बड़ी खबर

छत्तीसगढ़

  • नेता प्रतिपक्ष कौशिक को कोरोना ने घेरा

    07-Aug-2020

     रायपुर : विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। श्री कौशिक की दो बार जांच हुई । दोनों ही रिपोर्ट पाजिटिव आई है। उनके कोरोना संक्रमित होने से भाजपा में हड़कंप मचा हुआ है। श्री कौशिक के संपर्क में जो लोग थे, उनका भी पता लगाये जाने की खबर है। इधर श्री कौशिक ने अपने संपर्क में आये लोगों व नेताओं से कोरोना जांच करवाने की अपील की है ताकि इससे बचा जा सके। 

  • बचे हुए निगम - मंडल और आयोग के लिए सियासत तेज

    07-Aug-2020

     रायपुर : छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया राजधानी पहुँच रहें हैं। इसके पूर्व निगम - मंडल और बचे हुए आयोग पर कब्जा जमाने सियासत तेज हो गई है। निगम- मंडलों और आयोगों के लिए नेताओं की लंबी फेहरिस्त है। इसके लिए खाँचा पूर्व से खींचा जा चुका है। श्री पुनिया के स्वागत के बहाने प्रदेश भर के नेताओं का राजधानी में आगमन भी शुरू हो गया है। पुनिया के आने के बाद समन्वय समिति की बैठक में नामों पर चर्चा होना तय माना जा रहा है। बताया जाता है कि जिन नामों पर चर्चा होनी है, उनमें पांच  विधायकों के नाम प्रमुखता से शामिल किए गए हैं। राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए यह सूची तैयार की गई है। जिन जिलों को प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है, माना जा रहा है कि उन्हें पहली प्राथमिकता दी जायेगी।

     जिन संभावित नामों पर चर्चा होनी है उनमें -

    विधायक – अनिता शर्मा, छन्नी साहू, विनय भगत, आशीष छबड़ा, संगीता सिन्हा

    वरिष्ठगण – गोपाल थवाईत, रमेश वर्लियानी, मलकीत सिंह गौदु, चंद्रशेखर शुक्ला, दीपक दुबे, मनीष श्रीवास्तव, लेखराम साहू, आर पी सिंह, जितेंद्र मुदलियार, लक्षण चन्द्राकार (वासुदेव चंद्राकर परिवार), राजेन्द्र साहू, विजय बघेल, हरीश परसाई, शिव सिंह ठाकुर, उत्तम वासुदेव, संजय सिंह ठाकुर, पंकज शर्मा, प्रवीण साहू, हेमंत बंजारे, इदरीश गांधी, विनोद तिवारी, नवाज खान, अशोक राज आहूजा, चैन सिंह समले, शैलेंद्र प्रताप सिंह, नरेंद्र बोरर बिलासपुर प्राधिकरण, द्वारिका साहू, अमरजीत चावला, अनिल टांह, पप्पू बंजारे, इरफान (भिलाई), शरीक राइस खान, अमीन मेमन, गणेश गौसेवक, प्रेम चंद जायसी, हसन खान, प्रमोद चैबे, सत्तार अली, अवधेश गौतम, प्रमोद तिवारी, सूर्यमणि मिश्रा, मनहरण राठौर, मंजू सिंह, हर्षद मेहता, जतिन जैसवाल, योगिराज सिंह, पंकज सिंह, केशव हरमुख बंटी, महेंद्र चन्द्राकर, मोहन लालवानी, शशिसिंह गौर, प्रकाश सकलकर, दिलिप खटवानी, प्रदीप शर्मा, यज्ञ देव पटेल, राकेश मिश्रा, सुदेश देशमुख, संजय पाठक, पदम् कोठारी, सुजीत बघेल, धरेंद्र यादव, रउफ कुरैशी, सुरेंद्र तिवारी, थानेश्वर साहू, भवानी शुक्ला, अरुण भद्रा, सुन्नी अग्रवाल, श्रीकिशन खंडेलवाल, भागवत साहू, पंकज वाधवा, रमेश डाकलिया, अमरचन्द, राम गडलानी, राजेश दिवान, महेश ठक्कर, अखिलेश चंदेल, जीतेंद्र ठाकुर, कौशल पोयाम, महेंद्र चन्द्राकर, बलराम मौर्य, शकील रिजवी, पुष्पेंद्र परिहार, यशवर्धन राव, ओमकार सिंह जयसवाल, सगीर कुरैशी, शैलेंद्र साहू आदि शामिल बताये जा रहे हैंदद

  • दो बेटों के साथ कमरे में मिली युवक की लाश

    07-Aug-2020

     गरियाबंद : जिला मुख्यालय से महज 20 किमी दूर ग्राम पीपरछेड़ी में एक युवक और उसके दो मासूम बेटों की लाश फांसी के फंदे में मिलने से रह सनसनी फैल गई । माना जा रहा है कि पीपरछेड़ी निवासी 28 वर्षीय यादराम ने पहले अपने दोनों बेटों जिसकी उम्र 4 व 6 साल है को फांसी पर लटकाकर उनकी हत्या की होगी फिर खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली होगी। बताया जाता है कि मृतक यादराम शराब पीने का आदी था । घटना के वक्त वह अपने दोनों बच्चों के साथ घर में था। उसकी पत्नी मायके गई हुई थी। घटना गुरुवार देर शाम की है। शाम को जब यादराम का भाई उसके घर पहुंचा तो घटना का पता चला। इसके बाद उसने आसपास के ग्रामीणों और पुलिस को सूचना दी। यादराम मजदूरी करता था और शराब पीने का आदी था। इसके चलते अक्सर उसका अपनी पत्नी से विवाद होता और वह मारपीट करता था। बताया जा रहा है कि यादराम रक्षाबंधन पर पत्नी और दोनों बच्चों को लेकर ग्राम हरदी स्थित अपनी ससुराल गया था। वहां भी पत्नी से शराब के नशे में झगड़ा हुआ तो वह दोनों बच्चों को लेकर घर लौट आया था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

  • माँ - बेटे की मौत की गुत्थी सुलझी

    06-Aug-2020

     रायपुर। राखी थाना क्षेत्र के सेक्टर - 29 नवा रायपुर में मां - बेटे की मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है । पुलिस का मानना है कि पुत्र की हत्या करने के बाद महिला ने आत्म हत्या कर ली होगी। लेकिन उसने ऐसा क्यों किया इसका खुलाशा नहीं हो पाया है। मृतका का पति तरुण साहू ऑफ बड़ौदा के भांठागांव  ब्रांच मैनेजर है । 

     

     पुलिस के मुताबिक 27 जून को तरुण अपने दोस्त के सामान शिफ्टिंग के लिए रायपुर गया हुआ था, और घर पर पिता अंतरयामी साहू, पत्नी नम्रता साहू व पुत्र रुद्रांश साहू थे। शाम 5 बजे लौटने पर मेन गेट की कुंडी बाहर से लगी हुई थी जिसे हटाकर अंदर जाने के बाद तरुण के होश उड़ गए। घर के ऊपर के रूम में तरुण की पत्नी नम्रता साहू व डेढ़ वर्षीय पुत्र रुद्रांश मृत मिले। पोस्टमार्टम रिपोर्ट व घटनास्थल में पाए गए परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर यह पाया गया कि मृतिका नम्रता साहू ने पहले साड़ी के छोर से पुत्र रुद्रांश साहू के गले में फांसी का फंदा डालकर खिड़की में साड़ी फंसा कर रुद्रांश को लटका दिया होगा व साड़ी के दूसरे छोर को पंखे में फंसा कर प्लास्टिक की कुर्सी में चढ़कर आत्महत्या कर ली होगी।

  • अकबर के सहयोग से कवर्धा में विप्र भवन हो रहा तैयार

    06-Aug-2020

     कवर्धा : कवर्धा में विप्र भवन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। विश्राम गृह के पास बन रहे इस विप्र भवन के लिए वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने समाज को 10 लाख रुपए दिये है। अगले 3-4 महीने में यह भवन बनकर तैयार हो जायेगा । 

  • मंत्रालय सहित सभी विभागाध्यक्ष कार्यालय खुलेंगे 7 से

    06-Aug-2020
            रायपुर : मंत्रालय सहित नवा रायपुर और रायपुर स्थित विभागाध्यक्ष कार्यालयों में 7 अगस्त से अब पुनः कार्य संचालन होगा। कलेक्टर रायपुर द्वारा जारी लॉकडाउन 6 अगस्त को समाप्त होने के कारण आज राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग से इस आशय का दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है। 
    इसके तहत मंत्रालय तथा नवा रायपुर और रायपुर स्थित विभागाध्यक्ष कार्यालयों के संचालन में 7 अगस्त से तृतीय तथा चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की उपस्थिति एक तिहाई होगी। इसके लिए संबंधित विभाग को पृथक से रोस्टर बनाकर ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इनमें अनुभाग अधिकारी तथा उनसे वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति शत-प्रतिशत रहेगी। मंत्रालय तथा विभागाध्यक्ष कार्यालयों में कोविड-19 के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कार्यालय में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। 
    जारी दिशा-निर्देश के अनुसार समस्त अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा कार्यालयों में फेस मास्क के उपयोग और सोशल तथा फिजिकल डिस्टेंस रखने के संबंध में समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों को अनिवार्य रूप से पालन किया जाएगा। मंत्रालय तथा विभागाध्यक्ष कार्यालयों के प्रमुख द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग एवं कार्यालयों में सेनिटाइजेशन तथा नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार की जाएगी। पूर्व की भांति मंत्रालय के सचिव स्तर के अधिकारी वर्क फ्राम होम अथवा मंत्रालय से कार्य संपादित कर सकेंगे। 
     
  • राम मार्ग पर डेढ़ लाख से ज्यादा पौधे रोपे जायेंगे

    06-Aug-2020
    *डेढ़ लाख से ज्यादा पौधे रोप रही है सरकार*
    *पर्यटकों को वनौषधियों के भी होंगे दर्शन*
    *तीर्थ के साथ जैव विविधता का भी ले सकेंगे लुत्फ*
    *पर्यटन-तीर्थों में सुंदर वाटिकाएं बनाई जाएंगी*
    रायपुर : भगवान राम के एक पडा़व से दूसरे पडा़व तक ले जाने वाले मार्ग के दोनों किनारों पर नाना प्रकार के फूलों और फलों के वृक्ष रोपित किए जा रहे हैं। इस मार्ग पर पर्यटकों को अनेक तरह की वनौषधियों के भी दर्शन होंगे। पूरे राम वन गमन पथ पर ऐसा वातावरण निर्मित किया जा रहा है, जिससे राम के वनवास काल का मनोरम छत्तीसगढ़ सजीव हो उठे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर इसी महीने काम शुरु हो जाएगा।
    राम के वनवास काल से संबंधित 75 स्थानों को चिन्हित कर उन्हें नये पर्यटन सर्किट के रुप में आपस में जोडा़ जा रहा है। पहले चरण में उत्तर छत्तीसगढ़ में स्थित कोरिया जिले से लेकर दक्षिण के सुकमा जिले तक 9 स्थानों का सौंदर्यीकरण तथा विकास किया जा रहा है। इस पर 137 करोड़ 75 लाख रुपये खर्च होंगे। ये सभी स्थान पहले ही प्राकृतिक दृश्यों से भरपूर हैं। अब इन्हें और भी हराभरा किया जाएगा। सभी चयनित पर्यटन-तीर्थों पर सुगंधित फूलों वाली सुंदर वाटिकाएं तैयार की जाएंगी। राम वन गमन के 528 किलोमीटर मार्ग के दोनों किनारों पर डेढ़ लाख से अधिक पौधे रोपित करने की जिम्मेदारी वन विभाग को दी गई है। मूल परियोजना पर काम शुरु होने से पहले ही विभाग ने अपना 90 प्रतिशत काम पूरा भी कर लिया है। पूरे मार्ग पर पीपल, बरगद, आम, हर्रा, बेहड़ा, जामुन, अर्जुन, खम्हार, आंवला, शिशु, करंज, नीम आदि के पौधों का रोपण किया जा रहा है। इन पौधों की सुरक्षा के लिए बांस से बने विशेष तरह के ट्री-गार्डों का उपयोग किया जा रहा है, जो पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल हैं। इनका निर्माण महिला स्व सहायता समूहों द्वारा किया गया है। राम वन गमन पथ के माध्यम से दुनियाभर के सामने राज्य जैव विविधता का प्रदर्शन भी किया जाएगा। यह परिपथ कोरिया स्थित गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान, सूरजपुर स्थित तमोर पिंगला अभयारण्य, बलरामपुर के सेमरसोत अभयारण्य, जशपुर के बादलखोल अभयारण्य, रायगढ़ के गोमर्डा अभयारण्य, मुंगेली के अचानकमार अभयारण्य, कवर्धा के भोरमदेव अभयारण्य, बलौदाबाजार स्थित बारनवापारा अभयारण्य, धमतरी स्थित सीतानदी अभयारण्य, गरियाबंद के उदंती अभयारण्य, बस्तर जिले में स्थित कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, बीजापुर के इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान, पामेड़ और भैरमगढ़ अभयारण्यों को भी एक-दूसरे के करीब लाएगा। इनमें से उदंती तथा सीतानदी अभयारण्यों को 2009 से टाइगर रिजर्व घोषित किया जा चुका है।
  • कोरोना का कहर अधिकांश जिला मुख्यालय रेड जोन में

    06-Aug-2020

     रायपुर : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन वाले क्षेत्रों की नई सूची अधिसूचित की है। सूचि में लगभग सभी जिलों का शहरी क्षेत्र रेड जोन में है ।

  • मेडिकल के विद्यार्थियों को नहीं मिलेगा जनरल प्रमोशन

    06-Aug-2020

     रायपुर : मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं को जनरल प्रमोशन देने से इंकार कर दिया है। एमसीआई ने भावी डाॅक्टरों की परीक्षा लिए जाने गाइडलाइन भी जारी कर दिया है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के अधिशासी बोर्ड ने कोराना संक्रमण काल में एमबीबीएस मेडिकल कोर्स की परीक्षाएं कराने के लिए गाइडलाइन जारी की है। अधिशासी बोर्ड के महासचिव डॉ राजीव वत्स ने गाइडलाइन जारी करते हुए कहा है कि राज्य में एक ही स्वास्थ्य विश्वविद्यालय होने पर राज्य के अलग-अलग मेडिकल कॉलेज के ही शिक्षकों को एक्सटरनल एग्जामिनर बनाया जाए। एमबीबीएस की प्रेक्टिकल एग्जाम के लिए भी देशभर के मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपतियों ने सुझाव दिए थे। जिसमें एमबीबीएस परीक्षाओं में जनरल प्रमोशन के सुझाव को नकारते हुए एमबीबीएस के सभी ईयर की परीक्षाएं और पूरक परीक्षाएं जल्द से जल्द करवाने के निर्देश जारी किए है। अधिशासी बोर्ड ने यह भी कहा है कि पीजी परीक्षाओं में परीक्षकों और परीक्षा गाइडलाइन को एमबीबीएस कोर्स में भी फॉलो किया जा सकता है।

     

  • भोरमदेव अभ्यारण में बायसन का शिकार

    05-Aug-2020
    सभी नौ आरोपी भेजे गए जेल
    रायपुर : वन विभाग को कवर्धा वनमंडल के अंतर्गत भारेमदेव वन्य प्राणी अभ्यारण चिल्फी परिक्षेत्र नंदनी टोला में 29 जुलाई को मृत एक नर बायसन प्रकरण को महज 05 दिनों में सुलझाने में बड़ी कामयाबी मिली है। इसमें ग्राम कुमान और नंदनी गांव के सभी 9 आरोपियों के विरूद्ध अपराध दर्ज कर गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया गया है। 
    इस पूरे प्रकरण को सुलझाने में एक ओर जहां वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का मागर्दशन रहा तो वहीं दूसरी ओर आरोपियों की पहचान करने में अचानकमार टाईगर रिजर्व के जर्मन शेफर्ड स्निफर डॉग नेरो से भी अहम मद्द मिली। ग्राम कुमान और नंदनी गांव के 9 ग्रामीणों द्वारा वन्यप्राणी बायसन की अवैध शिकार की नीयत से जी.आई. विद्युत तार के करंट का उपयोग कर उक्त घटना को अंजाम दिया गया था। कवर्धा वन मंडल की टीम द्वारा 4 अगस्त को 9 आरोपियों को जी.आई.तार से बिजली का करंट देकर वन्य प्राणी बायसन के अवैध शिकार के अपराध में गिरफ्तार किया गया। इनके विरूद्ध वन्य प्राणी (संरक्षण) अधिनियम तथा भारतीय वन अधिनियम के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया। वन्य प्राणी गौर या बायसन के अवैध शिकार के प्रकरण में सभी नौ आरोपियों को कवर्धा वन मंडल द्वारा चालान कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां न्यायालय के आदेश के तहत गिरफ्तार किए गए सभी 9 आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
  • गोधन न्याय योजना से बारहों महीनें मिलेगा रोजगार - भूपेश बघेल

    05-Aug-2020
    46 हजार 964 गोबर विक्रेताओं को मिला लाभ
            रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गोधन न्याय योजना देश-दुनिया की एक अनूठी योजना है। इस योजना पर सभी लोगों की निगाह है। उन्होंने कहा कि येाजना के शुरूआत के एक पखवाड़े के भीतर इसके उत्साह जनक परिणाम देखने और सुनने को मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना ग्रामीणों, किसानों और पशुपालकों के जीवन में बदलाव लाने वाली तथा लोगों को बारहों महीने रोजगार देने वाली योजना है। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित गरिमामय कार्यक्रम में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘गोधन न्याय योजना’ के तहत गोबर खरीदी के पहले भुगतान का शुभारंभ करते हुए उक्त बातें कही। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 46 हजार 964 गोबर विक्रेताओं के खाते में एक करोड़ 65 लाख रूपए की राशि आनलाइन अंतरित की। 
    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम की शुरूआत में शहीद महेन्द्र कर्मा की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके नाम पर प्रदेश में ‘तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना‘ का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पूर्व मंत्री और लोकप्रिय नेता शहीद श्री महेंद्र कर्मा की जयंती पर उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण उन्हेें विनम्र श्रद्धंाजलि दी। इस अवसर पर मंत्रिमंडल के सभी सदस्यगणों ने भी शहीद श्री कर्मा को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि श्री महेन्द्र कर्मा बस्तर टाइगर के नाम से जाने जाते थे, वे आदिवासियांे के हक की हर लड़ाई में दमदारी से खड़े रहे।
            मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि गोधन न्याय योजना देश-दुनिया में अपने तरह की पहली अनूठी योजना है, जिसमें पशुपालकों, किसानों से 2 रूपए प्रति किलो की दर पर गौठानों में खरीदी की जा रही है। इस योजना के माध्यम से एक ओर जहां पशुपालकों को आर्थिक लाभ होगा, दूसरी ओर प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। इस योजना से लोगों को कई फायदे मिलेंगे। इससे गांवों में बारह महीने लोगों को रोजगार सुलभ होगा। गोबर विक्रय करने से ग्रामीणों, किसानों और पशुपालकों को नियमित आमदनी होगी। इसके अलावा गौठानों में गोबर से वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन होगा। खुले में चराई पर रोक लगेगी और किसान एक से अधिक फसलों का उत्पादन कर सकेंगे। इससे पशुओं के संरक्षण तथा संवर्धन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य के हर गौठानों में रोजगार ठौर स्थापित किए जाएंगे। गौठानों में इसके लिए एक-एक एकड़ जमीन को आय मूलक व्यावसायिक गतिविधियों के संचालन के लिए सुरक्षित रखा जाएगा। इनमें समूहों के सदस्य गोबर से वर्मी कम्पोस्ट के अलावा गौमूत्र से फिनाईल तथा औषधि का निर्माण, साबुन, अगरबत्ती का निर्माण, धान कुट्टी मशीन के माध्यम से चावल निकालने और सिलाई मशीन के माध्यम से सिलाई-बुनाई आदि जैसी विभिन्न गतिविधियों का प्रशिक्षण एवं संचालन सुगमता से कर सकेंगे और इससे उन्हें गांव में ही रोजगार और जीवन यापन का जरिया मिलेगा। 
    इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जशपुर, जांजगीर-चांपा, सुकमा, बलौदाबाजार जिले कीे विभिन्न गौठान समितियों, स्व-सहायता समूह की महिलाओं, पशुपालक एवं गोबर विक्रेताओं से गोधन न्याय योजना के संबंध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने गोबर विक्रय करने वाले लोगों से भुगतान की राशि प्राप्त होेने, महिला स्व-सहायता समूहों से उनके द्वारा संचालित गतिविधियों विशेषकर वर्मी कम्पोस्ट खाद के निर्माण एवं विक्रय की स्थिति, गौठानों में आने वाले पशुओं की संख्या एवं उनके चारे-पानी के प्रबंध के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने गौठान समितियों से गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट टांका पर्याप्त संख्या में तैयार करने तथा स्थानीय स्तर पर ग्रामोद्योग से जुड़ी गतिविधियों का संचालन गौठानों में सुनिश्चित करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 31 प्रकार के लघु वनोपज की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा रही है। लघु वनोपज के वेल्यू एडिशन के कार्य गौठानों में करके अतिरिक्त लाभ अर्जित किए जाने की दिशा में हम सब को मिलकर काम करना है। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना के माध्यम से समाज के सभी वर्ग के लोगों को न्याय योजना का लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने राज्य में इस योजना की लोकप्रियता और इसकी सफलता को देखते हुए अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के साथ ही मुख्य सचिव एवं वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
           कार्यक्रम के शुभारंभ में कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने गोधन न्याय योजना की अब तक की गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की परिकल्पना आज मूर्तरूप ले चुकी है। यह योजना ग्राम पंचायतों के बाद गांव तक विस्तारित होगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गोबर खरीदी के एवज में गोबर विक्रेताओं को 15 दिन के भीतर उनके बैंक खाते में राशि के भुगतान का जो वादा किया था, वह आज पूरा हो रहा है। इस योजना के तहत हर 15वें दिन गोबर विक्रेताओं को भुगतान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत 20 जुलाई से 1 अगस्त तक राज्य में कुल 4140 गौठानों में पंजीकृत 65 हजार 694 हितग्राहियों में से 46 हजार 964 हितग्राही द्वारा 82 हजार 711 क्विंटल गोबर का विक्रय किया गया, जिसकी कुल राशि 2 रूपए प्रति किलो की दर से 1 करोड़ 65 लाख रूपए पशुपालकों के बैंक खातों में जमा की गई है। इस योजना से 38 प्रतिशत महिला हितग्राही, 48 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग, 39 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति, 8 प्रतिशत अनुसूचित जाति एवं 5 प्रतिशत सामान्य वर्ग के हितग्राही लाभान्वित हुए हैं। गोबर खरीदी का आगामी भुगतान 20 अगस्त को किया जाएगा। कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस योजना के अंतर्गत राज्य के रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, धमतरी और बालोद जिलों में सबसे अधिक गोबर विक्रय किया गया है। इसी प्रकार नगरीय क्षेत्रों में रायपुर एवं दुर्ग के पशुपालकों ने सबसे ज्यादा गोबर विक्रय किया गया है।
       *प्रदेश में शुरू हुई शहीद महेन्द्र कर्मा तेन्दूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना*
           प्रदेश में आज से शुरू हुई शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना में तेंदूपत्ता संगहण कार्य में लगे पंजीकृत संग्राहक परिवार के मुखिया (50 वर्ष से अधिक आयु न हो) की सामान्य मृत्यु पर नामांकित व्यक्ति अथवा उत्तराधिकारी को 2 लाख रूपए की अनुदान सहायता राशि प्रदान की जाएगी। दुर्घटना से मृत्यु होने पर दो लाख रूपए अतिरिक्त प्रदान किया जाएगा। दुर्घटना में पूर्ण विकलांगता की स्थिति में 2 लाख रूपए और आंशिक विकलांगता की स्थिति में एक लाख रूपए की सहायता अनुदान राशि दी जाएगी। 
          वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप तेन्दूपत्ता संग्राहकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए विशुद्ध रूप से वन विभाग द्वारा संचालित होने वाली शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तेन्दूपत्ता संग्राहकों को बीमित किए जाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा संचालित बीमा योजना के बंद होने के कारण प्रदेश सरकार द्वारा यह सामाजिक सुरक्षा योजना तेन्दूपत्ता संग्राहकों के लिए शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा संचालित इस योजना के तहत बीमा दावा के प्रकरणों का तत्परता से निराकरण एवं पीडि़त परिवार को एक माह के भीतर दावा राशि का भुगतान हो सकेगा। उन्होंने कहा कि संग्राहक परिवार के मुखिया की 50 से 59 आयु वर्ष के बीच सामान्य मृत्यु होती है, तो 30 हजार रूपए, दुर्घटना में मृत्यु होने पर 75 हजार रूपए, दुर्घटना में पूर्ण विकलांगता की स्थिति पर 75 हजार रूपए और आंशिक विकलांगता की स्थिति में 37 हजार 500 रूपए की सहायता अनुदान राशि परिवार के नामांकित व्यक्ति अथवा उत्तराधिकारी को दी जाएगी। 
  • गोबर की राशि के भुगतान का शुभारंभ

    05-Aug-2020
    रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित गरिमामय कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत राज्य के ग्रामीणों और पशु पालको से क्रय किये गए गोबर की राशि के भुगतान का  विधिवत शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने योजना के तहत एक करोड़ 65 लाख की राशि 46,964  ग्रामीणों और किसानों के बैंक खाते में अंतरित की। छत्तीसगढ शासन की इस  महत्वपूर्ण योजना  की शुरुआत बीते 20 जुलाई को हरेली पर्व  से की गई है। 
    मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर शहीद महेंद्र कर्मा की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके नाम पर तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक योजना का शुभारंभ किया। इसके माध्यम से राज्य के 12.50 लाख संग्राहक परिवारों को लाभ मिलेगा। इस अवसर पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर,  पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी. एस. सिंहदेव, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू,  स्कूल शिक्षा मंत्री  डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, लोक स्वास्थ्य  मंत्री गुरु रुद्रकुमार, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, चंद्रदेव राय, मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा, प्रदीप शर्मा  मुख्यसचिव आरपी मंडल एवम वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
  • संस्कारधानी में संगीतमय सुंदरकांड पाठ हुआ

    05-Aug-2020

     राजनांदगांव : श्री राम जन्मभूमि अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण के लिए आयोजित भूमिपूजन महोत्सव को संपूर्ण भारतवर्ष के देशवासियों एवं विश्वभर में फैले हुए सनातन धर्मावलंबियों के द्वारा उल्लास एवं उत्साह के साथ आयोजन को भव्यता प्रदान करने विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए ।  संस्कारधानी नगरी की श्री सत्यनारायण मंदिर समिति के द्वारा इस ऐतिहासिक अवसर को यादगार बनाए जाने हेतु कामठी लाइन स्थित श्री सत्यनारायण मंदिर मैं श्री सुंदरकांड पाठ का कार्यक्रम आयोजित किया गया । नगर के युवा उभरते कलाकार एवं हनुमान भक्त निखिल - श्याम की जोड़ी ने सुमधुर वाणी से श्री सुंदरकांड पाठ का संगीतमय वाचन किया । श्री सुंदरकांड पाठ प्रारंभ होने के पूर्व श्री हनुमान जी महाराज की पूजा अर्चना मंदिर के आचार्य श्री बद्री महाराज , कालू महाराज एवम्  सोनू महाराज द्वारा कराई गई । तत्पश्चात 51 दीपक से सुसज्जित स्वस्तिक एवम् ॐ आकर की दीपमालिका को प्रज्वलित किया गया । श्री सुंदरकांड पाठ की पोथी का पूजन करने के पश्चात पाठ प्रारंभ हुआ । इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद संतोष पांडे उपस्थित हुए एवं दीप प्रज्वलित कर श्री सुंदरकांड पाठ के पश्चात आरती कार्यक्रम में सम्मिलित हुए । श्री पांडे ने इस अवसर को ऐतिहासिक बताते हुए सभी को श्री राम जन्मभूमि स्थल पर भूमि पूजन एवं भव्य मंदिर निर्माण के लिए अपनी ओर से बधाई प्रदान करते हुए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की ।

  • तंत्र - मंत्र के चक्कर में माँ की हत्या

    04-Aug-2020

     रायगढ़ : बरमकेला के सांडा गांव में एक युवक ने तंत्र - मंत्र के चक्कर में अपनी ही माँ की टांगी मारकर हत्या कर दी और लाश घर के ही ड्रम में छिपा दिया। आरोपी की बहन राखी बांधने घर आई तब इस हत्या का खुलाशा हुआ। पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने पूजा-साधना के दौरान कब मां की हत्या कर दी उसे पता नहीं। मृतका की बेटी रामबाई ने बताया कि वह सोमवार को अपनी ससुराल भीखमपुर से भाई मिट्ठू बेहरा को राखी बांधने के लिए आई थी। जब वह घर पहुंची तो घर का दरवाजा खुला था। घर पर न तो मां सुखमती बाई (55) थी और ना ही भाई। देर तक वह घर के दरवाजे पर बैठे इंतजार करती रही। वह अंदर घुसी तो कमरे से बदबू आ रही थी। अनहोनी के शक पर उसने पड़ोसियों को बुला लिया। लोगों ने इधर-उधर देखा तो नीले रंग के प्लास्टिक ड्रम में सुखमती का शव पड़ा मिला। शव देखते ही चीख-पुकार मच गई। छानबीन के दौरान जिस कमरे से महिला का शव बरामद हुआ है। उससे कुछ दूर पर एक पुराना कमरा था। जिसमें काफी देवी देवताओं की मूर्तियां व पोस्टर लगे थे। इसी कमरे में मिट्ठू ने तंत्र विद्या को लेकर पूजा की। देवी प्रतिमा के पास दो मुर्गे भी मिले हैं जिनकी भी बलि दी गई है। पुलिस अब इस बात का पता लगा रही है कि पूजा-पाठ में मिट्‌ठू अकेला था या उसके साथ कोई और भी था । मां-बेटे अपने काम से मतलब रखते थे उन्हें किसी से ज्यादा मतलब नहीं था। पुलिस हिरासत में आए मिठ्ठू बेटे ने पुलिस काे बताया कि 1/2अगस्त की रात वह शाम से पूजा कर रहा था। मां ने पूजा पाठ को लेकर रोकटोक की। उसने मां सुखमती को ऐसा नहीं करने और चले जाने के लिए कहा। मिट्‌ठू ने बताया कि वह देवी की आराधना में मग्न था। उसने टांगी मार कर कब मां की हत्या कर दी उसे कुछ पता नहीं है। 2 अगस्त की रात 1 बजे के करीब जब उसने मां की गर्दन से खून बहता देखा तो उसके होश उड़े। तब तक सुखमती की मौत हो चुकी थी। दूसरे दिन रक्षा बंधन पर बहन के आने का अंदेशा था इसलिए उसने शव ड्रम में छिपा दिया।

  • छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर में आई कमी

    04-Aug-2020
     
          रायपुर : छत्तीसगढ़ में लाकडाउन के दौरान भी चल रही आर्थिक गतिविधियों के कारण बेरोजगारी की दर में उल्लेखनीय कमी आयी है। सेन्टर फार मानिटरिंग इंडियन इकानामी (सीएमआईई) से जारी आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी की दर जून माह में 14.4 से घटकर जुलाई माह में 9 प्रतिशत के स्तर पर आ गयी है।
          देश के कई राज्यों में इस दौरान बेरोजगारी की दर बढ़ी है। दिल्ली में बेरोजगारी दर जून में 18.2 प्रतिशत से जुलाई माह में बढ़कर 20.3 प्रतिशत हो गई है। इसी तरह पांडीचेरी में जून में 4.2 प्रतिशत से जुलाई माह में 21.1 प्रतिशत दर्ज की गई। राजस्थान में जून माह में 13.7 प्रतिशत से बढ़कर जुलाई में 15.2 प्रतिशत, गोवा में 10.1 प्रतिशत से बढ़कर 17.1 प्रतिशत दर्ज की गई है। पंजाब में इस दौरान बेरोजगारी की दर बीते एक माह 16.8 प्रतिशत से घटकर 10.4 प्रतिशत हो गई है।
                गौरतलब है कि  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों और फैसलों से लोगों को कोरोना काल में बेहतर रोजगार के अवसर मिल रहे है। छत्तीसगढ़ में अप्रैल माह से ही औद्योगिक गतिविधियां प्रारंभ हो गई थी। वर्तमान में लगभग शत प्रतिशत उद्योगों में कोरोना से रोकथाम और बचाव के साथ काम शुरू हो गया है। अच्छी बारिश से राज्य में कृषि की गतिविधियों में तेजी आयी है। मनरेगा में अधिक से अधिक रोजगार मूलक कार्यों के संचालन और लघुवनोपज की खरीदी से प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़े। राजीव गांधी किसान न्याय योजना सहित किसान हितैषी योजनाओं तथा जनकल्याणकारी फैसलों से उत्साहजनक वातावरण बना है।
  • गौ माता की सेवा के लिए वृद्ध महिला ने मुख्यमंत्री को दिया 200 रुपए

    04-Aug-2020
            रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य में गौमाता के सेवा-जतन के लिए जनसामान्य को प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू की गई ‘गोधन न्याय योजना’ से प्रसन्न होकर 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला श्रीमती लता भोई ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को आशीर्वाद देने के साथ ही उन्हें अपनी ओर से 200 रूपए उपहार स्वरूप भेंट किए। श्रीमती लता भोई महासमुंद जिले के सुदूर सीमावर्ती गांव जंगलबेड़ा की रहने वाली है। गोधन न्याय योजना को वह गौमाता के सेवा-जतन और ग्रामीणों, किसानों और पशुपालकों की आय को बढ़ाने वाली योजना मानती हैं। श्रीमती लता भोई इससे पूर्व गोधन न्याय योजना से प्रभावित होकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को महासमुंद जिले के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से आशीर्वाद एवं 50 रूपए उपहार स्वरूप भिजवाए थे। 
    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के विशेष आमंत्रण पर श्रीमती लता भोई अपने पुत्र श्री अकबर भोई के साथ आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय आईं थीं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से मुलाकात के दौरान उन्होंने गोधन न्याय योजना के लिए उन्हें आशीर्वाद देने के साथ ही प्रसन्नतापूर्वक अपनी ओर से 200 रूपए उपहार स्वरूप मुख्यमंत्री को भेंट किए। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर श्रीमती भोई को अपनी ओर से उपहार भेंट किए। इस अवसर पर कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन तथा नागरिक आपूर्ति निगम के चेयरमेन श्री रामगोपाल अग्रवाल सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि गांव, गरीब और किसानों की स्थिति में बदलाव आए। किसानों और ग्रामीणों की आमदनी बढ़े इसके लिए उनकी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। गौठानों को हम आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित कर रहे हैं, ताकि ग्रामीण, स्थानीय स्तर पर रोजगार व्यवसाय अपनाकर स्वावलंबी बन सकें। उन्होंने गोधन न्याय योजना को ग्रामीणों और किसानों की बेहतरी की योजना बताते हुए कहा कि इससे उनकी आय बढ़ेगी और फसलों का खुली चराई के कारण होने वाला नुकसान रूकेगा। वर्मी कम्पोस्ट खाद से खेत की स्थिति में सुधार होगा। खेती-किसानी की लागत कम होगी। श्रीमती भोई ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने किसानों, गरीबों और ग्रामीणों का ध्यान रखा है। किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम देने के साथ ही कर्ज माफी कर बड़ी राहत दी है। उन्होंने गौमाता के सेवा-जतन के लिए गांव-गांव में गौठानों का निर्माण के साथ ही गोधन न्याय योजना की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे गौमाता के संरक्षण एवं संवर्धन को बढ़ावा मिलेगा। किसानों और पशुपालकों की आमदनी बढ़ेगी। 
    इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जंगलबेड़ा गांव के विकास के कार्यों और खेती-किसानी की स्थिति के संबंध में भी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि श्री आलोक चन्द्राकर, श्री मधुबन भोई, श्री राजेन्द्र चन्द्राकर, श्री सौरभ गोयल, श्री पप्पू अग्रवाल, श्री सागर डोंगरे, श्री देवेश साहू, श्री किशन पटेल सहित सरपंच श्री रामलाल विशाल से जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सरपंच श्री विशाल द्वारा विकास कार्यों की मांग के संबंध में सौंपे गए ज्ञापन पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
  • कांग्रेस ने भगवान राम का अनुसरण किया, भाजपा ने तो फायदा उठाया - आलम

    04-Aug-2020
    राजनांदगांव : प्रदेश कांग्रेस के नेता आफताब आलम ने कहा कि देश के राष्ट्रपिता व पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष महात्मा गांधी ने ही आजाद भारत में रामराज्य की परिकल्पना की थी। इसी विचार का एवं राष्ट्रीय भावना का अनुशरण करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने राम मंदिर का द्वार खोलने के साथ मंदिर का शिलान्यास कर पूजा की शुरूआत की। कांग्रेस की इसी विचारधारा स्वरूप ही जब प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रामगमन योजना सहित भगवान श्रीराम के ननिहाल चंदखुरी में माता कौशिल्या देवी का मंदिर निर्माण का निर्णय लिया। कांग्रेस ने हमेशा मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की मर्यादा का ध्यान रखते हुए चुनावों के दौरान वोट मांगने की राजनीतिक प्रतियोगिता में कभी धर्म व भगवान श्रीराम का उपयोग नहीं किया। जबकि महात्मा गांधीजी की दैनिक दिनचर्या श्रघुपति राघव राजाराम्य भजन से शुरू होती थी। वहीं उनकी मृत्यु के आखिरी शब्द भी हे राम्य थे। गांधीजी का संपूर्ण जीवन भगवान राम को ही समर्पित रहा।
    श्री आलम ने प्रश्र उठाते हुए कहा कि जब बाबरी मजिस्द के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को न्यौता भेजा सकता है तो दोबारा शिलान्यास के शुभ अवसर पर मंदिर की नींव रखने वाले पूर्व प्रधानमत्री स्व. राजीव गांधी के सुपुत्र राहुल गांधी एवं  छत्तीसगढ़ में रामराज्य का अनुशरण कर रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं करना दुखद है तथा पूर्ण रूप से समारोह का भाजपाईकरण किया जाना अनुचित है, जबकि भाजपा नेत्री सुश्री उमा भारती ने हाल ही में कहा है कि भगवान राम किसी के बपौती नहीं है।
    श्री आलम ने कहा कि वर्तमान में देश में उपजी कोराना संक्रमण जिससे गृहमंत्री भी संक्रमित हुए हैं, के ऊपर ध्यानाकर्षण करते हुए कहा कि 29 जुलाई को केंद्रीय केबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ईद-गिर्द अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बैठे तो क्या ऐसे में 5 अगस्त को शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री को कोरोनो टेस्ट नहीं कराना चाहिए तथा टेस्ट रिपोर्ट को देश के सामने सार्वजनिक करना चाहिए, इसे पीएम केयर फंड की तरह गुप्त नहीं रखा जाना चाहिए।
  • गोबर बेचने वालों से मुख्यमंत्री करेंगे बात

    04-Aug-2020
    46 हजार 964 हितग्राहियों को 1.65 करोड़ रूपए का होगा भुगतान
    शहीद महेन्द्र कर्मा को उनकी जयंती के अवसर पर अर्पित करेंगे श्रद्धांजलि
             रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 5 अगस्त को अपने रायपुर निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में राज्य सरकार की अभिनव योजना ‘गोधन न्याय योजना’ के तहत गोबर खरीदी का पहला भुगतान हितग्राहियों के खाते में अंतरित करने की प्रक्रिया का शुभारंभ करेंगे। श्री बघेल इस अवसर पर प्रदेश में शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना का भी शुभारंभ करेंगे। 
    निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री श्री बघेल दोपहर 3 बजे शहीद महेन्द्र कर्मा की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, वन मोहम्मदअकबर का उद्बोधन होगा। श्री बघेल 3.15 बजे गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोबर खरीदी की राशि का हितग्राहियों के खाते में अंतरण प्रक्रिया का शुभारंभ करेंगे। श्री बघेल इसके बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों से चर्चा करेंगे। दोपहर 3.35 बजे मुख्यमंत्री शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना का शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम को सम्बोधित करेंगे। पर्यटन विभाग के अधिकारियों द्वारा दोपहर 3.50 बजे राम वन गमन पथ पर प्रस्तुतीकरण दिया जाएगा।
    मुख्यमंत्री श्री बघेल गोधन न्याय योजना के तहत 20 जुलाई से 1 अगस्त तक गोबर खरीदी की पहली किश्त की राशि 5 अगस्त को सहकारी बैंक के माध्यम से हितग्राहियों के खाते में अंतरित करेंगे। राज्य में कुल 4140 गौठानों में पंजीकृत 65 हजार 694 हितग्राहियों में से 46 हजार 964 हितग्राही द्वारा 82 हजार 711 क्विंटल गोबर का विक्रय किया गया, जिसकी कुल राशि 2 रूपए प्रति किलो की दर से 1 करोड़ 65 लाख रूपए पशुपालकों के बैंक खातों में हस्तांतरित की जाएगी। इस योजना का लाभ प्रदेश के अंतिम छोर के पशुपालकों तक पहुंचाया जा रहा है, जिसमें 38 प्रतिशत महिला हितग्राही, 48 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग, 39 प्रतिशत अनुसूचित जाति, 8 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति एवं 5 प्रतिशत सामान्य वर्ग के हितग्राही हैं। गोबर खरीदी का आगामी भुगतान 15 अगस्त को किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत राज्य के रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, धमतरी और बालोद जिलों में सबसे अधिक गोबर विक्रय किया गया है। इसी प्रकार नगरीय क्षेत्रों में रायपुर एवं दुर्ग के पशुपालकों ने सबसे ज्यादा गोबर विक्रय किया गया है। 
    गोधन न्याय योजना देश में अपने तरह की प्रथम योजना है, जिसमें पशुपालकों, किसानों से 2 रूपए प्रति किलो (परिवहन व्यय सहित) की दर पर गौठानों में खरीदी की जा रही है। खरीदे गए गोबर से गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर इसका सहकारी समितियों के माध्यम से विक्रय किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से एक ओर पशुपालकों को आर्थिक लाभ होगा। दूसरी ओर प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। 
     
    *शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना*
     
    शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना में तेंदूपत्ता संगहण कार्य में लगे पंजीकृत संग्राहक परिवार के मुखिया (50 वर्ष से अधिक आयु नहीं होने की स्थिति में) की सामान्य मृत्यु पर नामांकित व्यक्ति अथवा उत्तराधिकारी को 2 लाख रूपए की अनुदान सहायता राशि प्रदान की जाएगी। दुर्घटना से मृत्यु होने पर दो लाख रूपए अतिरिक्त प्रदान किया जाएगा। दुर्घटना में पूर्ण विकलांगता की स्थिति में 2 लाख रूपए और आंशिक विकलांगता की स्थिति में एक लाख रूपए की सहायता अनुदान राशि दी जाएगी। 
          योजना के अंतर्गत यदि संग्राहक परिवार के मुखिया की 50 से 59 आयु वर्ष के बीच सामान्य मृत्यु होती है, तो 30 हजार रूपए, दुर्घटना में मृत्यु होने पर 75 हजार रूपए, दुर्घटना में पूर्ण विकलांगता की स्थिति पर 75 हजार रूपए और आंशिक विकलांगता की स्थिति में 37 हजार 500 रूपए की सहायता अनुदान राशि परिवार के नामांकित व्यक्ति अथवा उत्तराधिकारी को दी जाएगी। 
    छत्तीसगढ़ राज्य में तेंदूपत्ता संग्रहण में लगे परिवारों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से वन विभाग एवं छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित के समन्वय से यह योजना प्रारंभ की जा रही है। इस योजना का क्रियान्वयन छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ द्वारा किया जाएगा, जिसमें संबंधित जिला यूनियन द्वारा ही एक माह के अंदर प्रकरणों का निराकरण करते हुए सहायता अनुदान की राशि सीधे संग्राहकों के बैंक खातों में प्रदाय की जाएगी, जिससे प्रकरणों का निराकरण सुगमता एवं शीघ्रता से किया जा सकेगा।
    गौरतलब है कि राज्य सरकार तेंदूपत्ता संग्राहकों के सामाजिक सुरक्षा एवं आर्थिक सुदृढ़ता सुनिश्चित करने हेतु वचनबद्ध है। राज्य में तेंदूपत्ता संग्रहण दर 2500 रूपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर 4000 रूपए प्रति मानक बोरा की गई है।
  • भगवान राम से जुड़े 9 स्थानों के साज - सज्जा के लिए 137 करोड़

    04-Aug-2020
    छत्तीसगढ़ शासन की योजना में सीतामढी-हरचौका और रामगढ़ भी शामिल
    रायपुर : छ्त्तीसगढ़ में भगवान राम के वनवास काल से संबंधित जिन स्थानों को पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है, उनमें कोरिया जिले का सीतामढी-हरचौका तथा सरगुजा का रामगढ़ भी शामिल है। इनमें से रामगढ़ की प्रसिद्धि विश्व की प्राचीनतम नाट्यशाला के लिए भी है। महाकवि कालिदास ने अपनी कालजयी कृति मेघदूतम् की रचना यहीं पर की थी।
    वनवास के दौरान भगवान राम ने कोरिया जिले से ही छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया था। भरतपुर तहसील के जनकपुर में स्थित सीतामढ़ी-हरचौका को उनका पहला पडा़व माना जाता है। मवाई नदी के किनारे स्थित सीतामढ़ी-हरचौका की गुफा में 17 कक्ष हैं। इसे सीता की रसोई के नाम से भी जाना जाता है। वहां एक शिलाखंड हैै जिसे लोग भगवान राम का पद-चिन्ह मानते हैं। मवाई नदी तट पर स्थित गुफा को काट कर 17 कक्ष बनाए गए हैं, जिनमें शिवलिंग स्थापित हैं। इसी स्थान को हरचौका (रसोई) के नाम से जाना जाता है।  भगवान राम हरचौका से रापा नदी के तट पर स्थित सीतामढ़ी-घाघरा पहुंचे थे। यहां करीब 20 फीट ऊपर 4 कक्षों वाली गुफा है, जिसके बीच में शिवलिंग स्थापित है। आगे की यात्रा में वे घाघरा से निकलकर कोटाडोला होते हुए सरगुजा जिले  की रामगढ़ पहाड़ी पहुंचे थे। यह अम्बिकापुर- बिलासपुर मार्ग पर स्थित है। इसे रामगिरि भी कहा जाता है। महाकवि कालिदास के मेघदूतम् में इसी स्थान के दृश्यों का अंकन हुआ है। वनवास के दौरान श्रीराम ने पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ यहां कुछ दिन बिताये थे। इसीलिए वहां स्थित गुफाएं लोक में उन्हीं के नाम से जानी जाती हैं। राम के तापस्वी वेश के कारण एक का नाम जोगीमारा, दूसरे का सीता बेंगरा एवं एक अन्य का लक्ष्मण गुफा पड़ गया।
    भगवान राम के वनवास काल से संबंधित स्थानों का पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकास मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी परियोजना है। इसके लिए राम वन गमन परिपथ तैयार किया जा रहा है। शासन ने राम से संबंधित 75 स्थानों का चयन किया है। पहले चरण में इनमें से 9 स्थानों का सौंदर्यीकरण एवं विकास किया जा रहा है। इसके लिए 137 करोड़ 45 लाख रुपये की कार्ययोजना तैयार की गई है। इस परिपथ में अच्छी सड़कों समेत विभिन्न तरह की नागरिक सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।
  • महापौर के पीएसओ को कोरोना

    04-Aug-2020

     रायपुर : राजधानी रायपुर के महापौर एजाज ढेबर के पीएसओ भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। पीएसओ के कोरोना पॉजेटिव पाये जाने के बाद अब महापौर एजाज ढेबर को भी क्वारंटीन होना पड़ सकता है। इससे पहले सांसद सुनील सोनी का पीएसओ भी कोरोना पॉजेटिव मिला था, जिसके बाद सांसद कार्यालय के सभी कर्मचारी व सांसद के परिवार को कोरोना टेस्ट कराना पड़ा था, हालांकि उस टेस्ट में सभी की रिपोर्ट निगेटिव आयी थी। अब महापौर के पीएसओ के कोरोना संक्रमित होने से उनसे मिलने जलने वालों में हड़कंप मचा है। 

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