रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में धर्मांतरण को लेकर मामला फिर गरमा गया है। रविवार को काशीराम चौक के पास एक घर में धर्म परिवर्तन कराने की सूचना पर हिंदू संगठन मौके पर पहुंचा। कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। जय श्री राम के नारे लगाए। दरअसल, गांधीनगर में पादरी साउल नागा के घर में प्रार्थना सभा चल रही थी। नारेबाजी के बीच मोहल्लेवासी भी वहां इकट्ठा हो गए और पास्टर को घर से बाहर निकालने की मांग करने लगे। शहर में डेढ़ महीने में यह चौथा मामला है। भीड़ इकट्ठा होने की सूचना मिलने पर अधिकारियों पहुंचे और पुलिस बल भी बुलाया गया। प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस ने घर के अंदर पहुंचकर पादरी से पूछताछ की। काफी हंगामे के बाद घर से पास्टर को निकालकर पुलिस थाने ले गई। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल शुक्ला का कहना है कि, जब भाजपा की सरकार आई है, तब से धर्मांतरण के मामले बढ़े हैं। लालच देकर इस तरह धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, जो कि गलत है। उनका कहना है कि कांग्रेस सरकार पिछले पांच साल थी। लेकिन ऐसी घटनाएं नहीं हुई। 15 साल तक भाजपा की सरकार में ही धर्मांतरण फल-फूल रहा था। भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने कहा कि, आजादी के बाद से लंबे समय तक कांग्रेस सरकार रही। कांग्रेस की सरकार ने ऐसे लोगों को फलने-फूलने का अवसर दिया। ऐसे मामले में कभी भी कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई। अब धर्मांतरण भारतीय जनता पार्टी की सरकार में किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं है।
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