कवर्धा। कामठी गांव में उपजा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। एक बार फिर गांव में गोंडवाना समाज और ग्रामीण आमने सामने आ गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि गोंडवाना समाज के पुजारी फिर से मंदिर में ताला लगाकर फरार हो गए हैं। जबकि नवरात्रि में माता के दर्शन और पूजा के लिए गांव की महिलाएं काली मंदिर पहुंचे हैं। बता दें कि नवरात्रि के पहले ही दिन पुलिस ने दोनों पक्षों का समझौता कराया था और मंदिर पर ताला नहीं लगाने की सहमति बनी थी। बता दें कि कवर्धा जिले के कुकदुर थाना के कामठी गांव का है, जहां मंदिर प्रांगण में स्थापित 5 मंदिरों को लेकर विवाद हो गया था, जिसके बाद गोंडवाना समाज के लिए लोगों ने देवी दूर्गा की मूर्ति की स्थापना पर रोक लगा दी गई थी। वहीं, मूर्ति की स्थापना पर रोक लगाए जाने के बाद एक बार फिर गांव में विवाद की स्थिति पैदा हो गई थी। वहीं, मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस ने दोनों पक्षों की बैठक कराई और समझाइश दी, जिसके बाद माता की मूर्ति स्थापित किया जा सका। बताया जा रहा है कि पिछले तीन साल से गांव में गोंडवाना समाज और अन्य समाज के बीच तनाव का माहौल बना हुआ था। गोंडवाना समाज की ओर से गांव के मंदिरों में कब्जा कर लिया गया था और वहां पर समाजिक झंडा लगा दिया गया था। इतना ही नहीं समाज की ओर से ये भी दावा किया गया कि ये मंदिर अब गोंडवाना समाज का है। इसी बात को लेकर विवाद चला आ रहा था।
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