दीपावली के लिए मांग की प्रतीक्षा में ईकाइयां
भाटापारा। रुझान बढिय़ा। प्रतिसाद जोरदार। दीपावली के लिए अग्रिम तैयारियों में लगीं मिक्चर निर्माता ईकाइयों को इस बार राहत दे रही है दगड़ी की खरीदी क्योंकि कीमत स्थिर है। आंशिक तेजी की आशंका तो है लेकिन फिलहाल शांत हैं भाव। गणेशोत्सव, फिर नवरात्रि। मध्य में पितृपक्ष। शांत ही रहेगी दगड़ी। लेकिन इस बार जो भाव बोले जा रहे हैं, उससे दिल्ली, उत्तरप्रदेश और ऐसे राज्य जहां मिक्चर बनते हैं, से बेहतर मांग की संभावना बनती नजर आ रही है क्योंकि बीते साल की तुलना में इस बरस पैक्ड मिक्चर की खरीदी बढ़ी हुई है।
प्रतीक्षा इनकी: अपेक्षित मांग की संभावनाओं को देखते हुए स्थानीय दगड़ी बनाने वाली ईकाइयों ने न केवल क्रयशक्ति का ध्यान रखा हुआ है बल्कि गुणवत्ता पर कड़ी नजर रखी हुई है। ऐसे में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और दिल्ली जैसे बड़ी मांग वाले राज्यों में संचालित पैक्ड मिक्चर बनाने वाली ईकाइयों से दगड़ी की बेहतर मांग निकलने की संभावना बन रही है। इसके अलावा अपने प्रदेश की मिक्चर यूनिटों से भी आर्डर के आसार हैं।
स्थानीय मांग यहां से: हॉटल, स्वीट कार्नर और नमकीन भंडार। यह भी दगड़ी के मध्यम दर्जे की उपभोक्ता मांग वाले केंद्र रहते आए हैं। मात्रा ज्यादा तो नहीं होती लेकिन नियमित मांग वाले इन क्षेत्रों का भी दगड़ी ईकाइयों ने विशेष ध्यान रखा हुआ है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र की छोटी दुकानों पर भी विशेष नजर है। यह सभी क्षेत्र ईकाइयों के नियमित संचालन में पूरा सहयोग देते रहे हैं। दगड़ी उत्पादक ईकाइयों ने धान की बढ़ी कीमत के बावजूद तैयार उत्पादन की प्रति क्विंटल कीमत न्यूनतम 3800 रुपए और अधिकतम 4100 रुपए रखी हुई है। बेहतर मानसून, बंपर फसलोत्पादन की संभावना के बीच दगड़ी में जोरदार मांग की आस को देखते हुए प्रति क्विंटल कीमत में 100 से 200 रुपए की तेजी की धारणा से ईकाइयां इंकार नहीं कर रहीं हैं।
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