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  • क्या बायोमेट्रिक गेट से कोचिंग बना मौत का 'पाताल लोक'....

    28-Jul-2024

    दिल्ली , तमाम उम्मीदों और सपनों को संजोए हुए शनिवार की रात कई छात्र दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के राव आईएएस एकेडमी में पढ़ाई कर रहे थे। अचानक बेसमेंट में पानी भरने लगा। दरअसल, बेसमेंट में ही लाइब्रेरी बनी है, यहीं छात्र बैठे हुए थे। बताया जा रहा है कि महज दो से तीन मिनट में पूरा बेसमेंट पानी से भर गया। देखते ही देखते 10-12 फुट पानी में छात्र डूब गए। पानी बहुत गंदा था। इस हादसे में अबतक एक छात्र और दो छात्राओं की मौत की पुष्टि हो सकी है। हालांकि विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों का दावा है कि करीब 10 लोगों की मौत हुई है। वहीं एक छात्र ने दावा किया है कि बेसमेंट में बायोमेट्रिक गेट होने के चलते छात्र अंदर फंस गए थे।

     
    क्या बायोमेट्रिक गेट से कोचिंग बना मौत का 'पाताल लोक'
     कोचिंग के बेसमेंट में अचानक से पानी घुसा और कुछ ही मिनट में भर गया। पुलिस का कहना है कि तेज बारिश के चलते ऐसा हुआ। वहीं 'न्यूज18' की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रों ने बताया कि कोचिंग के बेसमेंट में बायोमेट्रिक गेट लगाया गया था। ऐसा लाइब्रेरी में आने-जाने की एंट्री रिकॉर्ड करने के लिए किया गया था। छात्रों का दावा है कि बेसमेंट में पानी भरने से बायोमेट्रिक गेट फेल हो गया। इसी वजह से छात्र अंदर फंस गए। इस बारे में जब एक पुलिस अधिकारी से पूछा गया तब उन्होंने बताया कि यह अभी जांच का विषय है। वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि छात्रों की मौत करंट लगने की वजह से हुई है।
     
    'जल प्रलय' की खौफनाक कहानी
     
     दिल्ली फायर सर्विस के मुताबिक, शनिवार शाम करीब सात बजे बेसमेंट में पानी भरने की सूचना मिली थी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि पूरे भूतल में पानी कैसे भर गया। ऐसा लगता है कि बेसमेंट में बहुत तेजी से पानी भर गया, जिससे कुछ लोग अंदर फंस गए।' डीसीपी हर्षवर्धन ने बताया कि बेसमेंट में अब भी जलस्तर सात फुट है, हालांकि वहां से पानी निकाला जा रहा है। एक छात्र ने बताया कि अंदर फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए रस्सियां फेंकी गईं थीं। लेकिन बेसमेंट में भरा पानी बहुत गंदा था जिससे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। बताया जा रहा है कि केवल 2-3 मिनट में पूरा बेसमेंट पानी से भर गया। इस घटना के बाद तैयारी कर रहे छात्र दिल्ली की सड़कों पर उतर गए हैं।  

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  • आने वाले दिनों में किस राज्य में बनेगा रीजनल सुप्रीम न्यायालय?

    28-Jul-2024

    आने वाले दिनों में दिल्ली से बाहर एक और सुप्रीम कोर्ट हो सकता है। दरअसल आर्टिकल 130 (अनुच्छेद 130) के तहत ‘रीज़नल सुप्रीम न्यायालय’ की मांग उठाई गई है। मॉनसून सत्र में शुक्रवार को हुई लोकसभा बैठक के प्रश्नकाल में केरल के थॉमस चाझिकादन ने ‘रीज़नल सुप्रीम कोर्ट’ पर सरकार से सवाल किया था। थॉमस ने कानून और न्याय मंत्री से सवाल किया था कि क्या सरकार को लीगल फ्रेटरनिटी की ओर से तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में सुप्रीम कोर्ट के स्थायी खंडपीठ की स्थापना का अनुरोध मिला है। हालांकि इतिहास में दो बार सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई कश्मीर और हैदराबाद में हो चुकी है।

     
    दरअसल बजट सत्र के दौरान संसद का पहला घंटा प्रश्नकाल होता है। इसमें सांसदों को सरकार से विभिन्न पहलुओं पर सवाल पूछने का मौका मिलता है। शुक्रवार को प्रश्नकाल में केरल के थॉमस चाझिकादन ने ‘रीज़नल सुप्रीम कोर्ट’ पर सरकार से सवाल किया था। इसके बाद संविधान का अनुच्छेद 130 चर्चा में है। सांसद थॉमस से पहले भी कई मौकों पर दक्षिण भारत की तरफ से ‘रीज़नल सुप्रीम कोर्ट’ की मांग कर चुके हैं।
     
    थॉमस चाझिकादन के सवाल का कानून मंत्रालय की तरफ से केन्द्रीय कानून राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल ने जवाब दिया। उन्होंने बताया कि चेन्नई में सुप्रीम कोर्ट की परमानेंट बेंच बनाने का मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। सुप्रीम कोर्ट किस शहर में होगा, इसका प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 130 में बताया गया है। संविधान के आर्टिकल 130 के अनुसार सुप्रीम कोर्ट दिल्ली में स्थित होगा। हालांकि, इसमें यह प्रावधान है कि राष्ट्रपति की मंजूरी के साथ भारत का मुख्य न्यायाधीश दिल्ली में या किसी अन्य स्थान पर भी सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई कर सकता है।
     
    भारत सरकार को समय-समय पर विभिन्न पक्षों से आवेदन आए हैं कि दिल्ली से बाहर और भी हिस्सों में सुप्रीम कोर्ट की बेंचों की स्थापना हो। ग्यारहवें विधि आयोग ने 1988 में अपनी 125वीं रिपोर्ट “द सुप्रीम कोर्ट – ए फ्रेश लुक’ में दसवें विधि आयोग की सिफारिशों को दोहराया था। रिपोर्ट में सर्वोच्च न्यायालय को दो भागों में विभाजित करने का सुझाव दिया गया था – (i) दिल्ली में संवैधानिक न्यायालय और (ii) उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम और मध्य भारत में अपील न्यायालय या संघीय न्यायालय। अठारहवें विधि आयोग ने 2009 में अपनी रिपोर्ट में सुझाव दिया था कि दिल्ली में एक संवैधानिक पीठ स्थापित की जाए। साथ ही उत्तरी क्षेत्र में दिल्ली, दक्षिणी क्षेत्र में चेन्नई/हैदराबाद, पूर्वी क्षेत्र में कोलकाता और पश्चिमी क्षेत्र में मुंबई में एक-एक कैसेशन बेंच स्थापित की जाएं। ये एक तरह की अपीलीय अदालतें हैं। ये किसी मामले के तथ्यों की दोबारा जांच नहीं करतीं, ब्लकि केवल प्रासंगिक कानून की व्याख्या करते हैं।
     
    शाखाओं का मामला दो बार मुख्य न्यायाधीश को भेजा जा चुका
     
    सुप्रीम कोर्ट की शाखाओं का मामला दो बार मुख्य न्यायाधीश को भेजा जा चुका है। कानून राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल ने अपने जवाब में फरवरी, 2010 की बैठक का जिक्र किया. जिसमें तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश ने कहा था कि दिल्ली के बाहर सुप्रीम कोर्ट की बेंच को स्थापित करने का कोई औचित्य नहीं है। अगस्त, 2007 में भी तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश ने यही बयान दिया था।

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  • भारत में घुसने के लिए बजरंगी भाईजान वाली टेक्निक बता रहा था बांग्लादेशी यूट्यूबर

    28-Jul-2024

    बांग्लादेश,यूट्यूब पर डीएच ट्रेवलिंग इन्फो के नाम से एक चैनल पर चल रही वीडियो से लोगों की चिंता बढ़ी हुई है। दरअसल, इस वीडियो में एक शख्स लोगों को बता रहा है कि आपको बांग्लादेश से भारत में घुसने के लिए किसी वीजा या किसी दस्तावेज की जरूरत नहीं है। इसके बाद यह शख्स एक रास्ते की तरफ इशारा करता हुआ दिख जाता है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

     
    इस वीडियो में यह व्यक्ति खुद बांग्लादेश के सुनामगंज जिले में खड़ा हुआ रहता है, जो कि बांग्लादेश से भारत के लिए एक एंट्री प्वाइंट का काम करता है। वह एक रोड़ की तरफ इशारा करते हुए कहता है कि इस रोड़ से अगर आप हिन्दुस्तान जाएंगे तो आपको कुछ परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि बीएसएफ आपको पकड़ सकती है।
     
    वीडियो के अगले हिस्से में वह बीएसएफ का कैंप दिखाते हुए कहता है कि यह भारत की सेना का कैंप है। इसके बाद वह कुछ टनल्स को दिखाता है कि इनके जरिए आप भारत में बिना किसी दस्तावेज के घुस सकते हैं। वीडियो के आखिरी में वह कहता है कि किसी को भी ऐसे भारत में नहीं घुसना चाहिए क्योंकि इससे बांग्लादेश का नाम दुनियाभर में खराब होता है।
     
    यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इंस्टाग्राम पर पोस्ट होने के बाद लोग लगातार इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इस पर अभी तक करीब 2 लाख व्यूव्स आ चुके हैं। 7000 लोगों ने लाइक कर चुके हैं। लोगों ने इस पर कमेंट करते हुए बताया कि ऐसे हमारे बार्डर कैसे सुरक्षित रहेंगे।
     
    लोगों ने क्या दी प्रतिक्रिया
     
    एक यूजर ने इस पर कमेंट करते हुए लिखा कि क्या बीएसएफ सो रही है, अगर एक यूट्यूबर इस रास्ते को जानता है तो कोई भी जानता होगा।
     
    तो वहीं एक और यूजर ने लिखा कि हां बिल्कुल उन्हें किसी वीजा पासपोर्ट की जरूरत नहीं है। जैसे ही वह टनल के जरिए भारत में घुसते हैं वैसे ही उन्हें पैन और आधार कार्ड मिल जाते हैं। आओं और आकर अपना मतदाता वाला फर्ज निभाओ।

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  • गैस पाइपलाइन वाले ग्राहकों को ऐसे ठग रहे शातिर

    27-Jul-2024

    ग्वालियर। अगर आपने भी हाई प्रेशर गैस पाइपलाइन का कनेक्शन लिया है और आपके पास बिल जमा करने के लिए कॉल आये तो आप सावधान हो जाइए। क्योंकि आप ठगों का शिकार बन सकते हैं। ग्वालियर में गैस मीटर कनेक्शन लिए एक महिला को शातिर ठगों ने बिल जमा न होने के नाम पर लाखों की ठगी कर डाली। महिला की शिकायत पर क्राइम ब्रांच पुलिस ने मामला दर्ज कर ठगों की तलाश शुरू कर दी है।

     
    दरअसल ग्वालियर के दीनदयाल नगर की रहने वाली प्रियंका शर्मा ने अवंतिका गैस लिमिटेड कंपनी से हाई प्रेशर गैस पाइपलाइन का कनेक्शन लिया हुआ है, जिसका हर महीने बिल जेनरेट होता है। लेकिन जुलाई महीने में ठगों ने इसे मौका बना लिया। शातिर ठगों ने महिला के व्हाट्सएप नंबर पर एक मैसेज भेज जिसमें लिखा था कि ‘बिल जमा न करने के कारण आपका कनेक्शन काटा जा रहा है।” परेशानी से बचना है तो दिए गए नंबर पर कांटेक्ट करें। जब महिला ने उसे नंबर पर कॉल किया और बताया कि वह नियमित रूप से बिल जमा कर रही है। इस पर ठगो ने उन्हें अपनी बातों में उलझाया और एपीके फ़ाइल डाउनलोड कर बिल की जानकारी अपडेशन की बात कही।
     
    महिला ठगों के झांसे में आ गयी और जैसे ही भेजी गई लिंक से एपीके फ़ाइल मोबाइल में डाउनलोड की, कुछ देर में ठगों ने उसके खाते से 2 लाख 62 हजार रुपये की रकम उड़ा दी। महिला के पास जैसे ही खाते से रुपए निकालने की जानकारी मिली, उसे समझ में आ गया कि वह ठगी का शिकार बनी है। महिला ने तत्काल इस मामले की शिकायत ग्वालियर की क्राइम ब्रांच थाना पुलिस से की। एएसपी निरंजन शर्मा ने बताया कि महिला की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने अज्ञात शातिर ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी,आईटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।

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  • सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच का मार्ग भूस्खलन की चपेट में

    27-Jul-2024

    केदारनाथ यात्रा में सड़क मार्ग बाधित हो गया है। सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच का मार्ग भूस्खलन की चपेट में आ गया है, जिससे सड़क का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।

     
    इस कारण से सोनप्रयाग से गौरीकुंड जाने वाले श्रद्धालुओं को पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। मार्ग पर जाने वाली गाड़ियों को भी रोक दिया गया है। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों द्वारा राहत और बचाव कार्य जारी हैं।
     
    यात्रियों से अनुरोध है कि वे प्रशासन की सलाह का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। प्रशासन द्वारा मार्ग की बहाली के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। बतादें कि, बारिश और नमी के कारण अक्सर केदारनाथ यात्रा में सड़क मार्ग बाधित हो जाती है। जिसके कारण यात्रियों की यात्रा कठिन हो जाती है।

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  • ड्रोन की मदद से 6 लकड़ी माफियाओं को किया गया गिरफ्तार

    27-Jul-2024

    क्योंझर: पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम ने शनिवार सुबह क्योंझर जिले के घाटगांव ब्लॉक के संतरापुर गांव में ड्रोन तैनात करके उनकी गतिविधियों पर नज़र रखकर छह लकड़ी माफियाओं को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की।

     
    संयुक्त टीम ने उनके कब्जे से 50 लाख रुपये से अधिक मूल्य की साल, सागुआन और गंभारी सहित कीमती लकड़ियाँ भी जब्त कीं।
     
    सूत्रों के अनुसार, वन विभाग के अधिकारियों और पुलिस ने शुक्रवार रात माफियाओं पर नज़र रखने के लिए कुछ ड्रोन तैनात किए।
     
    उन पर कड़ी नज़र रखने के बाद, संयुक्त टीम ने शनिवार सुबह गाँव में छापा मारा और अपराधियों को पकड़ लिया।
     
    क्योंझर के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) एचडी धनराज ने कहा, “जब भी हमने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो वे हम पर पत्थर फेंककर और लोहे की छड़ों से हमला करके जवाबी कार्रवाई करते थे। हालांकि हम कई मौकों पर सफल रहे, लेकिन कई बार वे हमारे चंगुल से भागने में सफल रहे।” माफियाओं को गिरफ्तार करने के लिए चलाए गए अभियान के बारे में जानकारी देते हुए धनराज ने कहा, “यह चुनौतीपूर्ण था, लेकिन असंभव नहीं था। हमने उनकी गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए कुछ ड्रोन तैनात किए थे और वे सभी इसके बारे में जानते थे।”
     
    यह गांव कभी लकड़ी माफियाओं का गढ़ हुआ करता था क्योंकि यह पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों के लिए दुर्गम था। हालांकि, राज्य में नई भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद पुलिस, वन और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने अपनी रणनीति बदल दी है और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं.

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  • तलाक का जश्न मनाने के लिए महिला ने रखी तलाक मुबारक पार्टी,जमकर किया डांस

    27-Jul-2024

    तलाक वैवाहिक जीवन अथवा वैवाहिक बन्धन के अन्त को कहा जाता है. तलाक सामान्यतः विवाह के कानूनी दायित्वों और कर्त्यव्यों को निरस्त करने अथवा पुनर्गठित करने की आवश्यकताओं को पूरा करता है मतलब यह विभिन्न राज्यों अथवा देशों के विधिक नियमों के अनुसार विवाहित जोड़ों के विवाह-बंधन को खत्म करने तरिका है. इस दौरान एक महिला की तलाक पार्टी पूरी दुनिया में चर्चा में बनी हुई है.

     
    दरअसल, अमेरिका में रहने वाली एक पाकिस्तानी महिला ने तलाक के बाद जमकर डांस किया और अपनी खुशी का इजहार भी किया है. भारत जैसे कई एशियाई देशों में तलाक अब भी एक वर्जित विषय है. तलाक लेने वाली महिलाओं की हालत आमतौर पर खराब है, जिन्हें आवाज उठाने और विवाह को तोड़ने के लिए दोषी ठहरा दिया जाता है. ऐसे में एक पाकिस्तानी महिला की तलाक पार्टी इस समय जमकर सुर्खियां बटोर रही है. इसका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.
    पार्टी में नाचती हुई दिखी महिला
     
    वायरल हो रहे वीडियो में महिला ने बैंगनी रंग का लहंगा पहन रखा है और वो बॉलीवुड गानों पर खुशी से नाचती हुई दिख रही है. महिला को देखने वाले दर्शक तालियां बजा रहे हैं. महिला के पीछे बैकग्राउंड में “तलाक मुबारक” लिखे गुब्बारे जश्न के माहौल को और बढ़ाते दिख रहा है.
     
    एक फेसबुक पेज ने वीडियो को कैप्शन के साथ शेयर किया: “अगर हमारे देश में यह सब जारी रहा, तो एक दिन शादी का विचार खत्म हो जाएगा.” जबकि कई यूजर्स ने ऐसे जहरीले संबंधों से बचाने पर जोर दिया है. हालांकि, तलाक जैसे मौके पर जश्न मनाने वाली प्रकृति ने बहस छेड़ दी है, जिसमें पाकिस्तान में कई लोगों ने महिला की आलोचना की है.
     
    महिला के तलाक का जश्न मनाने पर कुछ लोग उनपर भड़कते दिख रहे हैं. तो वहीं, तलाक के लिए महिला को समर्थन भी मिल रहा है. वीडियो पर लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं.

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  • नीति आयोग की बैठक से नाराज होकर वॉकआउट कर गईं ममता बनर्जी

    27-Jul-2024

    पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को नाराज होकर नीति आयोग की बैठक से वॉकआउट कर गईं. इसके बाद उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें बोलने नहीं दिया गया. ममता ने कहा कि जैसे ही उन्होंने यह मुद्दा उठाया कि  पश्चिम बंगाल को केंद्र सरकार से कम फंड मिलता है, मेरा माइक बंद कर दिया गया. ममता ने यह भी कहा कि उनसे पहले लोगों को 10 से लेकर 20 मिनट तक बोलने दिया गया.

     
    राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में हो रही बैठक से निकलने के बाद ममता बनर्जी ने कहा, “मैंने बैठक का बहिष्कार किया है. चंद्रबाबू नायडू को बोलने के लिए 20 मिनट दिए गए, असम, गोवा, छत्तीसगढ़ के सीएम ने 10-12 मिनट तक बात की. मुझे सिर्फ़ पांच मिनट बाद बोलने पर ही रोक दिया गया. यह गलत है. विपक्ष की ओर से, सिर्फ़ मैं यहां प्रतिनिधित्व कर रही हूं, और इस बैठक में इसलिए भाग ले रही हूं क्योंकि सहकारी संघवाद को मज़बूत करने में मेरी अधिक रुचि है…नीति आयोग के पास कोई वित्तीय शक्तियां नहीं हैं, यह कैसे काम करेगा? इसे वित्तीय ताकत दें या योजना आयोग को वापस लाएं., मैंने अपना विरोध दर्ज कराया और मैं बाहर आ गई.’
     
    ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैंने कहा योजना आयोग को वापस ले आइए, मैंने कहा बंगाल को फंड दीजिए और आप भेदभाव मत कीजिए. मैंने बोला जब केंद्र सरकार चलाते हैं तो सारे राज्यों का सोचना चाहिए. मैं सेंट्रल फंड के बारे में बता रहा थी कि इसे पश्चिम बंगाल को नहीं दिया जा रहा है, तभी उन्होंने मेरा माइक म्यूट कर दिया. मैंने कहा कि विपक्ष से मैं ही बैठक में भाग ले रही हूं, आपको खुश होना चाहिए, इसके बजाय आप अपनी पार्टी और सरकार को अधिक वरीयता दे रहे. यह न केवल बंगाल का अपमान है, बल्कि सभी क्षेत्रीय दलों का भी अपमान है. ये तो  मेरा भी अपमान है.’

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  • फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षा विभाग में नौकरी पाने वाले 16 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

    27-Jul-2024

    तरनतारन. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षा विभाग में नौकरी पाने वाले 16 लोगों के खिलाफ तरनतारन पुलिस ने केस दर्ज किया है. पंजाब सरकार की ओर से 2008-2009 में 9,998 टीचिंग फैलो की भर्ती की गई थी.

    भर्ती के समय उक्त लोगों ने अनुभव के फर्जी सर्टिफिकेट और रूरल एरिया के प्रमाण पत्र का उपयोग किया था. जांच और अदालती कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया.
     
    सब डिवीजन तरनतारन सिटी के डीएसपी तरसेम मसीह ने बताया कि गांव घरियाला निवासी मोहनजीत कौर, जलालाबाद निवासी नवतेज सिंह, मुंडापिंड निवासी राजविंदर कौर, खडूर साहिब निवासी राजिंदर कौर, कस्बा झबाल निवासी अश्विनी कुमारी और तरनतारन निवासी परविंदर कौर, सुखदीप कौर और सरहदी गांव खालड़ा निवासी शीतल कुमार, चरणजीत कौर व कुलदीप सिंह, प्रदीप सिंह, गुरप्रीत कौर, मुगलानी गांव निवासी कुलदीप कौर, रमनदीप कौर, गांव छीना बिधिचंद निवासी राम सिंह और तरनतारन के नूरदी बाजार निवासी सुखजीत कौर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इन सभी को पकड़ने के लिए दबिश भी शुरू कर दी गई है.
     
    इसके अलावा गांव असरपुर चुपकी स्थित नेशनल कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन के फीस क्लर्क और असिस्टेंट प्रोफेसर की ओर से करीब 70 लाख रुपये का घोटाला करने का मामला सामने आया है. थाना सदर समाना पुलिस ने कॉलेज प्रशासन की शिकायत पर दोनों के खिलाफ साजिश व धोखाधड़ी करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. आरोपियों की पहचान सुखदेव सिंह फीस क्लर्क निवासी प्रताप नगर पटियाला और गुरतेज सिंह असिस्टेंट प्रोफेसर निवासी गांव चुपकी समाना के तौर पर हुई है.

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  • जेल प्रहरी के घर पर पेट्रोल बम से अटैक मामला सामने आया

    27-Jul-2024

    जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में जेल प्रहरी के घर पर पेट्रोल बम से अटैक का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपी पेट्रोल बम से हमला करते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए। दो हमलावर एक बाइक में सवार होकर आए थे। पीड़ित परिवार ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

     
    दरअसल घटना लार्डगंज थाना अंतर्गत सब्जी मंडी के पास की है। जहां बाइक सवार दो आरोपी हमला करके भागते हुए सीएसटीवी कैमरे में नजर आ रहे हैं। बताया जाता है कि बीते 3 साल में जेल प्रहरी के घर और परिवार पर 4 बार जानलेवा हमला हो चुका है। अंश पाठक और उसके साथियों पर हमला करने का आरोप लगा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी एच के आटनेरे, थाना प्रभारी, थाना लार्डगंज ने दी।

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  • शॉर्ट-रेंज पेट्रोलिंग के दौरान आईटीबीपी निरीक्षक चन्द्र मोहन शहीद ....

    27-Jul-2024

    देहरादून। उत्तराखंड के डोईवाला तहसील दुर्गा चौक, जौली ग्रांट के रहने वाले आईटीबीपी निरीक्षक चन्द्र मोहन वीरगति को प्राप्त हुए हैं। 25 जुलाई को भारत-चीन सीमा पर LAC (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के पास शॉर्ट-रेंज पेट्रोलिंग के दौरान वो नाले में गिरकर बह गए।

     
    चन्द्र मोहन सिंह की वीरता की यह घटना तब हुई जब वे अस्थाई पुल बनाकर करग्युपा नाले को पार कर रहे थे। दुर्भाग्यवश, इस दौरान वे नाले में गिरकर बह गए और शहीद हो गए। आईटीबीपी के जवानों और स्थानीय प्रशासन ने उनके पार्थिव शरीर को निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया। उनकी शहादत से पूरा क्षेत्र शोक में डूबा हुआ है।
     
    चन्द्र मोहन सिंह अपने पीछे परिवार और अनगिनत यादें छोड़ गए हैं। उनके अदम्य साहस और देशप्रेम को सलाम करते हुए पूरा देश उनके बलिदान को नमन करता है। उत्तराखंड सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा उनके परिवार को हर संभव सहायता और समर्थन का आश्वासन दिया गया है। शहीद चन्द्र मोहन सिंह की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

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  • मवेशियों से भरा ट्रक अनियंत्रित होकर पलटा,हादसे में 230 बकरे और बकरियों की मौत

    27-Jul-2024

    दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह जिले से बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहां मवेशियों से भरा ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। इस हादसे में 230 बकरे और बकरियों की मौत हो गई। वहीं 200 मवेशी सुरक्षित हैं।

     
    जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के महोबा से एक ट्रक में करीब 450 बकरे और बकरियों को ठूंस-ठूंस कर हैदराबाद ले जाया जा रहा था। इस दौरान जबेरा थाना क्षेत्र के बिदारी घाटी पर वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। इस दौरान अंदर मौजूद करीब आधे से ज्यादा मवेशियों की मौत हो गई। वहीं ट्रक का ड्राइवर और सहयोगी मामूली घायल है। बताया जा रहा है कि क्षमता से अधिक मवेशी भरे होने की वजह से यह हादसा हुआ है।
     
    हादसे की जानकारी वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने फौरन जबेरा पुलिस को दी। सूचना मिलते ही एक टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है।

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  • कुपवाड़ा आतंकी हमले में मेजर सहित 4 जवान घायल,एक शहीद;दहशतगर्द भी ढेर

    27-Jul-2024

    जम्मू-कश्मीर के एलओसी के पास वाले जिले कुपवाड़ा में आज सुबह सेना और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया है इसके साथ ही  मेजर समेत तीन और जवानों के घायल होने की खबर है। इस मुठभेड़ में एक आतंकी के भी ढ़ेर होने की खबरें सामने आई है। घायल सैनिकों घटनास्थल से निकाल कर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। कुपवाड़ा में यह पिछले एक महीने में चौथी आतंक की घटना है।

     
    न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक जवान मुच्छल सेक्टर के कुमकाडी इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे तभी आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। सेना को कुमकाडी इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद सैनिकों ने यह सर्च ऑपरेशन चलाया था।
     
    सेना के द्वारा और सैनिकों को भेजकर इन आतंकियों की तलाश की जा रही है। रक्षा सूत्रों के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इस हमले में पाकिस्तानी बैट( बॉर्डर एक्शन टीम) टीम का हाथ है। हमले में शामिल बैट टीम में पाकिस्तान के एसएसजी कमांडो सहित पाकिस्तान की नियमित सेना के सैनिक होने का संदेह है जो आतंकवादी संगठनों के साथ मिलकर काम करते हैं।
     
    जम्मू कश्मीर में एक महीने में नौवां हमला
     
    बुधवार को कुपवाडा जिले में ही सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी हुई थी, जिसमें एक आतंकी मारा गया था। एक सैनिक भी घायल हो गया था। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर सेना की तरफ से बताया गया था कि आतंकियों की मौजूदगी के संबंध में खबर मिली थी, जिसके बाद सेना ने कश्मीर पुलिस के साथ एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू करने के बाद यह एनकाउंटर शुरू हुआ।
     
    इससे पहले सेना ने कुपवाडा ने कुपवाडा के केरन सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया था और दो आतंकवादियों को मार गिराया था, जबकि 14 जुलाई को सुरक्षाबलों ने केरन में घुसपैठ की एक और कोशिश को नाकाम कर दिया था,जिसमें तीन आतंकी मारे गए थे। जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में लगातार होती गोलीबारी को लेकर सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कुपवाडा जिले में नियंत्रण रेखा का दौरा किया। अग्रिम चौकियों के अपने दौरे के दौरान द्विवेदी ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की थी।

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  • भारत में हर साल ढाई फीसदी बढ़ रहे कैंसर के मरीज, सरकार ने संसद में गिनाए आंकड़े

    26-Jul-2024

    देश में बढ़ते कैंसर के मरीजों को देखते हुए इस बार बजट में भी कैंसर की दवाइओं को सस्ता करने के लिए कदम उठाए गए हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कहा कि सरकार कैंसर के इलाज को सुलभ बनाने और मरीजों की सुविधा के लिए सारे प्रयास कर रह है। लोकसभा में एक सप्लिमेंट्री सवाल का जवाब देते हुए नड्डा ने कहा कि सरकार हर संभव कोशिश कर रही है कि कैंसर के मरीजों को आसानी से इलाज और दवाइयां मिल सकें।

     
    उन्होंने कहा, देश में हर साल कैंसर के 2.5 फीसदी मरीज बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुरुषों में मुंह के कैंसर और फेफड़ों के कैंसर के मरीज ज्यादा हैं वहीं महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के ज्यादा केस पाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि हर साल लगभग 15.5 लाख कैंसर के मामले आ रहे हैं। कैंसर की बीमारी के लिए 131 जरूरी दवाएं हैं जिनकी कीमत की निगरानी सरकार करती है। ये आम तौर पर इस्तेमाल होने वाली दवाएं हैं। उन्होंने कहा कि कैंसर की दवाइयों की सुलभता को सुनिश्चित करने के लिए हमने हर प्रयास किए हैं।
     
     
    उन्होंने कहा कि सरकार ज्यादा मेडिकल कॉलेज बनाने पर जोर दे रही है जिससे कि डॉक्टरों की संख्या में इजाफा हो। वहीं चिकित्सा शिक्षा की क्वालिटी और क्वांटिटी में भी बैलेंस होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि 2014 में 387 मेडिकल कॉलेज थे जो कि अब 731 हो गए हैं। वहीं एमबीबीएस सीट में भी 1.12 लाख का इजाफा हुआ है।
     
    उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया में फार्मेसी का केंद्र बन गया है और भारत में बन रही दवा की पूरी दुनिया में मांग है। दुनिया भर की दवा कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं और इस क्रम को आगे बनाए रखने के सारे प्रयास किए जाएंगे। अध्यक्ष ओम बिरला ने भी हस्तक्षेप करते हुए अपनी टिप्पणी में कहा कि वह जिस देश में जाते हैं भारतीय दवाइयों की प्रशंसा और उसकी मांग की बात उन्होंने वहां देखी है।
     
    नड्डा ने दवाओं की गुणवत्ता से संबंधित एक सवाल पर कहा कि जो दवाइयां निर्यात होती हैं उनके सैंपल का यहां भी परीक्षण होता है और जहां जाती है वहां भी उनका परीक्षण होता है। अफ्रीकी देशों में भारत की खांसी की दवा की गुणवत्ता को लेकर उठे सवाल पर उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसा ना हो इस पर ध्यान दिया जाएगा।

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  • कांग्रेस सांसद की बात पर भड़के सभापति जगदीप धनखड़....

    26-Jul-2024

    राज्यसभा में बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला पर सभापति जगदीप धनखड़ इस कदर नाराज हो गए कि उन्होंने कांग्रेस नेता को सदन से निकाल दिया. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों के लिए बजट के आवंटन पर सवालों के जवाब दे रहे थे. जब किसानों को उत्पादन के ठीक दाम देने की बात कही तो विपक्षी सांसद हंगामा करने लगे. कई सांसदों ने एमएसपी की गारंटी की बात रखी और मोदी सरकार को किसान विरोधी बताया.

     
    शिवराज सिंह चौहान जब फसलों की एमएसपी गिनाने लगे तो विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू किया. इसपर सभापति ने कहा कि मंत्री जी जवाब दे रहे हैं. उन्हें जवाब पूरा करने दीजिए. सभापति ने रणदीप सिंह सुरजेवाला से कहा कि आप सुनना सीखिए. शिवराज सिंह चौहान ने PM किसान सम्मान निधि योजना का जिक्र किया और कहा कि हम किसानों को सीधा लाभ देते हैं. उन्होंने कहा कि यह सरकार किसानों की सरकार है और किसानों के हित में फैसले किए जा रहे हैं. एमएसपी को लेकर उन्होंने कहा कि समिति की रिपोर्ट आने के बाद विचार किया जाएगा.
     
    रणदीप सुरजेवाला से सभापति ने कहा, जो कुछ आप बोल रहे हैं कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाएगा. उन्होंने सुरजेवाला से बैठने को कहा हालांकि हंगामा और तेज हो गया. सभापति धनखड़ अपने चेयर से खड़े हो गए और सांसदों से बैठने की अपील करने लगे. उन्होंने रणदीप सुरजेवाला से कहा, आप सीट ले लीजिए. कमाल की बात है कि किसान की चर्चा हो रही है और हंगामा कर रहे हैं. क्या आप यह किसान की सेवा कर रहे हैं. चर्चा कीजिए, विचार लाइए.   
    सुरजेवाला को सदन से निकालने का दिया आदेश
     
    सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, मैं रणदीप सुरजेवाला, शक्ति सिंह गोहिल का नाम लेकर कहता हूं कि आप हंगामा ना करें. आप यहां किसान को फांसी पर टांग रहे हैं. आप किसान का अनादर कर रहे हैं और राजनीति कर रहे हैं. मंत्री जी ने किसान की बात की है और किसान की पीड़ा का समझा है. मेरी हाथ जोड़कर विनती है कि किसान की इज्जत कीजिए. सभापति ने सुरजेवाला को सदन से बाहर जाने का आदेश दे दिया. उन्होंने कहा, आप लगातार चेयर का अपमान कर रहे हैं. आप किसानों की चर्चा नहीं होने दे रहे हैं और डिबेट को डाइवर्ट कर रहे हैं. यह दुखद बात है. आप बाहर चले जाइए.

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  • कांवड़ मार्ग के दुकानदारों को नहीं लगानी होगी नामपट्टिका;सुप्रीम कोर्ट का आदेश.....

    26-Jul-2024

    सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य सरकारों द्वारा कांवड़ मार्ग पर स्थित दुकानदारों को नामपट्टिका लगाने के आदेश पर अंतरिम रोक जारी रखी है। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार के हलफनामे के बाद भी आदेश पर रोक जारी रखी है। इससे पहले उत्तर प्रदेश (यूपी) सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया, जिसमें सरकार ने कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर नामपट्टिका लगाने के अपने आदेश का बचाव किया। यूपी सरकार ने अपने हलफनामे में कहा है कि उसके दिशा-निर्देश कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण समापन और पारदर्शिता कायम करने के लिए उद्देश्य से दिए गए थे। 

    उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया क्यों लागू किया था नामपट्टिका वाला आदेश
     
    उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि निर्देश के पीछे का उद्देश्य कांवड़ यात्रा के दौरान पारदर्शिता कायम करना और यात्रा के दौरान उपभोक्ताओं/कांवड़ियों को उनके द्वारा खाए जाने वाले भोजन के बारे में जानकारी देना था। ये निर्देश कांवड़ियों की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखकर दिए गए ताकि वे गलती से कुछ ऐसा न खाएं, जो उनकी आस्थाओं के खिलाफ हो।
     
    उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि राज्य सरकार ने खाद्य विक्रेताओं के व्यापार या व्यवसाय पर कोई प्रतिबंध या निषेध नहीं लगाया है (मांसाहारी भोजन बेचने पर प्रतिबंध को छोड़कर), और वे अपना व्यवसाय सामान्य रूप से करने के लिए स्वतंत्र हैं। हलफनामे में कहा गया है, 'मालिकों के नाम और पहचान प्रदर्शित करने की आवश्यकता पारदर्शिता सुनिश्चित करने और कांवड़ियों के बीच किसी भी संभावित भ्रम से बचने के लिए एक अतिरिक्त उपाय मात्र है।'

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  • NEET पेपर लीक मामले में हजारीबाग के गेस्ट हाउस में सीबीआई ने पेपर लीक का सीन किया रीक्रिएट

    26-Jul-2024

    एनईईटी पेपर लीक मामले में सीबीआई की 15 सदस्य टीम 3 आरोपियों को हजारीबाग के उस राज गेस्ट हाउस में ले गई, जहां सॉल्वरों ने पेपर सॉल्व किया था. सीबीआई ने वहां जांच के दौरान सीन रीक्रिएट किया और ये समझने की कोशिश की कि कैसे , कब, कहां और किसने पेपर लीक मामले में अपनी अपनी भूमिका निभाई है.

     
    सीबीआई की टीम के साथ 3 लोगों में 1 पंकज कुमार, जो मुख्य आरोपी बताया जा रहा है. 2 राज गेस्ट हाउस का मालिक राजकुमार सिंह था. 3 पेपर सॉल्वर गैंग का छात्र बताया जा रहा है. सभी को टीम मुंह ढक कर राज गेस्ट हाउस के अंदर ले गई थी. डेढ़ घंटे सीन को रीक्रिएट किया गया और जांच अभियान चलाया गया. इसके बाद टीम पुनः उन्हें लेकर पटना के लिए रवाना हो गई है.
     
    टीम ने सभी का मुंह ढक रखा था जाते-जाते टीम ने राज गेस्ट हाउस को एक बार फिर से सील कर दिया है. वहां पर सीबीआई का नोटिस चस्पा कर दिया है. सीबीआई के एक अधिकारी ने चलते-चलते ही बताया कि अभी सीबीआई की टीम जांच कर रही है, अभी कुछ बोलना मुश्किल है.
     
    हजारीबाग से ही एनईईटी प्रश्न पत्र लीक मामले के तार जुड़े थे, जिसके बाद टीम लगातार यहां पर कैंप करके जांच की थी और हजारीबाग से 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से ही प्रश्न पत्र लीक किया गया था. जिसमें पंकज कुमार का भी हाथ था. सूत्र यह भी बताते हैं कि इसी राज गेस्ट हाउस में पेपर सॉल्वर गैंग गिरोह ठहरा हुआ था, जो क्वेश्चन पेपर को सॉल्व करके छात्रों के पास फॉरवर्ड करने का काम किया था, इसी सीन को सीबीआई की तरफ से फिर से रीक्रिएट किया गया. 
    जांच में अब तक क्या
     
    मेडिकल के 7 स्टूडेंटस समेत 36 की गिरफ्तारी हाे चुकी है, सीबीआई ने जांच अपने हाथ में लेने के बाद अब तक 33 जगहों पर छापेमारी की है. अब तक 36 लोगों की गिरफ्तारी हाे चुकी है जिसमें बिहार पुलिस ने 15 काे गिरफ्तार किया था. सीबीआई ने लीक से जुड़े कई सबूत भी बरामद किए हैं.

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  • नासा के अंतरिक्ष यान ने खोला रहस्य,बुध ग्रह पर है हीरे की 10 मील मोटी परत

    25-Jul-2024

    सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह एक बड़ा रहस्य छिपा सकता है. नासा के मैसेंजर अंतरिक्ष यान से प्राप्त डेटा का उपयोग करते हुए, वैज्ञानिकों ने निर्धारित किया है कि सूर्य के सबसे निकट के ग्रह बुध की ऊपरी परत के नीचे 10 मील मोटा हीरा आवरण हो सकता है.

     
    बुध ने वैज्ञानिकों को लंबे समय से उलझन में रखा है क्योंकि इसमें कई ऐसे गुण हैं जो सौरमंडल के अन्य ग्रहों में आम नहीं हैं. इनमें इसकी बहुत गहरी सतह, उल्लेखनीय रूप से घना कोर और बुध के ज्वालामुखी युग का समय से पहले समाप्त होना शामिल है.
     
    इन पहेलियों में सौरमंडल के सबसे भीतरी ग्रह की सतह पर कार्बन का एक प्रकार (एलोट्रोप) ग्रेफाइट के पैच भी शामिल हैं. इन पैच ने वैज्ञानिकों को यह सुझाव देने के लिए प्रेरित किया है कि बुध के शुरुआती इतिहास में कार्बन से भरपूर मैग्मा महासागर था. यह महासागर सतह पर तैरता हुआ आया होगा, जिससे ग्रेफाइट पैच और बुध की सतह का गहरा रंग बना होगा.
     
    इसी प्रक्रिया के कारण सतह के नीचे कार्बन से भरपूर आवरण का निर्माण भी हुआ होगा. इन निष्कर्षों के पीछे की टीम का मानना ​​है कि यह मेंटल ग्रेफीन नहीं है, जैसा कि पहले संदेह था, बल्कि यह कार्बन के एक और अधिक कीमती एलोट्रोप से बना हीरा है.
     
    टीम के सदस्य केयू ल्यूवेन में एक एसोसिएट प्रोफेसर ओलिवियर नामुर ने बताया. “हम गणना करते हैं कि मेंटल-कोर सीमा पर दबाव के नए अनुमान को देखते हुए, और यह जानते हुए कि बुध एक कार्बन-समृद्ध ग्रह है, मेंटल और कोर के बीच इंटरफेस पर बनने वाला कार्बन-असर वाला खनिज हीरा है, न कि ग्रेफाइट.” उन्होंने कहा कि हमारा अध्ययन नासा के मैसेंजर अंतरिक्ष यान द्वारा एकत्र किए गए भूभौतिकीय डेटा का उपयोग करता है.
     
    मैसेंजर (बुध सतह, अंतरिक्ष पर्यावरण, भू-रसायन विज्ञान और रेंजिंग) अगस्त 2004 में लॉन्च हुआ और बुध की परिक्रमा करने वाला पहला अंतरिक्ष यान बन गया. 2015 में समाप्त हुए इस मिशन ने पूरी छोटी दुनिया का मानचित्रण किया, ध्रुवों पर छाया में प्रचुर मात्रा में पानी की बर्फ की खोज की और बुध के भूविज्ञान और चुंबकीय क्षेत्र के बारे में महत्वपूर्ण डेटा एकत्र किया.

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  • Arvind Kejriwal के स्वास्थ्य को लेकर टेंशन में इंडिया अलायंस, 30 जुलाई को करेगा विरोध प्रदर्शन…

    25-Jul-2024

    सीएम अरविंद केजरीवाल :- दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद सीएम अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट  ने 8 अगस्त तक बढ़ा दी है। इस बीच इंडिया अलायंस ने केजरीवाल के लिए लामबंद होने का ऐलान किया है। केजरीवाल की बिगड़ती सेहत को लेकर इंडिया गठबंधन 30 जुलाई को जंतर मंतर पर रैली कर विरोध प्रदर्शन करेगा। बता दें कि कोर्ट ने इस मामले में गुरुवार को दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, बीआरएस नेता के कविता और अन्य आरोपियों की भी न्यायिक हिरासत बढा दी है।

     
    वहीं कोर्ट ने तिहाड़ जेल के अधिकारियों को 31 जुलाई 2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए दिल्ली के सीएम केजरीवाल को पेश करने का भी निर्देश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने ईडी मामले में केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी है, लेकिन सीबीआई की ओर से उनकी गिरफ्तारी के कारण वे फिलहाल तिहाड़ जेल में ही हैं।
     
    आम आदमी पार्टी का केद्र सरकार पर आरोप :-
     
    आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर जेल में दिल्ली के मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। आम आदमी पार्टी की ओर से दावा किया गया है कि सीएम केजरीवाल का वजन कम हो गया है और उनका ब्लड शुगर लेवल खतरनाक रूप से कम हो गया है, जिससे संकेत मिलता है कि उन्हें कोमा या ब्रेन डैमेज सहित गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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  • आलू-प्याज, टमाटर की बढ़ती कीमतों पर सरकार ने दिया जवाब, जानिए क्या कहा…

    25-Jul-2024

    देश में पिछले कुछ दिनों से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे है। आलू, प्याज और टमाटर की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। टमाटर, प्याज और आलू जैसी जरूरी सब्जियों की खुदरा कीमत पिछले एक महीने में 15 फीसदी से 58 फीसदी तक बढ़ गई हैं। सब्जियों के बढ़ते दामों के पीछे मानसून के अलावा कई अहम कारण जिम्मेदार माने जा रहे है।  हालांकि, केंद्र सरकार ने दावा किया है कि यह स्थिति अस्थाई है। आने वाले दिनों में कीमतें जल्द ही नियंत्रण में आ जाएगी। लेकिन सब्जियों के दाम तेजी से क्यों बढ़ रहे है? इसके पीछे सरकार ने ये वजह बताई है। पिछले दिनों संसद में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में केंद्र सरकार ने सब्जियों के बढ़ती हुई कीमतों की वजह बताई है। सरकार ने बताया है कि पिछले दो वर्षों में खराब मौसम, जलाशयों का गिरते स्तर और फसल नुकसान ने कृषि उत्पादन को प्रभावित किया है। इसी वजह से तेजी से खाद्य कीमतों के दाम बढ़ रहे है। खराब मौसम की स्थिति ने सब्जियों और दालों के उत्पादन की संभावनाओं को प्रभावित किया है।

     
     
     
    रिपोर्ट में बताया गया है कि, देश में 2023-2024 में खराब मौसम की घटनाओं बहुत ज्यादा हुआ हैं। इससे फसलों को बहुत नुकसान हुआ है। इसे अलावा देश के विभिन्न हिस्सों में घटने जलाशय के स्तर ने भी कृषि उत्पादन और खाद्य कीमतों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। इसलिए उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) पर आधारित खाद्य मुद्रास्फीति वित्त वर्ष 22 में 3.8 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 23 में 6.6 प्रतिशत और वित्त वर्ष 24 में 7.5 प्रतिशत हो गई।
     
    आर्थिक सर्वे में बताया गया कि, जलवायु परिवर्तन के कारण खाद्य वस्तुओं की कीमतों में इजाफा हो रहा है। इसके अलावा क्षेत्र-विशिष्ट फसल पर रोग के कारण भी सब्जियों में सप्लाई में रुकावट आई है। इसी वजह से टमाटर में कीमतों में उछाल आया है। जबकि प्याज की कीमतों में उछाल की वजह पिछले कटाई सीजन में बारिश, बुवाई में देरी, लंबे समय तक सूखा और दूसरे देशों द्वारा व्यापार से जुड़े कदम उठाना है। पिछले दो सालों में प्रतिकूल मौसम की वजह से कम उत्पादन की वजह से दालों, खास तौर पर अरहर की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। जबकि रबी सीजन में धीमी बुवाई और दक्षिणी राज्यों में जलवायु संबंधी गड़बड़ी की वजह से उड़द का उत्पादन प्रभावित हुआ है।

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  • देश में कैंसर रोकथाम की दिशा में तेजी से हो रहा काम

    24-Jul-2024

    रायपुर । केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार कैंसर के रोकथाम की दिशा में तेजी से काम कर रही है। देश में सभी उच्च मूल्य की कैंसर रोधी दवाओं के दामों में समूह समझौता के  परिणामस्वरूप औसतन 82% फीसदी की कमी आई है। यह कहना है रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल का।

     
    दरअसल बृजमोहन अग्रवाल ने देश में उच्च गुणवत्ता वाली कैंसर केयर को लेकर लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कुछ जानकारी मांगी थी कि, जिसमे पूछा गया था कि, रोगियों को वहनीय लागत पर उच्च गुणवत्ता वाली कैंसर-परिचयर्या सुनिश्चित करने, पिछले चार वर्षों के दौरान कैंसर-केयर के क्षेत्र में आरम्भ किए गए विशिष्ट अनुसंधान के परिणाम और राष्ट्रीय कैंसर ग्रिड की कैंसर-केयर में भूमिका,  इसके केंद्रों, अनुसंधान संस्थानों आदि की राज्य-वार सूची मांगी थी।
     
     
    जिसपर राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत और पैशन तथा प्रधानमंत्री कार्यालय डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि, परमाणु ऊर्जा विभाग के तत्वावधान में एक सहायता प्राप्त संस्थान टाटा स्मारक केंद्र 60:40 अनुपात मॉडल पर काम करते हुए किफायती लागत पर उच्च गुणवत्ता की कैंसर देखभाल प्रदान कर रहा है। जिसके तहत 60% रोगी अत्यधिक आर्थिक सहायता पर इलाज या लगभग निःशुल्क इलाज प्राप्त कर रहे हैं और 40 फीसदी काफी रियायती दरों पर इलाज करा रहे हैं।
     
    साथ ही कैंसर प्रबंधन के लिए स्रोत आधारित दिशानिर्देशों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से जोड़ा गया है जिससे लाभार्थियों के लिए देखभाल सुविधा की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके।
     
    जितेंद्र सिंह ने पिछले चार वर्षों में कैंसर देखभाल के क्षेत्र में टीएमसी द्वारा शुरू किए गए विशिष्ट अनुसंधान परिणाम का विवरण भी प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि, अब तक 400 से अधिक ऑन्कोलॉजिस्ट प्रशिक्षित किए जा चुके हैं। टीएमसी द्वारा किए गए एक प्रमुख यादृच्छिक नियंत्रित परीक्षण (आरसीटी) से इलाज की दरों में 26% की वृद्धि हुई। जिससे प्रतिवर्ष 1 लाख लोगों की जान बचाने की आशा है।
     
    बृजमोहन अग्रवाल के सवालों का जवाब देते हुए सिंह ने बताया कि, राष्ट्रीय कैंसर ग्रिड अब 340 कैंसर केंद्रों, अनुसंधान संस्थानों, रोगी पक्षपोषण समूहों, परोपकारी संगठनों और व्यावसायिक संस्थाओं के एक बड़ा नेटवर्क में विकसित हो गया है। जो एनसीजी प्रतिवर्ष 8.5 लाख से ज्यादा नए रोगियों का उपचार करता है, जो भारत के कुल कैंसर रोगियों का लगभग 60 प्रतिशत है। भारत में कैंसर देखभाल के सभी हितधारकों को शामिल करते हुए, यह कैंसर की रोकथाम में एक मजबूत, एकीकृत और शक्तिशाली साधन है।

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  • वेदांता के हिंदुस्तान जिंक ने एशिया का पहला लो कार्बन ‘ग्रीन’ जिंक इकोजेन किया लॉन्च

    24-Jul-2024

    मुंबई। देश की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने अपना लो कार्बन ग्रीन जिंक ब्रांड इकोजेन लॉन्च किया। एसएंडपी ग्लोबल सीएसए के अनुसार विश्व की सबसे सस्टेनेबल धातु और खनन कंपनी के रूप में मान्यता प्राप्त यह कंपनी एशिया की पहली जिंक उत्पादक है जिसने दुनिया भर में अपने ग्राहकों के लिए अपनी तरह का पहला लो कार्बन ग्रीन जिंक ऑफर किया है। इकोजेन को एक प्रसिद्ध वैश्विक स्थिरता परामर्श फर्म द्वारा जीवन चक्र मूल्यांकन, एलसीए के माध्यम से लो-कार्बन जिंक के रूप में प्रमाणित किया गया है और इसका कार्बन फुटप्रिंट प्रति टन उत्पादित जिंक पर एक टन से भी कम कार्बन समतुल्य है, जो वैश्विक औसत से 75 प्रतिशत कम है। जिंक का प्राथमिक अनुप्रयोग स्टील को जंग से बचाने के लिए गैल्वनाइजेशन के लिए है स्टील, इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑटोमोटिव और सनराइज सेक्टर जैसे अक्षय ऊर्जा, इलेक्ट्रॉनिक्स, हाई-टेक विनिर्माण, ऊर्जा भंडारण, रक्षा और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी जैसे क्षेत्रों में इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है। इकोजेन हिंदुस्तान जिंक की अपने परिचालन को डीकार्बोनाइज करने के साथ-साथ अपने ग्राहकों को एक बेजोड़ प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, ताकि बदले में अपने ग्राहकों को अधिक सस्टेनेबल विकल्प प्रदान किए जा सकें। इस नवीनतम पेशकश से हिंदुस्तान जिंक के इकोजेन के साथ एक टन स्टील को गैल्वनाइज करने में उनकी मूल्य श्रृंखला में लगभग 400 किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन से बचाव होगा। हिंदुस्तान जिंक की नवीनतम पेशकश, कम कार्बन ग्रीन जिंक को इकोजेन ब्रांड किया गया है। शुरुआत के लिए इकोजेन एक स्पेशल हाई ग्रेड (एसएचजी) जिंक उत्पाद संस्करण के रूप में उपलब्ध है इस कम कार्बन वाले पर्यावरण अनुकूल जिंक का निर्माण अक्षय ऊर्जा का उपयोग करके किया जा रहा है और इसका वैश्विक तापमान वृद्धि क्षमता मूल्य बाजार में सबसे कम है, जो वैश्विक औसत से लगभग 75 प्रतिशत कम है। उत्पाद की प्रमाणन प्रक्रिया एक मास-बैलेंस दृष्टिकोण पर आधारित है और इसे क्रैडल टू गेट पद्धति का उपयोग कर किया गया है।

    हिंदुस्तान जिंक की चेयरपर्सन और वेदांता समूह की गैर-कार्यकारी निदेशक प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने कहा कि, स्थिरता हमारे सभी व्यावसायिक निर्णयों के मूल में बनी हुई है। हिंदुस्तान जिंक का एसएंडपी इंडेक्स में नंबर 1 होना, एक स्थायी भविष्य के निर्माण की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इकोजेन का शुभारंभ 2050 तक नेट जीरो बनने की हमारी यात्रा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। ईएसजी के क्षेत्र में वैश्विक मानक स्थापित कर, वेदांता का हिंदुस्तान जिंक सुरक्षित, स्मार्ट और अधिक सस्टेनेबल संचालन और उत्पाद बनाकर प्राकृतिक संसाधन उद्योग में क्रांति ला रहा है।
    उत्पाद लॉन्च के अवसर पर हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के मुख्यकार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा, इकोजेन का लॉन्च हमारे परिचालन को डीकार्बोनाइज करने की हमारी यात्रा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है, साथ ही पर्यावरण के प्रति जागरूक ग्राहकों की सेवा भी करता है जो अपने द्वारा उपयोग किए जाने वाले कच्चे माल की उत्पत्ति के बारे में जागरूक हैं और अपनी आपूर्ति श्रृंखला को डीकार्बोनाइज करने का लक्ष्य रखते हैं। यह हिंदुस्तान जिंक के नेट-जीरो लक्ष्यों के अनुरूप हमारी उत्पाद रणनीति में एक प्रमुख मील का पत्थर है। एक टन से भी कम कार्बन समकक्ष के कार्बन फुटप्रिंट के साथ उत्पादित, इकोजेन बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और कम कार्बन संक्रमण के लिए प्रौद्योगिकियों में अपनी भूमिका के लिए बाजार में सबसे सस्टेनेबल कम कार्बन जिंक विकल्पों में से एक का प्रतिनिधित्व करता है।
    कंपनी ने हाल ही में घोषणा की है कि उसे अपने 450 मेगावाट बिजली वितरण समझौते के तहत चैबीसों घंटे अक्षय ऊर्जा का पहला प्रवाह मिलना शुरू हो गया है। यह इसके मौजूदा 40.7 मेगावाट कैप्टिव सौर ऊर्जा के अतिरिक्त है। इन पहलों ने हिंदुस्तान जिंक को 2020 से वित्त वर्ष 24 में अपने जीएचजी (ग्रीनहाउस गैस) उत्सर्जन की तीव्रता को 14 प्रतिशत तक कम करने में मदद की है। हिंदुस्तान जिंक दुनिया में सबसे बड़े जिंक उत्पाद पोर्टफोलियो में से एक प्रदान करता है और उत्पाद नवाचार के लिए ग्राहक-प्रथम दृष्टिकोण पर केंद्रित है। कंपनी यूरोप, दक्षिण अमेरिका, ओशिनिया और मध्य पूर्व सहित 40 से अधिक देशों को आपूर्ति करती है।
    हिंदुस्तान जिंक की ग्राहक तकनीकी सेवा टीम और उत्कृष्टता केंद्र ग्राहकों के साथ मिलकर काम करते हैं ताकि उनकी विशिष्टताओं के अनुसार उनकी उभरती जरूरतों को पूरा किया जा सके। सर्वोच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध, कंपनी की जिंक पेशकश देश की पहली ऐसी कंपनी है जिसे पर्यावरण उत्पाद घोषणा (ईपीडी) सत्यापित किया गया है – जो उत्पाद के पर्यावरण फुटप्रिंट पर तुलनीय डेटा प्रदान करती है, साथ ही गुणवत्ता के लिए आईएसओ और बीआईएस (भारतीय मानक ब्यूरो) प्रमाणपत्र भी प्रदान करती है। इसके अतिरिक्त, कंपनी के पास यूरोप में अपने उत्पादों के निर्यात के लिए आरईएसीएच गुणवत्ता प्रमाणन भी है।

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  • सालाना 10 लाख कमाई पर भी 1 रुपया नहीं लगेगा Income Tax, जानिए New Tax Regime से अब कितना बचेगा पैसा…?

    24-Jul-2024

    नया टैक्स स्लैब :- देश का बजट-2024 आ चुका है। निर्मला सीतारमण ने इस बजट में इनकम टैक्स को लेकर बड़ी राहत देने का दावा किया है। सीतारमण ने बजट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी कहा है कि ये बजट सैलरीड क्लास के लिए अच्छा है। वित्त मंत्री के मुताबिक सरकार ने न्‍यू टैक्‍स रिजीम के तहत बड़ी छूट का ऐलान कियाा है। स्‍टैंडर्ड डिडक्‍शन को बढ़ाकर 50,000 से 75,000 रुपये कर दिया है। वहीं टैक्‍स स्‍लैब को भी बदल दिया है। हालांकि आंकड़ों के इस बाजीगरी में आम लोग फंसे हुए हैं।

     
    दरअसल स्‍टैंडर्ड डिडक्‍शन में बदलाव के बाद अब न्‍यू टैक्‍स रिजीम के तहत 7.75 लाख सालाना कमाई करने वालों को एक रुपया भी इनकम टैक्‍स नहीं देना होगा। वहीं अगर आपकी आय 10 लाख रुपये है तो आइए जानते हैं तो भी आप अपनी पूरी कमाई पर टैक्‍स बचा सकते हैं। तो आइए जानते हैं कैसे आप अपनी पूरी कमाई पर टैक्‍स बचा सकते हैं और एक भी रुपया टैक्‍स नहीं देना पड़ेगा। अगर आप 10 लाख रुपये की कमाई पर पूरा पैसा बचाना चाहते हैं तो आपको न्‍यू टैक्‍स रिजीम छोड़कर पुरानी कर व्‍यवस्‍था (Old Tax Regime) का विकल्‍प चुनना होगा, जिसमें कई तरह की छूट को क्‍लेम करना होगा। हालांकि अगर आप टैक्‍स छूट का दावा नहीं करते हैं तो ओल्‍ड टैक्‍स रिजीम के तहत टैक्‍स स्‍लैब के मुताबिक, 20 प्रतिशत का टैक्‍स देना होगा। अगर आप टैक्‍स छूट क्‍लेम करते हैं तो 10 लाख की कमाई पर पूरा टैक्‍स बचा सकते हैं।
     
    ओल्ड टैक्स रिजीम में कैसे बचा सकते हैं टैक्‍स :-
     
    ~ओल्‍ड टैक्‍स रिजीम के तहत स्‍टैंडर्ड डिडक्‍शन के तौर पर 50 हजार रुपये तक की छूट मिलती है. ऐसे में अब 9.50 लाख रुपये पर टैक्‍स लगेगा।
    ~PPF, EPF, ELSS, NSC जैसी स्‍कीम में निवेश करके आयकर की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये की टैक्‍स सेविंग कर सकते हैं. अब 8 लाख रुपये पर टैक्‍स देना होगा।
    ~नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में सालाना 50,000 रुपये तक निवेश करते हैं तो सेक्शन 80CCD (1B) के तहत आपको एक्‍स्‍ट्रा 50 हजार रुपये Tax छूट दी जाती है. अब 50 हजार रुपये और घटा दें तो 7.50 लाख रुपये पर टैक्‍स लगेगा।
    ~वहीं होम लोन भी लिया है तो इसके ब्याज पर इनकम टैक्स के सेक्शन 24B के तहत 2 लाख रुपये तक की सेविंग कर सकते हैं. 7.50 लाख रुपये में से 2 लाख     और घटा दें तो कुल टैक्‍स इनकम का दायरा 5.50 लाख रुपये हो जाएगा।
    ~इनकम टैक्स के सेक्शन 80D के तहत मेडिकल पॉलिसी लेकर आप 25 हजार रुपये तक टैक्स बचा सकते हैं. इस हेल्थ इंश्योरेंस में आपका, आपकी पत्नी और बच्चों का नाम होना चाहिए. इसके अलावा अगर आपके माता-पिता के नाम पर हेल्थ इंश्योरेंस खरीदकर 50,000 रुपये तक की एक्‍स्‍ट्रा छूट पा सकते हैं।
    ~ऐसे में 5.50 लाख में से 75 हजार माइनस करें तो 4.75 लाख पर कुल टैक्‍स देनदारी होगी, जो 5 लाख रुपये ओल्‍ड टैक्‍स रिजीम दायरे के नीचे होगी। इसका मतलब  है कि आपको 10 लाख की सालाना कमाई पर एक भी रुपये का टैक्‍स नहीं देना होगा।
    न्‍यू टैक्‍स रिजीम में 10 लाख की कमाई पर कितना देना होगा टैक्‍स :- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने न्‍यू टैक्‍स रिजीम में टैक्‍स स्‍लैब में बदलाव किया है और स्‍टैंडर्ड डिडक्‍शन बढ़ा दिया है। फिर भी 10 लाख की कमाई पर आपको टैक्‍स देना ही पड़ेगा। न्‍यू टैक्‍स रिजीम के तहत निवेश करके आप टैक्‍स छूट का लाभ नहीं ले सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं अगर आपकी कमाई 10 लाख रुपये सालाना है और आप न्‍यू टैक्‍स रिजीम चुनते हैं तो कितना टैक्‍स देना होगा?
    ऊपर दिए गए न्‍यू टैक्‍स रिजीम में बदलाव से स्‍पष्‍ट है कि अगर किसी की सालाना इनकम 10 लाख रुपये है और उसने न्‍यू टैक्‍स रिजीम का ऑप्शन चुना है तो उसे 50 हजार की जगह 75000 रुपये का स्‍टैंडर्ड डिडक्‍शन मिलेगा। यानी कुल टैक्‍सेबल इनकम 9 लाख 25 हजार रुपये होगी और 52,500 रुपये की जगह सिर्फ 42,500 रुपये टैक्‍स पेमेंट करना होगा. इसका मतलब है कि न्‍यू टैक्‍स रिजीम में अब 10 लाख सालाना कमाने वाले 10 हजार रुपये और बचा सकेंगे।
     
    2020 में पहली बार पेश हुआ था न्यू टैक्स स्लैब :- साल 2020 में भारत सरकार ने पहली बार न्यू टैक्स स्लैब पेश किया था, जो अधिकतर टैक्सपेयर्स को पसंद नहीं आया था। इसमें पिछले साल यानी साल 2023 में बदलाव किया गया था। पहले 6 टैक्स स्लैब थे, जिसे बदलकर 5 टैक्स स्लैब कर दिया गया था। उसके बाद भी करीब 25 फीसदी इनकम टैक्सपेयर्स ने ही न्यू टैक्स स्लैब को अपनाया था। अब एक बार फिर इसमें बदलाव किया गया है। नई टैक्स व्यवस्था के तहत बेसिक एग्जेम्प्शन लिमिट 3 लाख रुपये कर दी गई है। इसके अलावा स्टैंडर्ड डिडक्शन को 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 75 हजार रुपये कर दिया है, हालांकि इसके 1 लाख करने की उम्मीद जताई जा रही थी। इसका फायदा सैलरीड क्लास को होगा। इसके अलावा वित्त मंत्री ने फैमिली पेंशन पर भी डिडक्शन को बढ़ाया है इसे 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दिया है। इससे 4 करोड़ सैलरीड कर्मचारी और पेंशनर्स को फायदा होगा। फैमिली पेंशन डिडक्शन पर 4 करोड़ वेतनभोगियों को फायदा देने का आंकड़ा सरकार ने बजट में दिया है।
     
     
    नए टैक्स स्लैब के जरिए सरकार ने खींची नई लाइन :- कुल मिलाकर कहा जा रहा है कि टैक्स में राहत मिली है लेकिन उतनी नहीं जितनी उम्मीद थी। सरकार ने निराशा और आशा के बीच की एक लाइन नए टैक्स स्लैब के जरिए खींच दी है। न्यू टैक्स रिजीम अपनाने वालों को स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ाकर राहत दी लेकिन ओल्ड टैक्स रिजीम वाले बजट में खाली हाथ रहे हैं।

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  • काठमांडू में हादसा, टेकऑफ करते ही क्रैश हुआ प्लेन; 5 यात्रियों की मौत

    24-Jul-2024

    नेपाल के काठमांडू में एक बड़ा हादसा हुआ है। त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार को टेकऑफ़ के दौरान सौर्य एयरलाइंस का एक विमान क्रैश हो गया है। द काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक पोखरा जाने वाले विमान में एयरक्रू सहित 19 लोग सवार थे। यह हादसा करीब 11 बजे हुआ। पुलिस और अग्निशमन दल दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया गया है।


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  • बजट के बाद अंबानी को झटका, अडानी को फायदा, बाकी अरबपतियों का क्या रहा हाल?

    24-Jul-2024

    नई दिल्ली। बजट डे पर घरेलू शेयर मार्केट में जबर्दस्त उतार-चढ़ाव का असर भारतीय अरबपतियों की संपत्ति पर भी पड़ा। सेंसेक्स में लिस्टेड कंपनियों में से लार्सन एंड टुब्रो, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड, रिलायंस इंडस्ट्रीज, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और बजाज फिनसर्व के शेयर में सबसे अधिक गिरावट आई। इसका असर इन कंपनियों के निवेशकों ही नहीं उनके मालिकों पर भी पड़ा। जिन शेयरों के भाव में उछाल आया उनके निवेशक के साथ-साथ मालिक भी मालामाल हो गए।

     
    ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के लेटेस्ट डेटा के मुताबिक टॉप-10 अरबपतियों में से मंगलवार को केवल 3 की संपत्ति में गिरावट दर्ज की गई, जिसमें रिलायंस इंस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी टॉप लूजर रहे। आरआईएल के शेयरों में गिरावट की वजह से इनकी संपत्ति 1.10 अरब डॉलर कम होकर 112 अरब डॉलर रह गई। नुकसान उठाने वाले दूसरे अरबपति अजीम प्रेम जी हैं। विप्रो के शेयरों में गिरावट की वजह से इनका नेटवर्थ 123 मिलियन डॉलर कम होकर 28.4 अरब डॉलर रह गया। जबकि, कुमार बिड़ला को भी 200 मिलियन डॉलरर का झटका लगा। इनकी कुल संपत्ति अब 22.2 अरब डॉलर है।
     
    इन अरबपतियों का बढ़ गया नेटवर्थ
     
    अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की संपत्ति में मंगलवार को 751 मिलियन डॉलर का इजाफा हुआ। अब इनका नेटवर्थ 102 अरब डॉलर हो गया है। शापूर मिस्त्री की दौलत में 219 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई। इनका नेटवर्थ अब 40.50 अरब डॉलर है। शिव नादर की दौलत में 409 मिलियन डॉलर का इजाफा हुआ। इनका नेटवर्थ अब 37.2 अरब डॉलर हो गया है।
     
    जेएसडब्ल्यू स्टील की मालकिन सावित्रि जिंदल की संपत्ति में 10.5 मिलियन डॉलर का इजाफा हुआ। अब उनका नेटवर्थ 33.7 अरब डॉलर है। दिलीप सांघवी के नेटवर्थ में 264 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई। इनका नेटवर्थ 26.1 अरब डॉलर है। राधाकृषण दमानी ने भी मंगलवार को 234 मिलियन डॉलर कमाए। इनकी कुल संपत्ति अब 24 अरब डॉलर है। सुनील मित्तल की दौलत 4 मिलियन डॉलर बढ़कर 23.2 अरब डॉलर हो गई है।

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