देश की कई प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में पिछले साल के मुकाबले इस साल जून में ज्यादा इजाफा देखने को मिला है. वर्ष 2022 में आठ प्रमुख इंडस्ट्री का उत्पादन सूचकांक में 8.2 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है. इनमें इस्पात, कोयला, सीमेंट, रिफाइनरी उत्पाद, प्राकृतिक गैस, उर्वरक और बिजली का उत्पादन जून 2023 में बढ़ गया. सबसे दिलचस्प बात ये है कि आठ प्रमुख उद्योगों में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में शामिल वस्तुओं का 40.27 प्रतिशत हिस्सा शामिल है. अगर कोयले के उत्?पादन पर नजर डालें तो पिछले साल के मुकाबले जून 2023 में कोयला उत्पादन में साल दर साल 9.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई. वहीं अगर अप्रैल से जून, 2023-24 की तिमाही के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 8.7 प्रतिशत बढ़ गया. वहीं अगर जून, 2023 में कच्चे तेल के उत्पादन पर नजर डालें तो उसमें 0.6 प्रतिशत की गिरावट आई. सालाना आधार पर जून में प्राकृतिक गैस का उत्पादन 3.6 प्रतिशत बढ़ा. साल दर साल जून में पेट्रोलियम रिफाइनरी का उत्पादन 4.6 फीसदी बढ़ा. वहीं केन्द्र सरकार ने मार्च 2023 के लिए आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक की फाइनल ग्रोथ रेट के स्तर को 3.6 प्रतिशत से संशोधित कर 4.2 प्रतिशत कर दिया। सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़े बताते हैं कि उर्वरक के उत्पादन में 3.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जून, 2023 में इस्पात उत्पादन में सालाना आधार पर 21.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई. अप्रैल से जून, 2023-24 की तिमाही के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 15.9 प्रतिशत बढ़ गया। जून, 2023 में सीमेंट उत्पादन में साल-दर-साल 9.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। सरकार की ओर स्टील, बिजली और उत्पादन के आंकड़ों को भी साझा किया गया है. स्टील पर नजर डालें तो उसका उत्पादन जून, 2022 की तुलना में जून, 2023 में 21.9 प्रतिशत बढ़ गया. अप्रैल से जून, 2023-24 की तिमाही के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 15.9 प्रतिशत बढ़ गया. इसी तरह से सीमेंट उत्पादन जून, 2022 की तुलना में जून, 2023 में 9.4 प्रतिशत बढ़ गया. अप्रैल से जून, 2023-24 की तिमाही के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 12.2 प्रतिशत बढ़ गया. आखिरी में अगर बिजली पर नजर डालें तो बिजली उत्पादन जून, 2022 की तुलना में जून, 2023 में 3.3 प्रतिशत बढ़ गया. अप्रैल से जून, 2023-24 की तिमाही के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.0 प्रतिशत बढ़ गया।
Adv