रिटायरमेंट के बाद भी बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे
बसना। मुख्यमंत्री गौरव अलंकार से सम्मानित शिक्षक गुरुदेव प्रधान आज किसी मोहताज नहीं है। मेदनीपुर बसना के शिक्षक गुरुदेव प्रधान जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में संकल्पित और अपनी प्रबल इच्छाशक्ति से क्षेत्र में बदलाव लेकर आये। सेवानिवृत्ति होने के बाद भी आज भी वो शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय बरोली के बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री गौरव अलंकार से सम्मानित शिक्षक गुरुदेव प्रधान 31 अगस्त 2023 को सेवानिवृत्त हो गये हैं लेकिन गुरुदेव प्रधान मानते हैं कि भले ही कागजी दस्तावेजों में उन्हें रिटायरमेंट मिली है लेकिन मन से आज भी वो स्कूल की शिक्षक हैं जो सांस चलने तक बच्चों को शिक्षा से जोडऩे का काम करते रहेंगे। इसके अलावा भारत स्काउट-गाइड संघ, पौधेरोपण कर पर्यावरण संरक्षण, खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को आम लोगों के बीच प्रचार प्रसार कर जनजागरूकता अभियान जाने जाते है। बसना विकासखंड में जब भी शिक्षा की बात होगी तो शिक्षक गुरुदेव प्रधान का जिक्र होना लाजमी है। सामान्य गरीब परिवार में बड़े संघर्ष के साथ शिक्षा विभाग में जुलाई 1987 में पाटनदादर पिथौरा में शिक्षक रूप में प्रथम नियुक्ति हुई थी जो शिक्षा विभाग में 36 वर्षो के सेवाकाल मे शिक्षा की जो अलख जगाई।
उससे कई छात्रों का जीवन संवर चुके है। इस दौरान अध्यापन कार्य के साथ-साथ भारत स्काउट व गाइड संघ बसना एलडब्लूपी डिग्रीधारी कुशल प्रशिक्षण, खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को आम लोगों के बीच प्रचार प्रसार कर जनजागरूकता अभियान जाने जाते हैं। उसके अलावा इनके नेतृत्व में मेदनीपुर में 500 सौगान पौधे का पौधेरोपण कर नर्सरी तैयार किया है जो आज पूरे पौधे वृक्ष बन गए है। अगस्त 2023 में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरोली से सेवानिवृत्त होने के बाद भी आजीवन अपने विद्यालय में जाकर शिक्षण व्यवस्था देखने की ठानी है। शिक्षक गुरुदेव प्रधान बताते हैं कि मेहनत और लगन के साथ लक्ष्य की ओर ध्यान केंद्रित कर जब आप बढ़ते हैं तो परिस्थितियां खुद-ब-खुद आपके पक्ष में आ जाती है। वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री गौरव अलंकार 2023 में ग्राम पंचायत बरोली द्वारा बेस्ट शिक्षक का अवार्ड उनके जीवन का अनमोल पल थे। इसके अलावा अनगिनत पुरुस्कार जीते हैं।
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