बेंगलुरु: भाजपा कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के खिलाफ महंगाई के मुद्दे पर 2 अप्रैल से विरोध प्रदर्शनों की एक श्रृंखला शुरू करेगी, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा । विजयेंद्र ने यहां संवाददाताओं से कहा, "आम आदमी को राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार से महंगाई ही एकमात्र गारंटी मिली है...आम आदमी इस महंगाई से परेशान और परेशान है ।" "2 अप्रैल को भाजपा राज्य में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी ...5 अप्रैल को सभी जिला और तालुक कार्यालयों में भाजपा विरोध प्रदर्शन करेगी...7 अप्रैल को हम मैसूर से 'जन आक्रोश यात्रा' निकालेंगे...इस यात्रा में पार्टी के सभी नेता भाग लेंगे।" विजयेंद्र ने सिद्धारमैया सरकार पर मुस्लिम समुदाय को खुश करने का आरोप लगाया , जबकि वह एससी और एसटी समुदायों की "अनदेखी" करती है। विजयेंद्र ने कहा, " बजट घोषित करने वाली सिद्धारमैया सरकार ने मुस्लिम समुदाय को अलग से बजट नहीं दिया है, लेकिन उन्होंने सब कुछ दिया है... सिद्धारमैया , अहिंदा के नाम पर सब कुछ कहते हैं, लेकिन सभी हिंदू समुदायों की अनदेखी करते हैं... सिद्धारमैया ने एससी और एसटी समुदायों के साथ अन्याय किया है।" परिसीमन विवाद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "अगर तमिलनाडु के सीएम को कर्नाटक के लोगों से इतना प्यार है , तो उन्हें आगे आकर कावेरी नदी के पानी के मुद्दे को सुलझाने के लिए कहें... फिर हम कुछ और कहेंगे।" 22 मार्च को, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रस्तावित परिसीमन मुद्दे पर चेन्नई में संयुक्त कार्रवाई समिति (JAC) की पहली बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी, केरल के सीएम पिनाराई विजयन, पंजाब के सीएम भगवंत मान और अन्य प्रमुख नेता शामिल हुए । परिसीमन पर संयुक्त कार्रवाई समिति की पहली बैठक के बाद सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें कहा गया कि केंद्र द्वारा किया जाने वाला कोई भी परिसीमन कार्य "पारदर्शी" तरीके से और सभी हितधारकों के साथ चर्चा और विचार-विमर्श के बाद किया जाना चाहिए।
New Delhi: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर आयोजित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ( एनडीए ) की बैठक के बाद जनता दल (यूनाइटेड) के नेता केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव होंगे और वे ही मुख्यमंत्री बनेंगे। केसी त्यागी ने कहा, " अमित शाह के दौरे और नीतीश कुमार के बयान के बाद पूरी स्थिति स्पष्ट हो गई है। जेडीयू भविष्य में भी एनडीए का हिस्सा रहेगी । नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव होंगे और चुनाव के बाद वे ही सीएम बनेंगे।" उन्होंने बजट में बिहार के लिए कई योजनाओं के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया । उन्होंने कहा, " बिहार प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। बिहार के लिए बजट में जितना निवेश किया गया है, आजादी के बाद से पहले कभी नहीं हुआ। कई हवाई अड्डों, एम्स, बुनियादी ढांचे, सिंचाई और बांधों की स्थापना ने बिहार को विकास के पथ पर ला खड़ा किया है।" इससे पहले बिहार के मंत्री और जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एनडीए को आगामी बिहार चुनाव एकजुट होकर लड़ने की जरूरत पर जोर दिया । संतोष कुमार सुमन ने कहा, "सीएम नीतीश कुमार सरकार का चेहरा हैं और एनडीए के शीर्ष नेताओं ने भी कहा है कि हम उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे. स्वाभाविक है कि अगर हम उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे और हमें बहुमत मिलेगा तो वे सीएम बनेंगे. केंद्रीय गृह मंत्री बिहार आए और बिहार एनडीए के सभी शीर्ष नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बैठक की ." उन्होंने आगे कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दौरा एक शिष्टाचार मुलाकात थी. उन्होंने आगे कहा, " बिहार के विकास , संगठन को मजबूत करने और एनडीए की एकता पर चर्चा हुई । गृह मंत्री का एक ही मंत्र था कि हम सब मिलकर एनडीए के रूप में लड़ें। सभी कार्यकर्ता एनडीए कार्यकर्ता के रूप में काम करें । अधिकतम सीटें कैसे जीतें, इस पर चर्चा हुई।" इससे पहले, सीएम नीतीश कुमार ने स्वीकार किया कि दो बार महागठबंधन में शामिल होना एक गलती थी और आश्वासन दिया कि ऐसा फिर कभी नहीं होगा। बिहार के सीएम ने अपने राजनीतिक उत्थान का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी दिया और एनडीए के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की , विकास और महिला सशक्तीकरण में राज्य सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला। पटना में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलते हुए, कुमार ने कहा, "हमने वहां ( महागठबंधन ) दो बार जाकर गलती की । अब हमने फैसला किया है कि ऐसा फिर कभी नहीं होगा। यह गलत है। मुझे मुख्यमंत्री किसने बनाया? अटल बिहारी वाजपेयी ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया। हम कैसे भूल सकते हैं?" उन्होंने कहा कि 2006 में पंचायत राज और 2007 में नगर निकायों में राज्य सरकार ने चुनाव शुरू किए और उसमें महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम किया। उन्होंने कहा, "चार चुनाव हो चुके हैं और कई जगहों पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व 50 प्रतिशत से भी ज़्यादा है। पहले महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया जाता थ। हमने विश्व बैंक से लोन लिया और स्वयं सहायता समूह का विस्तार किया और इसे जीविका नाम दिया। हमने तय किया है कि शहरी इलाकों में भी जीविका शुरू की जाएगी। हम समाज के सभी वर्गों के लिए काम कर रहे हैं।" कुमार ने बिहार के विकास में केंद्र सरकार की भूमिका को भी स्वीकार किया । उन्होंने कहा, "बजट में बिहार को आधारभूत संरचना, उद्योग, बाढ़ नियंत्रण, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में विशेष वित्तीय सहायता दी गई है तथा 2025 में मखाना बोर्ड की स्थापना और हवाई अड्डों के विकास की घोषणा की गई है। दो बड़ी परियोजनाओं कोसी नदी परियोजना और पटना-आरा-सासाराम फोर लेन कॉरिडोर परियोजना को मंजूरी दी गई है।" उन्होंने कहा, " 2005 से पहले शाम के बाद कोई भी घर से बाहर नहीं निकलता था और सांप्रदायिक दंगे होते थे। शिक्षा पर कोई काम नहीं हुआ। स्वास्थ्य सुविधाएं भी ठीक नहीं थीं।" केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पटना में निगम विभाग की केंद्र सरकार और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास में शामिल हुए।
चिंतपूर्णी। धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी में चैत्र नवरात्रि के पहले दिन रविवार को श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ा हुआ था। डबल लाइन मोगा धर्मशाला तक पहुंच चुकी थी। ऐसे में श्रद्धालुओं को 5 से 6 घंटे लाइनों में खड़े रहकर माता के दर्शनों के लिए इंतजार करना पड़ रहा था। मेले में सुगम दर्शन प्रणाली के तहत श्रद्धालुओं से 500 रुपए प्रति व्यक्ति दर्शन करने के लिए लिया जा रहा है। वहीं, बुजुर्ग श्रद्धालुओं को 100 रुपये दर्शन करने के लिए पास दिया जा रहा है। काफी संख्या में श्रद्धालु लिफ्ट के माध्यम से भी दर्शन कर रहे हैं। मंदिर प्रशासन ने मेले को सुचारू रूप से चलने के लिए अतिरिक्त पुलिस कर्मचारी गृह रक्षक तथा जगह-जगह पानी पिलाने के लिए सेवादार रखे गए हैं। वहीं, पुराना बस अड्डा में श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सुविधा के लिए मुफ्त चेक अप कैंप भी लगाया गया है। रविवार को श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि व्यवस्थाएं भी हांफती नजर आ रही थी। पिछले 10-12 दिनों से चिंतपूर्णी में प्रतिदिन दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारे लग रही है। लंबे समय तक दर्शनों के लिए लाइन में खड़े रहना कड़े इम्तिहान से कम नहीं है। श्रद्धालुओं की माता के प्रति इतनी आस्था है कि 8 घंटे भी खड़े रहकर श्रद्धालु माता के दर्शन कर रहे हैं। कारोबार की बात करें तो जहां तक श्रद्धालुओं की लंबी कतारे लगी होती है। वहां तक कारोबार दुकानदारों का पूरी तरह ठप हो जाता है। लंगर लगने के कारण होटल ढाब्बो में सन्नाटा छाया रहता है। वैसे तो चिंतपूर्णी में लाखों की संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए आते हैं, लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण यहां की दुकानदारों को कारोबार बुरी तरह प्रभावित रहता है।
अवाहदेवी। दो जिलों के मध्य स्थित अवाहदेवी मंदिर में नवरात्र पर्व विधिवत रूप से शुरू हुआ। इस अवसर पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने रविवार सुबह की आरती में भाग लिया व अपने परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में हाजिरी लगाई व आशीर्वाद प्राप्त किया। ऐसे में दोपहर तक मंदिर परिसर में लंबी-लंबी कतारें देखने को मिली । वहीं दर्जनों भक्तों ने श्रद्धा अनुसार अपनी इच्छा से गुप्त दान मंदिर को भेंट किया। नवाही से आए श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर के लिए झूला भेंट किया और कई श्रद्धालुओं ने गुप्त दान के तौर पर राशि भेंट की। इस अवसर पर मंदिर कमेटी की ओर से श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। दोपहर बाद सभी श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया जा रहा है तो वही मंदिर परिसर में भागवत गीता में भी लोग भाग ले रहे हैं। नवरात्र के अवसर पर अवाहदेवी के अन्य मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली।
सोलन। सोलन में सजने वाली किसान जनता मंडी में रविवार को हर बार की तरह इस बार भी सब्जियों के दाम सामान्य रहे। जिस कारण किसान जनता मंडी में लोगों की भीड़ सब्जियों को लेने के लिए लगी रही। किसान जनता मंडी में रविवार को 20 रुपए से लेकर 60 रूपए तक सब्जियों के दाम रहे। जिन्हें लेने के लिए लोग सुबह ही आना शुरू हो गए। देखते ही देखते दोपहर तक मंडी में लोगों की भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई। लोगों की भीड़ बढऩे से सब्जी विक्रेताओं के चेहरे भी खिल उठे। किसान जनता मंडी में सब्जियों को लेने के लिए पहुंचे सलीम, दीपू, विरेंद्र, अमन, सरोज, संतोष ने बताया कि रविवार को लगने वाली किसान मंडी में लोगों को ताजी व सस्ती सब्जी मिल जाती है। उन्होंने बताया कि कुछ महीनों से सब्जियों के दामों में गिरावट आई है। इससे लोगों ने भी राहत की सांस ली है। बता दें कि सोलन में सजने वाली किसान मंडी ओल्ड बस अडडे के पास हर रविवार को लगती है, जहां पर लोग आसानी से पहुंच जाते हैं। यहां से लोगों को आने जाने के लिए आसानी से बस व ओॅटो मिल जाते हैं। स्थानीय ही नहीं आसपास के क्षेत्रों के भी भारी संख्या में लोग सोलन घूमने के लिए आते हैं, जोकि किसान मंडी से भी सब्जियों को लेकर जाते हैं। रविवार को किसान जनता मंडी में प्याज 100 रुपए के तीन किलो, आलू 20 रुपए, मूली 30 रूपए, फूल गौभी 20 रुपए, ब्रोकली 40 रुपए, कददू 40 रुपए, पालक 20 की ुगुच्छी, बंद गौभी 40 रुपए, टमाटर 40 रुपए, खीरा 30 रुपए, घिया 30 रुपए, मटर 50 रूपए किलो के हिसाब से बिका।
नर्मदापुरम। अहमदाबाद से बरौनी जा रही बरौनी एक्सप्रेस के पिछले कोच में सोमवार शाम करीब चार बजे अचानक आग लग गई। यह हादसा मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम के पास हुआ। रेलवे स्टाफ ने सतर्कता दिखाते हुए तुरंत प्रभावित कोच को ट्रेन से अलग कर दिया। ट्रेन के अग्निशामक उपकरणों की मदद से आग बुझाने का प्रयास किया गया। राहत की बात यह है कि इस घटना में सभी यात्री सुरक्षित हैं।
Narmadapuram, Madhya Pradesh: A fire broke out in the rear coach of the Barauni Express, traveling from Ahmedabad to Barauni. In response, railway staff quickly detached the coach from the train to ensure passenger safety. Efforts to extinguish the fire using the train's fire… pic.twitter.com/CTsFL7UwU3
— IANS (@ians_india) March 31, 2025
नई दिल्ली। दिल्ली के विवेक विहार इलाके में हुई अंजू नाम की एक महिला की हत्या के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है. इस सनसनीखेज हत्याकांड में पुलिस ने महिला के पति समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. 35 साल की अंजू उर्फ अंजली अपने पति आशीष झा के साथ विवेक विहार इलाके में किराए के मकान में रहती थी. जांच में सामने आया कि अंजू ने अपने पति आशीष, मकान मालिक विवेकानंद मिश्रा और उनके दोस्त अभय कुमार झा उर्फ सोनू को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था. अंजू ने इस बात पर हंगामा किया और इस बारे में दूसरों को बताने की धमकी दी. अपनी पोल खुलने के डर से तीनों ने मिलकर उसकी हत्या करने की साजिश रची. 21 मार्च 2025 को अंजू को जबरदस्ती लुधियाना से दिल्ली लाया गया. इसके बाद उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई. हत्या के बाद शव को कंबल में लपेटकर एक बड़े बैग में डाला गया और फिर बेड के बॉक्स में छिपा दिया गया. बदबू ना फैले इसके लिए मकान मालिक रोज अगरबत्ती जलाता था और फिनाइल से सफाई करता था. लेकिन कुछ दिनों बाद बदबू इतनी ज्यादा फैल गई कि पड़ोसियों को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचना दी. 28 मार्च 2025 को विवेक विहार थाने में सूचना मिली कि सत्यम एंक्लेव के एक फ्लैट से तेज बदबू आ रही है. पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि घर बाहर से बंद था और अंदर से खून के निशान भी मिले. जब दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए तो बेड के बॉक्स में एक बैग के अंदर महिला का सड़ा-गला शव मिला. पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. हत्या के बाद तीनों आरोपी फरार हो गए थे. विवेकानंद और सोनू पहले जयपुर भाग गए और फिर वापस दिल्ली लौट आए, जबकि आशीष बिहार चला गया. इनकी योजना शव को मेरठ के पास नहर में फेंकने की थी, लेकिन सही मौका न मिलने के कारण ऐसा नहीं कर सके. पुलिस की टीम ने सबसे पहले मकान मालिक विवेकानंद मिश्रा को पकड़ने की कोशिश की. उसे आनंद विहार के पास से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में उसने पूरी साजिश कबूल कर ली और बाकी आरोपियों के बारे में भी खुलासा किया. जब पुलिस ने विवेकानंद को गिरफ्तार किया, तब अभय कुमार झा उर्फ सोनू दिल्ली में ही एक होटल में छिपा हुआ था. जैसे ही उसे खबर मिली कि विवेकानंद पकड़ा गया है, वो भागने की फिराक में था. पुलिस ने तुरंत तकनीकी निगरानी की मदद से उसकी लोकेशन ट्रेस की और उसे अलीगढ़ रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी विवेकानंद ने खुलासा किया कि उसने हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए इंटरनेट पर कई तरीके खोजे थे. वो दिल्ली जल बोर्ड के खुले मैनहोल और नालों के बारे में जानकारी निकाल रहा था ताकि शव को ठिकाने लगाया जा सके.
नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को रेखांकित किया कि 1984 का यूनियन कार्बाइड रिसाव एक "बड़ी पर्यावरणीय लापरवाही" थी और कहा कि चार दशक बाद भी, परिवार पीढ़ी दर पीढ़ी, आनुवंशिक विकारों और भूजल प्रदूषण से पीड़ित हैं। एक विज्ञप्ति के अनुसार, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, "स्थिरता एक वैश्विक चर्चा का विषय बनने से बहुत पहले, बहुत पहले...भारत ने इसे सदियों तक जिया, जहाँ हर बरगद का पेड़ एक मंदिर था, हर नदी एक देवी थी और एक सभ्यता में सबसे अच्छी अज्ञात अवधारणा थी जो धर्मनिरपेक्षता की पूजा करती थी। हमारा वैदिक साहित्य धरती माता के पोषण और मनुष्य और प्रकृति के बीच सद्भाव का प्रचार करने के लिए एक सोने की खान है।" "भारत के डीएनए में पारिस्थितिक पतन, विशिष्ट उपभोग के खिलाफ एकमात्र टीका है। हमें केवल यह पढ़ना है कि हमारी सोने की खान में क्या है", उन्होंने कहा। दिल्ली के विज्ञान भवन में पर्यावरण पर राष्ट्रीय सम्मेलन- 2025 के समापन सत्र को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा, "विकसित देशों को पर्यावरण के बारे में सोचने में राजनीतिक सीमाओं से आगे बढ़ना चाहिए। ऐसे मॉडल अपनाना चाहिए जहां ग्रह का स्वास्थ्य मानव समृद्धि और कल्याण का आधार बन जाए।" 1984 की भोपाल गैस त्रासदी को याद करते हुए धनखड़ ने कहा, "भोपाल गैस त्रासदी का सबक अभी भी नहीं सीखा गया है। 1984 का यूनियन कार्बाइड रिसाव। यह बहुत बड़ी पर्यावरणीय लापरवाही थी। चार दशक बाद भी, परिवार पीढ़ी दर पीढ़ी आनुवंशिक विकारों और भूजल प्रदूषण से पीड़ित हैं.....ज़रा सोचिए जागरूकता की कमी कितनी दयनीय है। हमारे पास एनजीटी जैसी संस्था नहीं थी । हमारे पास कोई नियामक व्यवस्था नहीं थी जो इस मुद्दे को हल कर सके। अगर उस समय मौजूदा स्तर की नियामक व्यवस्था होती तो चीजें बहुत अलग होतीं।" पर्यावरण नैतिकता विकसित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, "....पर्यावरण नैतिकता को विकसित करने और उस पर विश्वास करने की वैश्विक आवश्यकता है, यह पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए मनुष्यों के नैतिक दायित्वों को रेखांकित करता है......हमें इस बात से अवगत होना चाहिए कि ग्रह केवल हमारे लिए नहीं है। हम इसके मालिक नहीं हैं। वनस्पतियों और जीवों को साथ-साथ पनपना और खिलना चाहिए, और इसी तरह सभी अन्य जीवित प्राणियों को भी। ऐसे परिदृश्य में, मनुष्य को प्रकृति और अन्य जीवित प्राणियों के साथ सद्भाव में रहना सीखना होगा। क्या हम ऐसा कर रहे हैं? नहीं.....प्राकृतिक संसाधनों के इष्टतम उपयोग पर व्यक्तिगत ध्यान केंद्रित करना होगा। यह हमारी आदत होनी चाहिए। हमारी राजकोषीय शक्ति, हमारी राजकोषीय क्षमता, प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग को निर्धारित नहीं कर सकती। उपभोग इष्टतम होना चाहिए।" उन्होंने कहा, "पारिस्थितिकी विस्तार और संरक्षण नैतिकता दोनों ही सामंजस्यपूर्ण मानव-प्रकृति संबंध की वकालत करते हैं, और इसे लाना बहुत आसान है। इसके लिए जीवन के प्रति सकारात्मक मानसिकता के अलावा कुछ भी नहीं चाहिए। हमें पीढ़ीगत स्थिरता के लिए पर्यावरण संरक्षण और विवेकपूर्ण संसाधन प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करना होगा।" कानून, विज्ञान और नैतिकता के साथ एनजीटी के अंतर्संबंधों पर प्रकाश डालते हुए , धनखड़ ने कहा, "मैं एनजीटी को जिस तरह से देखता हूं , उसमें एन का मतलब पोषण, जी का मतलब हरियाली और टी का मतलब कल है। मेरे लिए एनजीटी का मतलब कल के लिए हरियाली का पोषण है। यह केवल शब्दों का खेल नहीं है। यह एक ऐसी संस्था का विजन है जो कानून, विज्ञान और नैतिकता को प्रकृति के साथ हमारे संबंधों को बदलने के लिए जोड़ती है। आइए हम अपनी जड़ों से आगे बढ़ें, अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करें और दृढ़ संकल्प के साथ जलवायु न्याय को बनाए रखें।" उन्होंने कहा, "आसमान और अंतरिक्ष में शांति कायम हो। धरती, पानी और सभी पौधों में शांति कायम हो और फैलती हो। हर जगह शांति कायम हो।" इस अवसर पर उपराष्ट्रपति की पत्नी सुदेश धनखड़, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा, राष्ट्रीय हरित अधिकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव, भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सचिव तन्मय कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शिमला। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के मणिकर्ण में एक भीषण भूस्खलन हुआ, जिसमें 6 लोगों (3 महिला और 3 पुरुष) की मौके पर मौत हो गई, जबकि 5 लोग घायल हो गए हैं. हादसा करीब 5 बजे हुआ, जब गुरुद्वारे के सामने कई लोग सड़क किनारे बैठे हुए थे. भूस्खलन के दौरान पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा गिरा, इसी के साथ एक पेड़ भी नीचे आ गिरा. इसकी चपेट में कई लोग आ गए.जानकारी के मुताबिक सड़क किनारे खड़े रेहड़ी संचालक, एक सूमो सवार और तीन पर्यटकों की मौके पर ही मौत हो गई है. हादसे में जान गंवाने वालों की शिनाख्त की जा रही है. घटनास्थल पर रेस्क्यू टीम पहुंच गई है.कूल्लू के एडीएम अश्विनी कुमार ने बताया कि मणिकर्ण गुरुद्वारा पार्किंग के पास पेड़ उखड़ने से 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 5 लोग घायल हुए हैं. घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया गया है., प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है.मणिकर्ण SHO के नेतृत्व में पुलिस की टीम मौके पर मौजूद है. जो रेस्क्यू ऑपरेशन में कॉर्डिनेट कर रही है. क्षेत्रीय राजस्व एजेंसी भी मौके पर हैं, जो स्थिति का आकलन कर रही हैं. जरी से फायर ब्रिगेड घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी है. डॉक्टरों की एक टीम के साथ बीएमओ जरी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. कुल्लू के एसडीएम विकास शुक्ला ने बताया कि मैं घटनास्थल पर पहुंच गया हूं और स्थिति की निगरानी कर रहा हूं. मृतकों को ले जाने के लिए शव वाहन को घटनास्थल पर भेजा गया है. स्थिति नियंत्रण में है, रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रगति के अनुसार आगे की जानकारी दी जाएगी.
मानवीय सहायता और आपदा राहत ( एचएडीआर ) कार्यों के लिए भारत की प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में, 50 (आई) पैरा ब्रिगेड की एक विशेष बचाव टीम को ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत शनिवार को म्यांमार में तैनात किया गया था, जब शुक्रवार को देश में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था। चिकित्सा और संचार इकाइयों वाली 118 सदस्यीय टीम शनिवार को म्यांमार के नेपीता अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी । भारतीय सेना के अनुसार, ऑपरेशन का नेतृत्व 50 (आई) पैरा ब्रिगेड के कमांडर कर रहे हैं। आगमन पर, टुकड़ी का स्वागत म्यांमार में भारत के राजदूत के साथ-साथ म्यांमार के रक्षा अताशे और नौसेना अताशे ने किया । महत्वपूर्ण आपूर्ति और उपकरणों को उतारने के बाद, टीम ऑपरेशन का विस्तार रविवार की सुबह शुरू हुआ, जब एक अधिकारी और एक जूनियर कमीशन अधिकारी वाले टोही दल को वर्तमान बेस से 160 मील उत्तर में मांडले में शामिल किया गया। मांडले को प्राथमिक परिचालन केंद्र नामित किया गया है, पूरी टीम देर सुबह वहां जाने के लिए तैयार है। जबकि हवाई प्रविष्टि मुख्य आधार बनी हुई है, सड़क आधारित तैनाती पर भी वहां ऑपरेशन थियेटर (ओटी) को तेजी से स्थापित करने के लिए विचार किया जा रहा है। इससे पहले, ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत एक सी -130 विमान राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ( एनडीआरएफ ) के 38 कर्मियों और 10 टन राहत सामग्री के साथ नेपीता में उतरा । भारतीय सेना ने कहा कि ऑपरेशन के हिस्से के रूप में, यह आपदा में घायल हुए लोगों को तत्काल देखभाल प्रदान करने के लिए 60-बेड का चिकित्सा उपचार केंद्र स्थापित करेगा । इसने कहा कि यह सुविधा स्थानीय स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का समर्थन करने के लिए आघात के मामलों, आपातकालीन सर्जरी और आवश्यक चिकित्सा सेवाओं को संभालने में सक्षम होगी, जो आपदा से गंभीर रूप से तनावग्रस्त हो गई है । CNN की रिपोर्ट के अनुसार म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप से मरने वालों की संख्या 1600 से ज़्यादा हो गई है, और इससे भी ज़्यादा लोग घायल हुए हैं, देश के सैन्य शासन ने शनिवार को यह जानकारी दी। ये आँकड़े सिर्फ़ देश के मध्य में स्थित मंडाले क्षेत्र के हैं और भूकंप के केंद्र के नज़दीक हैं। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने शुक्रवार को अपने शुरुआती मॉडलिंग के अनुसार अनुमान लगाया है कि मध्य म्यांमार में आए भूकंप से मरने वालों की संख्या 10,000 से ज़्यादा हो सकती है।
रामेश्वरम : अनिश्चितता और मान्यता की कमी से जूझ रहे, भारत में श्रीलंकाई तमिल शरणार्थियों ने केंद्र और राज्य सरकारों से श्रीलंका में उनकी वापसी की सुविधा देने का आग्रह किया है। आर्थिक संकट के कारण अपनी मातृभूमि से भागे ये व्यक्ति उचित समर्थन, शिक्षा या रोजगार के अवसरों तक पहुँचने में असमर्थ होने के कारण अनिश्चितता में रह रहे हैं। श्रीलंका की वित्तीय उथल-पुथल 2019 में शुरू हुई, जो 1948 में स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से देश का सबसे खराब आर्थिक संकट था। वर्षों से बढ़ते बाहरी ऋण, जो 2010 से तेजी से बढ़ा था, 2019 तक देश के सकल घरेलू उत्पाद का 88 प्रतिशत तक पहुंच गया। कोविड-19 महामारी से उत्पन्न वैश्विक मंदी के साथ स्थिति और खराब हो गई, जिसने श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को और पंगु बना दिया। कारोबार ध्वस्त हो गए, उद्योग ठप्प हो गए और आजीविका बुरी तरह प्रभावित हुई। इस वित्तीय अस्थिरता की परिणति 2022 में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के रूप में हुई, क्योंकि नागरिकों ने तत्काल आर्थिक सुधार और राहत की मांग की। इन कठिनाइयों के बीच, जिन तमिल परिवारों के पास जीवित रहने का कोई साधन नहीं था, उन्होंने भारत में शरण लेना शुरू कर दिया । 2022 से, कुल 315 श्रीलंकाई तमिल - जिनमें 96 परिवारों के 15 पुरुष, 95 महिलाएं, 58 लड़के और 57 लड़कियां शामिल हैं - अपंजीकृत नावों के माध्यम से रामेश्वरम पहुंचे। उन्हें मंडपम शरणार्थी शिविर में ठहराया गया, जहाँ तमिलनाडु सरकार उन्हें आश्रय और भोजन प्रदान कर रही है। हालाँकि, चूँकि उन्हें केंद्र सरकार से आधिकारिक शरणार्थी का दर्जा नहीं मिला है, इसलिए आवश्यक सेवाओं तक उनकी पहुँच सीमित है। इन परिवारों के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक उनके बच्चों की शिक्षा है। कोई आधिकारिक मान्यता या वित्तीय सहायता न होने के कारण, कई शरणार्थी बच्चे स्कूल नहीं जा पाए हैं । आय के बिना और भविष्य बनाने के संघर्ष में, ये व्यक्ति अपने जीवन को कैदियों की तरह सीमित बताते हैं
पटना। पटना के नौबतपुर से कुंभ स्नान के लिए आए 18 वर्षीय मुन्ना चौधरी एक माह से लापता हैं। मुन्ना अपनी मां और बहन के साथ 21 फरवरी को प्रयागराज आए थे। स्नान के दौरान भीड़ में वह अपने परिवार से बिछड़ गए। मुन्ना के बड़े भाई लड्डू चौधरी ने बताया कि उनके पिता का देहांत करीब 5 साल पहले ताड़ के पेड़ से गिरने से हुआ था। मुन्ना दिमागी रूप से कमजोर है। कुछ लोगों ने कहा था कि कुंभ स्नान से उनकी स्थिति में सुधार होगा। मुन्ना के गायब होने के बाद मां और बहन ने उन्हें काफी खोजा। बाद में प्रयागराज थाने में लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। कई जगहों पर मुन्ना की फोटो भी लगाई गई है। विधवा मां पिछले एक माह से बेटे की तलाश में परेशान हैं। शुक्रवार सुबह वह एक बार फिर प्रयागराज पहुंची हैं।
New Delhi नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को पंजाब सरकार के खिलाफ किसानों को शंभू बॉर्डर और खानाुरी बॉर्डर से बलपूर्वक निष्कासित करने पर अवमानना की याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकार ने इस मामले में सभी आवश्यक कदम उठाए हैं और अवमानना का कोई आधार नहीं है। पंजाब सरकार ने अदालत को बताया कि किसान नेता जगजीत सिंह डाल्लेवाल, जो विभिन्न मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर थे, ने आज सुबह पानी स्वीकार किया और अपनी भूख हड़ताल तोड़ी। judge सूर्यकांत और judge एन. कोटिस्वर सिंह की बेंच ने डाल्लेवाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह एक वास्तविक किसान नेता हैं जिनका कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है। पंजाब के महाधिवक्ता गुरमिंदर सिंह ने अदालत को बताया कि किसानों को शंभू बॉर्डर और खानाुरी बॉर्डर से हटा दिया गया है और सभी अवरुद्ध सड़कें और राजमार्ग खोल दिए गए हैं।
New Delhi: सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने शुक्रवार को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से भारतीय सेना और वायु सेना के लिए 62,000 करोड़ रुपये से अधिक के 156 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर खरीदने के अब तक के सबसे बड़े सौदे को अपनी मंजूरी दे दी । यह हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के लिए अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर होगा और हेलिकॉप्टरों का निर्माण कर्नाटक के बेंगलुरु और तुमकुर स्थित उनके संयंत्रों में किया जाएगा। रक्षा सूत्रों ने एएनआई को बताया, " 156 हेलिकॉप्टरों को चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर संचालन के लिए भारतीय सेना (90) और भारतीय वायु सेना के बीच विभाजित किया जाएगा और यह देश के भीतर रोजगार सृजन और एयरोस्पेस पारिस्थितिकी तंत्र का विस्तार करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।" हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को पिछले साल जून में 156 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) के लिए निविदा मिली थी । उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना इस संयुक्त खरीद के लिए प्रमुख एजेंसी है। LCH, जिसे प्रचंड के रूप में भी जाना जाता है, दुनिया का एकमात्र हमला हेलीकॉप्टर है जो 5,000 मीटर (16,400 फीट) की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है, जो इसे सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में संचालित करने के लिए आदर्श बनाता है । प्रचंड हवा से जमीन और हवा से हवा में मिसाइलों की एक श्रृंखला को फायर करने में भी सक्षम है और दुश्मन के हवाई रक्षा अभियानों को नष्ट कर सकता है । सरकार ने 83 लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट समेत स्वदेशी रक्षा प्रणालियों के लिए सबसे बड़ा ऑर्डर दिया है और 97 और ऑर्डर देने की प्रक्रिया में है जिसके लिए बातचीत पूरी हो चुकी है। सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने हाल ही में 307 ATAGS हॉवित्जर के सौदे को मंजूरी दी है और इस सौदे पर इस सप्ताह बुधवार को हस्ताक्षर होने वाले हैं। 7,000 करोड़ रुपये का यह सौदा भारत फोर्ज और टाटा समूह सहित दो कंपनियों के बीच विभाजित है।
New Delhi: दिल्ली के त्रिलोकपुरी से भाजपा विधायक रविकांत ने 30 मार्च से शुरू होने वाले चैत्र नवरात्रि की अवधि के लिए पूर्वी दिल्ली में मीट की दुकानों को बंद रखने का आग्रह किया है । पूर्वी जिले के शास्त्री नगर के जिला मजिस्ट्रेट को लिखे पत्र में कांत ने अनुरोध किया कि पवित्रता बनाए रखने और दिल्ली भर में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए नौ दिवसीय उत्सव के दौरान मीट की दुकानें बंद रखी जाएं। अपने पत्र में उन्होंने लिखा, "अनुरोध है कि नवरात्रि के दौरान दिल्ली भर में सफाई सुनिश्चित करने के साथ-साथ मीट की दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। कोई पशु वध नहीं होना चाहिए ताकि पवित्रता बनी रहे।" उन्होंने 30 मार्च से शुरू होने वाले आगामी चैत्र नवरात्रि और हिंदू नववर्ष समारोह के महत्व पर भी प्रकाश डाला । अपने पत्र में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संपूर्ण सनातन हिंदू समुदाय, देवी दुर्गा के भक्त इन नौ दिनों को भक्ति, उपवास और श्रद्धा के साथ मनाते हैं। पत्र में कहा गया है, "सनातन समाज मां दुर्गा का परम भक्त है और आगामी 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरू हो रही है। हिंदू समाज इन नौ दिनों को पूजा-अर्चना और उपवास के साथ पवित्र पर्व के रूप में बड़ी श्रद्धा के साथ नवरात्रि के रूप में मनाता है। खास बात यह है कि इसी दिन हिंदू नववर्ष भी शुरू होता है। सनातन समाज के लिए ये सबसे पवित्र दिन हैं और इसलिए हिंदू समाज अपनी पवित्रता को बनाए रखने के साथ-साथ घरों, बाहर और मंदिरों में साफ-सफाई सुनिश्चित करके अपनी पवित्रता बनाए रखने का विशेष ध्यान रखता है।" इसके अलावा, कांत ने उल्लेख किया कि 6 अप्रैल को भगवान राम की जयंती है, जो चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। इस अवसर को संपूर्ण सनातन समुदाय भी पूजता है। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया, "6 अप्रैल को, पूरे सनातन समुदाय के पूज्य देवता भगवान राम की जयंती मनाई जाती है, जो चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पड़ती है।" 2025 में चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होगी। नवरात्रि, जिसका संस्कृत में अर्थ है 'नौ रातें', देवी दुर्गा और उनके नौ अवतारों की पूजा के लिए समर्पित है, जिन्हें नवदुर्गा के रूप में जाना जाता है।
New Delhi। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता जहां ‘व्यापार के नजरिए से अच्छा’ है, वहीं चीन के साथ अच्छे संबंध हमारे ‘आपसी हित’ में हैं। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने बुधवार को यहां एक वार्ता के दौरान अमेरिका और चीन के साथ भारत के बेहतर संबंधों की वकालत की। एशिया सोसायटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट (एएसपीआई) और एशिया सोसायटी इंडिया सेंटर द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए जयशंकर ने यह टिप्पणी की। विदेश मंत्री ने चर्चा का संचालन कर रही एशिया सोसायटी की अध्यक्ष एवं सीईओ क्यूंग-व्हा कांग के साथ वार्ता के दौरान कहा अमेरिका के साथ व्यापार समझौता वैचारिक रूप से नया नहीं है। इस समय बहुत सक्रिय और गहन व्यापार चर्चा चल रही है। विदेश मंत्रालय के अनुसार जयशंकर ने कहा यह संभावना है कि भारत, जिसने 2025-26 के केंद्रीय बजट में बोरबॉन व्हिस्की और इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे कुछ उत्पादों पर पहले ही शुल्क में कटौती कर दी है, समय सीमा से पहले और भी शुल्क में कटौती करेगा। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा वस्तु निर्यात बाजार है। विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले महीने पीएम नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई चर्चाओं से संकेत मिलता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति भारत के साथ रक्षा और ऊर्जा दोनों संबंधों को गहरा करने के लिए उत्सुक हैं। भारत-अमेरिका संबंधों पर चर्चा के बाद, जयशंकर ने बताया कि नई दिल्ली और बीजिंग के बीच सकारात्मक संबंध कैसे पारस्परिक रूप से लाभकारी होंगे। उन्होंने कहा मतभेद विवाद नहीं बनने चाहिए और प्रतिस्पर्धा संघर्ष नहीं बननी चाहिए। हम कई मुद्दों पर अलग-अलग और प्रतिस्पर्धा में हो सकते हैं, लेकिन क्योंकि हम प्रतिस्पर्धा करते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि हमारे बीच संघर्ष होना चाहिए। हम इस बारे में बहुत यथार्थवादी हैं। अभी हमें लगता है कि पिछले साल अक्टूबर से संबंधों में कुछ सुधार हुआ है। हम इसके विभिन्न पहलुओं पर काम कर रहे हैं। हम वास्तव में
कांकेर। कांकेर जिले के छोटेबेटिया थाना क्षेत्र के कुरुषनार जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 4 नक्सली मारे गए थे। इनमें से 2 नक्सलियों की पहचान होने पर उनके शव परिजनों को सौंप दिए गए। एक महिला नक्सली की पहचान 2 दिन बाद हुई और उसका शव भी परिजनों को दे दिया गया। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी एक पुरुष नक्सली की पहचान नहीं हो पाई। फ्रीजर में रखा शव खराब होने लगा था। कोतवाली पुलिस ने जनसहयोग संस्था के संचालक अजय पप्पू मोटवानी से संपर्क किया। नायब तहसीलदार की मौजूदगी में विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया गया। जनसहयोग संस्था के संचालक मोटवानी ने कहा कि मृत्यु के बाद सभी शरीर एक जैसे होते हैं। कोई भेदभाव नहीं रहता। उन्होंने बताया कि वे बिना किसी भेदभाव के यह कार्य करते हैं। संस्था 2013-14 से लावारिस नक्सलियों का अंतिम संस्कार कर रही है। अब तक कांकेर जिले में मारे गए लगभग 20 नक्सलियों का अंतिम संस्कार कर चुकी है। पुलिस ने मृत नक्सली की पहचान के लिए छत्तीसगढ़ के सभी थानों में जानकारी भेजी, लेकिन कोई परिजन सामने नहीं आया। नक्सलियों के परिजन आमतौर पर शव लेने आते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। संस्था के संचालक ने बताया कि अब तक जिले में 154 शव का अंतिम संस्कार किया जा चुका है। आज 155वां शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। इस पूरे अंतिम संस्कार कार्यक्रम में बल्लू राम यादव, करण नेताम, सागर देव, आशुतोष देव, सागर गोस्वामी, अभिषेक नागवंशी, जितेंद्र पाठक, प्रभु सलाम, नायाब तहसीलदार दुर्गावती कुजूर, प्रधान आरक्षक सत्य प्रकाश सिंह, राकेश ध्रुव, पर्वत पोया शामिल हुए।
रायगढ़। वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने पुसौर विकासखंड में 1.50 करोड़ की लागत से बनने वाले दो हाई स्कूल भवनों का भूमिपूजन किया। ये स्कूल ग्राम गढ़उमरिया और सोड़ेकेला में बनाए जाएंगे। भूमिपूजन के अवसर पर वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी ने कहा कि यह अत्यंत हर्ष की बात है कि अब यहां हाईस्कूल भवन का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। यह स्कूल भवन अंचल के बच्चों के अनगिनत सपनों की बुनियाद बनेगा। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ ठेकेदारों को निर्देशित किया कि निर्माण अच्छी गुणवत्ता के साथ तय समय-सीमा में पूरा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि यह निर्माण बच्चों से जुड़ा है। इसमें गुणवत्ता सबसे अच्छी होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश में विकासमूलक कार्यों के विस्तार के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल 31 सौ रूपये की दर से किया गया। अंतर की राशि भी एक मुश्त जारी की गई। पिछले सवा साल में 1 लाख करोड़ रुपए किसान भाइयों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से दिया गया है। दो साल के बकाए बोनस का भुगतान 3 हजार सात सौ करोड़ रुपए किया गया। महतारी वंदन योजना से 70 लाख महिलाओं को 1 हजार रुपए की सहायता राशि दी जा रही है। पहली कैबिनेट में प्रदेश में 18 लाख आवास निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई। आवास निर्माण के लिए राशि जारी होने के बाद अब लोग अपने मकान के निर्माण पूरा कर रहे हैं, उनके पक्के घर का सपना पूरा हो रहा है। साथ ही भूमिहीन मजदूरों की चिंता करते हुए दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना का शुभारंभ भी किया है। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि प्रदेश विकास कार्यों को नयी ऊंचाई देने के लिए पूरे समर्पण के साथ कार्य करने के लिए हम संकल्पित हैं। इस अवसर पर पूर्व विधायक विजय अग्रवाल, जनपद पंचायत पुसौर अध्यक्ष हेमलता चौहान, जिला पंचायत सदस्य भाग्यवती डोलनारायण नायक, नगर पंचायत पुसौर अध्यक्ष मोहित सतपथी, उपाध्यक्ष उमेश साव, जैमिनी गुप्ता, संदीप पंडा, सरपंच पूरनचंद गुप्ता, सरपंच रवि गुप्ता, सरपंच खितेश्वर प्रधान, डोल नारायण नायक, विलिस गुप्ता, अरूण कातोरे, हिमांशु चौहान, घनश्याम डनसेना सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण जन उपस्थित रहे। 75-75 लाख रुपए से बनेंगे गढ़ उमरिया और सोड़ेकला में स्कूल भवन गढ़उमरिया और सोडेकला में 75-75 लाख रुपए की लागत से भवन तैयार किए जाएंगे। इसमें यहां भूतल में प्राचार्य कक्ष, कार्यालय कक्ष, तीन क्लास रूम और प्रथम तल में कार्यालय कक्ष, दो प्रयोगशाला कक्ष बनाए जाएंगे। दोनों तलों में दो छात्र एवं छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय का निर्माण होगा। मेरिट में स्थान बनाने वाली छात्रा को 25 हजार रुपए सहायता राशि देने की घोषणा की वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी ने गढ़ उमरिया की छात्रा ज्योति मेहर, जिन्होंने छत्तीसगढ़ की 10 वीं की मेरिट सूची में नौंवा स्थान हासिल किया था, उसे उच्च शिक्षा के लिए 25 हजार रूपए स्वेच्छानुदान से सहायता राशि देने की घोषणा की। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि मेहनत और लगन से परीक्षा की तैयारी करें। उन्होंने कहा कि आगामी परीक्षा परिणामों में मेरिट में स्थान बनाने वाले छात्रों को भी सहयोग राशि प्रदान की जाएगी।
नई दिल्ली/रायपुर। छत्तीसगढ़ के विकास और सड़क अवसंरचना को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने रायपुर समेत पूरे राज्य में सड़क निर्माण और मरम्मत से जुड़े कई महत्वपूर्ण लंबित प्रकरणों पर विस्तार से चर्चा की और इनके शीघ्र निराकरण हेतु आवश्यक कार्यवाही की मांग की। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि पूर्व में इन विषयों को लेकर संबंधित मंत्रालय को पत्राचार किया गया था, किंतु अब तक अपेक्षित कार्यवाही नहीं होने के कारण उन्होंने पुनः इन मुद्दों को माननीय मंत्री के समक्ष रखा। उन्होंने आग्रह किया कि इन लंबित विषयों पर प्राथमिकता के आधार पर निर्णय लिया जाए, जिससे आमजन को सुगम यातायात की सुविधा मिल सके। लंबित मुद्दों पर सांसद ने रखा ध्यान: सांसद बृजमोहन ने जिन लंबित मुद्दों पर नितिन गडकरी से चर्चा की उनमें 1. राष्ट्रीय राजमार्ग-200 (सिमगा-लिमतरा-सरगांव-बिलासपुर) के लिमतरा बाईपास मार्ग में सर्विस रोड निर्माण 2. रायपुर रिंग रोड-1 (एन.एच. 53) के सर्विस रोड को 5 मीटर से बढ़ाकर 11 मीटर करने हेतु आवश्यक कार्यवाही 3. राष्ट्रीय राजमार्ग-30 (शदाणी दरबार) एवं एक्सप्रेस हाईवे के जंक्शन पर ग्रेड सेपरेटर निर्माण 4. भारतमाला प्रोजेक्ट के अंतर्गत रायपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे पर अभनपुर-राजिम-गरियाबंद राष्ट्रीय राजमार्ग क्रॉसिंग पर इंटरचेंज सुविधा उपलब्ध कराना 5. रायपुर-दुर्ग एन.एच. 53 मुख्य मार्ग एवं सर्विस रोड का नवीनीकरण 6. रायपुर रेलवे स्टेशन से राष्ट्रीय राजमार्ग-30 जंक्शन तक निर्मित एक्सप्रेस हाईवे को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को सौंपने की प्रक्रिया 7. नागपुर-गोंदिया-बिरसी एयरपोर्ट (रावणबाड़ी) के लिए प्रस्तावित समृद्धि एक्सप्रेसवे का विस्तार 8. राष्ट्रीय राजमार्ग-30 (कमल विहार) के जंक्शन पर ग्रेड सेपरेटर निर्माण 9. रायपुर-विशाखापत्तनम 4/6 लेन राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण हेतु भू-अर्जन मुआवजा प्रकरण का शीघ्र समाधान मुख्य है। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सड़क अधोसंरचना के इन महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर शीघ्र निर्णय लेकर निर्माण कार्यों में तेजी लाई जानी चाहिए। उन्होंने केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी से अनुरोध किया कि यदि इन विषयों पर मंत्रालय द्वारा कोई कार्यवाही की गई हो तो उसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाए और यदि कोई निर्णय लंबित है तो आवश्यक निर्देश जारी कर इन्हें शीघ्र पूर्ण किया जाए। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से छत्तीसगढ़ में सड़क नेटवर्क को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा, जिससे राज्य के नागरिकों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी और आर्थिक विकास को गति मिलेगी।
New Delhi : आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने गुरुवार को भारत में कराधान प्रणाली को लेकर बढ़ती चिंताओं को संबोधित किया। जीवन चक्र में करों की व्यापक प्रकृति की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए , चड्ढा ने इस बात पर आलोचनात्मक रूप से प्रकाश डाला कि कैसे नागरिकों पर उनके जन्म से लेकर उनके निधन तक कर लगाया जाता है। राज्यसभा में चर्चा के दौरान बोलते हुए , राघव चड्ढा ने नागरिकों को उनके योगदान के बदले में मिलने वाले मूल्य पर सवाल उठाया, जिसमें यह भी शामिल है कि क्या उन्हें विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा या बुनियादी ढाँचे से लाभ मिलता है। उन्होंने कहा, "जीवन में केवल दो चीजें निश्चित हैं: मृत्यु और कर। जिस क्षण आप पैदा होते हैं, उस क्षण से लेकर उस क्षण तक जब आपका परिवार आपकी मृत्यु पर शोक मनाता है, सरकार हर कदम पर आपकी मदद करने के लिए नहीं बल्कि आप पर कर लगाने के लिए मौजूद रहती है।" चड्ढा ने कहा, "पहला चरण, जन्म का चरण। बच्चे की आंखें खुलने से पहले ही उसे दिए जाने वाले टीके पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगता है ।
अगर अस्पताल के कमरे का किराया 5,000 से ज़्यादा है, तो 5 प्रतिशत जीएसटी लगता है। शिशु की देखभाल की चीज़ों पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगता है और अगर माता-पिता बच्चे के जन्म के बाद मिठाई बांटते हैं, तो भी उस पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगता है ।" उन्होंने दूसरे चरण का ज़िक्र किया- बचपन, जहां बच्चे के खाने पर 12-18 प्रतिशत जीएसटी लगता है । उन्होंने कहा, "डायपर पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगता है और खिलौनों पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगता है । जब बच्चे का पहला बाल कटता है, जिसे हम 'मुंडन' कहते हैं, तो उस सेवा पर भी 18 प्रतिशत जीएसटी लगता है । फ़ोटोग्राफ़ी सेवाओं पर भी 18 प्रतिशत जीएसटी लगता है ।" उन्होंने कहा, "जब बच्चा स्कूल जाना शुरू करता है, तो यूनिफॉर्म, जूते, लंच बॉक्स आदि पर जीएसटी लगाया जाता है।
नोटबुक पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगता है , स्टेशनरी आइटम पर 18 प्रतिशत और अगर बच्चा किसी अतिरिक्त गतिविधि में भाग लेना चाहता है, तो उस पर भी 18 प्रतिशत जीएसटी लगता है। " आप सांसद ने तीसरे चरण यानी किशोरावस्था का जिक्र किया। "इस उम्र में लोग अपना पहला स्मार्टफोन खरीदते हैं और उस पर भी टैक्स लगता है। अगर फोन आयातित है तो उस पर भी आयात शुल्क लगता है। फिर जब वे फोन रिचार्ज करते हैं तो उस पर भी टैक्स लगता है, साथ ही इंटरनेट कनेक्शन, नेटफ्लिक्स, स्पॉटिफाई या गेम सब्सक्रिप्शन पर भी टैक्स लगता है। अगर वे दोस्तों के साथ मूवी देखने जाते हैं तो टिकट पर जीएसटी लगता है और यहां तक कि नमकीन कारमेल पॉपकॉर्न पर भी जीएसटी लगता है। जब वे 18 साल की उम्र के बाद अपनी पहली बाइक या स्कूटर खरीदते हैं तो उस पर भी जीएसटी लगता है," राघव चड्ढा ने चौथे चरण- उच्च शिक्षा का जिक्र किया। " इस चरण में अगर आप किसी निजी कॉलेज में पढ़ रहे हैं तो ट्यूशन फीस पर जीएसटी लगता है। अगर आप हॉस्टल या पीजी में रहते हैं तो उस पर भी जीएसटी लगता है और यहां तक कि स्टूडेंट लोन प्रोसेसिंग फीस पर भी जीएसटी लगता है," उन्होंने कहा। जीवन के पांचवें चरण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा।आप सांसद ने कहा कि यह वह समय है जब व्यक्ति अपना करियर शुरू करता है। "यह प्रत्यक्ष करों का स्वर्णिम काल है ।
आय स्लैब के अनुसार टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) काटा जाता है, और फिर आयकर एकत्र किया जाता है। जब उन्हें अपना पहला वेतन मिलता है और वे अपने परिवार को खाने के लिए बाहर ले जाते हैं, तो भी सरकार उस पर कर लगाती है। यहां तक कि स्वास्थ्य और जीवन बीमा के प्रीमियम पर भी कर लगता है," चड्ढा ने कहा। राघव चड्ढा ने छठे चरण का उल्लेख किया - मध्य आयु, जब उनकी आय चरम पर होती है, और इसलिए उनका कर बोझ भी बढ़ता है। "जब उन्हें मूल्यांकन, पदोन्नति मिलती है, तो वे अपनी आय का एक बड़ा हिस्सा आयकर के रूप में देते हैं। जब वे कार खरीदते हैं, तो जीएसटी लगाया जाता है, साथ ही रोड टैक्स भी। जब वे ईंधन भरते हैं, तो वैट और उत्पाद शुल्क भी लगाया जाता है। अगर कोई अपना घर बनाता है, तो वे जमीन पर स्टांप ड्यूटी शुल्क देते हैं। फिर, निर्माण सामग्री पर जीएसटी लगाया जाता है। घर बनने के बाद, उन्हें सालाना संपत्ति कर और गृह कर देना पड़ता है," उन्होंने कहा। चड्ढा ने कहा, "सातवां चरण रिटायरमेंट का होता है, जब व्यक्ति शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहता है। हालांकि, इस चरण में भी सरकार पेंशन और ब्याज आय पर कर लगाती है । जब व्यक्ति बूढ़ा हो जाता है, तो स्वास्थ्य सेवा बिल और दवाओं पर जीएसटी लगाया जाता है। इस चरण में, यदि व्यक्ति अपने परिवार के लिए वसीयत लिखता है, तो उसे कानूनी फीस पर भी कर देना पड़ता है।" राघव चड्ढा ने आठवें चरण का उल्लेख किया- मृत्यु अवधि जब व्यक्ति का निधन हो जाता है। "इस चरण में भी जीएसटी लगाया जाता है। जब किसी की मृत्यु होती है, तो उनके अंतिम संस्कार के दौरान घी, चंदन, नारियल आदि जैसी वस्तुओं का उपयोग किया जाता है, और इन पर भी कर लगता है। मृत्यु समाचार प्रकाशित करने पर भी 5 प्रतिशत जीएसटी लगता है । मृत्यु के बाद, जब संपत्ति परिवार को हस्तांतरित की जाती है, तो सरकार म्यूटेशन पर शुल्क और उपकर एकत्र करती है। यह कराधान मॉडल का जीवन चक्र है," उन्होंने कहा।
मेरठ: मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड में नई-नई बातें निकलकर सामने आ रही हैं. भले ही हत्यारोपी मुस्कान और उसका प्रेमी साहिल जेल में बंद हैं, लेकिन उनके कारनामे लोगों को चौंका दे रहे हैं. इस बीच दोनों का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में मुस्कान साहिल के साथ डांस करते हुए दिखाई दे रही है. दोनों गले मिलते हुए, मौज मस्ती करते नजर आ रहे हैं. वहीं, आसपास मौजूद लोग उनकी हरकतों को देख रहे हैं. बताया जा रहा है कि 3-4 मार्च की रात को सौरभ का कत्ल करने के बाद दोनों ने 14 मार्च को हिमाचल प्रदेश में होली खेली थी. 45 सेकंड से अधिक के इस वीडियो में 'कातिल' मुस्कान होली पार्टी में डांस कर रही है. इस दौरान वह नशे में जान पड़ती है. क्योंकि, नाचते-नाचते वह एक जगह गिर जाती है. साहिल उसे संभालता है. हालांकि, साहिल भी लड़खड़ा रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को देखकर आशंका जताई जा रही है कि मुस्कान और साहिल पूरी तरह से नशे में धुत हैं. मुस्कान कभी प्रेमी साहिल की बाहों में लिपटती दिख रही है तो कभी डांस मूव्स दिखा रही है. साहिल भी मुस्कान की कंपनी को जमकर एन्जॉय कर रहा है उनके वीडियो पर यूजर्स का कहना है कि पति सौरभ राजपूत की निर्ममता से हत्या करने के बाद मुस्कान अपने प्रेमी साहिल के साथ कैसे बेशर्मी से डांस कर सकती है. कैसे वो इतनी बेफिक्री से होली पार्टी में मौज-मस्ती कर सकती है. फिलहाल, दोनों का वीडियो चर्चा का विषय बन गया है.
#हिमाचलप्रदेश के कसोल में साहिल और मुस्कान का होली सेलिब्रेशन में डांस करने का वीडियो वायरल , दोनों नशे में लग रहे है मुस्कान नाचने के दौरान गिर जाती है #HimachalPradesh #Meerut #MeerutCase pic.twitter.com/Eynh7cqlin
— DINESH SHARMA (@medineshsharma) March 25, 2025
रायपुर। छत्तीसगढ़ की पावन भूमि पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के आगमन को लेकर पूरे प्रदेश में उत्साह का माहौल है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि संघर्ष, संकल्प और सेवा की प्रतिमूर्ति राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन हैं और प्रथम आदिवासी राष्ट्रपति के रूप में देश का नेतृत्व कर रही हैं। राष्ट्रपति मुर्मु शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और आदिवासी कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। उनका छत्तीसगढ़ आगमन माता कौशल्या की पुण्यभूमि और भगवान श्रीराम के ननिहाल में एक ऐतिहासिक अवसर है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि उनकी उपस्थिति प्रदेशवासियों के लिए प्रेरणादायक होगी और छत्तीसगढ़ के विकास को नई ऊर्जा मिलेगी। छत्तीसगढ़ सरकार और जनता की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का हार्दिक स्वागत, वंदन एवं अभिनंदन किया जाएगा।
New Delhi: सफाई कर्मचारियों ने कहा है कि उन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के आधिकारिक आवास के पास जले हुए नोटों के टुकड़े मिले हैं , जो कथित तौर पर उनके आवास से बरामद नकदी के मामले में जांच का सामना कर रहे हैं। "हम इस मंडल में काम करते हैं। हम सड़कों से कूड़ा इकट्ठा करते हैं। हम 4-5 दिन पहले यहां सफाई कर रहे थे और कूड़ा इकट्ठा कर रहे थे, तभी हमें 500 रुपये के जले हुए नोट के कुछ छोटे टुकड़े मिले। हमें यह उसी दिन मिला था। अब, हमें 1-2 टुकड़े मिले हैं...हमें नहीं पता कि आग कहां लगी," सफाई कर्मचारी इंद्रजीत ने एएनआई को बताया। भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने शनिवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश शील नागू, हिमाचल प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश जीएस संधावालिया और कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति अनु शिवरामन की तीन सदस्यीय समिति गठित की, जो आरोपों की जांच करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस देवेंद्र कुमार उपाध्याय द्वारा हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा से जुड़े विवाद में दाखिल जांच रिपोर्ट जारी कर दी है । सुप्रीम कोर्ट की एक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। अपनी रिपोर्ट में दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ने कहा कि प्रथम दृष्टया उनका मानना है कि पूरे मामले की गहन जांच की जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस यशवंत वर्मा का जवाब भी जारी किया , जिन्होंने आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि यह स्पष्ट रूप से उन्हें फंसाने और बदनाम करने की साजिश प्रतीत होती है। जस्टिस वर्मा ने कहा कि उनके या उनके परिवार के किसी सदस्य द्वारा कभी भी उस स्टोररूम में कोई नकदी नहीं रखी गई थी और उन्होंने कहा कि वह इस बात की कड़ी निंदा करते हैं कि कथित नकदी उनकी थी। उन्होंने कहा कि जिस कमरे में आग लगी और जहां कथित तौर पर नकदी मिली वह एक आउटहाउस था न कि मुख्य भवन जहां जज और उनका परिवार रहता है । इसमें बातचीत, संदेश और डेटा शामिल थे, क्योंकि उनके इर्द-गिर्द विवाद लगातार सामने आ रहा था। न्यायमूर्ति वर्मा ने दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय को दिए गए बयान में नकदी बरामदगी की घटना में उन पर लगे आरोपों का खंडन किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जज के घर में आग लगने के कारण अनजाने में दमकलकर्मियों को नकदी बरामद हो गई। 14 मार्च को जज के घर में आग लगने पर सबसे पहले यह नकदी दमकलकर्मियों को मिली थी। जज अपने घर पर मौजूद नहीं थे।
नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर हाल में एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें एक व्यक्ति ट्रेन की पटरियों के बीच बुरी तरह फंसा हुआ दिख रहा है। वीडियो में आप देख सकते हैं कि शख्स की गर्दन पटरियों के बीच फंसी हुई है। शख्स नदी के ऊपर एक पुल पर बने रेलवे ट्रैक के बीच फंसा हुआ है। देखने से यह स्थिति काफी खतरनाक लग रही है, जिसे देखने वालों के रोंगटे खड़े हो जाएं। ऐसा लग रहा है जैसे शख्स की जान खतरे में है। लेकिन वीडियो में जैसा दिख रहा है, वैसा बिल्कुल भी नहीं है। वह लोगों को ऐसे खतरे की स्थिति में बचने का आइडिया बता सके। वीडियो में शख्स खुद को उस गैप में फंसाकर ऐसा दिखाने की कोशिश करता है जैसे किसी हादसे की वजह से वहां फंस गया हो। पर असल में, वह लोगों को ऐसी स्थिति में बच निकलने का उपाय बता रहा था। इस वायरल वीडियो को इंस्टाग्राम पर @train_yatra144 नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है। जिसे खबर लिखे जाने तक लाखों लोगों ने देखा और हजारों ने इसे लाइक किया है। वीडियो में जो सस्पेंस और थ्रील देखने को मिल रहा है, वह देख किसी का भी दिमाग हिल जाएगा। हालांकि वीडियो के अंत तक लोगों को पूरा माजरा समझ आ चुका था। ऐसे में लोग उस लड़के की एक्टिंग की खूब तारीफ करते दिखे। एक यूजर ने वीडियो पर कमेंट करते हुए लिखा- ओके कट!! बहुत अच्छी एक्टिंग, अब बाहर निकल आओ। दूसरे ने लिखा- भाई तू उधर पहुंचा कैसे? तीसरे ने लिखा- हादसे के दौरान ऐसी स्थिति ही नहीं होती। ट्रेन से नीचे गिरने के बाद आदमी कट जाता है।
New Delhi: राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( एनआईए ) ने 2024 के चंडीगढ़ ग्रेनेड हमला मामले में बब्बर खालसा इंटरनेशनल ( बीकेआई ) आतंकवादी संगठन के चार आतंकवादी गुर्गों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है , अधिकारियों ने रविवार को कहा। एनआईए की एक विज्ञप्ति के अनुसार , चंडीगढ़ में विशेष एनआईए अदालत के समक्ष दायर आरोप पत्र में पाकिस्तान स्थित नामित व्यक्तिगत आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा और यूएस-आधारित हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया शामिल हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि दोनों आतंकवादी हमले के पीछे प्राथमिक हैंडलर और साजिशकर्ता थे। उन्होंने ग्रेनेड हमले को अंजाम देने के लिए चंडीगढ़ में भारत स्थित ऑन-ग्राउंड ऑपरेटर्स को रसद सहायता, आतंकी फंड, हथियार और गोला-बारूद उपलब्ध कराया था। विज्ञप्ति के अनुसार, सितंबर 2024 के हमले का इरादा पंजाब पुलिस के एक सेवानिवृत्त अधिकारी को निशाना बनाना था | एजेंसी ने कहा, "जांच से पता चला है कि रिंडा ने हैप्पी पासिया के साथ मिलकर ग्रेनेड हमले के माध्यम से कानून प्रवर्तन अधिकारियों और आम जनता के बीच आतंक फैलाने की साजिश रची थी , जिसका उद्देश्य बीकेआई के आतंकवादी एजेंडे को बढ़ावा देना था। उन्होंने रोहन मसीह और विशाल मसीह नामक स्थानीय गुर्गों की भर्ती की थी, जिन्हें उनके सीधे निर्देशों के तहत हमले को अंजाम देने का काम सौंपा गया था।" जांच में पता चला कि रिंदा और हैप्पी ने अन्य आरोपियों रोहन मसीह और विशाल मसीह को ग्रेनेड फेंकने से पहले दो बार लक्ष्य की टोह लेने का निर्देश दिया था। विज्ञप्ति में कहा गया है, " आरसी-15/2024/ एनआईए /डीएलआई मामले में चंडीगढ़ की विशेष एनआईए अदालत के समक्ष दायर आरोपपत्र में , सभी चार आरोपियों पर हमले की योजना बनाने और उसका समर्थन करने में उनकी भूमिका के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए), विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और अन्य संबंधित प्रावधानों की कई धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।" मामले में जांच जारी है और एनआईए बीकेआई आतंकी समूह के अन्य सदस्यों का पता लगाने और भारत में इसके नेटवर्क को खत्म करने की कोशिश कर रही है। 14 मार्च की रात को अमृतसर के खंडवाला में ठाकुरद्वारा मंदिर में मोटरसाइकिल सवार दो नकाबपोश व्यक्ति एक वस्तु फेंकते हुए सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए थे, जिसके विस्फोटक होने का संदेह है।
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