकारी के अनुसार, मुठभेड़ बोत्तलंका इरापल्ली के घोर नक्सल इलाके में हुई है। बताया जा रहा है कि बोत्तलंका इरापल्ली में जवानों का ऑपरेशन जारी। लगातार नक्सलियों पर फायरिंग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि दोनों ओर से लगातार गोलबारी जारी है। एसपी लगातार जवानों के सम्पर्क में बनाए हुए।
सुकमा। जिले में नक्सलियों के बटालियन नंबर 1 को विस्फोटक सामान उपलब्ध कराने वाले 2 सप्लायर्स को सुकमा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नक्सलियों के पीएलजीए बटालियन के शहरी सप्लाई नेटवर्क की हूमन इंट एवं टेक्निकल इंट मिलने पर 25 सितम्बर को थाना सुकमा से जिलाबल की पार्टी देवी चौक पटनमपारा सुकमा की ओर रवाना हुए थे। अभियान के दौरान सूचना मिलने पर मकान की घेराबंदी कर 2 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर अपना नाम मंतोष मण्डल सुकमा व एस. नार्गाजुन सुकमा का होना बताया गया।
सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हेड-कॉन्स्टेबल समेत पूरे परिवार की हत्या से अभी भी पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। अब इस हत्याकांड के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने इस घटना के मामले में 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि गिरफ़्तार आरोपियों में एक महिला भी शामिल हैं। पुलिस ने अब सभी आरोपियों को गिरफ्तार पूछताछ कर रही है। जानकारी के अनुसार, रविवार शाम को हेड-कॉन्स्टेबल समेत पूरे परिवार को जादू-टोने के शक में मार दिया गया। गांव वालों ने परिवार के 5 लोगों की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर की हत्या कर दी। पुलिस ने 17 आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस सभी को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा हैं। घटना कोंटा के मुरलीगुड़ा कैंप के नजदीक इटकल गांव की है। इस गांव के ही रहने वाले कुछ लोगों को शक था कि इन लोगों ने इनके परिवार के ऊपर जादू-टोना किया है। जिसके बाद गांव वालों ने पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद आसपास इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने इस घटना का बड़ा खुलासा करते हुए कल 17 लोगों को गिरफ्तार कर ली है।
चिरायु टीम दूरस्थ अंचल के बच्चों तक पहुंचा रही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं
अम्बिकापुर,समग्र शिक्षा प्रारंभिक के जिला मिशन समन्वयक ने बताया कि समग्र शिक्षा प्रारंभिक सरगुजा के अंतर्गत समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों के देख-रेख के कार्य के लिए प्रति विकासखंड स्त्रोत केंद्र में एक आया,हेल्पर एवं अटेंडेंट के सृजित पद पर चयन हेतु कार्यालय को प्राप्त आवेदनों का परीक्षण उपरांत पात्र, अपात्र एवं निरस्त की सूची जिला एनआईसी के वेबसाइट https://surguja.gov.in/ एवं कार्यालय के सूचना पट पर प्रदर्शित की गई है। उन्होंने कहा है कि इसके सम्बन्ध में यदि किसी आवेदक या आवेदिका को आपत्ति हो तो 06 सितम्बर 2024 तक अपनी आपत्ति समाधान कारक दस्तावेज सहित कार्यालय में उचित माध्यम से प्रस्तुत कर सकता है।
खार्तूम. सूडान में जून से जारी बरसात के मौसम में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 114 लोगों की मौत हो गई है। सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
मंत्रालय के शरदकालीन आपातकालीन कक्ष ने एक बयान में कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़कर 114 हो गई है जबकि 281 लोग घायल बताए गए हैं। दस राज्य प्रभावित हुए हैं जिससे 27,278 परिवार और 110,278 व्यक्ति प्रभावित हुए हैं।
मंत्रालय ने 10 अगस्त को जून और जुलाई के दौरान नौ राज्यों में बाढ़ और बारिश से 53 लोगों की मौत और 208 लोगों के घायल होने की सूचना दी।
सूडान में बाढ़ एक आवर्ती समस्या है जो आमतौर पर जून और अक्टूबर के बीच होती है। हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण जान-माल का काफी नुकसान हुआ है और कृषि भूमि को भी नुकसान पहुंचा है। इस साल के बरसात के मौसम ने सूडान में मानवीय संकट को और बढ़ा दिया है जो पहले से ही सूडानी सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच एक घातक संघर्ष से जूझ रहा है।
15 अप्रैल 2023 से जारी संघर्ष ने सूडान के भीतर लाखों लोगों को विस्थापित कर दिया है और सैकड़ों हज़ारों लोगों को पड़ोसी देशों में भागने के लिए मजबूर किया है।
नवीनतम संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार सूडान के भीतर लगभग एक करोड़ सात लाख लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हैं जिनमें से लगभग 22 लाख लोग विदेश में शरण ले रहे हैं।
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