लखनऊ. बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में मुंबई से संबंधित शूटर शिवकुमार को एसटीएफ उत्तर प्रदेश और मुंबई क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में रविवार को नानपारा बहराइच से गिरफ्तार किया गया है. शूटर शिवकुमार नेपाल भागने की फिराक में था. शिवकुमार को शरण देने और नेपाल भागने में मदद करने के अपराध में अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव और अखिलेंद्र प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है.
सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में हाथियों ने पंडो जनजाति के दो बच्चों को कुचलकर मार डाला। बताया जा रहा है कि, शनिवार की रात करीब 1 सोते समय हाथियों के दल झोपड़ी में घुस गया। पति-पत्नी और 3 बच्चों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई, लेकिन दो बच्चे नहीं निकल सके। जिन्हें हाथियों ने रौंद दिया। यह मामला सूरजपुर वनमंडल के प्रेमनगर के महेशपुर के आश्रित गांव चितखई का है। जहां जंगल में परिवार झोपड़ी बनाकर रह रहा था। 11 हाथियों के दल ने झोपड़ी को भी तहस-नहस कर दिया है। जंगल के पास ही हाथि डटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि, बिखू पंडो अपनी पत्नी और 5 बच्चे के साथ झोपड़ी में सो रहा था। हाथियों का दल अचानक झोपड़ी के पास पहुंचकर तोड़ने लगा। पति-पत्नी और तीन बच्चे भाग गए, लेकिन बिसू पंडो (11) और काजल (5) गहरी नींद में थे। इसलिए भागने में देरी हो गई। हाथियों ने उन्हें पटककर मार डाला। दोनों की मौके पर मौत हो गई। बिसू पंडो ने किसी तरह गांव पहुंचकर रात गुजारी और सुबह ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे, तो झोपड़ी पूरी तरह से तहस-नहस हो चुकी थी। पास ही दोनों बच्चे मृत पड़े थे। हाथियों ने झोपड़ी में रखे अनाज को भी खा लिया। घटना की सूचना पर वन विभाग के डीएफओ आरआर पैकरा, फॉरेस्ट एसडीओ अनिल सिंह, प्रेमनगर रेंजर रामचंद्र प्रजापति सहित वन अमला मौके पर पहुंचा। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। 11 हाथियों का दल उदयपुर क्षेत्र से प्रेमनगर वनक्षेत्र में पहुंचकर कई दिनों से विचरण कर रहा है। हाथियों की निगरानी में लगे दल ने पंडो परिवार को सतर्क नहीं किया था। हाथियों का दल प्रेमनगर के बिरंचीबाबा जंगल में मौजूद है। हाथियों की मौजूदगी से ग्रामीण दहशत में है।
रायपुर। राजधानी रायपुर में साइबर ठगी का एक और मामला सामने आया है। मुजगहन थाना क्षेत्र में एक रिटायर्ड शिक्षक चंद्रमणि पांडेय को ऑनलाइन ठगों ने शेयर मार्केट में निवेश का झांसा देकर 33 लाख 57 हजार रुपये की ठगी कर दी। रिटायर्ड शिक्षक चंद्रमणि पांडेय को एक व्यक्ति ने प्रोफेसर बनकर संपर्क किया और शेयर मार्केट में निवेश करने का लालच दिया। उसने एक लिंक भेजा, जिससे पांडेय ने शेयर मार्केट में ट्रेडिंग शुरू की। शुरुआत में लाभ मिलने का दावा किया, जिससे पीड़ित ने और पैसे जमा किए। लेकिन बाद में उनके अकाउंट से पैसे कट गए। इस ठगी में रिटायर्ड शिक्षक के अकाउंट से कुल 33 लाख 57 हजार रुपये कट गए। पीड़ित ने मुजगहन थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाई और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि ठगों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। यह मामला साइबर अपराध के तहत दर्ज किया गया है।
भोपाल की पूर्व सांसद प्रज्ञा ठाकुर को एनआईए कोर्ट ने मालेगांव ब्लास्ट केस में 10 हज़ार रुपये का ज़मानती वारंट जारी करते हुए 13 नवंबर को कोर्ट में पेश होने को कहा था। कोर्ट के वारंट के बाद प्रज्ञा ठाकुर ने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ लिखा है कि वो इन दिनों बीमारियों से जूझ रही हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने हर निजी सम्पत्ति पर सरकार कब्जा नहीं कर सकती वाला राह दिखाने वाला फैसला देकर जहां निजी सम्पत्ति धारकों के अधिकारों की रक्षा की है, वही अर्थ-व्यवस्था को तीव्र गति देने के धरातल को मजबूत बनाया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने जाहिर किया है कि निजी संपत्ति के भी अपने अधिकार हैं, जिसकी अवहेलना नहीं की जा सकती। अब सरकारों यानी नीति निर्माताओं को भूमि अधिग्रहण और अन्य निजी संपत्ति अधिग्रहण करने के लिए अधिक न्यायसंगत और पारदर्शी रूपरेखा बनानी होगी। नया फैसला अनेक दृष्टियों से महत्वपूर्ण है और आदर्श शासन एवं न्याय व्यवस्था का द्योतक है। यह फैसला केवल इसलिए ऐतिहासिक नहीं है कि यह नौ सदस्यीय संविधान पीठ की ओर से दिया गया, बल्कि इसलिए भी अनूठा है, क्योंकि इसने उस समाजवादी विचार को आईना दिखाया, जिसे सरकारों की रीति-नीति का अनिवार्य अंग बनाने का दबाव रहता था। स्पष्ट है कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला उन समाजवादी और वामपंथी सोच वालों के लिए भी झटका है, जो यह माहौल बनाने में लगे हुए थे कि देश में गरीबी और असमानता तभी दूर हो सकती है, जब सरकार संपत्ति का पुनर्वितरण करने में सक्षम हो और उसे यह अधिकार मिले कि वह किसी की भी संपत्ति का अधिग्रहण कर सकती है।
नई दिल्ली: दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक वकील को आपराधिक अवमानना के लिए चार महीने जेल की सजा सुनाई है, क्योंकि उसे न्यायाधीशों के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने और उनके और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ बार-बार निराधार शिकायतें दर्ज करने का दोषी पाया गया था। न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह और न्यायमूर्ति अमित शर्मा की खंडपीठ ने 6 नवंबर, 2024 को आदेश पारित किया और कहा कि वकील ने अपने कार्यों के लिए कोई पश्चाताप या माफी नहीं दिखाई, उसके व्यवहार का स्पष्ट रूप से न्यायपालिका की प्रतिष्ठा को बदनाम करने और उसे कलंकित करने का इरादा था। न्यायालय ने यह भी देखा कि न्यायिक अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों और इस न्यायालय के न्यायाधीशों के खिलाफ अवमाननाकर्ता द्वारा 30 से 40 शिकायतें दर्ज करना स्पष्ट रूप से न्यायालय को बदनाम करने और इसकी गरिमा और अधिकार को कम करने के उसके इरादे को दर्शाता है। पिछले कुछ मौकों पर सुनवाई के बावजूद, अवमाननाकर्ता अपने आचरण के लिए कोई पश्चाताप या माफी व्यक्त करने में विफल रहा। न्यायालय ने आगे कहा कि अवमाननाकर्ता द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को विभिन्न मजिस्ट्रेट, सत्र और जिला न्यायाधीशों के साथ-साथ इस न्यायालय के माननीय न्यायाधीशों द्वारा उचित रूप से संबोधित किया गया था। न्यायालय ने कहा, "ऐसे मामलों को तुच्छ और निराधार शिकायतों का विषय नहीं बनाया जाना चाहिए।" इसके अतिरिक्त, न्यायालय द्वारा जारी किए गए कारण बताओ नोटिस के लिखित उत्तर में, जिस तरह से अवमाननाकर्ता ने विद्वान एकल न्यायाधीश का उल्लेख किया और उसने जो विभिन्न आरोप लगाए, वे पूरी तरह से अस्वीकार्य और घृणित थे, न्यायालय ने कहा। न्यायालय ने आगे कहा कि इस स्तर पर, अवमाननाकर्ता ने कुछ समय के लिए सजा को निलंबित करने का अनुरोध किया, ताकि उसे आज पारित आदेश के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय से संपर्क करने का समय मिल सके। हालांकि, न्यायालय ने उल्लेख किया कि सामान्य रूप से न्यायपालिका और विशेष रूप से कई न्यायाधीशों के खिलाफ अवमाननाकर्ता के चल रहे बदनामी अभियान के साथ -साथ अवमानना कार्यवाही के दौरान जिस बेशर्मी से उसने प्रस्तुतियाँ दी, उसके मद्देनजर न्यायालय को आदेश को निलंबित करने का कोई कारण नहीं मिला। न्यायालय ने यह भी कहा कि अवमाननाकर्ता को पिछली सुनवाई में विद्वान वकील द्वारा प्रतिनिधित्व करने के लिए बार-बार अवसर दिए गए थे, लेकिन उसने व्यक्तिगत रूप से मामले पर बहस करना चुना। फिर भी, न्यायालय ने निर्देश दिया कि यदि अवमाननाकर्ता वकील की सहायता लेना चाहता है, तो दिल्ली उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति (डीएचसीएलएससी) उसे कानूनी सहायता प्रदान करेगी।
मुंबई: डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार लाल निशान पर खुला है। शुरुआती कारोबार में मेटल, ऑटो, फाइनेंशियल सर्विस, फार्मा, एफएमसीजी, एनर्जी, प्राइवेट बैंक और इंफ्रा सेक्टर में बिकवाली देखी जा रही है। बीएसई का सेंसेक्स 381.53 अंक या 0.47 प्रतिशत गिरने के बाद 79,996.60 पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एनएसई का निफ्टी 130.90 अंक या 0.53 प्रतिशत गिरने के बाद 24,353.15 पर कारोबार कर रहा है। हालांकि, बाजार का रुझान सकारात्मक बना हुआ है। Also Read - सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 में एफसीआई में 10,700 करोड़ रुपये के निवेश के लिए मंजूरी दी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1,250 शेयर हरे, जबकि 999 शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं। निफ्टी बैंक 255.55 अंक या 0.49 प्रतिशत गिरने के बाद के 52,061.85 पर है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 87.70 अंक या 0.15 प्रतिशत चढ़ने के बाद 57,4.350 स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 19.70 अंक या 0.10 प्रतिशत फिसलने के बाद 18,886.40 पर है। सेंसेक्स पैक में बजाज फिनसर्व, अल्ट्राटेक सीमेंट,बजाज फाइनेंस, नेस्ले इंडिया आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक टॉप लूजर्स बने हुए हैं। वहीं, टाटा स्टील, एचसीएल टेक, टीसीएस और जेएसडब्ल्यू स्टील टॉप गेनर्स रहे। बाजार के जानकारों के अनुसार, "ट्रंप की जीत पहले से कहीं ज्यादा परिवर्तनकारी साबित हो रही है। कांग्रेस और सीनेट के रिपब्लिकन नियंत्रण में आने और राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा एक और कार्यकाल की चिंता किए बिना सत्ता का प्रयोग करने के साथ, ट्रंप के पदभार ग्रहण करने के बाद के महीनों में बड़े पैमाने पर परिवर्तनकारी निर्णय संभव हैं।" उन्होंने आगे कहा कि ये निर्णय अच्छे और बुरे दोनों साबित हो सकते हैं। 'अमेरिका फर्स्ट' की उनकी व्यवसाय समर्थक पहल अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकती है। लेकिन अगर वे अपनी बात पर अमल करते हैं और चीनी आयात पर 60 प्रतिशत और अन्य देशों से आयात पर 10 से 20 प्रतिशत टैरिफ लगाते हैं, तो इससे मुद्रास्फीति बढ़ेगी। एशियाई बाजारों की बात करें तो जकार्ता और टोक्यो के बाजार को छोड़कर शंघाई, सोल, बैंकॉक और हांगकांग के बाजार हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत का अमेरिकी शेयर बाजार ने शानदार तरीके स्वागत किया। अमेरिकी शेयर बाजार बीते कारोबारी दिन 3.57 प्रतिशत के जबरदस्त उछाल के बाद हरे निशान पर बंद हुए। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 6 नवंबर को 4,445 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 4,889 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता रेखा पात्रा को हारी हुई माल कहा है. उनके इस बयान पर पश्चिम बंगाल की राजनीति में बवाल शुरू हो गया है. रेखा पात्रा ने उनके बयान को शर्मनाक बताया है. मंत्री फिरहाद हकीम ने पीएम मोदी पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की है. उन्होंने प्रधानमंत्री को दाढ़ीवाला कहा है. फिरहाद हकीम ने कहा,'चुनाव से पहले एक दाढ़ी वाला आया था. उसका नाम याद है आपको? अरे वो दाढ़ीवाला क्या नाम है बताइए? नरेंद्र मोदी. रो रहे थे मेरे संदेशखाली की मां-बहनें.' पश्चिम बंगाल के मंत्री ने आगे कहा,'आपके यहां उम्मीदवार की घोषणा कर दी. कहां है वो उम्मीदवार? हाजी नुरूल के खिलाफ लड़ी थीं. हार गईं. हेरो माल (हारी हुई माल). चुनाव में हार गई. BJP चुनाव हार जाती है. सिर्फ केस करना जानती है.' फिरहाद हकीम के कमेंट पर रेखा पात्रा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा,'फिरहाद हकीम ने प्रधानमंत्री और मुझ पर हमला किया है. यह शर्मनाक है. उन्होंने मुझ पर व्यक्तिगत हमला किया है, जो शर्मनाक है. यह सिर्फ मुझ पर ही नहीं बल्कि संदेशखाली की उन सभी महिलाओं पर हमला है, जिन्होंने विरोध प्रदर्शन किया था. मैं इसकी निंदा करती हूं.' हाल ही में शिवसेना यूबीटी नेता अरविंद सावंत ने शाइना एनसी को महायुति का उम्मीदवार बनाए जाने पर कमेंट किया था. उन्होंने कहा था उनकी (शाइना एनसी) हालत देखिए... वो जिंदगीभर बीजेपी में रहीं. टिकट मिला एकनाथ शिंदे की शिवसेना से. यहां इम्पोर्टेड नहीं चलेगा. हमारे यहां ऑरिजनल माल चलता है. अमीन पटेल ही ऑरिजनल उम्मीदवार हैं.
हरदोई :- उत्तर प्रदेश के हरदोई में भीषण सड़क हादसे का मामला सामने आया है. जिले बिलग्राम कोतवाली इलाके में कटरा बिल्हौर हाईवे पर हीरा रोशनपुर गांव के सामने डीसीएम और ऑटो की टक्कर हो गई. जानकारी के मुताबिक, इस भिड़ंत में 10 लोगों की मौत हुई है. जान गंवाने वालों में 2 बच्चे, 6 महिलाएं, एक पुरुष और एक युवती शामिल है. मरने वाले सभी लोग ऑटो पर सवार थे. इसी महीने 2 तारीख को उत्तर प्रदेश के बिजनौर में भीषण सड़क हादसा हुआ था, जहां 6 दोस्तों की मौत हो गई थी. वे सभी कार से जन्मदिन मनाने कार से जा रहे थे, तभी कार सड़क पर आवारा सांड से टकरा गई. इस हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई और 3 घायल हो गए. इनमें से एक की हालत गंभीर होने पर उसे मेरठ के हायर सेंटर रेफर कर दिया गया.
आवास की चाबी मिलने पर केन्दू कोरवा हुए प्रफुल्लित
स्वास्थ्य मंत्री ने किया मौके का निरीक्षण, तीन दिन के भीतर जाँच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के दिए निर्देश
हर घर लगे नल से अनवरत गिर रही पानी की धार
रेशम कीट, तितली कोकून सेल्फी पॉइंट में सेल्फी लेने की मची होड़
अधिकारियों में मचा अफरा तफरी, अव्यवस्था देखकर भड़क गए, बोले जिम्मेदारो पर होगी कार्यवाई
रायपुर :- उच्च शिक्षा विभाग ने सोमवार को जारी आदेश में 131 व्याख्याताओं को स्नातक प्राचार्य पदोन्नत कर दिया है। इसके साथ ही प्रदेश में बड़ी संख्या में कॉलेजों को पूर्णकालिक प्राचार्य मिल गए हैं।
बिजनौर: यूपी के बिजनौर के एक होटल में खाना खाते-खाते युवकों के दो गुट किसी बात पर आपस में बुरी तरह भिड़ गए। देखते ही देखते उनके बीच लात-घूंसे और कुर्सियां चलने लगीं। होटल में युद्ध जैसा यह नजारा काफी देर तक चला। लड़कों को लड़ते देख उस वक्त वहां मौजूद अन्य लोगों में भी अफरातफरी मच गई। खुद को बचाने के लिए वे इधर-उधर भागने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत में ले लिया है। मामला बिजनौर के शेरकोट मोहल्ला शेखान स्थित एक होटल का है। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की देर रात मिर्जापुर गांव कुछ लड़के यहां खाना खा रहे थे। इसी बीच मोहल्ला समना सराय का रहने वाला एक युवक भी अपने जन्मदिन के उपलक्ष्य में दोस्तो के साथ होटल पर पहुंचा। होटल स्वामी के अनुसार खाना पैक कराने को लेकर युवकों के दोनों गुटों में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ी कि दोनों गुटों में जमकर लात घूंसे और कुर्सियां चलने लगीं। मौके पर भीड़ जमा हो गई। अफरा तफरी का माहौल बन गया। सूचना पर पहुँची पुलिस ने कुछ आरोपियों को हिरासत में ले लिया। थानाध्यक्ष पुष्पेंद्र कुमार के कहना है कि जांच कर विधिक कार्यवाही की जाएगी। उधर, बवाल के वक्त होटल में मौजूद लोगों के बीच दहशत फैल गई थी। लोगों को डर लग रहा था कि मारपीट के बीच कहीं वे भी इसकी चपेट में न आ जाएं। खुद को बवाल से दूर रखने के लिए लोग इधर-उधर भागकर किनारे हो गए। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तब जाकर झगड़ा शांत हुआ। इसके बाद पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत में ले लिया। अब मामले की जांच की जा रही है।
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अपने किसी भी वादे को कभी भी पूरी नहीं कर पाई। कांग्रेस पार्टी जब-जब जिस राज्य की सत्ता में आती है, उस राज्य और देश के लिए आर्थिक चुनौतियां लेकर आती है। शनिवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार जिन राज्यों में है- वहां की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है। हिमाचल प्रदेश में तो उनके पास इतना भी पैसा नहीं रह गया है कि वो सही ढंग से सैलरी दे सकें। ऐसी ही हालत कर्नाटक में है। ये दर्शाता है कि कांग्रेस जब-जब सत्ता में आती है तो जो कहा गया... वो कभी पूरा नहीं कर पाती है। इसके बावजूद अफसोस की बात है कि कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनके दिमाग इतने खाली होते हैं कि सत्ता में आने पर खजाना खाली कर देते हैं लेकिन जनता को वांछित व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराते हैं। इसी तरह की कांग्रेस पार्टी और विपक्षी दल हैं। सुधांशु ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के मुंह से जो निकला है, उन्होंने दिखाया है कि अगर सत्ता जनता के लिए संपत्ति और समृद्धि बननी चाहिए तो उनके हाथ में आकर वो विपत्ति बन जाती है। इससे हटकर हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किस प्रकार से जन-जन के कल्याण के लिए आगे बढ़ते हैं, उसके कई प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि लग्जरियस आइटम्म पर टैक्स और जरूरतमंद जनता को फ्री अनाज मुहैया कराना... मोदी का ये विचार उस भगवान राम के आर्दश से प्रेरित है, जिनके लिए लिखा गया है, “मणि-माणिक महंगे किए, सहजे तृण, जल, नाज। तुलसी सोई जानिए, राम गरीब नवाज॥” आज मोदी के नेतृत्व में भारत विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। सुधांशु ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि ना खाऊंगा और ना खाने दूंगा। इससे कांग्रेस के दिल का दर्द इतना उभरा होगा कि जब से मोदी आए हैं, उनका खाना मुहाल हो गया है। जब राजीव गांधी कहते थे कि एक रुपये भेजता हूं तो जनता के पास 15 पैसे ही पहुंचते हैं... 85 पैसे बीच में गायब हो जाते हैं। इसलिए कांग्रेस की छटपटाहट अब समझी जा सकती है।
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ बेतुके आरोप लगाने वाले कनाडा पर भारत भड़क गया है और चेतावनी दी है कि इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना हरकतों के द्विपक्षीय संबंधों पर गंभीर परिणाम होंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडाई उच्चायोग के प्रतिनिधि को तलब करते हुए कड़ा विरोध भी जताया है। पिछले साल खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के बीच रिश्तों में खटास आ गई है और हाल के दिनों में कनाडा ने भारत के खिलाफ बिना सबूत के कई बेतुके आरोप लगाए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमने कल कनाडाई उच्चायोग के प्रतिनिधि को तलब किया था। 29 अक्टूबर को ओटावा में सार्वजनिक सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा पर स्थायी समिति की कार्यवाही के संदर्भ में एक राजनयिक नोट सौंपा गया।" जायसवाल ने आगे कहा, "नोट में यह बताया गया कि भारत सरकार उप-मंत्री डेविड मॉरिसन द्वारा समिति के समक्ष भारत के केंद्रीय गृह मंत्री के बारे में किए गए बेतुके और निराधार संदर्भों का कड़े शब्दों में विरोध करती है।" रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कनाडा की धरती पर सिख अलगाववादियों को निशाना बनाने की साजिश के पीछे थे। कनाडा के उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन ने एक संसदीय पैनल से कहा कि उन्होंने वॉशिंगटन पोस्ट को बताया कि शाह साजिशों के पीछे थे। बुधवार को अमेरिका ने शाह के खिलाफ कनाडा के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्हें चिंताजनक बताया। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, "कनाडा सरकार द्वारा लगाए गए आरोप चिंताजनक हैं और हम उन आरोपों के बारे में कनाडा सरकार से परामर्श करना जारी रखेंगे।" हालांकि, भारत ने स्पष्ट कहा है कि कनाडा के आरोप बेतुके और निराधार हैं। भारत ने कनाडा पर गंभीर आरोप लगाया है कि जस्टिन ट्रूडो सरकार वहां के भारतीय अधिकारियों की ऑडियो और वीडियो निगरानी कर रही है। रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमारे कुछ वाणिज्य दूतावास अधिकारियों को हाल ही में कनाडा सरकार द्वारा बताया गया कि वे ऑडियो और वीडियो निगरानी में हैं और यह निगरानी अब भी जारी है। उनके कम्युनिकेशन को भी बाधित किया गया है। हमने कनाडा सरकार के समक्ष औपचारिक रूप से विरोध जताया है, क्योंकि हम इसे प्रासंगिक राजनयिक और वाणिज्य दूतावास सम्मेलनों का घोर उल्लंघन मानते हैं। तकनीकी पहलुओं का हवाला देकर, कनाडा सरकार इस तथ्य को उचित नहीं ठहरा सकती। हमारे राजनयिक और वाणिज्य दूतावास अधिकारी पहले से ही उग्रवाद और हिंसा के माहौल में काम कर रहे हैं। कनाडा सरकार की यह कार्रवाई स्थिति को और खराब करती है और स्थापित राजनयिक मानदंडों के खिलाफ है।''
होशियारपुर: पंजाब के होशियारपुर शहर के कच्चा टोबा इलाके में देर रात एक गोदाम में आग लग गई। आग की लपटें इतनी तेज थी कि लाखों का माल जलकर राख हो गया। आग बुझाने के लिए दमकल विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। घंटों बाद आग पर आखिरकार काबू पा लिया गया। दमकल विभाग के अनुसार, नेशनल फोम फैक्ट्री के गद्दों के एक गोदाम में देर रात आग लगने की सूचना मिली थी। आग बुझाने के लिए घटनास्थल पर 10 गाड़ियों को भेजा गया था। इस घटना की सूचना मिलते ही विधायक ब्रह्म शंकर शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने घटना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि गनीमत रही कि इस घटना में किसी की जान को नुकसान नहीं पहुंचा है। हालांकि, आर्थिक नुकसान जरूर हुआ है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं। दमकल विभाग की ओर से कई गाड़ियों ने यहां आग पर काबू पाने के लिए कोशिश की। करीब 2 घंटे चले इस ऑपरेशन में आग पर काबू पा लिया गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, मोहल्ला कच्चा टोबा में स्थित गद्दे के गोदाम में पटाखा गिरने से आग लगी थी। देखते ही देखते आग ने सारी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया। आग की तेज लपटों के बीच आस-पास भगदड़ मच गई। हालांकि, कुछ और लोगों के अनुसार, दीपावली के मौके पर पटाखे छोड़े गए थे। इसलिए, ऐसा माना जा रहा है कि पटाखे के चलते आग लगी होगी। बता दें कि इससे पहले सितंबर माह में होशियारपुर के आर्य समाज रोड पर स्थित एक फैक्ट्री में आग लगने की घटना हुई थी। तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी गई। मौके पर 6 ज्यादा दमकल विभाग की गाड़ियां पहुंची। करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। घटना के पीछे बिजली शॉट सर्किट कारण बताया गया था।
गोरखपुर। गोरखपुर एयरपोर्ट पर आज दोपहर अकासा एयरलाइंस की बेंगलुरु से दिल्ली वाया गोरखपुर जाने वाली फ्लाइट में अचानक बम धमाके की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया। दोपहर 12:36 बजे ट्विटर और ऑफिस पर मिले इस धमकी भरे संदेश के बाद BTAC टीम ने तुरंत सक्रिय होते हुए इसे 12:38 बजे “नो स्पेसिफिक कैटेगरी” घोषित किया, लेकिन सुरक्षा कारणों से तुरंत जांच शुरू कर दी गई। धमकी के चलते बेंगलुरु से गोरखपुर होकर दिल्ली जा रही फ्लाइट संख्या QP 1880 को अलर्ट मोड पर 13:33 बजे गोरखपुर एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया। जैसे ही विमान उतरा, यात्रियों को सुरक्षित रूप से 13:50 बजे से बाहर निकाला गया। कुल 174 यात्रियों और 3 बच्चों को 13:52 बजे तक टर्मिनल में ले जाया गया। जांच के दौरान फ्लाइट और एयरपोर्ट के सिविल एन्क्लेव क्षेत्र की गहन तलाशी ली गई, जिसमें कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। जांच के बाद फ्लाइट को 14:45 बजे उड़ान के लिए क्लियरेंस दे दिया गया, और 15:43 बजे यह दिल्ली के लिए रवाना हुई। इस पूरे घटनाक्रम के चलते उड़ान में लगभग 40 मिनट की देरी हुई। जैसे ही फ्लाइट लैंड हुई, पुलिस, इंडियन एयरफोर्स, बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वाड, फायर ब्रिगेड और मेडिकल टीम सहित वरिष्ठ अधिकारी एयरपोर्ट पर तैनात हो गए। सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। फ्लाइट की गहन जांच की गई। इस घटना के बाद गोरखपुर एयरपोर्ट पर सुरक्षा प्रोटोकॉल को और मजबूत कर दिया गया है। एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि किसी भी आपात स्थिति में घबराएं नहीं और अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें। एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, इससे पहले भी गुरुवार को इसी फ्लाइट में बम की सूचना मिली थी। अकासा एयरलाइंस के सिक्योरिटी इंचार्ज ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर फ्लाइट संख्या QP1880 को लेकर बम की धमकी दी गई थी। गोरखपुर एयरपोर्ट के मुख्य सुरक्षा अधिकारी विजय कौशल ने कहा कि एयरपोर्ट की सुरक्षा टीम, बम और डॉग स्क्वायड ने फ्लाइट की पूरी तरह जांच की, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
जवाली। जिला पुलिस नूरपुर ने थाना जवाली के अधीन ग्राम पंचायत सियूनी में नशा के सरगना को पकडऩे में सफलता हासिल की है। हालांकि गाड़ी को भगाते समय उन्होंने एक अन्य गाड़ी को टक्कर मार दी। प्राप्त जानकारी अनुसार पुलिस ने 32 मील में नाकाबंदी कर रखी थी कि इस दौरान एक कार को रोकने का इशारा किया तो वह नाका तोड़ते हुए भाग निकली। गाड़ी को भगाने के चक्कर में अन्य वाहनों को टक्कर मार दी। पुलिस ने कार का पीछा किया और डुगली में दबोच लिया। कार की तलाशी लेने पर छह किलो 58 ग्राम चरस बरामद हुई है। पुलिस ने इस संदर्भ में कार में बैठे अर्जुन सिंह उर्फ शिवा व विपन कुमार निवासी समकेहड़ के खिलाफ केस दर्ज कर अरेस्ट कर लिया है। आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। एसपी नूरपुर अशोक रतन ने बताया कि पुलिस ने कार से छह किलो 58 ग्राम चरस बरामद की है तथा उसमें सवार दो युवकों अर्जुन सिंह उर्फ शिवा व विपन कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर अरेस्ट किया गया है। आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह चरस कहां से लाई गई और कहां पहुंचाई जानी है, इसके बारे में सख्ती से पूछताछ की जाएगी। नशा माफिया को बख्शा नहीं जाएगा।
ऊना। उपमंडल क्षेत्र हरोली के खड्ड गांव में ट्रैक्टर हादसे में युवक की मौत का मामले में पुलिस की उचित कार्रवाई न होने पर मृतक के परिजन भडक़ उठे। मृतक के परिजनों ने शुक्रवार को गांव के मुख्य रोड़ पर शव रखकर पुलिस की कार्यप्रणाली के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने सडक़ पर रखे शव के सामने विलाप करते हुए अपने दुख का प्रकट किया और मामले के आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की पुलिस प्रशासन व प्रदेश सरकार से गुहार लगाई। जानकारी के अनुसार मृतक युवक के परिजनों ने आरोप लगाया कि मिलीभगत से इस मामले को कमजोर किया जा रहा है। मौके पर पहुंचे डीएसपी हरोली मोहन रावत ने करीब डेढ़ घंटे तक परिजनों से बातचीत की। दोबारा शिकायत पत्र लिखवाया और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आश्वासन पर परिजनों को रोष प्रदर्शन खत्म करने के लिए मनाया। करीब दो घंटे तक ऊना-गगरेट सडक़ मार्ग बंद रहा। गाडिय़ों की लंबी कतार सडक़ के दोनों और लग गई। जिन लोगों को वैकल्पिक रास्ते पता थे, उन्होंने वहां का रुख किया। जबकि कई अनजान लोग रोष प्रदर्शन खत्म होने का इंतजार करते दिखाई दिए। वहीं, डीएसपी हरोली मोहन रावत ने बताया कि मामले की जांच सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर आगे बढ़ाई जा रही है। रोष प्रदर्शन करने वाले परिजनों से मौके पर जाकर बात की गई। उन्हें आश्वासन दिया गया कि पड़ताल में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होगी। जिस ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ हादसा हुआ, उसे कब्जे में लिया गया है। हादसे का सीसीटीवी वीडियो भी प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि परिजनों को स्पष्ट कहा गया है कि जांच से जुड़ी हर कड़ी के बारे में पुलिस थाने आकर पूछताछ कर सकते हैं। पुलिस इस मामले में निष्पक्ष व सख्ती से कार्रवाई अमल में ला रही है।
कोलकाता: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में शांति तभी बहाल होगी, जब राज्य में घुसपैठ रुकेगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने उत्तर 24 परगना जिले के पेट्रापोल में लैंड पोर्ट पर नए यात्री टर्मिनल भवन और मैत्री द्वार के उद्घाटन के अवसर पर कहा, “2026 में पश्चिम बंगाल में बदलाव लाएं और भाजपा राज्य में अवैध घुसपैठ को पूरी तरह से रोक देगी।” गृह मंत्री शाह ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के विकास के लिए क्या किया है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल में सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। पिछले 10 वर्षों के दौरान, पश्चिम बंगाल को केंद्र से 7.74 लाख करोड़ रुपये का फंड मिला है, जो पिछली यूपीए सरकार के दौरान राज्य को मिले धन से कहीं अधिक है। लेकिन दुर्भाग्य से, पश्चिम बंगाल में केंद्रीय फंड के उपयोग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है।" उन्होंने यह भी कहा कि मनरेगा और पीएमएवाई जैसी विभिन्न केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत प्रदान की जाने वाली धनराशि वास्तविक लाभार्थियों तक नहीं पहुंचती है। उन्होंने कहा, "केवल तृणमूल कांग्रेस से जुड़े लोगों को ही इन निधियों का लाभ मिलता है।" उन्होंने कहा कि सीमा पार तस्करी को रोकने में भूमि बंदरगाहों की महत्वपूर्ण भूमिका है। मंत्री ने कहा, "भूमि बंदरगाह देश में चिकित्सा और शैक्षिक पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह पहल भारत को विकास और प्रगति के पथ पर ले जाएगी।" बता दें कि गृह मंत्री शाह कोलकाता के साल्ट लेक स्थित एक सभागार में संगठनात्मक बैठक में भाग लेने वाले हैं। उस संगठनात्मक बैठक में, आगामी उपचुनावों के लिए पार्टी की रणनीति की रूपरेखा तैयार कर सकते हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा चल रही है कि केंद्रीय गृह मंत्री अगस्त में बलात्कार और हत्या की शिकार हुई आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की ट्रेनी डॉक्टर के माता-पिता से मिल सकते हैं।
नूरपुर। नूरपुर व इसके साथ लगते सभी क्षेत्रों की मार्केट में पहाड़ी के नाम पर चाइनीज लहसुन धड़ल्ले से बिक रहा है। प्रतिबंधित चाइनीज लहसुन, जो महंगा होने के साथ-साथ बेस्वाद भी है। नूरपुर तथा इसके साथ लगती मंडियों में रोज टनों के हिसाब से चाइनीज लहसुन की बिक्री हो रही है। दुकानदारों को आफत पड़ी है कि किस किस्म के लहुसन को बेहतर बता कर सेल करें। पहाड़ी लहसुन का मंडी में रेट 275 रुपए से लेकर 300 तक है। मार्केट में 350 तक मिल जाता है। दूसरी तरफ चाइनीज लहसुन मार्केट में 400 रुपए किलो मिल रहा है। चाइनीज लहुसन के महंगे होने के कारण दुकानदार अधिक प्रॉफिट के लिए इसकी बिक्री करना अधिक पसंद कर रहे हैं। यही कारण है कि ज्यादा प्रॉफिट की वजह से सीध असर पहाड़ी लहुसन पर पड़ा है। इस समय मार्केट में से पहाड़ी लहुसन गायब होता जा रहा है। ग्राहकों को इसकी पूरी पहचान न होने के कारण पहाड़ी लहुसन के नाम पर चाइनीज की बिक्री हो रही है। सरकारी डिपुओं पर तो शायद पहले से ही लहुसन नहीं मिलता था, पर अब कोई भी उपलब्ध नहीं है। नूरपुर के एक डिपो धारक सतीश कुमार का कहना है कि मार्केट में अब चाइनीज लहुसन आ गया है, जिसने पहाड़ी लहुसन की मार्केट खत्म ही कर दी है। नूरपुर उपमंडल में लहुसन की पैदावार बहुत कम है।
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