रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ी हुई बिजली दर का स्टील और स्पंज आइरन फैक्ट्री के संचालक बड़े स्तर पर विरोध करने जा रहे हैं. इस कड़ी में छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ने 29 जुलाई के रात 12 बजे से प्लांट को बंद करने का फैसला लिया है.
छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल नचरानी ने लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में बताया कि पहले चरण में सीएसपीडीसीएल आधारित मिनी स्टील उद्योग को बंद किया जाएगा. इसके बाद में प्रदेश के 500 उद्योगों को भी बंद करने का फैसला संघ ने लिया है. अगर यह तमाम उद्योग बंद होंगे तो निश्चित तौर पर छत्तीसगढ़ में एक बड़ी समस्या खड़ी होने वाली है.
नचरानी ने उद्योगों को बंद किए जाने की वजह बताते हुए कहा कि 1 जून से 25 प्रतिशत बिजली की दरों में वृद्धि कर दी गई है.
इस संबंध में हमने सीएम, डिप्टी सीएम, उद्योग मंत्री, वित्त मंत्री से मुलाकात की थी. हमने सभी को बताया है कि यह बहुत बड़ी वृद्धि है, जिससे उद्योग सरवाइव नहीं कर पाएंगे. हमने बताया कि अभी हमें 4000 रुपए प्रति टन के हिसाब से नुकसान उठाना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि अगर सरकार बढ़ी हुई बिजली का दर वापस लेती है, तो हम उद्योग बंद नहीं करेंगे. लेकिन वापस नहीं लेती है
तो हमें मजबूरन प्रदेश के सभी उद्योगों को बंद करना पड़ेगा, जिसका लोगों के रोजगार और प्रदेश सरकार को राजस्व का बड़ा नुकसान होगा.
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