राजनांदगांव/ काॅन्फ्लुऐसं महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा नेकी की दीवार बनाई गई । जिसमें छात्र अपना ऐसा समान जिनका उन्हें उपयोग नहीं है, लेकिन दूसरे छात्रों को उनकी जरूरत है के लिए रखें हैं
इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को एक जगह उपलब्ध करवाना है, जहां वह ऐसी वस्तुओं जैसे किताबें, कपड़े इत्यादि को छोड़ सकते हैं जो उनके इस्तेमाल में नही है।
महाविद्यालय के प्राचार्य जी ने बताया कि आमतौर पर लोग घरों की सफाई के दौरान ऐसे सामान को अलग रख देते है, जो रोजमर्रा में उपयोग में नहीं आता, लेकिन साधनों से वंचित लोगों के लिए यह सामान उपयोगी हो सकता है। इसी सोच के साथ विद्यार्थियों ने डोर-टू-डोर लोगों से ऐसा सामान देने का आग्रह किया। इस सामान में सबसे ज्यादा कपड़े है। इसके अलावा, लोगों ने किताबें, खिलौने, तथा रोजमर्रा की अन्य चीजें दान में दी है।
इसी तरह सामाजिक सरोकार तथा परोपकार की भावना को लेकर विद्यार्थी जिस तरह से कार्य कर रहे है, सभी के लिए प्रेरणादायी है। अभियान के तहत विद्यार्थियों द्वारा इकट्ठा किया गया सामान बघोला, पलवल के आंचल छाया अनाथालय में भेजा जाता है और शहर की बस्तियों, वद्धाश्रमों को भी जरूरत के अनुसार सामान भेजा जाता है। 'जॉय ऑफ गि¨वग' अभियान का उद्देश्य विद्यार्थियों में परोपकार एवं सामाजिक सरोकार की भावना पैदा करना है।
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