रायपुर लोकसभा चुनाव को लेकर मतो की गिनती 4 जून मंगलवार को होनी है। इस दिन छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर नतीजें सामने आ जाएंगे। मतगणना के ठीक पहले बिलासपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी देवेंद्र यादव ने भाजपा सरकार और जिला निर्वाचन अधिकारी पर निर्वाचन कार्य में गड़बड़ी का गंभीर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। इसके साथ ही यादव ने इस पूरे मामले को लेकर कोर्ट भी जाने की बात कही है। वहीं इस मामले को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस प्रत्याशी के सभी आरोपो को खारिज करते हुए नियमानुसार पूरी निर्वाचन की प्रक्रिया को पूरा होना बताया है। वही कांग्रेस के इस आरोप को लेकर भाजपा ने कहा कि हारने वाले लोग अब ईवाएम पर ठीकरा फोड़ने की बात कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी का आरोप
बिलासपुर से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी देवेंद्र यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि 2251 मतदान केंद्रों के दस्तावेज प्राप्त हुए जिन्हे मिलान करने पर इसमें से 611 मतदान केंद्रों के प्रारूप 17 सी और बैलेट यूनिट के नंबरों में भिन्नता पाई गई है। यादव ने कहा कि 206 बैलेट यूनिट में मुद्रित अल्फाबैटिक और न्यूमैरक नंबर में भिन्नता मिली है। इस के साथ ही करीब 28 बैलेट यूनिट के नंबर अधूरे भी पाए गए हैं। इसके अलावा करीब 41 बैलेट यूनिट में मुद्रित क्रम संख्या को विधिवत दर्ज नहीं किया गया है। इसके अलावा यादव ने मुंगेली में भी कुछ इसी तरह के सवाल खड़े किए हैं। देवेंद्र यादव ने कहा कि निर्वाचन आयोग के नियमों का पालन ठीक से नहीं किया गया है। कांग्रेस ने कहा कि कोटा के 63, तखतपुर के 41, बिल्हा के 33, बिलासपुर के 42, बेलतरा के 44, मस्तूरी के 66, लोरमी के 51 और मुंगेली विधानसभा के 53 मतदान केंद्रों में गड़बड़ी हुई है।
कलेक्टर ने कहा बैठकर होगा निराकरण
कांग्रेस प्रत्याशी के आरोप के बाद जिला कलेक्टर अवनीश शरण ने बैठक कर निराकरण की बात कही है। उन्होंने कहा कि मतदान के दूसरे दिन स्कूटनी में इलेक्शन कमीशन के ऑब्जर्वर की उपस्तिथी में सभी पोलिंग एजेंट उपस्थित थे जिन्हें सभी चीजों की जांच कराई गई है। किसी भी मतदान केंद्र का पेपर भी चेक करना है तो वह करा सकते हैं, सभी दस्तावेजों की जांच के बाद ही सब कुछ सील किया गया है। अब वह सभी सीआरपीएफ की निगरानी में है। अभी पेपर निकालना और उसे मिलाना संभव नहीं है।
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