रेत माफिया के अवैध कारोबार के संबंध में , लिखने छापने पर पत्रकारों को दिया जाता है जान से मारने की धमकी
डोंगरगढ़ - बरसात कम होते ही जंगल नालों से रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन खुलेआम पूरे डोंगरगढ़ तहसील के अंदर वन विभाग , खनिज विभाग और राजस्व विभाग के कर्मचारियों व रेत माफियाओं की मिली भगत से किया जा रहा है। डोंगरगढ़ ब्लॉक के जंगल क्षेत्रों में रेत माफियाओं का कारोबार धड़ल्ले से जारी है।डोंगरगढ़ ब्लॉक के ग्राम चारभांठा और ग्राम फत्तेगंज में रेत माफियाओं को बेखौफ होकर रेत चोरी करते देखा जा सकता है । वन परिक्षेत्र दक्षिण बोरतलाव उप परिक्षेत्र चारभांठा फत्तेगंज क्षेत्रों में लगातार रेत निकासी कर रेत माफिया जगह - जगह रेत डंप कर रखे हैं।
सूत्रों के अनुसार चारभांठा फत्तेगंज जंगल क्षेत्र में दो रेत चोर लगातार सक्रिय है। क्षेत्र में दोनों रेत माफिया लंबे समय से रेत , मुरूम के अवैध कारोबार कर रहे है। रेत माफिया राजनीतिक पार्टी से जुड़े हुए है। पार्टी कार्यकर्ता होने के कारण गांव क्षेत्र में अपना राजनीतिक धौंस दिखाकर रेत , मुरूम का अवैध परिवहन चोरी कर कारोबार कर रहे हैं। बताया जाता है , कि रेत माफिया द्वारा प्रशासनिक कर्मचारियों को कार्यवाही न करने की राजनीतिक धौंस दिखाकर डराया धमकाया जाता है , जिस वजह से प्रशासनिक कर्मचारी रेत माफियाओं पर कार्यवाही करने से बचते हैं।रेत माफिया द्वारा पत्रकारों को भी अवैध कारोबार के संबंध में लिखने छापने पर डराया धमकाया जाता है , एवं जान से मारने की धमकी दिया जाता हैं । रेत माफियाओं और वन कर्मचारियों की मिलीभगत से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन को खुलेआम कारोबारी अंजाम दिया जा रहा है। जगह - जगह रेत माफिया द्वारा रेत अधिक मात्रा में डंप कर रखा गया है , ताकि आने वाले समय पर अधिक दाम पर बेचने का खेल खेला जा सके ।
जानकारी के अनुसार रेत माफिया गांव से जंगल करीब होने का लाभ हमेशा उठाते हैं , और अधिक मात्रा में रेत चोरी कर घर , गोदाम और आसपास भर्री गौशाला की जमीन पर रेत डंप कर रेत माफिया द्वारा रखा गया है ।आर्डर मिलने पर संबंधित जगहों पर सप्लाई की जाती है। रेत की कीमत आसमान छू रही है। जिसका लाभ रेत माफिया ऊंचे दामों पर बेचकर उठा रहे हैं। आम जनता को रेत महंगे दाम पर खरीदना पड़ रहा है । रेत माफिया और वन रक्षक रेत की कमाई से मोटी रकम जुटा रहे हैं। चारभांठा फत्तेगंज क्षेत्र के जंगलों से लगातार बेखौफ सैकड़ों ट्रिप रेती की निकासी हो रही है। जंगल के अंदर रेत माफिया अवैध रूप से वन झाड़ों को अधिक मात्रा में काट कर ट्रैक्टरो के लिए आने जाने रास्ता बनाया जा रहा है। जिससे शासन प्रशासन को भारी हानि का नुकसान रेत माफिया द्वारा पहुंचाया जा रहा है। रात और दिन तीनों पहर रेत के लिए अधिक मात्रा में ट्रैक्टरों का जंगलों में बेखौफ रूप से आवागमन जारी है। रेत चोर वर्षो से चारभांठा फत्तेगंज जंगल में सक्रिय हैं। जंगल में इन दिनों रेत के लिए रेत माफियाओं में होड़ मची हुई है। रेत माफिया लगातार जंगल से रेत निकाल रहे हैं। रेत माफिया और वन अफसरों की गाढ़ी कमाई अधिक है। इस वजह से रेत माफियाओं को रोक पाने में वन अमला नाकाम है । कलेक्टर एवं पोलिस प्रशासन को चाहिए कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए रेत माफियाओं पर कड़ी कार्यवाही अभियान चलाए ।
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