रायपुर। वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक रिकेश सेन के टिप्पणी को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि सत्ता के अहंकार में भाजपा के नेता अपना लोकतांत्रिक धर्म भूल चुके हैं। निर्वाचित जनप्रतिनिधि, जनता के प्रति जवाबदेह हैं, लेकिन अपनी नाकामियों और अवैधानिक कृत्यों पर परदेदारी करने भाजपा नेता खुलेआम धमकाने लगे हैं। पत्रकारों को सार्वजनिक तौर पर ब्लैकमेलर और दलाल कहना सीधे तौर पर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को अपमानित करना है। भाजपा विधायक रिकेश सेन के खिलाफ़ सैकड़ों लोगों ने पुलिस अधिकारियों को शिकायत का ज्ञापन सौंपा है। ऐसे व्यक्ति को आखिर किसका सरंक्षण है? क्या मजबूरी है? साय सरकार तत्काल एफआईआर दर्ज कर, ठोस कार्यवाही करे और पत्रकारों से निःशर्त माफ़ी मांगे।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया, अभिव्यक्ति की आजादी और असहमति का भी पूरा सम्मान किया। हर तरह से समीक्षा और विचारों को स्थान दिया गया लेकिन छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आते ही पत्रकारों को दमन पूर्वक नियंत्रित करने अनुचित दबाव बनाने का कुत्सित प्रयास शुरु हो गया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि डबल इंजन की सरकार बनते ही छत्तीसगढ़ में माफिया राज शुरू हो गया है। भाजपा नेताओं के सरंक्षण में जुआ, सट्टा, नशे के अवैध कारोबार, रेत और खदानों में वर्चस्व के लिए प्रतिस्पर्धा चल रही है। भाजपा नेताओं के संरक्षण में चल रहे अवैध कारोबार के खिलाफ आवाज उठाने पर इसी तरह से आम जनता और पत्रकारों को धमकाया जा रहा है। पूरे प्रदेश में भय और अराजकता का माहौल निर्मित हो गया है। पत्रकारों को लेकर सोशल मीडिया में इस तरह की अमर्यादित टिप्पणी न केवल निंदनीय है, बल्कि आईटी एक्ट के तहत अपराध भी है। साय सरकार ऐसे लोगों पर तत्काल कार्यवाही करें।
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