रायपुर : प्रदेश में कार्यरत अनियमित कर्मचारी/अधिकारी अपनी मांगों जैसे नियमितिकरण करने, विगत 4-5 वर्षों से निकाले गए अनियमित कर्मचारियों को बहाल करने, छटनी न किये जाने, शासकीय सेवाओं में आउटसोर्सिंग/ठेका प्रथा को पूर्णतः समाप्त कर कर्मचारियों का समायोजन करने, अंशकालिक कर्मचारियों को पूर्णकालीन करने , वादा के विपरित सरकार द्वारा किसी प्रकार का प्रावधान/घोषणा नहीं होने से काफी निराश है और इस वादा खिलाफी के खिलाफ महासंघ अपनी गतिविधियों को गति प्रदान करने 23 जुलाई को "क्रांति दिवस" मनायेगा तथा "वर्चुअल रैली" का आयोजन कर रहा है। 20 जुलाई सोमवार को महासंघ प्रेसवार्ता भी कर रहा है| उक्त के माध्यम से छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ एवं 60 से अधिक सहयोगी संगठन अपनी बहुप्रतीक्षित मांगों को सरकार तक पहुंचाएगी|
उल्लेखनीय है मुख्यमंत्री एवँ कांग्रेस के वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों ने हमारे संघर्ष के दिनों में हमारे मंच पर आये और उनकी सरकार बनने पर 10 दिवस में नियमित करने का वादा किया था तथा हमारी मांगों को कांग्रेस के जन-घोषणा (वचन) पत्र “दूर दृष्टि, पक्का इरादा, कांग्रेस करेगी पूरा वादा” के बिंदु क्रमांक 11 एवं 30 में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण करने, छटनी न करने तथा आउट सोर्सिंग बंद करने का वादा किया| इसी प्रकार दिनांक 14.02.2019 को आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा इस वर्ष किसानों के लिए है आगामी वर्ष कर्मचारियों का होगा के वचन से हम काफी आशान्वित है| परन्तु अनियमित कर्मचारियों की छटनी ने हमारी कमर तोड़ दी है, छटनी से अनियमित साथियों में असुरक्षा, भय, असंतोष व्याप्त है| संघ के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल गिरी गोस्वामी ने कहा कि संगठन अपनी नियमितीकरण एवं छटनी न करने की मांग सहित 5 सूत्रीय मांग को सरकार के समक्ष मजबूती से रखने हेतु आगामी महीनों में 75 से अधिक अनियमित संगठनों से समग्र समन्वय स्थापित कर अपने अनियमित आन्दोलन को तेज करेगा|
Adv