बिलासपुर। बिलासपुर में एक बस सामने से आ रही ट्रक से टकरा गई। तखतपुर में पथरिया मोड़ के पास हुए हादसे में 20 लोग हो गए। घटना रविवार सुबह 9 बजे की है। घायलों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद बिलासपुर रेफर कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, यात्री बस (क्रमांक CG10G0323) मुंगेली से बिलासपुर की ओर जा रही थी। दूसरे साइड से ट्रक आ रही थी। मोड़ के पास दोनों गाड़ियों की रफ्तार काफी तेज थी और टक्कर हो गई। फिलहाल घायलों का इलाज जारी है। इसमें महिला और बच्चे भी शामिल है।
बिलासपुर। पाकिस्तान का साथ देने के बाद छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के कारोबारियों ने भी तुर्किये के सेब और संगमरमर के बहिष्कार का फैसला लिया है। बिलासपुर के फल मंडी और फल विक्रेता संघ ने तुर्किये का विरोध करते हुए वहां के सेब नहीं बेचने का निर्णय लिया है। छत्तीसगढ़ में वर्तमान में सालाना 25 करोड़ रुपए से अधिक का सेब आता है। लेकिन अब व्यापारी तुर्किये से सेब नहीं मंगवाएंगे। पहलगाम हमले के बाद भारत के ''ऑपरेशन सिंदूर'' के खिलाफ तुर्किये ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया। इससे व्यापारियों को भारी निराशा हुई। यही वजह है कि देश भर में तुर्किये के सेब फल के साथ ही वहां से आने वाले संगमरमर का विरोध शुरू हो गया है। व्यापारियों का कहना है कि तुर्किये का भारत को लेकर हालिया राजनीतिक रुख स्वीकार नहीं किया जाएगा। हमने वर्षों तक इस देश के व्यापार का समर्थन किया। लेकिन इसने हमारी राष्ट्रीय भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है।
बिलासपुर। कोल इंडिया लिमिटेड की हाई पावर कमेटी / जॉइंट कमेटी ने दिनांक 07 मई 2025 को एसईसीएल का दौरा किया। इस दौरान कमेटी की द्वितीय बैठक का आयोजन साऊथ ईस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के गेवरा क्षेत्र में किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रबंधन पक्ष से केशव राव, निदेशक (एचआर), एमसीएल (वीसी माध्यम से), मनीष कुमार, निदेशक (एचआर), एनसीएल, मो. अंजार आलम, निदेशक (वित्त), ईसीएल, तथा चन्द्र शेखर तिवारी, निदेशक तकनीकी (संचालन), सीसीएल की उपस्थिति रही वहीं, श्रमिक संघों का प्रतिनिधित्व करते हुए रंजन बेहरा (बीएमएस), शिव कान्त पांडे (एचएमएस), नरेश मण्डल (एटक), एवं मानस चटर्जी (सीटू) बैठक में शामिल हुए। बैठक के दौरान ठेकेदारी श्रमिकों को प्रदान की जा रही सुविधाओं, विधिक अनुपालनों, और उनके कल्याण हेतु किए जा रहे प्रयासों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई। सभी सदस्यों ने बैठक में अपने विचार साझा करते हुए प्रबंधन और श्रम संगठनों की ओर से संविदा कर्मियों के हितों का ध्यान रखने एवं उन्हें उचित सुविधाएं सुनिश्चित करने पर बल दिया गया।
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा आज सुशासन तिहार के अंतर्गत बोदरी नगर पालिका परिषद में आयोजित समाधान शिविर में शामिल हुए। बड़ी संख्या में लोगों ने शिविर में शामिल होकर अपने आवेदन के निराकरण की जानकारी ली। उन्हें केंद्र और राज्य शासन की विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं के तहत लाभान्वित किया गया। शिविर को संबोधित करते हुए राजस्व मंत्री ने कहा कि संवाद से समाधान तक शिविर के उद्देश्य से आयोजित शिविर में जनता की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।
बिलासपुर । छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में 10 मई से 8 जून तक समर वेकेशन घोषित कर दिया है। हालांकि इस छुट्टी के दौरान केवल जरूरी मामलों की सुनवाई के लिए वेकेशन जज की व्यवस्था की गई है। अलग-अलग दिनों में केस की सुनवाई करेंगे। हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ज्यूडिशियल ने ग्रीष्मकालीन अवकाश की अधिसूचना जारी कर दी है। 9 जून सोमवार से हाईकोर्ट खुलेगा और सामान्य दिनों की तरह कामकाज शुरू होगा। अधिसूचना के मुताबिक हाईकोर्ट में 12 मई से समर वेकेशन शुरू होगा। लेकिन 10 मई को शनिवार अवकाश रहेगा। लिहाजा, 9 मई को लास्ट वर्किंग डेट रहेगा। हालांकि, समर वेकेशन के दौरान रजिस्ट्री विभाग खुले रहेंगे और नई याचिकाएं दायर की जा सकेंगी। ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान केस की सुनवाई के अलावा दूसरे कामकाज जारी रहेंगे। जिसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है। इसके तहत सभी सिविल, आपराधिक और रिट मामले दायर किए जाएंगे।
स्कूल शिक्षा विभाग के फैसले पर जताई नाराजगी, जारी किया अवमानना का नोटिस
बिलासपुर। व्याख्याता से प्राचार्य पदोन्नति पर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है। राज्य शासन ने बुधवार को प्राचार्य प्रमोशन की सूची जारी की थी। स्कूल शिक्षा विभाग के फैसले पर हाईकोर्ट ने सख्त नाराजगी जताते हुए अवमानना का नोटिस भी जारी कर दिया है। इस मामले में अब 7 मई को अगली सुनवाई होगी। मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा व जस्टिस अरविंद वर्मा की डिवीजन बेंच में हुई।
प्राचार्य पदोन्नति को लेकर बिलासपुर हाईकोर्ट में शिक्षकों व शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों ने अलग-अलग याचिका लगाई है। सभी याचिकाओं की कोर्ट में अलग-अलग सुनवाई चल रही है। पिछली सुनवाई के दौरान अतिरिक्त महाधिवक्ता द्वारा दी गई जानकारी के बाद चीफ जस्टिस ने इस तरह की सभी याचिकाओं को एक साथ क्लब कर सुनवाई करने का निर्देश दिया। मामले में गुरुवार को सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं के अधिवक्ताओं ने कोर्ट को बताया कि बीते सुनवाई के दौरान राज्य शासन की ओर से अंडरटेकिंग दिया गया था। राज्य शासन ने अपने ही अंडरटेकिंग का उल्लंघन कर दिया है। बुधवार को ही राज्य शासन ने प्राचार्यों की पदोन्नति सूची जारी की थी, जिसमें ई संवर्ग के 1524 एवं टी संवर्ग के 1401 शिक्षकों कुल 2925 शिक्षकों की सूची जारी की गई थी।
प्राचार्य पदोन्नति को लेकर दायर अखिलेश त्रिपाठी की याचिका में डिवीजन बेंच में सुनवाई हुई। इस याचिका में प्राचार्य पदोन्नति फोरम द्वारा हस्तक्षेप याचिका लगाई गई है। सुनवाई के दौरान राज्य शासन की ओर से पैरवी कर रहे अतिरिक्त महाअधिवक्ता ने डिवीजन बेंच को जानकारी दी कि भर्ती पदोन्नति नियम 2019 के विरुद्ध हाईकोर्ट के अन्य बेंच में भी याचिका लंबित है। अतिरिक्त महाधिवक्ता ने अलग-अलग बेंच में सुनवाई हो रही सभी याचिका को क्लब कर एक साथ सुनवाई करने का अनुरोध किया, जिस पर चीफ जस्टिस ने सभी याचिकाओं को एक साथ क्लब करने का निर्देश दिया।
आज ही चीफ जस्टिस की बेंच में 24 वे नंबर पर फ्रेश मैटर भर्ती पदोन्नति नियम 2019 को लेकर पुरुषोत्तम सिंह यदु की याचिका लगी हुई थी। सुनवाई के दौरान अतिरिक्त महाधिवक्ता ने बताया कि डीबी में आपके द्वारा प्राचार्य पदोन्नति को लेकर दायर सभी याचिकाओं की एक साथ सुनवाई का आदेश जारी किया गया है, जिसके बाद चीफ जस्टिस ने सभी याचिकाओं की एक साथ सुनवाई करने की व्यवस्था दी है। इसी के तहत आज मामले की सुनवाई हुई, जिसमें कोर्ट की नाराजगी कुछ इस तरह सामने आई है।
भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली सिरप की गई बरामद
बिलासपुर। सिविल लाइन पुलिस ने शातिर आदतन अपराधी शहबाज उर्फ शीबू खान को 3 नग पिस्टल, 26 जिंदा कारतूस और 7 खाली खोखा के साथ गिरफ्तार किया है। इसके अलावा पुलिस ने उसके कब्जे से 30 नग प्रतिबंधित कफ सिरप भी बरामद की है। आरोपी के खिलाफ आर्म्स और NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज कर पूछताछ की जा रही है।
बता दें कि सिविल लाइन पुलिस को बीते दिनों मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक सफेद रंग की वाहन से अवैध सामग्री का परिवहन हो रहा है। सूचना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल घेराबंदी कर वाहन को रोका और तलाशी लेने पर भारी मात्रा में 30 नग Rx कोडिन युक्त ONEREX कफ सिरप 3 नग पिस्टल, 26 नग जीवित कारतूस और 7 नग खाली खोखे बरामद किए है। इसके साथ ही पुलिस ने परिवहन मेंउपयोग की जा रही एक सफेद रंग की टाटा स्टॉर्म वाहन (सीजी-10 AE-7361) भी जब्त की है।
मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ NDPS एक्ट की धारा 21(C) और आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले भी शीबू खान हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के मामलों में गिरफ्तार हो चुका है। उसके खिलाफ बिलासपुर और जांजगीर में 7 से ज्यादा मामले दर्ज है। फिलहाल, पुलिस आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है, कि वह ये हथियार कहां से लेकर आया था और किसे सप्लाई करने वाला था।
बिलासपुर। हिंदू संगठनों का आज जमकर आक्रोश देखने को मिला। हिंदू संगठनों ने सिविल लाइन थाने का घेराव कर दिया। प्रदर्शनकारी इस दौरान करीब एक घंटे तक थाने के मेन गेट को घेरकर प्रदर्शन और नारेबाजी करते रहे। बताया जा रहा है, धर्मांतरण का विरोध करने पर हिन्दू संगठन से जुड़े रामसिंह पर पुलिस ने FIR दर्ज किया है। आपको बता दें कि बीते दिनों राजेंद्र नगर चौक के पास प्रार्थना सभा के आड़ में धर्मांतरण की सूचना मिलने पर हिन्दू संगठन ने मौके पर दबिश देकर इसका विरोध किया था। जिसके बाद पुलिस ने धर्मांतरण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इसी मामले में कुछ दिन पहले दूसरे पक्ष के शिकायत पर पुलिस ने हिंदू संगठन से जुड़े रामसिंह ठाकुर पर भी FIR दर्ज कर लिया। इसी के विरोध में रामसिंह सहित हिन्दू संगठन से जुड़े लोग आज खुद अपनी गिरफ्तारी देने सिविल लाइन थाने पहुंच गए। इसके अलावा यहां पर रामसिंह के साथ सभी हिंदुओं को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा मचाया और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि, धर्मांतरण का विरोध करने पर उनके खिलाफ पुलिस जबरिया कार्रवाई कर रही है, जबकि पुलिस के साथ उन्होंने धर्मांतरण के इस मामले का पर्दाफाश किया था। लिहाजा पुलिस रामसिंह के साथ सभी हिंदुओं को गिरफ्तार कर ल।
बिलासपुर । गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय (GGU) के एनएसएस कैंप में जबरन नमाज पढ़वाने के मामले में अब बड़ी कार्रवाई की गई है। बिलासपुर एसएसपी रजनेश सिंह ने खुद कोनी थाना पहुंचकर इस मामले की जांच रिपोर्ट का अवलोकन किया और तत्काल सख्त कदम उठाते हुए एनएसएस प्रभारी प्रो. दिलीप झा सहित अन्य कार्यक्रम अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। गौरतलब है कि 26 मार्च से 1 अप्रैल 2025 तक चले एनएसएस कैंप में कुल 159 छात्रों ने भाग लिया था, जिनमें से केवल 4 छात्र मुस्लिम समुदाय से थे। आरोप है कि 30 मार्च को ईद के दिन छात्रों से जबरन नमाज पढ़वाई गई थी। इस घटना के विरोध में एबीवीपी और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में जोरदार प्रदर्शन भी किया था। इस मामले में पहले ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए एनएसएस समन्वयक दिलीप झा को पद से हटाकर उनके स्थान पर प्रोफेसर राजेंद्र कुमार मेहता को नियुक्त कर दिया था और 12 कार्यक्रम अधिकारियों को भी पद से हटा दिया गया था। अब पुलिस भी इस मामले में सक्रिय हो गई है और आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
बिलासपुर। आग लगने की दो अलग- अलग घटनाएं सामने आई हैं। जिसमें व्यापारियों को बड़ा नुकसान हुआ है। पहली घटना व्यापार विहार की है। जहां सुबह भावेश ट्रेडर्स एंड इंड्रस्ट्रीज के ड्रायफ्रूट की दुकान व गोदाम में भीषण आग लग गई। तेजी से फैली आग ने पूरे दुकान और गोदाम को अपने चपेट में ले लिया। दमकल की मदद से कड़े मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया है। घटना में शॉर्ट सर्किट से आग लगने और लाखों के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं दूसरी घटना महाराणा प्रताप चौक क्षेत्र की है। जहां दोपहर को प्लेटिनम बार में आग लगने की सूचना सामने आई। यहां बार के बाहर में बने बड़े शेड में भीषण आग लग गई। जिससे बार का शेड जलकर खाक हो गया। दमकल की टीम ने मशक्कत कर आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है बार के शेड के बगल में कचरा जलाने के कारण यहां आग फैली। घटना में लाखों के नुकसान की बात कही जा रही है।
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में त्योहारी सीजन के दौरान सड़कों और उनके किनारों पर बेतरतीब तरीके से लगाए जा रहे पंडाल और स्वागत द्वारों को लेकर दायर जनहित याचिका पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा और न्यायमूर्ति अरविंद कुमार वर्मा की युगलपीठ ने इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव और रायपुर नगर निगम के कमिश्नर से शपथ पत्र मांगा है। इस मामले की अगली सुनवाई 16 जून को निर्धारित की गई है। छत्तीसगढ़ शासन गृह (पुलिस) विभाग मंत्रालय ने 22 अप्रैल 2022 को सभी कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के नाम से जारी आदेश में कहा है कि पूर्व में विविध, निजी, सार्वजनिक, धार्मिक, राजनीतिक, अन्य संगठनों अथवा संस्थाओं के द्वारा विभिन्न
आयोजनों यथा धरना, जुलूस, रैली, प्रदर्शन, भूख हड़ताल, सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक आदि आयोजनों, जिसमें भीड़ आती हो, उसके लिए अनुमति ली जाती थी, लेकिन विभिन्न संस्थाओं, संगठनों के द्वारा उपरोक्त आयोजन अब जिला प्रशासन की पूर्व अनुमति प्राप्त किए बिना ही आयोजित किया जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में एक ओर आम नागरिक के दैनिक कार्यों में बाधा पहुंचती है एवं व्यवसायिक गतिविधियां भी प्रभावित होती है वहीं दूसरी ओर कानून व्यवस्था बिगड़ जाने की प्रबल संभावना रहती है। इसलिए शासन ने अनुमति लेना अनिवार्य कर अनुमति की शर्तें निर्धारित की थी। बता दें कि इस याचिका को राज्य की राजधानी रायपुर निवासी नितिन सिंघवी ने दायर किया है।
उन्होंने कोर्ट को बताया कि वर्ष 2022 से 2024 तक राजधानी रायपुर में गणेशोत्सव और दुर्गा पूजा के दौरान ना तो जिला प्रशासन और ना ही नगर निगम के किसी जोन द्वारा किसी भी पंडाल के लिए सड़क पर या सड़क किनारे लगाने की अनुमति दी गई, इसके बावजूद सैकड़ों पंडाल सड़कों पर लगे रहे। याचिका में इसके समर्थन में 100 से अधिक फोटोग्राफ भी कोर्ट में पेश किए गए। याचिकाकर्ता सिंघवी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के गठन के समय प्रदेश में एक लाख से भी कम वाहन थे, जो अब 80 लाख के करीब पहुंच चुके हैं। राजधानी की कुछ ही सड़कें चौड़ी की गई हैं, लेकिन पार्किंग की समस्या के कारण बाकी सड़कें बेहद सकरी हो चुकी हैं। लोगों के पास दुकानों और घरों में वाहन खड़े करने की भी जगह नहीं है, जिससे सड़कों पर वाहन खड़े करना मजबूरी बन गया है। ऐसे में जब पंडाल और स्वागत द्वार भी सड़कों पर लगाए जाते हैं, तो यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाती है। सिंघवी ने यह भी सुझाव दिया कि भविष्य में किसी भी धार्मिक या
सामाजिक आयोजन के पंडाल और स्वागत द्वार केवल खुले मैदानों या निर्धारित सार्वजनिक स्थलों पर ही लगाए जाने की अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि राजधानी रायपुर की सड़कों की वर्तमान स्थिति इतने भारी यातायात और पंडाल के संयुक्त दबाव को झेल पाने में सक्षम नहीं है। सुनवाई के दौरान उच्च न्यायालय की युगलपीठ ने राज्य सरकार के रवैये पर नाराजगी जाहिर की और राज्य के मुख्य सचिव एवं रायपुर नगर निगम आयुक्त से इस पूरे मामले में शपथ पत्र के माध्यम से जवाब मांगा है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यदि सार्वजनिक स्थानों पर अतिक्रमण कर पंडाल लगाए जा रहे हैं और ट्रैफिक बाधित हो रहा है, तो यह गंभीर चिंता का विषय है। राज्य शासन की ओर से कोर्ट को जानकारी दी गई कि सभी कार्रवाईयां नगर निगम के स्तर पर होती हैं। कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 16 जून 2025 को निर्धारित की है।
फर्जी डॉक्टर और अपोलो प्रबंधन के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर
बिलासपुर। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ल की मौत के मामले अपोलो के फर्जी डॉक्टर और अपोलो प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। फर्जी डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य यादव ने स्व. राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल का आॅपरेशन किया था। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ल की मौत के मामले अपोलो के फर्जी डॉक्टर और अपोलो प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। फर्जी डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य यादव ने स्व. राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल का आॅपरेशन किया था। आॅपरेशन के 20 दिन बाद उनकी मौत हो गई थी। सरकंडा थाना में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में 2006 में हुई छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पं. राजेन्द्र शुक्ल की मौत के मामले में फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नरेंद्र विक्रमादित्य यादव उर्फ नरेंद्र जान केम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि आरोपी डॉक्टर ने फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी कर इलाज किया, और लापरवाही से मौत का कारण बना। स्व राजेंद्र प्रसाद शुक्ल के बेटे प्रदीप शुक्ल ने सरकंडा थाने में शिकायत दर्ज कराई, इसके बाद मामला दर्ज किया गया। आरोप है कि बिना दस्तावेज सत्यापन के अस्पताल प्रबंधन ने फर्जी डॉक्टर को भर्ती कर इलाज का मौका दिया, जिससे गंभीर लापरवाही हुई और मरीज की जान चली गई। पुलिस अब प्रबंधन की भूमिका की भी जांच कर रही है। गौरतलब है कि जांच में आरोपी डॉक्टर के नाम, जन्मतिथि और पिता का नाम तक अलग-अलग पाए गए हैं। आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी पहले ही मध्यप्रदेश के दमोह से हो चुकी है। इस मामले में अपोलो प्रबंधन को भी आरोपी बनाया गया है।
बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा यात्रियों की सुविधा, ट्रेनों की समयबद्धता तथा परिचालन क्षमता में वृद्धि हेतु बिलासपुर - झारसुगुड़ा रेल खंड पर चौथी रेल लाइन के अंतर्गत कोतरलिया स्टेशन पर 11 अप्रैल से 24 अप्रैल 2025 तक नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य प्रगति पर है। यह कार्य लगभग 2100 करोड़ रुपये की लागत से की जा रही, बिलासपुर - झारसुगुड़ा 206 किलोमीटर लंबी चौथी रेल लाइन परियोजना का हिस्सा है। इस परियोजना के अंतर्गत कोतरलिया स्टेशन का व्यापक मॉडिफिकेशन किया जा रहा है, जिसमें एक अतिरिक्त प्लेटफॉर्म का निर्माण, एडवांस इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली की स्थापना, सिग्नलिंग और ट्रैक कनेक्टिविटी का सुदृढ़ीकरण शामिल है। इससे स्टेशन पर ट्रेनों की आवाजाही अधिक तेज, संरक्षित और सुगम हो सकेगी। इस कार्य में लगभग 500 से अधिक रेलवे अधिकारी, इंजीनियर और श्रमिक दिन-रात 24x7 आधुनिक मशीनों के सहयोग से जुटे हुए हैं, ताकि कार्य समयसीमा के भीतर पूर्ण किया जा सके। इस कार्य के पूर्ण होने के बाद ट्रेनों की गति और समयपालन में सुधार होगा, लाइन की क्षमता भी बढ़ेगी और इस सेक्शन में रेल परिचालन में गतिशीलता वृद्धि होगी। यह परियोजना इस अंचल के यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराएगी और व्यापार, उद्योग और परिवहन के क्षेत्र में नया आयाम जोड़ेगी। विशेष रूप से कोरबा, रायगढ़, चांपा, झारसुगुड़ा जैसे औद्योगिक शहरों से जुड़ने वाली इस रेल लाइन की चौथी लाइन शुरू होने से यात्रियों और व्यापार को फायदा मिलेगा। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे हमेशा से यात्रियों की सुविधा, संरक्षा और संरचना के आधुनिकीकरण को प्राथमिकता देता है। यह परियोजना उसी दिशा में एक बड़ा कदम है, जो न केवल तकनीकी उन्नयन को दर्शाता है बल्कि भविष्य के लिए एक मजबूत रेल नेटवर्क की नींव भी रखता है।
गौरेला में सीमांकन के लिए मांगे रुपए, दूसरा आरआई फरार, भागते हुए वीडियो सामने आया
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। छत्तीसगढ़ के गौरेला तहसील में राजस्व निरीक्षक को एंटी करप्शन ब्यूरो ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। दूसरा राजस्व निरीक्षक मौके से फरार हो गया। दोनों अधिकारी जमीन संबंधी कार्यों के लिए 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांग कर रहे थे।
दोनों अधिकारी पिछले चार महीने से शिकायतकर्ता को लगातार घुमा रहे थे। वे काम नहीं कर रहे थे और रिश्वत के लिए दबाव बना रहे थे। परेशान होकर रंजीत ने एसीबी में शिकायत की। इसके बाद प्लानिंग के तहत राजस्व निरीक्षक संतोष चंद्र सेन को एंटी करप्शन ब्यूरो ने ट्रैप किया। जैसे ही शिकायतकर्ता ने फक को 50 हजार रुपए दिए। टीम ने आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया।
मामले में शिकायतकर्ता रंजीत सिंह राठौर (30) ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी। रंजीत ग्राम अंदुल गौरेला के निवासी हैं। राजस्व निरीक्षक (फक) संतोष चंद्र सेन और घनश्याम भारद्वाज उनसे बटांकन, सीमांकन और बेदखली के काम के लिए पैसों की मांग कर रहे थे।
बता दें कि इस साल एंटी करप्शन ब्यूरो की जिले में यह दूसरी कार्रवाई है। इसके पहले जनपद पंचायत गौरेला के लोकपाल को भी एंटी करप्शन ब्यूरो ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था।
दूसरे आरोपी फक घनश्याम भारद्वाज के मौके से फरार होने का वीडियो भी सामने आया है। अउइ की टीम दूसरे आरोपी की तलाश में जुटी है।
बिलासपुर। बिना सेफ्टी बेल्ट के कालिंदी इस्पात में काम कर रहा मजदूर दूसरी माले से गिर गया। मजदूर की मौके पर मौत हो गई। मंगलवार को परिजनों-मजदूरों ने प्लांट के गेट के सामने धरना दिया है। परिजनों ने 1 करोड़ मुआवजे की मांग की है। साथ ही पत्नी को पेंशन और बेटे को नौकरी की भी मांग की गई है। पहले भी ऐसे हादसे हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्लांट में सेफ्टी इंतजाम शून्य हैं, जानकारी मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर मौजूद रहे। जानकारी के मुताबिक कालिंदी इस्पात में सोमवार को दोपहर 3 बजे हादसा हुआ। मजदूरों ने बताया कि वे बगैर सेफ्टी बेल्ट के काम कर रहे थे। प्लांट में सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट सहित सुरक्षा को लेकर किसी भी चीज की व्यवस्था नहीं है। इससे पहले भी 2 हादसे हो चुके हैं।
बिलासपुर। नाबालिग से रेप केस में हाईकोर्ट ने सुनाया है बड़ा फैसला, 6 साल से सजा काट रहे दुष्कर्म के आरोपी को हाईकोर्ट ने बाइज्जत बरी कर दिया है. दोनों पक्षों के दलीलों के सुनने के बाद कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को पलटते हुए आरोपी को दोषमुक्त कर दिया है. साथ ही जेल से तत्काल रिहा करने के निर्देश दिए हैं. बता दे की घटना के वक्त पीड़िता की उम्र 18 वर्ष से कम थी. वहीं सुनवाई के दौरान पीड़िता ने स्वीकार किया कि दोनों के बीट आपसी सहमति से शारिरीक संबंध बने थे. दरअसल, तरुण सेन पर आरोप था कि 8 जुलाई 2018 को एक लड़की को बहला-फुसलाकर अपने साथ भगा ले गया और कई दिन तक उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए. लड़की के पिता ने 12 जुलाई को शिकायत दर्ज कराई, पुलिस ने 18 जुलाई को लड़की को दुर्ग से बरामद किया. विशेष न्यायाधीश रायपुर की अदालत ने 27 सितंबर 2019 को आरोपी को आइपीसी की धारा 376(2)(एन) और पाक्सो एक्ट की धारा 6 के तहत 10-10 साल की सजा और जुमार्ने की सजा सुनाई. दोनों सजाएं साथ चलने के आदेश दिए गए थे. पिछले करीब 6 साल से जेल में बंद आरोपी ने हाईकोर्ट में अपील की थी. मामले सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने पाया कि स्कूल के दाखिल-खारिज रजिस्टर में पीड़िता की जन्मतिथि 10 अप्रैल 2001 दर्ज है, लेकिन उसने गवाही दी थी कि 10 अप्रैल 2000 को उसका जन्म हुआ था. अभियोजन पक्ष कोई ठोस दस्तावेज, जैसे जन्म प्रमाणपत्र या आॅसिफिकेशन टेस्ट पेश करने में नाकाम रहा, जिससे पीड़िता की सही उम्र साबित हो सके. पीड़िता ने कोर्ट में यह स्वीकार किया कि वह आरोपी के साथ अपनी मर्जी से गई थी और उनके बीच प्रेम संबंध थे. मेडिकल रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की चोट या जबरदस्ती के निशान नहीं मिले.
बिलासपुर। बिलासपुर में सात साल की बच्ची के साथ युवक ने दुर्ग जैसी दरिंदगी करने का प्रयास किया। हालांकि, बच्ची ने सूझबूझ दिखाते हुए किसी तरह उसके चंगुल से भाग कर अपनी जान बचा ली। युवक उसे 500 रुपए के नोट का लालच दिखाकर ले जा रहा था। मामला सामने आने पर परिजन ने युवक की जमकर पिटाई की, जिसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया। घ्ज्ञटना तोरवा थाना क्षेत्र की है। तोरवा क्षेत्र में रहने वाली सात साल की बच्ची दूसरी कक्षा में पढ़ती है। वो अपने घर के बाहर खेल रही थी। तभी परमेश्वर पटेल (20) वहां पहुंचा। उसने बच्ची को बहला कर अपने साथ ले गया। बच्ची को उसने 500 रुपए का नोट दिखाकर लालच दिया और उसे देने की बात कहते हुए गलत काम करने की शर्त रखी। पहले तो बच्ची उसकी बातों में आकर साथ चली गई। लेकिन, रास्ते में अचानक बच्ची डर गई, जिसके बाद वो आधे रास्ते से उसका हाथ छुड़ाकर घर की तरफ भागने लगी। इस दौरान उसे चाचा मिल गया, जिस पर उसने अपने चाचा को कसकर पकड़ ली। इस दौरान चाचा ने जब बच्ची से पूछताछ की तो डरी सहमी बच्ची ने आरोपी की हरकतों की जानकारी दी। जिसके बाद बच्ची के चाचा व उसके अन्य परिजनों ने मिलकर आरोपी परमेश्वर पटेल की जमकर पिटाई की। फिर उसे लेकर तोरवा थाना पहुंच गए। थाना प्रभारी अभय बैस ने बताया कि परिजन से पूछताछ करने के बाद उनकी रिपोर्ट पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। साथ ही उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका हाल ही में लखीराम ऑडिटोरियम में आयोजित मध्यदेशीय वैश्य महासभा के राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर समाज की विभिन्न प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया गया। राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि वैश्य महासभा ने व्यापार क्षेत्र के साथ-साथ समाज सेवा में भी सराहनीय भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा, "महासभा का सेवाभाव अनुकरणीय है। हमें इस पर विचार करना चाहिए कि हमने समाज के लिए क्या किया, न कि इस पर कि समाज ने हमें क्या दिया।" अपने उद्बोधन में राज्यपाल ने 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान में सहभागिता की अपील की और टीबी मरीजों के पोषण आहार में सहयोग के लिए भी लोगों से अनुरोध किया। सम्मेलन की अध्यक्षता महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार गुप्ता ने की। इस अवसर पर विधायक अमर अग्रवाल सहित समाज के अनेक गणमान्य सदस्य और नागरिक उपस्थित रहे।
बिलासपुर। एकीकृत बाल विकास परियोजना सकरी अंतर्गत आंगनबाड़ी सहायिका के रिक्त पदों पर भर्ती हेतु आवेदन मंगाए गए हैं। ग्राम चोरभठठीखुर्द के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 2, ग्राम घुटकु के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 4 एवं 9 में सहायिकाओं की नियुक्ति होनी है। इच्छुक आवेदिका कार्यालयीन समय में 15 अप्रैल से 29 अप्रैल तक आवेदन कर सकती है। आवेदन के संबंध में एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय सकरी से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
बिलासपुर। बिलासपुर के महामाया मंदिर परिसर में कछुओं की मौत का सिलसिला जारी है। कलपेसरा तालाब में 4 और कछुए मृत पाए गए हैं। ये कछुए जाल में फंसे मिले। यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब पिछली 23 कछुओं की मौत का मामला अभी सुलझा भी नहीं है। वन विभाग ने इस नई घटना में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ पीओआर दर्ज किया है। डीएफओ सत्यदेव शर्मा ने बताया कि पिछले मामले में दो मछुआरे अरुण धीवर और विष्णु धीवर पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं। तीन अन्य आरोपी अभी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए एसपी को पत्र लिखा जा रहा है। 25 मार्च को मंदिर परिसर के कुंड में 23 कछुए मृत पाए गए थे। इस मामले में मंदिर ट्रस्टी और कर्मचारियों को आरोपी बनाया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार उन कछुओं की मौत चार दिन पहले हुई थी। नई घटना में मिले कछुओं की मौत दो दिन पहले हुई बताई जा रही है। कलपेसरा तालाब रतनपुर नगर पालिका परिषद के अधीन है। यह तालाब मंदिर परिसर में स्थित है जहां श्रद्धालु बोटिंग का आनंद लेते हैं। वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कछुआ दुर्लभ प्राणी है। इन्हें मारने पर 3 से 7 साल तक की सजा और 25 हजार रुपए तक का जुर्माना हो सकता है।
बिलासपुर। सीएमएचओ ने अपोलो अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर डा नरेंद्र विक्रमादित्य की डिग्री सहित अन्य दस्तावेज पेश करने कहा है। डा विक्रमादित्य को अपोलो अस्पताल प्रबंधन ने बतौर विशेषज्ञ चिकित्सक नौकरी पर रखा था। कार्डियोलाजिस्ट के रूप में उन्होंने आपरेशन किया। जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। डा. विक्रमादित्य ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ला का भी आपरेशन किया था। आपरेशन के बाद शुक्ला की तबितय बिगड़ी और कुछ ही घंटों बाद उनकी मौत हो गई। दमोह के मिशन अस्पताल की घटना सामने आने के बाद पूर्व स्पीकर शुक्ला के पुत्र प्रोफेसर प्रदीप शुक्ला ने बताया कि कार्डियोलाजिस्ट डा विक्रमादित्य ने ही उनके पिता का आपरेशन किया था। आपरेशन के कुछ ही घंटों पर उनकी तबियत बिगड़ी और उनको वेंटिलेटर पर रखा गया था। उनकी तबियत बिगड़ती ही गई और फिर चल बसे। गलत इलाज को लेकर अपोलो प्रबंधन ने शिकायत भी दर्ज कराई थी। कारपोरेट अस्पताल होने के कारण पूरा मामला दबा दिया गया। दमोह के मिशन अस्पताल में आधा दर्जन लोगों की मौत के बाद अपोलो अस्पताल प्रबंधन और डा विक्रमादित्य के फर्जीवाड़ा से पर्दा उठने लगा है। सीएमएचओ ने अपोलो अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर डा विक्रमादित्य के कार्डियोलाजिस्ट की डिग्री, नौकरी पर रखने के आधार सहित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जवाब मांगा है।
बिलासपुर। सराफा दुकान में खरीदारी के बहाने लगातार चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह पर बिलासपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में थाना बिल्हा और एसीसीयू की संयुक्त टीम ने चार आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए 26 लाख रुपये से अधिक कीमती माल बरामद किया है. इस कार्रवाई में थाना प्रभारी बिल्हा निरीक्षक उमेश कुमार साहू, एसीसीयू निरीक्षक अजहर, और उनकी टीम के बलराम विश्वकर्मा, संतोष मरकाम, सुमन कश्यप, अविनाश कश्यप, बोधू कुम्हार, महिला आरक्षक जिवंती भगत और सुनीता पाटले ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई. बिल्हा स्थित शिवशंकर ज्वेलर्स के संचालक मनोहर जायसवाल ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी दुकान से लगातार कीमती आभूषण गायब हो रहे हैं. संदेह के आधार पर जब CCTV फुटेज खंगाले गए, तो पता चला कि कुछ महिलाएं, जो पिछले 2-3 वर्षों से दुकान में खरीदारी के बहाने आती थीं, चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रही थीं. मुखबिर की सूचना पर जब यह गिरोह दोबारा चोरी की नीयत से दुकान के पास आया, तो पुलिस ने घेराबंदी कर चारों आरोपियों को धर दबोचा.
पूछताछ में उन्होंने चोरी की बात कबूल की.
सोने के आभूषण – करीब 23 तोला चांदी के आभूषण – करीब 1.6 किलो नकद राशि – ₹4,47,000 कुल जब्ती – ₹26,83,230 प्रयुक्त वाहन – 2 कारें गिरफ्तार आरोपी संजना साहू उर्फ रेखा तिवारी (36 वर्ष), पति संजू तिवारी सीमा साहू (30 वर्ष), पति गोलू साहू अनिता साहू (25 वर्ष), पति कोमल साहू कोमल साहू (26 वर्ष), पिता सुखराम साहू
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में धर्मांतरण को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। रामनवमीं पर्व के दिन प्रार्थना सभा के बहाने चंगाई सभा कर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप है। जिसके विरोध में हिंदूवादी संगठनों ने जमकर हंगामा मचाया। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मामले में पास्टर सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है। हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने बताया कि बहतराई स्थित अटल आवास सहित अलग-अलग इलाकों में प्रत्येक रविवार को प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाता है। इसी तरह रविवार को बहतराई में प्रार्थना सभा के बहाने हिंदू वर्ग के लोगों को बुलाया गया था। इसकी जानकारी मिलने पर कार्यकर्ता विरोध करने पहुंच गए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया, जिसके बाद उन्होंने सरकंडा थाना प्रभारी को इसकी सूचना दी। जानकारी मिलते ही सरकंडा थाना प्रभारी निलेश पांडेय अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पूछताछ की, तब पता चला कि दीपा गोटेल अपने निवास में प्रार्थना सभा आयोजित करा रही थीं। इससे पहले भी 31 मार्च को आयोजित सभा में यदुनंदन नगर निवासी पास्टर दीपक सिंह सिदार और उनकी पत्नी पूजा सिदार द्वारा धार्मिक उपदेश दिया जा रहा था, जिसमें बड़ी संख्या में हिंदू धर्म के लोग मौजूद थे। पूछताछ के बाद पुलिस उन्हें पकड़कर थाने ले आई। टीआई निलेश पांडेय ने बताया कि जांच के बाद मामले में छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्रय अधिनियम के तहत विधिक कार्रवाई की जा रही है। साथ ही, दीपा गोटेल, पास्टर दीपक सिदार, पूजा सिदार, गुरुविंदर सिंह, शिवकुमार धीवर और मधु कुमार केंवट के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। इधर, हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता राम सिंह ठाकुर ने कहा कि बिलासपुर धर्मांतरण का हब बनाने की कोशिश की जा रही है, जिसका वो लगातार विरोध कर रहे हैं। कोनी, सकरी, सिविल लाइन और मस्तूरी क्षेत्र के बाद अब सरकंडा के बहतराई में भोले-भाले हिंदुओं को लालच देकर फंसाने और धर्मांतरण कराने का खेल चल रहा था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हिंदुओं को प्रार्थना सभा के बहाने बुलाया जाता है, जहां प्रलोभन देकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है।
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में धर्मांतरण का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर से धर्मांतरण का मामला सामने आया है. सरकंडा थाना क्षेत्र के अटल आवास में धर्मांतरण की शिकायत मिलने के बाद हिंदूवादी संगठन की सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की है. मामले में दो पास्टर समेत करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है. जानकारी के अनुसार, अटल आवास में दो अलग-अलग स्थानों पर धर्मांतरण की गतिविधियों की शिकायत मिली थी. हिंदूवादी संगठनों का आरोप है कि भोले-भाले लोगों को लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा है. फिलहाल, सरकंडा पुलिस ने पूरे मामले को लेकर पूछताछ कर रही है। सरकंडा थाना प्रभारी नीलेश पांडेय ने बताया कि हिंदू संगठन की ओर से एक टेलीफोनिक सूचना दी गई थी कि अटल आवास के पास एक ऊपरी माले के कमरे में प्रार्थना सभा आयोजित की जा रही है, जिसमें हिंदू धर्म के लोगों को ईसाई प्रार्थना कराई जा रही है. प्रथम दृष्टया जाकर कुछ पास्टर लोगों को पूछताछ की गई है जिनके द्वारा प्रार्थना करना स्वीकार किया है और अभी पूछताछ की जा रही है. बाद तस्दीक के रिपोर्ट आने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. हाल ही में मोपका क्षेत्र में भी इसी तरह की हिंदू संगठन की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की थी. तब पुलिस ने दो घरों में दबिश देकर प्रार्थना सभा की आड़ में चल रहे धर्मांतरण के प्रयास को रोका था. इस दौरान पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया था और धर्म विशेष से जुड़ी किताबें व साहित्य जब्त किए थे. सरकंडा पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग गुप्त रूप से प्रार्थना सभाओं के जरिए लोगों को धर्म बदलने के लिए प्रेरित कर रहे थे।
बिलासपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 30 मार्च को बिलासपुर में होने वाली सभा और विकास कार्यों के उद्घाटन और भूमिपूजन कार्यक्रम को लेकर पूरी सरकार और प्रशासन तैयारियों में व्यस्त हैं। उप मुख्यमंत्री अरुण साव लगातार तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। और कार्यक्रम स्थल की हर छोटी बड़ी व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए हैं। उप मुख्यमंत्री अरुण साव हर दिन सभा स्थल पहुंचकर अधिकारियों से चर्चा कर रहे हैं,मिनट टू मिनट कार्यक्रम की जानकारी लेकर हर व्यवस्था को दुरुस्त करने अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं। आज उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने छत्तीसगढ़ी में वीडियो मैसेज जारी कर प्रदेश की जनता से मोदी जी के कार्यक्रम में पहुंचने की अपील की है। उन्होंने वीडियो में कहा.... राम-राम, जय जोहार
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