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छत्तीसगढ़

  • गोलीकांड मामला : पुलिस की बड़ी कार्रवाई, मुख्य शूटर सौरभ पंजाबी को पंजाब से किया गया गिरफ्तार…

    21-Aug-2024

    रायपुर :- राजधानी रायपुर के तेलीबांधा इलाके में हुए गोलीकांड के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. रायपुर पुलिस की टीम ने मुख्य शूटर सागर उर्फ टाइटल (21 वर्ष) को पंजाब के बठिंडा से गिरफ्तार किया है. वहीं उसका साथी अब भी फरार है. आरोपी को क्राइम ब्रांच की टीम गिरफ्तार कर रायपुर पहुंची है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है. इस पूछताछ में कई बड़े खुलासे होने की संभावना है, जिससे अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है. बता दें कि मामले में अब तक 10 आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस ने पंजाब और झारखंड से की है.

     
     
     
    इससे पहले अमन साहू गैंग के पंजाब से अमनदीप सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. अमनदीप का झारखंड के अमन साहू गैंग से भी कनेक्शन है. मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी हैंडलर अमनदीप ने ही शूटरों के लिए बाइक और पैसों का इंतजाम किया था. 13 जुलाई को दिन दहाड़े पीआरए ग्रुप के ऑफिस के बाहर बाइक सवार शूटरों ने फायरिंग की थी. पीआरए ग्रुप ने रोड निर्झामाण के लिए झारखंड में 810 करोड़ का ठेका लिया है. उसकी रंगदारी वसूलने की लिए गोली कांड करवाया गया था.
     
    तेलीबांधा थाने के पास स्थित कंट्रक्शन कंपनी पीआरए ग्रुप के ऑफिस के बाहर 13 जुलाई को करीब 11 बजे पल्सर बाइक सवार दो शूटरों ने दफ्तर के बाहर पार्किंग एरिया में फायरिंग की. वहीं फायरिंग की आवाज सुनकर कार में बैठे कारोबारी के ड्राइवर और कर्मचारी घबरा गए और जान बचाकर ऑफिस के अंदर भागे. फायरिंग की आवाज सुनकर सुरक्षाकर्मियों ने भी जवाबी फायरिंग में 2 से 3 राउंड गोली चलाई. घटना के बाद नकाबपोश शूटर्स मौके से फरार हो गए. जिसके बाद आरोपियों को पकड़ने पुलिस ने पूरे शहर में नाकेबंदी की. वहीं गोली चलाने वाले युवकों की बाइक JH 01 DL 4692 को तेलीबांधा क्षेत्र से बरामद किया गया. गोलीकांड मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने झारखंड और पंजाब में स्पेशल टीम गठित कर कार्रवाई की. इस कार्रवाई में पुलिस ने दोनों राज्यों से अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
  • 40 दिन से लापता युवक-युवती की जंगल में मिला कंकाल…

    21-Aug-2024

    गरियाबंद :- गरियाबंद जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. गोबरा जंगल में एक युवक और युवती का कंकाल पेड़ से लटका और नीचे पड़ा मिला. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है. वहीं मामले की जांच में फोरेंसिक टीम भी लगी हुई है. यह मामला मैनपुर थाना क्षेत्र का है.

     
    जानकारी के अनुसार, 40 दिन पहले मैनपुर थाना क्षेत्र के 21 वर्षीय भूमिका और तुहामेटा के 20 वर्षीय लक्षमन मरकाम के लापता होने की सूचना पर मैनपुर पुलिस ने गुम इंसान दर्ज कर पता तलाश कर रही थी. वहीं रविवार को पुलिस को सूचना मिली कि गोबरा जंगल में कुछ संदिग्ध शव मिले हैं. मौके पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम को भेजा गया, जहां पेड़ पर लटके हुए और नीचे पड़े कंकाल के अवशेष बरामद हुए. शवों की पहचान घटनास्थल पर पड़े बैग में मिले आधार कार्ड से की गई. प्रारंभिक जांच में यह मामला प्रेम प्रसंग का लग रहा है. फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
  • बालोद : नशे में धुत शिक्षक ने स्कूल में मचाया हंगामा, Video वायरल…

    21-Aug-2024

    बालोद :- छत्तीसगढ़ के बालोद जिले नशे में टल्ली टीचर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि वीडियो 15 अगस्त का है। प्रधान शिक्षक प्रकाश सिंह उर्वशा को तिरंगा फहराना था, लेकिन वह सुबह से ही शराब पीकर सड़कों पर घूम रहा था। मामला रीवागहन प्राथमिक शाला का है। प्रधान शिक्षक को हटाने की मांग को लेकर अभिभावक लामबंद हो गए हैं। उनका कहना है कि शिक्षक की वजह से बच्चों का भविष्य खतरे में है। वह कलेक्टर से जनदर्शन में शिकायत कर हटाने की मांग की है।

     
    वीडियो में दिख रहा है कि प्रधानपाठक नशे में धुत है। वह ठीक से चल भी नहीं पा रहे हैं। सड़क पर कीचड़ में गिरने से उनकी शर्ट खराब हो गई। उन्हें 15 अगस्त को तिरंगा फहराना था, लेकिन उनके नशे में होने की वजह से दूसरे शिक्षकों और स्थानीय लोगों को झंडा फहराना पड़ा। बताया जा रहा है कि शिक्षक जब नशे की हालत में सड़कों पर घूम रहा था, तो ग्रामीणों ने उनका वीडियो बना लिया। इस दौरान वह ऊल-जलूल हरकतें करते नजर आया। इस दौरान ग्रामीणों ने पूछा कि वह स्कूल क्यों नहीं गए। ध्वजारोहण करना था तो उन्होंने कहा कि उनकी शर्ट पर कीचड़ लगा हुआ है, इसलिए वह नहीं गए। उन्होंने खुद ही सारी व्यवस्था की है।
     
     
    वहीं कुछ ग्रामीण वीडियो में कह रहे हैं कि आप रोज शराब पीकर स्कूल जाते हैं, ऐसे में हमारे बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। हमारे बच्चे स्कूल में कैसे पढ़ेंगे। इस दौरान शिक्षक प्रकाश सिंह उर्वशा एक घर में चारपाई पर सो जाता है। वह वहां से उठता ही नहीं। ग्रामीण नरसिंह गोरे और दिनेश्वरी बाई ने बताया कि उन्होंने कलेक्टर से मिलकर अपनी समस्या रखी है। अ
     
    गर शिक्षक शराब के नशे में इस तरह की हरकतें करेगा तो इसका बच्चों पर क्या असर पड़ेगा। हमने बच्चों के भविष्य के लिए उसे हटाने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि रीवागहन प्राथमिक स्कूल के प्रधान शिक्षक के खिलाफ उन्होंने कई बार अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन किसी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया। अब उन्हें मजबूर होकर कलेक्टर के पास आना पड़ा है। उस शिक्षक को हटाकर दूसरे की नियुक्ति करने की मांग की गई है।
  • महादेव आनलाइन सट्टा एप मामला: उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने CBI जांच के दिए संकेत, जल्द होगी औपचारिक घोषणा

    21-Aug-2024

    रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के दौरान हुए बिरनपुर हिंसा और CGPSC घोटाले की जांच के बाद अब महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले की जांच भी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंपे जाने की तैयारी है। राज्य के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस बात के संकेत दिए हैं कि महादेव सट्टा एप घोटाले की जांच CBI को सौंपने की प्रक्रिया जारी है और जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

     
    सूत्रों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में इस घोटाले से जुड़े सभी 70 प्रकरण CBI को सौंपे जाएंगे, जिससे 15 हजार करोड़ रुपये के इस घोटाले में शामिल लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस मामले में प्रदेश के कई बड़े नेताओं, अधिकारियों और कारोबारियों के नाम सामने आए हैं, जिन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120 (बी), 420, IPC और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1998 के तहत आरोप दर्ज हैं।
     
    जानिए क्या है महादेव सट्टा एप मामला
    महादेव सट्टा एप घोटाले की जांच सबसे पहले अक्टूबर 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुरू की थी। शुरुआत में दुर्ग, रायपुर, और बिलासपुर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी, जिनके आधार पर ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया। अगस्त 2023 में ED ने पहली गिरफ्तारी की, और इसके बाद यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जोड़ दिया गया। अक्टूबर 2023 में ED ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी सहयोगियों से पूछताछ भी की, जिनमें उनके राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, OSD मनीष बंछोर और आशीष वर्मा शामिल थे।
     
    महादेव सट्टा एप के प्रमोटरों पर आरोप है कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी। नवंबर 2023 में ED ने अपनी चार्जशीट में बघेल का नाम भी शामिल किया था। विधानसभा चुनाव से पहले इस मामले को लेकर भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा था। वर्तमान में साय सरकार के अधीन EOW इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन अब इसे CBI को सौंपने की तैयारी है।
     
    सट्टेबाजी का अवैध केंद्र: महादेव सट्टा एप
    बता दें कि महादेव ऑनलाइन सट्टा एप एक अवैध प्लेटफार्म है, जो सट्टेबाजों को लाइव गेम्स और वर्चुअल खेलों पर दांव लगाने की सुविधा प्रदान करता है। इस एप के जरिए लोग पोकर, तीन पत्ती, ड्रैगन टाइगर जैसे कार्ड गेम्स के साथ-साथ क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस और फुटबॉल जैसे खेलों में भी सट्टा लगाते हैं। एप में वर्चुअल क्रिकेट और अन्य एप्स का उपयोग कर सट्टेबाजी की जाती है, जिससे यह अवैध गतिविधियों का केंद्र बन गया है। अब तक राजधानी रायपुर से जनवरी 2024 से लेकर अब तक 80 सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि पूरे प्रदेश में यह संख्या करीब 600 है।
     
    महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के दो प्रमुख डायरेक्टर, रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर, अभी भी कानून की गिरफ्त से बाहर हैं। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने इस मामले को CBI को सौंपने का निर्णय लिया है, जिससे जांच को और अधिक सख्ती से आगे बढ़ाया जा सके।
  • जनसमस्या निवारण पखवाड़े में डिप्टी सीएम अरुण साव की बड़ी घोषणा, 900 करोड़ से शहरी अधोसंरचना को मिलेगा बढ़ावा

    21-Aug-2024

    रायपुर। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बुधवार को राज्य के सभी नगरीय निकायों के लिए 450 करोड़ रुपए की राशि जारी किये जाने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 15वें वित्त आयोग के तहत अधोसंरचना विकास के लिए जल्द ही 450 करोड़ रुपए से अधिक के प्रस्तावों को मंजूरी दी जाएगी। इस प्रकार, कुल 900 करोड़ रुपए की राशि प्रदेश के नगरीय निकायों को शहरी अधोसंरचना को मजबूत करने और नए विकास कार्यों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने यह घोषणा आज पत्रकार वार्ता के दौरान की, इस दौरान उन्होंने जनसमस्या निवारण शिविर में प्राप्त मांगों और उसके निराकरण की स्थिति की जानकारी साझा की।

     
    उप मुख्यमंत्री साव ने बताया कि नागरिकों की समस्याएं दूर करने और उनकी जरुरतों को समझाने के लिए प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में विगत 27 जुलाई से 10 अगस्त तक जनसमस्या निवारण पखवाड़ा का आयोजन किया गया था। शहरी नागरिकों को इसका बेहतर प्रतिसाद मिला है। मैंने खुद कई जनसमस्या निवारण शिविरों में पहुंचकर व्यवस्थाएं देखी थीं और नागरिकों से मुलाकात की थी। मैंने सभी नगर निगमों के आयुक्तों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को लोगों की समस्याओं को यथासंभव मौके पर ही निराकृत करने के निर्देश दिए थे।
     
     
    बता दें कि जनसमस्या निवारण पखवाड़े के दौरान प्रदेश भर में आयोजित शिविरों में करीब एक लाख 30 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 37 प्रतिशत यानि 48 हजार आवेदनों का निराकरण मौके पर ही कर दिया गया है। दूसरे विभागों से संबंधित आवेदनों को संबंधित विभागों को प्रेषित करने के बाद शेष आवेदनों का परीक्षण कर शीघ्र निराकरण की कार्यवाही की जा रही है। लोगों की जरूरतों और मांगों से संबंधित निर्माण कार्य से जुड़े कार्य बारिश की वजह से नहीं हो पाए हैं। बरसात के बाद ये कार्य तेजी से पूर्ण किए जाएंगे। शहरों में आयोजित जनसमस्या निवारण पखवाड़ा की यह बड़ी सफलता होगी।
     
    जनसमस्या निवारण पखवाड़े के दौरान प्राप्त आवेदनों की स्थिति
     
    प्रधानमंत्री आवास योजना: 17,512 आवेदनों में से 1,181 का त्वरित समाधान किया गया। शिविर स्थल पर ही नए आवास की स्वीकृति, त्रुटियों का निराकरण, और अधूरे आवासों को शीघ्र पूरा करने की प्रक्रिया शुरू की गई।
     
    पेयजल समस्या: 5,573 में से 1,233 आवेदनों का समाधान शिविर में ही किया गया। नए नल कनेक्शन, पाइपलाइन विस्तार और लीकेज की मरम्मत का कार्य किया गया।
     
     
    कचरा संग्रहण और साफ-सफाई: 1,796 कचरा संग्रहण से संबंधित आवेदनों में से 1,127 को मौके पर निपटाया गया।
     
     
    सामाजिक सुरक्षा पेंशन: 2,263 आवेदनों में से 570 का त्वरित निराकरण किया गया।
     
    सड़क और नाली मरम्मत: 17,655 में से 809 आवेदनों को तत्काल स्वीकृत कर मरम्मत कार्य किए गए। शेष मांगों के अनुरूप प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं।
     
    संपत्ति कर और भवन निर्माण: 642 संपत्ति कर से संबंधित आवेदनों में से 380 का समाधान मौके पर किया गया। संपत्ति के नामांतरण और भवन निर्माण की स्वीकृति से संबंधित 1,117 आवेदनों में से 58 का त्वरित निराकरण किया गया।
     
    राशन कार्ड और स्वास्थ्य सेवाएं: 21,701 राशन कार्ड से संबंधित आवेदनों में से 11,541 का समाधान किया गया। 9,701 लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण और 7,613 आयुष्मान कार्ड वितरित किए गए।
     
    भूमि विवाद और राजस्व प्रकरण: 14,080 आवेदनों में से 3,000 का निराकरण किया गया। बिजली, स्ट्रीट लाइट, मवेशी, आवारा कुत्तों, अतिक्रमण और अवैध निर्माण से संबंधित 30,489 आवेदनों में से 11,146 का समाधान किया गया। शेष आवेदन अन्य विभागों से संबंधित होने के कारण संबंधित विभागों को निराकरण के लिए प्रेषित किए गए हैं।
     
    साय सरकार ने 8 महीनों में नगरीय निकायों को दिए 1250 करोड़ रूपये
     
    उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने नगरीय प्रशासन और विकास विभाग की सक्रियता की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश में शहरी क्षेत्रों के विकास और नागरिकों को अधिक सुविधाएं देने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार ने शुरुआती 8 महीनों में नगरीय निकायों को 1250 करोड़ रुपए दिए हैं। इस राशि का उपयोग नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में अधोसंरचना विकास और जनसुविधाओं के सुधार के लिए किया जा रहा है।
     
    इसके अलावा, पिछले 8 महीनों में जारी की गई राशि के साथ-साथ नगरीय निकायों को जल्द मिलने वाली 900 करोड़ रुपए को मिलाकर कुल 2150 करोड़ रुपए शहरों के विकास के लिए प्रदान किए जाएंगे। अरुण साव ने जोर देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के पास राशि की कमी नहीं है और सभी नगरीय निकायों की मांगों और जरूरतों के अनुसार राशि स्वीकृत की जा रही है।
  • चलती ट्रक में अचानक लगी भीषण आग, ड्राइवर और हेल्पर झुलसे, जानें पूरी खबर

    21-Aug-2024

    कोंडागांव। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में NH-30 पर 20 अगस्त की रात एक बड़ा हादसा टल गया। जगदलपुर से रायपुर की ओर जा रहे ट्रक में अचानक आग लग गई। ट्रक में लोहे के टुकड़े लोड थे। आग ने तुरंत ट्रक के पिछले पहियों को अपनी चपेट में ले लिया। मामला केशकाल थाना क्षेत्र के बहीगांव का है। मिली जानकारी के मुताबिक हादसे में ट्रक के टायर फटने से ड्राइवर और हेल्पर घायल हो गए, जिन्हें तत्काल प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है।

     
    जहां दोनों का इलाज चल रहा है। घटना की सूचना मिलते ही केशकाल थाना प्रभारी विकास बघेल अपनी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। आग पर काबू पाने की कोशिश की। इसके साथ ही कोंडागांव से दमकल वाहन भी बुलाया गया। आग के भयानक रूप को देखते हुए, स्थिति नियंत्रण में लाने में काफी समय लगा। घटना के कारण NH-30 पर यातायात प्रभावित हुआ, लेकिन राहत की बात यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
  • हाथी का आतंक: महिला की मौत, एक घायल, वन विभाग ने गांवों में जारी किया अलर्ट

    21-Aug-2024

    गरियाबंद. जिले के पांडुका रेंज में एक बार फिर दंतैल हाथी का आतंक देखने को मिला है. जानकारी के मुताबिक, दो महिलाएं जंगली मशरूम तोड़ने जंगल गए थे. इस दौरान दंतैल हाथी ने एक महिला को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया. वहीं एक महिला घायल है.

     
    इस घटना में पोंड निवासी बरमत बाई कमार की मौत हुई है. वहीं मंगली बाई हमले से बुरी तरह जख्मी हो गई है, जिसे जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रेफर कर दिया गया है. घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. इस घटना के बाद विभाग ने पोंड, कूकदा, नागझर सहित 10 से अधिक गांव में अलर्ट जारी कर किया.
     
     
    बता दें कि दंतैल हाथी चंदा दल से बिछड़ कर बीते एक माह से पंडुका व फिंगेश्वर रेंज इलाके में लगातार घूम रहा है. महिलाओं पर हमला के बाद हाथी उसी स्थल के आसपास मौजूद है, जिसके कारण मृतिका का शव लाने में वन अमला को संघर्ष करना पड़ रहा है. लगातार हो रही घटना के चलते इलाके में दहशत का माहौल भी है.
  • सड़क हादसे में युवक की मौत: डिवाइडर से टकराकर कार के नीचे आया युवक, वीडियो में देखें पूरी घटना

    21-Aug-2024

    दुर्ग. जिले के नेवई थाना क्षेत्र में दर्दनाक हादसे में एक युवक की मौत हो गई. यह घटना आज सुबह 6 बजे की है. हादसे का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. वीडियो में दिख रहा कि एक बाइक में तीन युवक सवार थे. डिवाइडर से टकराने के बाद बाइक सवार युवक विपरीत दिशा से आ रही कार के नीचे आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई. नेवई पुलिस मामला दर्ज कर अज्ञात कार चालक की तलाश में जुट गई है.

     
    इस हादसे में प्रशांत कुमार माहला (21 वर्ष) वार्ड 63 आजाद चौक निवासी की मौत हो गई. बताया जा रहा कि वे रक्षाबंधन पर अपनी बहन के घर अपने दो दोस्तों के साथ गांव गया हुआ था, जहां से वापसी के दौरान नगर निगम रिसाली के सामने डिवाइडर की अंतिम छोर से टकराकर हादसे का शिकार हो गया.
  • मौसमी बीमारियों का कहर: छुट्टियों के बाद अस्पतालों में मरीजों का तांता, सिम्स और जिला अस्पताल सबसे ज्यादा प्रभावित

    21-Aug-2024

    बिलासपुर। लगातार तीन दिनों के छुट्टियों के बाद मंगलवार को जिला अस्पताल व सिम्स में बड़ी संख्या में मरीज पहुंचे। मौसमी बीमारी का प्रकोप ने इस भीड़ को और भी बढ़ा दिया। दोनो जगह सुबह 9 बजे ओपीडी चालू होते ही मरीजों की भीड़ उमड़ने लगी। इसकी वजह से लंबी लाइन लगने से मरीजों को परेशान होना पड़ा। भीड़ इतनी अधिक रही कि दोपहर दो बजे तक ओपीडी खत्म होने के समय पर भी सैकड़ों मरीज लाइन में खड़े रहे और अंत में ओपीडी बन्द होने पर इलाज से वंचित हो गए। सिम्स में 1701 तो जिला अस्पताल में 478 मरीजों का उपचार किया गया।

     
    मरीजों को घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ा। संख्या ज्यादा होने से मरीजों के साथ चिकित्सकों व अन्य स्टाफ को भी परेशानी हुई। मरीजों की संख्या ज्यादा होने पर चिकत्सकों को भी जल्दी जल्दी उपचार करना पड़ा। लेकिन दोपहर में ओपीडी खत्म होते तक मरीज बचे रहे। इसको देखते हुए 15 मिनट ज्यादा ओपीडी का संचालन किया गया। इसके बाद भी सैकड़ों मरीज उपचार से वंचित हुए हैं।
     
    दवा के लिए भी लगी लंबी लाइन
     
    मरीज किसी तरह डाक्टर के पास पहुंचकर उपचार करा ले रहे थे। इसके बाद उन्हें दूसरी समस्या से जूझना पड़ा। दवा काउंटर में भी मरीजों की काफी भीड़ थी। यहां भी दवा लेने के लिए मरीजों की लंबी लाइन लगी रही। ऐसे में दवा लेने में ही एक से दो घंटे तक का अतिरिक्त समय लगा।
     
    मेडिसिन और स्किन ओपीडी में रही सबसे ज्यादा भीड़
     
    मौसमी बीमारी का कहर चल रहा है, ऐसे में सर्दी, बुखार, कमजोरी, बदन दर्द के मरीज सबसे ज्यादा पहुच रहे हैं। इसी तरह मौसम में उमस होने के कारण लोग त्वचा सम्बन्धित बीमारियों का भी सामना कर रहे हैं। इसी वजह से सबसे ज्यादा भीड़ मेडिसिन और स्किन ओपीडी में उमड़ी है।
  • छत्तीसगढ़ में भारत बंद का असर: रायपुर में बंद का कोई असर नहीं, अन्य जिलों में मिलाजुला प्रतिसाद

    21-Aug-2024

    रायपुर। एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ देश भर के विभिन्न संगठनों ने आज यानी 21 अगस्त को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है. दलित और आदिवासी संगठनों ने हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए मजबूत प्रतिनिधित्व और सुरक्षा की मांग को लेकर भारत बंद का ऐलान किया है. नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन्स ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए न्याय और समानता की मांग की है.

     
    छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य प्रदेश है. यहां भी बंद का प्रभाव देखने को मिल रहा है. लेकिन राजधानी रायपुर की बात करें तो बंद का कोई असर नहीं है. रायपुर में सभी स्कूल-कॉलेज, बस सेवा, पेट्रोल पंप और दुकानें खुली हुई है. वहीं शहर में पुलिस अलर्ट मोड पर है.
     
     
    रायपुर में नहीं दिखा कोई असर
    छत्तीसगढ़ में बंद के लिए बहुजन समाज पार्टी, सर्व आदिवासी समाज और भारतीय बौद्ध महासभा ने समर्थन दिया है. सर्व आदिवासी समाज के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा, आज भारत बंद का आयोजन किया गया है, छत्तीसगढ़ में इसका असर दिख रहा है.
     
     
    इस प्रदर्शन को छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ और छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स ने समर्थन नहीं दिया है. वहीं समाज के लोगों द्वारा राजधानी में रैली का आयोजन किया जा रहा है. दुकानों को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है. राजधानी पुलिस अलर्ट मोड पर है जबरदस्ती बंद कराने या हुड़दंग हुई तो कार्रवाई होगी.
     
     
    बिलासपुर में मिला-जुला असर
    बिलासपुर शहर में भारत बंद का मिला-जुला असर दिखाई दे रहा है. कई जगह दुकानें खुली हुई है तो कहीं बंद है. जिले के स्कूल -कॉलेज खुले हैं, जरूरी सेवाओं को बंद से अलग किया गया है.
     
     
    कांकेर में बंद का व्यापक असर
    कांकेर जिले में आदिवासी समाज के भारत बंद का व्यापक असर दिख रहा है. भानुप्रतापपुर, अंतगढ़, पखांजूर, दुर्गूकोंदल क्षेत्र में सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान, शिक्षण संस्थान सहित आवागमन पूर्णतः बंद हैं. शासकीय कार्यालयों में बंद का प्रभाव दिखा रहा है. वहीं आम रास्ते को बाधित किया गया है. बंद से जन जीवन बुरी तरह प्रभवित हो रहा है.
  • मुख्यमंत्री साय का 22 अगस्त को होने वाला जनदर्शन स्थगित

    21-Aug-2024

    रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का हर सप्ताह गुरुवार को होने वाला जनदर्शन इस गुरूवार 22 अगस्त को अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया है।

  • प्रयोगशाला सहायक और तकनीशियन भर्ती परीक्षा की तिथि निर्धारित, 25 अगस्त को दो पालियों में होगी परीक्षा

    21-Aug-2024

    अम्बिकापुर ,छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल रायपुर द्वारा 25 अगस्त 2024 को प्रयोगशला सहायक एवं प्रयोगशाला तकनीशियन भर्ती परीक्षा दो पालियों में संपन्न होगी। परीक्षा से संबंधित कार्यों के सुचारू रूप से संचालन एवं पर्यवेक्षण कार्य हेतु कलेक्टर सरगुजा द्वारा पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं।

     
    नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक परीक्षा की गोपनीय सामग्री 25 अगस्त 2024  को जिला कोषालय अम्बिकापुर के स्ट्रांगरूम से प्रथम पाली हेतु 08:00 बजे एवं द्वितीय पाली हेतु 12:30 बजे तक प्राप्त करेंगे तथा परीक्षा प्रारंभ होने के 01 घण्टा पूर्व संबंधित केन्द्राध्यक्ष को सौंपेंगे।
     
     
    परीक्षा समाप्ति के पश्चात् केन्द्राध्यक्ष के साथ गोपनीय सामग्री की सील बंद बॉक्स को-ऑर्डिनेटर या प्राचार्य राजीव गांधी शासकीय पीजी कॉलेज अम्बिकापुर के पास जमा कराएंगे।
     
    ये परीक्षा प्रथम पाली में पूर्वान्ह 10:00 से 12:15 बजे तक कुल 14 परीक्षा केन्द्रों में एवं द्वितीय पाली में अपरान्ह 02:00 से 04:15 बजे परीक्षा  तक कुल 17 परीक्षा केंद्रों में आयोजित की जावेगी।
  • छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट: मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

    21-Aug-2024

    रायपुर। छत्तीसगढ़ में अगले तीन घंटे गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने प्रदेश के 24 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इसके मुताबिक, बालोद, बलरामपुर, बिलासपुर, धमतरी, गरियाबंद,गौरेला पेंड्रा मारवाही, जांजगीर-चंपा, जशपुर, कबीरधाम, कांकेर, कोरबा, कोरिया, महासमुंद, मुंगेली, मोहला मानपुर, अम्बागढ़ चौकी, रायगढ़, राजनांदगांव, सक्ति, सूरजपुर ,सरगुजा, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर, सारंगढ़ ,बिलाईगढ़ में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना है.

  • भारत बंद का छत्तीसगढ़ में कितना असर…? जानें रायपुर समेत अन्य जिलों में क्या है स्थिति…

    21-Aug-2024

    रायपुर :- एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ देश भर के विभिन्न संगठनों ने आज यानी 21 अगस्त को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है. दलित और आदिवासी संगठनों ने हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए मजबूत प्रतिनिधित्व और सुरक्षा की मांग को लेकर भारत बंद का ऐलान किया है. नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन्स (NACDAOR) ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए न्याय और समानता की मांग की है. छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य प्रदेश है. यहां भी बंद का प्रभाव देखने को मिल रहा है. लेकिन राजधानी रायपुर की बात करें तो बंद का कोई असर नहीं है. रायपुर में सभी स्कूल-कॉलेज, बस सेवा, पेट्रोल पंप और दुकानें खुली हुई है. वहीं शहर में पुलिस अलर्ट मोड पर है.

     
    रायपुर में कोई असर नहीं :- छत्तीसगढ़ में बंद के लिए बहुजन समाज पार्टी, सर्व आदिवासी समाज और भारतीय बौद्ध महासभा ने समर्थन दिया है. सर्व आदिवासी समाज के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा, आज भारत बंद (bharat bandh) का आयोजन किया गया है, छत्तीसगढ़ में इसका असर दिख रहा है. इस प्रदर्शन को छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ और छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स ने समर्थन नहीं दिया है. वहीं समाज के लोगों द्वारा राजधानी में रैली का आयोजन किया जा रहा है. दुकानों को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है. राजधानी पुलिस अलर्ट मोड पर है जबरदस्ती बंद कराने या हुड़दंग हुई तो कार्रवाई होगी.
     
    बिलासपुर में मिला-जुला असर :- बिलासपुर शहर में भारत बंद का मिला-जुला असर दिखाई दे रहा है. कई जगह दुकानें खुली हुई है तो कहीं बंद है. जिले के स्कूल -कॉलेज खुले हैं, जरूरी सेवाओं को बंद से अलग किया गया है.
     
    कांकेर में बंद का व्यापक असर :- कांकेर जिले में आदिवासी समाज के भारत बंद का व्यापक असर दिख रहा है. भानुप्रतापपुर, अंतगढ़, पखांजूर, दुर्गूकोंदल क्षेत्र में सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान, शिक्षण संस्थान सहित आवागमन पूर्णतः बंद हैं. शासकीय कार्यालयों में बंद का प्रभाव दिखा रहा है. वहीं आम रास्ते को बाधित किया गया है. बंद से जन जीवन बुरी तरह प्रभवित हो रहा है.
  • न्यायधानी में झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई, छापेमारी कर 4 क्लीनिक सील…

    21-Aug-2024

    बिलासपुर :- प्रदेश के न्यायधानी में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. हाल ही में कोटा क्षेत्र के करगीखुर्द, शिवतराई, आमने और लमेर में अवैध क्लीनिकों पर छापेमारी की गई, जिसके परिणामस्वरूप चार क्लीनिकों को सील कर दिया गया. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, जिले में झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज के चलते अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने सख्त कदम उठाते हुए कई क्लीनिकों पर कार्रवाई की है, लेकिन जिले में अभी भी 115 झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हैं.

    स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप डॉक्टरों के नामों की सूची जारी कर दी है और लोगों को सलाह दी है कि वे इन डॉक्टरों से इलाज न कराएं. विभाग का उद्देश्य है कि जनता को सुरक्षित और गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं मिल सकें और झोलाछाप डॉक्टरों की गतिविधियों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके.
  • हाईवा की टक्कर से बाइक से स्कूल जा रही दो छात्रों में से एक की मौत, एक की हालत गंभीर…

    21-Aug-2024

    आरंग :- हाईवा की टक्कर से बाइक से स्कूल जा रही दो छात्रों में से एक की मौत हो गई, वहीं एक छात्र गंभीर रूप से घायल है, जिसका रायपुर के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा. यह घटना उगेतरा, नवागांव खार के पास हुई. हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने मुरूम से भरे हाईवा पर आग लगा दी. तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है. फिलहाल स्थिति काबू में है. आरंग थाना प्रभारी राजेश सिंह ने बताया कि ग्राम उगेतरा निवासी कक्षा 9वीं का छात्र धीरज सेन और कक्षा 10वीं का छात्र रूपेश साहू ग्राम तोरला के शासकीय हाईस्कूल में पढ़ाई करते थे. दोनों छात्र मोटरसाइकिल से अपने स्कूल जा रहे थे, तभी नवागांव खार के पास विपरीत दिशा के आ रहे मुरूम से भरे हाइवा वाहन ने मोटरसाइकल को टक्कर मार दी.

     
    घटना में गंभीर रूप से घायल दोनों छात्रों को अभनपुर स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, जहां रूपेश साहू की मौत हो गई. वहीं धीरज सेन का रायपुर के निजी अस्पताल में इलाज जारी है. पुलिस ने हाईवा के चालक को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के अनुसार हाईवा हाईवा भारतमाला परियोजना के तहत सड़क निर्माण कार्य में लगा हुआ था और ग्राम डोमा से मुरूम लेकर आ रहा था, तभी यह हादसा हुआ है.
  • एसिड अटैक की फर्जी कहानी: बच्चे ने घरवालों की डांट से बचने के लिए गढ़ी थी झूठी कहानी, मोबाइल पर वीडियो देख आया था आइडिया

    20-Aug-2024

    रायपुर। राजधानी रायपुर के सत्यम विहार कालोनी में 15 साल के बच्चे पर एसिड अटैक की रिपोर्ट फर्जी निकली। पुलिस की जांच में पता चला की बच्चे ने अपने माता-पिता की डांट से बचने के लिए उसपर एसिड अटैक की कहानी रची थी, जिसमे उसके छोटे भाई ने भी उसका साथ दिया। हालांकि, जब पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो सच्चाई उजागर हो गई। बच्चे ने एसिड अटैक की योजना मोबाइल में वीडियो देखकर बनाई थी। मामला डीडी नगर थाना क्षेत्र का है।

     
    बता दें कि सत्यम विहार कालोनी स्थित गणेश मंदिर के पीछे रायपुरा के रहने वाले टीकम देवांगन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका बेटा कल्प देवांगन घर से अपने छोटे भाई नवनीत देवांगन को साइकिल से लेकर दोस्त के घर खेलने जा रहा था, इस दौरान जब दोनों एजुकेशनल एकेडमी स्कूल के पास सत्यम विहार पहुंचे। तभी चंगोराभाठा की तरफ से आ रहे बाइक सवार दो युवकों ने भूरे और गुलाबी रंग का केमिकल पाउडर फेंक दिया। इसके बाद दोनों युवक भाग गए, केमिकल इतना खतरनाक था कि कल्प का चेहरा और दोनों आंख बुरी झुलस गई है जिसका इलाज रायपुर एम्स अस्पताल में चल रहा है।
     
     
    मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एंटी क्राइम और साइबर यूनिट के साथ पुलिस की संयुक्त टीम ने मामले की जांच शुरू की। इस दौरान घायल कल्प ने पुलिस को बताया कि स्कूल के आसपास हमेशा बदमाशों का जमावड़ा लगा रहता है। वे स्कूल के बच्चों को धमका कर रुपये मांगते हैं। लेकिन पुलिस ने जब जांच की तो सच्‍चाई कुछ और सामने आई।
     
    ऐसे सामने आई सच्चाई
    टीम ने घटनास्थल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन फुटेजो में दोनों भाई घटना स्थल या उसके इर्द-गिर्द कहीं भी नजर नहीं आ रहे थे, इसके बाद टीम ने घटना स्थल के पास स्थित दुकानों और अन्य व्यक्तियों से भी पूछताछ की लेकिन किसी ने भी बच्चे पर एसिड अटैक की कोई भी घटना घटित नहीं होना बताया। इसके बाद पुलिस ने जब कल्प के छोटे भाई नवनीत से अलग से पूछताछ की तो उसने पूरा सच उगल दिया।
     
    नवनीत ने पुलिस को बताया कि घटना वाले दिन दोनों भाई स्कूल से घर आए थे और गैस चूल्हा जलाने के दौरान आग की लपटों से बड़े भाई का चेहरा झुलस गया। इसके बाद माता-पिता की फटकार से बचने दोनों ने झूठी कहानी गढ़ी कि किसी अज्ञात युवक ने उसके चेहरे पर ज्वलनशील पदार्थ फेंका था। कल्प ने नवनीत को आग की लपटों से झुलसने की बात किसी को न बताने के लिए कहा था।
     
    छोटे बच्चों के माता-पिता को हमेशा सख्ती से पेश नहीं आना चाहिए
    मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, छोटे बच्चों के साथ माता-पिता को हमेशा सख्ती से पेश नहीं आना चाहिए। बच्चों के साथ ऐसा संबंध बनाना चाहिए जिसमें वे बिना किसी डर के खुलकर अपनी बातें साझा कर सकें। अगर बच्चों के मन में माता-पिता का डर बैठ जाता है, तो वे सच छुपाने और झूठ बोलने लगते हैं। यह अक्सर तब होता है जब अभिभावक छोटी-छोटी बातों पर बच्चों को डांटते या फटकारते हैं। ऐसे में बच्चों के मन में एक डर पैदा हो जाता है, जो अंततः उन्हें झूठ बोलने या कहानियाँ गढ़ने के लिए प्रेरित करता है। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए माता-पिता को बच्चों के साथ नरमी और समझदारी से पेश आना चाहिए, ताकि बच्चे बिना किसी भय के अपनी समस्याओं और भावनाओं को व्यक्त कर सकें।
  • महतारी वंदन योजना की हितग्राही महिलाओं ने जवानों को बांधी राखियां

    20-Aug-2024

    रायपुर। दंतेवाड़ा जिले के विभिन्न कैंपों में रक्षा बंधन पर्व का आयोजन बेहद खास रहा। महतारी वंदन योजना के अंतर्गत महिला हितग्राहियों ने सीआरपीएफ और डीआरजी के जवानों को राखियां बांधकर रक्षाबंधन पर्व मनाया। यह आयोजन उन जवानों के लिए बेहद यादगार रहा जो अपने परिवार से दूर देश की सुरक्षा में तैनात हैं। आज सुबह से ही महतारी वंदन योजना की हितग्राही महिलाएं सीआरपीएफ कैंप कारली, बड़ेगुडरा, और बासनपुर कैंप पहुंची। उन्होंने जवान भाइयों को राखी बांधी, मिठाई खिलाई और उनकी सुरक्षा के लिए प्रार्थना की। इस मौके पर, महिलाओं ने जवानों को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं और उनके त्याग को सराहा।

     
    इस अवसर पर जवान अश्वनी परमार ने भावुक होते हुए कहा, “हम कई महीनों से अपने परिवार से दूर हैं। आज इस अवसर पर बहनों ने हमारे कैंप में आकर राखी बांधी, जिससे हमारी सुनी कलाई में राखी की सजावट हो गई। इसके लिए हम सभी जवान बहनों के आभारी हैं।”
     
     
    कार्यक्रम में सीआरपीएफ 111 बटालियन कारली के विवेक कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा, सहायक कमांडेंट 111वीं बटालियन आर.के. मिश्रा, महिला एवं बाल विकास अधिकारी ऋतिष टण्डन, सीआरपीएफ और डीआरजी के जवान, महतारी वंदन योजना की हितग्राही महिलाएं, और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
  • न्याय की जीत: 29 साल बाद बिना शादी के जन्मे बेटे को मिला संपत्ति का अधिकार

    20-Aug-2024

    बिलासपुर। हाईकोर्ट ने बिन बिहाई मां से जन्म हुए बच्चे को उसके जन्म के 29 साल बाद उसका हक दिलाया है. कोर्ट ने वैध पुत्र मानते हुए जैविक पिता से सभी लाभ प्राप्त करने का हकदार बताया है. हाईकोर्ट ने परिवार न्यायालय के निर्णय को कानून के अनुरूप न होने के कारण खारिज कर दिया है.

     
    दरअसल, सूरजपुर जिले में रहने वाले युवक ने अपने जैविक पिता से भरण पोषण व उनके सम्पति में हक दिलाने परिवार न्यायालय में परिवाद लगाया था. जहां सुनवाई के बाद मामला खारिज होने पर युवक ने हाई कोर्ट में अपील की. जिसमें कहा गया कि उसके जैविक पिता और मां पड़ोस में रहते थे, दोनों के प्रेम संबंध से उसकी मां गर्भवती हो गई। पिता ने गर्भपात कराने कहा, लेकिन मां ने इनकार करते हुए मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद नवंबर 1995 को लड़के का जन्म हुआ. वह अपनी मां के साथ रहा. मां ने स्वयं और बच्चे के भरण पोषण के लिए परिवार न्यायालय में प्रकरण लगाया. परिवार न्यायालय ने संपत्ति के अधिकारों की घोषणा वैवाहिक पक्ष के दायरे में न होने के कारण इसे बनाए रखने योग्य नहीं माना था. इस निर्णय के खिलाफ उन्होंने हाईकोर्ट में अपील की.
     
     
    इधर अप्रैल, 2017 में जब युवक बीमार पड़ गया. वित्तीय संकट के कारण वह जैविक पिता के घर गया और इलाज के लिए आर्थिक मदद मांगी तो उसने मना कर दिया. इससे नाराज होकर युवक ने पहले परिवार न्यायालय में सम्पत्ति का दावा पेश किया, जिसे पारिवारिक न्यायालय ने खारिज कर दिया, तो हाईकोर्ट में इसकी अपील की गई. जहां जस्टिस गौतम भादुड़ी और जस्टिस रजनी दुबे की डिवीजन बेंच में सुनवाई हुई. मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट ने परिवार न्यायालय द्वारा दर्ज निष्कर्ष को खारिज कर दिया. हाईकोर्ट ने युवक को दोनों का वैध पुत्र घोषित किया. साथ ही उसे पिता से मिलने वाले सभी लाभों का हकदार घोषित किया है. अपीलकर्ता युवक का जन्म 1995 में हुआ था, वह करीब 29 वर्ष का है. युवक को लंबी लड़ाई के बाद हाईकोर्ट से उसका हक मिला है.
  • बहनों के आगमन से गुलजार हुआ मुख्यमंत्री निवास

    20-Aug-2024

    छत्तीसगढ़ में रक्षाबंधन का पर्व इस बार खास बन गया, जब राज्य की महिलाओं ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति अपने स्नेह और सम्मान को एक अनूठे तरीके से व्यक्त किया। महिलाओं ने मुख्यमंत्री के लिए विशेष रूप से राखियां बांधी, जो न केवल भाईचारे का, बल्कि उनकी सुरक्षा और कल्याण के प्रति महिलाओं के गहरे विश्वास का भी प्रतीक हैं। रक्षा बंधन पर्व पर प्रदेशभर से मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को राखी बांधने बड़ी संख्या में आई महिला बहनों से मुख्यमंत्री निवास गुलजार रहा।

     
    महिलाओं की भावनाएं-
     
    मुख्यमंत्री को राखी बांधने आई महिला समूह की सदस्यों ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए लगातार काम कर रही हैं। उनके इस समर्पण को देखते हुए हमने सोचा कि इस रक्षाबंधन पर उनके प्रति अपनी भावनाओं को विशेष तरीके से व्यक्त किया जाए। राखी बांधना तो एक परंपरा है, लेकिन हमारे लिए यह एक संदेश देने का भी तरीका है कि हम उनके नेतृत्व पर विश्वास करते हैं और उन्हें अपना भाई मानते हैं। इसलिए महिलाओं ने मुख्यमंत्री का ‘थैंक यू विष्णु भैया‘ वाली राखी बांधकर आभार व्यक्त किया।
     
    इस राखी के निर्माण में शामिल महिलाओं ने राखियां बनाकर यह संदेश दिया कि वे उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करती हैं और उन्हें अपने परिवार का हिस्सा मानती हैं।
     
    मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया-
     
    मुख्यमंत्री श्री साय ने महिलाओं की इस अनूठी पहल पर खुशी जताई और कहा कि यह मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है। बहनों ने आज जो स्नेह दिया है, उससे अभिभूत हूं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी बहनों की उम्मीदों पर खरा उतरने लिए निरंतर कार्य करता रहूंगा। उन्होंने आगे कहा कि यह राखी केवल एक धागा ही नहीं, बल्कि उनके प्रति हमारे कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की भी याद दिलाती है। मुख्यमंत्री निवास में आज रक्षा बंधन के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में बड़ा मुकाम हासिल कर चुकी महिलाएं और बच्चियां पहुंची थी। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने महिलाओं से कहा कि आप सभी की उपलब्धियां हमें गौरवांन्वित करती है। आप सभी अपनी रूचि के अनुसार क्षेत्र चुने और उसमें आगे बढ़े।
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