स्विस बैंक में लगातार भारतीयों का पैसा कम हो जा रहा है और अब ये तीन दशक में तीसरे सबसे न्यूनतम स्तर पर जा पहुंचा है। स्विट्जरलैंड सेंट्रल बैंक के वार्षिक आंकड़े गुरुवार को सामने आए हैं। स्विस नेशनल बैंक आंकड़े के मुताबिक, सभी स्विस बैंकों और उनकी भारत स्थित शाखाओं में भारतीय का कुल जमा धन तीन दशकों में तीसरे सबसे न्यूनतम स्तर पर आ गया है।
स्विस बैंकों में भारतीय नागरिकों, उपक्रमों का जमा धन 2019 में 6 प्रतिशत घटकर 89.9 करोड़ सीएचएफ (6,625 करोड़ रुपये) रह गया। हालांकि, स्विटजरलैंड के बैंकों में पाकिस्तान, बांग्लादेश के नागरिकों, कंपनियों की जमा राशि भी घटी है लेकिन अमेरिका, ब्रिटेन की बढ़ी है।
स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) ने 1987 से आंकड़ों का संग्रह शुरू किया, तब से यह तीन दशक से भी अधिक समय में तीसरे सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। एसएनबी के अनुसार 2019 के अंत में स्विस बैंकों के ऊपर भारतीयों की कुल 89.946 करोड़ स्विस फ्रैंक की देनदरी थी। इसमें 55 करोड़ स्विस फ्रैंक (सीएचएफ) (4,000 करोड़ रुपये से अधिक) ग्राहकों के जमा, 8.8 करोड़ स्विस फ्रैंक (650 करोड़ रुपये) दूसरे बैंकों के जरिये जमा तथा 25.4 करोड़ स्विस फ्रैंक (1,900 करोड़ रुपये) अन्य राशि प्रतिभूतियों और अन्य वित्तीय उत्पादों के रूप में हैं।
इसके अलावा 74 लाख स्विस फ्रैंक (50 करोड़ रुपये) ट्रस्ट के जरिये जमा हैं। इन सभी चारों श्रेणी में जमा में गिरावट दर्ज की गई। ये आधिकारिक आंकड़े हैं जो बैंकों ने एसएनबी को दिए हैं। यह स्विट्जरलैंड में जमा भारतीयों के कालाधन का संकेत नहीं देते जिसको लेकर चर्चा होती रही है। इन आंकड़ों में उन भारतीयों, प्रवासी भारतीयों या अन्य के धन शामिल नहीं है जो स्विस बैंकों में तीसरे देशों की इकाइयों के नाम पर रखे गए हों।
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