06-Nov-2023
9:47:25 am
रबी की बुआई में आयी तेजी
सर्दी के मौसम के साथ ही भारत में रवी फसलों की बुआई शुरू हो रही है और बताए गए आंकड़ों के मुताबिक इस वर्ष कुछ बढ़ोतरी देखी जा रही है, खासकर दलहन और तिलहन के मामले में। दलहन और तिलहन की बुआई पिछले साल की तुलना में अधिक हो रही है, जबकि गेहूं की बुआई काफी धीमे चल रहा है। कृषि मंत्रालय के मुताबिक, देश के कुल 1.20 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में तीन नवंबर तक रबी के फसल की कटाई हो चुकी है, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले चार फीसदी ज्यादा है.
राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में दलहन और तिलहन की बुआई क्रमश: 1.30 प्रतिशत और 9 प्रतिशत बढक़र 38 लाख और 47 लाख हेक्टेयर हो गई। सरसों की खेती का क्षेत्रफल 11.66 प्रतिशत बढक़र 45.70 लाख हेक्टेयर हो गया।दालों में चना, उड़द और मूंग में कमी आई है, जबकि मटर और मसूर में मामूली बढ़ोतरी देखी गई है।रवी की मुख्य फसल गेहूं की बुआई पिछले साल की इस अवधि के मुकाबले 12 फीसदी घटकर 18 लाख हेक्टेयर रह गई है. पूरे साल में गेहूं की खेती का रकबा 3.07 करोड़ हेक्टेयर होने का अनुमान है. ज्वार और बाजरा जैसी दालों की बुआई पिछले साल इस अवधि में 4.30 लाख हेक्टेयर थी जो बढक़र 6.40 लाख हेक्टेयर हो गई है. चूंकि रवी की बुआई दिसंबर के अंत तक जारी रहती है, इसलिए रवी बोए गए क्षेत्र का समग्र अनुमान प्राप्त करना मुश्किल है।
सरकार ने 2022-23 में 11.05 करोड़ टन के अनुमान के मुकाबले 2023-24 में 11.40 करोड़ टन गेहूं उत्पादन का लक्ष्य रखा है। जुलाई से जून (2023-24) के फसल वर्ष में देश में खाद्यान्न का कुल उत्पादन 33.20 करोड़ टन होने का अनुमान लगाया गया है, जिसमें से 16.12 करोड़ टन रवी उत्पादन होगा.सरकार ने आयात निर्भरता कम करने के लिए चना और तिलहन, खासकर सरसों का उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य रखा है.
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