बिलासपुर। वंदेभारत एक्सप्रेस का पेंटो OHE में फंस गया। इसके चलते ट्रेन की बिजली बंद हो गई और सभी कोच में अंधेरा छा गया और एसी बंद हो गए। भीषण गर्मी में ट्रेन ढाई घंटे तक छत्तीसगढ़ के भाटापारा-निपनिया के पास खड़ी रही। इससे परेशान यात्रियों ने जमकर हंगामा मचाया।
दरअसल, हाईटेक ट्रेन में आई खराबी को समझने में ही काफी मशक्कत करनी पड़ी और काफी प्रयास के बाद तकनीकी खामियों को दूर करने में रेलवे की टेक्निकल टीम को पसीना आ गया। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के जोनल मुख्यालय बिलासपुर से नागपुर और नागपुर से बिलासपुर तक चलने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस में पहली बार तनकीकी खराबी आई और ट्रेन के पहिए थम गए। दरअसल, नागपुर से रवाना होने वाली यह ट्रेन रोज की तरह
इसका बिलासपुर पहुंचने का समय शाम 7:30 बजे है। ट्रेन अपनी गति से रायपुर से बिलासपुर की ओर बढ़ रही थी। मिडिल लाइन से गुजर रही यह गाड़ी भाटापारा-निपनिया के पास पहुंची थी, तभी अचानक ट्रेन रूक गई।
पहले यात्रियों को लगा कि सिग्नल की वजह से ट्रेन रूकी होगी। लेकिन, जैसे ही ट्रेन की लाइट बंद हुई और कोच में अंधेरा छा गया और सभी कोच के एसी भी बंद हो गए। तब यात्री परेशान हो गए।
इस दौरान ट्रेन में मौजूद क्रू मेंबर, लोको पायलट और अन्य स्टाफ को भी माजरा समझ नहीं आया। हालांकि, अपने लेवल पर वो खामियों को ढूंढते रहे। जब उन्हें पता चला कि ट्रेन का पेंटो OHE तार में फंस गया है, जिसके कारण से बिजली सप्लाई नहीं हो रही है, तब उन्होंने कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद भाटापारा से टेक्निकल टीम मौके पर पहुंची।
हाईटेक ट्रेन के परिचालन में आई तकनीकी दिक्कतों को उन्हें समझने में ही घंटों लग गया। इस दौरान काफी मशक्कत के बाद रेलवे की टीम ने तकनीकी खामियों को दूर किया।
जिस जगह पर ट्रेन खड़ी थी, वहां आसपास कुछ नहीं था। ट्रेन में बिजली सप्लाई बंद होने के कारण लाइट गुल हो गई और सभी कोच के एसी भी बंद हो गए। इससे भीषण गर्मी में यात्री परेशान होते रहे। लिहाजा, नाराज यात्रियों ने जमकर हंगामा मचाया।
हाईटेक्नालॉजी वाली इस ट्रेन की तकनीकी दिक्कतों को समझने में रेलवे की टेक्निकल टीम को काफी प्रयास करना पड़ा, जिसके चलते ढाई घंटे तक एक्सप्रेस निपनिया के पास खड़ी रही। जब ट्रेन में बिजली सप्लाई शुरू हुई और लाइट के साथ एसी चालू हुआ, तब यात्रियों ने राहत की सांस ली।
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