रायपुर। वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग में वनरक्षक के 1484 पदों पर सीधी भर्ती हेतु वर्ष 2023-24 में आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया था। राज्य में कुल 17 नोडल वनमण्डलों (रायपुर, महासमुंद धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, कवर्धा, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, सरगुजा, जशपुर, कोरिया, कांकेर, कोण्डागांव, जगदलपुर, दंतेवाड़ा एवं बीजापुर) में 16 नवम्बर 2024 से शारीरिक मापजोख एवं दक्षता परीक्षण प्रारंभ होगा। शारीरिक मापजोख एवं दक्षता परीक्षण हेतु पात्र अभ्यर्थियों की सूची वनमण्डलवार, नोडलवार एवं अनुक्रमांकवार विवरण विभागीय वेबसाईट www.forest.cg.gov.in पर उपलब्ध है। अभ्यर्थियों द्वारा ऑनलाईन प्रवेश पत्र विभागीय वेबसाईट से डाउनलोड कर प्राप्त किया जा सकता है। जो अभ्यर्थी अस्वस्थता या किसी अन्य परीक्षा में शामिल होने के कारण निर्धारित तिथि में अनुपस्थित रहते हैं, उपयुक्त प्रमाण पत्र सहित उपस्थित होने पर अंतिम दिवस को परीक्षण हेतु अवसर प्रदान किया जायेगा।
किश्तवाड़ : जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में हाल ही में हुए आतंकी हमले में अपहृत और मारे गए दो विलेज डिफेंस गार्ड ( वीडीजी ) के शव बरामद कर लिए गए हैं, पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस द्वारा गहन संयुक्त तलाशी अभियान के बाद ओहली कुंतवाड़ा के जंगली इलाकों से शव बरामद किए गए। जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और सेना भी शामिल है। इससे पहले गुरुवार को आतंकवादियों ने वीडीजी के दो सदस्यों की हत्या कर दी थी , जिनकी पहचान नजीर अहमद और कुलदीप कुमार के रूप में हुई थी, जो किश्तवाड़ के कुंतवाड़ा इलाके के निवासी थे। पुलिस ने बताया कि वे जंगल में अपने मवेशियों को चराने गए थे। किश्तवाड़ जिले में दो ग्राम रक्षा रक्षकों की हत्या की निंदा करते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वह इस हमले से "बहुत" दुखी और चिंतित हैं। अब्दुल्ला ने आगे कहा कि सुरक्षा बलों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह के हमले "पूरी तरह से" रोक दिए जाएं। " किश्तवाड़ के कुंतवाड़ा के स्थानीय ग्राम रक्षा समिति के सदस्य कुलदीप कुमार और नजीर अहमद पद्दर की हत्या के कारण हुए हमले से बहुत दुखी और चिंतित हूं। आतंकवादियों ने दो निर्दोष लोगों को मार डाला जो अपने पशुओं को चराने ले गए थे। मैं इस हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं और परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। साथ ही, मैं उम्मीद करता हूं कि सुरक्षा बल हमारे आतंकवाद-रोधी ग्रिड में किसी भी कमी को दूर करने के लिए तेजी से आगे बढ़ेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह के हमले पूरी तरह से बंद हो जाएं," अब्दुल्ला ने एक्स पर पोस्ट किया। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने भी जघन्य आतंकवादी हमले की निंदा की और दो मृतकों को श्रद्धांजलि दी और सभी आतंकवादी संगठनों को नष्ट करने और बर्बर कृत्य का बदला लेने के लिए सरकार के संकल्प को दोहराया। सोशल मीडिया पर सिन्हा ने एक पोस्ट में लिखा, "किश्तवाड़ में वीडीजी सदस्यों पर हुए जघन्य आतंकवादी हमले की निंदा करने के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है। मैं इस कायरतापूर्ण हमले में शहीद हुए वीर सपूतों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूँ। हम सभी आतंकवादी संगठनों को नष्ट करने और इस बर्बर कृत्य का बदला लेने के लिए दृढ़ संकल्प हैं।
बिलासपुर। बिलासपुर के सरकंडा थाना के मोपका पुलिस चौकी क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। मोपका चौकी क्षेत्र में स्थित एक वेल्डिंग की दुकान में गैस सिलेंडर के ब्लास्ट होने से एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब युवक रोज की तरह दुकान में गैस वेल्डिंग का काम कर रहा था। अचानक गैस सिलेंडर में धमाका हो गया, जिससे युवक सीधे उसकी चपेट में आ गया और उसने तुरंत ही दम तोड़ दिया। यह घटना इतनी अचानक हुई कि दुकान के पास मौजूद लोग कुछ समझ ही नहीं पाए। सिलेंडर फटने की आवाज इतनी तेज थी कि पूरे इलाके में सनसनी फैल गई और लोग सहम गए। दुकान के पास मौजूद लोग दौड़कर युवक की मदद करने पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। युवक की मौत ने इलाके में मातम का माहौल बना दिया है। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि गैस सिलेंडर के सही रखरखाव में लापरवाही बरती गई थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ। पुलिस ने दुकान और उसके सिलेंडर की स्थिति की जांच की है और यह मुमकिन है कि गैस सिलेंडर की नियमित जांच और उचित देखरेख न होने की वजह से यह दुर्घटना हुई हो। इस हादसे ने वेल्डिंग कार्य से जुड़े सुरक्षा उपायों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वेल्डिंग कार्य में उपयोग किए जाने वाले गैस सिलेंडर का सही रखरखाव बेहद जरूरी है, क्योंकि जरा सी चूक जानलेवा साबित हो सकती है। सिलेंडर के नियमित निरीक्षण और रखरखाव के अभाव में इस प्रकार की घटनाएं बार-बार हो सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी दुकानों के लिए नियम-कायदों का पालन सुनिश्चित करना आवश्यक है। ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचा जा सके। इस घटना ने प्रशासन और सुरक्षा अधिकारियों को भी सतर्क कर दिया है। वेल्डिंग की दुकानों में सुरक्षा मानकों की जांच और उन्हें सख्ती से लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है। प्रशासन को चाहिए कि वे जिले में संचालित वेल्डिंग की सभी दुकानों की नियमित जांच करें और उन्हें नियमों के तहत संचालन की अनुमति दें। इससे न केवल दुकान मालिकों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि वर्करों और आसपास के लोगों की जान भी बचाई जा सकेगी। मोपका में हुए इस दर्दनाक हादसे ने फिर से यह साबित कर दिया है कि लापरवाही की कीमत जान देकर चुकानी पड़ सकती है। गैस सिलेंडर के सही रखरखाव और सुरक्षा मानकों की अनदेखी ने एक युवक की जान ले ली। यह घटना सभी के लिए एक चेतावनी है कि सुरक्षा से जुड़ी सावधानियों को कभी नजरअंदाज न किया जाए। अब यह प्रशासन और सुरक्षा अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे इस मामले में उचित कदम उठाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
गुवाहाटी : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी ने शुक्रवार को पूर्वोत्तर भारत में स्वास्थ्य सेवा नवाचार को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक संगोष्ठी की मेजबानी की। इस कार्यक्रम ने "मेक इन इंडिया" पहल का समर्थन करते हुए अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवा तकनीकों का पता लगाने के लिए प्रतिष्ठित डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को एक साथ लाया। असम सरकार और आईआईटी गुवाहाटी के बीच साझेदारी वाले असम एडवांस्ड हेल्थकेयर इनोवेशन इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित यह संगोष्ठी स्वदेशी स्वास्थ्य सेवा समाधानों को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण क्षण है । इस कार्यक्रम का उद्घाटन असम सरकार के मुख्य सचिव रवि कोटा ने किया , जिन्होंने उन्नत, आत्मनिर्भर नवाचारों के माध्यम से भारत के स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया । इस कार्यक्रम में बोलते हुए कोटा ने कहा, " आईआईटी गुवाहाटी में इस उद्घाटन संगोष्ठी में शामिल होना सम्मान की बात है , यह असम और राष्ट्र के लिए एक अनूठा और साहसिक कदम है। चिकित्सा और इंजीनियरिंग विषयों के बीच की खाई को पाटकर, आईआईटी गुवाहाटी और असम सरकार एक ऐसे मॉडल का नेतृत्व कर रही है जो शिक्षा, सरकार और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों को एकजुट करता है। यह पहल स्वास्थ्य सेवा चुनौतियों का समाधान करने और स्वदेशी नवाचार की नींव रखने के लिए असम के संसाधनों और दृष्टिकोण का लाभ उठाती है। आईआईटी गुवाहाटी और एम्स जैसे संस्थानों का विकास परिवर्तनकारी है, जो राज्य सरकार के साथ एक शक्तिशाली साझेदारी का संकेत देता है जो क्षेत्रीय विकास और स्वास्थ्य सेवा लचीलापन को आगे बढ़ाएगा।" स्वास्थ्य सेवा पर आयात निर्भरता को कम करने के लिए, असम सरकार और आईआईटी गुवाहाटी एक अत्याधुनिक AAHII परिसर पर सहयोग कर रहे हैं। इस आगामी सुविधा में 400-बेड का सुपर-स्पेशियलिटी शिक्षण अस्पताल, उन्नत अनुसंधान प्रयोगशालाएँ और आवासीय सुविधाएँ होंगी, जो असम को स्वदेशी चिकित्सा प्रौद्योगिकी में अग्रणी के रूप में स्थापित करेंगी। आईआईटी गुवाहाटी के निदेशक देवेंद्र जलिहाल ने सहयोग के लिए उत्साह व्यक्त किया, शोध में स्वास्थ्य पेशेवरों की प्रारंभिक चरण की भागीदारी के महत्व को रेखांकित किया। अपने स्वागत भाषण के दौरान, जलिहाल ने कहा, "हम आईआईटी गुवाहाटी में असम एडवांस्ड हेल्थकेयर इनोवेशन इंस्टीट्यूट के साथ एक अभूतपूर्व यात्रा शुरू करने के लिए रोमांचित हैं । एक सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल और उन्नत शोध सुविधाओं की स्थापना करके, हमारा लक्ष्य आयात पर निर्भरता को कम करना, निदान और उपचार लागत को कम करना और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा को अधिक सुलभ बनाना है। असम सरकार के मजबूत समर्थन के साथ, यह परियोजना एक आत्मनिर्भर, 'मेक इन इंडिया' स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र के लिए हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप है जो देश की सबसे अधिक दबाव वाली स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करती है।" संगोष्ठी में एम्स गुवाहाटी के कार्यकारी निदेशक प्रो. अशोक के. पुराणिक की अंतर्दृष्टि भी शामिल थी, जिन्होंने AAHII पहल के लिए समर्थन का संकल्प लिया और "भारत में डिजाइन, दुनिया के लिए डिजाइन" के दृष्टिकोण का समर्थन किया। अमेरिका स्थित हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. नबा गोस्वामी ने भी भारत में ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा चुनौतियों पर अपना दृष्टिकोण साझा किया, और मजबूत उद्योग-अकादमिक भागीदारी की वकालत की। कार्यक्रम में बोलते हुए, एम्स गुवाहाटी के कार्यकारी निदेशक प्रो. अशोक के. पुराणिक ने परियोजना के प्रति संस्थान की पूर्ण प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने कहा, " प्रधानमंत्री के 'डिजाइन इन इंडिया, डिजाइन फॉर द वर्ल्ड' के दृष्टिकोण के अनुरूप, स्वदेशी स्वास्थ्य सेवा नवाचार की ओर इस यात्रा का हिस्सा बनना प्रेरणादायक है। आयातित तकनीक पर निर्भरता हमारे राष्ट्रीय लचीलेपन को चुनौती दे सकती है, और यह जरूरी है कि हम इसे अभी संबोधित करें।" 2022 में स्थापित, असम सरकार आईआईटी गुवाहाटी हेल्थकेयर फाउंडेशन - एक सेक्शन 8 कंपनी जिसे IIT गुवाहाटी और असम सरकार द्वारा संयुक्त रूप से प्रबंधित किया जाता है - स्वास्थ्य सेवा प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ाने में रुचि रखने वाले उद्योग हितधारकों के साथ साझेदारी की सुविधा प्रदान करती है। आगामी AAHII परिसर में स्टेम सेल अनुसंधान, डिजिटल स्वास्थ्य, चिकित्सा विज्ञान, सटीक चिकित्सा, रोबोटिक्स और किफायती निदान के लिए समर्पित छह उत्कृष्टता केंद्र होंगे। AAHII परिसर में स्थित सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल असम और पूर्वोत्तर की स्वास्थ्य संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें रोबोटिक सर्जरी, ट्रांसप्लांट प्रक्रिया, जीन थेरेपी, ट्रॉमा केयर, नियोनेटोलॉजी, न्यूरोसर्जरी और जटिल हृदय संबंधी देखभाल जैसे उन्नत उपचार उपलब्ध हैं। प्रमुख आईआईटी गुवाहाटी शोधकर्ताओं, जिनमें प्रो. बिमान मंडल, प्रो. कंगराज एस., प्रो. एसएस घोष, प्रो. परमेश्वर अय्यर और प्रो. उत्तम मन्ना शामिल थे, ने अपने अग्रणी कार्य का प्रदर्शन किया और भारत के लिए महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल समाधान विकसित करने में वैज्ञानिकों और चिकित्सकों के बीच सहयोग को प्रेरित किया।
महासमुंद। शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान महासमुन्द में 11 नवंबर 2024 को सुबह 9 बजे से अप्रेन्टिसशीप मेले का आयोजन किया जाएगा। इस मेले का उद्देश्य स्थानीय स्तर पर रोजगार को बढ़ावा देना है और आईटीआई उत्तीर्ण युवाओं को विभिन्न उद्योगों में रोजगार के अवसर प्रदान करना है। प्राचार्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था ने बताया कि मेले में जिले के समस्त उद्योग और प्रतिष्ठान अप्रेन्टिसशीप एवं प्लेसमेंट के लिए भाग लेंगे। उद्योग/प्रतिष्ठानों का पंजीयन www.apprenticeship.gov.in पोर्टल पर किया जा सकता है। जिससे अधिक से अधिक प्रशिक्षणार्थियों को रोजगार के अवसर मिल सकें। अप्रेंटिसशिप के लिए इच्छुक आईटीआई उत्तीर्ण युवा अपने सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ सुबह 10 बजे से संस्थान में उपस्थित हो सकते हैं। इस अवसर पर मेले में स्पॉट पंजीयन की सुविधा भी उपलब्ध होगी, जिससे प्रशिक्षार्थी और उद्योग आसानी से पंजीयन कर सकते हैं। यह मेला युवाओं को उनके कौशल के अनुसार बेहतर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में सहायक सिद्ध होगा। अधिक जानकारी के लिए शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था, महासमुंद के कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।
सूरजपुर। कलेक्टर एस.जयवर्धन ग्राम केरता मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। जहां उन्होंने गन्ना खरीदी और शक्कर उत्पादन के संबंध में उपस्थित संबंधित अधिकारी से जानकारी प्राप्त की। विगत पेराई सत्र 23-24 के सम्बंध में भी जानकारी ली। जिसमें संबंधित द्वारा बताया गया कि सूरजपुर, अंबिकापुर एवं बलरामपुर के तीनों जिलों के 16 विकासखंड के 9358.509 हेक्टेयर गन्ना रकबा से कुल 2,62,814.624 मीट्रिक टन गन्ना पेराई किया गया है। कलेक्टर ने पूरे कारखाने का बारीकी से अवलोकन किया व कार्यप्रणाली से अवगत हुए। उन्होंने कारखाने में लगे 06 मेगावाट पावर टरबाइन का निरीक्षण भी किया।उन्होंने क्षेत्र के गन्ना उत्पादक कृषकों के जीवन स्तर में सुधार हो और उनकी आय में वृद्धि हो इसके लिए उपस्थित संबंधित अधिकारी को किसान बंधुओं गन्ने के उत्पादन के संबंध में जानकारियां उपलब्ध कराने की निर्देश दिए। जिससे कि वो अच्छी किस्म व उच्च गुणवत्ता वाले गन्ने के उत्पादन का उत्पादन कर अपने जीवन स्तर को सकारात्मक दिशा दे सकें।
बलरामपुर ,मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सरकार द्वारा छत्तीसगढ़वासियों को अयोध्या धाम का दर्शन कराने के लिए श्रीरामलला दर्शन योजना का संचालन किया जा रहा है। योजना के तहत तीर्थयात्रियों को अयोध्या में रामलला का दर्शन कराया जा रहा है। राज्य शासन द्वारा राज्य के स्थानीय निवासियों को अयोध्या धाम यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु शासकीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से इसे लागू किया गया है। जिसके तहत बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में अब तक चार चरणों में 644 श्रद्धालुओं को श्री रामलला दर्शन योजना का लाभ प्राप्त हुआ है।
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा में SECL कोल माइंस से कोयला ट्रांसपोर्ट करने वाली हिंद एनर्जी के दीपका स्थित दफ्तर में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के टीम (ईपीएफ) की टीम जांच के लिए पहुंची है।बताया जा रहा है कि कर्मचारियों के शोषण की शिकायत पर टीम ने रेड मारी है। शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन भी कार्रवाई जारी है। जानकारी के मुताबिक हिन्द एनर्जी के मालिक रायपुर निवासी है और उनका काम प्रदेश के कई जिलों में चलता है। कर्मचारी बाबू लाल पोर्ते डिडौलीभांठा का रहने वाले हैं। वे हिंदी एनर्जी में पहले काम करते थे। उन्होंने कर्मचारियों के भविष्य निधि के रुपयों में हेराफेरी का आरोप लगाया है। बाबूलाल पोर्ते की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। फिलहाल, टीम जांच कर रही है।
कोरबा। गला दबाकर पति की हत्या कर पुत्र के साथ मिलकर लाश को ठिकाना लगाने के मामले में आरोपी पत्नी को न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. यह मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है. आरोप छुपाने पत्नी ने खुद पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. यह घटना 2019 की है. आरोपी पत्नी सुशीला निषाद ने पति को मौत के घाट उतारने के बाद चटाई में ढंककर पिकनिक जाने ऑटो बुकिंग कराया। मां ने अपने बेटे के साथ मिलकर मौका देख लाश को ठिकाना लगाया था. इस पर ऑटो चालक की नजर पड़ने पर महिला ने इस बारे में किसी को बताने पर उसे जान से मारने की भी धमकी दी थी। पुलिस जांच में पूरे मामले का खुलासा हुआ. घटना के कुछ साल बाद पुलिस को कॉफी पॉइंट पर नरकंकाल मिला था. लाश ढिकाने लगाने प्रयुक्त वाहन के चालक ने पुलिस को घटना की पूरी जानकारी बताई. इस मामले में कोर्ट ने आरोपी महिला को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
मुंगेली/ कलेक्टर राहुल देव के निर्देशानुसार लोरमी के बुद्ध केयर हॉस्पिटल को सील करने की कार्रवाई की गई है। बता दें कि लोरमी विकासखण्ड के ग्राम मोहबांधा के आश्रित गांव बांधी निवासी 07 वर्षीय धनंजय गोंड को मस्तिष्क ज्वर से पीड़ित होने के कारण बुद्ध केयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां विषय विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं होने और ईलाज में लापरवाही के कारण बालक की मौत हो गई थी। मामला संज्ञान में आने पर कलेक्टर ने तत्काल टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए गए थे।
भिलाई। छत्तीसगढ़ के सियासी गलियारे में वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन के वीडियो ने खलबली मचा दी है। इस वीडियो में विधायक रिकेश सेन एक युवक का जबड़ा पकड़कर उसे धमकाते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद रिकेश सेन चौतरफा घिर गए हैं। वहीं, अब रिकेश सेन ने मामले में नया मोड़ ला दिया है। रिकेश सेन ने नया दांव खेलते हुए वैशालीनगर विस के पांच वार्डों का नाम बदलने का प्रस्ताव देने की बात कही है। उन्होंने एमआईसी को नाम बदलने का प्रस्ताव भेजने की बात कही है। रिकेश सेन ने तालाब नामकरण विवाद को नया मोड़ देते हुए कहा है कि वैशालीनगर विधानसभा क्षेत्र. के पांच वार्डों का नाम कांग्रेसी नेताओं के नाम पर है, जिसे अब बदलकर छत्तीसगढ़ के पुरोधाओं के नाम पर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि इस संबंध में वो एमआईसी को प्रस्ताव भेजेंगे। वहीं दूसरी ओर मामले को लेकर छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के जिला युवा अध्यक्ष चेतन चंदेल ने कहा है कि कल विधायक के पास तालाब के नामकरण को लेकर गए थे, लेकिन विधायक नाराज हो गए। उन्होंने जो व्यवहार किया है वह एक जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देता है। आज छत्तीसगढ़ क्रांति सेना की मीटिंग भी रखी गई, निर्णय के बाद आगे की प्लानिंग की जाएगी।
रायपुर । कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में फिर से आतंकवाद और अलगाववाद का काला दौर लाना चाहती है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि जम्मू- कश्मीर विधानसभा में धारा 370 और 35A को फिर से लाने के नेशनल कांफ्रेंस के प्रस्ताव का समर्थन कर कांग्रेस ने देश को तोड़ने का कुचक्र फिर से चल दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कल विधानसभा में जो भी कुछ हुआ, वह पाकिस्तान और देश विरोधी लोगों को खुश करने के लिए किया गया, जम्मू-कश्मीर की जनता को गुमराह करने के लिए किया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि आज जो देश की एकता के लिए खड़े हैं, जम्मू-कश्मीर वे विकास और शांति के पक्ष में खड़े हैं, उन्हें मार्शल के जरिये बेरहमी से जम्मू-कश्मीर विधानसभा से बाहर निकाला जा रहा है। कांग्रेस-एनसी, पीडीपी - ये सब जम्मू-कश्मीर में फिर से आतंकवाद को लाना चाहते हैं।
मां भारती का मुकुट जम्मू-कश्मीर धारा 370 और 35A के काले साए से निकलकर विकास की राह पर चल पड़ा है, लेकिन कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी इस शांति से असहज हैं और कश्मीर में आतंकवाद व अलगाववाद का काला दौर फिर से लाना चाहते हैं।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) November 8, 2024
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में धारा 370 बहाली के… pic.twitter.com/eB2ybP9shr
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि यह कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस का का राष्ट्रविरोधी एजेंडा है। शेख अब्दुल्ला से लेकर उमर अब्दुल्ला तक, भावनात्मक ब्लैकमेल करना नेशनल कॉन्फ्रेंस की दिनचर्या है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर धारा 370 तथा 35A के काले साए से कब का निकल चुकी है। वह विकास के रास्ते पर चल पड़ी है लेकिन कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी ये सब कश्मीर घाटी में आई शांति से परेशान हैं। ये जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद व अलगाववाद के काले दौर को वापस लाना चाहती है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि हमारी सरकार ने वादा किया था कि जम्मू-कश्मीर को विधानसभा देंगे, चुनाव करायेंगे, केवल 5 साल के अंदर मोदी सरकार ने चुनाव कराये और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बहाल किया। हम आगे भी जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए काम करेंगे।मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि कांग्रेस फिर से धारा 370 बहाल करके की बात करके यह बताना चाहती है कि हम वाल्मीकियों, गोरखा समाज, पश्चिमी पाकिस्तान शरणार्थी, पहाड़ी और गुर्जर के खिलाफ हैं। कांग्रेस ने नेशनल कांफ्रेंस के घोषणापत्र का समर्थन कर जम्मू-कश्मीर में आरक्षण को ख़त्म करने का समर्थन किया था। वैसे भी राहुल गाँधी अमेरिका जाकर आरक्षण को ख़त्म करने की बात कर चुके हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि धारा 370 के हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की घटनाओं में 70 प्रतिशत की कमी आई है। नागरिकों की मृत्यु में भी लगभग 80% की कमी आई है। विदेशी नागरिकों के पर्यटन में 300 प्रतिशत का उछाल आया है। जम्मू-कश्मीर का बजट 17 प्रतिशत बढ़ा है। पत्थरबाजी की घटना बिलकुल बंद हो गई। आतंकवादी घटनाएं दो-तीन जिलों में ही सिमट कर रह गई। जहाँ पहले 5-7 प्रतिशत मतदान होता था, वहां भी 50 प्रतिशत मतदान होने लगा। जो पहले अलगाववाद और आतंकवाद की वकालत कर रहे थे, वे भी अब हिंदुस्तान के संविधान में लोकतंत्र को मजबूती देते हुए वोट मांगते दिखाई दिए। जी-20 की बैठक जम्मू-कश्मीर में सफलतापूर्वक संपन्न हुई। जम्मू-कश्मीर को 80 हजार करोड़ रुपये का विशेष पैकेज मिला, 56 हजार करोड़ रुपये का निवेश आया। आजादी से लेकर धारा 370 के हटने तक जम्मू-कश्मीर में जितना निवेश आया, उसकी तुलना में तीन गुना निवेश पिछले 4 सालों में जम्मू-कश्मीर में हुआ। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि कांग्रेस को इसका जवाब देना होगा। इनके इरादे ठीक नहीं है। कांग्रेस नेता फिर से 90 के दशक वाला जैसा माहौल जम्मू-कश्मीर में बनाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस विधायक दल के नेता गुलाम अहमद मीर ने कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को कम करने और विभाजन के खिलाफ लोगों की नाराजगी का समर्थन किया था और किया है। गुलाम अहमद मीर ने एक तरह से प्रस्ताव का समर्थन किया, कांग्रेस विधानसभा में इस प्रस्ताव के समर्थन में खड़ी नजर आई। राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी अनुच्छेद 370 को हटाने पर अपनी स्थिति स्पष्ट करे। कांग्रेस के एक और पुराने नेता सैफुद्दीन सोज ने प्रेस रिलीज करके इस प्रस्ताव का समर्थन किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में जो प्रस्ताव पास किया गया है, भले ही उसमें से चालाकी से धारा 370 और 35A का जिक्र नहीं किया गया है लेकिन उस प्रस्ताव में जो मांग की गई है, वह धारा 370 और 35A के जैसा ही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जब विधानसभा में यह प्रस्ताव पारित हो रहा था तो भाजपा सदस्य इसका विरोध कर रहे थे जबकि कांग्रेस के सदस्य इसका मौन समर्थन कर रहे थे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि स्पीकर को निष्पक्ष होना चाहिए था। मीडिया से आई जानकारी में पता चला है कि स्पीकर ने स्वयं ही मंगलवार (5 नवंबर) को मंत्रियों की बैठक बुलाई थी और खुद ही प्रस्ताव तैयार किया। ये सरासर असंवैधानिक है। ये प्रस्ताव लाना पहले से सदन की कार्यवाही में लिस्टेड भी नहीं था। जब विधानसभा में LG के अभिभाषण पर चर्चा होनी थी तो प्रस्ताव कैसे लाया गया? मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि इस प्रस्ताव को बिना किसी बहस के पारित कर दिया गया क्योंकि स्पीकर ने शोरगुल के बीच इसे ध्वनिमत से पारित कर दिया। इतने बड़े विषय पर चर्चा नहीं होने दी गई। ये कैसा लोकतंत्र है? मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि इस प्रस्ताव की कोई कानूनी वैधता नहीं है क्योंकि जम्मू-कश्मीर विधानसभा संसद या सुप्रीम कोर्ट से ऊपर नहीं है। कोई भी विधानसभा अनुच्छेद 370 और 35A को वापस नहीं ला सकती। धारा 370 और 35A इतिहास बन चुकी है, इस इतिहास को अब कोई बदल नहीं सकता। नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर के लोगों को गुमराह कर रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जो लोग पहले धारा 370, 35A, स्वायत्तता और जमात-ए-इस्लामी के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाने की राजनीति करते थे, वे अब 5 अगस्त 2019 के बाद से स्थापित शांति से परेशान हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस राज्य के दर्जे पर बातचीत शुरू करके गरीब लोगों को फिर से सड़क पर लाना चाहती है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि अभी जब घाटी में आतंकी हमले हुए और उसमें पाकिस्तान के हाथ होने का मामला सामने आया, तब भी मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान का जिक्र तक नहीं किया।
रायपुर। दक्षिण विधानसभा निर्वाचन के लिए नियुक्त व्यय प्रेक्षक कनुप्रिया दमोर ने प्रत्याशियों के खर्चोंं का निरीक्षण किया। उन्होंने सभी प्रत्याशियों के रैली तथा अन्य कार्यक्रमों के खर्चों की जानकारी ली। कनुप्रिया दमोर ने सोशल मीडिया में किए जा रहे प्रचार का अवलोकन किया। उन्होंने प्रत्याशियों को निश्चित समय में खर्चों की जानकारी निर्वाचन आयोग की व्यय शाखा को देने के निर्देश दिए। इस अवसर पर संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।
रायपुर। संत राजीव लोचन महाराज के बयान को लेकर प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में खलबली मची हुई है। एक के बाद एक विपक्ष के नेताओं का बयान सामने आ रहे हैं। इसी बीच पूर्व मंत्री कवासी लखमा का बड़ा बयान सामने आया है। पूर्व मंत्री लखमा ने कहा कि ‘महाराज पहले खुद शादी करें फिर बच्चे पैदा करें। फिर पता चल जाएगा बच्चा पालना कितना कठिन है। महंगाई के जमाने में बच्चा पालना कठिन है। इससे पहले पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि राजीव लोचन महाराज पहले पीएम मोदी को सलाह दें, देश के सबसे बड़े सनातनी पीएम मोदी है। मोदी से शुरुआत होती तो अच्छा संदेश जाता। आपको बता दें कि कल गुरुवार को रायपुर के महादेव घाट पर आयोजित छठ पर्व के कार्यक्रम में राजीव लोचन महाराज ने अपने द्बोधन में कहा कि महादेव की पुत्रवधू का नाम छठी माई है। उन्होंने कहा कि छठी माई कहती हैं, “हम दो हमारे दो के चक्कर में मत चलो। तुम्हारे दुश्मन ‘हम दो हमारे 45’ उनके हाथ में एके-47 लेकर खड़े हैं, ‘हम 5 हमारे 75’ हाथ में पत्थर लिए खड़े हैं। तुम समय रहते शास्त्र और संतों की वाणी को गुरु मंत्र के रूप में स्वीकार करो। दो नहीं, चार बच्चे पैदा करो। जन्म देना तुम्हारा काम है और छह दिन तक रक्षा करना मेरा काम है।”
रायपुर। स्टेट जीएसटी विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. आज जीएसटी विभाग ने राजधानी रायपुर में बिना ई-वे बिल के पहुंचे समान पर कार्रवाई करते हुए दो ट्रक सामान जब्त किया है. जानकारी के अनुसार, नागपुर से बिना ई-वे बिल के दो ट्रकों में रायपुर लाए गए सामान में मोबाइल एसेसरी, स्पीकर, स्मार्टवॉच और कपड़े की खेप पकड़ी गई है. करीब दो दर्जन कारोबारियों ने यह सामान मंगवाया था, लेकिन जीएसटी नियमों के उल्लंघन के कारण स्टेट जीएसटी विभाग की टीम ने दोनों ट्रकों को जब्त कर लिया और मामले में आगे की कार्रवाई जारी है.
रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 8 नवम्बर को बलौदाबाजार, कोरबा जिले के कटघोरा और राजधानी रायपुर में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री साय निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पूर्वान्ह 11.05 बजे पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड रायपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर 11.25 बजे बलौदाबाजार- भाटापारा जिले के बलौदाबाजार स्थित शासकीय डी.के. महाविद्यालय मैदान पहुंचेंगे और 11.30 बजे दशहरा मैदान में आयोजित विभिन्न विकास कार्यो के भूमिपूजन एवं लोकार्पण एवं दीपावली मिलन कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री बलौदाबाजार से दोपहर 12.35 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर 1.05 बजे कोरबा जिले के कटघोरा के मेला ग्राउण्ड हेलीपेड पहुंचेंगे और वहां प्रांत स्तरीय भगवान सहस्त्रबाहु जयंती कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल होने के बाद अपरान्ह 3.15 बजे रायपुर लौट आएंगे। मुख्यमंत्री साय शाम 5 बजे रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल होंगे।
रायपुर: भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 08 नवम्बर को शाम 5 बजे राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल होंगे। केन्द्रीय मंत्री गडकरी अपरान्ह 3.45 बजे गोंदिया से विमान द्वारा रवाना होकर शाम 4.15 बजे स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर पहुंचेंगे और शाम 5 बजे साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल होंगे। गडकरी स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर से रात्रि 7.15 बजे नागपुर के लिए रवाना होंगे।
रायपुर: भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 8 नवम्बर को शाम 05 बजे राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल होंगे। केन्द्रीय मंत्री अपरान्ह 3.45 बजे गोंदिया से विमान द्वारा रवाना होकर शाम 4.15 बजे स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर पहुंचेंगे और शाम 5 बजे साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल होंगे। केन्द्रीय मंत्री स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर से रात्रि 7.15 बजे नागपुर के लिए रवाना होंगे। डिप्टी सीएम अरुण साव की प्रेस कांफ्रेंस इंडियन रोड कांग्रेस सड़क एवं सेतु निर्माण से संबंधित मानक एवं गाईड लाईन्स निर्धारित करने वाली देश की सर्वोच्च संस्था है। IRC द्वारा जारी किये गये स्टेण्डर्ड एवं गाईड लाईन्स के अनुसार ही भारत सरकार एवं अन्य सड़क निर्माण विभाग उपरोक्त जारी स्टेण्डर्ड स्पेशिफिकेशन एवं गाईड लाईनस के अनुसार सड़क निर्माण करते हैं। IRC का वार्षिक अधिवेशन प्रत्येक वर्ष किसी एक राज्य में आयोजित किया जाता है। इसी तारतम्य में IRC के 83वें वार्षिक अधिवेशन हेतु छत्तीसगढ़ राज्य के अनुरोध पर IRC द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य की मेजबानी स्वीकार की गई। छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद प्रथम बार IRC का वार्षिक अधिवेशन राज्य में आयोजित किया जा रहा है, जो कि प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। इस वार्षिक अधिवेशन के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए छत्तीसगढ़ शासन, लोक निर्माण विभाग द्वारा तीन-चार स्तर पर कमेटियों का गठन किया गया है। 83वें वार्षिक अधिवेशन हेतु स्टेयरिंग कमेटी एवं 47 विभिन्न कमेटियों का गठन किया गया है जो कि लगातार प्रत्येक आवश्यकताओं की समय-समय पर समीक्षा कर आयोजन को सफल कराने हेतु कार्यरत हैं। इस राष्ट्रीय वार्षिक अधिवेशन की गरिमा अनुसार देश-विदेश के सड़क निर्माण कार्य से संबंधित इंजीनियर, वैज्ञानिक एवं वरिष्ठ अभियंता उपस्थित होंगे एवं विभिन्न प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों के अभियंतागणों का भी आगमन हो रहा है। इस आयोजन में लगभग 2 हजार से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। यह आयोजन दिनांक 08.11.2024 से 11.11.2024 तक आयोजित होगा। अधिवेशन का शुभारंभ नितिन गड़करी, केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के मुख्य आतिथ्य में एवं विष्णुदेव साय, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ शासन की अध्यक्षता में दिनांक 08.11.2024 को शाम 4.30 बजे किया जावेगा।
सातवें वेतनमान के एरियस का 26 नवम्बर तक भुगतान नहीं किये जाने पर 27 से दो दिनों का मौन प्रदर्शन: प्रदीप मिश्र
रायपुर। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई कॉन्फ्लुएंस कॉलेज द्वारा भारत की एकता के सूत्रधार कहे जाने वाले लौह पुरुष सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया गया। एकता के प्रतिक पटेल जी को स्मरण करते हुए शपथ एवं विशाल रन फॉर यूनिटी के साथ रैली आयोजित की गई। प्रो. विजय मानिकपुरी कार्यक्रम अधिकारी रासेयो ने बताया कि पटेल साहब ने 500 से अधिक रियासतों को भारतीय संघ में मिलाने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्वतंत्रता संग्राम में सरदार पटेल का दृढ़ संकल्प और नेतृत्व अद्वितीय था आज भी देश के लिए प्रेरणादायक है। प्राचार्य डॉ. रचना पांडे ने कहा कि महाविद्यालय की एनएसएस विद्यार्थियों ने युवा प्रेरणा स्रोत सरदार पटेल को स्मरण करते हुए शानदार रंगोली बनाए ,पोस्टर बनाकर देश के प्रति उनके योगदान को युवाओं तक पहुंचाए द्यभारत के एक महान स्वतंत्रता सेनानी ,अधिवक्ता ,विश्व के इतिहास में एक भी व्यक्ति ऐसा ना हुआ जिसने इतनी बड़ी संख्या में राज्यों का एकीकरण करने का साहस किया हो और यही उपलब्धि पटेल साहब की लोकप्रियता की आधारशिला बनी। आज का आयोजन युवाओं में उनके साहस ,दूरदर्शिता और निर्णय निर्माण, क्षमता को युवा शक्ति और प्रेरणा बनाने में सहयोग प्रदान करेगी द्य ऐसे महान व्यक्तित्व को स्मरण करने में देश के प्रति देशभक्ति का भाव जागृत करने में सहायता मिलेगी रैली में गगनचुंबी नारों के साथ देश के दूरदर्शिता रहे पटेल साहब को स्मरण किया गया। कार्यक्रम अधिकारी द्वारा छात्रों को शपथ दिलवाया गया कार्यक्रम में मुख्य रूप से विभागअध्यक्ष प्रीति इंदौर कर एवं बीएड के शिक्षक राधेलाल देवांगन और श्रीवास्तव मैडम की उपस्थिति रही।
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