राजनांदगांव। काॅन्फ्लुऐसं महाविद्यालय के उत्पीड़न कमिटी द्वारा "साइबर क्राइम एंड साइबर सुरक्षा" पर गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया गया। उद्यान एक्सपर्ट टीम, दिल्ली के विशेषज्ञ किरण कंकरिया ने साइबर क्राइम के विभिन्न प्रकारों, स्कैमर्स के क्राइर ऐप पर पढ़ें करने के तौर-तरीकों आदि के बारे में प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि स्कैमर्स लोगों को सेक्सटोरशन, सिम स्वैपिंग, फेक लिंक, रिमोट कंट्रोल ऐप, लॉटरी के फेक मैसेज आदि के जरिये अकसर टारगेट करते हैं।इसी बीच उन्होंने रवींद्रपुरी में रहने वाले रिटायर प्रोफेसर डॉ. तिलक राज मानखंड के साथ हुए घटना को बताया कि वह इंटरनेट की मदद से एक स्पीड पोस्ट ट्रैक कर रहे थे। इसी बीच एक मोबाइल नंबर दिखा। इस पर फोन किया तो कॉल रिसीव करने वाले ने कहा कि तीन रुपये का ऑनलाइन पेमेंट कर दें। पेमेंट के तीन दिन बाद पता लगा कि बैंक खाते से 94 हजार रुपये निकाल लिए गए। बीएचयू स्थित एसबीआई के मैनेजर से संपर्क किया। नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई नतीजा सामने नहीं आया। अब लंका थाने की पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है और साइबर सेल की मदद से जांच की जा रही है। इसी प्रकार इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रचना पांडे ने विद्यार्थियों में जागरूकता बढ़ाने हेतु 20 मार्च 2024 को वाराणसी में रहने वाली एक महिला शिक्षिका से 3 करोड़ 55 लाख रुपए की साइबर ठगी के बारे में बताया। साथ ही इस अतिथि व्याख्यान में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण और अध्ययनरत समस्त छात्र-छात्राएं भी इस अतिथि व्याख्यान कार्यक्रम में उपस्थित थे।
Adv