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  • कौन हैं अवधेश प्रसाद, जिन्होंने भाजपा से छीन ली अयोध्या वाली सीट

    06-Jun-2024

    नई दिल्ली लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश में लगा है। रामनगरी अयोध्या वाली सीट भी भगवा पार्टी नहीं बचा सकी, जहां हाल ही में भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। नतीजे सामने आने के बाद फैजाबाद की इस सीट ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। भाजपा से इस सीट को छीनने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अवधेश प्रसाद सिंह की चर्चा हो रही है। वह दलित हैं और उन्होंने गैर-आरक्षित सीट से चुनाव जीता है। ऐसा करने वाले वह इकलौते नेता हैं। उन्होने भाजपा के दो बार के मौजूदा सांसद लल्लू सिंह को 54567 वोटों से हराया है।

     
    अवधेश प्रसाद को खुद को सिर्फ दलित नेता के रूप में पहचानना पसंद नहीं है, लेकिन हकीकत यही है कि उनकी पहचान सपा के दलित चेहरे के रूप में होती है। वह इससे पहले सात बार विधायक रह चुके हैं। पहली बार वह सांसद बने हैं।
     
    अवधेश प्रसाद ने लखनऊ विश्वविद्यालय से लॉ में स्नातक किया। वह महज 21 साल की उम्र से राजनीति में सक्रिय हैं। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के नेतृत्व वाले भारतीय क्रांति दल में भी वह रह चुके हैं। 1974 में अयोध्या जिले के सोहावल सीट से उन्होंने अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा।
     
    मां के निधन पर भी पैरोल नहीं
    आपातकाल के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। जेल में रहते हुए उनकी मां का निधन हो गया था। उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उन्हें पैरोल भी नहीं मिला था। जेल से निकलने के बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और पूरी तरह से राजनीति में उतर आए। 1981 में वह लोकदल और जनता पार्टी दोनों के महासचिव बने।
     
    पिता के अंतिम संस्कार में नहीं हुए शामिल
    अवधेश प्रसाद अपने पिता के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके। वह अमेठी में लोकसभा उपचुनाव के बाद हुई वोटों की गिनती में व्यस्त थे। राजीव गांधी ने अपने पहले चुनाव में लोकदल के शरद यादव को हराया था। अवधेश प्रसाद को चरण सिंह से सख्त निर्देश मिला था कि कि वे मतगणना कक्ष को न छोड़ें। सात दिनों तक वोटों की गिनती के दौरान वह अपने पिता के निधन की खबर सुनने के बावजूद मतगणना केंद्र पर ही डटे रहे।
     
    मुलायम के साथ सपा की स्थापना
    जब जनता पार्टी बिखर गई तो अवधेश प्रसाद ने मुलायम सिंह के साथ हो लिए। उनके साथ मिलकर 1992 में सपा की शुरुआत की। उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय सचिव और केंद्रीय संसदीय बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया गया था। बाद में उन्हें सपा के राष्ट्रीय महासचिव के पद पर प्रमोट किया गया। अभी भी वह इस पद पर बने हुए हैं।
     
    उन्होंने 1996 में अकबरपुर लोकसभा सीट से पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। यह सीट पहले फैजाबाद जिले में हुआ करती थी। विधानसभा चुनावों में किस्मत ने उनका खूब साथ दिया है। वह नौ बार लड़े हैं, जिनमें से सात बार सफलता मिली है।

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  • संसद से हटा दी अंबेडकर-गांधी की मूर्ति?

    06-Jun-2024

    देश आम आदमी पार्टी के नेता केंद्र सरकार से गंभीर सवाल पूछे हैं। एक वीडियो में आप नेता राजेंद्र पाल गौतम ने संसद से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की मूर्ति हटाए जाने पर सवाल उठाए हैं। राजेंद्र पाल गौतम ने अपने वीडियो में कहा, 'मुझे पता चला है कि करीब दो दिन पहले देश की संसद से बाबा साहेब अंबेडकर और महात्मा गांधी दोनों की मूर्ति वहां से हटा दी गई है। सरकार ने यह मूर्ति क्यों हटाई है? क्या नई संसद भवन में ले जा कर लगाने के लिए हटाई गई है या फिर किसी दुर्भावना से हटाई गई है? ये सरकार को तुरंत स्पष्ट करना चाहिए।'

     
    आप नेता ने आगे कहा, 'पूरे देश में यह खबर आग की तरह फैल रही है। ऐसा ना हो कि कही दुर्भावना की वजह से ऐसा किया गया है तो यह बहुत शर्मनाक है और पूरे देश में इसे संभालना मुश्किल होगा। अगर सिर्फ इसलिए हटाई गई है कि वहां से हटा कर नए संसद भवन में लगानी है तो फिर सरकार को तुरंत समाचार के माध्यम से देश को इसकी जानकारी देनी चाहिए।
     
    अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो कही ऐसा ना हो कि पूरे देश में नकारात्म संदेश जाए। इसलिए मैं केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, गृहमंत्री और लोकसभा स्पीकर से निवेदन करता हूं कि इसको जल्दी से जल्दी स्पष्ट कर दें। बाबा साहेब अंबेडकर और महात्मा गांधी की मूर्ति को अविलंब नई संसद के अंदर स्थापित किया जाए।

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  • खूब किया प्रचार, लगते नहीं बीमार; केजरीवाल की जमानत ठुकरा क्या-क्या बोले जज

    06-Jun-2024

    नई दिल्ली कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने से राउज ऐवेन्यू कोर्ट ने इनकार कर दिया। बुधवार को कोर्ट ने केजरीवाल की अपील यह कहते हुए खारिज कर दी कि चुनाव के दौरान उन्होंने खूब प्रचार किया और यह दिखाता है कि वह किसी गंभीर या जीवन संकट में डालने वाली बीमारी से ग्रस्त नहीं हैं। केजरीवाल ने कुछ जरूरी टेस्ट करवाने के लिए 7 दिन की मोहलत मांगी थी।

     
    लाइव लॉ की एक रिपोर्ट के मुताबिक स्पेशल जज कावेरी बवेजा ने कहा कि डायबिटीज या यहां तक कि टाइप-2 डायबिटीज को इतना गंभीर नहीं कहा जा सकता है कि वह दावे के मुताबिक राहत के हकदार हों।कोर्ट ने कहा कि किटोन लेवल और वजन में कमी के निर्धारण के लिए टेस्ट करवाने के लिए अंतरिम राहत का आधार मेडिकल ग्राउंड से कमजोर है। कोर्ट ने कहा, 'जाहिर तौर पर खुद आवदेक के मुताबिक वह अंतरिम जमानत संभावित बीमारी का पता लगाने के लिए चाहते हैं, इसे राहत के लिए उचित आधार नहीं कहा जा सकता है, खासकर तब जब चिंता का समाधान आवदेक के हिरासत में रहते हुए भी किया जा सकता है।'
     
    कोर्ट ने कहा कि कोई वजह नहीं है कि केजरीवाल की जांच हिरासत में नहीं हो सकती है। कोर्ट ने इसके बाद कोर्ट ने जेल प्रशासन को निर्देश दिया कि केजरीवाल के स्वास्थ्य की जांच करवाई जाए। आदेश में यह भी कहा गया है कि एम्स मं इसके लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जा सकता है। कोर्ट ने जेल प्रशासन से कहा कि डॉक्टर की सलाह पर बिना किसी देरी के उनके स्वास्थ्य की जांच कराई जाए। अदालत ने यह भी कहा कि टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर जो भी जरूरी उपचार हो कराया जाए।
     
    केजरीवाल की नियमित जमानत याचिका पर 7 जून को सुनवाई होगी। केजरीवाल को बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री को 21 मार्च को ईडी ने गिरफ्तार किया था। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 21 दिनों की अंतरिम जमानत दी थी। केजरीवाल पूर्व निर्धारित शर्त के मुताबकि सरेंडर करते हुए दोबारा 2 जून को जेल चले गए। कोर्ट ने केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 19 जून तक बढ़ा दी है।
     

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  • सुपारी किलर गिरफ्तार, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

    05-Jun-2024

    रेड़मा। शहर थानाक्षेत्र के रेड़मा में 72 वर्षीय मुरारी तिवारी के हत्या के लिए अपराधियों को सुपारी दी गई थी। गोली चलाते वक्त पिस्टल से मैगजीन गिर जाने के कारण बुजुर्ग की जान बची थी। इनकी हत्या की सुपारी लेने वाले दो अपराधियों को पुलिस ने दबोच लिया है। जिनकी गिरफ्तारी हुई है उनके नाम शाहपुर नई मोहल्ला निवासी सद्दाम हुसैन उर्फ लड्डू (34) और पहाड़ी मोहल्ला गम्हेल स्थान निवासी मो नाजिम (25) है। घटना में प्रयुक्त पिस्टल के साथ रेड़मा चौक से इन्हें गिरफ्तार किया है। एसडीपीओ मणिभूषण प्रसाद ने तमाम जानकारी देते हुए बताया कि दोनों अपराधियों ने मुरारी तिवारी को मारने की सुपारी देने वाले व्यक्ति के बारे में बताया है। इस घटना की साजिश रचने वाले की तलाश पुलिस कर रही है। उसके पकड़े जाने के बाद ही रंजिश के कारण का पता लगेगा। एसडीपीओ मणिभूषण ने कहा कि इस कांड में मौके से ही पकड़े जाने वाले अपराधी रौशन ने सद्दाम और मो नाजिम का नाम बताया था। सद्दाम ने बुजुर्ग पर गोली चलाया था। वहीं मो नाजिम के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त पल्सर बाईक बरामद किया गया है। सद्दाम आर्म्स एक्ट, मारपीट और गाड़ी चोरी के मामले में पहले भी जेल जा चुका है। 30 मई की शाम रेड़मा झरना टोला के रहने वाले मुरारी तिवारी को दूध लेकर लौटते वक्त मारने की प्लानिंग की गई थी। अपराधियों ने उन्हें तिवारी बाबा कहकर आवाज दिया था। जब वे स्कूटी से रुके तो एक अपराधी ने उन पर पिस्टल से गोली चलाया मगर पिस्टल का मैगजीन गिर जाने के कारण गोली नहीं चली। गोली नहीं चलने पर मुरारी तिवारी हल्ला करते हुए घर की ओर भागे। मुहल्ले के लोग निकले तो सद्दाम और मो नाजिम एक बाईक से फरार हो गए। जबकि गिरे हुए मैगजीन को ढूंढ रहा जेलहाता का रौशन लोगों के हाथ लग गया। जिसे मैगजीन के साथ पुलिस को सौंप दिया गया था। 


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  • रोहतक लोकसभा सीट से जीते दीपेंद्र हुड्डा को उम्मीद- कांग्रेस हरियाणा विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी

    05-Jun-2024

    नई दिल्ली: हरियाणा में रोहतक लोकसभा सीट से कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगले विधानसभा चुनाव के नतीजे तीन के बाद होंगे। महीने कांग्रेस के पक्ष में रहेंगे . हुड्डा ने कहा, " हरियाणा के लोगों ने बदलाव के लिए मतदान vote किया। पूरे देश में इंडिया ब्लॉक को मिले वोटों में से हरियाणा को सबसे ज्यादा वोट मिले हैं। हरियाणा में हमें 47.6 फीसदी वोट मिले हैं। कांग्रेस ने 5 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है । " और हरियाणा के 46 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल की , जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि आने वाले दिनों में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस के पक्ष में होंगे। हरियाणा की जनता ने संविधान बचाने और संविधान तोड़ने के लिए वोट किया है भाजपा का अहंकार ।" उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी संख्या बल में भले ही आगे हो लेकिन जनता ने कांग्रेस को नैतिक ताकत दी है . रोहतक लोकसभा सीट पर दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी के डॉ. अरविंद कुमार शर्मा को 3,45,298 वोटों से हराया . हरियाणा के सिरसा से जीतने वाली कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा ने टिप्पणी की कि पार्टी लोकसभा चुनावों में बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी और अगला लक्ष्य आगामी विधानसभा चुनावों में निर्णायक जीत दर्ज करने के लिए बेहतर रणनीति अपनाना होगा। कुमारी शैलजा ने कहा, ''हम बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे. हम पार्टी में अपने प्रदर्शन पर चर्चा करेंगे और यह भी देखेंगे कि तीन महीने बाद राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में सरकार बनाने के लिए निर्णायक जीत दर्ज करने के लिए बेहतर रणनीति कैसे अपनाई जाए.'' भारतीय गठबंधन में हमारे वरिष्ठ नेता (केंद्र में सरकार बनाने के प्रयास पर) निर्णय लेंगे।'' कुमारी शैलजा ने कांग्रेस के अशोक तंवर को 268497 वोटों से हराया . हरियाणा में भी बीजेपी ने पिछले दो लोकसभा चुनावों का दबदबा खो दिया और पांच सीटों पर जीत हासिल की. राज्य की अन्य पांच सीटें कांग्रेस ने जीतीं. हरियाणा में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होंगे। भारत के चुनाव आयोग के अनुसार, भाजपा ने 240 सीटें जीतीं, जो 2019 की 303 सीटों से काफी कम है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने 99 सीटें जीतकर मजबूत सुधार दर्ज किया। जहां भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 292 सीटें जीतीं, वहीं इंडिया ब्लॉक ने कड़ी प्रतिस्पर्धा पेश करते हुए और सभी पूर्वानुमानों को झुठलाते हुए 230 का आंकड़ा पार कर लिया। 


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  • INDIA गठबंधन की बैठक खत्म, देखें VIDEO...

    05-Jun-2024

    खड़गे ने दिया ये बयान 

    नई दिल्ली। I.N.D.I.A की भी बुधवार शाम 6 बजे अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर बैठक हुई। यह डेढ़ घंटे चली। 19 पार्टियों के 33 नेता शामिल हुए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'फासिस्ट ताकतों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी, हम उस वक्त सही समय पर सही कदम उठाएंगे, जब लगेगा कि भाजपा सरकार लोगों की इच्छा के अनुसार सही कदम नहीं उठा रही।' उन्होंने कहा कि हमारे गठबंधन को जबर्दस्त समर्थन मिला है। लोगों ने भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ जनादेश दिया है। लोकसभा चुनाव में I.N.D.I.A को 234 सीटें मिली हैं। सरकार बनाने के लिए गठबंधन को 272 सांसदों का समर्थन चाहिए। बैठक के पहले गठबंधन के कई नेता चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार को से बातचीत की बात करते रहे। चंद्रबाबू की TDP को 16 सीट और नीतीश की JDU 12 सीटें मिली हैं I.N.D.I.A की बैठक में 19 पार्टियों के 33 नेता शामिल मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस सोनिया गांधी, कांग्रेस राहुल गांधी, कांग्रेस के.सी. वेणुगोपाल, कांग्रेस प्रियंका गांधी वाड्रा, कांग्रेस शरद पवार, NCP सुप्रिया सुले, NCP एम.के. स्टालिन, DMK टी.आर. बालू, DMK अखिलेश यादव, SP रामगोपाल यादव, SP अभिषेक बनर्जी, TMC अरविंद सावंत, SS (UBT) संजय राउत, SS (UBT) तेजस्वी यादव, RJD संजय यादव, RJD सीताराम येचुरी, CPI (M) दीपांकर भट्टाचार्य, CPI (ML) JMM कल्पना सोरेन, JMM संजय सिंह, AAP राघव चड्ढा, AAP उमर अब्दुल्ला, JKNC सैय्यद सादिक अली शिहाब थंगल, IUML पी. के. कुन्हालीकुट्टी, IUML जोस के मणि, KC (M) थिरु थोल. थिरुमावलवन, VCK डी. रविकुमार, VCK एन.के. प्रेमचंद्रन, RCP डॉ. एम.एच. जवाहिरुल्लाह, MMK जी देवराजन, AIFB थिरु ईआर ईश्वरन, KMDK 
     
     

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  • नरेन्द्र मोदी 7 जून को राष्ट्रपति से मिलकर एनडीए सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे

    05-Jun-2024

    नई दिल्ली। राष्ट्रपति ने एनडीए सांसदों को मिलने का समय दे दिया है. 7 जून को राष्ट्रपति से सभी सांसद मिलेंगे. इसके लिए शाम 5 बजे से शाम 7 बजे तक का समय दिया गया है. उधर राजनाथ सिंह, अमित शाह और नड्डा सभी मिलकर सहयोगी दलों के साथ सरकार के स्वरूप पर चर्चा करेंगे. एनडीए के घटक दलों ने एक बार फिर सर्वसम्मति ने पीएम मोदी को अपना नेता चुन लिया है. बुधवार को पीएम आवास पर हुई बैठक में इसका प्रस्ताव पास किया गया. इस प्रस्ताव पर 21 नेताओं के हस्ताक्षर हैं. इनमें टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और जदयू प्रमुख नीतीश कुमार भी शामिल हैं. माना जा रहा है कि आज शाम एनडीए की ओर से सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम सामने आ चुके हैं। एनडीए गठबंधन को इस चुनाव में बहुमत मिला है जिसके बाद तय हो गया है कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर से प्रधानमंत्री पद को संभालेंगे। अब ताजा जानकारी के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंच गए हैं। यहां पीएम मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर केंद्रीय मंत्रिमंडल और 17वीं लोकसभा को भंग करने की सिफारिश की जिसके बाद नई सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रपति से मुलाकात की और मंत्रिपरिषद के साथ अपना इस्तीफा सौंप दिया। राष्ट्रपति ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और नरेंद्र मोदी और मंत्रिपरिषद से नई सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया है। 


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  • CM अरविंद केजरीवाल से मिलने पहुंची पत्नी सुनीता केजरीवाल

    05-Jun-2024

    नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल और आप सांसद राघव चड्ढा ने तिहाड़ जेल में मुलाकात की. अरविंद केजरीवाल को लगा था बड़ा झटका दिल्ली शराब नीति और इससे जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राऊज एवेन्यू कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. स्वास्थ्य के आधार पर दाखिल अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया है. केजरीवाल ने सेहत का हवाला देते हुए अवश्य जांच के लिए सात दिनों की अंतरिम जमानत की मांग की थी. दरअसल, केजरीवाल की अंतरिम जमानत का विरोध करते हुए जांच एजेंसी ईडी ने कहा था कि केजरीवाल अदालत को गुमराह कर रहे हैं. ईडी ने आरोप लगाया कि लगातार चुनाव प्रचार कर रहे केजरीवाल का स्वास्थ्य तब खराब हुआ जब सरेंडर करने का समय आया. दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था, आज बुधवार को सुनाया गया है. बुधवार को अपनी अर्जी पर फैसला सुनने के लिए केजरीवाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुए. राऊज एवेन्यू कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 14 दिन बढ़ा दी है, यानी अब केजरीवाल को 19 जून तक जेल में ही रहना होगा. कोर्ट ने संबंधित अधिकारियों को जरूरी मेडिकल टेस्ट कराने का निर्देश दिया है. विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने तिहाड़ जेल अधिकारियों को न्यायिक हिरासत में केजरीवाल की चिकित्सा आवश्यकताओं का ध्यान रखने का निर्देश दिया है. वहीं अब केजरीवाल के वकीलों ने संकेत दिए हैं कि जल्दी ही विशेष अदालत के आदेश को दिल्ली हाईकोर्ट के समक्ष चुनौती दी जाएगी. विशेष अदालत के निर्णय का अध्ययन कर याचिका दाखिल की जाएगी. गौरतलब है कि केजरीवाल को 10 मई को 55 दिन बाद अंतरिम जमानत मिली थी. इसके बाद वह लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए तिहाड़ जेल से बाहर आए थे. 21 मार्च को गिरफ्तारी के बाद से पहले वो 10 दिन तक प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हिरासत में रहे थे. इसके बाद 1 अप्रैल को कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया था. 39 दिन उन्होंने तिहाड़ में बिताए थे. लेकिन अंतरिम जमानत पूरी होने के बाद उन्होंने 2 जून को तिहाड़ जेल जाकर सरेंडर कर दिया था. उक्त याचिका इसी अंतरिम याचिका को बढ़ाए जाने को लेकर थी. 


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  • एनडीए ने नरेंद्र मोदी को चुना अपना नेता

    05-Jun-2024

    नई दिल्ली। दिल्ली में एनडीए नेताओं द्वारा पारित प्रस्ताव में एनडीए नेताओं ने सर्वसम्मति से नरेन्द्र मोदी को अपना नेता चुना। लोकसभा चुनाव परिणामों की तस्वीर साफ होने के बाद अब राजधानी दिल्ली में बैठकों का दौर चल रहा है। 


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  • एनडीए की बैठक के बाद आज ही सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे पीएम मोदी, राष्ट्रपति ने 17वीं लोकसभा भंग की देखें वीडियो...

    05-Jun-2024

    PM मोदी के साथ NDA के नेताओं की बैठक खत्म हो गई है. प्रधानमंत्री मोदी एनडीए के सहयोगियों से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. सभी नेता राष्ट्रपति से मुलाकात कर सकते हैं. नई सरकार को लेकर उठापटक लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद अब नई सरकार को लेकर उठापटक शुरू हो गयी है. आज शाम दिल्ली में बीजेपी ने नेतृत्व वाले एनडीए की अहम बैठक होने वाली है. लेकिन इन सबके बीच खबर आ रही है कि एनडीए के सहयोगियों ने सरकार गठन से पहले ही बीजेपी पर दवाब बनाना शुरू कर दिया है. सूत्र बता रहे हैं कि जेडीयू ने भी 3 कैबिनेट मंत्रियों की मांग की है. इसके अलावा शिवसेना के एकनाथ शिंदे भी 1 कैबिनेट और 2 MOS चाहते हैं. इसके अलावा चिराग पासवान 1 कैबिनेट और 1 राज्य मंत्री की मांग कर सकते हैं. जीतन राम माझी भी मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनना चाहते हैं. सूत्रों के मुताबिक, टीडीपी सहित अन्य सहयोगी दलों की तरफ से भी डिमांड आ रही है. सबसे बड़ी डिमांड लोकसभा स्पीकर पद को लेकर रहने वाली है जिस पर टीडीपी दावा ठोकने लगी है. कहा जा रहा है कि नायडू 5 से लेकर 6 या फिर इससे ज्यादा भी मंत्रालय मांग सकते हैं.एनडीए को मिला है बहुमत आपको बता दें कि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने लोकसभा चुनाव में 292 सीटें जीतीं, जबकि विपक्षी भारत ब्लॉक 234 सीटों पर आगे रहा. भाजपा 240 सीटों पर विजयी रही, जो 272 के बहुमत के आंकड़े से कम है. जबकि कांग्रेस 99 सीट जीतने में कामयाब रही, जो 2019 की 52 सीटों की तुलना में 47 सीटें अधिक है. एनडीए का वोट शेयर भी इस बार कम हुआ है. 

     

     


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  • INDIA गठबंधन की बैठक शुरू देखें VIDEO...

    05-Jun-2024

    नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारत गठबंधन बैठक के लिए रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के नेता एन.के. प्रेमचंद्रन का अपने आवास पर स्वागत किया। लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद I.N.D.I. गठबंधन आगे की रणनीति तय करने के लिए कुछ देर में मीटिंग शुरू होने वाली है। मीटिंग में तय किया जाएगा कि गठबंधन विपक्ष में बैठेगा या सरकार बनाने की कवायद करेगा। INDIA दलों की यह मीटिंग कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर हो रही है। इस मीटिंग से पहले कांग्रेस नेताओं की भी एक मीटिंग हुई। इसमें यह तय हुआ कि गठबंधन के नेताओं के साथ होने वाली मीटिंग में क्या रुख अपनाना है। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने मंगलवार 4 जून को नतीजों के बाद कहा था कि हम आगे की रणनीति मीटिंग के बाद ही बताएंगे। अगर पूरी स्ट्रैटजी अभी बता दी तो मोदी जी होशियार हो जाएंगे। वहीं, राहुल गांधी ने भी कहा था कि विपक्ष में बैठने या सरकार बनाने का फैसला मीटिंग में ही होगा। दरअसल, नतीजों में गठबंधन को कुल 204 सीटें मिली हैं। सरकार बनाने के लिए गठबंधन को 272 सांसदों का समर्थन चाहिए। ऐसे में बहुमत के लिए उसे मौजूदा सीट शेयरिंग से बाहर भी पार्टनर खोजने होंगे। ममता बनर्जी की TMC के 29 सांसदों के अलावा TDP और JDU के समर्थन की भी गठबंधन को जरूरत होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन पार्टियों को गठबंधन में शामिल करना है या नहीं, इस पर भी आज मीटिंग में चर्चा होगी। 

     

     


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  • अरविंद केजरीवाल को राहत नहीं, 19 जून तक न्यायिक हिरासत

    05-Jun-2024

    नई दिल्ली। शारब घोटाला मामले में राउज़ कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 19 जून तक बढ़ा दी। उन्हें आज अदालत के समक्ष पेश किया गया। राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा लगाई गई अंतरिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने एक्साइज पॉलिसी मनी मामले में चिकित्सा कारणों का हवाला देते हुए 7 दिन की जमानत मांगी थी। इस बीच, न्यायालय ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक चिकित्सा परीक्षण आयोजित करने का निर्देश दिया है। केजरीवाल ने उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई अंतरिम जमानत 1 जून को समाप्त होने के बाद 2 जून को राष्ट्रीय राजधानी की तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण कर दिया था। इससे पहले उन्होंने रविवार को राजघाट जाकर के हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की। मंदिर से केजरीवाल राउज एवेन्यू रोड स्थित आम आदमी पार्टी (आप) कार्यालय के लिए रवाना हुए जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित किया था। आज उनके सरेंडर के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट के ड्यूटी जज ने अर्जी ली। संबंधित न्यायिक ने उसे 5 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला किया। दिल्ली के सीएम केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए कथित दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट (स्ष्ट) द्वारा दी गई अंतरिम जमानत पर 10 मई (शुक्रवार) को जेल से रिहा कर दिया गया। जमानत की अवधि 1 जून (शनिवार) को समाप्त हो गई, जिस दिन आम चुनाव का सातवां और आखिरी चरण हुआ था।  


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  • स्मृति ईरानी-अर्जुन मुंडा समेत MODI सरकार के 15 मंत्रियों ने चखा हार का स्वाद

    05-Jun-2024

    इन मंत्रियों को मिली हार

     अमेठी सीट: स्मृति ईरानी को अमेठी सीट से कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा के हाथों हार का सामना करना पड़ा. उन्हें 1.6 लाख वोटों से हार मिली है।
     
        तिरुवनंतपुरम सीट: केरल की इस सीट पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को कांग्रेस के शशि थरूर से हार मिली। वह 16,077 से ज्यादा वोटों से हार गए।
     
        खीरी सीट: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को समाजवादी पार्टी के उत्कर्ष वर्मा के हाथों हार का स्वाद चखना पड़ा। वह 34 से ज्यादा वोटों से हारे।
     
        बांकुरा सीट: शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार पश्चिम बंगाल की इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार अरूप चक्रवर्ती से 32,778 वोटों के अंतर से हारे।
     
        खूंटी सीट: केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री और मौजूदा सांसद अर्जुन मुंडा झारखंड की इस सीट से हार गए। उन्हें 1.4 लाख वोटों से हार मिली।
     
        बाड़मेर सीट: कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को भी हार मिली है। वह इस सीट पर तीसरे स्थान पर रहे।
     
        नीलगिरी सीट: केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन को तमिलनाडु के नीलगिरी में डीएमके के ए राजा के हाथों 2,40,585 लाख वोटों से हार मिली।
     
        कूचबिहार सीट: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक को कूच बिहार सीट पर हार मिली। वह टीएमसी उम्मीदवार के हाथों 39 हजार वोटों से हारे।
     
        मुजफ्फरनगर सीट: केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान को इस सीट पर समाजवादी पार्टी के हरेंद्र सिंह मलिक से 24,000 से अधिक मतों से हार मिली।
     
        बीदर सीट: केंद्रीय मंत्री भगवंत खूबा को बीदर में कर्नाटक के मंत्री ईश्वर खंड्रे के बेटे सागर खंड्रे ने हराया।
     
        मोहनलालगंज सीट: आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार आर.के. से हार गए।
     
        चंदौली सीट: केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे को सपा के बीरेंद्र सिंह के हाथों हार मिली. उन्हें 21,565 वोटों से शिकस्त मिली।
     
        भिवंडी लोकसभा सीट: महाराष्ट्र के भिवंडी में पंचायती राज राज्य मंत्री कपिल पाटिल को एनसीपी (शरद गुट) के सुरेश गोपीनाथ म्हात्रे ने हराया।
     
        जालना सीट: जालना में कांग्रेस के कल्याण वैजनाथ राव काले ने बीजेपी नेता और रेल राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे को 109,958 वोटों के अंतर से हराया।
     
        डिंडोरी सीट: एनसीपी (शरद गुट) के भास्कर भगारे ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती पवार को 1,13,199 वोटों से हराकर जीत हासिल की।

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  • लोकसभा नतीजों से गदगद PM मोदी, पूरा विपक्ष मिलकर भी भाजपा से पीछे

    04-Jun-2024

    देश लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों को पीएम मोदी ने ऐतिहासिक बताया है। नतीजों के बाद भाजपा मुख्यालय पहुंचे पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि 1962 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब कोई केंद्र सरकार तीसरी बार लौटी है। पीएम मोदी ने कहा, 'इस जनादेश के कई पहलू हैं। 1962 के बाद पहली बार कोई सरकार अपने दो कार्यकाल पूरे करने के बाद तीसरी बार वापस आई है।' प्रधानमंत्री ने इस दौरान ओडिशा का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा पहली बार होगा, जब भगवान जगन्नाथ की धरती पर भाजपा का सीएम होगा। उन्होंने कहा कि हमने पहली बार केरल में एक सीट भी जीती है। उन्होंने कहा कि यह हमारे पीढ़ियों के संघर्ष का परिणाम है।

     
    तेलंगाना में हमारी संख्या दोगुना हो गई है। मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड और हिमाचल जैसे कई राज्यों में हमारी पार्टी ने लगभग क्लीन स्वीप किया है। मैं इन सभी राज्यों और अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, सिक्किम और ओडिशा विधानसभा के मतदाताओं को भी विशेष आभार व्यक्त करता हूं। पीएम मोदी ने इस दौरान गठबंधन सहयोगियों की भी खूब सराहना की। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में एनडीए ने शानदार प्रदर्शन किया है। इसके अलावा बिहार में नीतीश कुमार ने अच्छा नेतृत्व किया है। उन्होंने कहा कि 10 साल पहले यह सिलसिला शुरू हुआ था, जो अब भी जारी है।
     
    प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता ने जो हमें जनादेश दिया है, उससे हमारे संकल्प को मजबूती मिलती है। हमारे विरोधी एकजुट होकर भी उतनी सीटें नहीं जीत पाए, जितनी इस लोकसभा चुनाव में अकेले भाजपा ने जीती है। उन्होंने कहा, 'मैं देश के कोने-कोने में उपस्थित भाजपा के कार्यकर्ताओं से कहूंगा कि आपकी मेहनत और इतनी गर्मी में आपका बहाया पसीना मोदी को निरंतर काम करने की प्रेरणा देता है।' उन्होंने कहा कि यदि आप 10 घंटे काम करेंगे तो मोदी 18 घंटे काम करेगा। यदि आप 2 कदम चलेंगे तो मोदी 4 कदम चलेगा। उन्होंने कहा कि तीसरे कार्यकाल में देश बड़े फैसलों का एक नया अध्याय लिखेगा।
     
    यह विकसित भारत के प्रण की जीत है- नरेंद्र मोदी
     
    पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम आभारी हैं कि देशवासियों ने भाजपा और एनडीए पर पूरा विश्वास जताया है। आज की यह विजय दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की जीत है। यह भारत के संविधान पर अटूट निष्ठा की जीत है। यह विकसित भारत के प्रण की जीत है। यह सबका साथ और सबका विकास के मंत्री की जीत है। 140 करोड़ भारतीयों की यह जीत है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं चुनाव आयोग को धन्यवाद देता हूं। उसने इतने बड़े चुनाव को निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराया।

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  • चुनावी नतीजों में भरभराकर गिरा बाजार, जरूर करें ये 5 काम

    04-Jun-2024

    शेयर मार्केट अंग्रेजी की कहावत है मनी सेव्ड इज मनी अन्र्ड यानि पैसा बनाना है तो पहले पैसा बचाना सीखिए। चुनावी नतीजों के बीच बाजार भरभराकर गिर पड़ा है और अगर इस दौरान भी आप पैसा बनाना चाहते हैं तो पहले आपको पैसा बचाने पर फोकस करना चाहिए। इसके अलावा गिरता बाजार हमेशा निवेशकों को एंट्री का अच्छा मौका देता है। तो कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हें करके आप पैसा बचा भी सकते हैं और अच्छा पैसा बना भी सकते हैं। जाहिर तौर पर यहां रातो-रात पैसा नहीं बनेगा, लेकिन थोड़ा सब्र रखते हुए आप इससे अच्छी कमाई कर सकते हैं। जानिए वो पांच काम जो मार्केट के रिकवरी करने से पहले आपको करने पर फोकस करते रहना चाहिए। 

     
    1. भूलकर भी ना करें एसआईपी  पॉज/लैप्स
    गिरते बाजार में अपनी एसआईपी  पॉज या डिलीट करने की गलती बिलकुल ना करें। क्योंकि यही सही मौका है जब आप अपनी एसआईपी का सबसे अच्छी तरीके से फायदा उठा सकते हैं। कम एनएवी में यूनिट्स खरीदने का मौका अपने हाथ से जाने ना दें। क्योंकि इसका फायदा आपको लॉन्ग टर्म में जरूर मिलने वाला है। मार्केट को टाइम कर पाना बहुत मुश्किल काम है, ऐसे में गिरते बाजार में एसआईपी  चालू रखकर आप ना सिर्फ अपने गोल्स के लिए की जाने वाली सेविंग को प्रभावित नहीं होने देंगे, बल्कि आपकी सेविंग्स और रिटर्न की संभावना भी पहले से कहीं ज्यादा बढ़ जाएगी। मार्केट आज नहीं तो कल बाउंस बैक करेगा, ऐसे में एसआईपी जारी रखना समझदारी का फैसला है। 
     
    2. म्यूचुअल फंड में कर डालिए लंपसम निवेश
    अपॉर्चुनिटी मिस ना हो इसके लिए कुछ पैसा बचाकर रखना बहुत अच्छी आदत है। गिरता बाजार ऐसे मौके का फायदा उठाने के लिए बिलकुल ठीक वक्त है। ऐसे में बेहतर है कि आप एक लंपसम अमाउंट अपनी म्यूचुअल फंड होल्डिंग में निवेश कर दें। इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि आपके पास स्मॉल कैप फंड है या मिड कैप या फिर कोई इनडेक्स फंड। गिरे हुए मार्केट में लंपसम निवेश आपको लॉन्ग टर्म में फायदा ही देने वाला है। यह ना सिर्फ आपको सस्ती कीमत में यूनिट्स खरीदने का मौका देगा, बल्कि मार्केट की रिकवरी के वक्त अच्छे रिटन्र्स भी देगा। 
     
    3. अच्छे स्टॉक्स में बढ़ाएं अपनी होल्डिंग
    अगर आपने अपने पोर्टफोलियो में कुछ स्टॉक्स लॉन्ग टर्म होल्डिंग के हिसाब से रखे थे तो यह सही वक्त है जब आप उनके पीई को ध्यान में रखते हुए इन शेयरों में अपना निवेश बढ़ा सकते हैं। भविष्य के हिसाब से खरीदी गई कंपनियों के भाव नीचे आने पर उनमें एंट्री का मौका मिस नहीं करना चाहिए। इसके अलावा अगर फ्रेश बाइंग करना चाहते हैं तो फंडामेंटल एनालिसिस करने के बाद कुछ नई कंपनियों में भी निवेश किया जा सकता है। सेफ साइड रहने के लिए आप कुछ अच्छी लार्ज या मिड कैप कंपनियों का चुनाव कर सकते हैं।
     
    14. हड़बड़ी में ना करें अच्छी कंपनियों से एग्जिट
    बाजार में डर का माहौल हो तब अपनी बेसिक इंस्टिक्ट को इगनोर करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कई निवेशक अच्छे स्टॉक्स से भी यह सोचकर एग्जिट कर जाते हैं कि वो इस तरह लॉस घटा सकते हैं। लेकिन अगर आपने पूरी रिसर्च और कनविक्शन के साथ ये स्टॉक खरीदे थे तो आपको अपने फैसले पर भरोसा रखना चाहिए और मार्केट में आने वाले सेंटिमेंटल उतार-चढ़ावों से डरना नहीं चाहिए। किसी कंपनी में आपकी होल्डिंग तब तक लॉस में कनवर्ट नहीं होती है जब तक कंपनी ही घाटे में ना जाने लगे। टेंपरेरी वजहों से होने वाले अप-डाउन की वजह से सेलिंग करके आप अपने लिए लॉस ही बुक करेंगे।
     
    5. ट्रेडिंग से दूर रहें नौसिखिए निवेशक
    डिस्काउंट ब्रोकर्स की तादाद पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है। ऐसे में हर तबके का इंसान डीमैट अकाउंट खोलकर ट्रेडिंग शुरू कर रहा है। लेकिन इनमें से ज्यादातर ऐसे हैं जिन्हें ना तो टैक्निकल एनालिसिस की समझ है और ना ही निवेश से पहले फंडामेंडटल एनालिसिस करते हैं। सिर्फ टिप के आधार पर स्टॉक खरीदने वालों को यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि इंट्राडे के लिए यह वक्त सही नहीं है। ट्रेडिंग में लॉस की संभावना सबसे ज्यादा होती है यह बात सेबी भी स्टॉक ब्रोकर्स के जरिए निवेशकों तक पहुंचा रहा है। अगर आपने नई-नई ट्रेडिंग सीखी है तो यह चीजों को प्रैक्टिकल करके देखने का सही वक्त नहीं है। इंट्रा डे ट्रेडिंग करने के लिहाज से मार्केट को स्टेबल और अप ट्रेंड में आने का इंतजार करें। ताकि आप अपनी जमापूंजी गंवा ना बैठें।

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  • कांग्रेस ने सरकार गठन पर दिया संकेत, देखें वीडियो.

    04-Jun-2024

    लोकसभा चुनाव परिणाम के रुझानों में इंडिया ब्लॉक 231 और एनडीए गठबंधन को 294 सीटें मिलती दिख रही हैं. इंडिया ब्लॉक में शामिल कांग्रेस 98 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं, कांग्रेस की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई. इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि ये जनादेश पीएम मोदी के खिलाफ है, वहीं राहुल गांधी ने कहा कि ये लड़ाई संविधान बचाने की थी. उन्होंने कहा कि यह चुनाव एक राजनीतिक पार्टी के खिलाफ नहीं है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पूरी एजेंसियों, लोकतांत्रिक संस्थाओं को कब्जे में कर लिया था, ये चुनाव उसके खिलाफ लड़ा गया था. 

     

     


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  • लोकसभा चुनाव रिजल्ट ने चौंकाया, जेल में बंद खालिस्तानी को लेकर आई ये खबर

    04-Jun-2024

    लोकसभा चुनावों की मतगणना अभी जारी है। इस बीच कुछ चौंकाने वाले नतीजे और रुझान सामने आ रहे हैं। कई केंद्रीय मंत्री पीछे चल रहे हैं तो कई को हार का स्वाद चखना पड़ा है। कुछ पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी करारी शिकस्त झेलनी पड़ी है। जम्मू कश्मीर के दो-दो पूर्व मुख्यमंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा है। इनमें नेशनल कॉन्फ्रेन्स के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला भी शामिल हैं, जिन्हें निर्दलीय उम्मीदवार अब्दुल रशीद शेख उर्फ ? इंजीनियर रशीद से हार का सामना करना पड़ा है। जम्मू-कश्मीर की बारामूला सीट पर राशिद इंजीनियर को कुल 4,23,507 वोट मिले, जबकि उमर अब्दुल्ला को ताजा रुझानों तक 2,34, 928 वोट मिले हैं। यानी राशिद इंजीनियर ने उमर पर 188579 वोटों की बढ़त बना ली है। उमर ने नतीजों का ऐलान होने से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली है। इस सीट पर राशिद की जीत चौंकाने वाली है क्योंकि फिलहाल वह तिहाड़ जेल में बंद हैं और वहीं से चुनाव लड़ा है। राशिद पर आतंकी फंडिंग लेने के आरोप हैं और वे पिछले 5 सालों से गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोपों का सामना कर रहे हैं। उनके जेल में रहने की स्थिति में उनके दोनों बेटों ने पूरे चुनाव अभियान का नेतृत्व किया था। इसी राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती को भी हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर नेशनल कांफ्रेंस के मियां अल्ताफ ने करीब पौने दो लाख मतों के अंतर से हराया है। इसी तरह पंजाब में भी एक चौंकाने वाली खबर आई है। कट्टरपंथी सिख उपदेशक और खालिस्तानी संगठन 'वारिस पंजाब दे' का प्रमुख अमृतपाल सिंह खडूर साहिब लोकसभा सीट पर जीतने की कगार पर हैं। ताजा रुझानों के मुताबिक, अमृतपाल सिंह कांग्रेस उम्मीदवार कुलबीर सिंह जीरा से 1,58,193 मतों से आगे चल रहे हैं। सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल फिलहाल राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। ताजा रुझानों के मुताबिक, लोकसभा की 543 सीटों में से एनडीए 295 जबकि इंडिया गठबंधन 230 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। अन्य को 16 सीटों पर लीड मिली हुई है। इन चुनावों में भाजपा एक बार फिर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। भाजपा को 246 सीटें मिलती हुई दिख रही हैं। उसकी सहयोगी टीडीपी को 16, जेडीयू को 13, जेडीएस को 2, जेएसपी को दो, शिवसेना को छह और लोजपा को पांच सीटों पर बढ़त मिली हुई है। दूसरी तरफ इंडिया अलायंस में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। कांग्रेस 99 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। उसके बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में समाजवादी पार्टी बनकर उभरी है। टीएमसी 29, डीएमके 22, शिव सेना (उद्धव) 10, सीपीआईएम 5, एनसीपी (शरद) 7 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। अन्य दलों में ङ्घक्रस् कांग्रेस तीन, बीजू जनता दल एक, वीपीपी-एक और 6 पर निर्दलीय आगे चल रहे हैं। 


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  • राजग ने बनाई विधानसभा की 137 और लोकसभा की 14 सीटों पर शुरुआती बढ़त

    04-Jun-2024

    विजयवाड़ा,  भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन ने पहले दौर की मतगणना के बाद 137 विधानसभा क्षेत्रों एवं लोकसभा की 14 सीटों पर बढ़त बना ली है, जबकि जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार के नौ मंत्री पीछे चल रहे हैं।

    तेदेपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) गठबंधन ने 137 विधानसभा क्षेत्रों में स्पष्ट बढ़त बना ली है। वहीं, श्री रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी 20 विधानसभा क्षेत्रों में आगे चल रही है।
    तेदेपा के नेतृत्व वाला गठबंधन भी लोकसभा चुनावों में काफी आगे है। तेदेपा उम्मीदवारों ने 14 लोकसभा क्षेत्रों में, जन सेना के उम्मीदवारों ने दो निर्वाचन क्षेत्रों में और भाजपा ने चार निर्वाचन क्षेत्रों में स्पष्ट बढ़त बना ली है।
    सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी केवल पांच लोकसभा क्षेत्रों में आगे चल रही है। आंध्र प्रदेश में आगे चलने वाले प्रमुख नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, उनके बेटे एन लोकेश और तेदेपा की राज्य इकाई के प्रमुख के. अत्चन्नायडू तथा भाजपा लोकसभा उम्मीदवार और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डी पुरंदेश्वरी शामिल हैं।

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  • भाजपा 233 और कांग्रेस 98 सीटों पर आगे

    04-Jun-2024

    नयी दिल्ली,चुनाव आयोग की ओर से मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे तक जारी 534 सीटों के रुझानों के अनुसार समाजवादी पार्टी को 36, तृणमूल कांग्रेस को 21, द्रविड मुनेत्र कषगम को 19, तेलुगूदेशम को 16, जनता दल यूनाइटेड को 13, शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) को 10, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) को आठ, शिवसेना (शिंदे) को सात, लोक जनशक्ति पार्टी को पांच, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को पांच, वाईएसआरसीपी को चार, राष्ट्रीय जनता दल को चार सीटों पर आगे हैं। निर्दलीय आठ सीटों पर आगे चल रहे हैं।

    उल्लेखनीय है कि गुजरात की सूरत लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है।

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  • 51 पार्टियां, 8360 उम्मीदवार 80 चुनाव की प्रक्रिया, सत्ता की बागडोर किसके हाथ, फैसला आज

    04-Jun-2024

    लखनऊ। 19 अप्रैल से शुरू हुआ लोकतंत्र का महापर्व आज वोटों की मतगणना होते ही खत्म हो जाएगा। आज कई दिग्गजों के भाग्य का फैसला होगा। देश में 80 दिन की चुनाव प्रक्रिया के बाद 51 पार्टियों के 8360 उम्मीदवारों की किस्मत का आज निर्णय होगा। सात चरणों में 543 सीटों पर हुए मतदान के बाद आज मंगलवार को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे। 80 दिन की प्रक्रिया के बाद 51 पार्टियों के 8360 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। इसके साथ ही साफ हो जाएगा कि देश की बागडोर कौन संभालेगा।

     
    एक तरफ एनडीए है तो दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन। हालांकि, एग्जिट पोल्स में एक बार फिर मोदी सरकार की वापसी का अनुमान लगाया गया है। लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आंध्र प्रदेश और ओडिशा विधानसभा चुनाव के नतीजे भी घोषित होंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मतगणना से एक दिन पहले संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया। इसमें उन्होंने मतगणना प्रक्रिया को लेकर कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों की चिंताओं पर कहा कि मतगणना प्रक्रिया मजबूत है। दुनिया में कहीं भी इस तरह की मजबूत प्रणाली नहीं है।
     
    उधर, नतीजों को लेकर दिन भर सियासी सरगर्मियां जारी रहीं। नतीजे आने से पहले हर राजनीतिक दल हार-जीत का अपने-अपने तरीके से आकलन कर रहे हैं।केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन और मतगणना की तैयारियों पर चर्चा के लिए सोमवार को बैठक की। वहीं, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उम्मीद जताई है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम एग्जिट पोल के बिल्कुल अलग होंगे।
     
    पिछले चुनाव से अंतर
     
    इस बार चुनाव के दौरान नकदी, मुफ्त में बांटी जाने वाली वस्तुओं, ड्रग्स और शराब सहित 10 हजार करोड़ रुपये की जब्ती हुई।
     
    इस बार आम चुनाव में केवल 39 पुनर्मतदान हुए, जिसमें 25 जगह अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा की सीटों पर था। वहीं 2019 में 540 पुनर्मतदान हुए थे।
     
    बड़ी उपलब्धि
     
     जम्मू-कश्मीर के इतिहास में पिछले चार दशकों में सबसे अधिक मतदान हुआ। यहां कुल 58.58 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि घाटी में 51.05 मतदान प्रतिशत रहा।
     
     इस बार आयोग ने 95-98 फीसदी परियोजनाओं में अर्जियां मिलने के 48 घंटे के भीतर अनुमति दी
     
    चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता की 495 शिकायतों में से 90 से अधिक का निस्तारण हुआ
     
    यूपी से कई दिग्गजों का भाग्य तय होगा
     
    सत्ता के लिए 80 दिन तक चले सियासी संग्राम, प्रचार, राजनीतिक आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर खत्म होने से साथ ही मंगलवार को फैसले की घड़ी आ गई है। एग्जिट पोल में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को लाभ होने की संभावना जताए जाने के बाद विपक्षी दलों सपा-कांग्रेस ने मतगणना के लिए कमर कस ली है। विपक्षी दलों के एग्जिट पोल को नकार देने के बाद भाजपा ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा साल 2019 का इतिहास दोहराएगी या फिर सपा-कांग्रेस गठबंधन बाजी मारेगी। वहीं नतीजे कई सियासी सूरमाओं के भाग्य का फैसला करेंगे।
     
    मतगणना से साफ होगा कि केंद्र सरकार का नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी पारी की शुरुआत करेंगे या नहीं। वहीं अपनी विरासत की सीट रायबरेली से मां सोनिया गांधी के स्थान पर मैदान में उतरे राहुल गांधी के भविष्य का भी फैसला होगा। कन्नौज से किस्मत आजमा रहे सपा मुखिया अखिलेश यादव और मैनपुरी से चुनाव लड़ रहीं उनकी पत्नी डिंपल यादव की भी सियासी पारी तय होगी।

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  • बदरीनाथ धाम में भक्तों को अब नहीं मिलेगी वन तुलसी

    03-Jun-2024

     बदरीनाथ धाम में दर्शन करने को जा रहे तीर्थ यात्रियों को जोरदार झटका लग सकता है। उत्तराखंड में मौसम के बदलाव का असर अब ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी साफतौर से देखने को मिल सकता है। मौसम में आ रहे बदलाव से औषधीय गुणों से भरपूर बदरीनाथ धाम में स्वत: उगने वाली वन तुलसी अब विलुप्ति के कगार पर है।

     
    प्रसाद बेचने वाले अब लामबगड़, हनुमान चट्टी, पांडुकेश्वर, बडागांव और उदगम घाटी से वन तुलसी के पत्ते मंगवाकर माला तैयार कर रहे हैं। 10500 फिट की ऊंचाई पर स्थित बदरीनाथ धाम में पाई जाने वाली वन तुलसी की माला से भगवान बदरी विशाल का श्रृंगार किया जाता है।
     
    इस वर्ष भी बदरीनाथ धाम और आस पास के जंगलों में तुलसी काफी कम मात्रा में उगी है। यहां पर वन तुलसी धीरे-धीरे विलुप्त हो रही है। बदरीनाथ में कई दशकों से तुलसी माला बेच रहे विनोद डिमरी का कहना है कि इस वर्ष धाम में तुलसी काफी कम मात्रा में उगी है।
     
    तुलसी माला बेचने वाले जोशीमठ क्षेत्र से तुलसी मंगवा रहे हैं। बदरीनाथ मंदिर के पूर्व धर्माधिकारी आचार्य भुवन उनियाल का कहना है कि भगवती वृंदा ही बदरीनाथ धाम में तुलसी के रूप में विराजमान हैं। वृंदा ही महालक्ष्मी हैं।
     
    बदरीनाथ उपवन सरक्षक सर्वेश कुमार दुबे कहना है कि जिस समय तुलसी उगनी शुरू होती है उस समय धाम में भारी बर्फबारी हुई थी। जिसके चलते इस वर्ष अभी तक तुलसी काफी कम उगी है। जबकि इससे पूर्व वर्षों में बर्फबारी दिसंबर-जनवरी माह में होती थी तो वन तुलसी के उगने का अवसर मिलता था।
     
    लेकिन इस वर्ष फरवरी-मार्च माह में बर्फबारी हुई है। विदित हो कि 10 मई से शुरू चारधाम यात्रा में भारी संख्या में तीर्थ यात्री दर्शन करने को उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। केदारनाथ-गंगोत्री समेत चारों धामों में भक्तों की भारी भीड देखने को मिल रही है।

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  • मतगणना - जानिए कैसे होती गिनती... कौन गिनता है वोट

    03-Jun-2024

     नई दिल्ली: देश में 18वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव के नतीजों का अब सभी का इंतजार है। क्या सत्तारूढ़ नरेंद्र मोदी सरकार को लगातार तीसरी बार सिंहासन मिलेगा या विपक्षी इंडिया गठबंधन कुछ बड़ा उलटफेर कर पाएगी। एग्जिट पोल्स से सत्तापक्ष जहां गदगद है, वहीं, विपक्ष अपनी जीत के दावे पर अभी कायम है। देखना यह है कि 4 जून को जीत की बाजी किसके हाथ लगती है। उससे पहले मतगणना के बारे में भी जान लेते हैं। आखिर मतगणना कैसे होती है, कौन लोग करते हैं और कोई खामी मिलने पर किसके पास शिकायत करने जाया जा सकता है। आइए-समझते हैं काउंटिंग से जुड़े सभी जरूरी सवालों के बारे में।

      काउंटिंग एजेंट कौन होते हैं, क्यों जरूरी हैं
    यह प्रत्याशी का प्रतिनिधि होता है। इसका काम बस मतगणना की प्रक्रिया पर दिन भर मतगणना के खत्म होने तक नजर रखना। किसी भी खामी के बारे में वह पार्टी या प्रत्याशी को रिपोर्ट देता है। काउंटिंग एजेंट की वजह से गणना की प्रक्रिया पारदर्शी बनाए रखने में मदद मिलती है।
    काउंटिंग एजेंट किसे नहीं बनाया जा सकता
    कोई भी काउंटिंग एजेंट को भारत का नागरिक होना चाहिए। उसे 18 साल से कम का नहीं होना चाहिए और उसे मतगणना की प्रक्रिया की समझ होनी चाहिए। मौजूदा सांसद, विधायक, मंत्री, मेयर या नगरपालिका, तालुका, जिला परिषद का चेयरपर्सन को काउंटिंग एजेंट नहीं बनाया जा सकता है। इसी तरह सरकारी कर्मचारी, संस्थाओं के लोग भी काउंटिंग एजेंट नहीं बन सकते हैं।
    मतगणना की गिनती कहां होती है
    रिटर्निंग ऑफिसर को हर प्रत्याशी को लिखित में मतगणना हॉल की सटीक लोकेशन बतानी होती है। यह जानकारी को मतदान की तिथि तय होने के 7 दिन पहले बतानी होती है। विधानसभा सीट के लिए आमतौर पर सभी वोटों की गिनती एक ही जगह होती है। वहीं, लोकसभा सीट के लिए वोटों की गिनती कई जगहों पर कराई जाती है। आमतौर पर लोकसभा क्षेत्र के सेंटर में ये मतगणना होती है।
    मतगणना एजेंट कितने हो सकते हैं
    रिटर्निंग ऑफिसर हर प्रत्याशी को काउंटिंग हॉल के लिए टेबल की व्यवस्था करने को कहता है। आमतौर पर जहां वोटों की गिनती हो रही है, वहां पर अधिकतम 15 टेबल होते हैं। 15वां टेबल रिटर्निंग ऑफिसर के लिए होता है। बाकी के 14 टेबलों पर वोट गिने जाते हैं। कोई प्रत्याशी हर टेबल के लिए एक काउंटिंग एजेंट तैनात कर सकता है। कौन किस टेबल पर बैठेगा, यह रिटर्निंग ऑफिसर ही तय करता है।
    सबसे पहले किन वोटों की गिनती होती हैं
    चुनाव आयोग का निर्देश है कि सबसे पहले पोस्टल बैलेट गिने जाएंगे। ये पोस्टल बैलेट चुनाव में लगे सुरक्षाकर्मी, पोलिंग ऑफिसर्स, पोलिंग एजेंट्स और सरकारी अफसरों और सेना के जवानों और सरकारी के होते हैं। पोस्टल बैलेट की गिनती खत्म होने के 30 मिनट बाद ही ईव्हीएम में दर्ज वोटों की गणना होती है। इनकी गणना रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) या सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (एआरओ) की ही देखरेख में होती है। ये रिटर्निंग ऑफिसर आमतौर पर जिलाधिकारी ही होते हैं।
    मतगणना प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाया जाता है
    इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईव्हीएम में तीन चीजें होती हैं-बैलेट यूनिट, जिस पर वोटर अपने पसंदीदा प्रत्याशी के लिए बटन दबाता है। कंट्रोल यूनिट,जिसमें वोटर की पसंद का रिकॉर्ड दर्ज होता है। तीसरा, वीवीपीएटी यूनिट होती है, जिसमें वोटर्स की पसंद की पर्ची निकलती है और उस पर दर्शायी जाती है। वोटिंग खत्म होने के बाद ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम में रखा जाता है।
    पोस्टल बैलेट्स के 30 मिनट बाद ईव्हीएम की गिनती
    पोस्टल बैलेट के वोटों की गिनती के 30 मिनट बाद ईवीएम की कंट्रोल यूनिट में दर्ज वोटों की गिनती शुरू होती है। मान लीजिए पोलिंग स्टेशन 1 की कंट्रोल यूनिट के मत गिने जाने हैं तो उसे टेबल नंबर 1 पर रखा जाएगा। इसी तरह बाकी की कंट्रोल यूनिट भी रखी जाएंगी। इनकी गिनती के बाद रिजल्ट को आरओ या ओआरओ की अनुमति से हॉल में सभी टेबल के सामने रखे ब्लैकबोर्ड, व्हाइट बोर्ड या टीवी सेट पर दर्शाया जाता है। हर कंट्रोल यूनिट के साथ फॉर्म 17-सी को भी लाया जाना अनिवार्य है, जिसमें संबंधित पोलिंग स्टेशन पर पड़े नंबरों का रिकॉर्ड होता है।
    कंट्रोल यूनिट कैसे खोली जाती हैं, समझें पूरी प्रक्रिया
     
     
     
     
     
    कंट्रोल यूनिट्स को काउंटिंग हॉल में कड़ी सुरक्षा के बीच बंद डिब्बों में लाया जाता है। हर कंट्रोल यूनिट की एक यूनिक आईडी होती है। काउंटिंग अधिकारी इस यूनिक आईडी का मिलान फॉर्म 17-सी में दर्ज यूनिक आईडी से किया जाता है। इसे भी कंट्रोल यूनिट्स के साथ ही काउंटिंग हॉल में लाया जाता है। वोट दर्ज होने के बाद कंट्रोल यूनिट्स पर सील लगा दी जाती है। इसे मतगणना वाले दिन काउंटिंग अफसरों और काउंटिंग एजेंटों की मौजूदगी में खोला जाता है। अगर, कंट्रोल यूनिट्स का आईडी नंबर फॉर्म 17-सी पर मौजूद आईडी नंबर से मैच नहीं होता है तो काउंटिंग एजेंट्स आपत्ति जता सकता है। आईडी नंबरों के मिलान न होने पर कंट्रोल यूनिट से जुड़ी वीवीपैट स्लिप से वोटों की गणना होगी। सब कुछ ठीक रहा तो कंट्रोल यूनिट पर रिजल्ट बटन दबा दिया जाएगा, जिसके बाद प्रत्याशी के हिसाब से वोटों की पूरी गिनती आ जाएगी।
    इलेक्शन रूल्स, 1961 का नियम 56डी क्या कहता है
    कंडक्ट ऑफ इलेक्शन रूल्स, 1961 के नियम 56डी के अनुसार, अगर किसी प्रत्याशी ने रिटर्निंग ऑफिसर के समक्ष वीवीपैट पर्चियों की गणना की मंजूरी के लिए आवेदन किया तो रिटर्निंग ऑफिसर इन आधारों पर यह मंजूरी दे सकता है। जैसेकि- वोटिंग स्टेशन पर पड़े वोटों की कुल संख्या जीतने वाले प्रत्याशी और आवेदन करने वाले प्रत्याशी यानी हारने वाले प्रत्याशी के मार्जिन वोटों से कम या ज्यादा हैं। या फिर मतदान के दिन ईवीएम और वीवीपैट में खराबी आने के बाद उसे बदला गया हो। इसके अलावा, वोट डालने के बाद अगर वीवीपैट पर्ची नहीं मिलने की शिकायत की गई है तो भी यह मंजूरी दी जा सकती है।

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  • चलती कार में आग लगी; 5 लोग जिंदा जले

    03-Jun-2024

     उत्तर प्रदेश मेरठ के जानी थानाक्षेत्र में गंगनहर पटरी पर सिसौला गांव के पास एक चलती हुई कार में रविवार रात को अचानक आग लग गई। इसमें कार सवार पांच लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई। कार सवारों ने कार से निकलने का प्रयास किया, लेकिन आग ने पूरी कार को चपेट में ले लिया था, जिससे वे निकल नहीं पाए। आग की सूचना पर फायर ब्रिगेड और जानी थाना पुलिस मौके पर पहुंची, सूचना के बाद मेरठ से पुलिस अफसर भी पहुंचे।

     
    दिल्ली नंबर की डीएल-4सी-एपी-4792 नंबर की कार रविवार रात करीब 845 बजे के आसपास जानी की ओर से कांवड़ पटरी मार्ग पर भोला झाल की ओर जा रही थी। इसी दौरान इस कार में शार्ट सर्किट से आग लग गई। ड्राइवर ने कार को रोकने का प्रयास किया, लेकिन कार अनियंत्रित हो गई और पूरी कार में आग लग गई। इस दौरान कार सवार चार वयस्कों और एक बच्चे ने बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। रास्ते से गुजर रहे अन्य राहगीरों ने वाहन रोककर मदद का प्रयास किया, लेकिन आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी। इसके बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई।
     
    जब तक पुलिस पहुंचती, उस समय तक कार पूरी तरह से जल चुकी थी। सूचना पर पहुंची दमकल की गाड़ी ने किसी तरह से आग बुझाई।
     
    एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि कार में एक बच्चा समेत पांच लोग सवार थे और सभी की जिंदा जलने से मौत हो गई। अभी किसी की पहचान नहीं हो सकी है। फिलहाल मोबाइल फोन, दस्तावेज और बाकी साधनों से मृतकों की पहचान का प्रयास किया जा रहा है। कार सोहनपाल पुत्र जयप्रकाश निवासी, प्रह्लादपुर बांगर गांव लोनी के नाम पर रजिस्टर्ड है। मामले में फोरेंसिक टीम को भी मौके पर जांच के लिए बुलाया गया है। एसपी देहात कमलेश बहादुर और सीओ सरधना खुद मौके पर पहुंचे हैं। फिलहाल छानबीन की जा रही है।

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  • सेना के साथ मुठभेड़ के दौरान लश्कर के 2 कमांडरों को पकड़ा गया

    03-Jun-2024

     जम्मू। पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट के दो शीर्ष कमांडरों को सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान पकड़ लिया गया। पुलवामा के नेहामा इलाके में आतंकी ठिकाने के बारे में सुरक्षा बलों को सूचना मिलने के बाद मुठभेड़ शुरू हुई। जब सुरक्षा बलों और पुलिस ने घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया, तो आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई। आतंकवादी रईस अहमद और रेयाज अहमद डार दोनों दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के निवासी हैं। कश्मीर जोन पुलिस ने ट्वीट किया, "पुलवामा जिले के निहामा इलाके में मुठभेड़ शुरू हो गई है। पुलिस और सुरक्षा बल काम पर लगे हुए हैं। आगे की जानकारी बाद में दी जाएगी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा अभी तक गोलीबारी जारी है और दोनों तरफ से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। आतंकवादियों के बारे में विस्तृत जानकारी का इंतजार है। 7 मई को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए थे। मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों में लश्कर समर्थित आतंकवादी संगठन रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) का सक्रिय सदस्य बासित डार भी शामिल था।


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  • पोर्श कांड के नाबालिग का बड़ा कबूलनामा

    02-Jun-2024

    पुणे 19 मई को अपनी लग्जरी गाड़ी से दो आईटी पेशेवरों को कुचलने के आरोपी किशोर ने कुबूल कर लिया है कि वह गाड़ी चलाते समय काफी ज्यादा नशे में था। इंडिया टुडे के सूत्रों की मानें तो उसने पुलिस के सामने अपना बयान दिया है जिसमें उसने कथित तौर पर इस बात को स्वीकार किया है कि उस दिन वह गाड़ी चलाते समय नशे की गिरफ्त में था।

     
    हालांकि उसने ज्यादा जानकारी पुलिस के साथ साझा नहीं की है। उसका कहना है कि उसे उस दिन हुई घटना के समय का कुछ भी ठीक से याद नहीं है। सुबह साढ़े ग्यारह बजे से दोपहर साढ़े बारह बजे तक चली पूछताछ में किशोर ने पुणे पुलिस को बताया कि भारी नशे में होने के चलते वह कुछ भी ठीक से याद नहीं कर पा रहा है।
     
    हिंदुस्तान टाइम्स से हुई बातचीत के दौरान एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि हमनें उससे घटना वाले दिन की उसकी लोकेशन, खून के सैंपल्स के साथ की गई छेड़खानी और बाकी मेडिकल टेस्ट में हुए घपले के बारे में सवाल किए लेकिन वो केवल यही बोलता रहा कि उसे कुछ याद नहीं है क्योंकि वह नशे में था।
     
    आरोपी की मां ने कहा, डॉक्टर ने मुझसे मांगा था ब्लड सैंपल
     
    आरोपी के माता पिता दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ करना शुरू कर दिया है। किशोर की मां पर आरोप था कि उन्होंने अपने बेटे की जगह अपना ब्लड सैंपल देकर सबूतों के साथ हेर फेर करने की कोशिश की है। हालांकि टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार का कहना है कि आरोपित की मां ने बताया है कि उसे अपना ब्लड सैंपल देने के लिए अस्पताल के डॉक्टर ने कहा था। आगे पूछताछ करने पर उसने कहा कि "मैं नहीं जानती की डॉक्टर ने ऐसा क्यों कहा।" फिलहाल पुलिस ने उसका बयान दर्ज कर लिया है।
     
     मां बाप और दादा ने मिलकर छिपाए सबूत
     
    पुलिस का कहना है कि आरोपित के मां बाप दोनों ने मिलकर सभी जरूरी सुबूत मिटाने की भरपूर कोशिश की है। दोनों को ही पुलिस हिरासत में भेजा जा चुका है। इनके अलावा किशोर के दादा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके ऊपर अपने ड्राइवर पर दोष लेने का दबाव डालने का आरोप है।

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