बिलासपुर। बिलासपुर में नशे का कारोबार पर प्रतिबंध लगाने और नशे की गिरफ्त में आए लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए स्क्क संतोष कुमार सिंह की निजात अभियान का जिले में असर दिखने लगा है। एक तरफ नशे की लत में आए सैकड़ों लोगों ने इस अभियान से जुडक़र नशे से छुटकारा पा लिया तो कुछ ने अवैध कारोबार को छोडक़र पुलिस की मदद से जूस और चाय की दुकान खोलकर जिंदगी संवार ली। अभियान से जिले में अपराधों के ग्राफ में भी कमी आई है। पिछले पांच माह में पिछले सालों की तुलना में 12त्न अपराध कम हुए हैं, जिसमें हत्या के प्रयास में 66त्न, हत्या में 21त्न, चाकूबाजी में 74 प्रतिशत, छेड़छाड़ में 46 फीसदी और चोरी में 21त्न कमी आई है।
एसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि अभियान का उद्देश्य नशा खत्म करने के साथ ही इसकी गिरफ्त में फंस चुके लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोडऩा है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि, नशे के गिरफ्त में फंसे लोगों की मदद के लिए सभी आगे आएं, तभी इनकी मदद की जा सकती है। इन्हें समझाना है, इनकी समस्या को सुनना है, इन्हें भी अपनों का साथ चाहिए, इनसे भेदभाव या नफरत ना करें, इनका उपचार कराएं, जिससे नामुमकिन कहा जाने वाला काम भी मुमकिन हो सकता है और ये लोग नशे की दुनिया से बाहर आकर एक स्वच्छ समाज का हिस्सा बन सकते हैं।
इन्हें मिली निजात नशे की दुनिया से...
पुलिस का दावा है कि नशे की गिरफ्त में फंसी सैकड़ों जिंदगियां अब मुख्यधारा से जुडऩे लगी हैं। नशा छोडक़र अपनी खुशहाल जिंदगी में लौट गए हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने उन्हें नरक वाले जीवन से बाहर निकालकर उनकी जिंदगी संवार दी है। तखतपुर थाना क्षेत्र के निरंजन साहू शराब की अवैध बिक्री करता था। निजात अभियान के बाद अब वह शराब बेचना छोड़ गन्ना जूस बेचने का दुकान चला रहा है। उसने खुद को भी नशे से दूर कर लिया है। भियान के पहले तखतपुर क्षेत्र के ग्राम सिरसहा व ग्राम लिदरी में बड़े पैमाने पर शराब का अवैध धंधा चलता था। लेकिन, अब यहां के ग्रामीणों ने पूर्ण रूप से शराबबंदी का संकल्प लिया है। इसी तरह तखतपुर थाने के प्रधान आरक्षक बाबूराम पोर्ते शराब पीने का आदी था। लेकिन, अभियान से जुडक़र काउंसलिंग से मदद पाकर उसने शराब पीना पूरी तरह बंद कर दिया है। तोरवा थाना क्षेत्र की शिवानी (बदला हुआ नाम) गांजा बेचती थी। पुलिस ने उसके खिलाफ लगातार कार्रवाई की। अब वह चाय की गुमटी और पान ठेला चलाकर जीवनयापन कर रही है। सिविल लाइन क्षेत्र के राजीव गांधी चौक के पास रहने वाला सिकंदर महिलांगे पिता छोटेलाल महिलांगे (28) रेत घाट में चौकीदारी करता है। वह 6-7 सालों से शराब व गांजा सहित दूसरे नशे का आदी हो गया था। इस अभियान से जुडक़र उसने नशे से मुक्ति पा लिया है। वह पिछले तीन हफ्ते से कोई भी नशा नहीं कर रहा है, जिससे उसका खर्च भी कम हो गया है।
टीआई परिवेश तिवारी ने नशे की हालात में सिकंदर से मिलकर उन्हें सही राह दिखाया और मानसिक रूप से उन्हें संबल दिया। फिर डॉक्टर और मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञों की मदद से भी नशे की आदत को कम करने के लिए काम कर रहे हैं। इसी तरह तारबाहर थाना क्षेत्र के राहुल पटेल, दीपक पटेल, और राजा कोरी सहित अन्य युवकों ने नशे की आदत से मुक्ति पा लिया है। डॉक्टर और सामाजिक कार्यकर्ताओं की सहायता से काउंसलिंग और स्वास्थ परीक्षण कराकर उन्हें नशे से निजात दिलाई गई। सिटी कोतवाली सकरी सहित महिला थाने के महिला परामर्श केंद्र की मदद से नशे के आदी लोगों के लिए सामाजिक संगठन और डॉक्टरों के साथ मिलकर नशा मुक्ति अभियान चलाकर सैकड़ों लोगों को नशे की लत से छुटकारा दिलाने का काम किया गया है।
आपराधिक गतिविधियों में आई 12 फीसदी की कमी
एएसपी राजेन्द्र जायसवाल ने बताया कि, निजात अभियान का असर आपराधिक गतिविधियों में भी दिखने लगा है। पिछले पांच माह में की तुलना बीते दो सालों से करें तो क्राइम ग्राफ में 12 फीसदी की कमी आई है। मारपीट की घटना में 12 फीसदी, हत्या के प्रयास में 66 हत्या में 21, चाकूबाजी में 74, छेड़छाड़ में 46 और चोरी के मामले में 21 प्रतिशत की कमी दर्ज किया गया है।
2579 हुए गिरफ्तार, नशे में ताबड़तोड़ कार्रवाई
एएसपी राहुलदेव शर्मा ने बताया कि, निजात अभियान के दौरान पुलिस ने पिछले पांच माह में नशे के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। इस दौरान 2454 प्रकरण में 2579 को पकड़ा गया है। इसमें आबकारी एक्ट में 2442, एनडीपीएस एक्ट 137 को पकड़ा गया है, जिसमे गैर-जमानतीय प्रकरणों में 402 आरोपी को जेल भेजा गया है। इस दौरान 4804 लीटर अवैध शराब, 640 किलो गांजा, 15 ग्राम चरस, 10 हजार नशीले इंजेक्शन, 879 नग सीरप, 953 बोनफिक्स, 5 ग्राम एमडीएमए सहित अन्य नशीले पदार्थ जब्त किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, शराब पीकर वाहन चलाने वाले 825 लोगों पर 185 की कार्रवाई करते हुए चालान काटा गया। इसके अलावा कोटपा एक्ट के तहत 568 कार्रवाई की गई। साथ ही पुलिस ने इस दौरान नशे के खिलाफ जनजागरुकता फैलाने के लिए स्कूल-कॉलेज और सार्वजनिक जगहों पर 1906 कार्यक्रम किया। अभियान के तहत नशा करने वालों के लिए थाना स्तर पर काउंसिलिंग भी कराई जा रही है।
एसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया किम ड्रग्स, नारकोटिक्स और अवैध नशे के खिलाफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आदेश और आईजी बद्रीनारायण मीणा के निर्देश पर निजात अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत सख्त कार्रवाई के अलावा नशे के गिरफ्त में फंसे लोगों को उससे बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। निजात अभियान के तहत बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति भी पुलिस काम कर रही, जिसे देखते हुए इस अभियान से अब यूनिसेफ और यूनाइटेड नेशन ऑफिस ऑफ ड्रग्स एंड क्राइम यूएनओडीसी भी जुड़ गया है। पुलिस का यह अभियान अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है।
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