नई दिल्ली: दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका मंजूर कर ली है। इस मामले में उन्हें मई 2022 में गिरफ्तार किया गया था। ED की दलील सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका का विरोध करते हुए ईडी ने अपनी तरफ मजबूत दलील पेश की. जांच एजेंसी ने दिल्ली के पूर्व मंत्री के आवेदन का विरोध करते हुए कहा था कि यदि सत्येंद्र जैन को रिहा किया गया तो वह गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं. ईडी का मामला साल 2017 में CBI की ओर से भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत सत्येंद्र जैन के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी से सामने आया है. ईडी ने शुरुआती छानबीन के बाद मामला दर्ज किया और फिर बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
Jharkhand Assembly Elections 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए के बीच सीट शेयरिंग की घोषणा कर दी है. झारखंड में NDA के अंदर बीजेपी- 68, आजसू-10, जेडीयू-2 और LJP (रामविलास) पार्टी 1 सीट पर चुनाव लड़ेगी. रांची के प्रदेश बीजेपी कार्यालय में शुक्रवार को बीजेपी और आजसू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीट शेयरिंग का ऐलान किया है.
बहराइच: बहराइच हिंसा के पांचों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इन सभी आरोपियों को सीजेएम प्रतिभा चौधरी के आवास पर पेश किया गया, जहां से सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इन सभी को गुरुवार को नानपारा क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था। आज सुबह इन सभी आरोपियों को दीवानी अदालत में पेश किया जाना था। लेकिन, सुरक्षा कारणों की वजह से इन्हें अदालत में पेश ना करते हुए सीधा सीजेएम आवास में पेश किया गया, जहां से सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बहराइच जिले के महाराजगंज इलाके में 13 अक्टूबर को हुई हिंसा में पांचों आरोपियों को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया था। इस एनकाउंटर में दो आरोपी घायल भी हुए थे। बहराइच एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि गिरफ्त में आए सभी आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे। लेकिन, उससे पहले ही इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इन्हीं की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिए हैं। पुलिस ने इनके पास से दो नाली बंदूक और अवैध हथियार भी बरामद किए थे। इससे पहले, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने बताया था कि 13 अक्टूबर को महाराजगंज में एक युवक की गोली मारकर हत्या करने के मामले में गुरुवार को बहराइच पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया। उनके नाम मोहम्मद फहीन (नामजद), मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू, मोहम्मद सरफराज (नामजद), अब्दुल हमीद (नामजद) और मोहम्मद अफजल हैं। बता दें, यूपी के बहराइच की महसी तहसील के महाराजगंज कस्बे में रविवार शाम को गाने को लेकर हुए विवाद के बाद दूसरे समुदाय के युवकों ने पथराव शुरू कर दिया था। इससे दुर्गा प्रतिमा खंडित होने पर पूजा समिति के सदस्यों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसी दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने रामगोपाल मिश्रा की हत्या कर दी। घटना के बाद पूरे जिले में हिंसा भड़क उठी। हालांकि, पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए हालात सामान्य बना दिए हैं।
बंगाणा। बंगाणा, उपमंडल बंगाणा में आत्मा प्रोजेक्ट विभाग द्वारा राष्ट्रीय महिला किसान दिवस के मौके कृषि विभाग के सौजन्य से प्राकृतिक खेती कुशल किसान योजना के तहत एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। एसडीएम बंगाणा सोनू गोयल विशेष अतिथि के रूप में पहुंचे। कार्यक्रम में मुख्यातिथि विवेक शर्मा का विभागीय अधिकारियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। विवेक शर्मा ने कहा कि आत्मा प्रोजेक्ट और प्राकृतिक खेती जैसी योजनाएं केंद्र सरकार की है। किसान आय वृद्धि और उनके दीर्घकालिक कल्याण के लिए प्रदेश सरकार कृतसंकल्प है। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए मुख्यमंत्री सुखबिंदर सिंह सुक्खू के सपने को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान’ योजना की धरातल पर शुरूआत की है। राज्य सरकार ने कृषि-बागवानी में रसायनों के प्रयोग को कम करने के लिए इस योजना के तहत प्राकृतिक खेती’ विधि को लागू किया है। विवेक शर्मा ने कहा कि वित्तीय प्रावधान के साथ शुरू की गई इस योजना ने किसान व बागवानों के व्यापक कल्याण एवं समृद्धि के लिए खेती की लागत को कम करने, आय को बढ़ाने, मानव एवं पर्यावरण पर रसायनिक खेती के बारे में उन्होंने जागरूक किया।
नई दिल्ली। असम के डिबालोंग स्टेशन के पास एक ट्रेन डिरेल हो गई है। डिबालोंग में लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस के 8 डिब्बे पटरी से उतर गए। हालांकि, रेलवे प्रवक्ता ने बताया कि ट्रेन डिरेल की वजह से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। यह दुर्घटना लुमडिंग डिवीजन के लुमडिंग-बदरपुर हिल सेक्शन में हुई। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी इस दुर्घटना की जानकारी अपने आधिकारिक सोशल हैंडल एक्स पर दी। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि आज सुबह अगरतला से रवाना हुई मुंबई जाने वाली लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस असम के डिबालोंग स्टेशन पर दोपहर करीब 3:55 बजे पटरी से उतर गई। सीपीआरओ, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने कहा कि अगरतला से आज सुबह रवाना हुई 2520 अगरतला-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस लुमडिंग डिवीजन के अंतर्गत डिबालोंग स्टेशन पर लुमडिंग-बदरपुर हिल सेक्शन में लगभग 15-55 बजे पटरी से उतर गई। ट्रेन के पावर कार और इंजन सहित 8 डिब्बे पटरी से उतर गए। हालांकि, किसी के हताहत होने या गंभीर रूप से घायल होने की सूचना नहीं है। दुर्घटना राहत ट्रेन और दुर्घटना राहत चिकित्सा ट्रेन बचाव और बहाली कार्यों की निगरानी के लिए डिवीजन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लुमडिंग से घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी है। लुमडिंग-बदरपुर सिंगल लाइन सेक्शन पर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, दुर्घटना राहत ट्रेन और दुर्घटना राहत चिकित्सा ट्रेन बचाव और बहाली कार्यों की निगरानी के लिए डिवीजन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लुमडिंग से घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। सीपीआरओ ने बताया कि लुमडिंग-बदरपुर सिंगल लाइन सेक्शन पर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है। इसके साथ ही हेल्पलाइन नंबर 03674 263120, 03674 263126 जारी कर दिया गया है।
नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. तमन्ना को ईडी ED ने पूछताछ के लिए बुलाया था. गुवाहाटी के ED दफ्तर में तमन्ना भाटिया से पूछताछ की है. रिपोर्ट के अनुसार तमन्ना को ईडी ने महादेव ऑनलाइन गेमिंग एप पर इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल मैचों को अवैध रूप से देखने को बढ़ावा देने के आरोप में तलब किया गया था. तमन्ना भाटिया ने महादेव बेटिंग एप में IPL देखने के लिए प्रमोट किया था. एक्ट्रेस बीते दिनों फिल्म स्त्री 2 की वजह से सुखिर्यों में थीं, जिसमें उनका गाना आज की रात ट्रेंड में रहा था। तमन्ना दोपहर करीब डेढ़ बजे गुवाहाटी में ईडी के ऑफिस पहुंची थीं. एक्ट्रेस के साथ उनकी मां भी थीं। अभिनेत्री को कथित तौर पर फेयरप्ले सट्टेबाजी ऐप पर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच देखने के प्रमोशन करने के सिलसिले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। फेयरप्ले एप बेसिकली एक सट्टा लगानी वाली एप है जिसमें कई तरह के गेम्स हैं. फेयरप्ले महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप की ही एक सिस्टर एप्लिकेशन है, जो क्रिकेट, पोकर, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल कार्ड गेम और चांस गेम जैसे कई लाइव गेमों में अवैध सट्टेबाजी के लिए प्लेटफॉर्म देती है। एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया मुश्किल में पड़ती नजर आ रही हैं। उनका नाम महादेव बेटिंग ऐप मामले में सामने आया है और इसे लेकर ED (प्रवर्तन निदेशाल) ने एक्ट्रेस से पूछताछ की है। तमन्ना 17 अक्टूबर को गुवाहाटी में ईडी के सामने पेश हुईं और उनसे महादेव बैटिंग ऐप और ऑनलाइन गेमिंग को लेकर सवाल पूछे गए। तमन्ना पर आरोप है कि उन्होंने महादेव बैटिंग ऐप पर IPL मैचों को अवैध रूप से देखने को बढ़ावा दिया। इसी सिलसिले में ईडी ने एक्ट्रेस को तलब किया था।
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को फैसला सुनाया कि मेडिकल कोर्स में दाखिले के लिए केवल मानक विकलांगता पर विचार नहीं किया जाएगा । यह फैसला जस्टिस बीआर गवई, अरविंद कुमार और केवी विश्वनाथन की पीठ ने सुनाया। शीर्ष अदालत ने कहा कि केवल मानक विकलांगता का अस्तित्व एमबीबीएस कोर्स में प्रवेश से इनकार करने का कारण नहीं होगा । शीर्ष अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि उम्मीदवार की विकलांगता का आकलन करने वाले बोर्ड को स्पष्ट रूप से उल्लेख करना चाहिए कि उम्मीदवार की विकलांगता उसके कोर्स करने के रास्ते में आएगी या नहीं। सर्वोच्च न्यायालय का यह निर्देश एक भाषण और भाषा विकलांगता वाले उम्मीदवार द्वारा मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए दायर याचिका पर आया है । 18 सितंबर को, शीर्ष अदालत ने विकलांग उम्मीदवार को उस सीट पर प्रवेश देने का निर्देश दिया, जिसे इस न्यायालय द्वारा पारित आदेशों के अनुसार खाली रखने का निर्देश दिया गया था। याचिकाकर्ता को केवल भाषण और भाषा विकलांगता के प्रतिशत के आधार पर अयोग्य ठहराया गया है। प्रमाणन प्राधिकरण ने निष्कर्ष निकाला कि चूंकि 40 प्रतिशत से अधिक भाषण और भाषा विकलांगता वाले व्यक्ति मौजूदा विनियमन के अनुसार पात्र नहीं हैं, इसलिए याचिकाकर्ता अयोग्य है क्योंकि उसकी विकलांगता 44 प्रतिशत तक है।
Delhi: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए महाराष्ट्र के लिए एआईसीसी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक (विभागवार) और राज्य चुनाव वरिष्ठ समन्वयक नियुक्त किए हैं। पार्टी की एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार पार्टी नेता मुकुल वासनिक और अविनाश पांडे को राज्य चुनाव वरिष्ठ समन्वयक नियुक्त किया गया है। अशोक गहलोत और जी परमेश्वर मुंबई और कोंकण संभाग के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं। भूपेश बघेल, चरणजीत सिंह चन्नी और उमंग सिंघार विदर्भ के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं। सचिन पायलट और उत्तम कुमार रेड्डी मराठवाड़ा के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं । टीएस सिंहदेव और एमबी पाटिल पश्चिमी महाराष्ट्र के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं। सैयद नसीर हुसैन और डी अनसूया सीठक्का उत्तर महाराष्ट्र के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं । महाराष्ट्र कांग्रेस पार्टी की राज्य चुनाव समिति की बैठक सोमवार को मुंबई के तिलक भवन में हुई। बैठक में महाराष्ट्र के प्रभारी रमेश चेन्निथला, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट, विपक्षी नेता विजय वडेट्टीवार, पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव मुकुलजी वासनिक और गोवा प्रभारी माणिकराव ठाकरे मौजूद थे। यह बैठक हरियाणा में कांग्रेस की अप्रत्याशित हार के बाद हो रही है , जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 48 सीटें हासिल कीं, जबकि कांग्रेस को केवल 37 सीटें मिलीं। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा के लिए इस साल के अंत में चुनाव होंगे। भारत के चुनाव आयोग ने अभी तक चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं की है। आगामी विधानसभा चुनाव में दो गठबंधनों के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा। एक तरफ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन है, जिसमें शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (शरद पवार गुट) और कांग्रेस शामिल हैं , और दूसरी तरफ महा युति गठबंधन है, जिसमें भाजपा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) शामिल हैं। इससे पहले 13 अक्टूबर को शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने कहा था कि एमवीए महायुति के बाद अपने मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा करेगा। महायुति भाजपा, एनसीपी और शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) का गठबंधन है। दूसरी ओर एमवीए कांग्रेस , शिवसेना-यूबीटी (उद्धव ठाकरे का गुट) और एनसीपी-एसपी (शरद पवार का गुट) का गठबंधन है।
नई दिल्ली: 47 विधानसभा क्षेत्रों और 1 संसदीय क्षेत्र (वायनाड) के लिए 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे। उत्तराखंड में 1 विधानसभा क्षेत्र के लिए 20 नवंबर को उपचुनाव होंगे। महाराष्ट्र में 1 संसदीय क्षेत्र (नांदेड़) के लिए 20 नवंबर को उपचुनाव होंगे। मतगणना 23 नवंबर को होगी। महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव की तारीखों का हुआ ऐलान महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। महाराष्ट्र में एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा। झारखंड में दो चरणों में वोटिंग होगी। पहला राउंड 13 नवंबर को होगा, जबकि दूसरे चरण का मतदान 20 तारीख को होगा। उसी दिन महाराष्ट्र में भी वोटिंग होनी है। दोनों ही राज्यों के चुनाव नतीजे एक साथ ही 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। झारखंड के कई जिले नक्सल प्रभावित हैं और सुरक्षा की चिंताएं रहती हैं। इसी के चलते दो राउंड में मतदान कराने का फैसला लिया गया है। फिर भी यह बड़ा फैसला है क्योंकि 2019 में यहां 5 चरणों में मतदान कराया गया था। इन दोनों राज्यों के साथ ही 13 नवंबर को वायनाड लोकसभा सीट पर भी मतदान होगा। यह सीट राहुल गांधी के इस्तीफे से खाली हुई है। महाराष्ट्र में लोकसभा उपचुनाव भी होना है। इसके लिए भी 20 नवंबर को एक साथ ही मतदान कराया जाएगा। उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां 10 की बजाय कुल 9 विधानसभा सीटों पर ही उपचुनाव होगा। यूपी में अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव नहीं होगा। सभी 9 सीटों पर 13 नवंबर को मतदान करा लिया जाएगा और एक साथ ही 23 नवंबर को नतीजे आएंगे। कुल 47 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को मतदान कराया जाएगा। उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव 20 नवंबर को कराने का फैसला लिया गया है। महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 145 है। वहीं झारखंड में 81 सीटें हैं और बहुमत का नंबर 42 है। महाराष्ट्र में 26 नवंबर को मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। वहीं झारखंड में 5 जनवरी तक नई सरकार का गठन हो जाना चाहिए। चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विधानसभा के कार्यकाल को ध्यान में रखते हुए ही नवंबर में चुनाव कराने का फैसला लिया है। चुनाव आयुक्त ने कहा कि हम आदिवासी इलाकों और शहरों में स्लम में लोगों को प्रोत्साहित करेंगे कि वे मतदान के लिए ज्यादा से ज्यादा निकलें। लोकसभा चुनाव में हमने बस्तर में ऐसा प्रयास किया था और उसके अच्छे नतीजे आए थे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि झारखंड में कुल 2.6 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें महिलाओं की संख्या 1.6 करोड़ है, जबकि 1.3 करोड़ से ज्यादा पुरुष मतदाता हैं। इस तरह झारखंड में महिला वोटर्स की संख्या पुरुष मतदाताओं की तुलना में अधिक है। महाराष्ट्र में कुल 1 लाख 186 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे। महिलाओं के लिए अलग से बूथ भी बनेंगे। इसके अलावा बूथों पर बुजुर्ग एवं महिला वोटर्स को वेटिंग के दौरान आराम के लिए बैठने की व्यवस्था भी की जाएगी। आपराधिक प्रवृत्ति वाले उम्मीदवारों को तीन बार मीडिया में अपने बारे में जानकारी देनी होगी। इसके अलावा पार्टियों को भी बताना होगा कि आखिर उन्हें ही क्यों टिकट दिया जा रहा है। चुनाव आयुक्त ने कहा कि हर तरह से निष्पक्ष चुनाव पर फोकस रहेगा। किसी भी तरह के प्रलोभन पर नजर रहेगी। मनी, मसल पावर पर लगाम कसी जाएगी। इसके अलावा नशे आदि पर भी रोक लगाने का प्रयास रहेगा। चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार ने कहा कि हमने तय किया है कि किसी भी मतदाता को 2 किलोमीटर से ज्यादा का सफर वोटिंग के लिए न करना पड़े। महाराष्ट्र और झारखंड की सीमाओं पर भी कड़ी चौकसी रखी जाएगी ताकि दूसरे राज्यों से कैश, नशे आदि की तस्करी न होने पाए।
लोगों ने आरोप लगाया कि भगदड़ के दौरान दूसरे समुदाय के लोग रामगोपाल मिश्रा (24) को घसीट कर घर में ले गए। वहां उसकी बर्बरता के साथ पिटाई करते हुए पैर के नाखून उखाड़ लिए और उसे गोलियां मार दीं। गंभीर रूप से घायल राजन सहित 12 लोगों का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
नई दिल्ली: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने रविवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या पर दुख व्यक्त किया और कहा कि उनकी संवेदना एनसीपी नेता के परिवार और प्रियजनों के साथ है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजीत पवार के गुट के नेता सिद्दीकी को बांद्रा के निर्मल नगर के पास गोली मार दी गई थी। बाद में शनिवार देर रात लीलावती अस्पताल में उनकी मौत हो गई। "बाबा सिद्दीकी साहब की हत्या के बारे में सुनकर स्तब्ध और दुखी हूं। यह जानकर स्तब्ध हूं कि वाई सुरक्षा होने के बावजूद दिनदहाड़े यह हुआ। मेरी संवेदना उनके परिवार और प्रियजनों के साथ है। अल्लाह तआला दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे, "मुफ्ती ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी एनसीपी नेता की हत्या पर दुख व्यक्त किया। कानून व्यवस्था को लेकर महाराष्ट्र सरकार की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, "बाबा सिद्दीकी का दुखद निधन चौंकाने वाला और दुखद है। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। यह भयावह घटना महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था के पूर्ण पतन को उजागर करती है। सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और न्याय की जीत होनी चाहिए।" महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को घोषणा की कि सिद्दीकी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, सिद्दीकी को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार दिया जाएगा क्योंकि उन्होंने 2004-2008 के दौरान महाराष्ट्र सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया और महाराष्ट्र आवास और क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भी रहे। इस बीच, मुंबई क्राइम ब्रांच ने हत्या के सिलसिले में निर्मल नगर पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता, आर्म्स एक्ट और महाराष्ट्र पुलिस एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
नई दिल्ली: कांग्रेस ने शनिवार को मोहन भागवत के वार्षिक विजयादशमी संबोधन के बाद आरएसएस पर निशाना साधा। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि संगठन देश को एकरूप बनाना चाहता है और कहा कि वह अपनी योजना में सफल नहीं होगा। नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विजयादशमी रैली को संबोधित करते हुए भागवत ने “सांस्कृतिक मार्क्सवादियों और जागरूक लोगों” की आलोचना की और उन पर शिक्षा और संस्कृति को कमजोर करने, संघर्ष को बढ़ावा देने और सामाजिक सामंजस्य को बाधित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत मजबूत हुआ है और दुनिया में उसकी साख बढ़ी है, लेकिन भयावह साजिशें देश के संकल्प की परीक्षा ले रही हैं। भागवत के संबोधन के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि आरएसएस प्रमुख बहुत भ्रमित लग रहे हैं और उन्हें आश्चर्य है कि क्या वह विविधता के पक्ष में हैं या इसके विरोध में। खेड़ा ने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा, “चाहे वह इसका विरोध करें या समर्थन करें, विविधता यहां है। वे इसे बदलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे इसे बदल नहीं सकते।” “वे इस देश को एकरूप बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने पीटीआई वीडियो से कहा, ‘एक राष्ट्र, एक नेता’, ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’, ‘एक राष्ट्र, एक भाषा’, ‘एक राष्ट्र, एक वस्त्र’, ‘एक राष्ट्र, एक भोजन’। उन्होंने कहा, ‘यह सब काम नहीं करेगा। ‘एक राष्ट्र, एक संगठन’ - मुझे खेद है, यह संगठन इस देश के अधिकांश हिस्सों में अप्रासंगिक है। धर्म पर भागवत की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर खेड़ा ने कहा, “मैं उनके विचारों पर टिप्पणी क्यों करूं? मेरा धर्म कहीं अधिक श्रेष्ठ है, इसे किसी विशेष संगठन या किसी विशेष व्यक्ति द्वारा अपहृत नहीं किया जा सकता। मुझे नहीं लगता कि किसी को मेरे धर्म का स्वयंभू ठेकेदार बनने का अधिकार है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजयादशमी भाषण पर कटाक्ष करते हुए, जिसमें उन्होंने सामाजिक और सांस्कृतिक सद्भाव पर जोर दिया, राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने पूछा कि उनकी टिप्पणियों को कौन सुन रहा है। शनिवार को अपने विजयादशमी भाषण के दौरान, भागवत ने कहा कि एक स्वस्थ और सक्षम समाज के लिए पहली शर्त समाज के विभिन्न वर्गों के बीच सामाजिक सद्भाव और आपसी सद्भावना है। उन्होंने आगे कहा कि यह कार्य केवल कुछ प्रतीकात्मक कार्यक्रमों के आयोजन से नहीं बल्कि व्यक्तिगत और पारिवारिक स्तर पर सौहार्द विकसित करने की पहल करके पूरा किया जा सकता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एक्स पर बात करते हुए कहा, "मोहन भागवत का विजयादशमी पर संदेश। सभी त्योहारों को एक साथ मनाया जाना चाहिए.. सभी प्रकार के लोगों के बीच दोस्त होने चाहिए... भाषा विविध हो सकती है, संस्कृतियाँ विविध हो सकती हैं, भोजन विविध हो सकता है लेकिन दोस्ती... उन्हें एक साथ लाएगी। कौन सुन रहा है? मोदी? अन्य?" विजयादशमी पर मोहन भागवत का संदेश इससे पहले, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी भागवत की टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि आरएसएस "उस पार्टी का समर्थन करता है जो देश में फूट डालना चाहती है"। भागवत ने कहा कि भारत का राष्ट्रीय जीवन सांस्कृतिक एकता की मजबूत नींव पर खड़ा है और देश का सामाजिक जीवन महान मूल्यों से प्रेरित और पोषित है। आरएसएस प्रमुख ने सांस्कृतिक परंपराओं के लिए "डीप स्टेट", "वोकिज्म" और "कल्चरल मार्क्सिस्ट" द्वारा उत्पन्न खतरों का उल्लेख करते हुए कहा कि मूल्यों और परंपराओं का विनाश इस समूह की कार्यप्रणाली का एक हिस्सा है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि ऐसे समूहों का पहला कदम समाज की संस्थाओं पर कब्जा करना है। भागवत ने कहा, "इन दिनों 'डीप स्टेट', 'वोकिज्म', 'कल्चरल मार्क्सिस्ट' जैसे शब्द चर्चा में हैं। दरअसल, ये सभी सांस्कृतिक परंपराओं के घोषित दुश्मन हैं। मूल्यों, परंपराओं और जो कुछ भी पुण्य और शुभ माना जाता है, उसका पूर्ण विनाश इस समूह की कार्यप्रणाली का हिस्सा है। इस कार्यप्रणाली का पहला चरण समाज की मानसिकता को आकार देने वाली प्रणालियों और संस्थानों को अपने प्रभाव में लाना है - उदाहरण के लिए, शिक्षा प्रणाली और शैक्षणिक संस्थान, मीडिया, बौद्धिक प्रवचन आदि, और उनके माध्यम से समाज के विचारों, मूल्यों और विश्वासों को नष्ट करना है।" आरएसएस प्रमुख ने बांग्लादेश का उदाहरण देते हुए हिंदुओं के बीच एकता का भी आह्वान किया, जहां उन्होंने कहा कि पहली बार हिंदू एकजुट हुए और अपनी रक्षा के लिए सड़कों पर उतरे। उन्होंने कहा कि जब तक क्रोध में आकर अत्याचार करने की यह कट्टरपंथी प्रकृति कायम रहेगी - न केवल हिंदू, बल्कि सभी अल्पसंख्यक खतरे में रहेंगे। भागवत ने कहा, "हमारे पड़ोसी बांग्लादेश में जो हुआ? इसके कुछ तात्कालिक कारण हो सकते हैं, लेकिन जो लोग चिंतित हैं, वे इस पर चर्चा करेंगे। लेकिन, उस अराजकता के कारण, हिंदुओं पर अत्याचार करने की परंपरा वहां दोहराई गई। पहली बार, हिंदू एकजुट हुए और अपनी रक्षा के लिए सड़कों पर उतरे। लेकिन, जब तक क्रोध से अत्याचार करने की यह कट्टरपंथी प्रकृति होगी - तब तक न केवल हिंदू, बल्कि सभी अल्पसंख्यक खतरे में होंगे। उन्हें पूरी दुनिया के हिंदुओं से मदद की ज़रूरत है। यह उनकी ज़रूरत है कि भारत सरकार उनकी मदद करे... कमज़ोर होना एक अपराध है। अगर हम कमज़ोर हैं, तो हम अत्याचार को आमंत्रित कर रहे हैं। हम जहाँ भी हैं, हमें एकजुट और सशक्त होने की ज़रूरत है।"
नई दिल्ली : बाबा सिद्दीकी की हत्या पर महाराष्ट्र राज्य सरकार पर विपक्ष द्वारा सवाल उठाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए , भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस तरह की बातों पर राजनीति करने का मतलब है कि व्यक्ति के पास संवेदनशील मुद्दों के प्रति गैर-गंभीर राजनीतिक दृष्टिकोण है। एएनआई से बात करते हुए, नकवी ने कहा "यदि आप ऐसी राजनीति करते हैं तो इसका मतलब है कि आपके पास संवेदनशील मुद्दों के प्रति गंभीर गैर-राजनीतिक दृष्टिकोण है। राज्य स रकार अपराध के पीछे के दोषियों को पकड़ेगी। किसी को भी इस पर राजनीति करने की जरूरत नहीं है, दुर्भाग्य से, कुछ लोग हर चीज पर राजनीति करते हैं। राज्य सरकार इस पर जांच कर रही है और किसी को भी इस पर चिंता करने की जरूरत नहीं है।" भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) के महासचिव तरुण चुघ ने रविवार को कहा कि इस तरह की स्थितियों को बदनाम करना और राजनीतिक लाभ के लिए डर फैलाना दुर्भाग्यपूर्ण है। एएनआई से बात करते हुए, चुघ ने कहा, "ऐसी स्थितियों को बदनाम करना और राजनीतिक लाभ के लिए भय फैलाना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह घटना अत्यंत निंदनीय है। जांच चल रही है और मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री और पूरा प्रशासन इस पर सख्त निगरानी रख रहा है। दो आरोपियों को रातों-रात अपराध में पकड़ लिया गया। दोषियों को निश्चित रूप से बख्शा नहीं जाएगा। मैं अपील करता हूं कि कृपया इस पर राजनीति न करें।" महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या पर दुख जताया है । गृह विभाग का प्रभार भी संभाल रहे फडणवीस ने कहा कि अदालत से आरोपियों की हिरासत मिलने के बाद पुलिस मीडिया को जानकारी देगी। फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा, "यह एक दुखद और गंभीर घटना है। बाबा सिद्दीकी से मेरी गहरी दोस्ती थी । इस तरह की घटना से हम सभी स्तब्ध हैं। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जांच जारी है। आरोपियों की हिरासत मिलने के बाद आज पुलिस ब्रीफिंग करेगी। जो थ्योरी आ रही है, वह आधिकारिक नहीं है। कुछ एंगल पर गौर किया जा रहा है और जांच चल रही है।" इस बीच, बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में एक ताजा घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने कहा कि सिद्दीकी पर कुल छह राउंड गोलियां चलाई गईं, जिनमें से तीन उन्हें लगीं। क्राइम ब्रांच ने यह भी बताया कि तीसरे आरोपी की पहचान कर ली गई है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इससे पहले, अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार, बाबा सिद्दीकी को सीने में दो गोलियां लगीं, जिसके बाद उन्हें आपातकालीन उपचार के लिए मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया।
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को डीएसपी के पद पर नियुक्त किया गया है. शुक्रवार (11 अक्टूबर) को तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीएसपी ) ने उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपा, जिससे उन्होंने आधिकारिक रूप से पुलिस उपाधीक्षक का कार्यभार संभाल लिया.
नवादा: बिहार के नवादा में नाबालिग साली के साथ दुष्कर्म के आरोप में पुलिस ने पीड़िता के बहनोई को गिरफ्तार कर लिया है। महिला थाने की पुलिस ने आरोपित को 09/10 अक्टूबर की देर रात हिसुआ थाना क्षेत्र के बुधौल गांव में छापेमारी कर दबोच लिया। गिरफ्तार 33 वर्षीय समित कुमार उर्फ सुमित विश्वकर्मा उर्फ श्याम कुमार हिसुआ के बुधौल गांव के भोला विश्वकर्मा उर्फ भोला मिस्त्री का बेटा बताया जाता है। उसने दो साल पहले अपनी साली के साथ रेप किया था। नाबालिग साली उसके बच्चे की मां बन चुकी है। वह अपने और बच्ची के भविष्य के लिए दर दर भटक रही है। जानकारी के मुताबिक आरोपी जीजा हिसुआ में मोबाइल दुकान का संचालक है। उसके दो बच्चे भी हैं। सुमित पर उसकी 17 वर्षीया साली के साथ दो वर्ष पूर्व दुष्कर्म करने का आरोप है। जिसके परिणाम स्वरूप पीड़िता एक बच्ची की मां बनी। वर्तमान में 22 माह की बच्ची अपनी मां के साथ रह रही है। महिला थानाध्यक्ष अंशु प्रभा के नेतृत्व में गिरफ्तारी के बाद आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बताया जाता है कि आरोपित ने पीड़िता के साथ दो वर्ष से अधिक समय पूर्व रिश्ते की आड़ में आरोपी जीजा ने जबरन दुष्कर्म किया। इसके बाद उसने कई बार उसका यौन शोषण किया। पीड़िता के साथ बार बार रेप किए जाने से वह प्रेग्नेंट हो गई। वह कई माह की गर्भवती हो गई तबद परिजनों को इस बात की जानकारी मिली। परिवार में यह बात खुली तो कोहराम मच गया। उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया लेकिन समय बीत जाने से कुछ नहीं हुआ।जान पर खतरे की आशंका के मद्देनजर पीड़िता मां बनी। इस बीच परिजनों द्वारा बच्ची के भरण-पोषण का अनुरोध आरोपित से किया गया। लेकिन उसने इसे स्वीकार नहीं किया। मजबूर होकर परिवार को पुलिस की शरण में जाना पड़ा।
थुनाग। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने अपने विधानसभा क्षेत्र के तहत बालीचौकी में कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपनी फि जूलखर्ची कम करने के बजाय जनता पर हर रोज़ नया टैक्स थोप रही है। बिना सोचे समझे ऐसे मनमाने फैसले लिए जा रहे हैं। जिससे इस पहाड़ी प्रदेश की पूरे देश में जग हसाई हो रही है। आज इनके आर्थिक कुप्रबंधन का खामियाजा हर उस वर्ग को झेलना पड़ रहा है, जो सरकार को टैक्स तो देता है, लेकिन उसके बदले सरकार उन्हें सहूलियतें देने के बजाय कई तरह के टैक्स लगाकर परेशान कर रही है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार की झूठी गारंटियों का मॉडल इनके राष्ट्रीय नेताओं ने हरियाणा में भी चलाने का प्रयास किया, लेकिन वहां की प्रबुद्ध जनता ने सिर्फ भाजपा पर विश्वास जताते हुए इनके मंसूबों पर जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जनता की नजऱ में खुद को अनजान बताते हुए प्रेस में जाकर सिर्फ झूठ ही बोलते हैं कि हमारी सरकार ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हरियाणा और जम्मू कश्मीर चुनाव के बीच मुख्यमंत्री ने जिस प्रकार झूठ बोलकर जनता को गुमराह किया है उसका खामियाजा कांग्रेस को दोनों राज्यों में उठाना पड़ा है। इनके राष्ट्रीय नेता हिमाचल मॉडल की बातें करते रहे और जनता ने भाजपा की नीतियों पर अपना भरोसा जताया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री द्वारा ट्रामा सेंटर में इलाज के शुभारंभ करने पर तंज कसते हुए कहा कि पूरे प्रोजेक्ट में बिना एक भी पैसा लगाए मुख्यमंत्री बार-बार फीता काट रहे हैं। एक ही ट्रामा सेंटर का सरकार द्वारा कितनी बार उद्घाटन किया जाएगा। पिछले साल नौ मार्च को भी मुख्यमंत्री द्वारा इसी ट्रामा सेंटर का उद्घाटन किया जा चुका है। जयराम ठाकुर ने कहा कि ट्रॉमा सेंटर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में केन्द्र सरकार द्वारा 12 करोड़ 60 लाख की आर्थिक सहायता की गई। कैंसर का अत्याधुनिक केंद्र के लिए भी केंद्र सरकार ने ही 56 करोड़ रुपए केंद्र सरकार द्वारा दिया।
नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली शिकस्त के बाद कांग्रेस में समीक्षा का दौर चल रहा है. हरियाणा की हार के बाद आज कांग्रेस नेतृत्व ने राज्य के नेताओं के संग पहली अहम बैठक की. यह बैठक पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई जिसमें नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए. बैठक में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष उदय भान, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रभारी दीपक बाबरिया, हरियाणा पर्यवेक्षक अशोक गहलोत, अजय माकन, प्रताप सिंह बाजवा को भी बुलाया गया था. सूत्रों के मुताबिक, बैठक के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव में नेताओं ने निजी हित को ऊपर रखा. राहुल गांधी ने कहा कि पूरे चुनाव में पार्टी का हित दूसरे नंबर पर रहा और नेताओं का हित हावी रहा. सूत्रों ने बताया कि चुनाव परिणामों की जांच के लिए एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई जाएगी, जिसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी. बैठक खत्म होने के बाद अजय माकन ने कहा कि नतीजे चौंकाने वाले और अप्रत्याशित हैं. उन्होंने कहा, 'आज हमने बैठक की और हरियाणा में हार के कारणों पर विचार किया. हम अपना विश्लेषण जारी रखेंगे... आगे क्या कार्रवाई होगी इसके बारे में केसी वेणुगोपाल आपको बाद में बताएंगे.'जानकारी के लिए बता दें कि कुमारी शैलजा, रणदीप सुरजेवाला, कैप्टन अजय यादव को बैठक में नहीं बुलाया गया था. इससे पहले राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में EVM में कथित खराबी के खिलाफ "शिकायत" दर्ज करने के प्रयास में चुनाव आयोग के साथ एक संभावित बैठक का संकेत दिया था. उन्होंने एक्स पर लिखा, हम हरियाणा के अप्रत्याशित नतीजे का विश्लेषण कर रहे हैं. अनेक विधानसभा क्षेत्रों से आ रही शिकायतों से चुनाव आयोग को सूचित कराएंगे. सभी हरियाणा वासियों को उनके समर्थन और हमारे बब्बर शेर कार्यकर्ताओं को उनके अथक परिश्रम के लिए दिल से धन्यवाद. हक का, सामाजिक और आर्थिक न्याय का, सच्चाई का यह संघर्ष जारी रखेंगे, आपकी आवाज बुलंद करते रहेंगे. बता दें कि बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में 90 में से 48 सीटों पर प्रचंड बहुमत हासिल की है. वहीं, दस साल से सत्ता में रही बीजेपी के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाने में नाकाम रही कांग्रेस 37 सीटें जीत पाई है. इसके अलावा इनेलो ने 2 सीटें जीतीं हैं. साथ ही निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल की है. हालांकि, उन्होंने बीजेपी को आलाकमान से मुलाकात के बाद समर्थन देने की घोषणा कर दी है.
देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है. भारत के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का निधन बुधवार की शाम को हो गया. उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली. रतन टाटा 86 साल के थे. पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब थी.
चतरा। झारखंड के चतरा जिले के गनियातोरी जंगल में बुधवार शाम को पुलिस और प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) के हथियारबंद दस्ते के बीच मुठभेड़ में कम से कम दो नक्सली मारे गए हैं। इनकी पहचान संगठन के सब जोनल कमांडर हरेंद्र गंझू और ईश्वर के रूप में हुई है। पुलिस ने मौके से एक नक्सली को गिरफ्तार भी किया है। एक एके-47 भी बरामद किया गया है। चतरा के एसपी विकास पांडेय ने दो नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि की है। बताया गया कि सदर थाना और वशिष्ठनगर जोरी थाना क्षेत्र के बॉर्डर पर स्थित गनियोतरी जंगल क्षेत्र में नक्सलियों के हथियारबंद दस्ते की गतिविधियों की सूचना पर चतरा सदर इलाके के एसडीपीओ संदीप सुमन की अगुवाई में पुलिस और सुरक्षा बल की टीम सर्च ऑपरेशन पर निकली थी। इसी बीच जंगल में छिपे नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी मोर्चा लेकर फायरिंग की। नक्सलियों के दस्ते की अगुवाई टीएसपीसी का सबजोनल कमांडर हरेंद्र गंझू कर रहा था। इसी साल फरवरी महीने में इसी थाना क्षेत्र के बैरियो जंगल में पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें दो जवान शहीद हो गए थे।
नई दिल्ली। लेबनान में इजरायली सेना का सैन्य अभियान जारी है. जमीन से लेकर आसमान तक इजरायली डिफेंस फोर्सेस के जवान हमले कर रहे हैं. मिसाइल, रॉकेट और ड्रोन से हमलों में सैकड़ों इमारतें तबाह हो चुकी हैं. यही वजह है कि बेरुत शहर से बड़ी संख्या लोगों का विस्थापन हुआ है. ऐसे में लोगों के घर खाली पड़े हैं. यहां के चोर इस बात का फायदा उठाकर लोगों के घरों में चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. पुलिस ने इन चोरों को सबक सिखाने के लिए एक अनोखा काम शुरू किया है। इसके तहत पुलिस चोरों को पकड़कर बिजली के पोल से उनके हाथ-पैर बांध दे रही है. पहले सार्वजनिक उनकी पिटाई की जा रही है. उसके बाद उनके गले में 'मैं चोर हूं' लिखी हुई तख्ती लटका दी जा रही है. इस तरह लेबनानी पुलिस चोरी की वारदात को रोकने का प्रयास कर रही है. वैसे यहां के शहरों में चोरों के कई गिरोह सक्रिय हैं. ये लोग आए दिन लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. खासकर खाली पड़े घर इनके निशाने पर होते हैं। जंग के माहौल में इन चोरों की चांदी हो गई है। उधर, हिज्बुल्लाह के खिलाफ इजरायली हमले तेज होते जा रहे हैं. बीती रात एक बार फिर इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरुत में एक के बाद एक तीन जोरदार विस्फोट किए. इसके बाद बेरुत के दक्षिणी उपनगरों में देर रात विस्फोट की तेज आवाज के साथ साथ आग की भयानक लपटें दिखाई दी. इन हमलों में इजरायली सेना हिज्बुल्लाह के सारे ठिकाने को एक-एक कर निशाना बना रही है. इजरायली सेना ने हिज्बुल्लाह के अंडरग्राउंड कमांड सेंटर को उड़ाने का दावा किया है। इस हममें 6 सीनियर कमांडर समेत 50 लड़ाके मारे गए है. इसके साथ ही इजरायली सीमा में आईडीएफ ने हिज्बुल्लाह के एक विस्फोटकों से भरे टनल को भी तबाह कर दिया. लेबनान में इस बड़े हमले के बाद इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने एक वीडियो जारी कर लेबनान के लोगों से अपने बच्चों के भविष्य के लिए अपने देश से हिज्बुल्लाह को खत्म करने का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि लेबनान के लोग अपने देश को हिज्बुल्लाह से मुक्त करें, ताकि युद्ध समाप्त हो सके। लेबनान पर हो रहे इन हमलों के बाद हिज्बुल्लाह कमजोर पड़ता दिख रहा है. खुद उसके कार्यवाहक प्रमुख नईम कासेम ने युद्धविराम की इच्छा जताई है. उन्होंने कहा है कि एक बार सीज़फायर हो जाए फिर बाकी चीज़ों पर चर्चा करेंगे. हालांकि कासेम ने साफ कर दिया है कि सीजफायर से पहले किसी भी मुद्दे पर बात नहीं होगी. इस बीच लेबनान और गाजा पर हो रहे हमलों से नाराज लोग आए दिन इजरायल के आम लोगों पर हमला कर रहे हैं. ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं. बुधवार को इजरायल के हदेरा शहर में चाकूबाजी की बड़ी घटना हुई. इसमें 6 लोग घायल हो गए, जिसमें दो लोगों की स्थिति गंभीर है. अच्छी बात ये रही कि पुलिस और सुरक्षा बलों ने समय रहते हमलावर को मार गिराया. लेबनान पर बीते दो हफ्तों के अंदर हुए इजरायली हमलों में 2100 लोगों की जान जा चुकी है. करीब 12 लाख लोगों को अपने घरों को छोड़ना पड़ा है. विस्थापित हो रहे लोग बेरुत से दूर लेबनान के दूसरों हिस्सों में जाकर शरण ले रहे हैं।
दिल्ली। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा चुनाव आयोग कार्यालय पहुंचे। हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के सिलसिले में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात करेगा।
अमरोहा: यूपी के अमरोहा की एसिड अटैक पीड़िता ने आखिरकार इलाज के दौरान मेरठ मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया। पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि रहरा थाना क्षेत्र के गांव पथरा मुस्तकम निवासी किसान की 14 वर्षीया बेटी कक्षा आठ की छात्रा थी। उसकी मंगलवार दोपहर लगभग 12 बजे मेरठ के लाला लाजपतराय मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। गौरतलब है कि सात अक्टूबर तड़के छात्रा को दो लोग अगवा कर जंगल में ले गए थे और उसके चेहरे पर ज्वलनशील पदार्थ फेंक दिया था। गंभीर हालत में छात्रा जैसे तैसे परिजनों तक पहुंची। पीड़िता के भाई ने घटना के बाद बयान में बताया था कि उसकी बहन का चेहरा व शरीर झुलसा हुआ और कपड़े फटे हुए थे। परिजन छात्रा को लेकर स्थानीय अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसके शरीर 60 फीसदी हिस्से की हालत नाज़ुक होने पर लाला लाजपतराय मेडिकल कॉलेज मेरठ रेफर कर दिया था। जहां इलाज के दौरान मंगलवार दोपहर लगभग 12 बजे उसकी मौत हो गई। छात्रा की मौत से परिजनों में आक्रोश है। परिजनों ने घटना से संबंधित तहरीर थाना रहरा को सोमवार को दे दी गई थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सोमवार सुबह लगभग साढ़े तीन बजे की यह घटना शाम 3.30 बजे प्रकाश में आई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करते हुए सर्विलांस टीम व डाग स्क्वायड टीम द्वारा घटनास्थल पर पहुंच कर साक्ष्य इकठ्ठा किए थे। पुलिस का दावा है कि गांव निवासी प्रेमपाल व उसके लड़के से रंजिश चली आ रही है। पुलिस उक्त वारदात को रंजिश से जोड़कर देख रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया गांव निवासी आरोपी प्रेमपाल व पुत्र जोगेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पिता-पुत्र समेत दोनों आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि नाबालिग छात्रा के चेहरे पर ज्वलनशील पदार्थ धोखे में डाल गया था।
फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले से एक्सीडेंट का दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है. जिसे देखकर आप भी डर जाएंगे. सीसीटीवी के मुताबिक सड़क के किनारे बैठे तीन लड़कों को तेज रफ्तार कार ने रौंदा था. जिससे एक लड़के की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि दो की हालत गंभीर है. घटना कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के कानपुर मार्ग पर पाल गेस्ट हाउस के निकट की बताई जा रही है. फिलहाल पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है. जानकारी के मुताबिक तीन लड़के रोज की तरह दौड़ने के लिए गए थे. तीनों दौड़ने के बाद थक गए थे. जिसके चलते सड़क के किनारे तीनों बैठ गए थे. इस दौरान आराम करते हुए वो आपस में बात भी कर रहे थे. लेकिन इसी बीच एक तेज रफ्तार कार आई और तीनों को कुचलते हुए निकल गई. जिससे एक लड़के की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि 2 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. इस दौरान सड़क के दूसरी तरफ मौजूद लोगों की जब नजर पड़ी तो तुरंत भागकर गए, लेकिन तब तक कार सवार भाग चुका था. स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना देकर घायल दोनों लड़कों को अस्पताल में भर्ती कराया है. वहीं, पुलिस मामले की जांच कर रही है. हालांकि, अभी कार चालक को गिरफ्तार नहीं किया गया है और न ही कार को बरामद किया गया है.
हरियाणा। हरियाणा में विधानसभा चुनाव की वोटिंग खत्म हो चुकी है। 8 अक्टूबर को पता चलेगा कि BJP यहां जीत की हैट्रिक पूरी करेगी या 10 साल बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी होगी। इन सवालों का जवाब जानने के लिए हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों तक पहुंचे। आम लोगों, पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स और सीनियर जर्नलिस्ट से बात करके हवा का रुख समझा। इस बातचीत से समझ आया कि हरियाणा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनेगी और वह अपने बलबूते सरकार भी बना सकती है। लगातार दो बार से सरकार बना रही BJP बहुमत के लिए जरूरी 46 सीटों के आंकड़े से दूर दिख रही है। पार्टी दूसरे नंबर पर रह सकती है। हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि 18 सीटें ऐसी हैं, जहां दोनों के बीच कड़ा मुकाबला है। BJP-कांग्रेस के अलावा बाकी पार्टियों में इनेलो-बसपा गठबंधन, जजपा-असपा गठबंधन, आम आदमी पार्टी कोई उलटफेर करते नजर नहीं आ रहे। हरियाणा के पॉलिटिकल एक्सपर्ट विजय सभरवाल कहते हैं, ‘मुझे नहीं लगता BJP इस बार जीत की हैट्रिक लगा पाएगी। पहली वजह ये है कि 2014 और 2019 में PM मोदी का नाम चला था, अब ऐसा नहीं है। किसानों को 13 महीने आंदोलन पर बैठना पड़ा। इससे रूरल एरिया में पार्टी के खिलाफ माहौल बना है। वहां लोग BJP को पसंद नहीं कर रहे हैं।' ‘दूसरी वजह मनोहर लाल खट्टर हैं। उन्होंने 10 साल तक दूसरे नेताओं को निपटाने की राजनीति की। जाट नेता निपटा दिए, अनिल विज को किनारे कर दिया। ये चीजें मैटर करती हैं। पुराने नेताओं को खत्म करने का नुकसान हुआ।
कांग्रेस से गए नेताओं की क्रेडिबिलिटी कम हो चुकी है।’ 'तीसरी वजह है नायब सैनी को आखिरी टाइम पर मुख्यमंत्री बनाना। इसका बहुत असर नहीं हुआ। उन्हें सैनी समाज का सपोर्ट जरूर है, लेकिन पूरा समाज कभी भी एक लीडर के सपोर्ट में नहीं होता। सैनी को पहले CM बना देते, तो शायद वे BJP को अच्छी स्थिति में ला सकते थे। कांग्रेस की बात करें तो कुमारी सैलजा कांग्रेस को ज्यादा डैमेज नहीं कर पाएंगी। रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी डैमेज कर सकते थे।' हरियाणा के पॉलिटिकल एक्सपर्ट धर्मेंद्र कंवारी कहते हैं, ‘कांग्रेस ऐसी पार्टी नहीं, जो प्लस-माइनस पॉइंट पर चलती हो। कांग्रेस ने पिछले 10 साल में ऐसा कुछ नहीं किया कि प्रदेश के लोग उस पर मेहरबान हो जाएं।’ ‘कांग्रेस की सरकार बनने की स्थिति इसलिए बन रही है क्योंकि BJP ने 10 साल में अच्छा काम नहीं किया। हरियाणा के लोगों ने तो 10 साल पहले इसी कांग्रेस को सत्ता से बाहर किया था। कांग्रेस को तीसरे दर्जे की पार्टी बना दिया था।’ ‘BJP के खराब काम का फायदा कांग्रेस को मिल रहा है। BJP का तो पूरा प्रचार सैलजा से शुरू होकर सैलजा पर खत्म हो गया।
BJP की रणनीति थी कि एससी वोट बैंक को हिला दें, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।’ ‘2019 में BJP ने 75 पार का नारा दिया था। तब लग रहा था वो सरकार बनाएगी और बनाई भी। यही माहौल कांग्रेस का है। 250 छोटे-बड़े नेता कांग्रेस में चले गए। इससे कांग्रेस अच्छी स्थिति में दिखाई दे रही है।’ ‘कांग्रेस में हुड्डा और सैलजा ऐसे फैक्टर हैं, जिनका कोई इलाज नहीं है। सैलजा के ऐसे बयान भी आए, लेकिन कांग्रेस से BJP में गए अशोक तंवर के पार्टी में वापस आने से यह मामला थम गया।’ कंवारी आगे कहते हैं, ‘2019 से 2024 का BJP का कार्यकाल करप्शन वाला रहा। फैमिली ID और प्रॉपर्टी ID ने हरियाणा में BJP को लोगों के बीच अनपॉपुलर बना दिया। लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपना मुख्यमंत्री बदला। पंजाबी चेहरे से OBC चेहरे पर आए। नायब सिंह सैनी को अभी हरियाणा का पता नहीं है। उन्हें जीत के लिए हेमा मालिनी को लाना पड़ रहा है।’ सीनियर जर्नलिस्ट कुमार मुकेश कहते हैं, ‘कांग्रेस हरियाणा में सरकार बनाते दिख रही है। इस बार BJP के लिए 2019 के मुकाबले ज्यादा एंटी इनकम्बेंसी है। किसान आंदोलन का काफी असर रहा। यही वजह है कि कांग्रेस रुझानों में आगे दिख रही है। मुझे लगता है कि रुझान सही रहने वाले हैं। ‘जहां तक रीजनल पार्टियों का सवाल है, तो मुझे लगता है जिस तरह लोकसभा चुनाव में लोगों ने BJP और कांग्रेस को ही वोट दिए, विधानसभा चुनाव में भी ऐसे ही वोटिंग हुई। रीजनल पार्टियों का असर नहीं रहा। एक बात और अहम है कि लोगों काे कांग्रेस से कोई ज्यादा प्रेम नहीं है।' ‘BJP ने जरूर कुमारी सैलजा के बहाने दलितों के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने की कोशिश की, मगर कुमारी सैलजा बाद में एक्टिव हो गईं और कांग्रेस के लिए प्रचार किया।’
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