राजनांदगांव /कॉन्फ्लुएंस कॉलेज के बेस्ट प्रैक्टिस सेल,राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, आइक्यूएसी प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में अंतर महाविद्यालय स्तर गरबा प्रतियोगिता के तहत गीत, संगीत ,नृत्य धारा के साथ नवरात्रि गरबा प्रतियोगिता आयोजित की गईl जिसमें छात्रों ने जीवंत पारंपरिक वेशभूषा आभूषण पहने हुए थे और समूह बनाकर गरबा प्रदर्शन करके अपनी प्रतिभा दिखाते रहें l
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डायरेक्टर संजय अग्रवाल,डॉ. मनीष जैन आशीष अग्रवाल,श्रीमती माया अग्रवाल,श्रीमती निरमा अग्रवाल रहेl कार्यक्रम के निर्णायक श्रीमती जानवी पांडे ट्रांसलेटर कवियत्री दुर्ग एवं श्रीमती डॉ.सरिता श्रीवास्तव कत्थक प्रशिक्षक एवं कोरियोग्राफर भिलाई द्वारा किया गया कार्यक्रमl
संचालन करते हुए प्रो. विजय मानिकपुरी ने कहा कि परंपरागत रूप से गरबा मिट्टी के बर्तन के चारों ओर दीपक के साथ किया जाता है जिसे गर्भदीप कहा जाता है डांडिया में छात्र एवं छात्राओं द्वारा रंगीन बांस की छड़ी और रंग-बिरंगे कपड़ों में ऊर्जावान रूप से नृत्य करते हुए प्रतियोगिता में भाग लियाl और माता शक्ति का आह्वान कियाl
प्राचार्य डॉ .रचना पांडे ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि हर साल नृत्य एवं गरबा हम असलीसार में उस गर्मजोशी और एकजूटता में निहित है, जो हम महसूस करते हैं जब हम परिवार दोस्त और छात्रों संग इकट्ठा होते हैं आनंद, प्रेम और भक्ति से भरा समय होता है इसलिए अंतरमहाविद्यालय स्तरीय प्रतियोगिता कॉलेज में किया जा रहा है जिसमें ख्याति प्राप्त एवं अनुभवी अतिथियों का स्नेह और आशीर्वाद हमको प्राप्त हुआ हैl
छात्रों के प्रोत्साहन हेतु पुरस्कार भी महाविद्यालय द्वारा प्रदान किए गए हैंl महाविद्यालय के डायरेक्टर एवं अतिथि आशीष अग्रवाल,संजय अग्रवाल एवं डॉ.मनीष जैन ने संयुक्त रूप से कहा कि गरबा प्रतियोगिता आदि शक्ति की उपासना का पर्व के रूप में मनाया जाता है इसमें पूरे उत्साह और हर उम्र वर्ग के लोग गरबा प्रतियोगिता में मां की आराधना के लिए एकत्रित हुए हैं पूरे धूमधाम उल्लास रोशनी और संगीत के साथ छात्रों का प्रतियोगिता में भाग लेना उनके खूबसूरत प्रस्तुतीकरण से आज मन प्रफुल्लित हो उठा है यह आयोजन सराहनीय आयोजन रहा कार्यक्रम के निर्णायक श्रीमती जानवी पांडे एवं डॉ.सरिता श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से विद्यार्थियों के उत्साहवर्धन में गरबा नृत्य से संबंधित टिप्स दिए और कहा कि केवल नौ दिनों तक गरबा खेलने ही नहीं इसके पहले की जाने वाली निरंतर प्रैक्टिस भी आपको फायदा देती है माता के उपासना पूजन के साथ-साथ एक दूसरे से मिलना जुलना खुशियां बांटना भी हो जाता है प्रतिभागियों ने बहुत सुंदर प्रस्तुति दी है जिसमें पांच समूह द्वारा भाग लिया गया है प्रत्येक विजेता समूह को पुरस्कार दिया गया हैl गरबा प्रतियोगिता में प्रमुख आकर्षण का केंद्र प्राध्यापकों द्वारा प्रस्तुत किया गया गरबा रहा और बच्चों के संग जमकर आनंद प्राध्यापकों द्वारा उठाया गया जिसमें प्रमुखता से रूबी दान प्रिंसिपल नर्सिंग जेसी लाल उप प्रिंसिपल नर्सिंग सहित प्रीति इंदौरकर ,राधे लाल देवांगन ,धनंजय साहू ,आभा प्रजापति , युक्ता साहू ,ऐश्वर्या श्रीवास्तव ,यशु साहू ,मयंक देवांगन, सुमन साहू ,देविका देवांगन ,सुधीर मिश्रा प्राध्यापकगण सहित नर्सिंग प्रध्यापक विधार्थी, यूजी विधार्थी एवम बी.एड के छात्र सम्मिलित होकर गरबा का आनंद उठाया l पुरस्कार पाकर विद्यार्थियों के चेहरे खिल उठे l सभी अतिथि, निर्णायकों, प्राचार्य एवं प्राध्यापकों द्वारा विजेता समूह को शुभकामनाएं दी गई l
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