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छत्तीसगढ़

  • बेटी और भतीजी के साथ किया रेप, पैरोल पर घर आया और की दरिंदगी

    27-Oct-2024

    कोरिया। कोरिया से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। दुष्कर्म मामले में सजा काट रहे आरोपी ने पैरोल की छुट्टी में बाहर आकर अपनी ही नाबालिग बेटी और भतीजी से रेप किया। नाबालिग पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस तत्काल संज्ञान लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया है। घटना बैकुंठपुर थाना क्षेत्र की है। दरअसल, 22 अक्टूबर को 11 वर्षीय नाबालिक पीड़िता थाना बैकुंठपुर में उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसका पिता 19 अक्टूबर के रात करीब 12 बजे उसे जान से मारने की धमकी देकर घर के कमरे में उसके साथ बलात्कार किया है। इतना ही नहीं आरोपी पिता ने 21 अक्टूबर की दोपहर लकड़ी लेने के बहाने गड़ा-बूढा जंगल में ले जाकर फिर से बलात्कार किया। इस रिपोर्ट पर पीड़िता की उम्र 12 वर्ष से कम होने एवं आरोपी के संरक्षक होने के बावजूद अनैतिक कृत्य लैंगिक संभोग करने पर अपराध क्रमांक 330 /24, धारा - 64(2), 65(2), 87, 127 BNS एवं पोक्सो एक्ट की धारा 6 का अपराध पंजीबद्ध कर जाँच में लिया गया।  उसी आरोपी ने अपनी नाबालिक 12 वर्षीय भतीजी के साथ भी दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। पीड़िता की शिकायत के मुताबिक, आरोपी चाचा घटना 21 अक्टूबर के शाम करीबन 5 बजे जब वह घर में थी। उसी समय गलत करने के नियत से इसके हाथ को पकड़कर जबरन खींचते हुए भूकभूकी जंगल के पहाड़ में ले जाकर जान से मारने की धमकी देते हुए उसके साथ बलात्कार किया। उक्त रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 331/24, धारा - 64(2), 65(1), 87, 127 BNS एवं पोक्सो एक्ट की धारा 6 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।उपरोक्त दोनों घटनाओं से पुलिस अधीक्षक कोरिया सूरज सिंह परिहार को अवगत कराया गया। एसपी कोरिया द्वारा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का निर्माण किया गया l तत्काल आरोपी को पकड़ने निर्देशित किया गया। चूकि ऐसा जल्द नहीं होने पर उसके द्वारा ऐसे ही अन्य घटना को अंजाम देने की सम्भावना बन रही थी। सम्भावना इसलिए भी थी क्यूंकि आरोपी को पूर्व के बलात्कार के केस में आजीवन कारावास की सजा न्यायालय द्वारा दिया गया है, जो कि वर्तमान में केंद्रीय जेल अंबिकापुर में सजा काट रहा था और पैरोल पर छूट कर अपने घर आया हुआ था ल दोनों प्रकरणों में आरोपी एक ही है। कोरिया पुलिस की विशेष टीम आरोपी के रिश्तेदारो, पड़ोसियों एवं आस-पास के गांव वालों से पूछताछ कर लगातार आरोपी की पतासाजी कर रही थी। आरोपी घटना के बाद 21 अक्टूबर की रात से ही फरार हो गया था। पुलिस द्वारा आरोपी को पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा था। आरोपी अपने पास मोबाइल नहीं रखा था, आरोपी के द्वारा एक दो बार अन्य व्यक्ति के मोबाइल का उपयोग किया था। साइबर सेल के टेक्निकल इनपुट एवं आसपास के क्षेत्र के लोगो से प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम द्वारा आरोपी को जिला कोरबा के थाना बांगो क्षेत्र के बुरनी झरिया, आम टिकरा एवं चौकी कोरबी क्षेत्र के पहाड़ी एरिया एवं उसके आसपास के क्षेत्र ग्राम बनेया (सरमहा) से 26 अक्टूबर की शाम को दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। आरोपी के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही कर उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। 

  • लाखों रुपए का अवैध पटाखा जब्त, व्यापारी गिरफ्तार

    27-Oct-2024

    जांजगीर-चांपा। जिले में अवैध पटाखा स्टोर कर रखने वालों पर लगातार कार्रवाई जारी है। पामगढ़ पुलिस ने दो आरोपियों के पास से ढाई लाख रुपए से अधिक का अवैध पटाखा जब्त किया है। दोनों आरोपियों पर विस्फोटक अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस ने बताया धनेली गांव के आकाश मिश्रा के कब्जे से दो लाख ग्यारह हजार रुपए का अवैध पटाखा जब्त किया गया है। वहीं धाराशिव गांव के रहने वाले एक अन्य आरोपी बनवारी राठौर के कब्जे से 47 हजार रुपए का माल बरामद किया गया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम 1884 के तहत मामला दर्ज किया गया। 

  • भ्रम में जीते हैं लोग, मानते हैं खुद को बड़ा दानी, जबकि देने वाला तो कोई और ही है

    27-Oct-2024

    ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय |

    ’’देनहार कोऊ और है!’’ अर्थात् देने वाला कोई और है, हम किसी को कुछ दे नहीं सकते हैं, केवल चीजों को हस्तांतरित करते हैं। रहीम खानखाना का दान देने का अपना ही एक अनोखा अंदाज़ था। रहीम जब भी किसी को दान देते, तो अपनी आँखें नीची रखते और कभी भी लोगों से आँखें नहीं मिलाते थे।
    ज्ञानियों की मानें तो – इस संसार में देनहार ईश्वर के अलावा कोई भी नहीं है। जब मनुष्य के पास कुछ है ही नहीं तो फिर देने की बात ही बेमतलब है। जो धन-सम्पति मनुष्य के पास उपलब्ध है, उसे मनुष्य समझ लेता है कि वह उसका है, यह सबसे बड़ा भ्रम है।
    हम देने वाले कैसे – जो कुछ भी हमारे पास है, वह किसी और का दिया हुआ है, तो फिर जब हमारे द्वारा किसी और के पास वह वस्तु हस्तांतरित होती है तो हम देने वाले कैसे हो सकते हैं।
     
    एक प्रेरक प्रसंग – रहीम खानखाना का नियम था, कि वे प्रतिदिन गरीब याचकों को दान देते थे और देते समय वह कभी अपनी नज़र दान लेने वाले पर नहीं डालते थे। वह नज़र नीचे करके रूपए-पैसों के ढेर से मुट्ठी भरकर गरीबों को देते थे। अपने नियम अनुसार एक दिन जब वह गरीबों को दान दे रहे थे तो उनसे किसी ने पूछा, ‘जैसे-जैसे आपका हाथ दान देने के लिए उठ रहा है, आपके नैन नीचे क्यों झुकते जा रहे हैं? तुम ऐसे दान क्यों देते हो? ऐसा तुमने कहां से सीखा?’
    ऐसी देनी देन जू कित सीखे हो सैन। ज्यों-ज्यों कर ऊँचे करो, त्यों-त्यों नीचे नैन।।
    इस पर रहीम ने दोहे के रूप में इसका उत्तर दिया,
     
    ‘देनहार कोउ और है, भेजत सो दिन रैन। लोग भरम हम पै धरैं, याते नीचे नैन’
    देने वाला तो कोई और ही है, जो दिन-रात दे रहा है, लेकिन लोग समझते हैं कि मैं दे रहा हूं, इसलिये मेरी आंखें अनायास ही शर्म से झुक जाती हैं। मनुष्य कहां किसी को कुछ दे सकता है, देने वाला तो दूसरा ही है, जो दिन-रात भेजता रहता है, इन हाथों से दिलवाने के लिए। लोगों को व्यर्थ ही भ्रम हो गया है कि रहीम दान देता है। मेरे नेत्र इसलिए नीचे को झुके रहते हैं कि मांगने वाले को यह भान न हो कि उसे कौन दे रहा है, और दान लेकर उसे दीनता का एहसास न हो। कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि पहले प्रश्न वाला दोहा गोस्वामी तुलसीदास का है, वहीं कुछ लोग इसे कवि गंग का मानते हैं। लेकिन प्रश्न चाहे किसी ने भी किया हो, महत्वपूर्ण बात तो रहीम के उत्तर में निहित है, कि दान देते समय या किसी की मदद करते समय हमारे मन में अभिमान नहीं बल्कि नम्रता का भाव होना चाहिए।
     
  • देव दिवाली कब है, जानें देवता इस दिन क्यों मनाते हैं दीपावली

    27-Oct-2024

    देव दिवाली को देवताओं की दिवाली भी कहा जाता है। इस साल देव दीपावली15 नवंबर को है। पौराणिक मान्यता है कि भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नाम राक्षस का वध करके देवताओं को राक्षस के आंतक से मुक्ति दिलाई थी। तब सभी देवताओं ने दीपक जलाकर भगवान शिव का स्वागत करके उत्सव मनाया था। प्राचीन काशी यानी वर्तमान वाराणसी से देव दिवाली की विशेष परम्परा जुड़ी हुई है।

     
    देव दिवाली कब है।
    देव दीपावली इस साल 15 नवंबर को है। देव दिवाली कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार देव दिवाली 15 नवंबर 2024 को दोपहर 12 बजे से शुरू होकर 19 नवंबर 2024 को शाम 05 बजकर 10 मिनट पर समाप्त होगी। देव दिवाली की तिथि दिवाली के 15 दिनों बाद मनाई जाती है। हिंदू धर्म में कार्तिक मास के दौरान तीन दिवाली मनाई जाती हैं। कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को छोटी दिवाली, अमावस्या को दिवाली और कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली मनाई जाती हैं। आइए, जानते हैं देव दिवाली का महत्व और इससे जुड़ीं खास बातें।
     
    देव दिवाली क्यों मनाते हैं
    कार्तिक पूर्णिमा को देवता दिवाली मनाते हैं इसलिए इस विशेष दिवाली को देव दिवाली कहते हैं। इस दिन देवताओं ने भगवान शिव द्वारा त्रिपुरासुर राक्षस के वध के बाद स्वर्गलोक में दीप जलाए थे। मान्यता है कि त्रिपुरासुर के वध के बाद सभी देवताओं ने स्वर्गलोक में दिवाली मनाई थी।
     
    देव दिवाली का महत्व
    पौराणिक कथाओं के अनुसार त्रिपुरासुर नामक राक्षस ने तीनो लोको पर राज स्थापित कर लिया था। देवता त्रिपुरासुर के अत्याचारों से त्रस्त होकर भगवान शिव की शरण में गए और उनसे प्रार्थना करने लगे, कि वे सभी को इस राक्षस से मुक्ति दिलाएं। देवताओं की प्रार्थना सुनकर भगवान शिव ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन त्रिपुरासुर राक्षस का वध कर दिया। भगवान शिव को त्रिपुरासुर के वध के बाद ‘त्रिपुरारी’ नाम से भी जाना जाने लगा। राक्षस के अत्याचारों से मुक्ति मिलने पर सभी देवताओं ने स्वर्गलोक में दीप जलाकर दिवाली मनाई। तभी से कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली के रूप में मनाया जाने लगा।
     
    देव दिवाली कैसे मनाई जाती है
    देव दिवाली को देवताओं की दिवाली कहा जाता है। पौराणिक मान्यता है कि इस दिन देवता धरती पर रूप बदलकर दिवाली मनाने आते हैं इसलिए देवताओं के लिए दीए जलाने की परम्परा है। वाराणसी में देव दिवाली से जुड़ी विशेष परम्परा है। देव दीपावली वाराणसी में हर साल गंगा के तट पर दीपक जलाकर मनाई जाती है। देव दिवाली पर पूरे वाराणसी यानी प्राचीन काशी में अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। इस दिन लोग मुख्य रूप से जलाशयों के पास दीपक रखकर प्रकाश करते हैं। साथ ही भगवान की विशेष रूप से पूजा अर्चना भी की जाती है। 
  • RI ने मिरर छत्तीसगढ़ चनैल संचालनकर्ता के खिलाफ दर्ज कराया FIR...

    26-Oct-2024

    सूरजपुर। इंस्टाग्राम चैनल में पोस्ट हुए एक वीडियो को आपत्तिजनक बताते हुए सूरजपुर पुलिस लाइन के रक्षित निरीक्षक ने रिपोर्ट कोतवाली थाने में दर्ज कराई है। रिपोर्ट पर इंस्टाग्राम चैनल के संचालक के खिलाफ पुलिस ने अपराध दर्ज किया है। इंस्टाग्राम में पोस्ट वीडियो में आरआई के खिलाफ वीडियो बनाने को लेकर कमेंट किए गए हैं। सूरजपुर पुलिस लाइन के आरआई अशोक गिरी ने सूरजपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि इंस्टाग्राम आईडी मिरर छत्तीसगढ़ के संचालक द्वारा एक वीडियो पोस्ट किया गया है, जिसमें अशोक गिरी के फोटो एवं वीडियो को गलत तरीके से कंटेंट बनाकर पोस्ट किया गया है। उक्त वीडियो में किसी महिला द्वारा व्यक्तिगत तौर पर आरआई अशोक गिरी का नाम लेकर छवि को धूमिल करने गलत तरीके से वीडियो व फोटो को प्रस्तुत किया गया है। रिपोर्ट में अशोक गिरी ने कहा कि उक्त पोस्ट में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। मेरे द्वारा शासकीय वाहन का दुरूपयोग बताया गया है, जो असत्य है। मिरर छत्तीसगढ़ के संचालनकर्ता द्वारा किसी भी प्रकार से मेरा पक्ष जानने का प्रयास नहीं किया गया है। फर्जी एडिटिंग एवं वीडियो फोटो को काट-छांट कर (छेड़छाड़ कर) दुष्प्रचार किया जा रहा है। अशोक गिरी ने बताया कि कई लोगों ने उन्हें व्हाट्सअप द्वारा उक्त वीडियो भेजा है। उक्त वीडियो को तेजी से वायरल किया जा रहा है, जिससे प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। आरआई की रिपोर्ट पर सूरजपुर पुलिस ने इंस्टाग्राम चैनल मिरर छत्तीसगढ़ के संचालक के खिलाफ धारा 336;4द्ध बीएनएस के तहत पुलिस ने एफआईआर किया है। सूरजपुर पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

  • रेलवे लाइन से चुराए तांबा तार, 2 चोर गिरफ्तार

    26-Oct-2024

    रायगढ़। घरघोड़ा पुलिस ने रेलवे कैटनरी तांबा तार चोरी के एक और मामले को सुलझा लिया है। अजय निकुंज, निवासी साडा कॉलोनी कोरबा, थाना पुसौर, जिला रायगढ़ ने थाना घरघोड़ा में शिकायत दर्ज कराया कि 16-17 अक्टूबर की मध्यरात्रि में अज्ञात चोरों ने ग्राम बरकसपाली रेलवे लाइन के पोल नंबर 40/2, 41/7 से लगभग 100 मीटर कैटनरी तांबा तार (कीमत ₹35,000) चोरी कर लिया। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्र. 304/2024 धारा 303(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। माल मुल्जिम पतासाजी के दौरान संदिग्ध नोहर सिंह, निवासी कोगनारा, को मुखबिर की सूचना के आधार पर हिरासत में लिया गया। सख्ती से पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने अपने साथी देवनाथ राठिया के साथ मिलकर बरकसपाली रेलवे लाइन से तांबा तार काटकर चोरी की थी। दोनों आरोपियों ने बांस और लोहे की आरी का उपयोग कर तांबा तार के टुकड़े किए थे। नोहर सिंह के मेमोरंडम पर 30 मीटर कैटनरी तांबा तार (कीमत ₹25,000) और चोरी में प्रयुक्त आरी पत्ती बरामद की गई। प्रकरण में दो आरोपियों के होने से धारा 3(5) बीएनएस जोड़ी गई। पुलिस ने देवनाथ राठिया की तलाश कर उसे हिरासत में लिया, जिसने पूछताछ में बताया कि उसने नोहर सिंह के साथ मिलकर तांबा तार को काटा और आपस में बांट लिया। देवनाथ राठिया से 69 मीटर कैटनरी तांबा तार (कीमत ₹55,000) बरामद हुआ, जिसे गवाहों के सामने विधिवत जब्त कर लिया गया है। गिरफ्तार आरोपी देवनाथ राठिया पहले भी चोरी के अपराध (अपराध क्र. 433/22 धारा 379, 34 भादवि) में संलिप्त रह चुका है। दोनों आरोपियों को आज घरघोड़ा पुलिस द्वारा न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। गिरफ्तार आरोपी (1) नोहर सिंह पिता लाला राम उम्र 35 वर्ष सा. केराकछार, थाना करतला जिला कोरबा हामु कोगनारा, थाना घरघोडा जिला रायगढ छ.ग. (2) देवनाथ राठिया पिता वीरसिंह राठिया उम्र 36 वर्ष सा. कोगनारा, थाना घरघोडा जिला रायगढ छ.ग. 

  • इको टूरिज्म स्थल जबर्रा गाँव में शैक्षिक भ्रमण के लिए पहुंचे पुणे महाराष्ट्र के छात्र

    26-Oct-2024

    धमतरी। जिले के नगरी ब्लाक के ग्राम जबर्रा गाँव को जिला प्रशासन द्वारा पर्यावरण पर्यटन इको टूरिज्म के रूप में विकसित कर रहा है। यहां प्रदेश, देश विदेश से भी पर्यटक आने लगे हैं यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने पुणे महाराष्ट्र के छात्र दो दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण के लिए इको टूरिज्म स्थल जबर्रा गाँव पहुंचे। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और वन संसाधन को देख छात्र खुशी से गदगद हुए और मम्मी पापा के साथ पुनः इको टूरिज्म जबर्रा गाँव आने की बात कही। इको टूरिज्म हीलर्स के अध्यक्ष माधव सिंह मरकाम ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे समूह को इको टूरिज्म हीलर्स के नाम से जाना जाता है जिसमें 20 सदस्य निरंतर यहां कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमारे गांव में एशिया महाद्वीप में सबसे ज्यादा औषधि पाए जाने वाला जंगल है। हम लोग जबसे टूरिज्म समिति चला रहे हैं तब से विदेश के लोग भी आते हैं और आदिवासी कल्चर आदिवासी पारंपरिक भोजन एवं अन्य प्राकृतिक गतिविधियां की उन्हें जानकारी देते हैं।जबर्रा गाँव औषधीय पौधों के लिए अपनी अनूठी प्राकृतिक छटा के लिए प्रसिद्ध है। यहां लंबी पैदल यात्रा, ट्रेकिंग, नेचर ट्रेल वॉक के लिए एक उभरता हुआ पर्यटन स्थल है । वे जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में कार्य करते हैं उन्होंने जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए बताया कि वे अभी बाहर कार्य करने नहीं जाते हैं और यह इको टूरिज्म 2020 से प्रारंभ हुआ है। उन्हें प्रशिक्षण दिया गया है, जिससे हम यहां आने वाले पर्यटकों को सही जानकारी दे सकें। पर्यटको के आने से अब उनकी आर्थिक मे सुधार हो रहा है। इको टूरिज्म हीलर्स समिति के अध्यक्ष ने बताया कि शैक्षणिक भ्रमण में पुणे महाराष्ट्र से आए छात्रों को वनों में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के औषधीय जड़ी बूटियों, पहाड़ों एवं घने वनों , पारंपरिक आदिवासी संस्कृति, खानपान भोजन के संबंध में जानकारी छात्रों को दी गई। शैक्षणिक भ्रमण में आए छात्रों ने औषधि, पहाड़, संस्कृति, चिड़ियों की चहचहाहट, सुंदर वनों से सजे प्राकृतिक सुंदरता को करीब से देखा और शांति एवं सुकून महसूस किया। छात्रों ने कहा कि पुणे बड़ा शहर है जिसके कारण शुद्ध पर्यावरण हमें नहीं मिल पाता। यहां आकर शांति सुकून एवं आनंद प्राप्त हुआ। वे जंगल में जंगली जानवरों के पांव के निशान देखकर भी बेहद खुश हुए।आने वाले समय में मम्मी पापा के साथ आने की बात कही। छात्रों ने यहां की पारंपरिक इडहर की सब्जी, चिला की रोटी बहुत पसंद आयी । 

  • दीवाली और छठ पूजा के दौरान ट्रेनों की बुकिंग बढ़ी

    26-Oct-2024

    रायपुर। दीवाली और छठ पूजा के दौरान लंबी दूरी की ट्रेनें पूरी तरह पैक हो चुकी हैं। खासकर उत्तर भारत जाने वाली ट्रेनों, जैसे सारनाथ, साउथ बिहार, हटिया, गोंडवाना, छत्तीसगढ़, गोंदिया-बरौनी, और समता में दिसंबर के दूसरे सप्ताह के बाद ही कंफर्म टिकट मिल रहा है।

     
    वर्तमान में अधिकांश ट्रेनों में 50 से 60 वेटिंग चल रही है, जबकि उत्तरप्रदेश जाने वाली सारनाथ और गोंदिया-बरौनी की ट्रेनें नवंबर माह तक पूरी तरह से भरी हुई हैं। जैसे-जैसे दीवाली और छठ पर्व नजदीक आ रहा है, रायपुर से गुजरने वाली ट्रेनों की बुकिंग लगातार बढ़ रही है।
     
    विशेषकर 24 अक्टूबर से 27 अक्टूबर के बीच अधिकांश ट्रेनों की सीटें पूरी तरह से भर चुकी हैं, और वेटिंग लिस्ट 50 से अधिक हो गई है। उत्तर भारत की ओर जाने वाले ट्रेनों के एसी कोच के किसी भी श्रेणी में टिकट मिलना अब मुश्किल हो गया है।
     
    त्योहार के समय घर जाने वाले यात्रियों के लिए तत्काल टिकट ही एकमात्र विकल्प रह गया है। रायपुर से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, और झारखंड जाने वाले यात्रियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है, जबकि ट्रेनों की संख्या कम होने से भीड़ बढ़ गई है।
  • रायगढ़ में करंट की चपेट में आने से एक साथ तीन हाथियों की मौत

    26-Oct-2024

    रायगढ़। रायगढ़ के धरमजयगढ़ वनक्षेत्र में आज हाई वोल्‍टेज करंट की चपेट में आने से एक साथ 3 हाथियों की मौत हो गई है।

     
    वन विभाग के अनुसार रायगढ़ वन क्षेत्र में हाथियों का एक दल घुम रहा है। दल में करीब 140 हाथी हैं। इनमें करीब 36 नर, 34 बच्‍चे और 72 मादा हाथी शामिल हैं।
    बताया जा रहा है कि हाथियों के दल पर आज सुबह वन क्षेत्र में 11 केवी बिजली लाईन टूटकर गिर गई।
     
    इससे उसकी चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत हो गई। जानकारी मिलते ही वन विभाग और बिजली विभाग की टीम मौके पर पहुंची है।
  • राष्ट्रपति मुर्मू ने छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के साथ खिंचवाई ग्रुप फोटो

    26-Oct-2024

    रायपुर । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदायों के लोग अपनी जीवन-पद्धति, खान-पान, लोक-नृत्य, लोक-संगीत, लोकवाद्यों, कलाओं रीति-रिवाजों, तीज-त्यौहारों, अस्थाओं और अन्य आदिम परंपराओं से काफी प्रभावित हुईं। छत्तीसगढ के पारंपरिक वेषभूषा में सजे आदिवासियों के साथ सामुहिक छायाचित्र लिया गया।

     
    इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, लोकसभा क्षेत्र रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक खुशवंत साहेब एवं रोहित साहू उपस्थित थे।
     
     
    राष्ट्रपति को अपने बीच पाकर छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदायों के लोग अभिभूत हो गए। छत्तीसगढ़ के गौरवशाली ‘पुरखौती मुक्तांगन’ में राष्ट्रपति मुर्मु ने छत्तीसगढ के जनजातीय समाज के गौरव और आत्मसम्मान को बढाने और उन्हे सम्मान देते हुए छत्तीसगढ के सरगुजा, बस्तर और दंतेवाडा जिले के नर्तक दलों के साथ छायाचित्र कराया गया। सरगुजा, बस्तर और दंतेवाडा जिले के नर्तक दलों में शमिल महिला और पुरूषों में पांरपरिक वेषभूषा में संज-संवरकर तैयार थे।
     
    इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति विवेक आचार्य भी उपस्थित थे।
  • छत्तीसगढ़ के निर्माण श्रमिकों के लिए तीन नई योजनाओं की शुरुआत

    26-Oct-2024

    रायपुर । छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के 28 लाख निर्माण श्रमिकों के कल्याण के लिए तीन नई योजनाओं की घोषणा की है। इन योजनाओं का अनुमोदन श्रम मंत्री और छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष लखन लाल देवांगन की अध्यक्षता में शुक्रवार को नवा रायपुर में आयोजित संचालक मंडल की तृतीय बैठक में हुआ।

     
    नई योजनाएं और उनके लाभ:
     
    उत्कृष्ट शिक्षा योजना:
     
    छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर इस योजना की शुरुआत की जाएगी। इसका उद्देश्य निर्माण श्रमिकों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है।
     
    निःशुल्क कोचिंग योजना:
     
    इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों और उनके बच्चों को उच्च शिक्षा की तैयारी के लिए आईआईटी, जेईई, नीट, और सीए जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग उपलब्ध कराई जाएगी।
     
    निर्माण मजदूर परिवार सशक्तिकरण योजना:
     
    इस योजना का उद्देश्य निर्माण श्रमिकों के परिवारों को सशक्त करना और उनके बच्चों को कौशल उन्नयन के अवसर प्रदान करना है।
     
    स्वास्थ्य और सुरक्षा योजनाएं:
     
    बोर्ड ने निर्माण श्रमिकों और उनके परिवारों के निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण की योजना बनाई है, जो स्वास्थ्य विभाग और ईएसआईसी के सहयोग से किया जाएगा। इस पहल से 26 लाख से अधिक श्रमिकों को लाभ मिलेगा।
     
    असंगठित श्रमिकों के लिए विशेष प्रावधान:
     
    बोर्ड ने यह भी घोषणा की है कि अपंजीकृत निर्माण श्रमिकों की कार्यस्थल पर मृत्यु होने पर उनके परिवार को 1 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इस निर्णय के अंतर्गत, महासमुंद जिले के मृतक श्रमिक परमानंद ध्रुव के परिवार को सहायता राशि दी जाएगी।
     
    अन्य महत्वपूर्ण निर्देश:
     
    बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की श्रमिक सम्मेलन में की गई घोषणा के अनुरूप, “शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना” को सभी जिलों में लागू करने के निर्देश दिए गए। इस योजना के तहत, वर्तमान में 9 जिलों में 33 भोजन केंद्र संचालित किए जा रहे हैं।
     
    इस बैठक में श्रम विभाग की सचिव अलरमेल मंगई डी, वित्त विभाग की विशेष सचिव शीतल वर्मा, बीओसी की सचिव सविता मिश्रा, और मुख्य निरीक्षक सह श्रमायुक्त एसएस पैकरा समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
  • राष्ट्रपति मुर्मु ने किए भगवान जगन्नाथ के दर्शन

    26-Oct-2024

    रायपुर । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु छत्तीसगढ़ प्रवास के दूसरे दिन शनिवार को रायपुर के गायत्री नगर स्थित महाप्रभु भगवान जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर देशवासियों के सुख-समृद्धि और निरंतर प्रगति के लिए आशीर्वाद मांगा।

     
    राष्ट्रपति मुर्मु इस दौरान जगन्नाथ सेवा समिति के सदस्यों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना। उन्होंने इस मौके पर मंदिर पहुंचे प्रदेश के जनप्रतिनिधियों एवं वरिष्टजनों से भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल रामेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक पुरंदर मिश्रा सहित मंदिर समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।
     
     
    गौरतलब है कि ओड़िसा के जगन्नाथ पुरी स्थित महाप्रभु भगवान जगन्नाथ के पांव छत्तीसगढ़ के सोंढूर, पैरी और महानदी के त्रिवेणी संगम के तट पर स्थित प्रयाग नगरी राजिम में पड़े थे, जिसे वर्तमान में भगवान कुलेश्वर मंदिर के रूप में आज लाखों श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते हैं। इसी की याद में गायत्री नगर में भी महाप्रभु भगवान जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कराया गया है।
  • राष्ट्रपति के समक्ष आदिवासियों ने पारंपरिक वेशभूषा में प्रसिद्ध लोकनृत्य का किया प्रदर्शन

    26-Oct-2024

    रायपुर। भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मृर्मु को अपने बीच पाकर छत्तीसगढ़ के लोग हमेशा गौरवान्वित होते हैं, विशेष रूप से यहां के जनजातीय समाज स्वयं को बहुत प्रतिष्ठित महसूस कर रहा है।

     
    छत्तीसगढ़ के गौरवशाली ‘पुरखौती मुक्तांगन‘ में आयोजित सरगुजा प्रखण्ड के लोकार्पण और महतारी वंदन की 9 वीं किस्त की राशि के अंतरण के अवसर पर छत्तीसगढ के आदिवासी समुदाय के लोगों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदायों के लोग अपनी जीवन-पद्धति, खान-पान, लोक-नृत्य, लोक-संगीत, लोकवाद्यों, कलाओं रीति-रिवाजों, तीज-त्यौहारों, अस्थाओं और अन्य आदिम परंपराओं को सहेज कर रखा है। नर्तक दलों ने अपने नृत्य के माध्यम से बताया कि जनजातीय समाज के गौरव और आत्मसम्मान को बढ़ाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। जनजातीय समाज का कल्याण करने सरकार प्रतिबद्ध है।
     
     
    छत्तीसगढ़ के गौरवशाली ‘पुरखौती मुक्तांगन‘ में भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु को अपने बीच पाकर हमारे छत्तीसगढ के आदिवासी समुदाय के लोगों ने अपनी पहचान नृत्य के माध्यम में प्रस्तुत की। जिला सरगुजा, विकासखण्ड मैनपाट के ग्रमा डांगबुड़ा के नर्तक दल ने सरगुजा संभाग के आदिवासियों के प्रसिद्ध लोकनृत्य करमा का पुरूष पारंपरिक वेशभूषा में धोती, कुर्ता, पगड़ी, मयूरपंख सहित और महिलाएं साड़ी- ब्लाउज के साथ पैर में घुंघरू पहनकर मांदर और झांझ बजाते हुए नृत्य का प्रदर्शन किए। करमा नृत्य लगभग हर खुशी के अवसर पर किया जाता है।
     
    इसी प्रकार दंतेवाडा जिला के विपकासखण्ड गीदम के ग्राम जोड़तराई के नर्तकदल ने गौर नृत्य कर पारंपरिक बस्तर के विभिन्न त्यौहारों के जैसे- अमुस तिहार, नवाखाई आमा पण्डुम, शादी-विवाह आदि में महिलाओं और पुरूषों के द्वारा मिलकर सामुहिक रूप से पांरपरिक तरीके से नृत्य का प्रदर्शन किए।
     
    जिला जशपुर के विकासखण्ड कांसाबेल के ग्राम टाटीडांड के नर्तकों ने करमा अपने नृत्य के माध्यम से बताया कि करमा दशहरा के चार दिन बाद गाड़ते हैं, शाम को करम डगाल काटकर गाड़तें हैं और रातभर करमा नृत्य करते हैं । यही राजी करमा के नाम से भी जाना जाता है। इस करमा को बड़े घुमघाम से मनाया जाता है। इसी प्राकर दीपावली करमा दीपावली के दिन शाम को करम पेड से डगाल काटकर गाडते हैं और और रातभर करमा नृत्य करते हुए सुबह विसर्जन करते हैं। इस करमा में गोवर्धन पूजा, लक्ष्मी पूजा भी करते हैं।
  • गौ-सेवक ने अपने जन्मदिन पर 200 गायों को खिलाया 2000 किलो फल-सब्जियां

    26-Oct-2024

    खैरागढ़। जिले में गौ-सेवक ने अपने जन्मदिन पर गायों को पार्टी दी है। मनोहर गौशाला में 2000 किलो फल-सब्जियों को रंगोली की तरह सजाया, इसमें 9 घंटे का समय लगा। गौ-वंशों को विशेष फ्रूट और सलाद की अनोखी पार्टी दी गई, जिसका वीडियो भी सामने आया है।

     
    खैरागढ़ निवासी युवा कारोबारी चमन डाकलिया ने अपने जन्मदिन पर गौ सेवा करने का मैसेज दिया है। गायों के लिए पिकअप और ट्रक में सब्जी-फल लादकर लाए गए। सब्जी के रंगों से इसे सजाया गया, जिसे 200 गायों ने खाया। इसमें लागत करीब एक लाख रुपए आई है।
     
    चमन ने बताया कि, मैं 9 साल से ऐसा कर रहा हूं। शुरुआत में मैंने 100 रोटियां बनाकर गायों को खिलाई थी। इसके बाद कभी गुड़ की रोटी और कभी लापसी तैयार करवाई। ड्राई फ्रूट की दावत भी गायों को दे चुका हूं। मनोहर गौ शाला की शुरुआत करने वाले पदम डाकलिया से इंस्पायर होकर हमने यह किया है।
  • इंडियन ब्रायलर चिकन शॉप को अज्ञात लोगों ने जेसीबी चलाकर तोडा

    26-Oct-2024

    बिलासपुर। इंडियन ब्रायलर चिकन शॉप को अज्ञात लोगों द्वारा जेसीबी चलाकर तोड़ दिया गया है। घटना की लिख्ति शिकायत सिविल लाईन थाना में की गई है। इंडियन ब्रायलर फार्म के सुपरवाईजर अंशुनेश्वर साहू ने थाना में लिखित शिकायत करते कहा है कि जरहाभाठा महाराणा प्रताप चौक स्थित इंडियन ब्रायलर चिकन शॉप को राजेश कोटवानी के साथ किराये पर अनुबंध कर विगत कई साल से संचालित किया जा रहा था।

     
    पिछले साल राजेश कोटवानी से विवाद होने पर जिला भाड़ा नियंत्रक अधिकारी बिलासपुर के समक्ष जाकर दुकान पर बेदखली के विरूद्ध स्टे प्राप्त किया था।
     
    विगत रात अज्ञात व्यक्तियों द्वारा जेसीबी मशीन से दुकान को तोडक़र ध्वस्त कर दिया गया है। जिसमें सैकड़ों की तादाद में मुर्गियां दबकर मर गईं। साथ ही पूरा फर्नीचर, डीप फ्रीजर, दुकान में रखी ब्वायलिंग मशीन आदि क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिसके कारण लगभग 5 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। जिसकी सूचना सिविल लाईन थाना में की गई है। पुलिस मौके पर पहुंचकर विवेचना एवं पंचनामा आदि की कार्रवाई कर रही है।
  • प्रदेश सचिव ताजुल अहमद के जन्मदिन पर प्रदेशवासियों एवं लोक जगत परिवार की तरफ से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं

    26-Oct-2024

    रायपुर - प्रदेश सचिव ताजुल अहमद के जन्मदिन पर प्रदेशवासियों एवं लोक जगत परिवार की तरफ से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदेश सचिव ताजुल अहमद जी आज अपना 22वां जन्मदिन राजधानी रायपुर में मना रहे हैं. इस अवसर पर छत्तीसगढ़ वासियों व लोकजगत परिवार की तरफ से प्रदेश सचिव ताजुल अहमद को जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं,

  • राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के हाथों इंजीनियरिंग के होनहार विद्यार्थियों को मिला स्वर्ण पदक

    25-Oct-2024

    राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के हाथों इंजीनियरिंग के होनहार विद्यार्थियों को मिला स्वर्ण पदक

    निष्ठा, नैतिकता और कुशलता के साथ निरंतर काम करने वालों को सहज ही सम्मान प्राप्त होता है – राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु

    राष्ट्र निर्माण में तकनीकी कौशल और ज्ञान के सही उपयोग पर राष्ट्रपति ने दिया ज़ोर

    एनआईटी रायपुर के दीक्षांत समारोह में पहली बार राष्ट्रपति का आगमन
     
    रायपुर, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर के लिए आज 25 अक्टूबर का दिन ऐतिहासिक रहा। देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज संस्थान के 14वें दीक्षांत समारोह में अपनी गरिमामय मौजूदगी दी और 12 होनहार विद्यार्थियों को उनकी बेहतरीन शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए अपने हाथों से स्वर्ण पदक प्रदान किया। राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू भी दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।
     
     
    रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आज आयोजित एनआईटी के दीक्षांत समारोह में वर्ष 2023-24 में संस्थान से ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी किए 1439 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं। इनमें बी.टेक. और बी.आर्क. प्रोग्राम के 1044, एमसीए और एम.टेक. प्रोग्राम के 225 और पीएचडी के 170 विद्यार्थी शामिल थे।
     
    राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने विद्यार्थियों को एनआईटी जैसे उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान से शिक्षा ग्रहण कर डिग्री प्राप्त करने पर हृदय से बधाई दी। उन्होंने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए विद्यार्थियों से कहा कि आज आप अपने जीवन के एक महत्वपूर्ण चरण को पूरा कर दूसरे चरण में प्रवेश कर रहे हैं।
     
    आप लोगों ने अपने परिश्रम और प्रतिभा के बल पर विशिष्ट मान्यता प्राप्त की है। विद्यार्थियों की सफलता में परिवार के प्रोत्साहन तथा प्राध्यापकों के मार्गदर्शन की निर्णायक भूमिका होती है। मैं सभी विद्यार्थियों के परिवार-जनों तथा प्राध्यापकों को भी बधाई देती हूं
     
    राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने अपने संबोधन में कहा कि तकनीक का विकास विज्ञान पर निर्भर होता है। इंजीनियरिंग में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए अत्याधुनिक वैज्ञानिक प्रगति के बारे में जानकारी बनाए रखना आप सब के लिए सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि डिजिटल इनक्लुजन के क्षेत्र में भारत की सफलता ने पूरे विश्व को आश्चर्यचकित कर दिया है। हमारे देश में ऐसे अन्य उदाहरण प्रस्तुत करने की संभावनाएं और क्षमताएं विद्यमान हैं। एनआईटी रायपुर जैसे उच्च तकनीकी शिक्षण संस्थानों और आप जैसे युवाओं में यह उत्साह होना चाहिए कि ऐसी संभावनाओं को समझें और उन्हें कार्यरूप प्रदान करें। आप अपने योगदान का दायरा जितना अधिक विस्तृत करेंगे, उतना ही अधिक आपका व्यक्तिगत विकास होगा। बड़ी सोच, बड़ी आकांक्षाओं को जन्म देती है। बड़ी आकांक्षाएं ही प्रभावशाली यथार्थ का रूप लेती हैं।
     
    राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि जो व्यक्ति अपना काम पूरी निष्ठा, नैतिकता और कुशलता के साथ निरंतर करते रहते हैं, उन्हें सहज ही लोगों का सम्मान प्राप्त होता है। आप सभी लगन के साथ कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते रहिए। सफलता और प्रतिष्ठा आपका अनुसरण करेंगी।
     
     
    उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि दूसरों के कल्याण के लिए कार्य करना व्यक्तिगत जीवन को सार्थक और सामाजिक जीवन को बेहतर बनाता है। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम ने विज्ञान और तकनीक का देश की सुरक्षा और समाज कल्याण के लिए उपयोग करते हुए अपार यश अर्जित किया।
     
    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने दीक्षांत समारोह में कहा कि भारत सरकार ने देश को ग्लोबल सेमीकंडक्टर मेनुफैक्चरिंग हब बनाने तीन वर्ष पहले इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन का शुभारंभ किया है। आर्थिक विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा और टेक्नोलॉजिकल सेल्फ-रिलायंस की दृष्टि से सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री बहुत महत्वपूर्ण है। इस उद्योलग में युवा इंजीनियरों को रोजगार तथा स्टार्ट-अप्स के अनेक अवसर मिलेंगे।
     
    उन्होंने कहा कि हमारे देश के प्रतिभाशाली इंजीनियर्स ने ऐसे अनोखे उद्यम स्थापित किए हैं, जिनके बारे में कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था। आप जैसे इंजीनियरिंग टैलेंट पूल के बल पर देश में महत्वाकांक्षी योजनाएं बनाई जा रही हैं, उनको कार्यरूप दिया जा रहा है। राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि युवा विकसित भारत का निर्माण करेंगे। युवाओं के प्रयासों से भारत विश्व में अपनी स्थिति को और मजबूत बनाएगा।
     
    राज्यपाल श्री रमेन डेका ने दीक्षांत समारोह को विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि आज हम सब मिलकर एक ऐतिहासिक अवसर का जश्न मना रहे हैं जो कि विद्यार्थियों की सालों की कड़ी मेहनत, धैर्य और लगन का नतीजा है। यहाँ उपस्थित हर विद्यार्थी ने शैक्षिक चुनौतियों का सामना किया, सहपाठियों से मित्रता की और साथ मिलकर बेहतरीन अनुभव के दौर से गुज़रे, जिसने उन्हें आज इस मुक़ाम पर पहुँचाया है। उन्होंने आज डिग्री हासिल करने वाले सभी विद्यार्थियों को अपनी बधाई और शुभकामनाएं दीं।
     
    राज्यपाल ने कहा कि आज यहाँ विद्यार्थी सिर्फ़ ज्ञान लेकर नहीं जा रहे, बल्कि आपसी समन्वय, संघर्ष करने और डटे रहने का कौशल भी लेकर जा रहे हैं। ये गुण उन्हें संस्थान की चार दीवारी से बाहर की दुनिया में मार्गदर्शन देंगे। विद्यार्थी एक ऐसी अनोखी दुनिया में प्रवेश करेंगे जो अभूतपूर्व परिवर्तन का समय है, जहाँ उनकी रचनात्मकता और जुनून महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगी।
     
    पूरा विश्व इन विद्यार्थियों की तरफ़ टकटकी लगाए देख रहा होगा कि इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी कौशल का उपयोग करके जलवायु परिवर्तन, ग़रीबी, वैश्विक भूखमरी, लिंग भेद, असमान आय, बेरोज़गारी जैसी अनसुलझी वैश्विक समस्याओं का हल निकाल सकें।
     
     
    राज्यपाल श्री डेका ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे सफलता के लिए नैतिक और शैक्षिक मूल्यों को अपनाएं और नई ऊँचाइयों को छुएँ। उन्होंने कहा कि मौजूदा केंद्र और राज्य की सरकार ने इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बेहतरीन प्रयास किए हैं।
    छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की कुशल नेतृत्व वाली सरकार ने शैक्षणिक अधोसंरचना को बढ़ावा देने के लिए काफ़ी कार्य किए हैं। साथ ही तकनीकी संस्थाओं में शोध और नवाचार को भी छत्तीसगढ़ में बढ़ावा दिया जा रहा है।
     
    प्रदेश की मौजूदा साय सरकार ने विभिन्न प्रयास किए हैं जिससे कि तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा मिले। साथ ही कार्य बल को उद्योगों की ज़रूरत के हिसाब से ढाला जा सके। तकनीकी क्षेत्र में विकास और अनुसंधान के लिए शैक्षणिक संस्थानों और उद्योगों की साझेदारी को भी बढ़ावा दिया जा रहा है जिससे कि क्षेत्रीय समस्याओं का स्थानीय हल भी ढूंढा जा सके।
     
    राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के दीक्षांत समारोह को मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बतौर विशिष्ट अतिथि संबोधित करते हुए राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में प्रथम आगमन पर इसे संस्थान के लिए ऐतिहासिक और गौरवशाली दिन बताया।
    उन्होंने राष्ट्रपति के प्रति आभार जताया कि छत्तीसगढ़ की प्रतिभाओं और नागरिकों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्होंने अपने क़ीमती समय में दो दिनों का बहुमूल्य समय प्रदेश को दिया है। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से डिग्री प्राप्त करने वाले सभी ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, पीएचडी विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह दिन केवल डिग्री हासिल करने का दिन नहीं, बल्कि देश और समाज के लिए अपने ज्ञान व कौशल को भविष्य में योगदान देने के लिए भी तैयार होने का दिन है।
     
    मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान राज्य है। यहाँ की बड़ी आबादी गांवों और जंगलों में निवास करती है। ये वर्ग आज भी कई तरह के अभावों का सामना कर रही है। सुविधा और संपन्नता की दृष्टि से पीछे रह गए इन लोगों के जीवन में आपका ज्ञान और कौशल बदलाव ला सकता है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह प्रदेश प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है।
     
    यहाँ पर औद्योगिक विकास के लिए बहुत संभावना है। इस क्षेत्र में भी आपका ज्ञान और कौशल राज्य के लिए बहु उपयोगी है। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य रखा है। इसी के अनुरूप हम लोगों ने भी विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण का संकल्प लिया है। यह संकल्प आप लोगों के योगदान के बिना पूरा नहीं हो सकता।
     
    मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारा देश दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है। छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को मज़बूत करते हुए हम लोग भी इसमें बड़े बूस्ट की तैयारी कर रहे हैं। देश और प्रदेश को आप जैसे युवा प्रतिभाओं से बहुत उम्मीद है। आज प्रदेश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हो चुकी है। यह छात्र-छात्राओं में ज्ञान के साथ-साथ कौशल विकास पर भी ज़ोर देती है। हमारी आने वाली पीढ़ी तकनीकी रूप से कुशल और उद्यमिता से भरपूर पीढ़ी होगी।
     
    प्रदेश के 160 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का भी हम आधुनिकीकरण कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में सड़क, रेल, हवाई और संचार नेटवर्क का विस्तार बहुत तेज़ी से किया जा रहा है। आने वाले दिनों में हमारे पास युवाओं की बहुत बड़ी टीम होगी जो इस प्रदेश को अपने ज्ञान, कल्पनाशीलता और प्रतिभा से विकास की नई उंचाईयों पर स्थापित करने में सक्षम होगी। रायपुर एनआईटी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष डॉ. सुरेश हवारे और निदेशक डॉ. एन.वी. रमना राव ने भी दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। एनआईटी बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य, सीनेट सदस्य, रजिस्ट्रार, डीन, विभागाध्यक्ष और संस्थान के संकाय सदस्य भी समारोह में मौजूद थे।
     
    राष्ट्रपति ने इन टॉपर्स को अपने हाथों से दिया स्वर्ण पदक
    राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने एनआईटी के वर्ष 2023 के विभिन्न इंजीनियरिंग शाखाओं के 11 टॉपर्स को स्वर्ण पदक प्रदान किया। उन्होंने कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियिरिंग तथा एनआईटी के ओवर-ऑल टॉपर यश बंसल को दो स्वर्ण पदक प्रदान किए।
    राष्ट्रपति ने बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर के टॉपर अंकित महोबिया, बायो मेडिकल इंजीनियरिंग की टॉपर ईशिका जैन, बायो टेक्नोलॉजी के टॉपर सिब्बू कुमार सिंह, केमिकल इंजीनियरिंग की टॉपर शिखा राय, सिविल इंजीनियरिंग की टॉपर मुस्कान अग्रवाल, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के टॉपर शुभम अग्रवाल, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड
    कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के टॉपर अभिषेक कुमार, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की टॉपर दिशा जैन, मेटा एंड मटेरियल्स इंजीनियरिंग के टॉपर प्रखर जाधव और माइनिंग इंजीनियरिंग के टॉपर प्रियांशु कुमार को स्वर्ण पदक प्रदान किया।
  • छत्तीसगढ़ में बड़े फैसले की तैयारी: विष्णुदेव साय कैबिनेट की बैठक 28 अक्टूबर को, कई मुद्दों पर मुहर संभव

    25-Oct-2024

    रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में सोमवार, 28 अक्टूबर को कैबिनेट की बैठक आयोजित की जाएगी. यह बैठक मंत्रालय महानदी भवन, नवा रायपुर, अटल नगर में दोपहर 12 बजे होगी. इस बैठक में सरकार कई अहम फैसलों पर मुहर लग सकती है.

     
    16 अक्टूबर को हुई कैबिनेट बैठक में लिए गए निर्णय
    कैबिनेट की बैठक में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन तथा कस्टम मिलिंग की नीति का अनुमोदन किया गया. मंत्रिमण्डलीय उप समिति की अनुशंसा के आधार पर राज्य में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान समर्थन मूल्य पर राज्य के किसानों से नगद एवं लिंकिंग में धान खरीदी 14 नवम्बर 2024 से प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया. राज्य में धान खरीदी 31 जनवरी 2025 तक की जाएगी.
     
    समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए कृषि विभाग द्वारा एकीकृत किसान पोर्टल के माध्यम से किसान पंजीयन की प्रक्रिया जारी है, जो 31 अक्टूबर 2024 तक चलेगी. वर्ष 2024-25 में 160 लाख टन धान के उपार्जन का अनुमान है. समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए बायोमेट्रिक व्यवस्था पूर्व वर्ष की भांति लागू रहेगी.
     
     
    मंत्रिपरिषद में खरीदी केन्द्रों में धान के नियंत्रित एवं व्यवस्थित रूप से उपार्जन के लिए सीमांत एवं लघु कृषकों को अधिकतम दो टोकन तथा दीर्घ कृषकों को अधिकतम तीन टोकन प्रदाय करने का निर्णय लिया गया. सभी खरीदी केन्द्रों में इलेक्ट्रॉनिक तौल यंत्र के माध्यम से धान खरीदी होगी. धान खरीदी के लिए 4.02 लाख गठान नये जूट बारदाना जूट कमिश्नर के माध्यम से क्रय करने की स्वीकृति दी गई है. धान खरीदी के लिए कुल 8 लाख गठान बारदाने की जरूरत होगी.
     
    मंत्रिपरिषद की बैठक में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में सहकारी समितियों में कार्यरत डाटा एन्ट्री ऑपरेटरों को 18,420 रुपए प्रतिमाह के मान से कुल 12 माह का मानदेय भुगतान का निर्णय लिया गया. इस पर कुल 60 करोड़ 54 लाख रुपए का व्यय भार आएगा. जिसके भुगतान के लिए पूर्व वर्षाें की भांति राशि मार्कफेड को प्रदाय की जाएगी.
     
    विशुद्ध रूप से राजनीतिक आंदोलनों से संबंधित प्रकरणों को जनहित में न्यायालय से वापस लिये जाने के संबंध में गठित मंत्रिपरिषद की उपसमिति द्वारा अनुशंसित 49 प्रकरणों को न्यायालय से वापस लिए जाने का निर्णय लिया गया है.
     
    मंत्रिपरिषद ने छत्तीसगढ़ पुलिस कार्यपालिक (अराजपत्रित) सेवा भर्ती नियम 2021 के नियम 8 (2) में सूबेदार/उप निरीक्षक संवर्ग/प्लाटून कमाण्डर के पद पर नियुक्ति हेतु भर्ती प्रक्रिया वर्ष 2024 में केवल एक बार के लिए अभ्यार्थियों की निर्धारित अधिकतम आयु सीमा में 05 वर्ष की छूट प्रदान करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. सभी छूटों को मिलाकर अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष से अधिक नहीं होगी.
     
     
    राज्य के सभी ग्राम पंचायतों के प्रत्येक घर में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु छत्तीसगढ़ ग्रामीण पेयजल संचालन एवं संधारण नियम, 2024 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया. जिसके तहत पंचायत की सामान्य प्रशासन समिति अपने दायित्वों के साथ-साथ ग्रामीण पेयजल व्यवस्था के संचालन एवं संधारण का कार्य भी देखेगी. ग्राम सभा के अनुमोदन से जल प्रभार का निर्धारण के अलावा नये कनेक्शन का निर्णय, वित्तीय प्रबंधन, मरम्मत, पेयजल गुणवत्ता का निर्धारण एवं शिकायतों का निराकरण करेगी.
     
    दिवंगत शिक्षक (पंचायत) संवर्ग के कर्मचारियों के पात्र आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया. इसके तहत ऐसे शिक्षक (पंचायत) संवर्ग के कर्मचारी जिनकी मृत्यु सेवाकाल में हो गई थी, और जिनके आश्रित नियमानुसार अनुकम्पा हेतु पात्र है, उन्हें छत्तीसगढ़ शिक्षक (पंचायत) संवर्ग नियम 2018 के आधार पर पात्रता अनुसार अनुकम्पा नियुक्ति दी जाएगी. ऐसी स्थिति में स्कूल शिक्षा विभाग से पद पूर्ति के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को पद प्रदाय करने के पूर्व के आदेश को शिथिल करने का निर्णय भी लिया गया है, ताकि दिवंगत के पात्र आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान की जा सके.
     
    लोकनायक जयप्रकाश नारायण (मीसा/डी.आई.आर. राजनैतिक या सामाजिक कारणों से निरूद्ध व्यक्ति) सम्मान निधि नियम, 2008 में संशोधन का अनुमोदन किया गया. जिसके तहत दिवंगत लोकतंत्र सेनानियों का राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्ठि की जाएगी तथा अंत्येष्ठि के लिए उनके परिवार को 25 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी.
     
     
    देशी/विदेशी मदिरा बोतलों पर चस्पा किये जाने हेतु Excise Adhesive Label (Hologram) होलोग्राम में अधिक सुरक्षात्मक फीचर्स उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार के उपक्रम भारत प्रतिभूति मुद्रणालय, नासिक रोड (महाराष्ट्र) से होलोग्राम क्रय करने का निर्णय लिया गया.
     
    छत्तीसगढ़ राज्य की औद्योगिक नीति 2019-24 के तहत स्टील डाउन स्ट्रीम प्रोजेक्ट्स, एथेनॉल इकाइयों एवं कोर सेक्टर के सीमेंट उद्योगों के लिये विशेष निवेश प्रोत्साहन पैकेज के निर्धारण का अनुमोदन किया गया.
  • नशीली दवाओं के खिलाफ लड़ाई में पुलिस की बड़ी जीत: 62 लाख के गांजे के साथ दो तस्कर गिरफ्तार

    25-Oct-2024

    कबीरधाम. पुलिस को अवैध गांजा परिवहन के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध गांजा परिवहन कर रहे दो अंतर्राज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई में तस्करों के पास से 245.105 किलो ग्राम गांजा बरामद हुआ, जिसकी बाजार कीमत लगभग 61,27,625 रुपये है. पुलिस ने बरामद गांजे समेत एक टाटा 1109 वाहन, दो एन्ड्रायड मोबाइल फोन और कुछ नकद राशि भी जब्त की है.

     
    बता दें, पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह के निर्देशन में थाना कुकदुर की टीम ने संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हुए नशे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. इसी बीच 24 अक्टूबर को उन्हें सूचना मिली कि एक टाटा 1109 वाहन में अवैध गांजा परिवहन हो रहा है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वाहन को रोककर जांच की, जिसमें अवैध गांजा बरामद हुआ. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजा दिया है. इस कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक ने थाना कुकदुर टीम को नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है.
     
    गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
    जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान बबलू सिंह (35) और शिवकुमार (28) के रूप में हुई है. बबलू सिंह उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर का निवासी है, जबकि शिवकुमार रायबरेली से है. इनके पास से जब्त किए गए गांजे के अलावा, घटना में प्रयुक्त टाटा 1109 वाहन, दो एन्ड्रायड मोबाइल फोन और 1,020 रुपये नकद भी जब्त किए गए हैं. कुल मिलाकर, जब्त की गई सामग्री की कीमत 71,48,645 रुपये है.
     
    पिछले घटनाक्रम
    इसके पहले, 20 अक्टूबर 2024 को भी थाना बोड़ला में 54 किलो ग्राम गांजा जब्त किया गया था, जो इस अभियान की निरंतरता को दर्शाता है. कबीरधाम पुलिस का यह अभियान नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाने का प्रयास है.
  • निगम-मंडल कर्मचारियों को बोनस में कटौती? वित्त विभाग की आपत्ति पर घमासान

    25-Oct-2024

    रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के निगम, मंडल और स्वायत्तशासी संस्थाओं के कर्मचारियों को बोनस देने के मामले में राज्य के वित्त विभाग ने आपत्ति जताई है। इस संदर्भ में वित्त विभाग के सचिव मुकेश बंसल ने सभी विभाग प्रमुखों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि प्रदेश के विभिन्न संस्थानों को अपने कर्मचारियों को वेतन, भत्ते और अन्य सुविधाएं राज्य शासन द्वारा तय मापदंडों के अनुसार ही देनी चाहिए। अतिरिक्त बोनस या सुविधाएं देने के लिए राज्य सरकार से अनुमति लेना अनिवार्य होगा।

     
    बोनस और अतिरिक्त सुविधाओं पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश
    वित्त सचिव ने आदेश में कहा कि कई निगम और स्वायत्तशासी संस्थाएं बिना शासन की अनुमति के अपने कर्मचारियों को बोनस जैसी सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। सचिव ने सभी प्रशासकीय विभागों से कहा कि अपने अधीन आने वाले निगम, मंडल, उपक्रम और स्वायत्तशासी संस्थाओं में बोनस देने जैसी गतिविधियों की समीक्षा करें। बिना अनुमति दी जा रही सुविधाओं पर तत्काल रोक लगाई जाए और समीक्षा परिणाम शीघ्र वित्त विभाग को भेजा जाए।
     
    मुख्यमंत्री द्वारा बोनस की घोषणा पर विवाद
    इस आदेश से दो दिन पहले मुख्यमंत्री ने सरकारी बिजली कंपनी के कर्मचारियों को बोनस देने की घोषणा की थी, जिसके बाद वित्त विभाग की आपत्ति सामने आई है।
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