कोरबा। कोरबा के बुधवारी बाजार में गांजा तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची आबकारी विभाग की टीम की गांजा तस्कर के साथ मारपीट की घटना सामने आई है। गांजा तस्कर ने टीम से विवाद के बाद हाथापाई और मारपीट के बाद फरार हो गया। इस घटना में आबकारी विभाग के चालक घायल हो गया। टीम ने सीएसईबी चौकी में शिकायत दर्ज कराई है। दरअसल, बिलासपुर से आई संभागीय स्तरीय आबकारी विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि कोरबा के बुधवारी बाजार के एक मकान और ठेले से गांजा बेचा जा रहा है। मौके पर पहुंची टीम ने छापेमारी के दौरान एक युवक को बाजार में फेरी लगाकर गांजा बेचते हुए पकड़ा है। पूछताछ में उसने अपना नाम मोनू चौहान (20 वर्ष) बताया। उसने बताया कि वो 500 रुपए की रोजी पर छोटका रेड्डी के कहने पर गांजे की पुड़िया बेचता था। उसने बताया कि प्रत्येक पुड़िया 100 रुपए में बेची जाती थी और सप्लायर विजय सारथी के कहने पर यह काम करता था। मोनू ने आगे बताया कि गांजा ओडिशा से लाया जाता है, लेकिन इसकी लाने ले जाने की जानकारी उसे नहीं थी। टीम ने मोनू को पकड़कर विजय सारथी को फोन कर बुलाया। मौके पर पहुंचते ही विजय ने टीम से विवाद किया। इसके बाद हाथापाई और मारपीट के बाद फरार हो गया। हमले के बाद आबकारी टीम ने सीएसईबी चौकी पुलिस में लिखित शिकायत दी। घटना में टीम के चालक बिलासपुर के चिंगराज पारा नारायण श्रीवास (40) को चोटें आईं, जिनका पुलिस ने मेडिकल परीक्षण कराया। इधर, आबकारी विभाग की टीम गांजा सप्लायर विजय सारथी के घर में दाखिल नहीं हो सकी। घटना के बाद इलाके में भीड़ जुट गई। संभागीय स्तरीय टीम मुकेश पांडे के नेतृत्व में पांच सदस्यों के साथ कार्रवाई कर रही थी, जिसमें एक महिला हेड कांस्टेबल भी शामिल थीं।
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