एमसीबी,महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले के कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ एवं हमर स्वस्थ लईका समुदाय आधारित पोषण कार्यक्रम (सी मैम) के अंतर्गत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कलेक्टर डी. राहुल वेंकट और महिला एवं बाल विकास अधिकारी शुभम बंसल उपस्थित थे। इस कार्यशाला में विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों और योजनाओं की गतिविधियों और आगामी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। वहीं कलेक्टर ने सभी सुपरवाइजर और परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में नियमित रूप से बच्चों का वजन कराने के साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करने के लिए भी कहा।
आगे उन्होंने पोषण ट्रेकर के माध्यम से बच्चों के पोषण स्तर की सही निगरानी रखने की बात कही। जिससे बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार किया जा सके साथ ही जर्जर आंगनबाड़ी केन्द्रों की लिस्ट भेजने के निर्देश दिये। वही महिला बाल विकास अधिकारी शुभम बंसल ने जानकारी दी कि जिले में इस बार मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत होने वाले विवाह का फॉर्म 01 दिसम्बर से 31 दिसंबर तक भरे जाने है इसके साथ ही आगे उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से इस बार लगभग 120 जोड़ो को का विवाह जनवरी या फरवरी में होना है, वही सभी आवेदनों को वेरिफाई करने के लिए सुपरवाइजर और परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिए है। महिला एवं बाल विकास अधिकारी ने जिले में पालना केंद्र (क्रेच) को सही से खोलने के लिए निर्देश दिए, जिससे कामकाजी माताओं के बच्चों की देखभाल में अच्छे से सहूलियत मिल सके।
इस बैठक में शुभम बंसल ने जिन आंगनबाड़ी केंद्रों की जानकारी को इंफ्रा पोर्टल पर अपडेट नहीं हुआ है उसको अपडेट करने की निर्देश दिए। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक केंद्र की भौतिक और तकनीकी जानकारी समय पर पोर्टल पर उपलब्ध कराई जाए, ताकि विभाग को हर केंद्र की वास्तविक स्थिति का सही अंदाजा हो सके और जरूरत के मुताबिक संसाधन उपलब्ध कराए जा सकें। आगे शुभम बंसल ने बताया कि जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में 5 नए बोरवेल खनन होना था वह नहीं हुआ है, उनकी सूची तैयार करने कहा है। उन्होंने संबंधित बाल विकास परियोजना अधिकारी, सेक्टर सुपरवाइजर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने का निर्देश दिया।
इस बैठक में शुभम बंसल ने कहा कि इस बार बाल विवाह रोकने हेतु सभी सुपरवाइजर और ग्राम पंचायत के सचिवों को बाल विकास परीक्षक अधिकारी बनाया जायेगा, वही पुलिस विभाग और तहसीलदार से सहयोग मांगने के लिए कहा, इसके साथ ही सुकन्या समृद्धि योजना के लिए स्कूलों से सहयोग मांगने के लिए कहा, साथ ही (सी सैम) डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से पोषण अभियान और आंगनबाड़ी केंद्रों की निगरानी करने और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल आधारित ऐप के माध्यम से पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा से संबंधित डेटा एकत्र करने, ट्रैक करने और योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के निर्देश दिए है।
साथ ही अति गंभीर कुपोषित बच्चों को पोषण ट्रेकर में अपडेड करने के लिए कहा उन्होंने आगे बताया कि एनआरसी के माध्यम से गंभीर कुपोषण से ग्रस्त बच्चों को चिकित्सा सहायता, उचित आहार और पोषण संबंधी परामर्श प्रदान करने लिए कहा। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के साथ-साथ उनकी माताओं को भी पोषण, स्वास्थ्य और देखभाल के बारे में जागरूक करने के लिए निर्देशित किया है। इसके साथ ही जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में बौनापन, दुर्बलता और कमवजन बच्चों का वजन और ऊंचाई को लेकर अपडेट करने के निर्देश दिए है । साथ ही “टीएचआर“ को कोई लेने नहीं आ रहा है तो टीएचआर को उनके घर छोड़ने के लिए निर्देशित किया है।
इसके साथ ही महिला बाल विकास अधिकारी ने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में सभी खाद्य मेन्यू को सही से देने को निर्देश दिए, साथ ही कुपोषण चौपाल को सही से करने, आधार अपडेट, मोबाइल नम्बर अपडेट, आंगनबाड़ी केंद्रों का हैंडओवर नहीं हुआ है जानकारी भेजने के लिए कहा, इसके साथ ही सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल व्यवस्था, पोताई कार्य, सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत प्रति केन्द्र में 5 खाता खोलने के लिए सभी सुपरवाइजरों को निर्देश दिए। इसके साथ छत्तीसगढ़ महिला कोष से जितने स्व सहायता समूह ने ऋण लिया है, उसकी ऋण वसुली करने के निर्देश दिए और सभी परियोजना अधिकारियों को दिशा दर्शन योजना का लिस्ट भेजने के लिए निर्देशित किया।
महतारी वंदन योजना और प्रधानमंत्री मातृ योजना में आधार अपडेट करने के लिए भी निर्देश दिये। महिला एवं बाल विकास अधिकारी शुभम बंसल ने आंगनबाड़ी केंद्रों की बेहतरी और उनकी सुचारु गतिविधियों को सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इस बैठक में जिले के सभी सुपरवाइजर और परियोजना अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
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