कवर्धा। खरीफ विपणन 2023-24 में धान नहीं बेच पाए किसानों को समर्थन मूल्य में धान बेचने के लिए अतिरिक्त 4 फरवरी तक राज्य शासन ने धान खरीदी का समय सीमा बढ़ा दिया है। बढ़े समय सीमा में वास्तविक किसानों को धान बेचने में किसी भी प्रकार की असुविधा और परेशानियां ना हो इसके लिए प्रशासन सजग है, वहीं इस बढ़े हुए समय में बिचौलिया और व्यापारियों को धान रोकने के लिए जिला प्रशासन हाई-अलर्ट हो गया है।
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बुधवार देर शाम खाद्य, उपपंजीयक, जिला विपणन और जिला सहकारी केन्द्रीय बैठक की संयुक्त बैठक लेकर आगमी 4 फरवरी तक होने वाले धान खरीदी की गहन समीक्षा की। कलेक्टर ने जिले के ऐसे धान खरीदी केन्द्र जहां 1 फरवरी के लिए सर्वाधिक धान का टोकन जारी हुए है, ऐसे धान खरीदी केन्द्रों की गहनता से समीक्षा की। उन धान खरीदी केन्द्रों में उपार्जन केन्द्र कवर्धा, बिरपुरकला, सोनपरी रानी, सराईसेत, सहित अन्य धान खरीदी केन्द्रों में टोकन धारी किसानों की जानकारी ली गई। यहां बताया गया कि 1 फरवरी के लिए 478 किसानों द्वारा 950 टन की धान खरीदी के लिए टोकन जारी किए गए है। बैठक में यह भी बताया गया कि चालू खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में पिछले वर्ष 22-23 की तुलना में तीन हजार ज्यादा किसानों ने अपना धान समर्थन मूल्य पर बेच लिया है।
कलेक्टर महोबे ने जिले के प्रत्येक धान खरीदी केन्द्रों में 1 फरवरी के लिए धान खरीदी के लिए कटने वाले टोकन की विस्तृत जानकारी लेते हुए उन सभी धान उपार्जान केन्द्रों में विशेष गोपनीय ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर महोबे ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि वास्तविक टोकन धारी किसानों को उनके शेष धान विक्रय में किसी भी प्रकार की अनावश्यक परेशानियां और समस्या नहीं आनी चाहिए। अगर किसानों के टोकन की आड़ में कोई अन्य व्यक्ति, बिचौलिया और व्यापारियों के धान खपाने की तैयारी की जा रही है ऐसे लोगों को लिए अलर्ट रहे। कलेक्टर ने शेष चार दिनों तक कटने वाले धान का टोकन के आधार पर संबंधित किसानों के गिरदावरी से मिलान करने और उनके वतर्मान खेती का भौतिक परीक्षण करने के निर्देश भी दिए।
कलेक्टर ने सेवा सहकारी समिति बोदा (तरेगाव जंगल) के धान खरीदी केंद्र प्रभारी और डाटा एंट्री ऑपरेटर की सेवा समाप्ति करने सहित धान वसूली करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए :
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