नई दिल्ली शीर्ष 10 घरेलू कंपनियों ने पिछले Week Market Capitalizationमें 3.28 लाख करोड़ रुपये जोड़े नई दिल्ली पिछले सप्ताह (3 से 7 जून) में, 10 सबसे मूल्यवान घरेलू फर्मों में से 8 ने अपने बाजार मूल्यांकन में कुल मिलाकर 3.28 ट्रिलियन रुपये जोड़े। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, हिंदुस्तान यूनिलीवर और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियां सबसे बड़ी विजेता बनकर उभरीं। बीएसई बेंचमार्क ने सप्ताह के दौरान 2,732.05 अंक या 3.69 प्रतिशत की छलांग लगाई। शुक्रवार को, सूचकांक इंट्रा-डे ट्रेड में 1,720.8 अंक या 2.29 प्रतिशत उछलकर 76,795.31 के नए रिकॉर्ड शिखर पर पहुंच गया। 10 सबसे मूल्यवान फर्मों की रैंकिंग रिलायंस इंडस्ट्रीज थी, उसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, इंफोसिस, एलआईसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी थे। रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) और आईटीसी के बाजार पूंजीकरण में कुल 3,28,116.58 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। टीसीएस सबसे ज्यादा लाभ में रही और इसका Market capitalization 80,828.08 करोड़ रुपये बढ़कर 14,08,485.29 करोड़ रुपये हो गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर के बाजार पूंजीकरण में 58,258.11 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई और इसका बाजार पूंजीकरण 6,05,407.43 करोड़ रुपये हो गया, जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज का मूल्यांकन 54,024.35 करोड़ रुपये बढ़कर 19,88,741.47 करोड़ रुपये हो गया। एक अन्य आईटी कंपनी इंफोसिस का बाजार पूंजीकरण 52,770.59 करोड़ रुपये बढ़कर 6,36,630.87 करोड़ रुपये हो गया। एचडीएफसी बैंक का एमकैप 32,241.67 करोड़ रुपये बढ़कर 11,96,325.52 करोड़ रुपये और आईसीआईसीआई बैंक का एमकैप 1,745.46 करोड़ रुपये बढ़कर 7,88,975.17 करोड़ रुपये हो गया। भारती एयरटेल 32,080.61 करोड़ रुपये बढ़कर 8,10,416.01 करोड़ रुपये हो गया, जबकि आईटीसी का मूल्यांकन 16,167.71 करोड़ रुपये बढ़कर 5,48,204.12 करोड़ रुपये हो गया। उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां भारतीय स्टेट बैंक और भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) शीर्ष-10 में पिछड़ गईं। सबसे बड़ी सार्वजनिक बीमा कंपनी एलआईसी का बाजार पूंजीकरण 12,080.75 करोड़ रुपये घटकर 6,28,451.77 करोड़ रुपये तथा भारतीय स्टेट बैंक का बाजार पूंजीकरण 178.5 करोड़ रुपये घटकर 7,40,653.54 करोड़ रुपये रह गया।
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