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09-Jul-2020 5:55:00 pm

आई आई टी में प्रवेश के बदलेंगे नियम, 12वीं का परफॉर्मेंस मापदंडों से हटेगा

आई आई टी में प्रवेश के बदलेंगे नियम, 12वीं का परफॉर्मेंस मापदंडों से हटेगा

 कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लगभग सारे एकेडमिक कैलेंडर गड़बड़ा गए हैं। ऐसे में जब भारत सरकार 12वींं कक्षा के बच्चों के लिए वैकल्पिक मोड की तलाश कर रही है, ऐसे में उच्च शिक्षा संस्थान भी विकल्पों पर ही जा रहे हैं। इसी कड़ी में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी (IIT) भी इस सत्र के लिए अपने एडमिशन मापदंडों में बदलाव की योजना बना रहा है। इसके तहत एडमिशन मापदंडों से 12वीं के परफॉर्मेंस को हटाया जा सकता है।

बता दें कि आईआईटी में प्रवेश के लिए जेईई एडवांस्ड रैंक होल्डर के 12वीं कक्षा में कम से कम 75% अंक होना अनिवार्य है या फिर उसके टॉप 20 पर्सेंटाइल होने जरुरी है। इसी तरह SC/ST के बच्चों के लिए 12वीं में कम से कम 65% अंक या टॉप 20 पर्सेंटाइल होने जरुरी है। तभी इन्हें IIT में प्रवेश की पात्रता होगी। लेकिन CBSE और CISCE बोर्ड द्वारा 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने के बाद IIT के इस बार के एडमिशन मापदंडों में बदलाव करने की तैयारी है। इसके तहत बच्चों का 12वीं कक्षा के परफॉर्मेंस को मापदंडों से हटाया जा सकता है। बता दें कि CBSE और CISCE बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को रद्द करते हुए बच्चों को शेष बचे पेपरों में इंटरनल असेसमेंट और औसत अंक देने का फैसला किया। जाहिर है इस फैसले से छात्रों के अंक प्रभावित होंगे। इसी के चलते IIT ने 12वीं के परफॉर्मेंस को एडमिशन की योग्यता से हटाने की तैयारी में है।
जॉइंट इंप्लिमेंटेशन कमेटी (JIC) की बैठक में सभी 23 IIT के जेईई चेयरपर्सन शामिल हुए। बैठक में IIT एडमिशन के मापदंडों पर प्रमुखता से बात हुई। इस दौरान प्रस्ताव रखा गया कि कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति में सभी बोर्डों ने अलग-अलग कदम उठाए हैं। ऐसे में एडमिशन मापदंडों में 75% और 65% (SC/ST) की अहर्ता हटा देना चाहिए। ये बैठक इस महीने की शुरुआत में हुई थी।
बताया जा रहा है कि कमेटी में इस बात सहमति बनी कि इस साल जेईई एडवांस्ड क्लियर करने वाले विद्यार्थियों के केवल बोर्ड परीक्षा पास होने का नियम ही लागू किया जाए। JIC सदस्य ने बताया कि पूर्व में कुछ रैंक होल्डर ऐसे भी थे जिन्हें न्यूनतम 75% अंक नहीं आने या फिर टॉप 20 परसेंटाइल कट ऑफ में नहीं आने के कारण एडमिशन नहीं दिया गया। ऐसे में मौजूदा स्थिति में जब औसत अंक दिए जा रहे हैं तो ये मापदंड काफी महत्वपूर्ण रहेगा। इसलिए इसे हटाने की तैयारी है।
दरअसल कोविड 19 की गंभीर स्थिति के चलते CBSE और CISCE बोर्ड ने अपनी 10वीं और 12वीं की शेष बची परीक्षाएं रद्द कर दी। इसके चलते जेईई मेन की परीक्षा को भी स्थगित करना पड़ा। दो बार स्थगित हो चुकी जेईई मेन की परीक्षा अब नई तारीखों में 1 से 6 सितंबर तक आयोजित होगी जबकि जेईई एडवांस्ड परीक्षा 27 सितंबर को आयोजित होगी।

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