नारायणपुर। कभी माओवादियों के गढ़ के नाम मशहूर छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में अब धीरे-धीरे नक्सली दहशत खत्म हो रहा है। सरकार और जिला प्रशासन की ओर से इसके लिए लगातार कोशिश की जा रही है। नक्सलवाद से निपटने के लिए चल रहे प्रयासों के बीच जिला प्रशासन और जिला पुलिस के समन्वय से एक और प्रयास किया गया। दोनों के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को अबूझमाड़ शांति हाफ मैराथन का आयोजन किया गया। इस मैराथन में छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों के लोग शामिल हुए। वन मंत्री केदार कश्यप ने इस मैराथन को हरी झंडी दिखाई। मिली जानकारी के अनुसार जिले में 21 किलोमीटर, 10 किलोमीटर और 5 किलोमीटर तीन कैटेगिरी में मैराथन का आयोजन किया गया। 21 किलोमीटर की दौड़ अबूझमाड़ में खत्म होगी, जो कभी नक्सलियों को गढ़ हुआ करता था। इस मैराथन में उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश जैसे जगहों के 10 हजार से ज्यादा धावक शामिल हुए। कई धावक विदेश के रहने वाले हैं। नक्सली खौफ से दूर धावकों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिला। उत्तर प्रदेश एक धावक ने कहा कि अबूझमाड़ और नारायणपुर का नाम नक्सलवाद के लिए जाना जाता था, लेकिन अब यहां शांति है। जवानों की मुस्तैदी के चलते यहां खुशहाली है। शिमला के एक धावक ने कहा कि अब अबूझमाड़ से नक्सली दहशत खत्म हो गया है। अगर और मौका मिला तो दोबारा इस तरह के आयोजन में शामिल होंगे। आयोजन में विजेताओं को 15.84 लाख से अधिक की पुरस्कार की राशि प्रदाय किया जाएगा। ओपन हाफ मैराथन महिला एवं पुरुष 21 किमी के लिए 1 लाख 50 हजार प्रथम पुरस्कार दिया जाएगा। द्वितीय 1 लाख रूप, तृतीय 75 हजार, चतुर्थ व पंचम 50 हजार एवं छठवां तथा दसवां स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को 10-10 हजार रे पुरस्कृत किया जाएगा। इसी प्रकार ओपन जिला हाफ मैराथन महिला एवं पुरुष 21 किमी प्रथम को 1 लाख, द्वितीय को 75 हजार, तृतीय 50 हजार, चतुर्थ एवं पंचम को 10 हजार तथा छठवां एवं दसवां स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को 05.05 हजार रुपए से पुरस्कृत किया जाएगा। दौड़ ओपन महिला एवं पुरुष 10 कि के लिए 15 हजार, द्वितीय 10 हजार, तृतीय 8 हजार एवं चतुर्थ व पंचम -1-1 हजार दिया जाएगा।
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