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  • कामरान अकमल ने अर्शदीप को लेकर उड़ाया था सिख समाज का मजाक, हरभजन सिंह भड़के तो मांगी माफी

    11-Jun-2024

    नई दिल्ली इंडिया वर्सेस पाकिस्तान टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर कामरान अकमल ने अर्शदीप सिंह का नाम लेकर सिख समाज का मजाक उड़ाया था। इसके बारे में जैसे ही हरभजन सिंह को पता चला तो उन्होंने कामरान अकमल की खिंचाई कर दी और उनको कहा कि अपना गंदा मुंह बंद रखें और जान लें कि सिख समाज ने उनके लिए क्या किया है। सोशल मीडिया पर आलोचना होता देख कामरान अकमल ने बिना किसी देरी के सिख समाज से माफी मांगी है।  

     
    दरअसल, न्यूयॉर्क में खेले गए इंडिया वर्सेस पाकिस्तान मैच में भारत के लिए आखिरी ओवर अर्शदीप सिंह ने फेंका। उस ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 18 रन बनाने थे, लेकिन टीम 11 रन ही बना सकी और मुकाबला 6 रनों के अंतर से हार गई। इसके बाद पाकिस्तान में ऑन एयर एक टीवी शो में मैच का विश्लेषण करते हुए कामरान अकमल ने सरदार जी 12 बज गए क्या? इसका मजाक उड़ाया था। उनकी ये फूहड़ता दूसरे पेनलिस्ट के मजाक उड़ाने पर भी नहीं रुकी।  
     
    ये वीडियो जब हरभजन सिंह ने देखा तो उन्होंने कामरान अकमल की खटिया खड़ी कर दी और एक्स पोस्ट करते हुए लिखा, "आपको अपना गंदा मुंह खोलने से पहले सिखों का इतिहास जान लेना चाहिए। हम सिखों ने अपनी माताओं और बहनों को बचाया था जब उन्हें आक्रमणकारियों द्वारा अपहरण कर लिया गया था, समय उस समय 12 बजे का था। शर्म आनी चाहिए...।"
     
    हरभजन सिंह का ये पोस्ट और सोशल मीडिया पर हुई भारी आलोचना के बाद सोमवार की देर रात कामरान अकमल ने एक्स पर पोस्ट करते हुए सिख समाज से माफी मांगी और लिखा, "मैं अपनी हालिया टिप्पणियों पर गहरा खेद व्यक्त करता हूं और हरभजन सिंह तथा सिख समुदाय से ईमानदारी से माफी मांगता हूं। मेरे शब्द अनुचित और अपमानजनक थे। मैं पूरी दुनिया में सिखों का बहुत सम्मान करता हूं और मेरा कभी किसी को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था। मैं सच में माफी चाहता हूं।"
     
    बता दें कि अर्शदीप सिंह को लेकर पहले भी पाकिस्तान की ओर से एक एजेंडा चलाया गया था, जब उनका प्रदर्शन एशिया कप के एक मैच में पाकिस्तान के खिलाफ अच्छा नहीं रहा था। यहां तक कि उन्होंने मोहम्मद शमी के खिलाफ भी एजेंडा चलाने की कोशिश की थी, जब भारतीय टीम को 2021 के टी20 वर्ल्ड कप मैच में पाकिस्तान से हार मिली थी। हालांकि, भारतीय लोगों ने अपने खिलाड़ियों का पुरजोर समर्थन किया था और पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया था।  

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  • बेसमेंट में लगी आग ने लिया विकराल रूप, 11 लोग घायल

    10-Jun-2024

    लखनऊ। राजधानी के पारा इलाके स्थित देवपुर में रविवार रात एक घर में अचानक आग लग गई. बेसमेंट basement में लगी आग देखते ही देखते दूसरी मंजिल तक पहुंच गई. सूचना मिलने पर घटना स्थल पर फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाय गया. घर के बेसमेंट में 200 लीटर केरोसिन रखी थी. इससे आग और भी भड़क गई. घटना में करीब 11 लोग झुलस गए हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.  सीएफओ मंगेश कुमार ने बताया कि फायर कंट्रोल रूम में रविवार रात को सूचना मिली कि पारा के देवपुर Devpur इलाके के रहने वाले प्रकाश सोनी (48) के घर में आग लग गई है. तत्काल मौके पर फायर विभाग की तीन गाड़ियां रवाना की गईं. घटनास्थल पर पहुंच कर देखा कि आग घर के अंदर बेसमेंट व ग्राउंड फ्लोर पर लगी हुई थी. इस पर तत्काल दो हौज पाइप फैलाकर आग को बुझाना शुरू किया गया. घर के अंदर फंसे हुए घर के सदस्यों, कुत्ते आदि को बाहर निकाल लिया गया.सीएफओ के मुताबिक घर में मौजूद पांच नाबालिग समेत 11 लोग आग में झुलस गए थे. उन्हें तत्काल रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल में भर्ती कराया गया. दो लोगों की स्थिति खराब होने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है. वहीं मिली जानकारी के मुताबिक जिस घर में आग लगी थी उसके बेसमेंट में करीब 200 लीटर केरोसिन रखा था. इससे घर में आग लगने के बाद और भी भड़क गई. फायर विभाग के अफसर आग लगने की वजह की जांच कर रहे हैं. घटना में प्रकाश सोनी, उनकी पत्नी क्षमा सोनी (44), अंशु वर्मा (31), शोभित वर्मा (35), तनु सोनी (21), मनु सोनी (21), अक्षत वर्मा (8), रुचि सोनी (27), आध्या वर्मा (12), अर्जुन भारतीय (18) समेत कुल 11 लोग झुलसे हैं. इनमें रुचि और आध्या की हालत गंभीर बताई जा रही है. 


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  • ओड़िशा के नए CM का ऐलान जल्द, राजनाथ सिंह और भूपेन्द्र यादव पर्यवेक्षक नियुक्त

    10-Jun-2024

    ओडिशा। भाजपा ने ओडिशा में पार्टी के विधायक दल के नेता के चुनाव की निगरानी के लिए राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। भाजपा विधायक दल का नेता ही राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेगा। पार्टी ने एक बयान में कहा कि उसके संसदीय बोर्ड ने विधायकों की बैठक की निगरानी के लिए सिंह और यादव को चुना, जो राज्य विधानसभा चुनाव में सक्रिय रूप से शामिल थे। odisha news निवर्तमान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व वाले बीजू जनता दल (बीजद) के 24 साल से अधिक के शासन पर विराम लगाते हुए भाजपा ने 147 सदस्यीय विधानसभा में 78 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। पार्टी ने लोकसभा की 21 में से 20 सीट पर भी जीत हासिल की। ओडिशा में पहली भाजपा सरकार Odisha BJP Government के शपथग्रहण समारोह की तारीख 10 जून की जगह 12 जून कर दी गई है। पार्टी नेता जतिन मोहंती और विजयपाल सिंह तोमर ने रविवार को इसकी पुष्टि की। मोहंती ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की व्यस्तता के कारण कार्यक्रम स्थगित किया गया है। मोदी रविवार को अपने शपथग्रहण समारोह में व्यस्त रहेंगे और अगले दिन पार्टी सांसदों से मिलेंगे। इसके अलावा, नवनिर्वाचित सदस्यों की पहली विधायक दल की बैठक अब 11 जून को तय की गई है। 


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  • पार्षद से महापौर अब केंद्रीय राज्यमंत्री, BJP नेता ने बहुत कम समय में इस पार्टी को दिया बड़ा झटका

    10-Jun-2024

    दिल्ली। नरेंद्रदामोदर दास मोदी Narendra Damodar Das Modi लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बन गए हैं। उन्होंने रविवार शाम राष्ट्रपति भवन President's House में इतिहास रचते हुए पद और गोपनीयता की शपथ ली। पीएम के साथ 71 मंत्रियों ने भी शपथ ली। लगातार तीसरी बार भाजपा BJP को सातों की सातों सीटें देने वाली दिल्ली से भी एक सांसद को पीएम मोदी की टीम में शामिल किया गया है। पूर्वी दिल्ली से सांसद हर्षदीप मल्होत्रा Harshdeep Malhotra पर पीएम ने भरोसा जताया है। उन्हें राज्यमंत्री state Minister बनाया गया है। मल्होत्रा ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के सबसे बड़े दांव को विफल करते हुए जीत हासिल की। केजरीवाल ने पूर्वी दिल्ली की सामान्य सीट पर दलित विधायक कुलदीप कुमार को उम्मीदवार बनाया था। पार्टी ने इसे जोरशोर से प्रचारित करते हुए कहा कि पहली बार किसी दल ने सामान्य सीट पर दलित को टिकट दिया है। पार्टी को इस सीट पर जीत की पूरी उम्मीद थी, जहां कोंडली और त्रिलोकपुरी जैसी आरक्षित विधानसभा सीटें हैं। दलित वोटर्स की अच्छी आबादी को देखते हुए केजरीवाल ने कुलदीप को टिकट दिया था। अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर निकलने के बाद केजरीवाल ने पूर्वी दिल्ली में कुलदीप कुमार उर्फ मोनू के लिए जोरशोर से प्रचार किया। पार्टी ने इस बात को भी खूब प्रचारित किया का कुलदीप एक सफाई कर्मचारी के बेटे हैं। हालांकि, मल्होत्रा ने आम आदमी पार्टी Aam Aadmi Party के इस दांव को विफल कर दिया। उन्होंने कुलदीप को 93 हजार से अधिक वोट से हरा दिया। 2019 में इस सीट से पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर सांसद बने थे। इस बार टिकट कटने से पहले उन्होंने राजनीति की अपनी पारी के अंत का ऐलान कर दिया। मल्होत्रा का राजनीति में सफर बेहद शानदार रहा है। उन्होंने बेहद कम समय में एक पार्षद से देश के मंत्री तक का सफर तय किया है। हर्ष 2012 में दिल्ली के वेलकम कॉलोनी से पार्षद चुने गए थे। वह 2015-16 में ईस्ट दिल्ली म्यूनिसिपिल कॉर्पोरेशन के मेयर भी रह चुके हैं। 1984 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंस राज कॉलेज से बीएससी करने वाले मल्होत्रा एलएलबी की डिग्री भी रखते हैं। मल्होत्रा को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का करीबी भी माना जाता है। 


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  • नरेंद्र मोदी ने ली तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ

    09-Jun-2024

    नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पीएम मोदी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर जवाहर लाल नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। शपथ ग्रहण समारोह में बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के अलावा भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ शामिल हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से जीत की हैट्रिक लगाई। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय को डेढ़ लाख से अधिक वोटों से हराया। पीएम मोदी तीसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे। पीएम नरेंद्र मोदी को 6,12,970 वोट मिले। वहीं, कांग्रेस के अजय राय को 4,60,457 और बसपा के अतहर जमाल लारी को 33,766 मत प्राप्त हुए है। पीएम मोदी वाराणसी सीट पर 1 लाख 50 हजार 513 वोट से चुनाव में विजयी हुए। लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा नीत एनडीए के खाते में 293 सीटें आई हैं। जबकि, इंडिया गठबंधन के घटक दलों ने 234 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, अन्य के खाते में 17 सीटें आई। भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। भाजपा ने 240 सीटों पर जीत हासिल की है। 


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  • मौसम अपडेट : अगले 48 घंटे इन राज्यों में आंधी और मूसलाधार बारिश की चेतवानी, इन राज्यों में लू …

    09-Jun-2024

    नई दिल्ली। देश के अलग-अलग हिस्सों  में इस समय मौसम का मिजाज बहुत ही तेजी के साथ बदलता हुआ दिख रहा है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में देश के कई राज्यों में तापमान में थोड़ी गिरावट (Weather Forecast) देखने को मिली है। आज (8 जून) को सूरज की तेजी में कुछ कमी देखने को मिली है।

     
    वहीं, दूसरे तरफ मॉनसून भी अपनी रफ़्तार से आगे की तरफ बढ़ता हुआ दिख रहा है। उत्तर प्रदेश समेत कुछ राज्यों में हीटवेव को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। बिहार की बात करें तो में प्री-मानसून की बारिश जल्द ही होने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग की मानें तो राज्य में मंगलवार से प्री-मानसून की बारिश शुरू होगी। दक्षिण बिहार के मुकाबले उत्तर बिहार के ज्यादा जगहों पर वर्षा होगी। ऐसा कहा जा रहा है कि आंधी के साथ हल्की बारिश भी हो सकती है, लेकिन बिहार में भी सामान्य बारिश होने का अनुमान जताया गया है।
     
    इन राज्यों में भारी बारिश की चेतवानी :-
     
    वहीं, दूसरी तरफ भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 8 जून से कर्नाटक और महाराष्ट्र के तटों पर बारिश की गतिविधियों में वृद्धि की घोषणा की है। IMD के मुताबिक, 10 जून तक गोवा, कर्नाटक, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
     
    केरल में 9 जून तक भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा 9 और 10 जून को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी बारिश को लेकर चेतवानी जारी कर दी गई है। मौसम विभाग ने केरल में शनिवार के लिए कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
     
     
    मौसम विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश में अगले 24 घंटों में कुछ हिस्सों में बारिश और तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया गया है, जबकि बड़वानी, खरगोन, खंडवा, इंदौर, देवास, धार, बैतूल, उज्जैन, झाबुआ और अलीराजपुर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है।
     
    इन राज्यों में लू चलने की संभावना :-
     
    मौसम विभाग के मुताबिक, 8 से 11 जून तक पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और झारखंड के अलग-अलग इलाकों में लू चलने को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। बिहार में 9-10 जून को लू चलने की संभावना है, जबकि ओडिशा, पंजाब और हरियाणा में 9-11 जून तक ऐसी ही स्थिति देखने को मिल सकती है। उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में 8-11 जून तक लू से लेकर भीषण लू चलने की संभावना है।
     
    दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम :-
     
    मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में शनिवार को भी आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही धूल भरी आंधी चलने या गरज के साथ छींटे पड़ने और हल्की बारिश को लेकर भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। दिल्ली में अधिकतम तापमान 42 और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।

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  • एक ही रनवे पर आ गए दो विमान, यात्रियों की घिग्घी हुई जाम

    09-Jun-2024

    मुंबई: शनिवार को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर एक संभावित आपदा बाल-बाल टल गई, जब एयर इंडिया का एक विमान ठीक उसी समय उड़ान भर रहा था, जब इंडिगो का एक विमान उसी रनवे पर उतर रहा था। जानकारी के अनुसार, इंदौर से आ रही इंडिगो की एक फ्लाइट को गलती से उसी रनवे पर उतरने की अनुमति दे दी गई, जहां से एयर इंडिया का एक विमान तिरुवनंतपुरम के लिए उड़ान भर रहा था। यह दुर्घटना तब हुई, जब एयर इंडिया का विमान टेकऑफ के लिए रनवे पर तेजी से आगे बढ़ रहा था, तभी इंडिगो का विमान नीचे उतरने लगा। इंडिगो विमान के उतरने से पहले एयर इंडिया का विमान उड़ान भरने में सफल रहा, जिससे टक्कर होने से बच गई।नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने रविवार को इस घटना में शामिल एयर ट्रैफिक कंट्रोल के कर्मचारियों को हटा दिया। नागरिक विमानन महानिदेशालय  ने घटना की जांच शुरू कर दी है। जिस एटीसी स्टाफ सदस्य ने इंडिगो के विमान को कब्जे वाले रनवे पर उतरने की अनुमति दी थी, उसे जांच के नतीजे आने तक ड्यूटी से हटा दिया गया है। इस भयावह घटना के बारे में एक बयान में, DGCA ने कहा, "DGCA ने मुंबई हवाई अड्डे पर हुई घटना में शामिल ATC कर्मचारियों को हटा दिया है, जहाँ एक आने वाली इंडिगो की उड़ान रनवे 27 पर उतरी, जबकि एयर इंडिया की उड़ान अभी भी उड़ान भरने की प्रक्रिया में थी।"DGCA ने घटना की जांच शुरू की इसके अलावा, घटना के बारे में बात करते हुए, DGCA के एक अधिकारी ने बताया कि गंभीर त्रुटि के मूल कारण का पता लगाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपायों को लागू करने के लिए एक जांच स्थापित की गई है। घटना के बारे में इस बीच, इस चौंकाने वाली घटना के दृश्य इंटरनेट पर छा गए हैं, जिसमें कई उपयोगकर्ता समन्वय में गंभीर चूक को उजागर कर रहे हैं। गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में घटना के तनावपूर्ण क्षणों को कैद किया गया है, जो शनिवार की सुबह हुई, जिसमें इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर हवाई अड्डे से आने वाली इंडिगो की उड़ान 5053, तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए रवाना होने वाली एयर इंडिया की उड़ान 657 के समान रनवे पर उतर रही थी।  इसके अलावा, विमान वाहक इंडिगो ने भी घटना पर एक बयान जारी किया। इसमें कहा गया है कि इंदौर से उड़ान भरने वाली उड़ान को मुंबई हवाई अड्डे पर एटीसी द्वारा लैंडिंग की मंजूरी दी गई थी। एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, "पायलट इन कमांड ने एप्रोच और लैंडिंग जारी रखी और एटीसी के निर्देशों का पालन किया। इंडिगो में, यात्री सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है, और हमने प्रक्रिया के अनुसार घटना की सूचना दी है।" 


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  • भाजपा अपने पास रखेगी भारी-भरकम मंत्रालय, एनडीए के सहयोगियों को उम्मीदें कम करने को कहा

    09-Jun-2024

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पूरी कैबिनेट के साथ आज राष्ट्रपति भवन परिसर में नई सरकार का शपथ लेंगे। इसके लिए तैयारी पूरी हो चुकी है। सहयोगी दलों से भी बात लगभग जारी है, शनिवार को भी चर्चा जारी रही। इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि भाजपा नेतृत्व ने एनडीए में शामिल अपने सहयोगियों से अपनी मांगों को एक सीमा तक ही रखने की सलाह दी है। भगवा पार्टी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि बाद में उचित समय आने पर अधूरी इच्छाओं पर विचार किया जा सकता है।

     
    टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया है कि सुरक्षा पर कैबिनेट समिति में शामिल चार मंत्रालयों (गृह, रक्षा, वित्त और विदेश) सहित और भी ऐसे कई महत्वपूर्ण मंत्रालय हैं जिन्हें बीजेपी अपने पास रखेगी। उन मंत्रालयों पर चर्चा तक भी नहीं करना चाहती है। भाजपा शिक्षा, संसदीय मामले, संस्कृति और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय अपने पास रख सकती है। साथ ही लोकसभा के स्पीकर का पद भी अपने पास ही रखेगी।
     
    हालांकि, सहयोगियों के खाते में 12-15 मंत्रालय जा सकते हैं।  फिलाहल एनडीए में टीडीपी 16 और जेडीयू 12 सांसदों के साथ सीनियर पार्टनर बनकर उभरी है। इन दोनों को ही एक काबिनेट पद और राज्य मंत्रालयों पर मनाया गया है। शिरोमणि अकाली दल के साथ भी बातचीत चल रही है। शिवसेना और एलजेपी को भई कैबिनेट में एक-एक पद की पेशकश की गई है। आरएलडी के दो सांसद हैं। जयंत चौधरी के भी कैबिनेट में शामिल होने की उम्मीद है।
     
    पवन कल्याण को लेकर भाजपा उत्सुक
     भाजपा शीर्ष नेतृत्व दो सांसदों वाली जन सेना के संस्थापक पवन कल्याण को भी कैबिनेट में शामिल करने के लिए उत्सुक है। तेलुगु सिने स्टार अगर दिल्ली जाने से इनकार करते हैं तो उनके सहयोगियों के खाते में एक और सीट बढ़ सकती है। सूत्रों ने कहा कि जन सेना के प्रतिनिधित्व पर फैसला टीडीपी प्रमुख और कल्याण के सहयोगी एन चंद्रबाबू नायडू के परामर्श से लिया जा सकता है।
     
    भाजपा की पुरानी सहयोगी अनुप्रिया पटेल का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और एनसीपी के कैबिनेट में शामिल होने के दावे मजबूत माने जा रहे हैं। दोनों को ही लेकर नरेंद्र मोदी फैसला लेंगे।
     
    टीडीपी से कौन-कौन
     
     बातचीत में शामिल लोग चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन सूत्रों ने कहा कि तीन बार श्रीकाकुलम से सांसद रहे राम मोहन नायडू टीडीपी के कोटे से कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवंगत येरन नायडू के बेटे और टीडीपी के प्रदेश अध्यक्ष किंजरापु अच्चन्नायडू के भतीजे नायडू की उम्र महज 34 साल है, लेकिन उन्हें ओबीसी का उभरता चेहरा माना जा रहा है। कम्मा समुदाय से आने वाले डॉक्टर चंद्रशेखर पेम्मासानी की संपत्ति 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है। वह गुंटूर से सांसद हैं। उन्हें राज्य मंत्री बनाया जा सकता है।
     
    जेडीयू से इनके नाम
     
     जेडीयू नेता राजीव रंजन सिंह भले ही वरिष्ठ सांसद हैं, लेकिन बिहार के पूर्व जल संसाधन मंत्री संजय झा भी मजबूत दावेदार हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भरोसे के अलावा जेडीयू की एनडीए में वापसी में उनकी भूमिका के लिए बीजेपी भी उन्हें पसंद करती है। राज्य मंत्री के रूप में जेडीयू एमबीसी ब्लॉक से किसी के नाम पर विचार कर सकती है। राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर का भी नाम इसमें शामिल है।
     
    शिवसेना कोटे से मावल से तीन बार के विजेता श्रीरंग बारने और बुलढाणा से सांसद प्रतापराव जाधव के बीच मुकाबला है। नरेंद्र मोदी चिराग पासवान को भी कैबिनेट में शामिल कर सकते हैं।
     
    नई सरकार में यूपी का कितना रोल 
     
     उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में पार्टी को मिले झटके के बाद यूपी की कैबिनेट में सहभागिता को लेकर चर्चा हो रही है। कांग्रेस ने पूरे प्रचार के दौरान आरोप लगाया कि भाजपा दलित विरोधी है। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि जाति कोटा खत्म करने के लिए संविधान में बदलाव कर सकती है। ऐसे में दलितों को कैबिनेट में मिलने वाली जगह को लेकर चर्चा तेज है।
     
    भाजपा में भी शिवराज सिंह चौहान और मनोहर लाल खट्टर जैसे पूर्व मुख्यमंत्रियों के रोल को लेकर भी चर्चा हो रही है। राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी जैसे नेताओं का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। 

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  • मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होगी टीएमसी, ममता बनर्जी ने कहा- अलोकतांत्रित तरीके से बन रही सरकार

    09-Jun-2024

    कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को नवनिर्वाचित सांसदों से मुलाकात के बाद कहा कि तृणमूल कांग्रेस रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होगी.

     
    ममता बनर्जी ने कहा, “हमें अभी तक निमंत्रण नहीं मिला है. अगर हम ऐसा करते भी हैं तो हम समारोह में शामिल नहीं होंगे. बनर्जी ने कहा, “यह सरकार अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक तरीके से बन रही है. हम इस सरकार को अपनी शुभकामनाएं नहीं दे सकते. हम देश और देश के लोगों को अपनी शुभकामनाएं देते हैं.
     
    ममता बनर्जी ने बैठक के बाद घोषणा की कि उनकी पार्टी ने सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को लोकसभा में नेता नियुक्त किया है, जबकि डॉ काकोली घोष दस्तीदार उपनेता की भूमिका निभाएंगे. कल्याण बनर्जी को लोकसभा में मुख्य सचेतक नामित किया गया है.
     
    राज्यसभा में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को पार्टी का नेता चुना गया है. सागरिका घोष उप नेता के रूप में उनका समर्थन करेंगे और नदीमुल हक राज्यसभा के मुख्य सचेतक होंगे. इन नियुक्तियों का उद्देश्य टीएमसी की संसदीय उपस्थिति को मजबूत करना और दोनों सदनों के भीतर नेतृत्व की भूमिका को सुव्यवस्थित करना है.
     
    उन्होंने कहा, ‘आज इंडिया (गुट) ने दावा नहीं किया लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे भविष्य में दावा नहीं करेंगे. देश को बदलाव की जरूरत है. मोदी को कोई नहीं चाहता. इस परिणाम के बाद उन्हें (मोदी) पद छोड़ देना चाहिए था. मुझे नहीं पता कि वे अपने गठबंधन सहयोगियों को कितना संतुष्ट कर सकते हैं.
     
    ममता बनर्जी ने कहा कि भारत में, कोई देने और लेने की सुविधा नहीं है. लेकिन एनडीए में टीम मेंबर्स की उम्मीदें ज्यादा हैं. इंडिया ब्लॉक पार्टनर समर्पित और दृढ़ निश्चयी हैं. मुझे लगता है कि यह सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी.
     
    उन्होंने यह भी दावा किया कि लोकसभा चुनावों में उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में 35 सीटें जीत सकती थी. उन्होंने कहा, “ईसीआई (भारत निर्वाचन आयोग) और सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) ने संयुक्त रूप से पांच-छह सीटों पर हमें हराया. अन्यथा, हम 29 सीटों के बजाय 35 सीटें जीतते.
     
    उन्होंने कहा कि जब संसद में कामकाज शुरू होगा तो उनकी पार्टी के सदस्य हाथ से नहीं बैठेंगे. उन्होंने कहा, ‘हमारे सांसद संसद में खाली बैठने नहीं जा रहे हैं. वे एनआरसी और सीएए को रोकने के लिए मुखर होंगे.
     
    ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि तृणमूल कांग्रेस की चार सदस्यीय टीम- डेरेक ओ ब्रायन, सागरिका घोष, डोला सेन और नदीमुल हक किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए पंजाब जाएगी.

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  • नर्सिंग कॉलेज घोटाले को लेकर आज सड़क पर उतरेगी कांग्रेस

    09-Jun-2024

    भोपाल। नर्सिंग कॉलेजों में हुई गड़बड़ी और सीबीआई की रिश्वतखोरी के चलते प्रदेश में दर्जनों छात्रों का प्रदर्शन जारी है। वहीं लोकसभा चुनाव के खत्म होते ही कांग्रेस भी सड़कों पर उतरेगी। दरअसल नर्सिंग घोटाले को लेकर आज युवक कांग्रेस एक बड़ा प्रदर्शन करने जा रही है।

     
    प्रदेश भर के एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता भोपाल में प्रदर्शन करेंगे।मिली जानकारी के अनुसार यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता दोपहर 12:30 बजे मंत्री विश्वास सारंग के बंगले का घेराव करेंगे। युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता नर्सिंग घोटाले में मंत्री के इस्तीफा की मांग करेंगे। युवक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में यह प्रदर्शन होगा। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद मितेंद्र सिंह का यह पहला बड़ा प्रदर्शन होगा।
     
    दरअसल, प्रदेश में दर्जनों नर्सिंग कॉलेज नियमों को ताक पर रख कर कागजों पर चल रहे थे। मामले की जांच कर रही सीबीआई के अधिकारियों ने भी घूसखोरी कर ऐसे कॉलेज को क्लीन चिट दे दी थी। मामला उठने पर हाइकोर्ट ने अवैध तरीके से चल रहे प्रदेश के 66 नर्सिंग कॉलेज को सील करने के आदेश दिए थे। वहीं, आशंका है कि अभी भी कई और नर्सिंग कॉलेज ऐसे हैं जिनकी जांच होनी चाहिए। ऐसे में NUSI ने इस पर हल्ला बोल दिया है।

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  • रायबरेली या वायनाड? कौन सी सीट छोड़ेंगे राहुल गांधी

    08-Jun-2024

    देश लोकसभा चुनाव 2024 में रायबरेली और वायनाड से जीत दर्ज करने वाले राहुल गांधी को कोई एक सीट छोड़नी होगी, क्योंकि एक सांसद लोकसभा में दो सीटों का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकता है। ऐसे में सबकी निगाहें कांग्रेस पर टिकी हैं। अटकलों का दौर शुरू हो गया है कि राहुल गांधी कौन सी सीट छोड़ने वाले हैं। कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों पर जीत हासिल करने वाले राहुल गांधी इस बारे में तीन से चार दिनों में फैसला करेंगे। वरिष्ठ पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि किसी भी स्थिति में 17 जून से पहले फैसला लिया जाना चाहिए। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 15 जून के आसपास शुरू होने की संभावना है। वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘बेशक, यह निर्णय 17 तारीख से पहले लिया जाना चाहिए... मगर इस पर निर्णय तीन से चार दिनों के भीतर आ जाएगा।’’

     
    कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट बरकरार रखी, जहां से वे लगातार दूसरी बार सांसद चुने गए। अगर वे इस सीट को बरकरार रखते हैं तो यह उनका दूसरा कार्यकाल होगा। भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) के अनुसार, उन्हें 647,445 वोट या कुल डाले गए वोटों का 60% वोट मिला, जबकि उनके दूसरे स्थान पर रहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) की एनी राजा को 283,023 (26% वोट) मिले।
     
    दूसरी ओर, चुनाव आयोग के डेटा के मुताबिक,  उत्तर प्रदेश के रायबरेली क्षेत्र में, उन्हें 687,649 (66%) वोट मिले, जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दिनेश प्रताप सिंह 297,619 (29%) वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और 5 बार रायबरेली से सांसद रहीं सोनिया गांधी ने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण यह सीट छोड़ दी थी। इस बार भी रायबरेली  में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है।
     
    भारत में लोकसभा या विधानसभा (राज्य) का चुनाव लड़ने वाला व्यक्ति अधिकतम दो सीटों से चुनाव लड़ सकता है। अगर वे दोनों सीटें जीत जाते हैं, तो उन्हें एक सीट छोड़नी पड़ती है; खाली की गई सीट को भरने के लिए उपचुनाव कराया जाता है। 2019 के आम चुनावों में राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के अमेठी से चुनाव लड़े, उन्होंने 2004, 2009 और 2014 में इसे जीता था। साल 2019 में वह वायनाड के साथ-साथ अमेठी से भी लड़े थे। मगर पिछली बार स्मृति ईरानी से अमेठी की सीट हार गए लेकिन वायनाड में विजयी हुए।

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  • पुलिस ने तांत्रिक समेत 4 को किया गिरफ्तार…

    08-Jun-2024

    मुजफ्फरनगर :- मुजफ्फरनगर में संतान के लिए चरथावल थाना क्षेत्र के गांव रोनीहरजीपुर मंदिर में कबूतर की बलि देने के मामले में पुलिस ने तांत्रिक समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मंदिर में खून पड़ा होने से ग्रामीणों ने मामले की शिकायत पुलिस से की थी। पुलिस ने आरोपियों पर पशु क्रूरता अधिनियत की धारा की बढ़ोतरी की। पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता करते हुए एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि गत 30 मई को चरथावल थाना क्षेत्र के गांव रोनीहरजीपुर में स्थित एक मंदिर में एक मूर्ति व फर्श पर खून के छींटे मिले थे। इस पर ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए साम्प्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की आशंका जाहिर की थी।

     
    गांव के ही मुकेश ने अज्ञात लोगों के खिलाफ थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसएसपी अभिषेक सिंह ने इस मामले में सीओ सदर के राजू कुमार साव के नेतृत्व में टीम गठित की थी। एसपी सिटी ने बताया कि चरथावल पुलिस ने गांव के तांत्रिक ऋषिपाल को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। सख्ती से पूछताछ के बाद गांव के मनीश उर्फ मोनू, सुभाष व इन्द्रपाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में बताया कि 24 साल से इंद्रपाल की पत्नी को बच्चे नहीं हो रहे थे।
     
    सुभाष ने इंद्रपाल को बताया कि गांव के मनीश की पत्नी को भी बच्चे नही थे, लेकिन तांत्रिक ऋषिपाल द्वारा कराए गए अनुष्ठान के बाद मनीश के घर में बच्चा हो गया। उसके बाद सुभाष, मनीश व इंद्रपाल तांत्रिक ऋषिपाल के पहुंचे। तांत्रिक ने किसी जानवर की बलि देने के लिए कहा, लेकिन बालाजी की पूजा करने पर इंद्रपाल ने जानवर की बलि देने से इंकार कर दिया। उसके बाद तांत्रिक ने कबूतर की बलि देने केलिए कहा। उसके बाद तीन आरोपी जंगल से कबूतर को पकडकर ले आए और मंदिर में पहुंचकर उसकी बलि दे दी। किसी को शक न होने इसलिए आरोपियों ने मंदिर के शीशे तोड़ दिए। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान कर दिया है।

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  • मोदी सरकार में मंत्री बनने वालो की नयी सूची आई

    08-Jun-2024

    आखिरकार नरेंद्र मोदी तीसरी बार रविवार (9 जून 2024) को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके शपथ ग्रहण सारोह में ही उनकी कैबिनेट के भी कई मंत्री शपथ ले सकते हैं. फिलहाल मोदी 3.0 के कैबिनेट को लेकर कई नेताओं के नाम आगे चल रहे हैं. 

     
    जानकारी के मुताबिक, पीएम ने अपनी कैबिनेट में इस बार गठबंधन सहयोगियों का भी पूरा ध्यान रखा है. हालांकि महत्वपूर्ण मंत्रालय बीजेपी अपने पास ही रख सकती है. फिलहाल जिन नामों की चर्चा है, वो इस प्रकार हैं.
     
    इन नामों पर है चर्चा
     
    नाम पार्टी
    पीयूष गोयल बीजेपी
    नारायण राणे बीजेपी
    नितिन गडकरी बीजेपी
    संदीपान भूमरे शिवसेना शिंदे गुट
    प्रताप राव जाधव शिवसेना शिंदे गुट
    प्रफुल्ल पटेल या सुनील तटकरे एनसीपी अजित पवार गुट
    जी किशन रेड्डी बीजेपी तेलंगाना
    बंदी संजय बीजेपी तेलंगाना
    एटाला राजेंद्र बीजेपी तेलंगाना
    डी के अरुणा बीजेपी तेलंगाना
    डॉ के लक्ष्मण बीजेपी तेलंगाना
    राम मोहन नायडू टीडीपी आंध्र प्रदेश
    हरीश टीडीपी आंध्र प्रदेश
    चंद्रशेखर टीडीपी आंध्र प्रदेश
    पुरंदेश्वरी बीजेपी आंध्र प्रदेश
    रमेश बीजेपी आंध्र प्रदेश
    बाला शौरी जनसेना पार्टी
    सुरेश गोपी बीजेपी केरल
    वी. मुरलीधरन बीजेपी केरल
    राजीव चंद्रशेखर बीजेपी केरल
    एल मुरगन बीजेपी तमिलनाडु
    के अन्नमलाई बीजेपी तमिलनाडु
    एच. डी. कुमारस्वामी जेडीएस कर्नाटक
    प्रह्लाद जोशी बीजेपी कर्नाटक
    बसवराज बोम्मई बीजेपी कर्नाटक
    जगदीश शेट्टार बीजेपी कर्नाटक
    शोभा करंदलाजे बीजेपी कर्नाटक
    डॉ. सी. एन. मंजूनाथ बीजेपी कर्नाटक
    जनता दल यूनाइटेड से बन सकते हैं 2 मंत्री
     
    इसके अलावा एनडीए के एक और महत्वपूर्ण गठबंधन साथी जनता दल यूनाइटेड को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. बताया जा रहा है कि जेडीयू के दो सांसदों को मंत्री बनाया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा सांसद ललन सिंह और राज्यसभा सांसद राम नाथ ठाकुर को केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी मिल सकती है.

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  • PM मोदी 9 जून की सुबह 7.15 को लेंगे शपथ

    07-Jun-2024

    नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। एनडीए गठबंधन के संसदीय दल की बैठक में सर्वसम्मति से इसपर फैसला लिया गया है। नरेंद्र मोदी 9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसकी तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। नरेंद्र मोदी ने 7 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और सरकार बनाने का प्रस्ताव दिया। इस दौरान सभी सांसदों की सहमति के दस्तावेजों को भी उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दिया। ऐसे में 9 जून को नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इस बार के मंत्रिमंडल में एनडीए के घटक दलों की बहुतायतता देखने को मिलेगी। हालांकि नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर खास तैयारियां की जा रही हैं। वहीं पूरी दिल्ली को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर द्वारा यह आदेश जारी कर दिया गया है। शपथ ग्रहण समारोह के चलते दिल्ली में किसी भी तरह का ड्रोन, पैराग्लाइडिंग, पैराजंपर और रिमोट ऑपरेटेड उपकरण के उड़ान पर पाबंदी लगा दी गई है। हालांकि नई दिल्ली एरिया पहले से ही ही नो फ्लाइंग जोन घोषित है। बता दें कि दिल्ली में 2 दिन के लिए ड्रोन, पैराग्लाइडर्स या ऐसी कोई भी चीज उड़ाने पर पाबंदी लगाई गई है। 


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  • Nitish ने छुए Modi के पैर, सोशल मीडिया में वीडियो बना चर्चा का विषय

    07-Jun-2024

    नई दिल्ली। आज शुक्रवार को नवनिर्वाचित एनडीए संसदीय दल की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का व्‍यवहार देखने लायक था. अगर आपका पोलिटिकल ओरिएंटेशन एनडीए की ओर है तो शायद पुरानी संसद के सेंट्रल हाल का ये दृश्य देखकर आप भाव विभोर भी हो सकते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह पीएम मोदी के सम्मान में अपने भाव व्यक्त किए वो कुछ ऐसा ही था. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शायद उस वक्त कुछ ज्यादा ही भावुक हो गए थे. उनकी आंखें डबडबाई महसूस हो रहीं थीं. नीतीश कुमार नरेंद्र मोदी के प्रति जो विश्वास दिखा रहे थे, उनके शब्दों से उसे समझा जा सकता है. वो मोदी के नेतृत्व में पूर्ण आस्था दिखा ही रहे थे, ये भी चाहते थे कि बस जल्दी शपथ ग्रहण भी हो जाए. उन्होंने कहा कि मैं तो चाहता हूं अभी शपथ ग्रहण हो जाए पर आप जब चाहे हम आपके साथ हैं. इतना ही नहीं नीतीश कुमार स्पीच देने के बाद मोदी के पास जाते हैं और उनके पैर छूने की कोशिश करते हैं. पीएम मोदी भी उनके सम्मान में तुरंत खड़े हो जाते हैं और उन्हें झुकने से रोक लेते हैं. देश के 2 सम्मानित नेताओं का यह मिलन वास्तव में अद्भुत था. पर विरोधी हों या समर्थक सभी नीतीश कुमार के इस जेस्चर को देखकर अचंभित हुए. उम्र के लिहाज से दोनों में ज्‍यादा फर्क नहीं है. नीतीश कुमार पीएम मोदी से महज 6-7 महीने ही छोटे हैं. लेकिन, राजनीतिक हलको में कहा जाता है कि नीतीश कुमार को समझना मुश्किल ही नामुमकिन है. आइये देखते हैं वो कौन सी बातें हैं जिसके चलते नीतीश कुमार आज नरेंद्र मोदी को लेकर इतने विनम्र नजर आ रहे थे. 

     

     


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  • राहुल गांधी को मिली जमानत, जानिए क्या है मामला...

    07-Jun-2024

    बेंगलुरु। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली पिछली सरकार के खिलाफ मुख्यधारा के अखबारों में “अपमानजनक” विज्ञापन जारी करने के लिए भाजपा की कर्नाटक इकाई द्वारा उनके खिलाफ दायर मानहानि के मामले में बेंगलुरु की एक अदालत ने जमानत दे दी है.   

    क्या आरोप लगाया
     
    कर्नाटक भाजपा ने गांधी पर “पेसीएम” अभियान शुरू करके पार्टी को बदनाम करने का आरोप लगाया है, जिसमें कांग्रेस ने मई 2023 में कर्नाटक चुनावों से पहले विभिन्न सरकारी नौकरियों के भुगतान के लिए आवश्यक रिश्वत का “रेट कार्ड” जारी किया था. राहुल गांधी ने कर्नाटक में राज्य चुनावों से पहले अपनी पार्टी द्वारा किए गए पोस्ट को एक्स पर फिर से साझा किया.
     
    एक रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस के विज्ञापन में कर्नाटक में तत्कालीन बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर अपने 2019-2023 के शासन के दौरान बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया गया था.
     
    किसने दर्ज कराया मामला
     
    कांग्रेस की राज्य इकाई, उसके अध्यक्ष डीके शिवकुमार, पूर्व विपक्षी नेता और मौजूदा सीएम सिद्धारमैया और राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मामला भाजपा एमएलसी और महासचिव केशव प्रसाद ने दायर किया था. 1 जून को कर्नाटक की जनता की अदालत ने सिद्धारमैया और शिवकुमार को जमानत दे दी थी. गांधी 1 जून को सुनवाई में शामिल नहीं हुए थे. इसके बाद जज ने कांग्रेस नेता की व्यक्तिगत पेशी के लिए 7 जून की तारीख तय की थी.

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  • किसानों के लिए , सरकार दे रही फ्री बोरिंग सुविधा, जानिए कैसे करें आवेदन..

    07-Jun-2024

    देश  गेहूं की कटाई के बाद हर साल देश के लाखों किसानों को धान की रोपाई के लिए पानी की समस्या से काफी जूझना पड़ता है। लेकिन बढ़ते तापमान और पानी की कमी के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो जाती हैं।

     
    किसानों की इस समस्या को देखते हुए सरकार ने मुफ्त बोरिंग योजना शुरू की है। इस योजना के तहत सरकार किसानों के लिए मुफ्त बोरिंग करवाती है, ताकि वे अपनी धान की फसल को अच्छे से तैयार कर सकें और अच्छा मुनाफा कमा सकें। आइए इस योजना के बारे में विस्तार से बताते हैं।
     
    छोटे और सीमांत किसानों के लिए है योजना
     
    दरअसल, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हर साल पानी के लिए संघर्ष करने वाले किसानों को ध्यान में रखते हुए इस योजना की शुरुआत की है। सरकार ने छोटे खेतों और सीमांत किसानों को बोरिंग की सुविधा देने के लिए यूपी फ्री बोरिंग योजना 2024 शुरू की है।
     
    यूपी फ्री बोरिंग योजना 2024 इस योजना के तहत छोटे, सीमांत और अनुसूचित जाति/जनजाति के किसानों को पंप सेट खरीदने के लिए बैंक से लोन भी मुहैया कराया जाता है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को आवेदन करना होगा।
     
    इतनी मिलेगी सब्सिडी
     
    इस योजना के तहत केवल वही किसान बोरिंग करवा सकते हैं, जिनके पास 0.2 हेक्टेयर या इससे कम जमीन है। 0.2 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन वाले किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इस योजना के तहत छोटे किसानों को 5,000 रुपये की सब्सिडी दी जाएगी, जबकि सीमांत किसानों को 7 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा।
     
    वहीं, अनुसूचित जाति और जनजाति के किसानों को 10,000 रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा। आपको बता दें कि यूपी फ्री बोरिंग योजना के तहत किसानों को सिर्फ सब्सिडी मिलेगी, उन्हें पंपिंग सेट का इंतजाम खुद करना होगा।
     
    कैसे करें आवेदन
     
    उत्तर प्रदेश फ्री बोरिंग योजना 2024 के लिए आवेदन करने के लिए किसानों को फ्री बोरिंग योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://minorirrigationup.gov.in/StaticPages/scheme-hi.aspx पर जाकर आवेदन पत्र डाउनलोड करना होगा। इसके बाद इसमें मांगी गई जानकारी भरकर और जरूरी दस्तावेजों को इसके साथ अटैच करके जिले के लघु सिंचाई विभाग में जमा करना होगा।
     
    सिंचाई विभाग फॉर्म का सत्यापन करेगा। अगर आपके द्वारा दी गई जानकारी सही पाई जाती है तो आपको इस योजना के तहत मुफ्त बोरिंग का लाभ मिलेगा।

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  • सफाई कर्मचारी, मजदूर, ट्रांसजेंडर..., नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए विशेष रूप से किए गए आमंत्रित...

    07-Jun-2024

    नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी 9 जून को लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. यह भारत के प्रधानमंत्री के रूप में मोदी का तीसरा कार्यकाल होगा, जो अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड है, जो अतीत में केवल भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम था. मोदी अलग-अलग काम करने के लिए भी जाने जाते हैं और साथ ही, चीजों को अलग तरीके से करते हैं.

     
    उनके शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित लोगों की सूची सैकड़ों में है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों से ही राजनीतिक नेताओं के अलावा, फिल्म बिरादरी, खेल बिरादरी, शीर्ष उद्योगपतियों और व्यापारियों सहित अन्य लोगों की भी महत्वपूर्ण उपस्थिति होने जा रही है. लेकिन यहां वह बात है जो नरेंद्र मोदी को अतीत के सभी अन्य लोगों से अलग बनाती है. मोदी ने विशेष आमंत्रित लोगों की एक सूची तैयार की है, जो इस बड़े दिन में शामिल होंगे.
     
    जानकारी के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को विशेष निमंत्रण भेजा गया है. कुछ ट्रांसजेंडर को भी आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में काम करने वाले मजदूरों को भी निमंत्रण भेजा गया है, जिसमें नई संसद का निर्माण भी शामिल है. सफाई कर्मचारियों को भी निमंत्रण भेजा गया है. मजबूत भारत के निर्माण के मजबूत राजदूतों के रूप में, रेलवे में वंदे भारत ट्रेन और मेट्रो परियोजना जैसी प्रमुख परियोजनाओं में काम करने वाले लोगों को भी निमंत्रण भेजा गया है.
     
    मोदी 2047 तक विकसित भारत के महत्व पर बोलते रहे हैं. इसके महत्व को चिह्नित करने के लिए, विकसित भारत के राजदूत के रूप में काम करने वाले कई लोगों को भी समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है. एक सूत्र ने बताया, “प्रधानमंत्री हर उस राजदूत के योगदान का सम्मान करने के लिए जाने जाते हैं, जो एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण में शामिल रहे हैं. वे दिन गए जब निमंत्रण केवल वीआईपी और वीवीआईपी को भेजे जाते थे. हमारे प्रधानमंत्री उन लोगों को वीआईपी अतिथि मानते हैं, जिन्हें कभी उनका हक या महत्व नहीं मिलता.”
     
    सूत्र ने आगे बताया, “उपर्युक्त श्रेणियों से 10 विशेष आमंत्रितों को सूचित किया गया है कि वे इस समारोह को देखेंगे. हमने देखा है कि प्रधानमंत्री समाज के हर तबके में लोकप्रिय हैं. उन्होंने किसी को छोटा नहीं समझा. जिसने भी बेहतर भारत के लिए काम किया है, उसे उसका उचित सम्मान दिया जाएगा.”
     
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से राष्ट्रीय राजधानी में बहुत सारे बदलाव देखने को मिले हैं, जिसे भारतीय राजनीति का पावर सेंटर कहा जाता है. इसका एक उदाहरण पद्म पुरस्कार प्रदान करना है, जिसे देश के लोग अब खुशी-खुशी लोगों के पद्म के रूप में पहचानते हैं. यह सम्मान देश भर में विभिन्न क्षेत्रों में सबसे कम पहचाने जाने वाले प्रतिभाओं को दिया गया है.

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  • कर्नाटक सरकार ने फिल्म 'हमारे बारह' पर लगा दिया बैन

    07-Jun-2024

    बेंगलुरु कर्नाटक सरकार ने अनु कपूर स्टारर फिल्ल 'हमारे बारह' की रिलीज पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार का कहना है कि इस फिल्म से सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की संभावना है। ऐसे में अगले दो सप्ताह के लिए बैन लगाया जा रहा है। इसके बाद प्रतिबंध को लेकर फैसला किया जाएगा। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने कर्नाटक सिनेमा रेग्युलेशन ऐक्ट 1964 के तहत यह फैसला लिया है।

     
    सरकार का कहना है कि कई अल्पसंख्यक संगठनों ने फिल्म का ट्रेलर देखने के बाद इसपर आपत्ति जताई थी। इस फिल्म में मुख्य भूमिका में अनु कपूर हैं। उनके अलावा मनोज जोशी, परितोष त्रिपाठी और पार्थ सामथान ने इसमें अभिनय किया है। बता दें कि पहले बॉम्बे हाई कोर्ट ने इसकी रिलीज पर रोक लगाई थी। हालांकि तय तारीख से दो दिन पहले ही हाई कोर्ट ने बैन हटा लिया। बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा था कि कम से कम तीन सदस्यों वाली एक कमेटी बनाई जाए। इसमें कम से कम एक मुस्लिम सदस्य हो। फिल्म देखने के बाद रिपोर्ट सौंपी जाए और तब इसकी रिलीज पर फैसला किया जाएगा।
     
    'हमारे बारह' फिल्म में जनसंख्या विस्फोट का मुद्दा उठाया गया है। आम तौर पर भारतीय सिनेमा में इस तरह के विषय को नहीं दिखाया गया है। पहले इस फिल्म का नाम 'हम दो हमारे 12' दिया गया था। हालांकि बवाल के बाद इसे  बदलकर हमारे बारह कर दिया गया। यह फिल्म 7 जून को ही सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। वहीं फिल्म के ऐक्टर मनोज जोशी ने कहा है कि यह फिल्म किसी भी विशेष धर्म को टारगेट करके नहीं बनाई गई है।
     
    एएनआई से बात करते हुए जोशी ने कहा, मैं एक कलाकार हूं। मैं बहुत साफ कह देना चाहता हूं कि किसी भी धर्म को टारगेट करके यह फिल्म नहीं बनाई गई है। आज हमारे देश में महलाओं के सम्मान को लेकर चर्चा होती है। किसी भी समाज में महिलाओं का अपमान नहीं होना चाहिए। एक महिला कोई वस्तु नहीं होती है। उसको सम्मान पाने का पूरा अधिकार है। वहीं इस फिल्म में कई समस्याओं को दिखाया गया है। इसमें शिक्षा, सशक्तीकरण और जनसंख्या के मुद्दे को दिखाया गया है। हर किसी को परिवार के साथ यह फिल्म देखनी चाहिए।  बता दें कि इस फिल्म को कमल चंद्रा ने डायरेक्ट किया है और राधिका जी फिल्म ऐंड न्यूटेक मीडिया एंटरटेनमेंट ने प्रड्यूस किया है

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  • नरेंद्र मोदी ने रख दिया 2029 में भी जीत का टारगेट

    07-Jun-2024

    नरेंद्र मोदी को एनडीए के संसदीय दल की मीटिंग में नेता चुन लिया गया है। उन्होंने कहा कि हम अगले 10 सालों में देश को तेजी से विकास के रास्ते पर ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं अगले 10 साल वाली बात बहुत जिम्मेदारी से कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि हम देश में गुड गवर्नेंस की बात करते हैं। हमारी इच्छा है कि देश के आम नागरिकों के जीवन में सरकार का दखल कम से कम हो। इस तरह 10 साल की बात करके नरेंद्र मोदी ने 2029 के आम चुनाव में भी भाजपा की जीत का टारगेट दे दिया। बता दें कि मोदी को नेता चुने जाने के दौरान उनकी नीतीश कुमार, चंद्रबाबू जैसे नेताओं ने भी खूब तारीफ की है।

     
    पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे लिए खुशी का मौका है कि इतने लोगों का स्वागत करने का मौका मिला है। रात-दिन जिन लाखों कार्यकर्ताओं ने परिश्रम किया है, उसके लिए मैं उन्हें सिर झुकाकर प्रणाम करता हूं। उन्होंने कहा कि 2019 में जब मैं यहां बोल रहा था और आपने मुझे चुना था तो मैं एक शब्द विश्वास पर बल दिया था। अब फिर से जब आपने मुझे जिम्मेदारी है तो इसका अर्थ है कि हमारे बीच विश्वास कायम है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह विश्वास ही सबसे बड़ी पूंजी होता है। यह पल मेरे लिए भावुक करने वाले भी हैं। आप सबका मैं जितना धन्यवाद करूं, उतना कम है।
     
    नरेंद्र मोदी ने कहा कि बहुत कम लोग इस बात की चर्चा करते हैं, लेकिन एनडीए को देश के 22 राज्यों में लोगों ने सरकार बनाने का मौका दिया है। हमारा यह गठबंधन सच्चे अर्थ में भारत की असली भावना का प्रतिनिधित्व करता है। पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के 10 आदिवासी बहुल राज्यों में से 7 में हमारी सरकार है। उन्होंने कहा कि चुनाव पूर्व गठबंधन हिन्दुस्तान के राजनीतिक इतिहास में इतना सफल कभी नहीं हुआ है, जितना एनडीए हुआ है। मोदी ने कहा कि सरकार चलाने के लिए बहुमत जरूरी होता है, लेकिन देश के लिए सर्वमत जरूरी है। मैं देशवासियों को भरोसा देता हूं कि हम सर्वमत का सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि एनडीए को करीब तीन दशक हो चुके हैं। यह कोई सामान्य घटना नहीं है।
     
    हमारे गठबंधन के तीन टर्म पूरे, अब चौथे की बारी
     
    प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए गठबंधन ने तीन टर्म पूरे किए हैं और अब चौथा शुरू हो रहा है। राजनीति के जो विश्लेषक हैं, वे मुक्त मन से सोचेंगे तो पाएंगे कि यह एनडीए सत्ता प्राप्त करने का या सरकार चलाने का कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है बल्कि राष्ट्र प्रथम की मूल भावना से आने वाले लोगों का समूह है। पीएम मोदी ने इस दौरान अटल बिहारी वाजपेयी, प्रकाश सिंह बादल, बालासाहेब ठाकरे, जॉर्ज फर्नांडिस जैसे नेताओं को याद किया। उन्होंने कहा कि हमारी यह विरासत है, जिस पर हमें गर्व है।

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  • ईवीएम की अर्थी निकालने वाले थे, लेकिन 4 जून को मुंह पर लग गया ताला

    07-Jun-2024

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एनडीए संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एनडीए के सभी घटक दलों का आभार तो जताया ही, लेकिन विपक्ष पर भी जोरदार हमला बोला। उन्होंने ईवीएम को लेकर विपक्षी दलों को निशाने पर लिया और पूछा कि अब क्यों मुंह पर ताले लग गए।

     
    पीएम मोदी ने कहा, ''मुझे लग रहा था कि इस बार ये लोग ईवीएम की अर्थी निकालेंगे। लेकिन 4 जून की शाम आते-आते, इन लोगों के मुंह पर ताले लग गए। यह भारत के लोकतंत्र की ताकत है। मुझे लगता है कि अब शायद 5 साल ये लोग ईवीएम की बात नहीं करेंगे। फिर 2029 में हम जब चुनाव में जाएंगे तो जरूर ईवीएम की शिकायत ये लोग कर सकते हैं।
     
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आपने जिस प्रकार से बहुमत देकर सरकार चलाने का सौभाग्य दिया है कि ये हम सबका दायित्व है कि हम सर्वमत निरंतर प्रयास करेंगे और देश को आगे ले जाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। एनडीए को करीब 3 दशक हो गए हैं। ये 3 दशक की यात्रा एक बहुत बड़ी मजबूती का संदेश देती है। हम गर्व से कह सकते हैं कि इस गठबंधन ने 3 टर्म सफलतापूर्वक पार किए हैं और गठबंधन चौथे टर्म में प्रवेश कर रहा है।"
     
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "हिंदुस्तान के इतने महान लोकतंत्र की ताकत देखिए कि एनडीए को आज देश के 22 राज्यों में लोगों ने सरकार बनाकर उनको सेवा करने का मौका दिया है।   हमारा ये गठबंधन सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा है।
     
    एनडीए की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "आप किसी भी बालक से पूछिए कि लोकसभा चुनाव के पहले किसकी सरकार थी तो वह कहेगा कि एनडीए और लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी एनडीए की सरकार बनी। तो हम हारे कहां से। पहले भी एनडीए की सरकार थी आज भी एनडीए की है और कल भी एनडीए की सरकार रहेगी। 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को नहीं छू पाई। अगर मैं कांग्रेस के 2014, 2019, और 2024 चुनाव को जोड़ों तो इन तीनों चुनावों में जितनी सीटें मिली हैं उससे अधिक हमें इसमें मिला है।

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  • INDIA अलयांस ने की सरकार बनाने की कोशिशें तेज, गठबंधन की बैठक के बाद अखिलेश यादव के घर पहुंचे अभिषेक बनर्जी…

    06-Jun-2024

    समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से TMC नेता और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने मुलाकात की है। दोनों नेताओं के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मुलाकात हुई है। मुलाकात के दौरान इंडिया अलायंस की केंद्र में सरकार बनाने को लेकर चर्चा हुई। बता दें कि लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद अब सरकार गठन की तैयारी चल रही है। NDA ने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को अपना नेता चुन लिया है। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के सहयोगी दल 7 जून को बैठक करने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू  से मुलाकात कर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।

     
    वहीं विपक्षी गठबंधन इंडिया अलायंस अभी भी सत्ता मोह छोड़ नहीं पाई है। हालांकि बुधवार हुई इंडिया अलायंस की बैठक में विपक्ष ने संसंद में विपक्ष में रहने का फैसला लिया। इसके बावजूद गठबंधन के अन्य घटक दल सत्ता का मोह छोड़ नहीं पा रहे हैं और जोड़-तोड़ में लगे हुए हैं।
     
     
    इसी बीच Samajwadi Party के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव Akhilesh Yadav से TMC नेता और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने मुलाकात की है। दोनों नेताओं के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मुलाकात हुई है। दीगर है कि ममता बनर्जी और अखिलेश यादव के बीच सियासी रिश्ते रहे हैं। यूपी में टीएमसी को सपा ने भदोही सीट दी थी. दोनों नेताओं के बीच पर्दे के पीछे का कोआर्डिनेशन इतना मजबूत था कि जब सीएम नीतीश कुमार को INDIA अलायंस का संयोजक बनाए जाने का फैसला लिया जाना था तब ममता और अखिलेश नहीं गए थे। अभिषेक और अखिलेश की मुलाकात के दौरान राज्यसभा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन भी मौजूद रहे।

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  • नीतीश कुमार ने चलाया तीर ,अग्निवीर स्कीम में हो बदलाव

    06-Jun-2024

    देश लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। इसके चलते नरेंद्र मोदी को अब नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की पार्टियों के समर्थन से सरकार चलानी पड़ेगी। अब तक सरकार गठन को लेकर कोई रूपरेखा तय नहीं हुई है, लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी ने पहले ही तीर चल दिया है। जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने गुरुवार तो सेना में जवानों की भर्ती के लिए बनी अग्निवीर योजना में बदलाव की मांग कर दी। उन्होंने कहा, 'अग्निवीर स्कीम का बहुत विरोध हुआ था और चुनाव में भी इसका असर देखने को मिला था। इसलिए अग्निवीर स्कीम पर दोबारा सोचने की जरूरत है।'

     
    केसी त्यागी ने 'आज तक' से बातचीत में कहा कि यह स्कीम जब आई थी, तब लोगों ने काफी विरोध किया था। सेना में तैनात लोगों के परिवार के लोग भी इससे नाराज थे। इसलिए इसमें बदलाव हो जाना चाहिए। वहीं समान नागरिक संहिता के मसले पर पूछा गया तो नीतीश कुमार की पार्टी ने कहा कि हम इसके समर्थन में हैं। लेकिन इसे लेकर हमारी मांग है कि सभी संबंधित पक्षों की इसमें राय ली जाए। इसके बाद ही कोई फैसला लेना चाहिए। केसी त्यागी ने कहा कि यही स्टैंड हमारा पहले भी था और आज भी हम इस बात पर कायम हैं।
     
    वहीं एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर समर्थन की बात भी कही। जेडीयू ने कहा कि हम इस मसले पर पहले भी साथ थे। गौरतलब है कि भाजपा को लोकसभा चुनाव में 240 सीटें मिली हैं, जबकि जेडीयू को 12 पर विजय हासिल हुई है। आंध्र प्रदेश की टीडीपी को 16 सीटें हासिल हुई हैं। इन दोनों दलों के सहारे ही अब भाजपा सरकार बनाने की स्थिति में है। खबर है कि नरेंद्र मोदी 8 या फिर 9 जून को पीएम पद की शपथ ले सकते हैं। सरकार गठन को लेकर दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेताओं की मीटिंग भी चल रही है। 

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  • 100 रुपये के लिए किसान बैठे हैं, मेरी मां भी... कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली महिला क्या बोली; सख्त ऐक्शन

    06-Jun-2024

    चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत को एक महिला सीआईएसएफ कर्मी ने थप्पड़ जड़ दिया। महिला कंगना रनौत के किसान आंदोलन के समय दिए गए बयान से नाराज थी। उन्होंने बताया कि उनकी मां भी किसान आंदोलन के दौरान विरोध प्रदर्शन के लिए बैठी थीं। कंगना रनौत को थप्पड़ मारने के बाद सीआईएसएफ कर्मी कुलविंदर कौर ने कहा, ''उन्होंने बयान दिया था कि किसान 100 रुपये के लिए वहां बैठे हैं। क्या वह वहां जाकर बैठेंगी? मेरी मां वहां बैठी थीं और विरोध कर रही थीं जब उन्होंने यह बयान दिया।'' वहीं, कंगना रनौत को थप्पड़ मारने के बाद कुलविंदर कौर को सस्पेंड कर दिया गया है।

     
    महिलाकर्मी के खिलाफ एफआईआर दर्ज
    एक सीनियर सीआईएसएफ अधिकारी ने मामले पर बात करते हुए कहा कि महिला कॉन्स्टेबल के खिलाफ स्थानीय पुलिस थाने में शिकायत करते हुए एफआईआर दर्ज करवाई गई है। इसके साथ ही उन्हें सस्पेंड भी कर दिया गया है। चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना के विमान में सवार होने से पहले हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच के दौरान सीआईएसएफ कर्मी ने एक्ट्रेस को थप्पड़ मारा। कंगना ने एक वीडियो बयान जारी कर कहा कि दिल्ली जाते वक्त चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच के दौरान सीआईएसएफ की एक महिला सिपाही ने उन्हें थप्पड़ मारा और उनके साथ गाली-गलौज की। कंगना ने 'पंजाब में आतंक और हिंसा में हैरान करने वाली वृद्धि' शीर्षक से एक वीडियो बयान पोस्ट किया।
     
    मंडी से सांसद बनी हैं कंगना रनौत
    बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने वीडियो में कहा कि वह सुरक्षित और ठीक हैं, लेकिन पंजाब में बढ़ते आतंकवाद को लेकर चिंतित भी हैं। कंगना ने दिल्ली पहुंचने के बाद बयान जारी कर कहा कि महिला सिपाही उनकी ओर आई। कंगना ने कहा, ''उसने मुझे थप्पड़ मारा और मुझे गाली देनी शुरू कर दी।'' उन्होंने कहा, ''जब मैंने उससे पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया, तो उस सिपाही ने कहा कि वह किसान आंदोलन का समर्थन करती है।'' हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने वाली कंगना ने कांग्रेस के प्रत्याशी को 74 हजार मतों से शिकस्त दी थी।

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  • चारधाम यात्रा में अब तक 86 भक्तों की मौत

    06-Jun-2024

    उत्तराखंड में 10 मई से शुरु हुई चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य कारणों से अब तक 86 लोगों की मौत हो चुकी है।राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार, अब तक हुई 86 मौतों में से बद्रीनाथ धाम में 18, केदारनाथ धाम में 42, गंगोत्री धाम में 7 और यमुनोत्री धाम में 19 मौतें हुईं। 2023 में चारधाम यात्रा के दौरान कुल मिलाकर 245 तीर्थयात्रियों की मौत हुई थी।

     
    स्वास्थ्य विभाग के सचिव आर राजेश कुमार ने बताया कि 2023 की चार धाम यात्रा के दौरान मई में मौतों की संख्या 96 थी, जो इस साल 29 मई तक हुई 68 मौतों की तुलना में काफी ज्यादा थी। उन्होंने बताया कि यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य जांच केंद्रों की संख्या में वृद्धि करने, स्वास्थ्य कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के कारण इस साल मौतों में कमी आई है।
     
    आर राजेश कुमार ने कहा, "हमने 12 क्षेत्रीय भाषाओं में सभी राज्य सरकारों को स्वास्थ्य सलाह जारी की थी। इसमें तीर्थयात्रियों से अनुरोध किया गया था कि वे यात्रा शुरू होने से पहले अपने स्वास्थ्य की जांच करा लें। साथ ही केदारनाथ और यमुनोत्री की कठिन यात्रा पर निकलने से पहले खुद को उसके मुताबिक ढाल लें।"
     
    वहीं, उत्तराखंड की स्वास्थ्य निदेशक विनीता शाह ने कहा कि यात्रा मार्ग पर 50 मेडिकल स्क्रीनिंग केंद्र स्थापित कर स्क्रीनिंग बढ़ा दी गई है। पंजीकरण केंद्रों पर डॉक्टरों द्वारा तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य की स्थिति का आकलन करने के बाद ज्याद कमजोर तीर्थयात्रियों को पैदल मार्ग में आगे न जाने की सलाह दी जा रही है। उन तीर्थयात्रियों से शपथ पत्र लिया जा रहा है जो अपनी यात्रा जारी रखने के लिए अड़े हुए हैं। 104 स्वास्थ्य मित्र पूरे मार्ग पर उनकी बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और आवश्यकता के अनुसार दवाएं और अन्य सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं।
     
    विनीता शाह ने कहा कि यात्रा मार्ग पर 80 विशेषज्ञों और 426 डॉक्टरों को तैनात किया गया है। साथ ही अन्य निकटवर्ती जिलों से लगते क्षेत्रों में अतिरिक्त स्वास्थ्य कर्मचारियों को सभी चिकित्सा सुविधाओं के साथ तैनात किया गया है। वहीं, रुद्रप्रयाग जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा को सुचारू, व्यवस्थित और सुरक्षित तरीके से संचालित करने के लिए जिला प्रशासन और संबंधित विभागों द्वारा सभी आवश्यक सुविधाएं और व्यवस्थाएं प्रदान की जा रही हैं।
     
    रुद्रप्रयाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एचसीएस मर्तोलिया ने कहा कि अब तक 26,957 तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य की जांच की जा चुकी है। बुधवार को केदारनाथ यात्रा में लगभग 2430 तीर्थयात्रियों का इलाज किया गया, जिसमें 1863 पुरुष और 567 महिलाएं शामिल थीं। ओपीडी और इमरजेंसी के माध्यम से अब तक 64,823 तीर्थयात्रियों का इलाज किया गया है, जिनमें 59,510 पुरुष और 15,313 महिलाएं शामिल हैं। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 4356 तीर्थयात्रियों को ऑक्सीजन सुविधा प्रदान की गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक विभिन्न स्थानों और यात्रा मार्ग के विभिन्न पड़ावों पर चिकित्सा राहत शिविर खोली गई हैं, ताकि बीमार तीर्थयात्रियों का तुरंत इलाज किया जा सके।
     
      बद्रीनाथ यात्रा मार्ग पर चमोली जिले में कर्णप्रयाग, गौचर और पांडुकेश्वर में तीन मेडिकल स्क्रीनिंग सेंटर स्थापित किए गए हैं, जहां 40 वर्ष से अधिक उम्र के तीर्थयात्रियों की मेडिकल हिस्ट्री की जांच की जाती है। वहीं, बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब यात्रा मार्गों पर एमआरपी सेंटर स्थापित किए गए हैं। 10 मई को चार धाम यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 17 लाख तीर्थयात्रियों ने चार धाम मंदिरों और हेमकुंड साहिब मंदिर के दर्शन किए हैं।

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