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01-Oct-2023 3:20:00 pm

सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल से ड्राइवर ने कर दी ठगी, निकला बेहद शातिर

सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल से ड्राइवर ने कर दी ठगी, निकला बेहद शातिर

नई दिल्ली। दिल्ली के एक सरकारी स्कूल के वाइस-प्रिंसिपल से एक ड्राइवर ने चार लाख रुपये से अधिक की ठगी की है। आरोपी ने इस ठगी को किसी बहाने पीडि़त का फोन लेकर ठगी को अंजाम दिया। हालांकि, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि आरोपी की पहचान गाजियाबाद के लाल कुआं निवासी 23 वर्षीय संदेश चौधरी उर्फ सनी चौधरी के रूप में हुई है। आरोपी मोबाइल फोन से धोखाधड़ी से लेनदेन करने के बाद संदेशों को हटा देता था ताकि पकड़ा न जा सके। यह मामला तब सामने आया जब मंडावली के एक सरकारी स्कूल में वाइस-प्रिंसिपल के पद पर नियुक्त बाबरपुर निवासी महेश कुमार शर्मा ने साइबर पूर्वोत्तर जिला पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई।

 शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि उनका बचत खाता दिल्ली के कमला नगर में स्थित पंजाब नेशनल बैंक में है। उनके खाते से 33068 रुपये डेबिट हुए हैं, जिसका उनके पास फोन में मैसेज आया। संदेह होने पर उन्होंने अपने बैंक खाते की डिटेल प्राप्त की। जिसमें खुलासा हुआ कि मार्च से जून 2023 तक 4,44,630 रुपये के 18 ऐसे लेनदेन किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धोखाधड़ी से किए गए हैं। उत्तरी-पूर्व दिल्ली के डीसीपी जॉय टिर्की ने कहा कि विस्तृत जांच से पता चला कि शिकायतकर्ता अक्सर ऑनलाइन लेनदेन और अन्य नेटवर्किंग से संबंधित नौकरियों के लिए अपने ड्राइवर संदेश चौधरी की मदद लेता था, लेकिन उसकी संदिग्ध गतिविधियों के कारण, उसे जून के अंत में नौकरी से निकाल दिया गया था। जांच के दौरान पंजाब नेशनल बैंक और फ्लिपकार्ट से जानकारी हासिल की गई। जिससे पता चला कि जालसाज ने उस रकम का इस्तेमाल फ्लिपकार्ट से 14 मोबाइल फोन, एक एलईडी टीवी, एक रेफ्रिजरेटर, एक वॉशिंग मशीन, ब्लूटूथ स्पीकर और एक लकड़ी की टीवी यूनिट सहित विभिन्न वस्तुओं की खरीद के लिए किया था। 
डीसीपी ने कहा कि तकनीकी निगरानी की गई और एकत्र की गई जानकारी के आधार पर, संभावित ठिकाने पर छापेमारी की गई और टीम आरोपी संदेश चौधरी को पकडऩे में सफल रही। पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि उसने शिकायतकर्ता का एटीएम नंबर गुप्त रूप से प्राप्त कर लिया था। ऑनलाइन पेमेंट के लिए ओटीपी अनिवार्य रूप से जरूरी है। ओटीपी प्राप्त करने के लिए, वह किसी बहाने से वाइस-प्रिंसिपल का मोबाइल फोन ले लेता था और फ्लिपकार्ट से ऑर्डर किए गए आइटम के सफल भुगतान के बाद लेनदेन से संबंधित सभी एसएमएस (मैसेज) हटा देता था। 
इस तरह आरोपी ने फ्लिपकार्ट पर शॉपिंग के लिए कुल 4,44,630 रुपये के ऐसे 18 ट्रांजैक्शन किए। आरोपी डिलीवरी एजेंटों द्वारा पकड़े जाने से बचने के लिए, अपने आस-पास के इलाके का अस्पष्ट पता देता था और अपने किराए के घर के पास किसी प्रसिद्ध स्थल के पास डिलीवरी लेता था। आरोपी की निशानदेही पर उसके किराए के आवास से मोबाइल फोन, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, एलईडी, टीवी यूनिट आदि बरामद की गईं। डीसीपी ने कहा, उसने लग्जरी लाइफस्टाइल जीने की अपनी इच्छा को पूरा करने के लिए अपने नियोक्ता को धोखा दिया।

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