बड़ी खबर

देश-विदेश

  • जम्मू कश्मीर: क्या गुलाम नबी आजाद बनेंगे अगले उपराज्यपाल, पूर्व मुख्यमंत्री ने दिया जवाब

    02-Oct-2023

    जम्मू कश्मीर 02 अक्टूबर 2023। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने उपराज्यपाल बनाने जाने के सवाल पर प्रतिक्रिया दी है। गुलाम नबीं ने कहा कि उन्हें जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा कि वह यहां रोजगार करने नहीं बल्कि लोगों की सेवा करने आए हैं। पूर्व कांग्रेस नेता ने डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के स्थापना दिवस पर आयोजित रैली में अफवाहों को नकारते हुए ये बातें कहीं। साथ ही उन्होंने लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की।

     
    आजाद ने कहा कि कुछ लोग यह अफवाहें फैला रहे कि वह पुनर्वास की तलाश में हैं। उन्होंने कहा कि जब मैं 2005 में मुख्यमंत्री बना था, तो लोगों की सेवा करने के लिए दो केंद्रीय मंत्रालय-आवास और शहरी विकास और संसदीय कार्य छोड़ दिए थे। ऐसा नहीं था कि मेरे पास कोई काम नहीं था। बेरोजगारी और मुद्रास्फीति जम्मू-कश्मीर की दो मुख्य समस्याएं हैं, जिनका समाधान वह क्षेत्र की पर्यटन क्षमता का दोहन करके करना चाहते हैं। महंगाई बढ़ रही है। यह सच है कि मुद्रास्फीति केवल भारत के लिए नहीं है। यूरोप में मुद्रास्फीति सबसे अधिक है, लेकिन उनके पास इससे निपटने के अन्य साधन भी हैं। हम एक गरीब राज्य से हैं।
     
    सरकार पदों के विज्ञापन निकाल रही है, लेकिन साक्षात्कार नहीं हो रहे हैं। शिक्षित युवाओं के पास कोई नौकरी नहीं है। अभिभावकों ने बच्चों की शिक्षा पर अपनी बचत खर्च कर दी है। पर्यटन में समाज के सभी वर्गों को आजीविका प्रदान करने की क्षमता है। 2007 में स्थापित ट्यूलिप गार्डन ने हजारों लोगों को आजीविका प्रदान की है। मेरी योजना जम्मू-कश्मीर के प्रत्येक जिले में 10 से 12 पर्यटन स्थल विकसित करने की थी। मेरी लोगों को होमस्टे सुविधाएं स्थापित करने के लिए ऋण उपलब्ध कराने की योजना थी, जिससे उन्हें कमाई के अवसर मिल सकें।
     
    अनुच्छेद 370, 35ए निरस्त करना थी एक बड़ी गलती
    पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 में केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 और 35ए को निरस्त करना एक बड़ी गलती थी। कई वर्षों में कुछ राजनीतिक गलतियां हुईं, जिन्होंने राज्य को आगे बढ़ने के बजाय पीछे धकेल दिया। अनुच्छेद 35ए, बाद में अनुच्छेद 35बी, स्वतंत्रता के बाद प्रख्यापित नहीं किया गया था। इसे 1925 में महाराजा हरि सिंह द्वारा लाया गया था। मैंने संसद में यह कहा था कि अगर भाजपा को पता होता कि वे अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए को नहीं छूते। इस गलती ने हमें और पीछे धकेल दिया। इस बात को लेकर अनिश्चितता थी कि जमीन हमारे पास रहेगी या नहीं।
     
    नशे का कारोबार करने वालों को मिले मौत की सजा
    आजाद ने पार्टी नेताओं से विरोधियों पर निजी हमले नहीं करने को कहा। उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी कहा है कि हमारे साथ राजनीतिक धोखाधड़ी हुई है, लेकिन मुझे किसी की शक्ल पर टिप्पणी क्यों करनी चाहिए। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में ड्रग माफिया चलाने में शामिल लोगों के लिए मौत की सजा की मांग की। आजाद ने कहा कि नशीली दवाओं का दुरुपयोग एक बड़ी समस्या बन गई है। नशे का कारोबार करके कई लोग करोड़पति बन गए हैं। उन्हें मौत की सजा दी जानी चाहिए।

    Read More
  • सांप्रदायिक तनाव के बाद शिवमोगा में धारा 144 लागू, जुलूस पर पथराव से भड़की हिंसा

    02-Oct-2023

    बंगलुरू 02 अक्टूबर 2023। कर्नाटक के शिवमोगा जिले में सांप्रदायिक तनाव के बाद प्रशासन ने रागी गुड्डा इलाके में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है। इसके साथ ही रागी गुड्डा में लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है। बता दें कि बीती रात एक धार्मिक जुलूस पर पथराव के बाद कर्नाटक के शिवमोगा में हिंसा भड़क गई थी। शिवमोगा के एसपी जीके मिथुन कुमार ने बताया कि ‘कुछ शरारती तत्वों ने ईद उल मिलाद के जुलूस पर पथराव कर दिया था। इसके बाद हिंसा भड़क गई और गुस्साए लोगों ने वाहनों और घरों में तोड़फोड़ की। वीडियो के आधार पर कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

     
    क्या अफवाह से फैला सांप्रदायिक तनाव?
    एसपी ने बताया कि ‘कुछ इलाकों में एहतियातन धारा 144 लागू कर दी गई है। मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं हालांकि शांति नगर और रागी गुड्डा इलाके में अभी भी तनाव बना हुआ है। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि यह पूरा विवाद एक अफवाह के चलते हुआ। दरअसल अफवाह फैल गई कि ईद उल मिलाद के जुलूस पर पथराव हुआ है, जिसके बाद लोगों की भीड़ ने कई घरों और वाहनों पर पथराव कर दिया। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से शांति बरतने की अपील की है और सोशल मीडिया की अफवाहों पर भी ध्यान ना देने को कहा है। 
     
    सीएम सिद्धारमैया बोले- इसे बर्दाश्त नहीं करेगी हमारी सरकार
    शिवमोगा में सांप्रदायिक तनाव पर कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि ईद उल मिलाद के जुलूस पर कुछ शरारती तत्वों ने पथराव किया। साथ ही पुलिस पर भी पथराव किया गया। अभी तक 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हमारी सरकार ऐसी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगी। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।  
     
    क्या है पूरा विवाद
    पथराव में छह लोग घायल हुए हैं, जिनमें दो पुलिसकर्मी शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक अक्तूबर को इलाके में कुछ लोगों ने टीपू सुल्तान के एक कटआउट पर आपत्ति जताई थी। हिंदू पक्ष की शिकायत थी कि कटआउट में टीपू सुल्तान को भगवा वस्त्र पहने एक व्यक्ति को मारते दिखाया गया है। इसे लेकर पहले से ही दोनों पक्षों में तनाव था। तनाव के बाद पुलिस ने कटआउट को ढक दिया था। जिस पर कुछ मुस्लिम पक्ष के लोगों ने कटआउट को ढकने का विरोध किया। पुलिस के समझाने के बाद दोनों पक्ष शांत हो गए। इसके बाद शाम में पहले से प्रस्तावित योजना के तहत मुस्लिम पक्ष ने ईद उल मिलाद का जुलूस निकाला। जैसे ही जुलूस रागी गुड्डा इलाके में पहुंचा तो कुछ शरारती तत्वों ने घरों पर पथराव कर दिया। इस पर दूसरे पक्ष ने भी पथराव किया जिससे स्थिति बिगड़ गई। पथराव में छह घरों और दो वाहनों में तोड़फोड़ की गई। कर्नाटक पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स को तनावग्रस्त इलाकों में तैनात कर दिया गया है। 

    Read More
  • भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक खत्म, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के उम्मीदवारों के नाम पर हुआ मंथन

    02-Oct-2023

    नई दिल्ली 02 अक्टूबर 2023। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ के आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर रविवार को यहां उम्मीदवारों के नामों पर मंथन किया। बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित सीईसी के अन्य सदस्य मौजूद थे। प्रधानमंत्री के तेलंगाना में एक जनसभा को संबोधित करने के बाद दिल्ली पहुंचने पर पार्टी मुख्यालय में पहले राजस्थान और फिर छत्तीसगढ़ को लेकर अलग-अलग बैठकें हुईं। राजस्थान संबंधी बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, गजेन्द्र सिंह शेखावत, राजस्थान के लिए भाजपा के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, प्रभारी अरुण सिंह और राज्य इकाई के प्रमुख सीपी जोशी भी शामिल हुए। छत्तीसगढ़ संबंधी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और चुनाव प्रभारी मनसुख मांडविया सहित प्रदेश के कुछ अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। तकरीबन तीन घंटे चली चर्चा के बाद भाजपा की ओर से आधिकारिक तौर पर कोई सूची जारी नहीं की गई।

     
    सूत्रों ने बताया कि दोनों राज्यों की सूची सोमवार को जारी की जा सकती है। सीईसी की बैठक से पहले नड्डा के आवास पर पार्टी की राजस्थान और छत्तीसगढ़ इकाई के कोर समूह की बैठक हुई। सूत्रों ने बताया कि इन बैठकों में पार्टी की चुनावी रणनीति तैयार करने में जुटे भाजपा के कोर समूह के नेताओं ने कई मुद्दों और उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की और फिर उन्हें सीईसी के समक्ष प्रस्तुत किया गया। राजस्थान चुनाव की तैयारियों पर चर्चा के लिए भाजपा अध्यक्ष नड्डा की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रह्लाद जोशी, राजस्थान चुनाव के लिए सह-प्रभारी कुलदीप बिश्नोई, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख सीपी जोशी शामिल थे। बैठक में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और गजेंद्र शेखावत, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान के प्रभारी अरुण सिंह भी मौजूद थे। छत्तीसगढ़ चुनाव के लिए भाजपा के कोर समूह की बैठक में केंद्रीय मंत्री और पार्टी के राज्य चुनाव प्रभारी मनसुख मांडविया, राज्य इकाई के अध्यक्ष अरुण साव और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता नारायण चंदेल मौजूद थे। दिल्ली में हुई बैठकों से पहले, गत दिनों शाह और नड्डा ने जयपुर एवं रायपुर का दौरा किया। इस साल के अंत तक मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा के चुनाव होने हैं।
     
    भाजपा ने मध्य प्रदेश के लिए उम्मीदवारों की दो और छत्तीसगढ़ के लिए एक सूची पहले ही जारी कर दी है। मध्य प्रदेश में तीन केंद्रीय मंत्रियों सहित चार सांसदों को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद यह चर्चा जोरों पर है कि भाजपा राजस्थान में भी प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले कुछ केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव के समर में उतार सकती है। साथ ही कुछ अन्य सांसदों को भी उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा है। 

    Read More
  • वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर वर्जन का फस्र्ट लुक आया सामने

    01-Oct-2023

    नई दिल्ली। देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर वर्जन का पहला लुक सामने आ गया है। सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं। जानकारी के मुताबिक, वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर वर्जन में 857 बर्थ होंगी। इनमें 823 बर्थ यात्रियों के लिए और 34 वर्ष स्टाफ के लिए आरक्षित रखी जाएंगी। प्रत्येक कोच में एक मिनी पेंट्री भी होगी। वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर कोच का लुक अच्छा दिख रहा है। बताते चलें कि वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर वर्जन की पहली ट्रेन अगले साल फरवरी के अंत तक पटरियों पर आने की संभावना है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने चेन्नई में एक कार्यक्रम में कहा था कि अगले साल मार्च 2024 में वंदे भारत एक्सप्रेस का स्लीपर वर्जन लॉन्च कर दिया जाएगा। बता दें कि अभी देश में 30 से अधिक रूटों पर चेयर कार वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन हो रहा है।

    चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री के जनरल मैनेजर बीजी माल्या ने 16 सितंबर को बताया था कि इसी फाइनेंशियल ईयर के दौरान वंदे का स्लीपर वर्जन लॉन्च किया जाएगा। साथ ही वंदे मेट्रो भी इसी फाइनेंशियल ईयर में लॉन्च की जा सकती है। माल्या ने बताया कि अभी स्लीपर वंदे भारत ट्रेन को बनाया जा रहा है और इसे मार्च 2024 में लॉन्च किया जाएगा। इसके साथ ही वंदे मेट्रो का भी प्रोडक्शन चल रहा है। 12 कोच की इस ट्रेन को छोटे रूट पर जनवरी से चलाया जा सकता है। माल्या ने बताया कि वंदे भारत का एक नॉन एसी ट्रेन वर्जन भी लॉन्च करने की योजना है। इस साल 31 अक्टूबर से पहले इसे लॉन्च किया जाएगा। यह एक नॉन-एसी पुश-पुल ट्रेन होगी, जिसमें 22 कोच और इसके दोनों तरफ एक-एक लोकोमोटिव यानी इंजन होगा। स्लीपर वंदे भारत को एक कंसोर्टियम यानी दो कंपनियां मिलकर बना रही हैं। इसमें रेल विकास निगम लिमिटेड और रूस का ग्रुप शामिल है। इस कंसोर्टियम ने 200 में से 120 स्लीपर वंदे भारत चलाने के लिए सबसे कम बोली लगाई थी। बाकी 80 ट्रेनों की सप्लाई टीटागढ़ वैगन्स और क्च॥श्वरु का कंसोर्टियम करेगा।

    Read More
  • युवक की गोली मारकर हत्या, अज्ञात आरोपी फरार

    01-Oct-2023

    रोहतक। रोहतक के गुगाहेड़ी गांव में बाइक सवार 2 युवकों ने ताश खेल रहे एक व्यक्ति पर फायरिंग कर दी। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। घायल व्यक्ति को तुरंत इलाज के लिए क्कत्रढ्ढ में भर्ती कराया गया। जानकारी के अनुसार, रविवार शाम को 47 वर्षीय शीशपाल अपने साथियों के साथ बैठकर ताश खेल रहा था। तभी गांव का युवक अपने रिश्तेदार के साथ बाइक पर आया। उन्होंने आते ही शीशपाल पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। गोलियों की आवाज सुनकर अफरा-तफरी मच गई। वहां बैठे अन्य लोग अपनी जान बचाकर भागे। हमलावरों ने शीशपाल को करीब 6 गोलियां मारी जो उसके पैर, पेट, कंधे और शरीर के अन्य हिस्सों पर लगी। जिसके कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद आरोपी वहां से फरार हो गए। ग्रामीणों ने इसके बाद शीशपाल को संभाला और तुरंत उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। वहीं घटना की सूचना पुलिस को दी गई है।


    Read More
  • चुनाव से पहले नेताओं में भगदड़, एक और नेता ने दिया इस्तीफा, कांग्रेस में होंगे शामिल

    01-Oct-2023

    हैदराबाद। तेलंगाना में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे नेताओं का एक पार्टी छोडक़र दूसरी पार्टी में शामिल होने का सिलसिला जारी है। विधानसभा चुनाव से पहले तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को एक झटका लगा है। रविवार को एक बड़े नेता ने पार्टी छोड़ दी है। तेलंगाना विधान परिषद के सदस्य कासिरेड्डी नारायण रेड्डी ने राज्य कांग्रेस प्रमुख ए. रेवंत रेड्डी और अन्य नेताओं के साथ बैठक के तुरंत बाद बीआरएस से इस्तीफा दे दिया। नारायण रेड्डी और उनके समर्थकों के जल्द ही कांग्रेस में शामिल होने की उम्मीद है। कथित तौर पर एमएलसी को कलवाकुर्ती विधानसभा से कांग्रेस टिकट का आश्वासन दिया गया है।

    उनके पार्टी में शामिल होने से महबूबनगर जिले में कांग्रेस को मजबूती मिलने की संभावना है। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को इस्तीफा भेज दिया है। जिसमें उन्होंने उम्मीद जताई है कि कांग्रेस शासन के तहत तेलंगाना में विकास होगा। उन्होंने लिखा, कांग्रेस और सोनिया गांधी द्वारा घोषित छह गारंटियों ने मुझे उम्मीद दी है कि तेलंगाना के लोग कांग्रेस के माध्यम से विकास देखेंगे। एमएलसी ने अपने पत्र में जिक्र किया कि सोनिया गांधी ने तेलंगाना को राज्य का दर्जा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
    नारायण रेड्डी का इस्तीफा बीआरएस के लिए 10 दिनों में दूसरा बड़ा झटका है। वरिष्ठ नेता और विधायक मयनामपल्ली हनुमंत राव ने 22 सितंबर को बीआरएस से इस्तीफा दे दिया था। वह इसलिए नाराज थे क्योंकि पार्टी ने उनके बेटे रोहित राव को टिकट नहीं दिया था। हनुमंत राव और उनके बेटे 28 सितंबर को कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। कांग्रेस ने उन्हें टिकट देने का आश्वासन दिया है। 

    Read More
  • बीजेपी के लिए बिहार है महत्वपूर्ण, क्योंकि...

    01-Oct-2023

    पटना। देश के दक्षिणी राज्यों में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन को देखते हुए, इसके शीर्ष नेतृत्व की नजर हिंदी भाषी राज्यों बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान और झारखंड पर है, ताकि कुछ बढ़त बनाई जा सके और केंद्र में सरकार बरकरार रखी जा सके। भगवा पार्टी के लिए बिहार महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां 40 सीटें हैं और राजद के लालू प्रसाद यादव और जदयू के नीतीश कुमार जैसे कड़े राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं। नतीजतन, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राजनीतिक रैलियों के लिए महागठबंधन सरकार के गठन के बाद से पांच बार बिहार का दौरा कर चुके हैं। बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी मानते हैं कि लालू प्रसाद यादव के पास वोट बैंक है, लेकिन उन्हें यह भी पता है कि नीतीश कुमार के पास वोट बैंक नहीं है।

    चौधरी ने कहा, राजद के पास अपना वोट बैंक है, लेकिन नीतीश कुमार के पास नहीं है, इसलिए, एनडीए के उम्मीदवार सभी 40 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करेंगे और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। बीजेपी का थिंक टैंक जानता है कि लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार से लड़ाई आसान नहीं है। 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद राजद कमोवेश उसी स्थिति में है, जैसी 2015 में थी, लेकिन नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जद (यू) कमजोर होती जा रही है। 2015 में, जद (यू) के 69 विधायक थे और 2020 के विधानसभा चुनाव में यह घटकर 43 रह गए।
    राजनीति पूरी तरह धारणा के बारे में है, और भाजपा जानती है कि नीतीश कुमार जमीन पर मजबूत हैं और उनके मुख्य मतदाता लव-कुश (कुर्मी-कुशवाहा) उन्हें ऐसा ही मानते हैं। हालांकि, अगर मतदाताओं की धारणा नीतीश कुमार के प्रति बदलती है, तो संभावना यह है कि उनका मुख्य मतदाता आधार, जिसमें ओबीसी शामिल हैं, भाजपा की ओर स्थानांतरित हो सकता है। इसलिए, भाजपा नेता चतुराई से नीतीश कुमार को निशाना बना रहे हैं और यह धारणा बना रहे हैं कि वह जमीन पर कमजोर हो रहे हैं और 2020 का विधानसभा चुनाव इसका उदाहरण है।
    चूंकि लव-कुश मतदाता यादव समुदाय के कट्टर विरोधी हैं, इसलिए बीजेपी इसे भुनाने की फिराक में है। बीजेपी ने कुशवाहा समुदाय को यह संदेश देने के लिए सम्राट चौधरी को अपना प्रदेश अध्यक्ष बनाया कि पार्टी में उनका प्रतिनिधित्व है। उपेन्द्र कुशवाह का जद (यू) से अलग होना और भाजपा का गठबंधन सहयोगी बनना भी मतदाताओं को यह संदेश देने की एक चाल है कि नीतीश कुमार कमजोर हो रहे हैं और उनका समर्थन करना उनके वोटों की बर्बादी है।
    पिछले एक साल में बीजेपी ने जेडीयू के कई नेताओं को अपने पाले में कर लिया है। इनमें आरसीपी सिंह, मीना सिंह, उपेन्द्र कुशवाहा, प्रोफेसर रणबीर नंदन, मोनाजिर हसन आदि कुछ नाम हैं और जदयू को नुकसान पहुंचाने की कोशिशें जारी हैं। गुरुवार को अमित शाह से मुलाकात करने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, हमने नई दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की और बिहार में लोकसभा चुनाव कैसे जीता जाए, इस पर चर्चा की। फिलहाल बिहार में नीतीश कुमार और जेडीयू कोई फैक्टर नहीं हैं। बिहार में राजद सबसे बड़ा फैक्टर है और एनडीए इससे निपटने के लिए रणनीति बना रही है। उन्होंने कहा, मुझे नीतीश कुमार के लिए दुख है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह राजद के लिए काम कर रहे हैं, वह नीतीश कुमार के हित में काम नहीं कर रहे हैं बल्कि राजद के बारे में सोच रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में, भाजपा ने जेडी (यू) से हाथ मिलाया और गठबंधन ने 40 में से 39 सीटें जीतीं। भाजपा ने 17 सीटें जीतीं, जद (यू) ने 16 और राम विलास पासवान के नेतृत्व वाली एलजेपी को छह सीटें मिलीं। जेडीयू के अलग होने के बाद भी एनडीए के पास 23 सीटें हैं। लेकिन, सच्चाई यह है कि नीतीश कुमार भले ही कमज़ोर दिख रहे हों, लेकिन वह अभी भी बिहार में ड्राइवर की सीट पर हैं और शासन की बागडोर मजबूती से पकड़े हुए हैं। किसी भी राज्य की सरकारी मशीनरी चुनावों के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, खासकर कठिन परिस्थितियों में जब जीतने और हारने वाली पार्टी के बीच वोटों का अंतर कम होता है। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एनडीए के लगभग 15 विधायक मामूली अंतर से जीते थे। राजद उम्मीदवार शक्ति सिंह यादव 12 वोटों के अंतर से चुनाव हार गए थे। बिहार में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए चार पार्टियां बीजेपी के साथ गठबंधन में हैं। इसमें चिराग पासवान के नेतृत्व वाली एलजेपीआर, पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी), उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक जनता दल (आरएलजेडी) और जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) (एचएएम-एस) शामिल हैं। ये नेता अपनी-अपनी जाति और समुदाय के मतदाताओं के एक वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन क्या यह वोटों में तब्दील होता है, यह बहस का विषय है। इसके अलावा, वे अपने मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में कैसे ले जाते हैं, यह भी संदिग्ध है। बिहार में 16 फीसदी मतदाता दलित और महादलित समुदायों से हैं और भाजपा की नजर चिराग पासवान, पशुपति कुमार पारस और जीतन राम मांझी जैसे नेताओं के जरिए वोटों के इस बड़े हिस्से पर है। जब चिराग पासवान की बात आती है, तो वह बिहार में भाजपा की टोकरी में सबसे प्रभावशाली नेता हैं, क्योंकि उनके पास देश के महान दलित नेता अपने दिवंगत पिता राम विलास पासवान की राजनीतिक विरासत है। वह बिहार में दुसाध (पासवान) जाति का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो राज्य भर में छह प्रतिशत मतदाता हैं। इसके अलावा अन्य दलित जातियां भी चिराग पासवान का समर्थन करती हैं. उन्होंने मुकामा, गोपालगंज और कुरहानी के उपचुनावों के दौरान अपनी लोकप्रियता साबित की है जब वह भाजपा के लिए भीड़ खींचने वाले नेता बन गए और गोपालगंज सीट जीतने में मदद की। 2019 के लोकसभा चुनाव में राम विलास पासवान जीवित थे और छह सीटों पर चुनाव लड़े थे. उस समय उन्होंने 100 फीसदी नतीजे दिए थे और सभी छह सीटें जीती थीं. हालाँकि, 2019 की राजनीतिक स्थिति अलग थी क्योंकि देश में, खासकर हिंदी बेल्ट में मोदी लहर मजबूत थी। लेकिन अब हालात अलग हैं। नरेंद्र मोदी सरकार वर्ष 2024 मेें जबरदस्?त सत्?ता विरोधी लहर का सामना कर रही है। इसके अलावा, 2019 के लोकसभा और 2020 के विधानसभा चुनावों तक, अन्य दलों के नेताओं को वोट कटवा के माध्यम से विपक्षी वोटों को विभाजित करने की भाजपा की चुनावी रणनीति के बारे में पता नहीं था। अब, विपक्षी नेता भाजपा की चुनावी रणनीति को जानते हैं और इसलिए उन्होंने इंडिया गठबंधन बनाया है। जीतन राम मांझी के महागठबंधन से बाहर आने के बाद से बीजेपी की नजर मुसहर जाति के तीन फीसदी महादलित वोटों पर है। बिहार में लगभग सात प्रतिशत मतदाता वाले कोइरी समुदाय में उपेन्द्र कुशवाहा एक प्रमुख ताकत हैं। उपेन्द्र कुशवाहा राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर थे और उपेन्द्र सिंह के नाम से जाने जाते थे। नीतीश कुमार के सुझाव के बाद उन्होंने कुशवाह समुदाय का स्वाभाविक प्रतिनिधि बनने के लिए कुशवाह नाम चुना। कुल मिलाकर, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, पशुपति कुमार पारस और उपेंद्र कुशवाहा का ट्रैक रिकॉर्ड ऐसा है कि जब उनके प्रमुख साथी अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो वे भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं। 2014, 2019 और 2020 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ड्राइवर की सीट पर थी और उसने राम विलास पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी के जहाजों को खींच लिया था। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे 2024 में बीजेपी की कैसे मदद करेंगे, खासकर तब जब उनका प्रतिद्वंद्वी इंडिया है और बिहार में उनका छह दलों का गठबंधन है।

    Read More
  • सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल से ड्राइवर ने कर दी ठगी, निकला बेहद शातिर

    01-Oct-2023

    नई दिल्ली। दिल्ली के एक सरकारी स्कूल के वाइस-प्रिंसिपल से एक ड्राइवर ने चार लाख रुपये से अधिक की ठगी की है। आरोपी ने इस ठगी को किसी बहाने पीडि़त का फोन लेकर ठगी को अंजाम दिया। हालांकि, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि आरोपी की पहचान गाजियाबाद के लाल कुआं निवासी 23 वर्षीय संदेश चौधरी उर्फ सनी चौधरी के रूप में हुई है। आरोपी मोबाइल फोन से धोखाधड़ी से लेनदेन करने के बाद संदेशों को हटा देता था ताकि पकड़ा न जा सके। यह मामला तब सामने आया जब मंडावली के एक सरकारी स्कूल में वाइस-प्रिंसिपल के पद पर नियुक्त बाबरपुर निवासी महेश कुमार शर्मा ने साइबर पूर्वोत्तर जिला पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई।

     शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि उनका बचत खाता दिल्ली के कमला नगर में स्थित पंजाब नेशनल बैंक में है। उनके खाते से 33068 रुपये डेबिट हुए हैं, जिसका उनके पास फोन में मैसेज आया। संदेह होने पर उन्होंने अपने बैंक खाते की डिटेल प्राप्त की। जिसमें खुलासा हुआ कि मार्च से जून 2023 तक 4,44,630 रुपये के 18 ऐसे लेनदेन किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धोखाधड़ी से किए गए हैं। उत्तरी-पूर्व दिल्ली के डीसीपी जॉय टिर्की ने कहा कि विस्तृत जांच से पता चला कि शिकायतकर्ता अक्सर ऑनलाइन लेनदेन और अन्य नेटवर्किंग से संबंधित नौकरियों के लिए अपने ड्राइवर संदेश चौधरी की मदद लेता था, लेकिन उसकी संदिग्ध गतिविधियों के कारण, उसे जून के अंत में नौकरी से निकाल दिया गया था। जांच के दौरान पंजाब नेशनल बैंक और फ्लिपकार्ट से जानकारी हासिल की गई। जिससे पता चला कि जालसाज ने उस रकम का इस्तेमाल फ्लिपकार्ट से 14 मोबाइल फोन, एक एलईडी टीवी, एक रेफ्रिजरेटर, एक वॉशिंग मशीन, ब्लूटूथ स्पीकर और एक लकड़ी की टीवी यूनिट सहित विभिन्न वस्तुओं की खरीद के लिए किया था। 
    डीसीपी ने कहा कि तकनीकी निगरानी की गई और एकत्र की गई जानकारी के आधार पर, संभावित ठिकाने पर छापेमारी की गई और टीम आरोपी संदेश चौधरी को पकडऩे में सफल रही। पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि उसने शिकायतकर्ता का एटीएम नंबर गुप्त रूप से प्राप्त कर लिया था। ऑनलाइन पेमेंट के लिए ओटीपी अनिवार्य रूप से जरूरी है। ओटीपी प्राप्त करने के लिए, वह किसी बहाने से वाइस-प्रिंसिपल का मोबाइल फोन ले लेता था और फ्लिपकार्ट से ऑर्डर किए गए आइटम के सफल भुगतान के बाद लेनदेन से संबंधित सभी एसएमएस (मैसेज) हटा देता था। 
    इस तरह आरोपी ने फ्लिपकार्ट पर शॉपिंग के लिए कुल 4,44,630 रुपये के ऐसे 18 ट्रांजैक्शन किए। आरोपी डिलीवरी एजेंटों द्वारा पकड़े जाने से बचने के लिए, अपने आस-पास के इलाके का अस्पष्ट पता देता था और अपने किराए के घर के पास किसी प्रसिद्ध स्थल के पास डिलीवरी लेता था। आरोपी की निशानदेही पर उसके किराए के आवास से मोबाइल फोन, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, एलईडी, टीवी यूनिट आदि बरामद की गईं। डीसीपी ने कहा, उसने लग्जरी लाइफस्टाइल जीने की अपनी इच्छा को पूरा करने के लिए अपने नियोक्ता को धोखा दिया।

    Read More
  • राजधानी में भारी वाहनों को प्रवेश प्रतिबंधित

    30-Sep-2023

    लखनऊ। पुलिस उपायुक्त, यातायात आशीष श्रीवास्तव ने प्रेस वार्ता में बताया कि बताया कि पीएनसी कम्पनी द्वारा वर्तमान में लखनऊ-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एलिवेटेड मार्ग का निर्माण कार्य प्रचलित होने के कारण उक्त मार्ग पर पूर्व में तीन लेन में आने वाला यातायात निर्माण क्षेत्र में सडक़ सकरी हो जाने के कारण सिंगल लेन में चल रहा है। जिसके कारण आमजनमानस को उक्त मार्ग पर आवागमन में अत्यधिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। उक्त के सम्बन्ध में 22 सितंबर को जनपद लखनऊ के पुलिस आयुक्त द्वारा लखनऊ के सीमावर्ती जनपदों तथा कानपुर नगर और सम्बन्धित जौन एवं रेंज के अधिकारियों के साथ गूगल मीट के माध्यम से भारी वाहनों के डायवर्जन पर विचार-विमर्श के लिए गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसी क्रम में 23 सितंबर को पुलिस उपायुक्त, यातायात द्वारा अपनी अध्यक्षता में रिजर्व पुलिस लाईन जनपद उन्नाव में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें पुलिस उपायुक्त, यातायात कानपुर नगर, पुलिस अधीक्षक, उन्नाव, अपर पुलिस अधीक्षक उन्नाव व कानपुर देहात, पुलिस उपाधीक्षक उन्नाव व रायबरेली एवं सहायक पुलिस आयुक्त, यातायात लखनऊ द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिसमें लखनऊ-कानुपर रोड पर निर्माण कार्य के दौरान सुगम यातायात संचालन व जाम से निजात के लिए निम्नांकित डायवर्जन प्लान पर सहमति व्यक्त की गयी।

    झांसी एवं दिल्ली रोड से आने वाले भारी वाहनों को कानपुर देहात के भोगनीपुर से घाटमपुर की तरफ डायवर्ट किया जायेगा, जो चौडगरा, फतेहपुर, लालगंज व रायबरेली, बछरांवा, मोहनलालगंज होकर लखनऊ की तरफ आ सकेगें। हमीरपुर व कबरई रोड से आने वाले भारी वाहनों को कानपुर नगर के घाटमपुर से डायवर्ट किया जायेगा, जो चौडगरा, फतेहपुर, लालगंज व रायबरेली, बछरांवा मोहनलालगंज होकर लखनऊ की तरफ आ सकेंगें। झांसी एवं दिल्ली रोड से आने वाले भारी वाहनों को कानपुर नगर के रमादेवी चौराहे से चौडगरा की तरफ डायवर्ट किया जायेगा, जो फतेहपुर, लालगंज व रायबरेली, बछरांवा मोहनलालगंज होकर लखनऊ की तरफ आ सकेगें। कानपुर नगर से उन्नाव की तरफ आने वाले भारी वाहनों को उन्नाव के दही चौकी से डायवर्ट किया जायेगा, जो पूर्वा मोड, मौरांवा, गुरुबक्शगंज, बछरांवा, मोहनलालगंज होकर लखनऊ की तरफ आ सकेगें। दिल्ली-आगरा की तरफ से आने वाले भारी वाहनों को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के द्वारा लखनऊ आ सकेगें। लखनऊ से उन्नाव होकर कानपुर जाने वाले भारी वाहनों के लिए व्यवस्था पूर्ववत रहेगी। उपरोक्त डायवर्जन प्लान के सम्बन्ध में 27 सितंबर को संयुक्त पुलिस आयुक्त, कानून एवं व्यवस्था के कार्यालय स्थित सभाकक्ष में ट्रांसपोर्ट यूनियन के पदाधिकारियों तथा लखनऊ के यातायात पुलिस के अधिकारियों द्वारा बैठक की गयी। जिसकी अध्यक्षता पुलिस उपायुक्त, यातायात लखनऊ द्वारा की गयी। बैठक में ट्रांसपोर्ट यूनियन द्वारा उक्त डायवर्जन प्लान के सम्बन्ध में आवश्यक सहयोग किये जाने की स्वीकृति दी गयी। उक्त डायवर्जन प्लान एक अक्टूबर 2023 से लागू किया जायेगा। इस डायवर्जन प्लान में समय-समय पर सभी सम्बन्धित के सुझाव लेकर आवश्यक संशोधन किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि नो इण्ट्री पूर्व की भांति सुबह छह बजे से रात्रि 23 बजे तक लागू रहेगी। मोहनलालगंज में पूर्व की भांति नो-इण्ट्री थाना के पास लगी रहेगी जहां से भारी वाहनों का प्रवेश लखनऊ शहर क्षेत्र की तरफ प्रतिबंधित रहेगा और उक्त वाहन गोसाईगंज सुल्तानपुर रोड की तरफ जा सकेगें। गोसाईगंज एवं कबीरपुर डायवर्जन पूर्ववत बने रहेगें। 

    Read More
  • बीज से बाजार, तकनीक से नवाचार के वैश्विक परिदृश्य से परिचय कराएगा कृषि कुंभ 2.0: मुख्यमंत्री योगी

    30-Sep-2023

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कृषि कुंभ 2.0 को वैश्विक समारोह बनाने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह आयोजन बीज से बाजार तक और दुनिया भर में कृषि क्षेत्र में अपनाई जा रही तकनीक से लेकर नवाचार तक की जानकारी देने वाला होगा। आयोजन दिसंबर के दूसरे सप्ताह में संभावित है। शनिवार को इसकी समीक्षा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश कृषि कुंभ 2.0 में प्रदेश के प्रत्येक जनपद के साथ देश के हर राज्य की भागीदारी कराई जानी चाहिए। हर राज्य में कृषि क्षेत्र में हो रहे बेस्ट प्रैक्टिस को प्रदर्शित किया जाए, इससे हमारे किसान तकनीकी दृष्टि से और संपन्न हो सकेंगे।

    उन्होंने कहा कि कृषि कुंभ के दूसरे संस्करण में दो लाख से अधिक किसानों की प्रतिभागिता कराई जाए। जापान, इजरायल, क्रोएशिया, पोलैंड, पेरू, जर्मनी, यूएसए, फिलीपींस, साउथ कोरिया, इंडोनेशिया जैसे देशों में खेती-किसानी को लेकर अनेक अभिनव कार्य हो रहे हैं। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तर्ज पर संबंधित देशों में भारतीय दूतावासों/उच्चायोग से संपर्क कर इन देशों को कृषि कुंभ में कंट्री पार्टनर के रूप में सहभागी बनाने के प्रयास किए जाएं। सम्मेलन का मुख्य कार्यक्रम लखनऊ स्थित भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान में होगा, जबकि इससे पूर्व नई दिल्ली में कर्टेन रेजर इवेंट भी आयोजित किया जाएगा। सीएम ने कहा कि सम्मेलन के दौरान गौ-आधारित प्राकृतिक खेती, जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने की तैयारियों, श्रीअन्न के प्रोत्साहन, एफपीओ आधारित व्यवसाय, खेती की लागत को कम करने, पराली प्रबन्धन के साथ वन ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था वाले राज्य में कृषि सेक्टर के योगदान को बढ़ाने के प्रयासों पर चर्चा कराई जानी चाहिए।

    Read More
  • मारुति सुजुकी को 139 करोड़ चुकाने के लिए मिला जीएसटी नोटिस, कंपनी का आया बयान

    30-Sep-2023

    नई दिल्ली। कार निर्माता मारुति सुजुकी को जीएसटी प्राधिकरण ने कारण बताओ नोटिस भेजा है, जिसमें ब्याज और जुर्माने सहित टैक्स के रूप में 139.3 करोड़ रुपये चुकाने को कहा गया है। कंपनी ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि नोटिस जुलाई 2017 से अगस्त, 2022 की अवधि के लिए कुछ सेवाओं पर रिवर्स चार्ज के आधार पर कर देनदारी के मामले से संबंधित है।

    कंपनी ने कहा कि वह कारण बताओ नोटिस का जवाब देगी। मारुति सुजुकी ने दावा किया है कि उसे पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट से एक अनुकूल आदेश मिला है जिसमें जून 2006 से मार्च 2011 की अवधि के लिए केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग द्वारा दायर की गई अपील को 57.2 करोड़ रुपये चुकाने के पहले के मामले में खारिज कर दिया गया था।
    कंपनी ने फाइलिंग में आगे कहा कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग ने अगस्त 2016 के पहले ट्रिब्यूनल आदेश के खिलाफ उच्च न्यायालय के समक्ष अपील दायर की थी, जिसका फैसला कंपनी के पक्ष में आया था जिसमें कुछ सेवाओं पर इनपुट सेवा क्रेडिट की अनुमति दी गई थी और लगाया गया जुर्माना हटा दिया गया था। 

    Read More
  • बहुचर्चित नेशनल शूटर धर्म परिवर्तन, यौन उत्पीडऩ और दहेज प्रताडऩा में सीबीआई कोर्ट का फैसला, आरोपी दोषी

    30-Sep-2023

    रांची। नेशनल राइफल शूटर तारा शाहदेव के धर्म परिवर्तन, यौन उत्पीडऩ और दहेज प्रताडऩा के मामले में रांची स्थित सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने तीनों आरोपियों रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन, उसकी मां कौशल रानी और झारखंड हाईकोर्ट के बर्खास्त रजिस्ट्रार (विजिलेंस) मुश्ताक अहमद को दोषी करार दिया है। इन तीनों की सजा के बिंदु पर 5 अक्टूबर को सुनवाई होगी। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के जज पीके शर्मा ने शनिवार दोपहर करीब तीन बजे फैसला सुनाया। इसके तुरंत बाद तीनों दोषियों को न्यायिक हिरासत में ले लिया गया। अदालत द्वारा फैसला सुनाए जाने के वक्त प्रताडऩा की शिकार हुई तारा शाहदेव भी अपने पति के साथ उपस्थित थीं। धर्म परिवर्तन, यौन उत्पीडऩ और दहेज प्रताडऩा का यह मामला वर्ष 2014 में पूरे देश में चर्चित हुआ था। इस केस को हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने 2015 में टेक ओवर किया था। जांच पूरी होने के बाद सीबीआई ने 2017 में रंजीत उर्फ रकीबुल, उसकी मां कौशल रानी और झारखंड उच्च न्यायालय के तत्कालीन रजिस्ट्रार (सतर्कता) मुश्ताक अहमद के खिलाफ चार्जशीट फाइल की थी।

    आरोपियों के खिलाफ दो जुलाई 2018 को आरोप गठित किया गया था। इसके बाद से तीनों के खिलाफ लंबा ट्रायल चला। सीबीआई की ओर से की गई बहस के दौरान तारा शाहदेव द्वारा कोहली उर्फ रकीबुल पर लगाए गए धर्म परिवर्तन, यौन उत्पीडऩ और दहेज प्रताडऩा आरोपों को सही बताया गया। कोहली की मां और हाईकोर्ट के बर्खास्त रजिस्ट्रार (विजिलेंस) को भी इस पूरी साजिश में सहभागी बताया गया।
    सीबीआई ने इस मामले में कुल 26 गवाहों के बयान कोर्ट में दर्ज कराए थे। कई सबूत भी कोर्ट के सामने पेश किए गए थे।
    बता दें कि नेशनल शूटर तारा शाहदेव ने रंजीत सिंह कोहली पर धोखा देकर शादी करने का आरोप लगाया था। दोनों की शादी 7 जुलाई 2014 को हुई थी। शादी के बाद उसे पता चला कि रंजीत सिंह कोहली पहले ही अपना धर्म बदलकर इस्लाम धर्म कबूल कर चुका था और उसने अपना नाम रकीबुल हसन रख लिया था।
    तारा शाहदेव से शादी के बाद रंजीत उर्फ रकीबुल उस पर इस्?लाम कबूलने का दबाव बनाने लगा। तारा शाहदेव ने पुलिस में दर्ज कराए गए मामले में बताया था कि ऐसा नहीं करने पर उसकी पिटाई की जाती थी और कई बार कुत्ते से भी कटवाया गया था। शाहदेव के मुताबिक, कई-कई दिनों तक उसे खाना भी नहीं दिया जाता था। रकीबुल और उसकी मां दोनों तारा को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताडि़त करते थे और उससे कहते थे कि अगर वह चाहती है कि उसकी शादीशुदा जिंदगी सामान्य रहे तो वह इस्लाम कबूल कर ले। उसे सख्त चेतावनी दी गई थी कि वह 'सिंदूर' न लगाए, अन्यथा उसके हाथ तोड़ दिए जाएंगे।
    तारा ने आरोप लगाया था कि ससुराल वालों की ओर से दहेज की भी मांग की गई। करीब डेढ़ महीने की प्रताडऩा के बाद 17 अगस्त 2014 को अपने भाई को एक घरेलू नौकर के मोबाइल फोन से कॉल किया और उसे पुलिस के साथ अपने ससुराल आने के लिए कहा। इसके बाद तारा को मुक्त कराया गया था।

    Read More
  • अकसा एयरलाइन्स को मिली बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस जांच में जुटी

    30-Sep-2023

    मुंबई। मुंबई से वाराणसी आ रहे अकसा एयरलाइंस के विमान में शुक्रवार की दोपहर बम की सूचना से हडक़ंप मच गया। ट्विटर पर जिस समय जानकारी मिली विमान वाराणसी के हवाई क्षेत्र में पहुंच चुका था। अधिकारियों से बम की सूचना विमान के क्रू मेंबर तक पहुंची। इसके बाद पायलट ने एटीसी को सूचना दी। इसके बाद विमान को तत्काल उतरने की अनुमति भी मिल गई। विमान के उतरते ही सुरक्षा दस्ते ने चप्पा-चप्पा छान मारा। हालांकि कहीं कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद अधिकारियों ने विमान को उड़ान के लिए हरी झंडी दी। इसके कारण करीब ढाई घंटे की देरी से विमान ने मुंबई के लिए उड़ान भरी। अकसा एयरलाइन्स का विमान क्यूपी 1497 मुंबई से अपने निर्धारित समय पर उड़ान भरकर वाराणसी आ रहा था। विमान में एक बच्चे समेत 160 लोग सवार थे।

    इसी दौरान एयरलाइन्स के ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए विमान में बम होने की सूचना दी गई। सूचना मिलते ही अधिकारियों में हडक़ंप मच गया। विमान के क्रू मेंबर के साथ ही एटीसी को भी जानकारी दी गई। इससे पहले कि बम की सूचना देने वाले का पता लगाया जाता उसने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। इधर, सूचना मिलते ही एयरपोर्ट के सुरक्षा संबंधित अधिकारी सहित सीआईएसएफ के अधिकारी अलर्ट मोड में आ गए। एयरपोर्ट पर विमान के उतरते ही सीआईएसफ बम निरोधक दस्ता के जवानों ने विमान को अपने घेरे में लेकर जांच शुरू कर दी। सभी यात्रियों को सकुशल उताराने के बाद एक-एक जगह की जांच की गई। विमान में किसी संदिग्ध वस्तु की पुष्टि नहीं होने के बाद ही मुंबई के लिए दोबारा उड़ान की इजाजत मिली। इससे करीब ढाई घंटे की देरी से विमान ने शाम 4:56 बजे मुंबई के लिए उड़ान भरी। सीआईएसएफ के सीनियर कमांडेंट अजय कुमार ने बताया कि एयरलाइंस के मुख्यालय पर किसी व्यक्ति के ने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर विमान में बम होने की सूचना दी थी। सूचना मिलते ही बम निरोधक दस्ते के जवान अलर्ट हो गए। विमान के उतरने के बाद गहनता से जांच पड़ताल की गई। विमान में किसी संदिग्ध वस्तु के मिलने की पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद विमान को एयरपोर्ट से मुंबई के लिए उड़ान भरने की अनुमति दी गई।

    Read More
  • मगरमच्छ ने लडक़ी को नहर में खींचा, जीवित होने की कोई संभावना नहीं

    28-Sep-2023

    बरेली। यूपी के बरेली में 18 वर्षीय लडक़ी को कथित तौर पर एक मगरमच्छ ने नहर में खींच लिया था। दो दिन के लंबे बचाव अभियान के बाद भी लडक़ी का कोई पता नहीं चल पाया है। घटना पडुआ थाना क्षेत्र के दुलईपुरवा गांव में मंगलवार शाम को हुई थी। उस वक्त कामिनी विश्वकर्मा अपने मवेशियों को चरा रही थी। कामिनी के दोस्तों में से एक ने कहा, हम मैदान में खेल रहे थे। कामिनी अपने पैर धोने के लिए शारदा नहर की ओर बढ़ी और फिर गायब हो गई। वन अधिकारियों ने बताया कि संभवत: मानसून के मौसम में शारदा नदी के उफान के कारण नहर एक बड़े मगरमच्छ का अस्थायी घर बन गया है।

    पडुआ पुलिस स्टेशन के एसएचओ हनुमंत लाल तिवारी ने कहा, "अब उसके जीवित होने की कोई संभावना नहीं है क्योंकि जब वह नहर के पास अपने पैर धो रही थी तो लोगों ने मगरमच्छ को झपटते और उसे पानी में खींचते हुए देखा। यह अचानक हुआ और वह कुछ नहीं कर सकी। हमने स्थानीय लोगों को सलाह दी है कि वे नहर से तब तक बचें, जब तक कि मगरमच्छ या तो क्षेत्र छोड़ न दे या वन विभाग सफलतापूर्वक रेस्क्यू न कर ले। कामिनी विश्वकर्मा किसान जयपाल विश्वकर्मा की इकलौती बेटी थी। 

    Read More
  • पुलिस ने बॉलीवुड स्टाइल में कुख्यात अपराधी को गोली मारकर पकड़ा

    28-Sep-2023

    नांदेड़। महाराष्ट्र की तीर्थनगरी नांदेड़ में पुलिस ने एक कुख्यात भगोड़े अपराधी को बॉलीवुड स्?टाइल में गोली मारकर पकड़ लिया। घटना बुधवार शाम करीब पांच बजे भीड़भाड़ वाले कैनाल रोड इलाके के पास हुई, जहां एक मॉल और स्कूल भी है। नांदेड़ पुलिस को सूचना मिली थी कि एक भगोड़ा हिस्ट्रीशीटर आवेज उर्फ अबू और उसके कुछ साथी मॉल में आने वाले हैं। पुलिस की एक टीम तुरंत वहां पहुंच गई। फिर, आवेज और दीपक भोकरे का इंतजार करने लगी, जो कुछ देर बाद ही वहां पहुंच गए। कुछ गड़बड़ महसूस होने पर, दोनों ने वहां से भागने का प्रयास किया, लेकिन एक पुलिसकर्मी ने उन्हें रोक लिया। आवेज ने खंजर निकाला और पुलिस वालों पर हमला कर फिर से भाग निकला। आवेज भागकर स्कूल परिसर में घुस गया, जहां उसने वहां खड़े एक स्कूटर को लेने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षा गार्ड ने उसे काबू करने की कोशिश की और वह फिर से भाग गया। यह देखकर क्राइम ब्रांच के सब-इंस्पेक्टर पांडुरंग माने ने सावधानी से निशाना साधते हुए आवेज की जांघ पर गोली मार दी और वह गिर गया। गोली की आवाज से इलाके में अफरा-तफरी मच गई, और वह फायदा उठाकर वहां से भाग गया।

    गोली लगने के बावजूद, आवेेज ने भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पुलिस ने एम्बुलेंस को बुलाया। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, आरोपी को इलाज के लिए विष्णुपुरी के एसबी चव्हाण अस्पताल ले जाया गया। ऑपरेशन के बाद नांदेड़ के पुलिस अधीक्षक श्रीकृष्ण कोकाटे ने स्थानीय मीडिया को बताया कि आवेज कई वर्षों से वांछित था और उसके खिलाफ जिले के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में कम से कम पांच गंभीर अपराध दर्ज थे। अपराधों में धमकी, जबरन वसूली, हत्या के प्रयास जैसे आरोप शामिल हैंं। उसे पहले भी मकोका के तहत गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जमानत पर रिहा कर दिया गया था और वह दो साल से अधिक समय से फरार चल रहा था। इसके अलावा, आवेज के खंजर के हमले से एक पुलिस अधिकारी और एक कर्मचारी भी घायल हुआ है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है। 

    Read More
  • मोटा मुनाफा देने का झांसा देकर लोगों को ठगने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह के पांच लोग गिरफ्तार

    28-Sep-2023

    नई दिल्ली । मध्य जिले की साइबर थाना पुलिस ने निवेश के बदले मोटा मुनाफा देने का झांसा देकर लोगों को ठगने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का खुलासा किया है। ठग हर दिन वसूली गई पांच करोड़ रुपये की रकम को फर्जी पतों पर खोली गईं फर्जी कंपनियों के खातों में ट्रांसफर कर विदेश भेज देते थे। पुलिस ने मामले में दो बीटेक इंजीनियरों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान सेक्टर-28, डीएलएफ फेज-1, गुरुग्राम निवासी विवेक कुमार सिंह (33) व मनीष कुमार (23), डीएलएफ फेज-3, गुरुग्राम निवासी सुहेल अकरम उर्फ सैयद अहमद (32), दिल्ली निवासी गौरव शर्मा (23) और हिंडन विहार, सेक्टर-49, नोएडा निवासी बलराम (32) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों की फर्जी कंपनियों के बैंक खातों से 1.25 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पुलिस ने रकम को बैंक में फ्रीज कर दिया है। आरोपियों के पास से 25 मोबाइल फोन, 31 सिमकार्ड, पैन, आधार, डेबिट कार्ड, पासबुक, चेकबुक, ठगी की रकम से खरीदी गई होंडा सिटी कार व भारी मात्रा में घर का सामान बरामद किया है। विवेक और सुहेल बीटेक इंजीनियर हैं। दोनों दुबई और फिलीपींस में बैठे अपने आकाओं के इशारों पर भारत में काम कर रहे थे। आरोपी रोजाना करोड़ों रुपये की ठग कर विदेश भेज रहे थे। मध्य जिले की साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में जुटी है। 

     
    दो साल से सक्रिय था गिरोह
    निवेश पर मोटा मुनाफा दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने वाले आरोपियों के बैंक खातों की जब पड़ताल की गई तो पुलिस के होश उड़ गए। करीब दो साल से गिरोह के सदस्य लोगों को ठग रहे थे। इसके अलावा गिरोह के तार दुबई, फिलीपींस, चीन और यूक्रेन से जुड़ने का पता चला है। विदेश में बैठे लोग निवेश, ऑनलाइन बैटिंग और सट्टे के नाम पर रकम भारत में बैठे गिरोह के सदस्यों की मदद से ठगते थे। बदले में तीन-चार फीसदी कमीशन देकर मोटी रकम खुद रख लेते थे। पुलिस के मुताबिक, सेक्सटॉर्शन, चाइनीज लोन एप, निवेश, ऑनलाइन बैटिंग समेत कई तरह से विदेशों में बैठे जालसाज भारतीय ठगों की मदद से ऐंठते थे। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ के बाद 50 शेल (फर्जी) कंपनियों का पता चला है। 
     
    आरोपी पहले फर्जी पतों पर कंपनी रजिस्टर्ड करवाते थे। इसके बाद यस बैंक या आरबीएल बैंक में चालू खाते खोल लेते थे। इन खातों की जानकारी विदेश में बैठे जालसाजों को दी जाती थी। इसमें बीटेक इंजीनियर विवेक कुमार मुख्य भूमिका निभाता था। वह टेलीग्राम और लिंक्डइन के जरिये विदेशी नागरिकों संपर्क में रहता था। विदेशी नागरिक भारतीय लोगों से ठगी करने के बाद रकम को फर्जी खातों में घुमाकर क्रिप्टो या बिटकॉइन में विदेश ट्रांसफर कर लेते थे। फिर इसे कैश कर लेते थे। पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर बाकी फर्जी कंपनियों और खातों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।

    Read More
  • चंद्रबाबू नायडू की पत्नी भुवनेश्वरी बोलीं- अभी तक एक भी सबूत पेश नहीं किया गया

    27-Sep-2023

    अमरावती। चंद्रबाबू नायडू की पत्नी नारा भुवनेश्वरी ने बुधवार को कहा कि उनके पति (टीडीपी सुप्रीमो और आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम) को 19 दिन पहले कौशल विकास परियोजना मामले में हिरासत में लिया गया था, लेकिन अब तक मामले में एक भी सबूत पेश नहीं किया गया है। नारा भुवनेश्वरी, चंद्रबाबू नायडू की अवैध गिरफ्तारी के खिलाफ पूर्वी गोदावरी जिले के राजानगरम विधानसभा क्षेत्र के सीतानगरम में एक विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने कहा कि आरोप लगाए जा रहे हैं कि 371 करोड़ रुपये डायवर्ट किए गए हैं। लेकिन, अब तक कोई भी यह साबित नहीं कर सका कि ये फंड कहां डायवर्ट किए गए।

    यह अजीब है कि कौशल विकास मामले में बिना किसी सबूत के गिरफ्तारी की गई और अब इसकी जांच की जा रही है कि फंड कहां डायवर्ट किया गया है। नारा भुवनेश्वरी ने कहा कि नायडू ने जनता का पैसा नहीं लूटा, लेकिन फिर भी उन्हें जेल भेज दिया गया। उन्होंने नायडू के समर्थन में सड़कों पर उतरने के लिए लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा, ''इन 19 दिनों में कोई भी यह साबित नहीं कर सका है कि उन्होंने कोई गलती की है।'' सीआईडी अधिकारी चंद्रबाबू नायडू के सवालों का जवाब नहीं दे सके। उन्होंने आगे कहा कि पिछले 45 वर्षों में उनके पति के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं, लेकिन एक भी मामला साबित नहीं किया जा सका।
    उन्होंने दावा किया कि चंद्रबाबू नायडू ने हमेशा राज्य और लोगों की प्रगति के लिए संघर्ष किया है। युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए राज्य में कौन सा उद्योग लगाया जाए, इस पर वह हमेशा विचार करते रहते हैं। दो लाख से अधिक युवाओं ने कौशल विकास केंद्रों के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त किया और जिन्हें प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद रोजगार मिला, वे अब प्रति माह लाखों रुपये कमा रहे हैं, जबकि कुछ मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के स्तर तक पहुंच गए हैं। ये केंद्र पडेरू जैसे आदिवासी इलाकों में स्थापित किए गए थे।
    भुवनेश्वरी ने कहा, "मैंने केवल बीए तक ही पढ़ाई की है, लेकिन हेरिटेज कंपनी मुझे सौंप दी गई और मैं तीन महीने के भीतर उस कंपनी को सफलतापूर्वक चलाने के लिए तैयार हो गई।" उन्हें गर्व महसूस हो रहा है कि जो महिलाएं हमेशा घर के अंदर रहती थी, वे अब नायडू के समर्थन में सड़कों पर आ रही हैं। उन्होंने याद दिलाया कि अगर उन्हें पता चलता था कि स्ट्रीट लाइटें भी काम नहीं कर रही हैं, तो वह तुरंत संबंधित अधिकारियों को फोन करते थे। बाद में वह एप के जरिए मॉनिटर करते थे कि ये स्ट्रीट लाइटें काम कर रही हैं या नहीं। ऐसे जिम्मेदार व्यक्ति को जेल भेज दिया गया। टीडीपी कार्यकर्ता उनके बच्चों की तरह हैं और अगर उनके परिवार के मुखिया को परेशान किया जाएगा तो क्या वे चुप रहेंगे। नायडू की अवैध गिरफ्तारी का विरोध करने वालों के खिलाफ हत्या के प्रयास के तहत मामले दर्ज किए जा रहे हैं, यहां तक कि महिलाओं को भी नहीं बख्शा जा रहा है। 

    Read More
  • पत्नी मायके चली गई तो गंगा नदी में कूदा ऑटो चालक, मौत

    27-Sep-2023

    वाराणसी। पत्नी मायके चली गई तो आटो चालक राजघाट पुल से गंगा में कूद गया। डूबते युवक पर नाविकों की नजर पड़ी तो उसे बचाया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हालत खतरे से बाहर होने पर चिकित्सकों ने छुट्टी दे दी।

    चंदौली के जलीलपुर क्षेत्र के बखरा गांव निवासी छेदी साहनी आटो चालक है। बुधवार को उसकी पत्नी सीमा के घर पर किसी की तबियत खराब होने पर मायके वाले आए और विदाई कराके ले गए। पत्नी के जाने के बाद छेदी आटो लेकर राजघाट पुल पहुंची। थोड़ी देर सोच-विचार करने के बाद रेलिंग पर चढक़र गंगा में कूद गया। पुल के नीचे मछली मार रहे नाविकों की नजर डूब रहे छेदी पर पड़ी। नाविकों ने डूब रहे छेदी को गंगा से बाहर निकाला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छेदी को एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां देर शाम तबियत सही होने पर उसके पिता बुद्धू साहनी व मां मीना के साथ घर भेज दिया गया।

    Read More
  • 40 से ज्यादा कुत्तों के साथ बलात्कार, कोर्ट ने आरोपी को पाया दोषी

    27-Sep-2023

    नई दिल्ली। ब्रिटेन के एक प्रमुख मगरमच्छ विशेषज्ञ और टीचर को कुत्तों के साथ बलात्कार, यातना देने और हत्या से जुड़े 56 आरोपों में दोषी ठहराया गया है। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एडम ब्रिटन ने अप्रैल 2022 में अपनी गिरफ्तारी तक 42 से अधिक कुत्तों का यौन शोषण किया। ऑस्ट्रेलिया के डार्विन में स्थित 51 वर्षीय जूलॉजिस्ट ब्रिटन को सोमवार को उत्तरी क्षेत्र के सर्वोच्च न्यायालय (एनटी) में पेश किया गया जहां उसने आरोपों को स्वीकार कर लिया। उसे बाल दुव्र्यवहार सामग्री इस्तेमाल करने और इसे प्रसारित करने के चार मामलों में भी दोषी ठहराया गया है।

    39 कुत्ते मार डाले
    मुख्य न्यायाधीश माइकल ग्रांट ने कहा कि अत्याचार से 39 कुत्तों की मौत हुई। जज ने कहा कि इन तथ्यों में ऐसी सामग्री शामिल है जिसे केवल क्रूरता के वीभत्स और विकृत कृत्य ही माना जा सकता है जो बेहद परेशान करने वाला है। मेरे आकलन के अनुसार इससे नर्वस शॉक पैदा हो सकती है। अदालत ने पाया कि ब्रिटन को जानवरों और विशेष रूप से कुत्तों में यौन रुचि थी। अपने कुत्तों पर अत्याचार करने के साथ-साथ उसने डार्विन क्षेत्र में पालतू जानवरों के मालिकों से भी जानवर मंगवाए। ऑस्ट ने अदालत को बताया, ब्रिटन ने अक्सर कुत्तों के मालिकों के साथ उनके जानवरों की कस्टडी लेने की बात करते हुए संबंध बनाए। इनमें से कई को यात्रा या काम की वजह से अपने कुत्तों को उसके पास छोडऩा पड़ा।
    अभियोजन पक्ष ने कहा कि ब्रिटन के पास एक शिपिंग कंटेनर था और उसने उस जगह का इस्तेमाल कुत्तों को यातना देने, यौन शोषण करने और मारने के लिए किया। वह नकली नामों से ऑनलाइन मंचों पर कुत्तों का यौन शोषण करते हुए अपने वीडियो और तस्वीरें साझा करता था। ऐसी ही एक क्लिप एनटी पशु कल्याण शाखा को भेजी गई और एनटी पुलिस को दे दी गई जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई। एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने कंप्यूटर, मोबाइल फोन, कैमरा, बाहरी हार्ड ड्राइव, उपकरण, हथियार, कुत्ते का सामान और सेक्स खिलौने सहित 44 वस्तुएं जब्त की हैं। ब्रिटन चाल्र्स डार्विन विश्वविद्यालय में एक वरिष्ठ शोधकर्ता है और उसने बीबीसी और नेशनल जियोग्राफिक कार्यक्रमों पर भी काम किया है।
    ऑस्ट्रेलिया में ब्रिटेन के एक जीव वैज्ञानिक को पकड़ा है, जिसने 42 कुत्तों के साथ बलात्कार किया और 39 कुत्तों का टार्चर किया। आरोपी ने कोर्ट में अपना गुनाह कबूल कर लिया है। आरोपी का नाम एडम ब्रिटेन है। एडम ब्रिटेन ने 2014 से 2022 तक लगभग 42 कुतों के साथ दुष्कर्म किया। इसमें इसके दो पालतू कुत्ते भी शामिल थे। एडन ने कई मशहूर लोगों के साथ काम किया है। 2022 में उनकी गिरफ्तारी हुई थी, इस दौरान उन्होंने जानवरों को खिलौना बताया था। आरोपी से पूछताछ में बताया कि कुत्तों का शिकार करने के लिए वो ब्रिटेन से गमट्री ऑस्ट्रेलिया आ गया। यहां पर उसने पालतू जानवरों के मालिकों को सर्विस देने के लिए ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया। इस पोर्टल के माध्यम से वो ऐसे लोगों के पालतू जानवरों की देखरेख करता था, जिनके मालिक बाहार होते थे या फिर चले जाते थे। आरोपी केयर टेकर सर्विस देने के बहाने लोगों को पालतु जानवरों का शोषण करता था। आरोपी के कब्जे से कुछ वीडियो भी बरामद किया है। जिसमें वह कथित रूप से एक 'टॉर्चर रूम' में दिखाई पड़ रहा है और यहां पर जानवरों के साथ मारपीट कर रहा है। इतना ही नहीं बल्कि एड़म जानवरों के साथ रेप करते हुए भी दिख रहा है। आस्ट्रेलिया उत्तरी क्षेत्र के सर्वोच्च न्यायालय में पशु क्रूरता के 56 मामलों में उसे दोषी पाया गया है. आरोपी ने कोर्ट में अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है।

    Read More
  • भीषण सडक़ हादसे में चार तकनीकी विशेषज्ञों की मौत

    27-Sep-2023

    मांड्या। एक्सेंचर और इंफोसिस में काम करने वाले चार तकनीकी विशेषज्ञों की बुधवार को सडक़ दुर्घटना में मौत हो गई। तकनीकी विशेषज्ञों की तेज रफ्तार कार कर्नाटक सडक़ परिवहन निगम (केएसआरटीसी) की बस से टकरा गई थी, जिससे उनकी मौत हो गई। मृतकों की पहचान नमिता, रघुनाथ भजंत्री, पंकज शर्मा और वामसी कृष्णा के रूप में हुई है। इन सभी की उम्र 30 से 35 साल के बीच थी। नमिता और रघुनाथ भजंत्री ने एक्सेंचर, वहीं पंकज और वामसी इंफोसिस के साथ काम करते थे। यह घटना कर्नाटक के मांड्या जिले में बेंगलुरु-मंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग-75 पर बेल्लूर क्रॉस के पास हुई।

    पुलिस के मुताबिक, शवों को क्षतिग्रस्त कार से बाहर निकाला गया। यह दुर्घटना तब हुई जब हासन से बेंगलुरु की ओर जा रही बस यात्रियों के उतरने के लिए आदिचुंचनगिरी मेडिकल अस्पताल के पास रुकी। कार के चालक ने तेज रफ्तार वाहन पर नियंत्रण खो दिया और बस से जा टकराई। उडुपी की यात्रा के बाद तकनीकी विशेषज्ञ बेंगलुरु की ओर भी जा रहे थे। नमिता बेंगलुरु के बाहरी इलाके बेंडिगनहल्ली की रहने वाली थीं, जबकि पंकज शर्मा राजस्थान से थे। वामसी कृष्णा बेंगलुरु के पास होसकोटे के रहने वाले थे और रघुनाथ भजंत्री धारवाड़ के रहने वाले थे। टक्कर से कार का आधा हिस्सा बस के नीचे चला गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है।

    Read More
  • न्यायमूर्ति ने कौशल विकास निगम घोटाले में गिरफ्तारी के खिलाफ पूर्व सीएम की याचिका से खुद को किया अलग

    27-Sep-2023

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एसवी भट्टी ने बुधवार को कथित कौशल विकास निगम घोटाला मामले में सीआईडी द्वारा अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ तेलुगु देशम पार्टी सुप्रीमो और आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू की याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है।

    न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने बिना कोई विशेष कारण बताए कहा, मेरे भाई (जस्टिस भट्टी) को मामले की सुनवाई को लेकर कुछ आपत्तियां हैं। पीठ मामले को सोमवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने पर सहमत नहीं हुई और कहा कि वह इस मामले को केवल 3 अक्टूबर से ही सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर सकती है। अदालत को सूचित किए जाने के बाद कि मामले को तत्काल सूचीबद्ध करने की मांग करते हुए सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के समक्ष फिर से उल्लेख किया जाएगा, मामले में कोई विशेष तारीख नहीं दी।
    इस बीच, टीडीपी प्रमुख की ओर से पेश वरिष्ठ वकील सिद्धार्थ लूथरा एक अलग पीठ के तत्काल सुनवाई के लिए याचिका का उल्लेख करने के लिए सीजेआई के अदालत कक्ष में गए। शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर 26 सितंबर की देर रात प्रकाशित पूरक वाद सूची के अनुसार, मामला न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और एसवी भट्टी की पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया था। इससे पहले 25 सितंबर को सीजेआई की अध्यक्षता वाली पीठ ने नायडू की ओर से किए गए आउट-ऑफ-टर्न उल्लेख को स्वीकार नहीं किया था, लेकिन वरिष्ठ वकील लूथरा को तत्काल सूचीबद्ध करने के निर्देश के लिए मंगलवार को मामले का नए सिरे से उल्लेख करने के लिए कहा था। 22 सितंबर को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति एस रेड्डी की एकल पीठ द्वारा उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने और उनकी न्यायिक हिरासत को रद्द करने की याचिका खारिज करने के बाद नायडू ने विशेष अनुमति याचिका दायर करके सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

    Read More
  • मणिपुर से बड़ी खबर: इंटरनेट फिर से बंद, जानें क्यों उठाना पड़ा कदम

    27-Sep-2023

    नई दिल्ली। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में एक बार हालात बिगड़ गए हैं. सरकार ने पूरे राज्य को 'अशांत क्षेत्र' घोषित कर दिया है. वहीं तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए इंटरनेट पर भी बैन लगा दिया गया है. हिंसा की घटनाओं में कमी आने के बाद हाल ही में सरकार ने 23 सितंबर को मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी थीं.

    मणिपुर गृह विभाग की ओर से आज जारी हुई अधिसूचना के अनुसार, राज्यपाल की राय है कि विभिन्न चरमपंथी समूहों की हिंसक गतिविधियों की वजह से पूरे मणिपुर में नागरिक प्रशासन की सहायता के लिए सशस्त्र बलों की जरूरत है. इनमें इम्फाल, लाम्फेल, सिटी, सिंगजामेई, सेकमाई, लामासांग, पाटसोई, वांगोई, पोरोम्पैट, हेइंगांग, लामलाई, इरिलबुंग, लीमाखोंग, थौबल, बिष्णुपुर, नामबोल, मोइरांग, काकचिंग और जिरीबाम भी शामिल हैं. हालांकि राज्य के 19 पुलिस स्टेशन में शांति है, जिन्हें अशांत क्षेत्र से बाहर रखा गया है.
    दरअसल राज्य में दो लापता छात्रों की मौत के बाद हालात फिर तनाव पूर्ण होने लगे हैं. इंफाल शहर और घाटी के दूसरे इलाकों में छात्र उग्र प्रदर्शन पर उतर आए हैं. हिंसा की बड़ी घटनाएं नहीं हुई हैं, लेकिन हालात फिर भी मणिपुर में लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं. बुधवार की रात भी इंफाल की सडक़ों पर जमकर हंगामा और प्रदर्शन हुआ.
    इंटरनेट सेवाएं बहाल होते ही सोशल मीडिया पर हिंसा की कई वीडियो और ऐसी जानकारियां वायरल होने लगीं, जिनमें सरकार के मुताबिक बहुत सारी भ्रामक थीं और अफवाहें फैलाने की कोशिश की जा रही थी.
    मणिपुर से दो लापता छात्रों की तस्वीर और उनके मरने की खबर जब सोशल मीडिया पर सामने आई उसके बाद घाटी में हालात एक बार फिर खराब हुए. हालात की नजाकत को समझते हुए मणिपुर के विधायकों ने गृह मंत्री अमित शाह को चि_ी लिखकर इस मामले की भी सीबीआई जांच करने की मांग की है. चि_ी के तुरंत बाद केंद्र सरकार हरकत में आई और गुरुवार की सुबह सीबीआई के बड़े अधिकारियों के नेतृत्व में पूरी टीम इंफाल की ओर रवाना हो गई. मणिपुर में हिंसा और यौन हिंसा के कई मामलों की जांच सीबीआई को सौंपी गई है.
    जहां छात्राओं की मौत के बाद छात्र सडक़ों पर हैं और जांच की मांग कर रहे हैं तो वहीं कुकी समाज के संगठन आईटीएलएफ ने भी सीबीआई जांच का स्वागत किया है. अफवाहों को रोकने के लिए सरकार ने 26 सितंबर से एक बार फिर मोबाइल इंटरनेट पर बैन लगाने का आदेश जारी कर दिया है. 

    Read More
  • मोदी जी की हुंकार...मध्य प्रदेश में चाहिए सिर्फ 'भाजपा सरकार'

    26-Sep-2023

    मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी अपने शीर्ष पर पहुंच गई है. प्रदेश के विधानसभा चुनाव को भाजपा उम्मीदवारों की दूसरी सूची ने और ज्वलनशील बना दिया है. केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को मैदान में उतारने के साथ, एक तरफ तो बीजेपी ने सभी को आश्चर्यचकित करने का काम किया है, तो दूसरी तरफ पीएम मोदी के आह्वान को, हर कीमत पर पूरा करने की प्रतिबद्धिता दिखाई है. पिछले 6 महीने में 7 बार प्रधानमंत्री मोदी मध्य प्रदेश का दौरा चुके हैं. इस दौरान उन्होंने 22 जिलों और 94 विधानसभाओं को कवर किया है. जाहिर है बीजेपी के एकमात्र ब्रांड मोदी, मध्य प्रदेश को लेकर बेहद गंभीर हैं, और संभवतः यही कारण है कि एंटी-इनकम्बेंसी का शिकार होती मध्य प्रदेश बीजेपी ने, स्टार प्रचारकों को विधानसभा का टिकट सौंपा है. हालांकि सूबे में तेजी से फैलती सत्ता विरोधी लहर के बीच, बीजेपी इस प्रकार के रोमांचकारी विस्फोटों को आगे भी जारी रखना चाहेगी. इससे दो लाभ हैं, पहला चूंकि पुराने उम्मीदवारों का टिकट कटने का सिलसिला जारी है, और पार्टी के भीतर जो सीटों को लेकर अंतर्द्वंद छिड़ा हुआ है, वह संघर्ष बड़े नामों के फ्लोर पर उतरते शून्य हो जाता है।

    दूसरा, 2024 की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए सांसदों को विधायक बनाने पर जोर देना, रणनीतिक रूप से सटीक साबित हो सकता है, ताकि अगले साल तक लोकसभा चुनावों से पूर्व, जमीनी स्तर पर कमजोर पड़ी संसदीय सीटों को मजबूती प्रदान की जा सके, और प्रभावशाली नेताओं के मोर्चा सँभालने से, विधानसभा क्षेत्रों के साथ-साथ संसदीय क्षेत्रों को साधने में भी मदद मिल सके. फ़िलहाल 230 विधानसभा सीटों में से लगभग दो तिहाई सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा होना बाकी है और विकास के तमाम दावों के बीच कटघरे में खड़ी भारतीय जनता पार्टी के लिए, कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाली सीटों पर सेंध लगाना बहुत महत्वपूर्ण है. ऐसे में यह भी संभव है कि प्रदेश में कुछ अन्य केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों के साथ-साथ फिल्म जगत के सितारे भी हुंकार भरते दिखें. हताशा की नांव पर सवार होकर, सत्ता विरोधी लहर के बीच, विधानसभा के विशाल सागर को पार करने निकली बीजेपी के लिए कद्दावर नामों और चमकदार चेहरों का सहारा लेना ही सबसे उपयोगी नुस्खा साबित हो सकता है.
    इसके इतर, कैलाश विजयवर्गीय, नरेंद्र सिंह तोमर जैसे नामों को एमपी के चुनावी रण में शामिल कर के, बीजेपी ने कांग्रेस के समक्ष एक नया तिलिस्म फेंक दिया है. अंदरूनी खींच-तान से निजात पाने और दूरदृष्टिता को अमल में लाने के उद्देश्य से, इन ऊंचे रौबदार नामों को शामिल करना, बीजेपी खेमें में मची हड़बड़ाहट को भी साफ़ दर्शा रहा है, लेकिन कांग्रेस पार्टी के लिए यह पहले से अधिक गंभीर होने का विषय है, क्योंकि लगभग 2 दशक से सत्ता से बाहर कांग्रेस के पास बीजेपी जितने प्रभावशाली चेहरे नहीं हैं, और न केवल प्रदेश बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी ऐसा कोई नेता नहीं हैं जिसे, बीजेपी के धुरंधरों के समक्ष सीधे टिकट थमा दिया जाए. इसलिए कांग्रेस के लिए बीजेपी के इस कदम को हल्के में लेने की भूल न करने में ही भलाई है. मेरे अनुमान में, बीजेपी की तुलना में कमलनाथ को प्रदेश में दिल्ली की तर्ज पर नए, युवा व सामान्य चेहरों को जगह देने से अधिक लाभ मिलने की उम्मीद है और ऐसा सिर्फ आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर नहीं, बल्कि 2024 के लोकसभा चुनावों को मद्देनजर रखकर भी महत्वपूर्ण है.

    Read More
  • सपा नेता कौशल दिवाकर ने कोर्ट में किया सरेंडर, रेप करने का लगा था आरोप

    26-Sep-2023

    अलीगढ। दुष्कर्म के आरोप में फरार चल रहे सपा नेता कौशल दिवाकर ने कोर्ट में सरेंडर किया है। दुष्कर्म के मुक़दमे में लम्बे समय से फरार चल रहे सपा नेता कौशल आनंद के घर की पुलिस ने कुर्की का ली जसके बाद आज कौशल ने कोर्ट में सरेंडर कर दिए मॉडल ने लगाए थे दुष्कर्म के आरोप में थाना क्वार्सी में मुकदमा दर्ज किया है। दुष्कर्म के आरोप में फरार चल रहे नेता कौशल दिवाकर ने कोर्ट में सरेंडर किया है।  


    Read More
  • महिला पर पेचकस से हमला, सोसायटी के सुरक्षा गार्ड ने की दुष्कर्म की कोशिश

    26-Sep-2023

    गुरुग्राम। गुरुग्राम की एक प्रतिष्ठित सोसायटी से दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आया है। यहां सोसायटी के सुरक्षा गार्ड ने 25 वर्षीय महिला के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया, असफल होने पर महिला पर पेचकस से हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई।

    घटना मंगलवार सुबह करीब 11.20 बजे गुरुग्राम के सेक्टर-92 स्थित सायर होम्स सोसायटी में हुई। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद आरोपी मौके से भाग गया। महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कानपुर के मूल निवासी पीडि़ता के पति सतेंद्र सिंह ने न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस को बताया, घटना के समय मेरी पत्नी फ्लैट पर अकेली थी। सोसायटी का गार्ड बालकनी के रखरखाव के संबंध में शिकायत के बहाने फ्लैट में दाखिल हुआ। उसने मेरी पत्नी के साथ बलात्कार की कोशिश की। जब उसने विरोध किया, तो उसने उसकी गर्दन, हाथ और पैर पर पेचकस से हमला किया और मौके से भाग गया। इसके बाद सोसायटी के सुरक्षा अधिकारी ने पति को घटना की जानकारी दी और महिला को आगे के इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया। सेक्टर-93 पुलिस चौकी के प्रभारी सब इंस्पेक्टर यशवन्त ने आईएएनएस को बताया, पीडि़त महिला का अस्पताल में इलाज चल रहा है और वह बयान देने के लिए अयोग्य है। घटना के बाद से संदिग्ध सुरक्षा गार्ड फरार है। आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए हम जल्द ही उसका बयान दर्ज करेंगे। पीडि़ता के पति ने सोसायटी की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, मैं सुरक्षा उद्देश्यों और भारी किराया चुकाने के लिए यहां सोसायटी में आया हूं, लेकिन सोसायटी का गार्ड इतनी गंभीर घटना में शामिल है। इस घटना के पीछे के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
     

    Read More
Top