बड़ी खबर

Raipur

  • हरेली तिहार से होगा छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का आगाज

    02-Jul-2023
    16 तरह के पारंपरिक खेलों में खिलाड़ी दिखाएंगे हुनर
    रायपुर 02 जुलाई 2023। पिछले बार की तरह ही इस बार भी आप गिल्ली डंडा, पिट्टूल, फुगड़ी, गेड़ी और रस्सीकूद जैसे 16 तरह के पारंपरिक खेलों का आनंद ले सकते हैं। 17 जुलाई को हरेली तिहार से छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक 2023-24 का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल के निर्देशन में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करने और खेलों के प्रति जागरूकता फैलाने, खिलाडिय़ों को मंच प्रदान करने और खेल भावना का विकास करने के उद्देश्य से छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक 2023-24  की शुरुआत होगी।
    छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक का आयोजन ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में सबसे पहले राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर प्रतियोगिता 17 जुलाई से 22 जुलाई तक नॉकआउट पद्धति से होगा। वहीं दूसरा स्तर जोन है, जिसमें 8 राजीव युवा मितान क्लब को मिलाकर एक क्लब होगा। इसका आयोजन 26 जुलाई से 31 जुलाई तक होगा।  विकासखंड एवं नगरीय क्लस्टर स्तर पर आयोजन 7 अगस्त से 21 अगस्त तक होगा। जिला स्तर पर आयोजन 25 अगस्त से 4 सितंबर तक होगा। संभाग स्तर पर आयोजन 10 सितंबर से 20 सितंबर तक होगा। अंतिम में राज्य स्तर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। जिसका की आयोजन 25 सितंबर से 27 सितंबर तक होगा।  
    करीब 2 माह 10 दिन तक होगी प्रतियोगिता
    लगभग 2 माह 10 दिन तक चलने वाले यह खेल प्रतियोगिता 6 चरणों में आयोजित होगी। इस खेल प्रतियोगिता में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक हिस्सा ले सकेंगे। प्रतियोगिता में दलीय एवं एकल श्रेणी में 16 तरह के पारम्परिक खेलों को शामिल किया गया है। इस बार के ओलंपिक में एकल श्रेणी में रस्सीकूद एवं कुश्ती को भी जोड़ा गया है। छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक के आयोजन का दायित्व ग्रामीण क्षेत्रों के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और नगरीय क्षेत्रों के लिए नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को सौंपा गया है। प्रतियोगिता का समापन 27 सितंबर 2023 को होगा। 
    दो श्रेणियों में होंगे 16 प्रकार के खेल
    छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय व एकल दो श्रेणी में आयोजित होगी। छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती शामिल हैं।
    ये प्रतिभागी ले सकते हैं हिस्सा
    छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक में आयु वर्ग को तीन वर्गों में बांटा गया है। 
    इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक
    दूसरा वर्ग 18-40 वर्ष आयु सीमा तक 
    तीसरा वर्ग में 40 वर्ष से अधिक उम्र के प्रतिभागी शामिल होंगे
    महिला एवं पुरुष दोनों वर्ग में प्रतिभागी भाग ले सकेंगे।
    पुरस्कृत होंगे विजेता खिलाड़ी
     छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक में विकासखंड व नगरीय क्लस्टर स्तर पर विजेता प्रतिभागियों से लेकर राज्य स्तर के विजेता प्रतिभागियों को प्रभाणपत्र एवं पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। विकासखंड व नगरीय क्लस्टर स्तर प्रथम आने वाल विजेता खिलाडिय़ों को 1000 रुपए, द्वितीय स्थान आने पर 750 एवं तीसरा स्थान आने पर 500 रुपए की पुरस्कार राशि एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। इसी तरह जिला स्तर पर प्रथम आने वाल विजेता प्रतिभागियों को 2000 रुपए,  द्वितीय आने पर 1500 रूपए और तीसरे स्थान आने पर 1000 रुपए सहित प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। संभाग स्तर पर विजेता प्रतियोगियों को प्रथम आने पर 3000 रुपए द्वितीय आने पर 2500 एवं तीसरे स्थान पाने वाले खिलाडिय़ों को 2000 रुपए एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। राज्य स्तर पर ओलंपिक के अंतिम आयोजन में प्रथम आने वाले प्रतिभागियों को 5000 रुए, द्वितीय आने पर 4500 रुपए एवं तीसरे स्थान आने वाले खिलाडिय़ों को 4000 रूपए की राशि और प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। 
    प्राथमिक चिकित्सा सुविधा रहेगी उपलब्ध
    प्रत्येक आयोजन स्तर पर फस्र्ट एड किट की व्यवस्था एवं  स्थानीय स्तर पर यथासंभव आपातकालीन चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता आयोजन समिति द्वारा की जाएगी। आयोजन स्थल पर एंबुलेंस व्यवस्था सुनिश्चित करने की भी जिम्मेदारी आयोजन समिति पर होगी। खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा जारी निर्देशानुसार महिला खिलाडिय़ों के लिए रेफरी एवं निर्णायक महिलाएं ही रखी जाएंगी। इसके अलावा विभाग की ओर से आयोजन के सभी स्तर पर खिलाडिय़ों से मान्य पहचान प्रमाण पत्र लिया जाना अनिवार्य किया गया है।

Leave Comments

Top