बिलासपुर। जिले में विधानसभा चुनाव संपन्न शांतिपूर्वक कराने में पुलिस कर्मियों और सीएपीएफ के जवानों की प्रमुख भूमिका रही. पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के निर्देश पर पिछले साल के कुल 3,912 की बजाय इस पूरे साल में अभूतपूर्व संख्या में अब तक 20,921 लोगों पर और आचार संहिता दौरान 2,818 लोगों पर प्रतिबंधात्मक कारवाइयां हुई. इन प्रतिबंधात्मक कार्रवाइयों से सामाजिक तत्वों और गड़बड़ी करने वाले लोगों में एक कड़ा संदेश गया कि चुनाव प्रक्रियाओं में अगर वह बदमाशी करते हैं, तो उनसे सख्ती से निपटा जाएगा.
चुनाव के एक दिन पूर्व तक असामाजिक तत्वों और गुंडा बदमाशों की कड़ी निगरानी की गई और थानावार परेड निकाली गई. बहुतों के खिलाफ पुलिस द्वारा जिला बदर के प्रकरण बनाए गए और जिसमें से छह को जिला बदर किया गया और दो पर रासुका लगाकर कार्रवाई हुई. आचार संहिता दौरान 1,158 वारंटी को प्रदेश के अलग-अलग जिलों और दूसरे प्रदेशों से भी लाकर कोर्ट में पेश किया गया.
इन कार्रवाइयों का सीधा असर चुनाव के दौरान देखने को मिला, पूरे जिले में चुनाव के दिन एक भी हिंसा या वाद-विवाद के प्रकरणों में चुनाव के दिन कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई. लगातार पेट्रोलिंग और पुलिस टीम द्वारा शिकायत स्थल पर त्वरित पहुंचने से कही भी बड़ा विवाद नहीं हुआ.
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