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  • 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी से खौफजदा भाजपा फिर रच रही षडयंत्र

    12-Sep-2023

    रायपुर 12 सितंबर 2023। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रकाश मणी वैष्णव ने कहा कि हर बार भूपेश सरकार द्वारा की गई सफल धान खरीदी और इस बार की गयी 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की घोषणा से भाजपा बुरी तरह खौफ़जदा है। भाजपा जानती है कि इस चुनावी वर्ष में 20 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से सफलतापूर्वक धान खरीदी हो गई तो किसान विरोधी होने की पर्याय बन चुकी भाजपा को इस चुनाव में 14 सीट बचाने में भी मुश्किल जाएगी। इसलिए हर बार की तरह इस बार भी छत्तीसगढ़ भाजपा मोदी सरकार के साथ मिलकर धान खरीदी को बाधित करने का षड्यंत्र रच रही है। इस षड्यंत्र की शुरुआत मोदी सरकार ने छत्तीसगढ़ सरकार से चावल खरीदी के कोटे को घटाकर किया है। भूपेश सरकार से भयभीत मोदी सरकार और भाजपा ने छत्तीसगढ़ से चावल खरीदी के कोटे को 86 लाख मिट्रिक टन से घटाकर 61 लाख मिट्रिक टन कर दिया है और इसीलिये मोदी सरकार ने बायोमीट्रिक सिस्टम को अनिवार्य किया है जिस पर रोक के लिये भूपेश सरकार ने मोदी सरकार को पत्र भी लिखा है। मोदी सरकार चाहती है कि भूपेश सरकार धान खरीदी को लेकर अपने कदम पीछे हटा ले मगर भूपेश सरकार किसान कल्याण के संकल्प को लेकर सरकार में आई है और कितनी भी विपरीत परिस्थिति मोदी सरकार पैदा कर ले भूपेश सरकार अपना वादा पूरा करेगी।

    प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रकाश मणी वैष्णव ने कहा कि इस प्रकार की ओछी हरकत मोदी सरकार द्वारा पहली बार नहीं की गई है, भूपेश सरकार द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्ययोजनाओं और छत्तीसगढ़ मॉडल की ख्याति देखकर कुंठाग्रस्त मोदी सरकार लगातार छत्तीसगढ़ के प्रति भेदभाव पूर्ण रवैया बनाए हुए है। मोदी सरकार बार-बार संघी ढांचे पर प्रहार कर भूपेश सरकार के कामों में अड़चन डालने का प्रयास करती रही है। जब भूपेश सरकार ने किसानों को 2500 रु समर्थन मूल्य देने की बात कही तब मोदी सरकार ने सेंट्रल पूल में चावल लेने से मना कर दिया, धान खरीदी के समय केंद्र सरकार बारदाने की आपूर्ति रोक देती है, कभी मोदी सरकार कहती है कि हम केंद्रीय पूल में उसना चावल नहीं लेंगे। छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता जब भी मोदी सरकार के साथ मिलकर धान खरीदने में अड़चन डालने का प्रयास करते हैं भूपेश सरकार हर बार कोई नया तरीका अपने वादे को पूरा करने के लिए निकाल लेती है। जब भूपेश सरकार द्वारा 2500 रु समर्थन मूल्य देने पर केंद्रीय पूल में चावल न लेने की बात मोदी सरकार द्वारा कही गई तब भूपेश सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना लाकर अपना वादा निभाया। जब मोदी सरकार ने उसना चावल लेने से मना कर दिया तब भी भूपेश सरकार ने किसानों से 2500 रु में खरीदी कर बाजार में 1300-1400 में नीलाम कर घाटा सहा मगर किसानों को घाटा नहीं सहने दिया। भूपेश सरकार ने पिछली बार धान खरीदी के लिए 35000 करोड़ कर्ज लिया था और इस बार भी जरुरत पड़ी तो लेंगे मगर किसानों के हित पर आँच आने नहीं देंगे।

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  • आज से भाजपा की परिवर्तन यात्रा, कांग्रेस ने बोला हमला, अमित शाह से पूछे नौ सवाल

    12-Sep-2023

    जगदलपुर 12 सितम्बर 2023। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज दंतेवाड़ा से बस्तर संभाग में चुनावी यात्रा शुरू कर रहे है। भारतीय जनता पार्टी ने इस यात्रा का नाम परिवर्तन यात्रा दिया है। इस परिवर्तन यात्रा और अमित शाह पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष समेत बस्तर के 12 विधायकों ने हमला बोला। सोमवार को राजीव भवन में हुई प्रेसवार्ता में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से नौ सवाल पूछते हुये जवाब मांगा। कांग्रेस के प्रदेश सह प्रभारी सप्तगिरि उल्का ने कहा कि शाह ने जब-जब मुंह खोला है तब तक झूठ बोला है इस परिवर्तन यात्रा से छत्तीसगढ़ में कुछ नहीं बदलेगा बल्कि केंद्र में इस बार लोकसभा चुनाव भी भारतीय जनता पार्टी हारेगी। इसके बाद मीडिया को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि बस्तर की जनता उनसे जानना चाहती है कि 15 सालों तक छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार के दौरान बस्तर के आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों को बंधक बनाकर रखा गया था। 15 सालों तक बस्तर में शोषण का दौर चल रहा था। हम बस्तरवासी अपने ही जल, जंगल, जमीन पर अधिकार से वंचित कर दिये गये थे। जब बस्तर के साथ अत्याचार हो रहा था तब भाजपा नेतृत्व क्यों मौन था? 

     
     
    दीपक बैज ने कहा कि 15 सालों तक बस्तर के आदिवासियों को छोटी-छोटी धाराओं में मासूम आदिवासियों को वर्षों तक जेल की सलाखों में बंद रखा गया था। उनकी जमीनों को कोड़ियों के दाम लूटने का षडयंत्र रचा गया। जल, जंगल, जमीन पर आदिवासियों के नैसर्गिक अधिकारों का हनन किया गया था। 15 सालों तक साढ़े पांच लाख से अधिक वन अधिकार पट्टों को लंबित रखा था? बस्तर में हजारों आदिवासियों को नक्सली बताकर भाजपा की सरकार ने वर्षों से जेलों में बंद रखा था, कांग्रेस की सरकार ने उनकी रिहाई शुरू करवाया। बस्तर में 400 से अधिक स्कूल भाजपा सरकार ने बंद कर दिया था। बस्तर में लोग डायरिया, मलेरिया से मरते रहे, भाजपा को कभी आदिवासियों के स्वास्थ्य का ख्याल नहीं आया। 
     
    आगे कहा कि आदिवासियों के संबंध में उनके अधिकारों के संबंध में कुछ भी बोलने के पहले समूची भाजपा को छत्तीसगढ़ के 32 प्रतिशत आदिवासी समाज से माफी मांगनी चाहिये। भाजपा के 15 सालों में छत्तीसगढ़ के आदिवासी ठगे गये, उनकी प्रगति को रोकने का षड़यंत्र रचा गया था। छल, कपट कर 15 साल तक रमन सरकार निर्दोष आदिवासियों को जेल में बन्द किया जाता रहा। रमन सिंह सरकार में पांचवी अनुसूची क्षेत्रों को मिले कानूनी अधिकारों को दरकिनार कर ग्राम सभा के अनुमोदन के बिना हजारों आदिवासी से जमीन छीनी गई। 15 सालों तक रमन राज में हुए आदिवासियों के ऊपर अत्याचार शोषण, खून खराबे के लिये अमित शाह और भाजपा दोषी भाजपा नेताओं पर कार्रवाई कब करेगी? 15 सालों तक बस्तर के शोषण के लिये अमित शाह माफी मांगे।

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  • अमित शाह का छत्तीसगढ़ दौरा रद्द: परिवर्तन यात्रा में अरुण साव ने कहा- बस्तर की 12 और छत्तीसगढ़ सारा, प्रदेश में बनेगी डबल इंजन सरकार

    12-Sep-2023

    दंतेवाड़ा/रायपुर 12 सितम्बर 2023। दंतेवाड़ा में मंगलवार को बीजेपी की परिवर्तन यात्रा को प्रभारी ओम माथुर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे पहले अमित शाह इसका शुभारंभ करने वाले थे लेकिन उनका छत्तीसगढ़ दौरा रद्द हो गया। इस दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि, प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनानी है। किसी से भी पूछो 2024 में प्रधानमंत्री कौन बनेगा तो एक ही आवाज आती है नरेंद्र मोदी बनेंगे। इसलिए बस्तर की 12 और छत्तीसगढ़ सारा हम जीतेंगे। अरुण साव ने आगे कहा कि, छत्तीसगढ़ के लोगों को लूटने वालों की सरकार चल रही है। एक भी वादा कांग्रेस ने पूरा नहीं किया। अगर बस्तर की जनता कुर्सी में बैठाना जानती है तो, कुर्सी से उतारना भी जानती है। प्रधानमंत्री आवास से वंचित करने का काम कांग्रेस ने किया।

     
    वहीं पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि, आपका आशीर्वाद मिलेगा और परिवर्तन होकर रहेगा। बस्तर के तेंदूपत्ता तोड़ने वालों का कांग्रेस ने अपमान किया। हमने चरण पादुका योजना शुरू की थी जिसे कांग्रेस सरकार ने बंद कर दिया।
     
    कांग्रेस ने दौरा रद्द होने पर साधा निशाना
     
    वहीं गृहमंत्री शाह का छत्तीसगढ़ दौरा रद्द होने पर कांग्रेस ने निशाना साधा है। उसने परिवर्तन यात्रा को कथित और फ्लॉप बताया है। साथ ही कहा है कि जनता नहीं पहुंची है।
     
    प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव कर रहे यात्रा का नेतृत्व
     
    भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव इस परिवर्तन यात्रा के पहले चरण का नेतृत्व कर रहे हैं। पहले चरण में यात्रा दंतेवाड़ा से शुरू हुई है। इसका समापन बिलासपुर में होगा। इस दौरान करीब 1728 किमी की यह यात्रा 16 दिन में पूरी की जाएगी। इसमें अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में करीब 45 आम सभाएं, 32 स्वागत सभाएं और 5 रोड शो होंगे।
     
    28 को होगा समापन, प्रधानमंत्री होंगे शामिल
     
    प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने बताया कि, इन दोनों यात्रा का समापन 28 सितंबर को होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समापन कार्यक्रम में शामिल होंगे। दोनों यात्रा करीब 2989 किमी की होगी। अलग-अलग जगह पर भाजपा के राष्ट्रीय से लेकर प्रदेश स्तर के नेता भी शामिल होंगे।

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  • सरकार आने पर भ्रष्टाचारियों को उल्टा लटकाकर सीधा करेंगे – शाह

    03-Sep-2023

    रायपुर 03 सितम्बर 2023। भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सानिध्य में शनिवार को आरोप पत्र जारी किया। इस अवसर पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार की सीरीज चलाने का आरोप लगाते हुए शाह ने खुली चेतावनी दी है कि कांग्रेस की प्रदेश सरकार का भ्रष्टाचार अभी पूरा सामने नहीं आया है, वह तो जब भाजपा की सरकार छत्तीसगढ़ में आएगी और भ्रष्टाचारियों को उल्टा लटकाएगी, तब भ्रष्टाचार का पूरा आँकड़ा और सच सामने आएगा। शाह ने प्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के 15 वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को 9 वर्षों ‘सेवा-सुशासन-गरीब कल्याण’ के कार्यक्रमों का ब्योरा देते हुए प्रदेश की भूपेश सरकार को छोटी आबादी की सबसे बड़ी भ्रष्ट सरकार बताते हुए जमकर निशाना साधा। राजधानी के पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में शाह ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव सामान्य चुनाव नहीं है, यह चुनाव छत्तीसगढ़ की सुनहरे भविष्य को आधारशिला रखने वाला चुनाव है।

     
    केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने मिशन आदित्य की लॉन्चिंग की प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पाँच सालों से वादाखिलाफी, भ्रष्टाचार और घपलों-घोटालों की सरकार चल रही है। भाजपा ने उस सरकार के खिलाफ जनजागृति लाने के लिए भाजपा ने एक आरोप पत्र तैयार किया है। छत्तीसगढ़ में भाजपा की पूर्ववर्ती राज्य सरकार के 15 वर्षों के कार्यकाल की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि श्रद्धेय अटलजी ने जिन सपनों के साथ छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया था, उन सपनों को साकार करने का वह कार्यकाल था। प्रदेश के पहले चुनाव के बाद डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्रित्व में छत्तीसगढ़ ने 15 साल तक विकास की अविरल यात्रा की। अमित शाह ने कहा कि सन 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चथ्तीसगढ़ को विकसित करने के अनेक प्रयास हुए। लेकिन 2018 में छत्तीसगढ़ में बनी कांग्रेस की सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी का साथ देने के बजाय छत्तीसगढ़ में लूट-खसोट, भ्रष्टाचार और घपलों-घोटालों की सरकार बनाई, जिसके कारण छत्तीसगढ़ के विकास पर सवालिया निशान लग गया है। छत्तीसगढ़ की जनता ने हमेशा भाजपा को अपना आशीर्वाद दिया है। शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि 2023 के विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की सभी 11 लोकसभा सीटें भाजपा जीतेगी और डबल इंजन की सरकार प्रदेश को विकास की ऊँचाई पर ले जाएगी।

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  • भाजपा का आरोप पत्र छत्तीसगढ़ की जनता के खिलाफ: कांग्रेस

    02-Sep-2023

    रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा के द्वारा लगाये गये आरोप को सिरे से खारिज करते हुये कहा कि भाजपा के पास मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चेहरा के आगे कोई चेहरा नहीं है सरकार के जनकल्याणकारी योजनाओं के आगे कोई मुद्दा नहीं है भूपेश सरकार में प्रदेश के हर वर्ग खुशहाल हुआ है। भाजपा राजनैतिक हताशा में जो आरोप लगा रहे है उसका कोई प्रमाण नहीं है। भाजपा के आरोप पत्र से ही भूपेश बघेल की सफलता साफ नजर आ रही है जिस छत्तीसगढ़ की संस्कृति भाषा और तीज त्योहार को भाजपा ने 15 साल तक दबाकर रखा था। अपने आरोप पत्र में भाजपा छत्तीसगढ़ी भाषा का उपयोग करने को मजबूर हुई है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति का यही सम्मान तो भूपेश बघेल चाहते है। जिन अमित शाह के ऊपर 1.45 लाख आरोप देश भर से केन्द्र सरकार पास पहुंचे है वे किस नैतिकता से कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी कर रहे है? भाजपा का आरोप पत्र में जो कार्टून बनाया है उसी से साबित हो रहा है कि इसी झूठे आरोप पत्र को बनाने के लिये भाजपा छत्तीसगढ़ में ईडी को गली मुहल्लों में घुमवा रही है। ईडी आईटी को लगाकर प्रदेश के 200 से अधिक झूठी कार्यवाहियां करवाने के बावजूद भाजपा कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक भी प्रमाणिक आरोप लगाने की स्थिति में नहीं है ईडी के माध्यम से पटकथा जरूर तैयार कराया लेकिन वह भी सतही और काल्पनिक साबित हुई है। हाल ही में प्रधानमंत्री ने जिस अजीत पवार को 70 हजार करोड़ के सिंचाई घोटाले सहकारी घोटाले का प्रमुख आरोपी बनाया भाजपा के सहयोगी बनते ही ईडी ने चार्ज शीट से नाम हटा दिया।

    अडानी के सेल कंपनी में लगे 20 लाख करोड़ रू. किसका है इसकी जांच क्यों नहीं की जा रही है। भाजपा का आरोप पत्र झूठ का पुलिंदा है यह आरोप पत्र भूपेश सरकार के खिलाफ नहीं छत्तीसगढ़ की पौने तीन करोड़ जनता के खिलाफ लाया गया आरोप है। यह छत्तीसगढ़ को बदनाम करने की भाजपा की साजिश है। इस आरोप पत्र से साबित हो गया कि भाजपा कांग्रेस सरकार का विरोध करते-करते छत्तीसगढ़ की विरोध करने लगी है। यह आरोप पत्र छत्तीसगढिय़ा मुख्यमंत्री को बदनाम करने की साजिश है। छत्तीसगढ़ के तीज, त्योहार संस्कृति को सवंर्धित करने के प्रयासो पर आघात करने का प्रयास है। भाजपा का आरोप पत्र उसके 15 साल के सरकार के भ्रष्टाचार की यादे प्रतीत हो रहा कांग्रेस सरकार के खिलाफ कोई मुदद आरोप नहीं है तो अपने भ्रष्टाचारों की स्वीकारोक्ति को आरोप पत्र के रूप में प्रस्तुत किये है। 

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  • प्रधानमंत्री मोदी ने अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ की बैठक

    01-Sep-2023

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार शाम को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक की। शाह और नड्डा इस बैठक के लिए प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि अमित शाह और जेपी नड्डा ने आगामी चुनावों के मद्देनजर पार्टी द्वारा की जा रही तैयारियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी को राजनीतिक घटनाक्रम, पार्टी की चुनावी तैयारी और खासतौर से लोकसभा की 160 कमजोर माने जाने वाले सीटों पर अब तक किए गए कार्यक्रमों से अवगत कराया। आपको बता दें कि, भाजपा ने सैद्धान्तिक तौर पर यह फैसला कर लिया है। 

    पार्टी सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली, राहुल गांधी के वायनाड, डिंपल यादव के मैनपुरी, कमलनाथ के छिंदवाड़ा और सुप्रिया सुले के बारामती लोकसभा सहित अपने लिए कमजोर माने जाने वाले देश की 160 लोक सभा सीटों पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर चुनाव की घोषणा से पहले ही उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर देगी। इसे लेकर जेपी नड्डा और अमित शाह आगामी दिनों में एक बड़ी बैठक भी करने जा रहे हैं, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी मौजूद रहने की संभावना है। आपको बता दें कि, केंद्र सरकार द्वारा देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में 'एक देश एक चुनाव' को लेकर एक उच्चस्तरीय कमेटी के गठन के फैसले की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को सुबह ही कोविंद से उनके आवास पर जाकर मुलाकात कर उन्हें इस नए दायित्व के लिए बधाई दी थी। जेपी नड्डा और रामनाथ कोविंद के बीच सुबह हुई मुलाकात के मद्देनजर भी प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा की इस मुलाकात को अहम बताया जा रहा है। 

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  • धान खरीदी में केंद्र का कोई योगदान नहीं – कांग्रेस

    29-Aug-2023

    रायपुर 29 अगस्त 2023। धान खरीदी कांग्रेस सरकार अपने दम पर करती है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि धान खरीदी में केंद्र सरकार का कोई भी योगदान नही है। छत्तीसगढ़ का हर किसान कसम खाकर दावा करेगा उनका धान कांग्रेस सरकार खरीदती है। झूठ फरेब भाजपा की फितरत, भाजपा कितना भी भ्रम फैला ले, प्रदेश ने 23.42 लाख से अधिक किसान जिन्होंने अपना 107 लाख मीट्रिक टन धान 2640 रूपये प्रति क्विंटल में बेचा है वे भाजपा के बहकावे में नही आने वाले है। केन्द्र की भाजपा सरकार ने सहयोग के बजाय छत्तीसगढ़ के किसानों को धान की कीमत 2500 देने में अडंगा ही लगाया था उसी के कारण कांग्रेस सरकार ने किसानों के लिये राजीव गांधी किसान न्याय योजना शुरू करके 9000 और 10,000 रू. प्रति एकड़ की इनपुट सब्सिडी देना शुरू किया है।

     
    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि धान खरीदी में केंद्र के योगदान के भाजपा के दावों की पोल इसी से खुल जाती है कि मोदी सरकार द्वारा गठित शांता कुमार समिति ने 2015 में कहा था कि केंद्र सरकार मात्र 6 प्रतिशत किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य देती है। 2020 की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि देश के मात्र 12 प्रतिशत किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिला जबकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने वर्ष 2018-19 तथा 2019-20 में 90 प्रतिशत किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा वर्ष 2021-22 में यह आंकड़ा 95 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज मोदी सरकार का धान खरीदी में कोई योगदान नहीं है। धान खरीदी का पूरा का पूरा पैसा राज्य सरकार के द्वारा वहन किया जाता है। राज्य सरकार मार्कफेड के माध्यम से विभिन्न बैंकों से कर्ज लेकर धान खरीदी करती है। किसानों को छत्तीसगढ़ में 2640 रूपये, देश ही नही दुनिया में सबसे ज्यादा कीमत भूपेश सरकार दे रही है। भारतीय जनता पार्टी नेता भ्रम फैलाने के लिये जबरिया वाहवाही लेने के लिये राजनीति कर रहे है। पिछले वर्ष 107 लाख मीट्रिक धान की खरीदी कांग्रेस सरकार ने किया था। यह एक बड़ी उपलब्धि है। 15 साल में रमन सरकार के द्वारा इसका आधा धान ही खरीदा जाता था। इस वर्ष 125 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है।
    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि केंद्र का राज्यों से चावल और अन्य अनाज खरीदना और राज्य का अपने किसानों से धान खरीदना दोनों अलग-अलग योजना है। राज्य अपने किसानों को उसकी उपज की पूरी कीमत देने अपने संसाधनों से धान की खरीदी करती है। छत्तीसगढ़ के किसानों से भूपेश सरकार ने 2640 रू. में धान खरीदा है। भाजपा शासित उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात आदि ने तो किसानों को 1000-1200 में धान बेचना पड़ता है। केंद्र सरकार अपनी कल्याण योजनाओं के लिये सस्ते दर पर चावल, गेहूं आदि दुकानों के माध्यम से बांटने के लिये राज्यों से खरीदती है। छत्तीसगढ़ से चावल खरीद कर मोदी सरकार राज्य पर कोई अहसान नहीं करता यह उसकी मजबूरी है।
    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि केंद्र को कल्याण योजनाओं के लिये चावल बिना छत्तीसगढ़ का चावल खरीदे संभव नहीं है। छत्तीसगढ़ सरकार यदि 86 लाख टन केंद्र को चावल न दे तो केंद्र सरकार के पास बांटने के लिये चावल का संकट पैदा हो जायेगा। मोदी सरकार के पास पर्याप्त मात्रा में चावल का भंडार नहीं है। कर्नाटका ने जब अपनी अन्नभाग्य योजना के केंद्र से 35 लाख मीट्रिक टन चावल मांगा तो केंद्र ने मना कर दिया था। छत्तीसगढ़ केंद्र को चावल देकर उसकी पीडीएस सिस्टम में अनाज बांटने में मदद करता है।

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  • विधायक चिंतामणी महाराज का विरोध, डिप्टी सीएम बोले- बंद हो गई थी दुआ सलाम, नहीं दे सकता भरोसा

    28-Aug-2023

    बलरामपुर 28 अगस्त 2023। बलरामपुर जिले के राजपुर में डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में सामरी क्षेत्र के कांग्रेस ब्लाक कमेटियों के अध्यक्ष, पदाधिकारियों के साथ ही जिला पदाधिकारियों ने सामरी विधायक चिंतामणी महाराज पर जमकर भड़ास निकाली। संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज से संगठन की दूरी पहले ही सार्वजनिक थी। टीएस सिंहदेव ने पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की सुनने के बाद अपने भाषण में स्पष्ट किया कि वे सामरी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को यह भरोसा नहीं दे सकते कि सबकुछ बेहतर होगा। इसी मंच पर उन्होंने रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह पर भी जमकर हमला बोला था।

     
    टीएस सिंहदेव के समक्ष बलरामपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व पदाधिकारियों सहित सामरी विधानसभा क्षेत्र के राजपुर, शंकरगढ़, कुसमी व चांदो ब्लाक अध्यक्षों सहित पदाधिकारियों ने भड़ास निकालते हुए कहा कि सामरी विधायक चिंतामणी महाराज ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ही प्रताड़ित किया। कार्यकर्ताओं ने यहां तक कहा कि हम टीएस सिंहदेव के समर्थक थे, इसलिए हमारा कामकाज रोक दिया गया। अपने लोगों को परेशान किया गया। जेल भेजने की धमकी दी गई। आजीविका पर चोट पहुंचाया गया। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने तो चिंतामणि महाराज को गले की हड्डी की संज्ञा देते हुए इस बार बाहर निकालने तक के लिए कह दिया। डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने स्पष्ट कर दिया कि अब वे इस स्थिति में नहीं हैं कि सामरी क्षेत्र के लोगों को भरोसा दिला सकें कि वे सब कुछ बेहतर होगा।
     

    लुंड्रा सीट हार जाते, इसलिए दिलाई सामरी से टिकट
     
    चिंतामणी महाराज को लेकर डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने सार्वजनिक तौर पर स्पष्ट किया कि वर्ष 2013 से कांग्रेस के लोगों के कहने पर वे चिंतामणी महाराज को साथ लेकर आए थे। उन्हें लुंड्रा से टिकट दी गई और वे विधायक बनें। वर्ष 2018 में लुंड्रा के लोगों ने उनका विरोध कर दिया। हम लुंड्रा सीट हार जाते इसलिए सामरी के विधायक डा. प्रीतम राम को लुंड्रा एवं चिंतामणी महाराज को सामरी से टिकट दिया गया। पार्टी संगठन इससे सहमत नहीं था। दोनों विधायकों का पिछला आंकड़ा बेहतर था। पिछले चुनाव में वे भारी मतों से जीते थे। मैंने अपने लोगों को समझाया और जवाबदारी ली थी कि उनका काम होगा। कार्यकर्ताओं ने मेहनत कर चुनाव भी जिताया, लेकिन सामरी में कार्यकर्ताओं को इतनी परेशानी उठानी पड़ेगी इसका अंदाजा नहीं था। इस बार मैं इस स्थिति में नहीं हूं कि कार्यकर्ताओं को भरोसा दिला सकूं।
     
     
    डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सत्तासीन होने के बाद जब राजनीतिक परिस्थितियां बदलीं तो लोगों के व्यवहार में भी बदलाव नजर आया। हालांकि उन्होंने कभी मेरे खिलाफ सार्वजनिक मंच पर कोई टिप्पणी नहीं की। उनके लिए मेरे मन में कोई दुराव नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरी ओर से दोनों दरवाजे खुले थे लेकिन एक दरवाजा चिंतामणि महाराज ने खुद बंद कर लिया था। बीच में तो दुआ सलाम होना भी बंद हो गया था। वे मुझसे दूरी बनाकर रखना चाहते थे लेकिन आजकल स्थिति थोड़ी बदली है। अब फिर से दुआ सलाम का दौर शुरू हुआ है।

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  • डगमगाया हुआ कांग्रेस का कांफिडेंस: अनुराग सिंहदेव

    26-Aug-2023

    रायपुर। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कांग्रेस की घोषणा पत्र समिति पर तंज कसते हुए कहा है कि कांग्रेस ने पिछले चुनाव के दौरान अपने घोषणा पत्र में किए वादों को पूरा नहीं किया, जिसके कारण उसका कांफिडेंस डगमगाया हुआ है. झूठ के कारण कांग्रेस की विदाई होना तय है. सिंहदेव ने कहा कि यही कारण है कि कांग्रेस इस बार बैठक करने से कोताही बरत रही. कांग्रेस की घोषणा पत्र समिति की बैठक को लेकर सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस ने 2018 के जन घोषणा पत्र में की गई केवल 12 घोषणाओं को ही पूरा किया है, जबकि बाकी बातों को छुआ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जिस तरह से अपने घोषणा पत्र के माध्यम से लोगों को बहकाया और फिर वादाखिलाफी की है, उसके बाद अब उसके अगले घोषणा पत्र पर जनता विश्वास ही नहीं करेगी. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री शराबबंदी को लेकर जनहानि की बात करते हैं, वहीं कांग्रेस प्रभारी का कहना है कि शराबबंदी संभव ही नहीं है. उन्होंने कहा कि जिसे गंगा जल पर विश्वास नहीं है उसे घोषणा पत्र समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।  


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  • कबीरधाम जिले में 15 साल से भटक रहे पत्रकारों को मिला आवासीय जमीन

    22-Aug-2023

    कबीरधाम। राज्य सरकार ने पत्रकार गृह निर्माण सहकारी समिति मर्यादित कवर्धा जिला कबीरधाम को भूमि आवंटन करने के लिए आदेश जारी किया हैं। पत्रकार पिछले 15 साल से आवासीय जमीन के लिए भटक रहे थे। अब जाकर उनकी मांग पूरी हुई है, जिसका पूरा श्रेय मंत्री मोहम्मद अकबर को पत्रकारों ने दिया हैं।

    दरअसल, कबीरधाम के पत्रकार पिछले 15 साल से आवासीय जमीन के लिए भटक रहे थे, जिन्हें रमन के कार्यकाल में कुछ नही मिला लेकिन मोहम्मद अकबर ने इनकी मांगों को आखिरकार चुनावी साल में पूरा कर दिया हैं, जिससे पत्रकारों में खुशी की लहर हैं। मंत्री अकबर ने कलेक्टर कार्यालय के सभागृह में पत्रकारों को संबोधित करते हुए दस्तावेजों को सौंपा हैं।
    पत्रकार गृहनिर्माण मंडल के अध्यक्ष अविनाश ठाकुर ने आभार प्रकट करते हुए कहा छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों को बहुत पहले से जमीन मिल गया था, परंतु पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के गृहग्राम में पत्रकार अपने अधिकार से वंचित रह गए। सभी 15 साल से लड़ाई लड़ रहे थे, परन्तु वर्तमान सरकार के मंत्री व कवर्धा विधायक मो. अकबर ने हमारी सुनी और हमारा अधिकार दिलवाते हुए आवासीय जमीन का दस्तावेज सौपा हैं। वही जिले से पत्रकार गृहनिर्माण समिति के सदस्यों ने मंत्री का आभार प्रगट किया।

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  • राजनीतिक पार्टियां ऑनलाइन दे सकेंगी वित्तीय ब्योरा, चुनाव आयोग ने शुरू किया पोर्टल

    03-Jul-2023
    चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाने की तैयारी
    नई दिल्ली 03 जुलाई 2023। चुनाव आयोग ने सोमवार को एक ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत की। सभी राजनीतिक पार्टियों को अपने वित्तीय विवरण की जानकारी इस पोर्टल पर देनी होगी। वित्तीय विवरण के साथ ही राजनीतिक पार्टियों को चुनाव खर्च और पार्टी को मिलने वाले आर्थिक योगदान की भी जानकारी देनी होगी। देश में चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से चुनाव आयोग ने इस ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत की है।
     मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार बीते एक साल से इस पोर्टल पर काम कर रहे थे। यह पोर्टल चुनाव आयोग की 3ष्ट रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत राजनीतिक फंडिंग और खर्च में पारदर्शिता और जवाबदेही मजबूत रखने के लिए सफाई, अवैध फंडिंग पर कार्रवाई और नियमों का अनुपालन शामिल है। बता दें कि जो राजनीतिक पार्टियां अपने वित्तीय विवरण का ब्योरा नहीं पेश करेंगी, उन्हें इसका लिखित में कारण बताना होगा। साथ ही सीडी और पैन ड्राइव के साथ तय फॉर्मेट में  रिपोर्ट फाइल करनी होगी। 
    चुनाव आयोग सभी रिपोट्र्स को ऑनलाइन प्रकाशित करेगा। चुनाव आयोग ने इस संबंध में सभी राजनीतिक पार्टियों को पत्र लिखा है। पोर्टल पर योगदान रिपोर्ट, ऑडिट वार्षिक रिपोर्ट और चुनाव खर्च का विवरण दर्ज करने की सुविधा मिलेगी। उल्लेखनीय है कि जन प्रतिनिधि कानून, 1951 के तहत आयोग समय-समय पर राजनीतिक दलों को वित्तीय विवरण चुनाव आयोग को मुहैया कराना जरूरी है। 

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  • मंत्री मंडल में विभागों का बंटवाराः आज पता चलेगा सिंधिया का प्रभाव

    08-Jul-2020

     भोपाल : मंत्रियों में विभागों के बंटवारे की माथापच्ची पूरी कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार सुबह दिल्ली से भोपाल लौट आए। उम्मीद की जा रही थी कि वापसी के साथ ही वे अपने मंत्रियों को विभाग बांट देंगे, लेकिन उन्होंने बंटवारे को एक दिन और टाल दिया। स्टेट हैंगर पर उतरते ही मुख्यमंत्री ने मीडिया से मंत्रियों में विभागों के बंटवारे पर अभी एक दिन और काम करने की बात कही। इसके बाद दोपहर में उन्होंने प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा व संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ करीब 40 मिनट इसी मुद्दे पर मंथन किया। बताया जाता है मुख्यमंत्री ने दिल्ली से मिली गाइडलाइन से दोनों को अवगत करा दिया है और अब बुधवार को विभागों को बंटवारा तय माना जा रहा है। इसी में यह पता चलेगा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया (महाराज) कितने दमदार है।

    मंत्रियों के बीच विभाग के बंटवारे को लेकर पिछले पांच दिनों से मंथन का सिलसिला चल रहा है। रविवार और सोमवार को मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन महामंत्री बीएल संतोष, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे, राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं से विभाग बंटवारे के मुद्दे पर मंथन किया।सिंधिया अपने समर्थक मंत्रियों को बड़े विभाग दिलाना चाहते हैं

    बताया जा रहा है कि 24 विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर सिंधिया अपने समर्थक मंत्रियों को बड़े विभाग दिलाना चाहते हैं ताकि क्षेत्र में सकारात्मक संदेश जाए। इससे केंद्रीय नेतृत्व और मुख्यमंत्री भी सहमत हैं पर वरिष्ठ मंत्रियों की अनदेखी भी न हो, इसके लिए संतुलन बनाने की कवायद की जा रही है। बताया जा रहा है कि मामला नगरीय विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, राजस्व, महिला एवं बाल विकास, परिवहन, वाणिज्यिक कर, लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्कूल शिक्षा, उद्योग और जल संसाधन विभाग को लेकर फंस रहा था।ताकि संतुलन बना रहे

    मुख्यमंत्री इनमें से कुछ विभाग नए मंत्रियों को देने पर तो सहमत हैं, लेकिन कुछ विभाग वरिष्ठ मंत्रियों (गोपाल भार्गव, जगदीश देवड़ा, विजय शाह, भूपेंद्र सिंह, यशोधराराजे सिंधिया) को देना चाहते हैं, ताकि संतुलन बना रहे। वैसे भी सियासी समीकरणों के चलते कुछ वरिष्ठ नेताओं को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिल पाया, जिसे लेकर असंतोष भी सतह पर आ चुका है।

    सूत्रों के मुताबिक, दो दिन के मंथन के बाद विभागों के बंटवारे की रणनीति तय हो चुकी है। संभावना जताई जा रही है कि बुधवार को विभागों का बंटवारा हो जाएगा। पांच मंत्रियों (डॉ. नरोत्तम मिश्रा, तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, कमल पटेल और मीना सिंह) में से कुछ के विभागों में भी परिवर्तन किया जा सकता है। कुछ राज्यमंत्रियों को विभागों का स्वतंत्र प्रभार भी दिया जा सकता है।

    बदले जा सकते हैं विभाग

    माना यह भी जा रहा है कि जिन पांच मंत्रियों डॉ. नरोत्तम मिश्रा, तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, कमल पटेल और मीना सिंह को पहले विस्तार में विभाग दिए गए थे, उनमें भी परिवर्तन किया जा सकता है। कुछ राज्यमंत्रियों को विभागों का स्वतंत्र प्रभार देने पर भी विचार किया गया है।

    सूत्रों का कहना है कि जिस तरह मंत्रिमंडल विस्तार में उपचुनाव के समीकरणों को ध्यान में रखा गया, ठीक वैसा ही विभागों के बंटवारे को लेकर भी हो रहा है। आमजन से सीधा सरोकार रखने वाले विभागों को मुख्यमंत्री ऐसे मंत्रियों के पास रखना चाहते हैं, जिनके पास उपचुनाव में काम करने और कराने का अनुभव हो।

     

     

     

     

     


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  • जलवायु पर एक्‍शन के लिए आबंटित धन अंतिम पांच महीने में मिलेगा

    07-Jul-2020

    नई दिल्ली : जलवायु पर एक्‍शन को लेकर मंगलवार को दुनिया भर के मंत्रियों की चौथी वर्चुअल वार्ता हुई। इसे संबोधित करते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि विकासशील देशों में जलवायु एक्‍शन को और मजबूत करने के लिए 2020 तक एक ट्रिलियन डॉलर का वादा पूरा नहीं हुआ है। मुझे उम्मीद है कि शेष 5 महीनों में वादा किया गया धन जुटाया जाएगा और वितरित किया जाएगा।

          


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  • आज देश को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री मोदी

    04-Jul-2020

                नई दिल्ली : आषाढ़ पूर्णिमा के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज राष्ट्रपति भवन में धर्म चक्र दिवस का उद्घाटन करेंगे, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आषाढ़ पूर्णिमा के मौके पर एक वीडियो संदेश देकर भगवान बुद्ध की आठ शिक्षाओं का जिक्र करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान बुद्ध की शिक्षाओं और उनके द्वारा दिखाए गए आठ गुना पथ पर जोर देने के लिए इस अवसर पर एक वीडियो संबोधन देंगे। 

                    केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (IBC) आषाढ़ पूर्णिमा को धर्म चक्र दिवस के रूप में मना रहा है। धर्म चक्र दिवस, उत्तर प्रदेश के वाराणसी के निकट वर्तमान सारनाथ में हिरण पार्क, रुपपटाना में अपने पहले पांच तपस्वी शिष्यों को बुद्ध के पहले उपदेश की याद दिलाता है। इस दिन को दुनिया भर के बौद्धों द्वारा धर्म चक्र परिवर्तन या धर्म के चक्र की ओर मुड़ने के दिन के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में बौद्धों और हिंदुओं दोनों द्वारा अपने गुरुओं के प्रति श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है।
                    धर्म चक्र दिवस के इस ऑनलाइन समारोह में  संस्कृति मंत्रालय और पर्यटन मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल और केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू भी शामिल होंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी करके शुक्रवार को बताया कि भगवान बुद्ध को ज्ञान से जागृत करने वाली भारत भूमि की इस ऐतिहासिक विरासत को धर्म चक्र को घुमाकर मनाया जाएगा।
                    इसके अलावा इस अवसर पर मंगोलिया के राष्ट्रपति का संदेश पढ़ा जाएगा। साथ ही अब तक मंगोलिया में संरक्षित भारतीय मूल की बौद्ध पांडुलिपि भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेंट की जाएगी। अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संघ के सहयोग से संस्कृति मंत्रालय दुनिया भर के बौद्ध संघों के भागीदारी के साथ एक वर्चुअल प्रार्थना कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। मंत्रालय आषाढ़ पूर्णिमा को बतौर धर्म चक्र दिवस के रूप में मनाएगा। हिंदू और बौद्ध इस दिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में भी मनाते हैं। 
                    बुद्ध पूíणमा के अवसर पर प्रार्थना समारोह को लाइव दिखाया जाएगा। ये समारोह पवित्र गार्डन लुम्बिनी, नेपाल, महाबोधि मंदिर, बोधगया, भारत, मूलगंध कुटी विहार, सारनाथ, भारत, परिनिर्वाण स्तूप, कुशीनगर, भारत, अनुराधापुरा स्तूप परिसर, श्रीलंका, बौधनाथ, स्वयंभू, नमो स्तूप, नेपाल के दूसरे लोकप्रिय बौद्ध स्थल पर किया जाएगा। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति ने बुद्ध पूíणमा की शुभकामनाएं दीं इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुद्ध पूíणमा की पूर्व संध्या पर बुधवार को देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि भगवान बुद्ध का सत्य, शांति और करुणा का संदेश सदैव मानवता का मार्गदर्शन करता रहेगा। 

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  • चीनी दूतावास से करोड़ों रुपये दान में लेने पर सोनिया, राहुल गांधी और कमल नाथ के खिलाफ सीबीआइ जांच की मांग

    04-Jul-2020

                         भोपाल, राज्‍य ब्‍यूरो : मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पूर्व केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कमल नाथ, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ सीबीआइ जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चायना के दूतावास से चीन से करोड़ों रुपये का जो दान मिला है, वह शक के दायरे में है। उस समय मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ केंद्रीय वाणिज्य उद्योग मंत्री थे। 

                     कृषि मंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि चीन से हमारे सीमा विवाद को लेकर कांग्रेस कई दिनों से गैर जिम्मेदाराना बयान दे रही है। मीडिया से मिल रही जानकारियों के मद्देनजर चीन एवं तत्कालीन यूपीए सरकार के गहरे संबंध नकारे नहीं जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले राजीव गांधी फाउंडेशन को दान के नाम पर चीन के दूतावास से करोड़ों रपये की वित्तीय सहायता मिली है और सीमा विवाद को लेकर यूपीए सरकार का नरम रवैया कहीं इसी आर्थिक सहायता के कारण तो नहीं है। 

                      राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से मिले दान को लेकर उठाए सवाल

     

                    चीन को जिस तरह आयात के लिए अनापेक्षित रियायत दी गई, वह भी शक पैदा करता है कि यह छूट कहीं राजीव गांधी फाउंडेशन में आर्थिक सहायता के कारण तो नहीं थी। यदि पाकिस्तान के उच्च आयुक्त के माध्यम से किसी व्यक्ति या संस्था को किसी प्रकार की सहायता दी जाती है तो यह माना जाता है कि वह कहीं न कहीं आतंकवादी गतिविधियों में उपयोग हो रही है। 

                  जिस तरह चीन पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत की सीमा को छलनी कर रहा है, उससे चीन द्वारा प्राप्त आर्थिक सहायता को भी शक की निगाह से देखा जाना चाहिए। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से मांग की है कि चीन के हित में बात करने वाली सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कमल नाथ जैसे नेताओं के चीन से रिश्तों के साथ उनके द्वारा किए गए आर्थिक लेन-देन और संपत्तियों की भी सीबीआइ जांच कराई जाए।


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  • मध्य प्रदेश उपचुनाव - भाजपा ने अजा वोटों को साधने बिछाई बिसात

    28-Jun-2020

                भोपाल : मप्र विधानसभा की 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में अनुसूचित जाति (अजा) वर्ग की अहम भूमिका रहेगी। भाजपा ने इन वोटों के लिए बिसात बिछानी शुरू कर दी है। एक तरफ वह कांग्रेस को अजा विरोधी साबित करने पर तुली है और दूसरी तरफ बसपा के हर कदम पर नजर टिकाए है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मोर्चा संभाल लिया है। सरकार और संगठन की ओर से विधानसभा क्षेत्रों के अनुसूचित जाति बहुल बूथों पर पूरी ताकत लगा दी गई है। जिन 24 क्षेत्रों में चुनाव होने हैं, उनमें आठ सीटें-अंबाह, गोहद, डबरा, भांडेर, करैरा, अशोक नगर, सांची व सांवेर अनुसूचित जाति की और एक सीट अनूपपुर अनुसूचित जनजाति कोटे में आरक्षित है। उपचुनाव वाली सीटों के हर बूथ पर भाजपा ने अभी से जिम्मेदारी तय कर दी है। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष सूरज कैरो की सक्रियता बढ़ गई है। जल्द ही केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत, पूर्व मंत्री सत्यनारायण जटिया, वीरेंद्र खटिक और गौरीशंकर शेजवार जैसे अनुसूचित जाति के शीर्ष नेताओं के दौरे भी होने हैं। चूंकि 2018 के चुनाव में भाजपा इन सभी सीटों पर चुनाव हार चुकी है, इसलिए जमीनी तैयारी में अब कोई कोर-कसर नहीं रखना चाहती है। कमोबेश भाजपा के उम्मीदवार वही चेहरे बनने हैं जो पिछली बार कांग्रेस से जीते थे, इसलिए कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने के साथ ही पार्टी संतुलन बनाने पर भी जोर दे रही है। राज्यसभा चुनाव में अनुसूचित समाज के कांग्रेस उम्मीदवार फूल सिंह बरैया को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के मुकाबले प्राथमिकता न मिलने के मुद्दे को भी हवा देकर भाजपा ने कांग्रेस को अजा विरोधी साबित करने का अभियान छेड़ दिया है। भाजपा की नजर बसपा के प्रभावी अजा नेताओं पर भी है।


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  • भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर खाद्य योजना को सितंबर तक बढ़ाने कहा

    26-Jun-2020

                 रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र से आग्रह किया है कि 'प्रधानमंत्री ग्रामीण कल्याण योजना को सितंबर तक बढ़ाया जाए। शुक्रवार को यहां एक अधिकारी ने कहा कि गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में, बघेल ने कहा कि COVID-19 महामारी के बीच, इस योजना ने प्रभावित परिवारों को खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित की है (अप्रैल से जून तक मुफ्त) और इसे अगले तीन महीनों तक जारी रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में 51.50 लाख राशन कार्ड के अलावा, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत पहचाने जाने वाले परिवारों को राज्य सरकार अपनी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से 14.10 लाख राशन कार्ड-धारक लाभार्थियों को खाद्यान्न वितरित कर रही है। इसके अलावा, बघेल ने यह भी कहा कि इन 14.10 लाख राशन कार्ड रखने वाले परिवारों कोभी PMGKAY के तहत कवर किया जाएगा।


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