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छत्तीसगढ़

  • गौ माता की सेवा के लिए वृद्ध महिला ने मुख्यमंत्री को दिया 200 रुपए

    04-Aug-2020
            रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य में गौमाता के सेवा-जतन के लिए जनसामान्य को प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू की गई ‘गोधन न्याय योजना’ से प्रसन्न होकर 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला श्रीमती लता भोई ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को आशीर्वाद देने के साथ ही उन्हें अपनी ओर से 200 रूपए उपहार स्वरूप भेंट किए। श्रीमती लता भोई महासमुंद जिले के सुदूर सीमावर्ती गांव जंगलबेड़ा की रहने वाली है। गोधन न्याय योजना को वह गौमाता के सेवा-जतन और ग्रामीणों, किसानों और पशुपालकों की आय को बढ़ाने वाली योजना मानती हैं। श्रीमती लता भोई इससे पूर्व गोधन न्याय योजना से प्रभावित होकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को महासमुंद जिले के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से आशीर्वाद एवं 50 रूपए उपहार स्वरूप भिजवाए थे। 
    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के विशेष आमंत्रण पर श्रीमती लता भोई अपने पुत्र श्री अकबर भोई के साथ आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय आईं थीं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से मुलाकात के दौरान उन्होंने गोधन न्याय योजना के लिए उन्हें आशीर्वाद देने के साथ ही प्रसन्नतापूर्वक अपनी ओर से 200 रूपए उपहार स्वरूप मुख्यमंत्री को भेंट किए। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर श्रीमती भोई को अपनी ओर से उपहार भेंट किए। इस अवसर पर कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन तथा नागरिक आपूर्ति निगम के चेयरमेन श्री रामगोपाल अग्रवाल सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि गांव, गरीब और किसानों की स्थिति में बदलाव आए। किसानों और ग्रामीणों की आमदनी बढ़े इसके लिए उनकी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। गौठानों को हम आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित कर रहे हैं, ताकि ग्रामीण, स्थानीय स्तर पर रोजगार व्यवसाय अपनाकर स्वावलंबी बन सकें। उन्होंने गोधन न्याय योजना को ग्रामीणों और किसानों की बेहतरी की योजना बताते हुए कहा कि इससे उनकी आय बढ़ेगी और फसलों का खुली चराई के कारण होने वाला नुकसान रूकेगा। वर्मी कम्पोस्ट खाद से खेत की स्थिति में सुधार होगा। खेती-किसानी की लागत कम होगी। श्रीमती भोई ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने किसानों, गरीबों और ग्रामीणों का ध्यान रखा है। किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम देने के साथ ही कर्ज माफी कर बड़ी राहत दी है। उन्होंने गौमाता के सेवा-जतन के लिए गांव-गांव में गौठानों का निर्माण के साथ ही गोधन न्याय योजना की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे गौमाता के संरक्षण एवं संवर्धन को बढ़ावा मिलेगा। किसानों और पशुपालकों की आमदनी बढ़ेगी। 
    इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जंगलबेड़ा गांव के विकास के कार्यों और खेती-किसानी की स्थिति के संबंध में भी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि श्री आलोक चन्द्राकर, श्री मधुबन भोई, श्री राजेन्द्र चन्द्राकर, श्री सौरभ गोयल, श्री पप्पू अग्रवाल, श्री सागर डोंगरे, श्री देवेश साहू, श्री किशन पटेल सहित सरपंच श्री रामलाल विशाल से जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सरपंच श्री विशाल द्वारा विकास कार्यों की मांग के संबंध में सौंपे गए ज्ञापन पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
  • कांग्रेस ने भगवान राम का अनुसरण किया, भाजपा ने तो फायदा उठाया - आलम

    04-Aug-2020
    राजनांदगांव : प्रदेश कांग्रेस के नेता आफताब आलम ने कहा कि देश के राष्ट्रपिता व पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष महात्मा गांधी ने ही आजाद भारत में रामराज्य की परिकल्पना की थी। इसी विचार का एवं राष्ट्रीय भावना का अनुशरण करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने राम मंदिर का द्वार खोलने के साथ मंदिर का शिलान्यास कर पूजा की शुरूआत की। कांग्रेस की इसी विचारधारा स्वरूप ही जब प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रामगमन योजना सहित भगवान श्रीराम के ननिहाल चंदखुरी में माता कौशिल्या देवी का मंदिर निर्माण का निर्णय लिया। कांग्रेस ने हमेशा मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की मर्यादा का ध्यान रखते हुए चुनावों के दौरान वोट मांगने की राजनीतिक प्रतियोगिता में कभी धर्म व भगवान श्रीराम का उपयोग नहीं किया। जबकि महात्मा गांधीजी की दैनिक दिनचर्या श्रघुपति राघव राजाराम्य भजन से शुरू होती थी। वहीं उनकी मृत्यु के आखिरी शब्द भी हे राम्य थे। गांधीजी का संपूर्ण जीवन भगवान राम को ही समर्पित रहा।
    श्री आलम ने प्रश्र उठाते हुए कहा कि जब बाबरी मजिस्द के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को न्यौता भेजा सकता है तो दोबारा शिलान्यास के शुभ अवसर पर मंदिर की नींव रखने वाले पूर्व प्रधानमत्री स्व. राजीव गांधी के सुपुत्र राहुल गांधी एवं  छत्तीसगढ़ में रामराज्य का अनुशरण कर रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं करना दुखद है तथा पूर्ण रूप से समारोह का भाजपाईकरण किया जाना अनुचित है, जबकि भाजपा नेत्री सुश्री उमा भारती ने हाल ही में कहा है कि भगवान राम किसी के बपौती नहीं है।
    श्री आलम ने कहा कि वर्तमान में देश में उपजी कोराना संक्रमण जिससे गृहमंत्री भी संक्रमित हुए हैं, के ऊपर ध्यानाकर्षण करते हुए कहा कि 29 जुलाई को केंद्रीय केबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ईद-गिर्द अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बैठे तो क्या ऐसे में 5 अगस्त को शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री को कोरोनो टेस्ट नहीं कराना चाहिए तथा टेस्ट रिपोर्ट को देश के सामने सार्वजनिक करना चाहिए, इसे पीएम केयर फंड की तरह गुप्त नहीं रखा जाना चाहिए।
  • गोबर बेचने वालों से मुख्यमंत्री करेंगे बात

    04-Aug-2020
    46 हजार 964 हितग्राहियों को 1.65 करोड़ रूपए का होगा भुगतान
    शहीद महेन्द्र कर्मा को उनकी जयंती के अवसर पर अर्पित करेंगे श्रद्धांजलि
             रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 5 अगस्त को अपने रायपुर निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में राज्य सरकार की अभिनव योजना ‘गोधन न्याय योजना’ के तहत गोबर खरीदी का पहला भुगतान हितग्राहियों के खाते में अंतरित करने की प्रक्रिया का शुभारंभ करेंगे। श्री बघेल इस अवसर पर प्रदेश में शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना का भी शुभारंभ करेंगे। 
    निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री श्री बघेल दोपहर 3 बजे शहीद महेन्द्र कर्मा की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, वन मोहम्मदअकबर का उद्बोधन होगा। श्री बघेल 3.15 बजे गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोबर खरीदी की राशि का हितग्राहियों के खाते में अंतरण प्रक्रिया का शुभारंभ करेंगे। श्री बघेल इसके बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों से चर्चा करेंगे। दोपहर 3.35 बजे मुख्यमंत्री शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना का शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम को सम्बोधित करेंगे। पर्यटन विभाग के अधिकारियों द्वारा दोपहर 3.50 बजे राम वन गमन पथ पर प्रस्तुतीकरण दिया जाएगा।
    मुख्यमंत्री श्री बघेल गोधन न्याय योजना के तहत 20 जुलाई से 1 अगस्त तक गोबर खरीदी की पहली किश्त की राशि 5 अगस्त को सहकारी बैंक के माध्यम से हितग्राहियों के खाते में अंतरित करेंगे। राज्य में कुल 4140 गौठानों में पंजीकृत 65 हजार 694 हितग्राहियों में से 46 हजार 964 हितग्राही द्वारा 82 हजार 711 क्विंटल गोबर का विक्रय किया गया, जिसकी कुल राशि 2 रूपए प्रति किलो की दर से 1 करोड़ 65 लाख रूपए पशुपालकों के बैंक खातों में हस्तांतरित की जाएगी। इस योजना का लाभ प्रदेश के अंतिम छोर के पशुपालकों तक पहुंचाया जा रहा है, जिसमें 38 प्रतिशत महिला हितग्राही, 48 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग, 39 प्रतिशत अनुसूचित जाति, 8 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति एवं 5 प्रतिशत सामान्य वर्ग के हितग्राही हैं। गोबर खरीदी का आगामी भुगतान 15 अगस्त को किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत राज्य के रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, धमतरी और बालोद जिलों में सबसे अधिक गोबर विक्रय किया गया है। इसी प्रकार नगरीय क्षेत्रों में रायपुर एवं दुर्ग के पशुपालकों ने सबसे ज्यादा गोबर विक्रय किया गया है। 
    गोधन न्याय योजना देश में अपने तरह की प्रथम योजना है, जिसमें पशुपालकों, किसानों से 2 रूपए प्रति किलो (परिवहन व्यय सहित) की दर पर गौठानों में खरीदी की जा रही है। खरीदे गए गोबर से गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर इसका सहकारी समितियों के माध्यम से विक्रय किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से एक ओर पशुपालकों को आर्थिक लाभ होगा। दूसरी ओर प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। 
     
    *शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना*
     
    शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना में तेंदूपत्ता संगहण कार्य में लगे पंजीकृत संग्राहक परिवार के मुखिया (50 वर्ष से अधिक आयु नहीं होने की स्थिति में) की सामान्य मृत्यु पर नामांकित व्यक्ति अथवा उत्तराधिकारी को 2 लाख रूपए की अनुदान सहायता राशि प्रदान की जाएगी। दुर्घटना से मृत्यु होने पर दो लाख रूपए अतिरिक्त प्रदान किया जाएगा। दुर्घटना में पूर्ण विकलांगता की स्थिति में 2 लाख रूपए और आंशिक विकलांगता की स्थिति में एक लाख रूपए की सहायता अनुदान राशि दी जाएगी। 
          योजना के अंतर्गत यदि संग्राहक परिवार के मुखिया की 50 से 59 आयु वर्ष के बीच सामान्य मृत्यु होती है, तो 30 हजार रूपए, दुर्घटना में मृत्यु होने पर 75 हजार रूपए, दुर्घटना में पूर्ण विकलांगता की स्थिति पर 75 हजार रूपए और आंशिक विकलांगता की स्थिति में 37 हजार 500 रूपए की सहायता अनुदान राशि परिवार के नामांकित व्यक्ति अथवा उत्तराधिकारी को दी जाएगी। 
    छत्तीसगढ़ राज्य में तेंदूपत्ता संग्रहण में लगे परिवारों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से वन विभाग एवं छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित के समन्वय से यह योजना प्रारंभ की जा रही है। इस योजना का क्रियान्वयन छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ द्वारा किया जाएगा, जिसमें संबंधित जिला यूनियन द्वारा ही एक माह के अंदर प्रकरणों का निराकरण करते हुए सहायता अनुदान की राशि सीधे संग्राहकों के बैंक खातों में प्रदाय की जाएगी, जिससे प्रकरणों का निराकरण सुगमता एवं शीघ्रता से किया जा सकेगा।
    गौरतलब है कि राज्य सरकार तेंदूपत्ता संग्राहकों के सामाजिक सुरक्षा एवं आर्थिक सुदृढ़ता सुनिश्चित करने हेतु वचनबद्ध है। राज्य में तेंदूपत्ता संग्रहण दर 2500 रूपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर 4000 रूपए प्रति मानक बोरा की गई है।
  • भगवान राम से जुड़े 9 स्थानों के साज - सज्जा के लिए 137 करोड़

    04-Aug-2020
    छत्तीसगढ़ शासन की योजना में सीतामढी-हरचौका और रामगढ़ भी शामिल
    रायपुर : छ्त्तीसगढ़ में भगवान राम के वनवास काल से संबंधित जिन स्थानों को पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है, उनमें कोरिया जिले का सीतामढी-हरचौका तथा सरगुजा का रामगढ़ भी शामिल है। इनमें से रामगढ़ की प्रसिद्धि विश्व की प्राचीनतम नाट्यशाला के लिए भी है। महाकवि कालिदास ने अपनी कालजयी कृति मेघदूतम् की रचना यहीं पर की थी।
    वनवास के दौरान भगवान राम ने कोरिया जिले से ही छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया था। भरतपुर तहसील के जनकपुर में स्थित सीतामढ़ी-हरचौका को उनका पहला पडा़व माना जाता है। मवाई नदी के किनारे स्थित सीतामढ़ी-हरचौका की गुफा में 17 कक्ष हैं। इसे सीता की रसोई के नाम से भी जाना जाता है। वहां एक शिलाखंड हैै जिसे लोग भगवान राम का पद-चिन्ह मानते हैं। मवाई नदी तट पर स्थित गुफा को काट कर 17 कक्ष बनाए गए हैं, जिनमें शिवलिंग स्थापित हैं। इसी स्थान को हरचौका (रसोई) के नाम से जाना जाता है।  भगवान राम हरचौका से रापा नदी के तट पर स्थित सीतामढ़ी-घाघरा पहुंचे थे। यहां करीब 20 फीट ऊपर 4 कक्षों वाली गुफा है, जिसके बीच में शिवलिंग स्थापित है। आगे की यात्रा में वे घाघरा से निकलकर कोटाडोला होते हुए सरगुजा जिले  की रामगढ़ पहाड़ी पहुंचे थे। यह अम्बिकापुर- बिलासपुर मार्ग पर स्थित है। इसे रामगिरि भी कहा जाता है। महाकवि कालिदास के मेघदूतम् में इसी स्थान के दृश्यों का अंकन हुआ है। वनवास के दौरान श्रीराम ने पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ यहां कुछ दिन बिताये थे। इसीलिए वहां स्थित गुफाएं लोक में उन्हीं के नाम से जानी जाती हैं। राम के तापस्वी वेश के कारण एक का नाम जोगीमारा, दूसरे का सीता बेंगरा एवं एक अन्य का लक्ष्मण गुफा पड़ गया।
    भगवान राम के वनवास काल से संबंधित स्थानों का पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकास मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी परियोजना है। इसके लिए राम वन गमन परिपथ तैयार किया जा रहा है। शासन ने राम से संबंधित 75 स्थानों का चयन किया है। पहले चरण में इनमें से 9 स्थानों का सौंदर्यीकरण एवं विकास किया जा रहा है। इसके लिए 137 करोड़ 45 लाख रुपये की कार्ययोजना तैयार की गई है। इस परिपथ में अच्छी सड़कों समेत विभिन्न तरह की नागरिक सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।
  • महापौर के पीएसओ को कोरोना

    04-Aug-2020

     रायपुर : राजधानी रायपुर के महापौर एजाज ढेबर के पीएसओ भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। पीएसओ के कोरोना पॉजेटिव पाये जाने के बाद अब महापौर एजाज ढेबर को भी क्वारंटीन होना पड़ सकता है। इससे पहले सांसद सुनील सोनी का पीएसओ भी कोरोना पॉजेटिव मिला था, जिसके बाद सांसद कार्यालय के सभी कर्मचारी व सांसद के परिवार को कोरोना टेस्ट कराना पड़ा था, हालांकि उस टेस्ट में सभी की रिपोर्ट निगेटिव आयी थी। अब महापौर के पीएसओ के कोरोना संक्रमित होने से उनसे मिलने जलने वालों में हड़कंप मचा है। 

  • चोरों ने कपड़े की दुकान में लगाई आग

    04-Aug-2020

     दुर्ग : पद्मनाभपुर थाना क्षेत्र के बोरसी चौक स्थित कपड़े की दुकान में आज सुबह लगी जबरदस्त आग के साथ धमाके से आस - पास का इलाका दहल उठा।3 घंटे की भारी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया। इस मामले में 3 युवकों को पकड़ कर पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक मंगलवार तड़के चोर ने कपड़े की दुकान में आ लगा दी। इस आग की चपेट में वहां बोरियों में रखे पटाखे भी आ गए। सुबह-सुबह तेज धमाके की आवाज सुनकर लोग डरकर घर से बाहर निकले और पुलिस को सूचना दी। बोरसी चौक वार्ड नंबर 51 बाबा वस्त्रालय एवं जीके मार्केटिंग के नाम से दुकान है। दुकानदार कपड़े और कंप्यूटर गेम बेचने के साथ ही पटाखे भी बेचता है। इसके लिए उसने लाइसेंस ले रखा है। इस आग से करीब 10 से 12 लाख रुपए का नुकसान बताया जा रहा है।

     

  • यूपीएससी के नतीजे घोषित, छग से 5 का चयन

    04-Aug-2020

     रायपुर : छत्तीसगढ़ के 5 युवाओं ने यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा पास कर ली है। साल 2019 के लिए हुई इस परीक्षा के नतीजे मंगलवार की दोपहर जारी कर दिए गए। इस परीक्षा में राज्य के भिलाई की सिमी करण ने ऑल इंडिया रैंक (एआईआर) 31, उमेश प्रसाद गुप्ता ने एआईआर 162, सूथान ने एआईआर 209, आयुष खरे ने एआईआर 267 और योगेश कुमार पटेल ने एआईआर 434 हासिल की है।

    मुख्यमंत्री ने दी बधाई
    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सभी ने अपने परिवार के साथ-साथ देश भर में प्रदेश का नाम रोशन किया है, यह सब मेहनत, लगन एवं गुरुजनों के मार्गदर्शन का परिणाम है। देश सेवा हेतु अपनी नवीन जिम्मेदारी को आप सब कुशलता से निभाएँगे, इस विश्वास के साथ मैं आप सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।

  • खारून नदी पुनः जल मग्न हुआ

    02-Aug-2020

     रायपुर : महादेव घाट स्थित खारून नदी पुनः जल मग्न हो गया है । कल अचानक नदी का जल स्तर गिर जाने से लोगों को कुछ समझ नहीं आ रहा था। सावन मास में अचानक नदी के सुख जाने को कई तरह के अटकलों से जोड़ा जा रहा था। काफी देर बाद अटकलों को विराम तब लगा जब लोगों को यह पता चला कि भाठागांव स्थित एनिकट की सफाई की वजह से पानी के बहाव को रोका गया है। सफाई के बाद आज पुनः पानी छोड़े जाने से महादेव घाट स्थित खारुन नदी फिर से जल मय हो गया। 

  • राखी पर मिली छूट

    02-Aug-2020

     रायपुर : राखी के त्योहार को देखते रायपुर कलेक्टर डॉ. एस. भारती दासन ने 3 अगस्त को एक दिन के लिए छूट प्रदान की है। राखी पर कल राखी और मिठाई की दुकानों को सुबह 6 बजे से 10 बजे तक खोलने की अनुमति दी है ।

     
  • लव-कुश की जन्मस्थली तुरतुरिया की भी सरकार ने ली सुध

    02-Aug-2020
    शबरी की तपोभूमि शिवरीनारायण को भी संवार रही है छत्तीसगढ़ सरकार
    भगवान राम का वन गमन पथ छत्तीसगढ़ के नये टूरिज्म सर्किट में
    पहले चरण में 9 स्थानों का होगा सौंदर्यीकरण और विकास
    रायपुर : छत्तीसगढ़ में न केवल प्रभु राम की माता कौशल्या का जन्म हुआ, रामायण के माध्यम से रामकथा को दुनिया के सामने लाने वाले महर्षि बाल्मिकी ने भी इसी भूमि पर आश्रम का निर्माण कर साधना की। प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार ने कौशल्या के जन्म-स्थल चंदखुरी की तरह तुरतुरिया के बाल्मिकी आश्रम को भी पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकसित करने के लिए कार्य की रूप-रेखा तैयार कर ली है। इसी तरह रामकथा से संबंधित एक और महत्वपूर्ण स्थल शिवरीनारायण के विकास के लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। शिवरीनारायण वही स्थान है जहां माता शबरी ने प्रभु राम को जूठे बेर खिलाए थे। 
    बलौदाबाजार जिले के तुरतुरिया में बाल्मिकी आश्रम तथा उसके आसपास का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। यह प्राकृतिक दृश्यों से भरा एक मनोरम स्थान है, जो पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यह बारनवापारा अभयारण्य से लगा हुआ है। यहां बालमदेही नदी और नारायणपुर के निकट बहने वाली महानदी पर वाटर फ्रंट डेवलपमेंट किया जाएगा। इन स्थानों पर कॉटेज भी बनाए जाएंगे। तुरतुरिया के ही निकट स्थित एक हजार साल पुराने शिव मंदिर को भी पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। भगवान राम ने अपने वनवासकाल के दौरान कुछ समय तुरतुरिया के जंगल में भी बिताए थे। ऐसी भी मान्यता है कि लव-कुश का जन्म इसी आश्रम में हुआ था। तुरतुरिया को ईको टुरिज्म स्पाट के रूप में विकसित करने की योजना है।  
    तुरतुरिया की ही तरह शिवरीनारायण भी एक सुंदर जगह है। जांजगीर-चांपा जिले में महानदी, जोंक और शिवनाथ नदियों के संगम पर स्थित धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का यह स्थान रामकथा से संबंधित होने के साथ-साथ भगवान जगन्नाथ से भी संबंधित है। मान्यताओं के अनुसार यह शहर चारों युगों में विद्यमान रहा, और अलग-अलग नामों से जाना गया। यहीं से भगवान जगन्नाथ का विग्रह ओडिशा के पुरी स्थित मंदिर में ले जाकर स्थापित किया गया। हर साल माघ पूर्णिमा को भगवान जगन्नाथ शिवरीनारायण में विराजते हैं। इस स्थान को गुप्त-तीर्थ तथा छत्तीसगढ़ के जगन्नाथ-पुरी के नाम से भी जाना जाता है। छत्तीसगढ़ शासन ने शिवरीनारायण के भी सौंदर्यीकरण और विकास की कार्ययोजना तैयार की है। यहां भी पर्यटन सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। 
    रायपुर जिले के चंदखुरी की तरह तुरतुरिया और शिवरीनारायण भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी राम वन गमन पथ परियोजना में शामिल हैं। 137.45 करोड़ रुपए की इस परियोजना के पहले चरण में 9 स्थानों को विकास और सौंदर्यीकरण के लिए चिन्हिंत किया गया है। प्रदेश में कुल 75 ऐसे स्थानों की पहचान की गई है, जहां अपने वनवास के दौरान भगवान राम या तो ठहरे थे, अथवा जहां से वे गुजरे थे। दिसंबर माह में चंदखुरी स्थित माता कौशल्या मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण एवं विस्तार के कार्य के शिलान्यास के साथ ही राम वन गमन पथ में स्थित सभी 9 चिन्हिंत स्थानों के भी सौंदर्यीकरण एवं विस्तार के कार्य की शुरुआत की जा चुकी है।
  • बकरीद पर केक काट कर मनाई खुशियाँ

    02-Aug-2020
        रायपुर : ईदुज्जुहा(बकरीद) में जीवित प्राणी की कुर्बानी देने के बदले केक काटकर  धार्मिक रस्म अदा  करने की, डॉ  दिनेश मिश्र  की अपील का अब धीरे धीरे असर होने लगा है. असम में एक विज्ञान शिक्षक ने अपने मेमने  को एक जरूरतमंद परिवार को दान दिया कि वे उसका पालन करेंगे और उन्होंने इस त्याग के साथ ईद मनाई ,वही इस बार लखनऊ, आगरा, के अलावा मुजफ्फरपुर, गाजियाबाद, सहित अनेक स्थानों से पशु की कुर्बानी के बदले केक काट कर बकरीद मनाने के उदाहरण सामने आये हैं   .
        अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्र ने बताया कि असम के धुबरी में रहने वाले विज्ञान शिक्षक अहमद हुसैन ने बकरीद में स्वयं के द्वारा पाले हुए  मेमने  की कुर्बानी देने के बदले  स्थानीय जरूरतमंद परिवार को दान  किया . वहीं कुछ अन्य स्थानों से भी सकारात्मक खबरे आयी है जिनमें इस वर्ष गाज़ियाबाद   लखनऊ,आगरा सहित अनेक शहरों में यह पहल हुई . डॉ दिनेश मिश्र ने कहा कि जन जागरूकता प्रयासों के चलते  देश के कुछ स्थानों से पिछले वर्ष वर्ष पहली बार  जीवित प्राणी की कुर्बानी देने के बदले  केक काटकर धार्मिक रस्म अदा करने के इको फेंडली ईद मनाने के  उदाहरण सामने आए.  जो इस बार बढ़े हैं .
        ईदुज्जुहा (बकरीद) पर विभिन्न जानवरों की कुर्बानी दिये जाने के मामले सामने आए हैं
        अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्र ने कहा देश के अनेक राज्यों में पशुबलि के निषेध के सम्बंध में कानून बने हुए हैं पर उनका  पालन न होने से लाखों निर्दोष मासूम पशुओं की कुर्बानी /बलि दी जाती है ।  जबकि सभी धर्म प्रेम,अहिंसा की शिक्षा देते हैं ,अपनी मनोकामनाओं  की पूर्ति के लिए किसी दूसरे प्राणी की जान लेना ठीक नहीं है।
    डॉ दिनेश मिश्र ने कहा पिछले अनेक वर्षों से विभिन्न धार्मिक अवसरों पर पशु की कुर्बानी, पशु वध/बलि की  क्रूर परम्परा के विरोध में जनजागरण कर रही हैं पिछले वर्ष महाराष्ट्र के कोराडी के मंदिर में,तथा कुछ अन्य स्थानों में नवरात्रि में  बलि प्रथा बंद हुई है ,वहीं बकरीद में भी अनेक स्थानों में मुस्लिम धर्मावलंबियों ने कुर्बानी की प्रथा का परित्याग किया ,पिछले कुछ समय से अन्य देशों के साथ भारत में भी लखनऊ आगरा ,मेरठ मुजफ्फरपुर,सहित अनेक स्थानों में जन जागरण के प्रयासों से लोगों ने ईदुज्जुहा(बकरीद) में बकरे के स्थान पर केक काटा,कुछ स्थानों पर तो लोगों ने केक पर ही बकरे का चित्र लगाया और बकरा केक काट कर न केवल सांकेतिक रूप से धार्मिक रस्म अदा की ,बल्कि निर्दोष प्राणियों की रक्षा भी की  डॉ दिनेश मिश्र ने कहा महात्मा बुद्ध और महावीर स्वामी भी अहिसा के सिद्धांत को प्रचारित करते रहे  महावीर स्वामी ने जियो और जीने दो के सिद्धांत को प्रमुखता दी है, वही अपने उद्धरणों में महात्मा बुद्ध ने कहा है कि मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है  यदि हम किसी को जीवन नहीं दे सकते ,तो हमें किसी का जीवन लेने का अधिकार नहीं है । 
    डॉ दिनेश मिश्र ने कहा है कुर्बानी का अर्थ त्याग करना होता है ,अपनी ओर से किसी जरूरतमंद को आवश्यकतानुसार   नगद राशि,दवा,कपड़े ,किताबें ,स्कूल फीस आदि दान कर भी आत्मसंतुष्टि पाई जा सकती है,साथ ही  देश के अन्य प्रदेशों की तरह    किसी जिंदा प्राणी  को काट कर उसकी जान कुर्बान करने के स्थान पर केक काट कर न केवल धार्मिक रस्म अदा करने बल्कि निर्दोष प्राणी की जान बचाने की पहल  की जा सकती है और आगामी वर्षों में ऐसे प्रगतिशील कदमों में और भी अधिक परिवारों के जुड़ने का विश्वास है.
     
  • राज्यपाल को मुख्यमंत्री ने राखी उपहार भेजा

    02-Aug-2020
         रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके द्वारा रक्षाबंधन पर्व पर भेजी गई राखी मिलने पर प्रसन्नता प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि रक्षाबंधन और भुजलिया पर्व के अवसर पर आपने मुझे स्नेह, आर्शीवाद तथा राखी भेजकर जो विश्वास व्यक्त किया है, वह मेरे लिए अत्यंत प्रसन्नता तथा सम्मान का विषय है। श्री बघेल ने बहन सुश्री उइके को रक्षाबंधन पर्व की परंपरा अनुरूप भाई की तरफ से शुभकामनाओं सहित उन्हें नगद राशि और साड़ी उपहार में भेजी है।
         मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बहन सुश्री उइके को लिखे पत्र में कहा है कि रक्षाबंधन का यह पर्व हमारे पारिवारिक संबंधों को नए शिखर पर पहुंचाने का माध्यम बना है। आपका संरक्षण मेरे और राज्य के लिए सौभाग्य का विषय है। मुख्यमंत्री के रूप में अपने दायित्वों का निर्वहन करने, कोरोना महामारी से निपटने और प्रदेश को प्रगति के पथ पर आगे ले जाने के लिए आपने मेरा जो उत्साहवर्धन किया है, उसके लिए मैं सदैव आपका आभारी रहूूंगा।
      मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह पावन पर्व हमारी महान संस्कृति के गरिमामय उत्कर्ष का प्रतीक भी है, जो बहनों के प्रति भाईयों के संकल्पों को सुदृढ़ बनाता है। आपने उत्तरदायित्वों के प्रति सजग करते हुए मुझे जो शुभकामनाएं प्रेषित की है, उसके लिए मैं कृतज्ञता व्यक्त करता हॅू तथा आपको विश्वास दिलाता हॅू कि आपकी भावनाओं के अनुरूप अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह पूरी निष्ठा तथा परिश्रम से करूंगा।
  • राज्यपाल ने लिखा वन मंत्री अकबर को पत्र, तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए त्वरित कार्यवाही की सराहना की

    02-Aug-2020

     रायपुर : राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने वन मंत्री मोहम्मद अकबर को पत्र लिखकर उनके द्वारा तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के लिए गए विभिन्न निर्णयों के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा है कि मेरे द्वारा किये गए आग्रह पर आपके द्वारा तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों को अनुदान सहायता उपलब्ध कराने के लिए नवीन योजना, उनके बच्चों की लंबित छात्रवृत्ति दिये जाने और प्रोत्साहन राशि प्रदान करने के लिए जो त्वरित कार्यवाही की गई है, उसकी मैं सराहना करती हूं।

    राज्यपाल ने पत्र के माध्यम से ईद-उल-जुहा, रक्षाबंधन एवं भुजलिया पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा है- ईद के पावन पर्व पर तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के बच्चों को छात्रवृत्ति की राशि उपहार स्वरूप दी है, इसके लिए मैं वन मंत्री श्री अकबर को बधाई देती हूं।
    उन्होंने कहा है- आपके द्वारा मुझे पत्र के माध्यम से तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के बच्चों को शैक्षणिक वर्ष 2017-18 और वर्ष 2018-19 के लंबित छात्रवृत्ति की राशि जारी करने की, तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार के मुखिया के मृत्यु होने पर तथा विकलांगता की स्थिति में अनुदान सहायता देने के लिए नवीन विभागीय योजना प्रारंभ करने की जानकारी दी है। साथ ही पत्र में यह बताया है कि तेंदूपत्ता संग्रहण सीजन वर्ष 2018 हेतु प्रोत्साहन पारिश्रमिक की राशि वितरण का निर्णय लिया जा चुका है, जिसका शीघ्र वितरण किया जाएगा। आपके एवं आपके विभाग द्वारा उठाया गया कदम प्रशंसनीय है। मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी तेंदूपत्ता संग्राहकों एवं उनके परिजनों को विभाग की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ त्वरित गति से मिलता रहेगा।
  • कौशिल्या मंदिर होगा सुसज्जित

    02-Aug-2020
    रायपुर : भगवान राम के ननिहाल चंदखुरी का सौंदर्य अब पौराणिक कथाओं के नगरों जैसा ही आकर्षक होगा। राजधानी रायपुर के निकट स्थित इस गांव के प्राचीन कौशल्या मंदिर के मूल स्वरूप को यथावत रखते हुए, पूरे परिसर के सौंदर्यीकरण की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी राम वन गमन पथ विकास परियोजना में शामिल चंदखुरी में यह पूरा कार्य 15 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से किया जाएगा।    
    योजना के मुताबिक चंदखुरी में मंदिर के सौंदर्यीकरण तथा परिसर विकास का कार्य दो चरणों में कार्य पूरा किया जाएगा। पहले चरण में 6 करोड़ 70 लाख रुपए व्यय किए जाएंगे, जबकि दूसरे चरण में 9 करोड़ 8 लाख रुपए खर्च होंगे। योजना के मुताबिक चंदखुरी को पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकसित किया जाना है, इसलिए वहां स्थित प्राचीन कौशल्या माता मंदिर के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ नागरिक सुविधाओं का विकास भी किया जाएगा। तालाब का सौंदर्यीकरण करते हुए के मध्य में स्थित मंदिर-टापू को और भी आकर्षक तथा सुव्यवस्थित किया जाएगा। पौराणिक कथाओं से चंदखुरी के संबंध के अनुरूप पूरे परिसर के वास्तु को डिजाइन किया गया है। तालाब मंदिर तक पहुंचने के लिए तालाब में नये डिजाइन का पुल तैयार किया जाएगा। तालाब में घाटों और चारों और परिक्रमा-पथ का निर्माण किया जाएगा। दर्शनार्थियों के वाहनों के लिए पार्किंग सुविधा भी विकसित की जा रही है। इस पूरे परिसर में आकर्षक विद्युत साज-सज्जा की जाएगी।
    बीते 22 दिसंबर को चंदखुरी स्थित माता कौशल्या मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए भूमि-पूजन किया गया था। इसके साथ ही राम वन गमन पथ पर पड़ने वाले महत्वपूर्ण स्थलों के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की परियोजना की भी शुरुआत कर दी गई थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 29 जुलाई को अपनी धर्मपत्नी श्रीमती मुक्तेश्वरी बघेल और परिवार के सदस्यों के साथ चंदखुरी पहुंचकर प्राचीन मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। इस दौरान उन्होंने मंदिर के विस्तार और परिसर के सौंदर्यीकरण के लिए तैयार परियोजना की जानकारी ली थी। श्री बघेल ने निर्देशित किया था कि मंदिर के मूल स्वरूप को यथावत रखते हुए यहां आनेवाले श्रद्धालुओं का विशेष रूप से ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की मांग पर मंदिर के पास से बायपास सड़क निर्माण की भी स्वीकृति प्रदान की है। साथ ही ग्रामीणों की सहुलियत को देखते हुए चंदखुरी में राष्ट्रीयकृत बैंक की शाखा खोलने के निर्देश जिला अधिकारियों को दिए हैं।
  • छत्तीसगढ़ में 31 अगस्त तक लाॅकडाउन की खबर भ्रामक

    01-Aug-2020
    कोराना संक्रमण से बचाव के लिए वर्तमान में  जिलों के प्रभावित इलाकों में 6 अगस्त तक लाॅकडाउन प्रभावशील
              रायपुर : छत्तीसगढ़ में 31 अगस्त तक लाॅकडाउन संबंधी सोशल मीडिया में प्रसारित खबर पूरी तरह गलत और भ्रामक है। राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और बचाव के लिए वर्तमान में कलेक्टरों को जिले की स्थानीय परिस्थिति को देखते हुए लाॅकडाउन का अधिकार दिया गया है। वर्तमान में जिला कलेक्टरों के द्वारा 6 अगस्त तक ही प्रभावित इलाकों में लाॅकडाउन प्रभावशील किया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 30 जुलाई को पत्र जारी कर सभी जिला कलेक्टरों को भारत सरकार के अनलाॅक-3 के दिशा निर्देश प्रेषित किया गया है।
     
     
  • मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ हज हाउस का किया शिलान्यास

    01-Aug-2020
    नवा रायपुर में लगभग 26 करोड़ की लागत से बनेगा हज हाउस: समाज की बहुप्रतिक्षित मांग हुई पूरी
    मुख्यमंत्री ने मुस्लिम समाज सहित प्रदेशवासियों को ईद-उल-अजहा की दी मुबारकबाद
               रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईद-उल-अजहा के मौके पर आज यहां अपने निवास कार्यालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए छत्तीसगढ़ हज हाऊस का शिलान्यास किया। हज हाऊस का निर्माण लगभग 26 करोड़ रूपए की लागत से तीन एकड़ भूमि में किया जाएगा। पांच मंजिला इस भवन में हज यात्रियों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। भवन का निर्माण मंदिर हसौद रोड एयरपोर्ट के पास नवा रायपुर अटल नगर में किया जाएगा।
             मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुस्लिम समाज के लोगों को ईद-उल-अजहा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए दोहरी खुशी का मौका है। पूरी दुनिया के साथ छत्तीसगढ़ में भी ईद का पर्व मनाया जा रहा है और आज छत्तीसगढ़ हज हाउस का शिलान्यास हुआ है। हाजियों की परेशानी कम करने के लिए समाज के लोगों की मेहनत रंग लाई और हज हाउस के निर्माण की लंबे अरसे से की जा रही मांग पूरी हुई है।
           मुख्यमंत्री ने कहा कि हर मुस्लिम के लिए हज यात्रा जीवन का अभूतपूर्व पल होता है। कोरोना के कारण इस वर्ष हज यात्रा भी प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि वे केन्द्र सरकार से मांग करेंगे कि वर्ष 2021 की हज यात्रा में पहले से चयनित छत्तीसगढ़ के हज यात्रियों को मौका दिया जाए। उन्होंने कहा कि वे हज कमेटी आफ इंडिया से छत्तीसगढ़ को मिलने वाली 5 करोड़ रूपए की शेष राशि प्राप्त करने के लिए भी पहल करेंगे।
     इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में उपस्थित स्कूल शिक्षा और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने मुस्लिम समाज के लोगों को ईद की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के हज यात्रियों को पहले नागपुर जाना पड़ता था। हज हाउस के निर्माण के बाद यहीं उनके लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी। इस मौके पर शिलान्यास स्थल नवा रायपुर में उपस्थित वन, परिवहन एवं आवास मंत्री मोहम्मद अकबर ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि हज यात्रियों की सुविधा के लिए छत्तीसगढ़ से ही उड़ान शुरू करने के लिए प्रयास किया जाएगा। उन्होंने मुस्लिम समाज को हज हाउस की सौगात देने के लिए समाज की ओर से मुख्यमंत्री का शुक्रिया अदा किया।
             हज कमेटी के चेयरमेन मोहम्मद असलम खान ने आभार व्यक्त किया। इस मौके पर नवा रायपुर कार्यक्रम स्थल में राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष श्री सलाम रिजवी, छत्तीसगढ़ राज्य पाठ्य-पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेन्द्र छाबड़ा, छत्तीगढ़ खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी, नगर निगम रायपुर के महापौर एजाज ढेबर सहित मुस्लिम समाज के नागरिक व उपस्थित थे।
  • प्रदेश में 70 नये विकासखंड को मिली मंजूरी

    01-Aug-2020
    रायपुर : छत्तीसगढ़ में 70 नए विकासखंड बनाने के लिए मंजूरी मिल गई है। छत्तीसगढ़ में 70 नए विकासखंड बनाने की अनुशंसा की गई थी उसे राष्ट्रपति  ने मंजूरी दे दी है।
    प्रदेश में 70 नए विकासखण्ड बनाये गये है जिसमें जिलेवार सूचि इस प्रकार है:-
    रायपुर जिला : चंदखुरी, खरोरा, नयापारा
    बलौदाबाजार-भाटापारा जिला : सुहेला, लवन, सोनाखान, सरसींवा
    गरियाबंद जिला : अमलीपदर
    महासमुंद जिला : पटेवा, सांकरा, कोमाखान, भंवरपुर, छुहीपाली
    धमतरी जिला : भखारा , कुकरेल, बेलरगांव
    दुर्ग जिला : अहिवारा, जामगांव (आर)
    बालोद जिला : अर्जुंदा, देवरी
    बेमेतरा जिला : नांदघाट, संबलपुर, थानखम्हरिया
    राजनांदगांव जिला : गंडई, मुढ़ीपार, घुमका, कुमर्दा, लालबहादुर नगर
    कबीरधाम जिला : रेंगाखार कला, रामपुर (ठाठापुर), कुंडा
    बस्तर जिला : भानपुरी, करपावंड
    कोंडागांव जिला : धनोरा, मर्दापाल
    नारायणपुर जिला : छोटे डोंगर, कोहकामेटा
    कांकेर जिला : पखांजूर, आमाबेड़ा
    दंतेवाड़ा जिला : बड़े बचेली, बारसुर
    सुकमा जिला : दोरनापाल, जगरगुंडा, तोंगपाल, गंगालुर, कुटरू
    बिलासपुर जिला : रतनपुर, सीपत, सकरी, बेलगहना
    मुंगेली जिला : जरहागांव, डिंडौरी
    जांजगीर- चांपा जिला : हसौद, जांजगीर
    कोरबा जिला : बरपाली, पसान, हरदीबाजार
    रायगढ़ जिला : कोतरा, उलखर- कोसीर, सरिया, कापू
    बलरामपुर जिला : रामानुजगंज- चांदो, रामानुजगंज, रघुनाथनगर
    सूरजपुर जिला : लटोरी, सलका
    कोरिया जिला : कोटाडोल
    सरगुजा जिला : दरिमा, धौरपुर
    जशपुर जिला : सन्ना, कोतबा-बागबहार शामिल हैं।
  • कांग्रेस नेता लालचंद और उसका साथी छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार

    01-Aug-2020

     राजनांदगांव : जिले के कुमर्दा पंचायत के उपसरपंच व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के महामंत्री लालचंद साहू और उसके साथी किशुन साहू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विदित हो कि कुछ दिनों पूर्व एक महिला ने लालचंद और उसके मित्र किशुन साहू पर गाली गलौच कर अवैध संबंध बनाने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए राजनांदगांव महिला थाना मे शिकायत की है। पुलिस के बड़े अधिकारियों ने शिकायत की जांच कर करवाई के लिए डोंगरगांव थाने को निर्देशित किया था। मजिस्ट्रेट बयान में भी पीड़ित महिला ने दोनों आरोपियों के खिलाफ वही बयान दिया जैसा उसने शिकायत की थी। इसी के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व लोक जगत ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। उसी के बाद पुलिस ने करवाई शुरू की। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 452,354,506 के तहत अपराध पंजिबद्ध किया है। 

  • अचानक गिरा खारून नदी का जल स्तर

    01-Aug-2020

     रायपुर : महादेव घाट स्थित खारून नदी का जल स्तर अचानक गिर गया है। बीच - बीच में बारिश होने के बावजूद और उपर से सावन के महीने में इस तरह नदी का सुख जाना कौतूहल का विषय बना हुआ है। जानकारों के अनुसार ऐसा पहली बार हुआ है, जब सावन मास में नदी का जल सुखा है। भीषण गर्मी में भी खारुन नदी का तट इतना नहीं सुखता जितना अभी सुख गया है l एनिकट जहां पर हमेशा पानी का भराव रहता हैं वह भी लगभग सुखाने के कगार में है। नदी का पानी अचानक सुखाने की खबर आग की तरह फैल रही है। 

  • कॉलेजों में प्रथम वर्ष में प्रवेश हुआ शुरु

    31-Jul-2020

     रायपुर : आज एक अगस्त से कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। राज्य शासन के आदेश के अनुसार पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित सभी शासकीय और अशासकीय कॉलेजों में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश की प्रक्रिया एक अगस्त से ऑनलाइन होगी। विवि की वेबसाइट डब्लू डब्लू डब्लू डॉट पीआरएस यूयूएनआइवी डॉट इन पर जाकर छात्र आवेदन कर सकेंगे। आवेदन की अंतिम तिथि अभी स्पष्ट नहीं की गई है।

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