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  • हाथियों के झुंड ने BSF जवान को उतारा मौत के घाट

    27-Jun-2024

    मेघालय। मेघालय में एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है. राज्य में हाथियों के झुंड ने सेना के जवानों पर हमला कर दिया. बीएसएफ के एक अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक मेघालय के पश्चिमी गारो हिल्स जिले में भारत-बांग्लादेश इंटरनेशनल बॉर्डर के सुदूरवर्ती हिस्से में ड्यूटी के दौरान बुधवार सुबह जंगली हाथियों के झुंड ने बीएसएफ के एक जवान पर हमला कर उसे कुचलकर मार डाला और एक कांस्टेबल को घायल कर दिया. वेस्ट गारो हिल्स के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अब्राहम संगमा ने बताया कि दालू डब्ल्यूजीएच WGH के पास अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ के 100 बटालियन के एक सब-इंस्पेक्टर और कांस्टेबल पर जंगली हाथियों के झुंड ने हमला कर दिया. हमले में एसआई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कांस्टेबल घायल हो गया जिसे उसे इलाज के लिए तुरा भेजा गया। बीएसएफ की 100वीं बटालियन के एसआई राजबीर सिंह मेघालय के गारो हिल्स सेक्टर में तैनात थे। अधिकारी ने बताया कि दालू क्षेत्र में सिंह ड्यूटी पर थे, तभी जंगल से हाथियों का एक झुंड निकलकर उन पर एकदम से टूट पड़ा. उन्होंने बताया कि सिंह ने भागने का बहुत प्रयास किया, लेकिन उनमें से एक हाथी ने उन्हें कुचलकर मार डाला. पुलिस ने बताया कि उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए उनके घर हरियाणा ले जाया जा रहा है. हालांकि बीएसएफ मेघालय फ्रंटियर ने इस मामले में अभी तक कोई भी जानकारी नहीं जारी की है. हाल ही में केरल में जंगली हाथियों के जंगल में शूटिंग कर रहे कैमरामैन को मार डाला था. शख्स पलक्कड़ के कोट्टेकड़ में जंगली हाथियों के दृश्यों की शूटिंग कर रहा था, तभी अचानक एक हाथी ने उस पर हमला कर दिया. भागने की कोशिश के दौरान वह गिर गया और हाथी ने उसे कुचलकर घायल कर दिया. शख्स को तुरंत पलक्कड़ जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। 


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  • पूर्वी UP और उत्तराखंड समेत 27 राज्यों में जमकर बरसे मेघ, 22 की गई जान…

    27-Jun-2024

    बारिश का कहर :- जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और पंजाब समेत उत्तर पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर पूरे देश में जमकर बारिश हो रही है। असम, अरुणाचल प्रदेश समेत पूर्वोत्तर के सभी राज्यों, पूर्वी उत्तर प्रदेश और दक्षिण व मध्य भारत के ज्यादातर हिस्सों में बीते 24 घंटों के दौरान कहीं भारी तो कहीं बहुत भारी वर्षा दर्ज की गई है। इस दौरान बिजली गिरने और वर्षा जनित अन्य घटनाओं में 22 लोगों की मौत भी हो गई है।

     
    मौसम विभाग ने उत्तर पश्चिम भारत में 28-30 जून तक भारी बारिश की संभावना जताई है। हिमाचल प्रदेश के लिए ऑरेंज अलर्ट राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अगले तीन दिन बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। दक्षिण पश्चिम मानसून भी तेजी से आगे बढ़ रहा है और उम्मीद है कि अगले तीन-चार दिन में लगभग पूरे देश को कवर कर लेगा। बिहार में बीते 24 घंटे में बारिश के दौरान बिजली गिरने से 8 लोगों की मौत हुई है।
     
     
    भागलपुर और मुंगेर में दो-दो, और जमुई, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और अररिया जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मौतों पर गहरा दुख जताया है और प्रत्येक मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये आर्थिक मदद की घोषणा की है। उत्तराखंड के नानकमत्ता के गांव मगरसड़ा में बिजली गिरने से युवा किसान की बिजली गिरने से मौत हो गई।।
     
    उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद मंडल में चार, वाराणसी मंडल में चार और फिरोजाबाद में एक व्यक्ति मौत हुई है। ये सभी मौतें बिजली से ही हुई हैं। वहीं, कर्नाटक के मंगलूरू जिले में भारी बारिश के चलते दीवार गिरने से एक ही परिवार के चार लोगों की दबकर मौत हो गई। महाराष्ट्र के ठाणे में आकाशीय बिजली गिरने से एक दंपत्ति झुलस गया और पांच मवेशी मर गए।
     
    इन राज्यों में 30 जून तक होगी बारिश :-
    मौसम विभाग के मुताबिक, 30 जून तक कोंकण-गोवा, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, गुजरात, मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अगले पांच दिनों में छिटपुट बारिश होगी। मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों के लिए गुजरात के कई हिस्सों में बारिश होगी।
     
    मानसून के आगे बढ़ने के लिए हालात अनुकूल :-
    आईएमडी के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून के उत्तरी अरब सागर के शेष भागों, गुजरात राज्य, मध्य प्रदेश और राजस्थान, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड-बिहार के कुछ और भागों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल दिखाई दे रही हैं। पूर्वी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के साथ-साथ उत्तरी पंजाब और हरियाणा में भी अगले 3-4 दिनों में मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद है। वर्तमान में मानसून की उत्तरी सीमा वर्तमान में मुंद्रा, मेहसाणा, उदयपुर, शिवपुरी, सिद्धि, ललितपुर, चाईबासा, हल्दिया, पाकुड़, साहिबगंज और रक्सौल से गुजर रही है।
     
    हिमाचल में बर्फबारी और बारिश :-
    हिमाचल प्रदेश में बदले मौसम के मिजाज के बीच बुधवार को रोहतांग दर्रे में बर्फबारी और धर्मशाला में बारिश हुई। राजधानी शिमला में बूंदाबांदी होने के साथ बादल छाए रहे। बृहस्पतिवार से प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश का दौर शुरू होने के आसार हैं। 27 और 28 जून को बारिश का यलो और 29 और 30 जून के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। इसी दौरान प्रदेश में दक्षिण पश्चिम मानसून के प्रवेश करने का पूर्वानुमान हैं। प्रदेश में दो जुलाई तक मौसम खराब रहने की संभावना है। बुधवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से कम रहा।
     
    पंजाब में पारा 40-43 के बीच :-
    पंजाब समेत कुछ राज्यों के अलग-अलग इलाकों में अभी भी तेज गर्मी पड़ रही और लू की स्थिति बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले एक दिन में पंजाब, पश्चिमी राजस्थान, दक्षिण उत्तर प्रदेश, दक्षिण पश्चिम बिहार, उत्तर पश्चिम झारखंड के अलग-अलग इलाकों में तापमान 40-43 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया और कुछ इलाकों में लू भी चली। इस दौरान कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी होने से उमस भी बढ़ गई। पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर में सबसे अधिक 45.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

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  • राष्ट्रपति अभिभाषण के दौरान मोदी को 73 बार, राहुल को 6 बार दिखाया गया; कांग्रेस का दावा

    27-Jun-2024

    नई दिल्ली  विपक्ष ने बृहस्पतिवार को संसद की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिए गए अभिभाषण के बाद केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। विपक्षी नेताओं ने अभिभाषण को ‘‘सरकार द्वारा दी गई और झूठ पर आधारित पटकथा’ करार दिया और कहा कि सरकार को 1975 के आपातकाल के बजाय आज के ‘अघोषित आपातकाल’ पर जवाब देना चाहिए। इसके अलावा, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र को सबसे ज्यादा दिखाया गया जबकि राहुल गांधी का चेहरा बहुत कम बार दिखा।

     
    कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने गुरुवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की तुलना में अधिक बार स्क्रीन पर दिखाया गया।
     
    उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘51 मिनट के राष्ट्रपति के संबोधन में किसको कितनी बार दिखाया गया?
     
    • नेता सदन नरेंद्र मोदी : 73 बार
    • नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी: 6 बार
     
    • सरकार: 108 बार
    • विपक्ष: 18 बार
     
    संसद टीवी सदन की कार्यवाही दिखाने के लिए है, कैमराजीवी की आत्ममुग्धता के लिये नहीं
     
    बता दें कि राष्ट्रपति मुर्मू ने बृहस्पतिवार को अपने अभिभाषण में 1975 में लागू आपातकाल का उल्लेख किया और इसे ‘संविधान पर सीधे हमले का सबसे बड़ा एवं काला अध्याय’ करार देते हुए कहा कि ऐसे अनेक हमलों के बावजूद देश ने असंवैधानिक ताकतों पर विजय प्राप्त करके दिखाई। राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति के, ‘‘मोदी सरकार लिखित’’ अभिभाषण को सुनकर ऐसा लगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनाव के जनादेश को नकारने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति से ‘झूठ बुलवाकर’ अपनी वाहवाही करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि देश की जनता उन्हें नकार चुकी है।
     
    समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारत के दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के सरकार के दावे पर निशाना साधा। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत के पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की कहानी बताई जा रही है... क्या उसने हमारे किसानों को समृद्ध बनाया है? अगर हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, तो इतने सारे युवा बेरोजगार क्यों हैं? अग्निवीर जैसी योजना क्यों है? महंगाई पर नियंत्रण क्यों नहीं किया जा सकता?”
     
    मुर्मू द्वारा आपातकाल का जिक्र किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने आपातकाल के दौरान जेल में बंद लोगों के लिए क्या किया? सपा ने उन्हें सम्मान और पेंशन दी।’’ तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि राष्ट्रपति ने ‘‘सरकार द्वारा दी गई पटकथा’ पढ़ी और भाजपा को अभी तक यह एहसास नहीं हुआ है कि उसके पास अपने दम पर बहुमत नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार की समस्या यह है कि वे अभी तक यह नहीं समझ पा रहे हैं कि वे 303 से 240 पर आ गए हैं। उन्होंने 303 के बहुमत के आधार पर भाषण तैयार किया।’’ उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उन्होंने पिछले साल के भाषण से कुछ अंश लिए हों।

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  • इमरजेंसी के जिक्र से स्पीकर पर भड़की कांग्रेस, राष्ट्रपति से भी खफा

    27-Jun-2024

    लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में इमरजेंसी का जिक्र करना और उसे काला दिन बताना कांग्रेस को रास नहीं आया है। कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा अध्यक्ष द्वारा किए गए इमरजेंसी के संदर्भ पर औपचारिक आपत्ति दर्ज कराई है और इसे संसदीय परंपराओं का मजाक बताया है। उल्लेखनीय है कि बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपना दूसरा कार्यकाल शुरू किया। मगर अपने संबोधन में उन्होंने इमरजेंसी को भारत के इतिहास में काला दिन भी कहा। लोकसभा में इसके लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया।

     
    कांग्रेस ने जताई आपत्ति
    गुरुवार को, बिरला द्वारा राहुल गांधी को औपचारिक रूप से विपक्ष के नेता के रूप में नियुक्त किए जाने के बाद, गांधी और विपक्षी नेताओं के एक समूह ने बिरला से मुलाकात की और बातचीत के दौरान उन्हें बताया गया कि इसे (इमरजेंसी) चर्चा करने से बचा जा सकता था। इस बारे में बोलते हुए कांग्रेस महासचिव और लोकसभा सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा, "हमने संसद के बारे में कई मुद्दों पर चर्चा की। विपक्ष के नेता राहुल जी ने उन्हें (बिरला को) सूचित किया कि यह एक राजनीतिक संदर्भ था और इससे बचा जा सकता था।''
     
    कुछ देर बाद वेणुगोपाल ने बिरला को खत लिखा जिसमें उन्होंने कहा, "मैं यह पत्र संसद की संस्था की विश्वसनीयता पर प्रभाव डालने वाले एक बहुत ही गंभीर मामले के संदर्भ में लिख रहा हूं। कल यानी 26 जून, 2024 को, लोकसभा अध्यक्ष के रूप में आपके चुनाव पर बधाई देने के समय, सदन में सामान्य सौहार्द था।'' उन्होंने कहा, "हालांकि, उसके बाद आधी सदी पहले इमरजेंसी की घोषणा के संबंध में आपका भाषण बेहद चौंकाने वाला है।"
     
    सभापति को ऐसे बयान नहीं देना चाहिए: वेणुगोपाल
    वेणुगोपाल ने आगे लिखा, "सभापति की ओर से इस तरह का राजनीतिक संदर्भ देना संसद के इतिहास में अभूतपूर्व है। एक नव-निर्वाचित अध्यक्ष द्वारा इस तरह के संदर्भ का जिक्र करना और भाषण देना और भी गंभीर है। मैं राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से संसदीय परंपराओं के इस उपहास पर अपनी गहरी चिंता और पीड़ा व्यक्त करता हूं।"
     
    राष्ट्रपति के अभिभाषण से भी खफा कांग्रेस
    कांग्रेस राष्ट्रपति के अभिभाषण से भी खफा नजर आई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर कहा कि कोई भी सरकार राष्ट्रपति के अभिभाषण में ऐसे राजनीतिक मामलों को नहीं डाल सकती है। खरगे ने एक्स पर लिखा, "मोदी सरकार द्वारा लिखित राष्ट्रपति के अभिभाषण को ऐसा लगा जैसे मोदी जी जनादेश को नकारने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं।

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  • विधायकों के शपथ ग्रहण को लेकर बढ़ी तकरार, विधानसभा परिसर में धरने पर बैठे टीएमसी विधायक

    27-Jun-2024

    कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर तकरार बढ़ती जा रही है। अब गुरुवार को टीएमसी विधायकों ने इस मुद्दे पर विधानसभा परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। नवनिर्वाचित विधायक सयांतिका बंदोपाध्याय और रायत हुसैन सरकार ने विधानसभा परिसर में मौजूद डॉ. बी आर आंबेडकर की प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन शुरू किया। विधायकों की मांग है कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस उन्हें जल्द विधानसभा में शपथ दिलाने का इंतजाम करें ताकि वह अपने जनप्रतिनिधि के कर्तव्य को पूरा कर सकें। 

     
    विधायकों ने लगाए आरोप
    गौरतलब है कि दोनों विधायक हाल ही में हुए उपचुनाव में जीते हैं। दोनों को बुधवार को राजभवन में शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। हालांकि, टीएमसी ने दावा किया कि परंपरा यह है कि उपचुनाव जीतने वाले विधायकों के मामले में राज्यपाल, विधानसभा के अध्यक्ष या उपाध्यक्ष को शपथ दिलाने की जिम्मेदारी सौंपते हैं, लेकिन राज्यपाल ने दोनों के अनुरोध के अनुसार विधानसभा में कार्यक्रम आयोजित करने से इनकार कर दिया और 26 जून की शाम को नई दिल्ली चले गए। बंदोपाध्याय ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘हमने बुधवार को शाम 4 बजे तक राज्यपाल द्वारा शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने का इंतजार किया, लेकिन वे नहीं आए। आज हम अंबेडकर की प्रतिमा के सामने इस मांग के साथ बैठे हैं कि लोगों के लिए काम करने के हमारे संवैधानिक अधिकारों को बिना किसी देरी के पूरा किया जाए।’
     
    राज्यपाल बोस ने दी सफाई
    विधानसभा स्पीकर बिमान बनर्जी ने बुधवार को राज्यपाल बोस पर शपथ ग्रहण समारोह को ‘अहं की लड़ाई’ बनाने और जानबूझकर इस मुद्दे को जटिल बनाने का आरोप लगाया। वहीं राज्यपाल बोस का कहना है कि ‘देश का संविधान उन्हें यह तय करने का अधिकार देता है कि विधायकों को शपथ दिलाने का काम किसे सौंपा जाए। मुझे विधानसभा में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित कराने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन स्पीकर द्वारा राज्यपाल के पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले आपत्तिजनक पत्र को भेजने के बाद यह विकल्प संभव नहीं हो पाया।’

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  • बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत बिगड़ी, देर रात दिल्ली एम्स में कराया गया भर्ती

    27-Jun-2024

    बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक उन्हें उम्र संबंधित दिक्कतों के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल उन्हें एम्स के जिरियाट्रिक डिपार्टमेंट (बुजुर्गों का इलाज करने वाला विभाग) के डॉक्टर्स की निगरानी में रखा गया है. दरअसल, 96 वर्षीय आडवाणी उम्र संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं. इसलिए उनका समय-समय पर घर पर ही चेकअप किया जाता है. बुधवार देर शाम को उन्हें कुछ दिक्कत महसूस हुई, जिसके बाद तुरंत उन्हें एम्स ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें अपनी निगरानी में भर्ती कर लिया.

    आडवाणी को इसी साल देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. आडवाणी तबीयत के मद्देनजर राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके थे, इसलिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें 30 मार्च को उनके आवास पर जाकर भारत रत्न से सम्मानित किया. औपचारिक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और लालकृष्ण आडवाणी के परिवार के सदस्य शामिल हुए.
    2015 में पद्म विभूषण से भी नवाजे गए
    इससे पहले आडवाणी 2015 में उन्हें देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजा गया था. लालकृष्ण आडवाणी 2002 से 2004 तक भारत के 7वें उप प्रधानमंत्री रहें हैं. वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सह-संस्थापकों में से एक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सदस्य हैं. लालकृष्ण आडवाणी 1998 से 2004 तक सबसे लंबे समय तक गृह मंत्री रहे.
    वह लोकसभा में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले विपक्ष के नेता भी हैं. अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में उन्होंने एक अग्रणी नेता की भूमिका निभाई थी. आडवाणी ने अपनी पहली राम रथ यात्रा  25 सितंबर 1990 को गुजरात के सोमनाथ से शुरू की जो अयोध्या में समाप्त हुई. इस यात्रा से उन्होंने राम मंदिर आंदोलन को लोगों तक पहुंचाया.
     
    14 साल की उम्र में आरएसएस में शामिल हुए
    अपने राजनीतिक करियर के दौरान लालकृष्ण आडवाणी को कई महत्वपूर्ण पद संभालने का मौका मिला. 1941 में चौदह साल की उम्र में वह आरएसएस में शामिल हुए और राजस्थान प्रचारक के रूप में काम किया. 1951 में, आडवाणी श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा स्थापित भारतीय जनसंघ के सदस्य बने और संसदीय मामलों के प्रभारी, महासचिव और दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सहित विभिन्न भूमिकाएं निभाईं. 1980 में, वह अटल बिहारी वाजपेयी के साथ भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और तीन बार पार्टी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. वह 1989 में वह पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए.
    आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची में हुआ और भारत के विभाजन के दौरान वे भारत चले आए और मुंबई में बस गए जहां उन्होंने अपनी कॉलेज की शिक्षा पूरी की. वह एक सिंधी हिंदू परिवार से ताल्लुक रखते हैं. फरवरी 1965 में आडवाणी ने कमला आडवाणी से शादी की और उनका एक बेटा जयंत और एक बेटी प्रतिभा है.

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  • पटना कोर्ट ने आरोपी बलदेव कुमार, मुकेश कुमार को सीबीआई रिमांड पर भेजा

    26-Jun-2024

    पटना : पटना की विशेष सीबीआई अदालत special cbi court ने बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अनुरोध पर नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में दो आरोपियों को सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है। आरोपी बलदेव कुमार उर्फ ​​चिंटू और मुकेश कुमार को सीबीआई की हिरासत में भेज दिया गया, जो नीट-यूजी प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच कर रही है। फिलहाल 18 आरोपियों को पूछताछ के लिए हिरासत में रखा गया है। नीट पेपर लीक मामले में आज सीबीआई के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी हर्षवर्धन सिंह की बेंच में सुनवाई पूरी हो गई। आरोपियों को रिमांड पर लेने की अर्जी पर सीबीआई ने सीबीआई कोर्ट में अपना फैसला सुनाया।कोर्ट ने आरोपी चिंटू कुमार और मुकेश कुमार Mukesh Kumar को सीबीआई रिमांड पर भेज दिया.अब सीबीआई उन्हें रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ करेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 23 जून को होने वाली राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा स्नातकोत्तर (नीट-पीजी) 2024 परीक्षा स्थगित करने के कुछ दिनों बाद, राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान परीक्षा बोर्ड के अध्यक्ष अभिजात शेठ ने मंगलवार को कहा कि एसओपी और प्रोटोकॉल की जल्द से जल्द समीक्षा की जाएगी और परीक्षा की अगली तिथि अगले सप्ताह तक घोषित कर दी जाएगी।

    शेठ का यह बयान राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान परीक्षा बोर्ड और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के बीच हुई समीक्षा बैठक के बाद आया है, जिसमें परीक्षा स्थगित करने से पहले स्थिति और सरकार को प्राप्त इनपुट का आकलन किया गया था। 5 मई को आयोजित नीट-यूजी परीक्षा में कथित "अनियमितताओं" को लेकर बढ़ते विवाद के बाद सरकार ने नीट-पीजी 2024 परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।बिहार सरकार ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने के संबंध में सोमवार को एक अधिसूचना जारी की।गौरतलब है कि बिहार सरकार ने 2024 नीट-यूजी परीक्षा में कथित अनियमितताओं की गहन जांच के लिए जांच सीबीआई को सौंप दी है।केंद्रीय एजेंसी ने रविवार को एक बयान में कहा कि 2024 में राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET)-UG परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं की जांच अपने हाथ में लेने के बाद, सीबीआई ने मामले की जांच के लिए विशेष टीमों का गठन किया है। यह तब हुआ जब केंद्र सरकार ने 2024 में NEET-UG परीक्षा में कथित अनियमितताओं के मामले की व्यापक जांच के लिए सीबीआई को सौंपा।सरकार ने कहा, "राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने 5 मई, 2024 को ओएमआर (पेन और पेपर) मोड में नीट (यूजी) परीक्षा आयोजित की थी। कथित अनियमितताओं, धोखाधड़ी, प्रतिरूपण और कदाचार के कुछ मामले सामने आए हैं। परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के लिए, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने समीक्षा के बाद मामले की व्यापक जांच के लिए सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है।" नीट-यूजी परीक्षा आयोजित करने वाली एनटीए को परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके परिणामस्वरूप देश भर में कई विरोध प्रदर्शन हुए, प्रदर्शनकारियों और राजनीतिक दलों ने एनटीए को भंग करने की मांग की।अभूतपूर्व रूप से 67 उम्मीदवारों ने 720 में से 720 का पूर्ण स्कोर हासिल किया, जिसने चिंताओं को और बढ़ा दिया।देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शनों के साथ-साथ विपक्ष के हमलों का सामना करते हुए, केंद्र ने नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं और यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द करने के विवाद के बीच राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के प्रमुख को उनके पद से हटा दिया। 

    कार्मिक मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में घोषणा की कि एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह की जगह सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला को नियुक्त किया गया है।खरोला भारत व्यापार संवर्धन संगठन के अध्यक्ष और प्रबंध संपादक हैं और उन्हें एनटीए के महानिदेशक के रूप में "नियमित पद पर नियुक्ति होने तक या अगले आदेश तक" अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।यह कदम सरकार द्वारा एक समिति गठित करने के कुछ घंटों बाद उठाया गया है जो एजेंसी के कामकाज को बेहतर बनाने के लिए सिफारिशें देगी और एक दिन पहले लगभग 1,500 छात्रों को एनईईटी-यूजी के लिए ग्रेस मार्क्स दिए गए थे जिन्हें फिर से परीक्षा देनी है।सुप्रीम कोर्ट भी इस मुद्दे पर 8 जुलाई को याचिकाओं पर सुनवाई करने वाला है।

    इससे पहले शनिवार को सरकार ने एनटीए के कामकाज को बेहतर बनाने के तरीकों पर विचार करने के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया था। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा 5 मई को आयोजित स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए NEET-UG 2024 परीक्षा में लगभग 24 लाख छात्र शामिल हुए थे। परिणाम निर्धारित समय से 10 दिन पहले 4 जून को घोषित किए गए, लेकिन प्रश्नपत्र लीक होने और 1,500 से अधिक छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए जाने के आरोपों के कारण विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। सुप्रीम कोर्ट सहित कई अदालतों में मामले भी दर्ज किए गए, जिसने NTA को फटकार लगाई है। बुधवार को शिक्षा मंत्रालय ने NTA द्वारा आयोजित UGC-NET परीक्षा को भी इसके आयोजन के एक दिन बाद ही रद्द कर दिया। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर पदों के लिए और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा में 9 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए। प्रधान ने कहा कि यूजीसी चेयरमैन को गृह मंत्रालय में साइबर क्राइम टीम से डार्कनेट पर सवालों के होने की जानकारी मिली है। सीएसआईआर यूजीसी नेट - यूजीसी नेट के समान, लेकिन विज्ञान के छात्रों के लिए - शुक्रवार को स्थगित कर दिया गया था और नीट पीजी को शनिवार को टाल दिया गया था। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में 232 सीटें जीतने वाले और भाजपा को अपने दम पर बहुमत हासिल करने से रोकने वाले भारत गठबंधन ने भी इस मुद्दे पर केंद्र पर हमला किया है। 


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  • सैम पित्रोदा फिर बने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष...देखें आदेश...

    26-Jun-2024

    नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष ने सैम पित्रोदा को तत्काल प्रभाव से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस का अध्यक्ष पुनः नियुक्त किया है। 

     

     


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  • 15 हजार की रिश्वत लेते पटवारी को रंगे हाथ दबोचा, इस एवज में मांगी थी घूस

    26-Jun-2024

    बुधनी,  के सीहोर जिले  के बुधनी में लोकायुक्त भोपाल  की टीम ने रेहटी तहसील में पटवारी को 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पटवारी सचिन यादव पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की है।

     
    आवेदक अधिवक्ता एवं कृषक ने लोकायुक्त भोपाल के एसपी मनु व्यास को शिकायत की थी कि उसकी खेती की 1 एकड़ 20 डेसीमल जमीन ग्राम बोरदी तहसील रेहटी मे है। जिसकी रजिस्ट्री और नामांतरण की कार्यवाही तहसीलदार रेहटी से वह करवा चुके है। इस जमीन के बटान,सीमांकन और खसरा अपडेट करवाने के लिए आवेदक से प्रभारी पटवारी सचिन यादव ने 25000 रुपयों की रिश्वत की मांग की। जिसकी शिकायत आवेदक ने लोकायुक्त भोपाल से की। जिसके बाद बुधवार को कार्रवाई करते हुए पटवारी को 15 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों धर दबोचा। 
     
    जैसे ही रिश्वत की यह राशि आरोपी ने तहसील कार्यालय रेहटी मे अपने कार्यालय के सामने परिसर मे शिकायतकर्ता से ली । शिकायतकर्ता का इशारा देखते ही लोक आयुक्त से आए  अधिकारियो ने पटवारी को पकड़ लिया। पटवारी के हाथ धुलवाए जाने पर उसके हाथ लाल हो गए। लोक आयुक्त दल मे डीएसपी अनिल बाजपेई, निरीक्षक रजनी तिवारी, प्र.आर राजेंद्र पावन,प्र. आर रामदास कुर्मी, आर मनमोहन, साहू, हेमंत ठाकुर एवं हिम्मत सिंह शामिल थे

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  • ओम बिरला दूसरी बार लोकसभा स्पीकर चुने गए

    26-Jun-2024

    पीएम ने कहा- ओम बिरला का अनुभव देश के काम आएगा

    नई दिल्ली।  एनडीए उम्मीदवार ओम बिरला बुधवार को ध्वनिमत से लोकसभा के स्पीकर चुने गए। पीएम नरेंद्र मोदी और सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी उन्हें आसंदी तक छोड़ने आए। विपक्ष ने मतदान की मांग की थी। उनके उम्मीदवार के. सुरेश थे। प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने यह मांग खारिज कर दी।
     
    पीएम मोदी ने बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा था। पीएम ने कहा- ओम बिरला का अनुभव देश के काम आएगा। राहुल गांधी ने कहा- मुझे विश्वास है कि आप विपक्ष की आवाज दबने नहीं देंगे।
     
    सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- उम्मीद है कि विपक्ष की आवाज नहीं दबाई जाएगी। न ही निष्कासन जैसी कार्रवाई की जाएगी। आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता है, सत्ता पर भी रहे। आपके इशारे पर सदन चलता है, इसका उल्टा न हो।

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  • CBI ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया

    26-Jun-2024

    शराब नीति में भ्रष्टाचार के केस में एक्शन

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ष्टक्चढ्ढ ने गिरफ्तार कर लिया है। जांच एजेंसी ने शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया है। इससे पहले, शराब नीति में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में श्वष्ठ ने २१ मार्च को उन्हें गिरफ्तार किया था। वे पिछले87 दिनों से तिहाड़ में बंद हैं। हालांकि वे10 मई से 2 जून यानी 21 दिन के लिए पैरोल पर थे।
     
    CBI ने केजरीवाल को बुधवार सुबह राउज एवेन्यू कोर्ट (ट्रायल कोर्ट) में पेश किया था, जहां एजेंसी ने उनकी गिरफ्तारी की। CBI ने 25 जून को रात 9बजे तिहाड़ जाकर शराब नीति में भ्रष्टाचार को लेकर केजरीवाल से पूछताछ की थी।
     
    नए मामले में गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जमानत याचिका वापस ले ली। लोअर कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में 29 जून को उन्हें जमानत दे दी थी। ED इसके खिलाफ हाईकोर्ट पहुंची। 25 जून को हाईकोर्ट ने लोअर कोर्ट का फैसला पलट दिया। इसके खिलाफ केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी।
     
    CBI और ED ने दिल्ली शराब नीति मामले में कथित अनियमितताओं को लेकर अगस्त 2022 में केस दर्ज किए थे। ED ने 21 मार्च को शराब नीति मामले में केजरीवाल को उनके घर से गिरफ्तार किया था। उन्हें 1 अप्रैल को तिहाड़ भेजा गया। 25  जून को तिहाड़ में केजरीवाल के87 दिन पूरे हो गए हैं।
     
    केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में नई याचिका लगाएंगे
    सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू होने पर केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि केजरीवाल को ष्टक्चढ्ढ ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली हाईकोर्ट ने भी 25 जून को लोअर कोर्ट के जमानत देने के आदेश को पलट दिया है। अब हम हाईकोर्ट के 25 जून के ऑर्डर के खिलाफ नई याचिका लगाएंगे। इसलिए मौजूदा याचिका को अब वापस लाना चाहते हैं।इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने ED के वकील SV राजू की सहमति के बाद याचिका वापस लेने की इजाजत दे दी।

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  • कारवाही कि मांग को लेकर माली समाज ने देवभोग स्वास्थ्य केन्द्र का किया घेराव, डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप…

    26-Jun-2024

    देवभोग …. क्षेत्र में एक दिन पहले स्वास्थय मंत्री के दौरा के पहले डाक्टर पर लापरवाही और तानाशाही रवैया को लेकर जमकर बवाल हो गया है। माली समाज के लोगों ने अस्पताल का घेराव कर डॉक्टर के खिलाफ़ कानूनी कार्रवाई कि मांग कि है।

    दरअसल कुम्हड़ई खुर्द निवासी महेश बीसी कान दर्द के ईलाज के लिए देव भोग स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचा था। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर इंद्रा कुमार भारद्वाज ने पीड़ित मरीज के बिपी चेक किए बिना ही ओपीडी पर्ची को भाड़ दिया। मरीज के लड़के ने जब इस बात का विरोध किया तो डॉक्टर ने मरीज के लड़के के साथ बहजबाजी कर ओपीडी पर्ची को फाड़ दिया और पुलिस कारवाही का धोष दिखाकर मरीज और उसके लड़के एक साथ झगड़ने लगा। इस बिच देवानंद ने सारे घटना क्रम को मोबाइल में कैद कर लिया। इस घटना कि बात पता चलते ही माली समाज के लोगों ने अस्पताल का घेराव करने पहुंच गए। और डॉक्टर के ऊपर कार्यवाही कि मांग करने को लेकर अड़ गए। पूरे माली समाज ने एकजुट होकर अनुविभागीय अधिकारी और तहसीलदार को भी ज्ञापन देकर डॉक्टर इंद्रा जित भारद्वाज के खिलाफ़ जल्द से जल्द जांच कर कानूनी कार्रवाई करने को लेकर भी अड़ गए।
    ज्ञात हो कि कल बुधवार को स्वास्थय मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल सुपेबेड़ा के दौरे में रहेगें और पुरा अमला तैयारी में लगा हुआ है। इस बिच डॉक्टर कि लापरवाही ने पुरे स्वास्थय विभाग कि कलाई खोल दी। अब हंगामा हो गया तो बीएमओ ने जल्द से जल्द कारवाही का आस्वशान दिया है।।
     
    इस बिच माली समाज के लोगों ने एजर डॉक्टर के खिलाफ़ जल्द से जल्द अगर कारवाही नही होती हैं तो सीएम को आवेदन देकर कारवाही करने की बात भी कर रहे हैं।

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  • राधारानी विवाद पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने साधी चुप्पी, मीडिया से बात करने से पहले रख दी ये शर्त

    26-Jun-2024

    सीहोर। प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने राधारानी विवाद पर चुप्पी साध ली। प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही उन्होंने शर्त रख दी। पंडित मिश्रा ने शुरुआत में ही दो टूक शब्दों में कह दिया कि हम बाकी कोई चर्चा नहीं करेंगे। इसका ध्यान रखें। उनका इशारों में कहना था कि हम राधारानी विवाद पर कोई बात नहीं करेंगे। इधर, निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर ने भी विरोध किया है। देशभर के संत प्रदीप मिश्रा पर कार्रवाई की मांग कर रहे है। 

    पीसी के दौरान साधी चुप्पी
     
    दरअसल, मंगलवार को पंडित प्रदीप मिश्रा ने कुबेरेश्वर धाम में प्रेस कॉन्फ्रेंस की, लेकिन राधारानी विवाद मामले में कुछ भी नहीं कहा, वे इस मामले से बचते नजर आए। गुरु पूर्णिमा और कावड़ यात्रा की जानकारी देकर अचानक उठकर चल दिए। पंडित मिश्रा ने बताया कि जुलाई माह में हर साल की तरह इस साल भी भव्य रूप से गुरु पूर्णिमा का पर्व आस्था और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इसके अलावा अगस्त माह पर भव्य कावड़ यात्रा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहेंगे। कावड़ यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए शहरी क्षेत्र के अलावा अन्य स्थानों पर पेयजल और भोजन सहित अन्य का इंतजाम किया जाएगा।
     
    शिव महापुराण को लेकर की बात
     
    पंडित मिश्रा ने बताया कि गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर हर साल की तरह इस साल भी कुबेरेश्वर धाम पर सात दिवसीय शिव महापुराण का आयोजन किया जाएगा। कथा 14 जुलाई से 20 जुलाई तक जारी रहेगी और इसके बाद 21 जुलाई को यहां पर आने वाले श्रद्धांलुओं को दीक्षा देने का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा 17 अगस्त को कांवड़ यात्रा के बारे में बताया गया। वहीं पंडित प्रदीप मिश्रा राधा रानी विवाद मामले में बोलने से बचते नजर आए।
    ये है पूरा विवाद
     
    पंडित प्रदीप मिश्रा ने एक कथा के दौरान कहा था कि ‘राधा जी बरसाना की रहने वाली नहीं थी। बरसाना तो राधा रानी के पिता ब्रसभानु जी की कचहरी थी। जहां वह वर्ष में एक बार जाती थीं। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि राधा रानी का विवाह किसी अनन्य घोष के साथ हुआ था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
     
    प्रेमानंद महाराज ने लगाई लताड़
     
    इस बयान पर प्रेमानंद महाराज काफी नाराज हुए और उन्होंने वीडियो जारी कर पंडित प्रदीप मिश्रा को जमकर लताड़ लगाई। प्रेमानंद महाराज ने वीडियो जारी कर जवाब देते हुए कहा- एक भागवत प्रवक्ता लाडली जू के बारे में बोल रहा है। लाडली जू के बारे में बिना जाने उसे बोलने का अधिकार नहीं है। संत प्रेमानंद महाराज गुस्से में प्रदीप मिश्रा को कहते हैं कि तुझे नरक से कोई नहीं बचा सकता है। गुस्से में महाराज कहते हैं कि तुम्हें शर्म आनी चाहिए, उन्हीं का यश खाकर जीते हो और ऐसी बातें करते हो। 
     
    देशभर के संतों ने खोला मोर्चा
     
    प्रदीप मिश्रा की ओर से राधारानी के बारे में दिए बयान पर साधु-संत नाराज हैं। बरसाना में ब्रज के मंदिरों के सेवायतों और साधु-संतों की एक महापंचायत का आयोजन किया गया। श्री धाम बरसाना के रसमंडप में हुई इस महापंचायत में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। इसमें साधु संत, गोस्वामियों और धार्मिक संगठनों ने एक सुर में कहा कि अगर प्रदीप मिश्रा 3 दिन के भीतर क्षमा नहीं मांगेंगे तो उन्हें ब्रज क्षेत्र में घुसने नहीं दिया जाएगा।
     
    माफी नहीं मांगने पर होगा बड़ा आंदोलन
     
    कई घंटे तक चली इस महापंचायत में कहा गया कि सात दिन के अंदर अगर प्रदीप मिश्रा के खिलाफ पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं करती तो एक बड़ा आंदोलन करके जिला प्रशासन का घेराव किया जाएगा। प्रदीप मिश्रा से अविलंब तीन दिन के अंदर क्षमा मांगने की बात कही गई है। अगर सात दिन के अंदर में बरसाना आकर क्षमा नहीं मांगते हैं तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा। 
     
    उज्जैन में भी विरोध
     
    उज्जैन में भी प्रदीप मिश्रा का विरोध हो रहा है। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर सुमनानंद महाराज ने नाराजगी व्यक्त की है। साथ ही जिला प्रशासन को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। महामंडलेश्वर ने कहा कि वह व्यास पीठ पर बैठने लायक नहीं है। व्यास पीठ के टोटके नहीं बताए जाते हैं। वह टोटकाचार्य हैं।
     
    सोशल मीडिया पर चल रही थी सुलह की खबरें
     
    इस बीच खबर आई थी कि दोनों के बीच सुलह हो गई है। दावा किया गया कि इन दोनों कथावाचकों के बीच सुलह का काम मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने किया है। हालांकि इन खबरों को प्रेमानंद जी महाराज के करीबियों ने खारिज कर दिया है। 
     
    संत के करीबियों ने मध्यस्थता का किया खंडन
     
    संत प्रेमानंद महाराज के शिष्य और उनके आश्रम श्री हित राधा केली कुंज के प्रतिनिधि नवल नागरी शरण महाराज और महामाधुरी शरण महाराज ने अपने यू ट्यूब चैनल भजन मार्ग पर एक वीडियो संदेश जारी किया। जिसमें नवल नागरी ने कहा कि बीते दिनों से एक न्यूज वायरल हो रही है कि बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने प्रदीप मिश्रा और प्रेमानंद महाराज के बीच सुलह करा दी है। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई फोन कॉल हमारे पास नहीं आई है और न ही दोनों के बीच किसी तरह की सुलह हुई है।

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  • एक ही टेबल पर आमने-सामने बैठेंगे पीएम मोदी और राहुल गांधी

    26-Jun-2024

    रायबरेली लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता  होंगे। कांग्रेस ने मंगलवार को राहुल गांधी को 18वीं लोकसभा में नेता विपक्ष बनाए जाने का ऐलान किया। देर रात इंडिया ब्लॉक की बैठक में राहुल को लेकर फैसला लिया गया। उसके बाद कांग्रेस संसदीय बोर्ड की चेयरमैन सोनिया गांधी ने प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब को पत्र लिखा और इस फैसले की जानकारी दी। विपक्ष का नेता बनने के साथ ही राहुल गांधी को अब कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिल गया है। इससे प्रोटोकॉल सूची में उनका स्थान भी बढ़ जाएगा और वे विपक्षी गठबंधन के पीएम फेस के स्वाभाविक दावेदार भी हो सकते हैं। पांच बार के सांसद का यह पहला संवैधानिक पद है, जो राहुल गांधी ने अपने ढाई दशक से ज्यादा लंबे राजनीतिक करियर में संभाला है।

     
    विपक्ष का नेता बनने के साथ ही पीएम मोदी और राहुल गांधी कुछ-कुछ मौके पर एक ही टेबल पर आमने-सामने बैठते हुए दिखेंगे। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में राहुल गांधी केंद्रीय सतर्कता आयोग, केंद्रीय सूचना आयोग और एनएचआरसी प्रमुख के अलावा लोकपाल, सीबीआई प्रमुख, मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति वाले महत्वपूर्ण पैनल के सदस्य होंगे। प्रधानमंत्री भी ऐसे सभी पैनलों के प्रमुख होते हैं।
     
    लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के नेताओं को वर्ष 1977 में वैधानिक मान्यता दी गई थी। विपक्ष के नेता के पद का उल्लेख संविधान में नहीं, बल्कि संसदीय संविधि में है। राहुल गांधी की संवैधानिक पदों की नियुक्ति में भूमिका रहेगी। नेता प्रतिपक्ष के रूप में राहुल गांधी लोकपाल, सीबीआई डायरेक्टर, मुख्य चुनाव आयुक्त, चुनाव आयुक्त, केंद्रीय सतर्कता आयुक्त, केंद्रीय सूचना आयुक्त, एनएचआरसी प्रमुख के चयन से संबंधित कमेटियों के सदस्य होंगे और इनकी नियुक्ति में नेता विपक्ष का रोल रहेगा. वे इन पैनल के बतौर सदस्य शामिल होंगे। राहुल गांधी संसद की मुख्य कमेटियों में भी बतौर नेता प्रतिपक्ष के रूप में शामिल हो सकेंगे और उनके पास ये अधिकार होगा कि वो सरकार के कामकाज की लगातार समीक्षा करते रहेंगे।
     
    पीएम के साथ बैठक में शामिल होंगे राहुल
     
    इन सारी नियुक्तियों में राहुल नेता प्रतिपक्ष के तौर पर उसी टेबल पर बैठेंगे, जहां प्रधानमंत्री और सदस्य बैठेंगे। इन नियुक्तियों से जुड़े फैसलों में प्रधानमंत्री को नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राहुल गांधी से भी उनकी सहमति लेनी होगी। उनकी राय और मशविरा मायने रखेगा। राहुल सरकार के आर्थिक फैसलों की लगातार समीक्षा कर पाएंगे और सरकार के फैसलों पर टिप्पणी भी कर सकेंगे। वे ‘लोक लेखा’ कमेटी के भी प्रमुख बन जाएंगे, जो सरकार के सारे खर्चों की जांच करती है और उनकी समीक्षा करने के बाद टिप्पणी भी करती है।
     
    राहुल गांधी को मिली ये शक्तियां और अधिकार
     
    – कैबिनेट मंत्री के बराबर रैंक
    – सरकारी सुसज्जित बंगला
    – सचिवालय में दफ्तर
    – उच्च स्तरीय सुरक्षा
    – मुफ्त हवाई यात्रा
    –  मुफ्त रेल यात्रा
    – सरकारी गाड़ी या वाहन भत्ता
    – 3.30 लाख रुपए मासिक वेतन-भत्ते
    – प्रति माह सत्कार भत्ता
    – देश के भीतर प्रत्येक वर्ष के दौरान 48 से ज्यादा यात्रा का भत्ता
    – टेलीफोन, सचिवीय सहायता और चिकित्सा सुविधाएं
     
    नेता विपक्ष के क्या कार्य होते हैं…
     
    लोकसभा में विपक्ष के नेता का कार्य सदन के नेता के विपरीत होता है, लेकिन फिर भी यह जिम्मेदारी सदन में काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। विपक्ष लोकतांत्रिक सरकार का एक अनिवार्य हिस्सा है. विपक्ष से प्रभावी आलोचना की अपेक्षा की जाती है, इसलिए यह कहना गलत नहीं है कि संसद का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा विपक्ष है। सत्ता पक्ष सरकार चलाता है और विपक्ष आलोचना करता है। इस प्रकार दोनों के कार्य और अधिकार हैं. सरकार और मंत्रियों पर हमले करना विपक्ष के कार्य हैं. एक काम यह भी है कि विपक्ष की तरफ से दोषपूर्ण प्रशासन पर सवाल किए जाएं और डटकर विरोध किया जाए। विपक्ष और सरकार समान रूप से सहमति से चलते हैं. यदि आपसी सहनशीलता का अभाव रहा तो संसदीय सरकार की प्रक्रिया टूट जाती है।
     

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  • पीएम मोदी से मिले सीएम साय, कई विषयों पर हुई चर्चा

    25-Jun-2024

    रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद भवन में मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी।

     
    मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री को अमृतकाल : छत्तीसगढ़ विजन @2047  ‘विजन डॉक्यूमेंट’ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसका निर्माण राज्य नीति आयोग द्वारा किया जा रहा है जिसे एक नवंबर  को  राज्य की जनता को समर्पित किया जाएगा।
     
     
    मुख्यमंत्री ने विगत छह माह में माओवादी विरोधी अभियानों में की गयी कार्रवाई की जानकारी भी प्रधानमंत्री को दी। नियद नेल्लानार योजना (आपका आदर्श गाँव) के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत नक्सलियों के आधार को कमजोर करने व शासन-प्रशासन व ग्रामीणों के बीच परस्पर विश्वास बहाली का कार्य किया जा रहा है। इस योजना के तहत वर्तमान में 23 कैंप खोले गए हैं, जिनमें 90 ग्राम शामिल हैं तथा भविष्य में 29 कैंपों को प्रारंभ करने की योजना है।

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  • मॉनसून करेगा इन 11 राज्यों को तरबतर, 5 दिनों तक होगी झमाझम बारिश

    25-Jun-2024

    नई दिल्ली. मॉनसून की बारिश महाराष्ट्र को तरबतर के लिए तैयार है। खबर है कि इस सप्ताह पूरे राज्य में अच्छी बारिश होने जा रही है। साथ ही IMD यानी भारत मौसम विज्ञान विभाग ने केरल समेत कई राज्यों में भी पांच दिनों तक बारिश की संभावनाएं जताई हैं। इसके अलावा गर्मी से तब रहे मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे कई राज्यों को मॉनसून के मोर्चे पर खुशखबरी मिल सकती है।

     
    गुजरात की ओर बढ़ा मॉनसून
    दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में 11 जून को जल्दी पहुंचने और कई दिनों तक ठहर जाने के बाद रविवार को राज्य में आगे बढ़ गया। IMD ने यह जानकारी दी। आईएमडी ने रविवार शाम अपने पूर्वानुमान में कहा कि अगले तीन-चार दिन में गुजरात तथा इससे सटे उत्तरी अरब सागर के कुछ और हिस्सों में पहुंचने के लिए मॉनसून को लेकर स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।
     
    आईएमडी ने अपने मौसम बुलेटिन में कहा, ‘दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून अरब सागर, गुजरात राज्य के कुछ और हिस्सों, महाराष्ट्र के शेष हिस्से, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्से, ओडिशा के शेष हिस्से और झारखंड के कुछ हिस्से में आगे बढ़ गया है।’ इसने कहा कि अगले तीन-चार दिन के दौरान इसके उत्तरी अरब सागर तथा गुजरात राज्य के कुछ और हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के शेष हिस्सों, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों की ओर बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
     
    प्रवेश के बाद, दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून कई दिन तक गुजरात के अन्य भागों में आगे नहीं बढ़ा था। दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून आमतौर पर 15 जून को गुजरात में प्रवेश करता है और 20 जून तक अहमदाबाद तथा सौराष्ट्र के कुछ क्षेत्रों सहित राज्य के अन्य भागों में आगे बढ़ता है। अधिकारियों ने कहा कि यह 25 जून तक सौराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों और 30 जून तक पूरे राज्य में पहुंच जाता है।
     
    आईएमडी के अनुसार, दक्षिण गुजरात के तापी जिले में रविवार सुबह 6.30 बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में भारी बारिश हुई। इस अवधि के दौरान दक्षिण गुजरात के कई स्थानों और उत्तर गुजरात तथा सौराष्ट्र में भी अलग-अलग स्थानों पर बारिश हुई। इसने अगले सप्ताह गुजरात के सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का पूर्वानुमान जारी किया है।
     
    यहां होगी झमाझम बारिश
    कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र घाट इलाकों और कर्नाटक में पांच दिनों तक बारिश के आसार हैं। वहीं, गुजरात में 24 जून, केरल और माहे में 25 जून तक,  तमिलनाडु में 25 जून तक अच्छी बारिश हो सकती है। अगले पांच दिनों के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में तेज आंधी तूफान और बिजली के साथ व्यापक बारिश होने के आसार हैं।

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  • बैरक में गांजा…? कागजों में पुलिस ने बचा लिया…? लेकिन Department की हुई बदनामी…

    25-Jun-2024

    आरपीएफ :- दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के एक आरपीएफ पोस्ट में एक ऐसा वाक्या हुआ है, जिससे पूरे डिपार्टमेंट में खलबली मचा दी है. मामला ये है कि आरपीएफ बैरक में बिना कार्रवाई के गांजा रखा गया था. इंटरनल रिपोर्ट जब इसकी भेजी गई तो विभाग में मानो भूचाल आ गया. इसके बाद अब इसे कहीं और दर्शाकर पुलिस ने इसकी कार्ऱवाई पूरी कर आरपीएफ अधिकारी को कागजों में राहत दी, लेकिन पूरे डिपार्टमेंट सवालों के घेरे में आ गया और यही कारण है कि आरपीएफ के एक सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है. सवाल ये है कि इस मामले में उक्त सब इंस्पेक्टर को जब आरपीएफ ने सस्पेंड कर दिया तो लोकल पुलिस ने उन्हें आरोपी क्यों नहीं बनाया ? वहीं इस मामले में जल्द उक्त पोस्ट के अन्य स्टॉफ पर भी तलवार लटक रही है. हालांकि आरपीएफ में गांजा का ये कोई पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी आरपीएफ की संलिप्तता से गांजा का खेल उजागर हो चुका है.

     
    क्या है इस पूरे मामले में विभागीय चर्चा :-
    सूत्र बताते है कि पिछले दिनों लिंक एक्सप्रेस से आरपीएफ को गांजा मिला. आरपीएफ ने कार्रवाई के उद्देश्य से इसे थाने लाया. ये आरपीएफ के लिए जांच का विषय है कि ऐसा क्या हुआ कि आगे इसकी कार्रवाई उसी दिन नहीं हो सकी. इसके बाद ये गांजा थाने में ही रखा रहा. एक चर्चा ये भी है कि गांजा थाने लाया ही नहीं गया और सीधे आरपीएफ बैरक में छिपाकर रख दिया गया. सूत्र बताते है कि आरपीएफ की स्पेशल इंटेलीजेंस ब्रांच (SIB) ने एक गोपनीय रिपोर्ट बनाकर आईजी को भेज दी. जिसमें संभवत इसकी जानकारी दी गई कि थाने में गांजा बिना कार्ऱवाई के रखा हुआ है.
     
    आईजी ने पूरे मामले की जांच के लिए बिलासपुर आरपीएफ कमांडेंट को निर्देशित किया. उन्होंने इस संबंध में उक्त आरपीएफ पोस्ट के इंस्पेक्टर से जानकारी ली. उन्होंने अपने छुट्टी में होने की जानकारी दी और थाने में गांजा न होने की बात कही. इसके बाद जोन से एक विशेष टीम उक्त थाने पर गई. लेकिन थाने में गांजा नहीं मिला. सूत्रों का दावा है कि उसे कुछ दिन बैरक में ऱखा गया और फिर वहां से कही और ठिकाने लगा दिया गया. प्रारंभिक रूप से हुई आरपीएफ की जांच में एक सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
     
     
    उक्त पोस्ट के इंस्पेक्टर से भी पूरे मामले की जानकारी लेने के लिए संपर्क किया. उन्होंने गांजा पकड़े जाने की पुष्टि करते हुए 12 जून को ही पूरी कार्रवाई करने की बात कही और जोन के किसी भी टीम के द्वारा की गई कोई कार्रवाई की जानकारी न होने की बात कही. इस मामले में बिलासपुर रेल मंडल के RPF कमांडेंट से भी पक्ष लेने उन्हें फोन किया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका (उन्होंने फोन का जवाब नहीं दिया).
     
    कागजों में ऐसे बच गए अफसर :-
    चूंकि अब इस मामले में लोकल पुलिस ने अपनी कागजी कार्ऱवाई कर गांजा जब्त कर लिया है, जिससे कागजों में अब आरपीएफ अधिकारी सेफ हो गए है, लेकिन विभागीय सूत्रों का दावा है कि अभी इस मामले में विभागीय जांच चल रही है और इसमें अभी और तूफान आना अभी बाकी है.

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  • साली ने जीजा के घर में की ख़ुदकुशी: कमरे के पंखे में फंदे से लटकती मिली लाश, जांच में जुटी पुलिस

    25-Jun-2024

    बालोद। जिले में कोतवाली थाना क्षेत्र के सिवनी गांव में एक युवती ने अपने जीजा के घर फांसी लगाकर ख़ुदकुशी कर ली. मृतिका का नाम साक्षी बरसेना है जो कि विदिशा मध्यप्रदेश की रहने वाली थी. घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची बालोद पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद किया है. जिसमें उसने किसी को तंग न करने की बात कहते हुए मौत की जिम्मेदार खुद को बताया है.

     
    पुलिस के मुताबिक, मृतिका का नाम साक्षी बरसेना (उम्र 23 साल) पिता का नाम अनिरुद्ध बरसेना विदिशा मध्य प्रदेश की रहने वाली है. वह 18 मई को अपनी बड़ी बहन के साथ बालोद में अपने जीजा के घर आई थी. मृतिका के जीजा डॉक्टर रविन्द्र वर्मा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पीपरछेड़ी में डॉक्टर है और सिवनी में देवकान सोनी के घर किराए के मकान में रहते है. घटना के वक्त दीदी-जीजा और उनके बच्चे समान लेने बाजार गए हुए थे. इसी दौरान साक्षी ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. जब वह वापस घर लौटे तो उन्होंने देखा की साक्षी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. जिसके बाद उन्होंने कोतवाली पुलिस को इसकी जानकारी दी.
     
    पुलिस ने मौके पर जब जांच की तो साक्षी की लाश एक कमरे के पंखे में साड़ी के सहारे लटकती हुई मिली, इस दौरान उसके मुंह पर टेप लगा हुआ था. पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट बरामद कर पंचनामा कायम किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मामले की पुलिस आत्महत्या और हत्या दोनों एंगल से जांच कर रही है.

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  • वॉटरफॉल में नहाने के दौरान 19 साल के युवक की मौत

    25-Jun-2024

    विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में बड़ा हादसा हो गया। हलाली डैम के वॉटरफॉल में डूबने से एक 19 साल के छात्र की मौत हो गई। स्थानीय होमगार्ड की टीम और एसडीआरएफ ने सब को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

     
    दरअसल विदिशा जिले की  खामखेड़ा चौकी अंतर्गत पचमढ़ी वाटरफॉल में 19 वर्षीय संभव चौधरी ऑप्जे साथियों के साथ पिकनिक मनाने के लिए हलाली डैम के वॉटरफॉल में गया हुआ था। नहाने के दौरान अचानक वह गहरे पानी में चला गया। जिसके बाद उसके दोस्तों में चीख पुकार मच गई।
     
    विदिशा की एसडीआरएफ होमगार्ड की टीम और एसडीआरएफ ने उसकी तलाश शुरू कर दी। काफी देर बाद वह मिला जिसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

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  • जेल में ही रहेंगे अरविंद केजरीवाल दिल्ली हाईकोर्ट ने जमानत देने से किया इंकार

    25-Jun-2024

    दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे सीएम अरविंद केजरीवाल को दिल्ली हाईकोर्ट से झटका लगा है। दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल को जमानत देने से इंकार कर दिया है।  उनकी जमानत पर फिलहाल रोक जारी रहेगी। हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कल (26 जून) सुनवाई है।

    अरविंद केजरीवाल को दिल्ली हाईकोर्ट से झटका लगा है। हाईकोर्ट ने निचली अदालत से केजरीवाल को दी गई जमानत पर रोक बरकरार रखी है। इससे पहले निचली अदालत ने इस मामले में केजरीवाल को जमानत दी थी, जिस पर बाद में ईडी ने दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया था. हाईकोर्ट ने 25 जून तक फैसला आने तक केजरीवाल की जमानत पर रोक लगा दी थी।

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  • समाज में शांति के साथ विकास के लिए संकल्पित है सरकार : विष्णुदेव साय

    25-Jun-2024

    रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार हर समाज में शांति एवं सद्भावना बनाये रखने के साथ विकास के लिए कृत-संकल्पित है। सरकार के इस कार्य को अंजाम देने में शांति और अहिंसा के मार्ग पर चलने वाले सतनामी समाज का भी पूर्ण सहयोग है।

     
    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोमवार शाम अपने निवास कार्यालय में राजागुरु धर्मगुरु गुरुबालदास साहेब के नेतृत्व में आये सतनामी समाज के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के दौरान यह बात कही। इस अवसर पर आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब सहित प्रदेश भर से आये सतनामी समाज के राजमहन्त भी उपस्थित थे।
     
     
    मुख्यमंत्री साय ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त करते हुए कहा कि हाल ही में बलौदाबाजार जिले की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। सतनामी समाज इस घटना को लेकर बहुत दुखी है। इसमें दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही होगी। उन्होंने इस दौरान समाज के लोगों को आश्वस्त किया कि निर्दोष लोगों को किसी भी तरह से प्रताड़ित नहीं किया जाएगा, लेकिन जो दोषी पाए जाएंगे उन्हें किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने समाज के लोगों को भरोसा दिलाया कि शासन- प्रशासन द्वारा की जाने वाली कार्यवाही पूर्णतः न्यायसंगत होगी।
     
    मुख्यमंत्री साय ने प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के दौरान कहा कि इस घटना में कोई निर्दोष ना फंसे इसके लिए भी शासन-प्रशासन पूरी तरह से सजग है। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि सरकार की ओर से राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा की अध्यक्षता में समिति गठित है। इस समिति के समक्ष निर्दोष लोगों के बारे में  समाज द्वारा जानकारी दी जा सकती है ताकि ऐसे व्यक्ति जो घटना में संलिप्त नहीं हैं, उनपर कोई कार्यवाही ना हो।
     
    मुख्यमंत्री साय से मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने एक स्वर से कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में शांति एवं सद्भावना बनाये रखने के लिए किए जा रहे कार्यों में समाज की पूर्णतः सहभागिता है और आगे भी रहेगी। उनके द्वारा बताया गया कि सतनामी समाज बाबा गुरु घासीदास का अनुयायी है और यह सदैव से एक शांतिप्रिय समाज रहा है। सतनामी समाज इस घटना की कड़ी निंदा करता है । घटना को असमाजिक तत्वों द्वारा अंजाम दिया गया है इसमें समाज की कोई संलिप्तता नहीं है। समाज मे इस घटना को लेकर गहरा दुख है। हम चाहते हैं कि जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है, उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही हो। ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना होने पाए।
     
     
    इस अवसर पर सतनामी समाज से राजमाता गुरुमाता प्रवीण माताजी, गुरु सोमेश बाबा, गुरु सौरभ साहेब सहित राजमहन्त जैत कुमार सतनामी, राजमहन्त अनूप सतनामी, राजमहन्त कामता प्रसाद, राजमहन्त कुंजन सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

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  • लोकसभा स्पीकर पद पर ‘इंडिया’ ने सुरेश को बनाया उम्मीदवार, ओम बिरला से होगी टक्कर

    25-Jun-2024

    नई  दिल्ली। लोकसभा स्पीकर के पद के लिए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने भी अपना उम्मीदवार उतार दिया है. विपक्ष की ओर से के सुरेश ने नामांकन दाखिल किया है. वहीं, बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने ओम बिरला को उम्मीदवार बनाया है.

     
    कांग्रेस के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक करने के बाद कहा कि आम सहमति नहीं बन पाई है. बैठक में मौजूद डीएमके के नेता टीआर बालू भी लोकसभा अध्यक्ष के पद के लिए एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करने से इनकार करते हुए राजनाथ सिंह के कार्यालय से बाहर आ गए.
     
     
    कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को ही कहा कि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को दिए जाने की परंपरा रही है और यदि मोदी सरकार इस परंपरा का पालन करती तो पूरा विपक्ष सदन के अध्यक्ष के चुनाव में सरकार का समर्थन करेगा.
     
    राहुल गांधी ने क्या कहा?
     
    राहुल गांधी ने कहा, ‘‘राजनाथ सिंह ने मल्लिकार्जुन खरगे को फोन किया और कहा कि अध्यक्ष (पद के उम्मीदवार) का समर्थन करिए. पूरे विपक्ष ने कहा है कि हम लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए सरकार की ओर से चुने गए उम्मीदवार का समर्थन करेंगे, लेकिन परंपरा है कि सदन के उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को मिलना चाहिए. राजनाथ सिंह ने कल शाम कहा था कि वह खरगे  को फिर फोन करेंगे. अभी तक खरगे को उनका वापस फोन नहीं आया है.

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  • 18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज से

    24-Jun-2024

     दिल्ली। लोकसभा चुनाव का रिजल्ट 4 जून को सामने आने के बाद तीसरी बार NDA की सरकार बनी और 9 जून को पीएम पद की शपथ लेकर नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बन गए. सरकार का गठन हो गया, मंत्रिमंडल की शपथ हो गई और इस तरह अब देश के सामने है 18वीं लोकसभा का पहला सत्र, जिसकी शुरुआत आज 24 जून से होने वाली है. ये सत्र कई मायने में खास होने वाला है. सबसे पहले तो इस सत्र में सभी सांसदों का शपथ ग्रहण समारोह होना है. प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब सभी सांसदों को शपथ दिलवाएंगे. इसके साथ ही स्पीकर पद पर चुनाव होना है. राष्ट्रपति 27 जून को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस 28 जून को शुरू होगी. वहीं, प्रधानमंत्री 2 या 3 जुलाई को बहस का जवाब देंगे. यह सत्र 24 जून से शुरू होकर 3 जुलाई तक चलने वाला है और इन 10 दिनों के दौरान कुल 8 बैठकें होने वाली है.


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  • वायनाड के लिए राहुल गांधी का भावुक नोट

    23-Jun-2024

    हाल ही में अपनी वायनाड लोकसभा सीट खाली करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने पूर्व निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए एक भावनात्मक नोट लिखा है। अपने नोट में, राहुल गांधी ने अपने कठिन समय के दौरान बिना शर्त समर्थन के लिए वायनाड के मतदाताओं को धन्यवाद दिया। राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में दो सीटों - केरल में वायनाड और उत्तर प्रदेश में रायबरेली - से चुनाव लड़ा और जीता। नियमों के अनुसार, राहुल गांधी को 4 जून को आए लोकसभा परिणामों के 14 दिनों के भीतर एक सीट खाली करनी थी। पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने रायबरेली सीट को बरकरार रखने का फैसला किया, जो गांधी परिवार का गढ़ है। राहुल गांधी ने वायनाड के लोगों को अपने नोट में कहा, "आपने मुझे बेशुमार प्यार और स्नेह से गले लगाया। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने किस राजनीतिक दल का समर्थन किया, आप किस समुदाय से थे, आप किस धर्म को मानते थे या आप कौन सी भाषा बोलते थे।" उन्होंने कहा, "जब मैं दिन-प्रतिदिन दुर्व्यवहार का सामना कर रहा था, तब आपके बिना शर्त प्यार ने मेरी रक्षा की। आप मेरी शरणस्थली, मेरा घर और मेरा परिवार थे। मुझे एक पल के लिए भी ऐसा नहीं लगा कि आपको मुझ पर संदेह है।" राहुल गांधी ने आगे कहा कि हालांकि उन्हें वायनाड सीट छोड़ने का दुख है, लेकिन उन्हें इस बात से तसल्ली है कि उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा उनका "प्रतिनिधित्व" करने के लिए वहां मौजूद रहेंगी। उन्होंने लिखा, "मुझे विश्वास है कि अगर आप उन्हें मौका देते हैं तो वह आपकी सांसद के तौर पर बेहतरीन काम करेंगी।" कांग्रेस ने इस साल के अंत में होने वाले वायनाड उपचुनाव के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा को उम्मीदवार बनाया है। यह उनका चुनावी पदार्पण भी होगा। 


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  • BSP पार्टी में शामिल हुए आकाश आनंद, बनें नेशनल कोऑर्डिनेटर

    23-Jun-2024

    लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को पार्टी की बैठक बुलाई। इस बैठक में उनके भतीजे आकाश आनंद भी शामिल हुए। बैठक में आते ही आकाश आनंद ने मायावती के पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया। इसके कुछ समय बाद आकाश आनंद की वापसी ऐलान हुआ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आकाश आनंद को फिर से अपना उत्तराधिकारी बनाया है। इसके साथ ही उन्‍हें नेशनल कोऑर्डिनेटर का पद भी दिया है। लोकसभा चुनाव के बाद बसपा की यह पहली बैठक थी। इसमें देश भर से पार्टी के वरिष्‍ठ नेता शामिल हुए। लखनऊ में गोमती रिवरफ्रंट को एडवेंचर टूरिज्म के तौर पर डेवलप करने की प्रक्रिया शुरू हो गई। रिवरफ्रंट पर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार हुई है। इसके तहत रिवरफ्रंट के 20 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र को एडवेंचर टूरिज्म एरिया के तौर चिह्नित किया गया है। इसमें से 6000 वर्ग मीटर क्षेत्र को कोर एक्टिविटीज साइट के तौर पर विकसित किया जाएगा। 


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